‘होली पर बच्चों को लेकर मायके गई थी। मेरे पति घर पर थे। उन्होंने मुझसे फोन पर कहा – घर आओगी तो सरप्राइज दूंगा। इस पर मैंने कहा – मुझे आपके सरप्राइज का इंतजार रहेगा।’ फिर उन्होंने मुझे बिना बताए हेयर ट्रांसप्लांट करवा लिया। 14 मार्च को फोन आया कि पति अस्पताल में एडमिट हैं। मैं मायके से अस्पताल पहुंची। विनीत बार-बार बेहोश हो रहे थे। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बाद में पता चला कि ट्रांसप्लांट के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई थी। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद उनके चेहरे पर इतनी सूजन आ गई थी कि चेहरा गुब्बारे की तरह हो गया था। उनकी आंखें बाहर आ गई थीं। वे पहचान में नहीं आ रहे थे। पुलिस ने 54 दिन बाद FIR दर्ज की। वह भी तब, जब मैंने सीएम पोर्टल पर शिकायत की।’ यह कहना है विनीत की पत्नी जया का, जिनके इंजीनियर पति की हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई। दैनिक भास्कर टीम पहले हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक, फिर इंजीनियर के घर पहुंची। हमने महिला डॉक्टर, इंजीनियर की पत्नी और उनके चचिया ससुर से बातचीत की। पत्नी ने कहा – डॉक्टर ने इलाज में लापरवाही की है, जिस वजह से जान गई। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… क्या है पूरा मामला? पनकी पावर प्लांट में इंजीनियर विनीत कुमार दुबे (37) ने 13 मार्च को एम्पायर वाराही क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराया। ट्रांसप्लांट के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई। रिश्तेदारों ने उन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान 14 मार्च को उनकी मौत हो गई। इसका पता चलते ही वाराही क्लिनिक की डॉ. अनुष्का तिवारी क्लिनिक बंद करके और फोन स्विच ऑफ कर फरार हो गईं। इंजीनियर की पत्नी जया मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाना, चौकी, एसीपी और डीसीपी के दफ्तर से लेकर पुलिस कमिश्नर तक के चक्कर काटती रहीं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ सभी ऑडियो-वीडियो और अन्य साक्ष्यों के साथ CM पोर्टल पर शिकायत की। तब जाकर पुलिस ने FIR दर्ज की। सबसे पहले पत्नी और चचिया ससुर की बात… पत्नी जया बोलीं – होनहार थे विनीत, विदेश जाने की थी तैयारी इंजीनियर विनीत की पत्नी जया ने बताया – पति विनीत पढ़ने में बेहद होनहार थे। नौकरी करने के साथ-साथ कानपुर की प्रतिष्ठित हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) से पीएचडी कर रहे थे। मौत से एक सप्ताह पहले ही उन्होंने पीएचडी पूरी की थी। उन्हें अमेरिका की एक बड़ी कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई थी। पनकी पावर प्लांट का उद्घाटन करने के लिए पीएम को आना था। पावर प्लांट का प्रेजेंटेशन विनीत को ही प्रधानमंत्री के सामने देने की जिम्मेदारी दी गई थी। हालत बिगड़ने पर महिला डॉक्टर पति को छोड़कर भाग गई मेरे पति विनीत के ऑफिस में एक क्लर्क ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। उससे जानकारी लेने के बाद पति केशव पुरम स्थित एम्पायर क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने पहुंचे और डॉक्टर अनुष्का तिवारी से बातचीत की। फिर 13 मार्च को ट्रांसप्लांट करवाया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर डॉक्टर वहां से भाग निकली थीं। 24 घंटे में ही पति की मौत हो गई मैं बच्चों के साथ मायके में थी। घरवालों ने मुझे फोन करके जानकारी दी। मैं आनन-फानन में अस्पताल पहुंची। विनीत शारदा नगर के अनुराग हॉस्पिटल में अकेले एक कमरे में बैठे थे। बातचीत के दौरान वे बार-बार बेहोश हो रहे थे। फिर उन्हें ICU में एडमिट कराया गया। वहां गलत इलाज के कारण उनका चेहरा गुब्बारे की तरह सूज गया और आंखें बाहर आ गईं। 24 घंटे में ही उनकी मौत हो गई। मेरे पास महिला डॉक्टर के खिलाफ सबूत पति की मौत के बाद हम लोग पुलिस के साथ महिला डॉक्टर के क्लिनिक गए। वहां देखा तो क्लिनिक बंद था। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। बाद में कॉल पर बात होने पर उसने कहा – “हम आउट ऑफ स्टेशन हैं।” डॉक्टर खुद को बचाने के लिए शराब पीने की झूठी कहानी गढ़ रही हैं। उनके गलत ट्रांसप्लांट के कारण ही मेरे पति की मौत हुई है। मेरे पास डॉ. अनुष्का की कॉल रिकॉर्डिंग, क्लिनिक का पर्चा समेत कई साक्ष्य हैं। इससे साबित होता है कि अनुष्का ने ही हेयर ट्रांसप्लांट किया है। चचिया ससुर बोले – बाद में पता चला, वो डॉक्टर ही नहीं इंजीनियर विनीत के चचिया ससुर वेद प्रकाश सिंचाई विभाग में अफसर हैं। उन्होंने बताया – पुलिस जांच में पता चला है कि अनुष्का तिवारी हेयर ट्रांसप्लांट करने की डॉक्टर ही नहीं है। उसके पति भी इसी तरह डेंटल के डॉक्टर हैं। अनुष्का का कहना है कि ट्रांसप्लांट के बाद शराब पीने से विनीत की मौत हुई है, जबकि विनीत कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाते थे। हम अस्पताल पहुंचे तो देखा कि विनीत को अस्पताल में छोड़कर महिला डॉक्टर भाग गई थी। विनीत के पास एक वार्ड बॉय बैठा था। उनके चेहरे पर सूजन थी। आंखों से वे न तो देख पा रहे थे और न ही पहचान में आ रहे थे। हमने तीन बार पूछा, तब आवाज से पहचान पाए और कहा – चाचा, प्रणाम। मेरी मांग है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अगर इसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो यह और लोगों की जान ले लेगी। अब बात महिला डॉक्टर की… डॉक्टर बोलीं – हम सिर्फ कंसल्टेंट हैं, डॉक्टर का नाम नहीं बता सकीं दैनिक भास्कर टीम इंपायर क्लिनिक पहुंची। वहां पर डॉ. अनुष्का तिवारी और उनके पति डेंटिस्ट सौरभ त्रिपाठी मिले। दोनों ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। ऑफ कैमरा अनुष्का ने बताया – हम सिर्फ कंसल्ट करते हैं, ट्रांसप्लांट किसी और डॉक्टर ने किया। उन्होंने कहा कि ट्रांसप्लांट के बाद शराब पीने की वजह से विनीत की मौत हुई है, जबकि उन्हें हिदायत दी गई थी कि शराब नहीं पीनी है। जब उनसे पूछा गया कि किस डॉक्टर ने ट्रांसप्लांट किया है, तो वह इधर-उधर देखने लगीं। उनके पति सौरभ त्रिपाठी ने कहा – हमने पुलिस को सब बता दिया है। आप इस संबंध में पुलिस से जानकारी ले सकते हैं। हम कुछ भी नहीं बता पाएंगे। 2016 से पनकी पावर प्लांट में AE थे विनीत विनीत मूल रूप से गोरखनाथ के शास्त्री पुरम के रहने वाले थे। 2016 से पनकी पावर हाउस में सहायक अभियंता (AE) थे। वह पनकी पावर हाउस ऑफिसर्स कॉलोनी में परिवार समेत रहते थे। घर में पत्नी जया और ढाई साल के जुड़वां बच्चे आर्ना और अद्वैत हैं। विनीत के पिता रामानंद दुबे का निधन हो चुका है। मां सदामती दुबे गांव में रहती हैं। दो भाई – सुजीत और नवनीत गोरखपुर में ही परिवार समेत रहते हैं। 4 फरवरी 2018 को उनकी शादी गोंडा के राधा कुंड मोहल्ला निवासी जया से हुई थी। ——————————— ये खबर भी पढ़ें :- हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान 37 साल के इंजीनियर की मौत:इंजेक्शन लगाते ही चेहरे पर सूजन आई कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इंजीनियर (AE) की मौत हो गई। पनकी पावर हाउस के AE हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए एक निजी क्लिनिक पर गए थे। डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद उनके चेहरे पर सूजन आ गई। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस पर उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर ‘होली पर बच्चों को लेकर मायके गई थी। मेरे पति घर पर थे। उन्होंने मुझसे फोन पर कहा – घर आओगी तो सरप्राइज दूंगा। इस पर मैंने कहा – मुझे आपके सरप्राइज का इंतजार रहेगा।’ फिर उन्होंने मुझे बिना बताए हेयर ट्रांसप्लांट करवा लिया। 14 मार्च को फोन आया कि पति अस्पताल में एडमिट हैं। मैं मायके से अस्पताल पहुंची। विनीत बार-बार बेहोश हो रहे थे। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बाद में पता चला कि ट्रांसप्लांट के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई थी। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद उनके चेहरे पर इतनी सूजन आ गई थी कि चेहरा गुब्बारे की तरह हो गया था। उनकी आंखें बाहर आ गई थीं। वे पहचान में नहीं आ रहे थे। पुलिस ने 54 दिन बाद FIR दर्ज की। वह भी तब, जब मैंने सीएम पोर्टल पर शिकायत की।’ यह कहना है विनीत की पत्नी जया का, जिनके इंजीनियर पति की हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई। दैनिक भास्कर टीम पहले हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक, फिर इंजीनियर के घर पहुंची। हमने महिला डॉक्टर, इंजीनियर की पत्नी और उनके चचिया ससुर से बातचीत की। पत्नी ने कहा – डॉक्टर ने इलाज में लापरवाही की है, जिस वजह से जान गई। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… क्या है पूरा मामला? पनकी पावर प्लांट में इंजीनियर विनीत कुमार दुबे (37) ने 13 मार्च को एम्पायर वाराही क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराया। ट्रांसप्लांट के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई। रिश्तेदारों ने उन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान 14 मार्च को उनकी मौत हो गई। इसका पता चलते ही वाराही क्लिनिक की डॉ. अनुष्का तिवारी क्लिनिक बंद करके और फोन स्विच ऑफ कर फरार हो गईं। इंजीनियर की पत्नी जया मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाना, चौकी, एसीपी और डीसीपी के दफ्तर से लेकर पुलिस कमिश्नर तक के चक्कर काटती रहीं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ सभी ऑडियो-वीडियो और अन्य साक्ष्यों के साथ CM पोर्टल पर शिकायत की। तब जाकर पुलिस ने FIR दर्ज की। सबसे पहले पत्नी और चचिया ससुर की बात… पत्नी जया बोलीं – होनहार थे विनीत, विदेश जाने की थी तैयारी इंजीनियर विनीत की पत्नी जया ने बताया – पति विनीत पढ़ने में बेहद होनहार थे। नौकरी करने के साथ-साथ कानपुर की प्रतिष्ठित हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) से पीएचडी कर रहे थे। मौत से एक सप्ताह पहले ही उन्होंने पीएचडी पूरी की थी। उन्हें अमेरिका की एक बड़ी कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई थी। पनकी पावर प्लांट का उद्घाटन करने के लिए पीएम को आना था। पावर प्लांट का प्रेजेंटेशन विनीत को ही प्रधानमंत्री के सामने देने की जिम्मेदारी दी गई थी। हालत बिगड़ने पर महिला डॉक्टर पति को छोड़कर भाग गई मेरे पति विनीत के ऑफिस में एक क्लर्क ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। उससे जानकारी लेने के बाद पति केशव पुरम स्थित एम्पायर क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने पहुंचे और डॉक्टर अनुष्का तिवारी से बातचीत की। फिर 13 मार्च को ट्रांसप्लांट करवाया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर डॉक्टर वहां से भाग निकली थीं। 24 घंटे में ही पति की मौत हो गई मैं बच्चों के साथ मायके में थी। घरवालों ने मुझे फोन करके जानकारी दी। मैं आनन-फानन में अस्पताल पहुंची। विनीत शारदा नगर के अनुराग हॉस्पिटल में अकेले एक कमरे में बैठे थे। बातचीत के दौरान वे बार-बार बेहोश हो रहे थे। फिर उन्हें ICU में एडमिट कराया गया। वहां गलत इलाज के कारण उनका चेहरा गुब्बारे की तरह सूज गया और आंखें बाहर आ गईं। 24 घंटे में ही उनकी मौत हो गई। मेरे पास महिला डॉक्टर के खिलाफ सबूत पति की मौत के बाद हम लोग पुलिस के साथ महिला डॉक्टर के क्लिनिक गए। वहां देखा तो क्लिनिक बंद था। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। बाद में कॉल पर बात होने पर उसने कहा – “हम आउट ऑफ स्टेशन हैं।” डॉक्टर खुद को बचाने के लिए शराब पीने की झूठी कहानी गढ़ रही हैं। उनके गलत ट्रांसप्लांट के कारण ही मेरे पति की मौत हुई है। मेरे पास डॉ. अनुष्का की कॉल रिकॉर्डिंग, क्लिनिक का पर्चा समेत कई साक्ष्य हैं। इससे साबित होता है कि अनुष्का ने ही हेयर ट्रांसप्लांट किया है। चचिया ससुर बोले – बाद में पता चला, वो डॉक्टर ही नहीं इंजीनियर विनीत के चचिया ससुर वेद प्रकाश सिंचाई विभाग में अफसर हैं। उन्होंने बताया – पुलिस जांच में पता चला है कि अनुष्का तिवारी हेयर ट्रांसप्लांट करने की डॉक्टर ही नहीं है। उसके पति भी इसी तरह डेंटल के डॉक्टर हैं। अनुष्का का कहना है कि ट्रांसप्लांट के बाद शराब पीने से विनीत की मौत हुई है, जबकि विनीत कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाते थे। हम अस्पताल पहुंचे तो देखा कि विनीत को अस्पताल में छोड़कर महिला डॉक्टर भाग गई थी। विनीत के पास एक वार्ड बॉय बैठा था। उनके चेहरे पर सूजन थी। आंखों से वे न तो देख पा रहे थे और न ही पहचान में आ रहे थे। हमने तीन बार पूछा, तब आवाज से पहचान पाए और कहा – चाचा, प्रणाम। मेरी मांग है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अगर इसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो यह और लोगों की जान ले लेगी। अब बात महिला डॉक्टर की… डॉक्टर बोलीं – हम सिर्फ कंसल्टेंट हैं, डॉक्टर का नाम नहीं बता सकीं दैनिक भास्कर टीम इंपायर क्लिनिक पहुंची। वहां पर डॉ. अनुष्का तिवारी और उनके पति डेंटिस्ट सौरभ त्रिपाठी मिले। दोनों ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। ऑफ कैमरा अनुष्का ने बताया – हम सिर्फ कंसल्ट करते हैं, ट्रांसप्लांट किसी और डॉक्टर ने किया। उन्होंने कहा कि ट्रांसप्लांट के बाद शराब पीने की वजह से विनीत की मौत हुई है, जबकि उन्हें हिदायत दी गई थी कि शराब नहीं पीनी है। जब उनसे पूछा गया कि किस डॉक्टर ने ट्रांसप्लांट किया है, तो वह इधर-उधर देखने लगीं। उनके पति सौरभ त्रिपाठी ने कहा – हमने पुलिस को सब बता दिया है। आप इस संबंध में पुलिस से जानकारी ले सकते हैं। हम कुछ भी नहीं बता पाएंगे। 2016 से पनकी पावर प्लांट में AE थे विनीत विनीत मूल रूप से गोरखनाथ के शास्त्री पुरम के रहने वाले थे। 2016 से पनकी पावर हाउस में सहायक अभियंता (AE) थे। वह पनकी पावर हाउस ऑफिसर्स कॉलोनी में परिवार समेत रहते थे। घर में पत्नी जया और ढाई साल के जुड़वां बच्चे आर्ना और अद्वैत हैं। विनीत के पिता रामानंद दुबे का निधन हो चुका है। मां सदामती दुबे गांव में रहती हैं। दो भाई – सुजीत और नवनीत गोरखपुर में ही परिवार समेत रहते हैं। 4 फरवरी 2018 को उनकी शादी गोंडा के राधा कुंड मोहल्ला निवासी जया से हुई थी। ——————————— ये खबर भी पढ़ें :- हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान 37 साल के इंजीनियर की मौत:इंजेक्शन लगाते ही चेहरे पर सूजन आई कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इंजीनियर (AE) की मौत हो गई। पनकी पावर हाउस के AE हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए एक निजी क्लिनिक पर गए थे। डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद उनके चेहरे पर सूजन आ गई। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस पर उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कानपुर में इंजीनियर की पत्नी बोली-मुझे सरप्राइज देना चाहते थे:हेयर ट्रांसप्लांट के बाद चेहरा इतना सूज गया कि पहचान में नहीं आ रहा था
