देश में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। आज शपथ ग्रहण समारोह होना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा से 3 मंत्री बनाए जाएंगे। करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर को मोदी कैबिनेट के तीसरे कार्यकाल में जगह मिल सकती है। इसकी मुख्य वजह यह है कि हरियाणा में इसी साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चूंकि पार्टी लोकसभा में 5 सीटें हार चुकी है, इसलिए केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि हरियाणा का प्रतिनिधित्व ज्यादा हो, ताकि विधानसभा में नतीजे अच्छे रहें। हरियाणा के पूर्व CM और नवनिर्वाचित सांसद मनोहर लाल खट्टर को मंत्री पद मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि हरियाणा में गुड़गांव रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर लाल की कार्यप्रणाली की तारीफ की। वे CM पद से हटाए गए और उसके दो दिन बाद ही उनको लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। अमित शाह और रक्षा मंत्री दे चुके संकेत इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने करनाल में रैली की उसमें भी संकेत सामने आए कि मनोहर लाल के लिए कुछ और ही सोच रखा है। घरौंडा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने भाषण में स्पष्ट कर दिया था कि मनोहर लाल सिर्फ सांसद ही नहीं रहेंगे, केंद्रीय नेतृत्व ने इनके लिए बहुत बड़ा सोच रखा है। केंद्रीय नेतृत्व के तीन बड़े नेताओं के बयान सामने आए और मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट को अच्छे मार्जिन से जीतने में भी कामयाब हो गए। अब मनोहर लाल संसद तक पहुंच चुके है। अब करनाल वासियों की नजरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट पर है। आखिर कौन सा पद मनोहर लाल को मिल सकता है? दो टर्म के CM रह चुके हैं मनोहर लाल केंद्रीय नेतृत्व ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में विधानसभा का टिकट दिया था। उस समय यह भी कयास नहीं लगाए जा रहे थे कि मनोहर लाल को सीएम अपॉइंट किया जा सकता है। बीजेपी बहुमत के साथ आई और मनोहर लाल को सीएम बनाया गया। 2019 के चुनाव में गठबंधन की सरकार बनी, उसमें भी मनोहर लाल को सीएम बनाया गया। अब 2024 में मनोहर लाल को सीएम की कुर्सी से उतारकर लोकसभा का टिकट थमा दिया गया। कांग्रेस ने मनोहर लाल के सामने यूथ प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को उतारा, लेकिन दिव्यांशु 2.32 लाख वोटो से हार गए। जिसके बाद मनोहर लाल के लिए दिल्ली में संसद का रास्ता साफ हो गया और अब वे संसद में करनाल लोकसभा के मुद्दों को उठाएंगे। जिस तरह से बड़े बड़े नेताओं ने उनको कुछ ओर ही पद देने की बात कही है, वह क्या हो सकता है, वह भी लोगों के बीच जिज्ञासा का कारण बना हुआ है। सबकी निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ लगी हुई है। हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में भी मनोहर लाल का नाम आ रहा है लेकिन वह बाद की बात है और फिलहाल नजरे कौन सा मंत्री पद मिल सकता है, उस पर है। देश में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। आज शपथ ग्रहण समारोह होना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा से 3 मंत्री बनाए जाएंगे। करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर को मोदी कैबिनेट के तीसरे कार्यकाल में जगह मिल सकती है। इसकी मुख्य वजह यह है कि हरियाणा में इसी साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चूंकि पार्टी लोकसभा में 5 सीटें हार चुकी है, इसलिए केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि हरियाणा का प्रतिनिधित्व ज्यादा हो, ताकि विधानसभा में नतीजे अच्छे रहें। हरियाणा के पूर्व CM और नवनिर्वाचित सांसद मनोहर लाल खट्टर को मंत्री पद मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि हरियाणा में गुड़गांव रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर लाल की कार्यप्रणाली की तारीफ की। वे CM पद से हटाए गए और उसके दो दिन बाद ही उनको लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। अमित शाह और रक्षा मंत्री दे चुके संकेत इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने करनाल में रैली की उसमें भी संकेत सामने आए कि मनोहर लाल के लिए कुछ और ही सोच रखा है। घरौंडा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने भाषण में स्पष्ट कर दिया था कि मनोहर लाल सिर्फ सांसद ही नहीं रहेंगे, केंद्रीय नेतृत्व ने इनके लिए बहुत बड़ा सोच रखा है। केंद्रीय नेतृत्व के तीन बड़े नेताओं के बयान सामने आए और मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट को अच्छे मार्जिन से जीतने में भी कामयाब हो गए। अब मनोहर लाल संसद तक पहुंच चुके है। अब करनाल वासियों की नजरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट पर है। आखिर कौन सा पद मनोहर लाल को मिल सकता है? दो टर्म के CM रह चुके हैं मनोहर लाल केंद्रीय नेतृत्व ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में विधानसभा का टिकट दिया था। उस समय यह भी कयास नहीं लगाए जा रहे थे कि मनोहर लाल को सीएम अपॉइंट किया जा सकता है। बीजेपी बहुमत के साथ आई और मनोहर लाल को सीएम बनाया गया। 2019 के चुनाव में गठबंधन की सरकार बनी, उसमें भी मनोहर लाल को सीएम बनाया गया। अब 2024 में मनोहर लाल को सीएम की कुर्सी से उतारकर लोकसभा का टिकट थमा दिया गया। कांग्रेस ने मनोहर लाल के सामने यूथ प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को उतारा, लेकिन दिव्यांशु 2.32 लाख वोटो से हार गए। जिसके बाद मनोहर लाल के लिए दिल्ली में संसद का रास्ता साफ हो गया और अब वे संसद में करनाल लोकसभा के मुद्दों को उठाएंगे। जिस तरह से बड़े बड़े नेताओं ने उनको कुछ ओर ही पद देने की बात कही है, वह क्या हो सकता है, वह भी लोगों के बीच जिज्ञासा का कारण बना हुआ है। सबकी निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ लगी हुई है। हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में भी मनोहर लाल का नाम आ रहा है लेकिन वह बाद की बात है और फिलहाल नजरे कौन सा मंत्री पद मिल सकता है, उस पर है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में राव इंद्रजीत की नाराजगी से BJP में हलचल:शाह ने CM सैनी को कुर्सी से उठा करीब बुलाया, दूसरी तरफ जाते लड़खड़ाए मुख्यमंत्री
हरियाणा में राव इंद्रजीत की नाराजगी से BJP में हलचल:शाह ने CM सैनी को कुर्सी से उठा करीब बुलाया, दूसरी तरफ जाते लड़खड़ाए मुख्यमंत्री हरियाणा में 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत के बगावती तेवरों से BJP में हलचल मची हुई है। मंगलवार को महेंद्रगढ़ में अमित शाह पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में आए। यहां स्टेज पर ऐसा वाक्या हुआ कि जिसकी अब खूब चर्चा हो रही है। हुआ यूं कि अमित शाह स्टेज पर बैठे थे। उनके एक तरफ CM नायब सैनी और दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली बैठे थे। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत शाह के बाद चौथे नंबर पर बैठे थे। इसी दौरान शाह खड़े हुए। उन्होंने CM को दाईं और से बाईं और जाने को कहा। उसी वक्त शाह ने इशारा कर राव इंद्रजीत को अपने पास बुलाया। इतनी देर में सीएम नायब सैनी दाएं से बाईं तरफ जा रहे थे तो अचानक राव इंद्रजीत ने भी उनका हाथ पकड़कर दूसरी तरफ की ओर भेज दिया। इस पर CM नायब सैनी शाह के आगे से दूसरी तरफ जाते हुए हलके लड़खड़ाते दिखे। हालांकि बाद में वह दूसरी तरफ जाकर खड़े हो गए। इस दौरान सीएम तो खुशनुमा मूड़ में नजर आए लेकिन राव इंद्रजीत का चेहरा उतरा हुआ नजर आया। अब इस वीडियो को लेकर विरोधी सोशल मीडिया पर खूब चुटकियां ले रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज राव
राव इंद्रजीत केंद्र में तीसरी बार केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं। वह खुद भी कह चुके हैं कि मैं इतिहास में ऐसा नेता हूं, जिसने केंद्र में राज्य मंत्री बनने का रिकॉर्ड बना दिया है। राव इंद्रजीत को मोदी 3.0 सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था। इसके बाद से उनकी नाराजगी कई मौकों पर सामने आ चुकी है। खट्टर की वजह से ज्यादा नाराजगी
राव इंद्रजीत से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हरियाणा से इस बार केंद्र में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। खट्टर पहली बार ही लोकसभा में चुने गए हैं। इसके बावजूद उन्हें सीधे केंद्रीय मंत्री बना दिया गया। वहीं राव इंद्रजीत 6 बार के सांसद हैं। इसी वजह से उनका दर्द ज्यादा छलक रहा है। CM कुर्सी की दावेदारी शाह के ऐलान से खारिज हुई
राव इंद्रजीत केंद्र में राज्य मंत्री बनाए जाने के बाद हरियाणा के अगले सीएम की कुर्सी पर दावेदारी जता रहे थे। उन्होंने अपने इरादे लोकसभा चुनाव में जीतकर स्पष्ट कर दिए थे। हालांकि कुछ दिन पहले पंचकूला में अमित शाह ने ऐलान कर दिया कि अगला चुनाव नायब सैनी की अगुआई में लड़ेंगे। इससे साफ हो गया कि अगर तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी तो फिर सीएम नायब सैनी ही होंगे। खुद राव इंद्रजीत ने भी सीएम कुर्सी की दावेदारी पर कहा था कि अमित शाह नायब सैनी का ऐलान कर चुके हैं। राव कह चुके, राज्य सरकार का रास्ता अहीरवाल से जाता है
इससे पहले राव इंद्रजीत हिसार में कह चुके हैं कि हरियाणा में सरकार का रास्ता अहीरवाल से जाता है। 2014 में अहीरवाल की वजह से ही भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था।
हरियाणा में BJP ने विधायक दल की मीटिंग बुलाई:विधायक दल का नेता चुना जाएगा; सभी भाजपा MLA को 2 दिन चंडीगढ़ में रहने के निर्देश
हरियाणा में BJP ने विधायक दल की मीटिंग बुलाई:विधायक दल का नेता चुना जाएगा; सभी भाजपा MLA को 2 दिन चंडीगढ़ में रहने के निर्देश हरियाणा में भाजपा ने 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग बुला ली है। मीटिंग में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। मीटिंग में विधायकों के अलावा केंद्रीय ऑब्जर्वर भी मौजूद रहेंगे। केंद्रीय नेतृत्व जल्द इसके लिए ऑब्जर्वर की नियुक्ति करेगा। कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी का विधायक दल का नेता चुना जाना तय है। इसके बाद वह राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। नए मुख्यमंत्री 17 अक्टूबर को पंचकूला के परेड ग्राउंड में शपथ लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली ने सभी विधायकों को 16 और 17 अक्टूबर को चंडीगढ़ में मौजूद रहने को कहा है। सभी विधायकों की MLA हॉस्टल में रुकने की व्यवस्था की गई है। बैठक में प्रदेशाध्यक्ष रखेंगे विधायक दल के नेता का नाम भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली मीटिंग में सबसे पहले तीसरी बार भाजपा सरकार बनने पर सभी विधायकों को जीत की बधाई देंगे। इसके बाद वह बैठक में विधायक दल के नेता का प्रस्ताव रखेंगे। विधायकों के समर्थन के बाद विधायक दल के नेता का चयन कर लिया जाएगा। चर्चा है कि मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल होगा, इसकी चर्चा भी मीटिंग में ही की जा सकती है। पहले दिन यह विधायक ले सकते हैं शपथ
समारोह में नायब सैनी के साथ विपुल गोयल, महीपाल ढांडा, कृष्ण बेदी, कृष्णलाल पंवार, रणबीर गंगवा, सुनील सांगवान, बिमला चौधरी, लक्ष्मण यादव, अरविंद शर्मा और श्याम सिंह राणा शपथ ले सकते हैं। खबर लगातार अपडेट की जा रही है…
करनाल में करंट लगने से व्यक्ति की मौत:कूलर का तार ठीक करते समय हादसा, 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
करनाल में करंट लगने से व्यक्ति की मौत:कूलर का तार ठीक करते समय हादसा, 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया हरियाणा के करनाल के उपलाना गांव में करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। व्यक्ति घर में कूलर का तार जोड़ रहा था। तभी उसे करंट लग गया और परिजन उसे असंध के सरकारी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक चार बच्चों का पिता था। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घर पर मेहमान थे मृतक की पहचान 35 वर्षीय संदीप कुमार पुत्र प्रेम सिंह निवासी उपलाना के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि बीती रात संदीप के घर पर मेहमान आए हुए थे। मेहमान बाहर गर्मी में बैठे थे, कूलर काम नहीं कर रहा था, तभी संदीप ने कूलर का तार ठीक किया और फिर उसके बाद जब उसने तार को सर्किट बोर्ड में लगाया तो उसे जोरदार करंट का झटका लगा। वह खुद को बिजली की चपेट से हटा नहीं कर पा रहा था। उसने बाहर जाकर बिजली की लाइन बंद कर दी। संदीप की हालत बहुत खराब हो चुकी थी। उसे असंध के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चार बच्चों का पिता था मृतक परिजनों ने बताया कि संदीप दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था और उसके परिवार में तीन लड़कियां और एक लड़का है। जो काफी छोटे है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस जुटी जांच में असंध थाना के जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।