करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या:35 लाख का लोन लेकर भेजा था अमेरिका, न्यूयॉर्क में चलाता था डोर डेस्क

करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या:35 लाख का लोन लेकर भेजा था अमेरिका, न्यूयॉर्क में चलाता था डोर डेस्क

करनाल जिले के निसिंग गांव के एक युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम मोनू वर्मा है, जिसे करीब ढाई साल पहले उसके परिजनों ने रिश्तेदारों से 35 लाख रुपये कर्ज लेकर डंकी से अमेरिका भेजा था और अब वह वहां डोर डेस्क ऑपरेटर का काम कर रहा था। बीती रात वह काम से घर लौट रहा था। इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। डोर डेस्क का करता था काम निसिंग के सराफा बाजार निवासी पिता पवन कुमार वर्मा ने बताया कि मोनू ढाई साल पहले अमेरिका गया था। वहां वह डेल्फिया न्यूयॉर्क में रहता था और डोर डेस्क का काम करता था। हमें 12 जुलाई की रात को करीब 10 बजे पता चला कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेरे बेटे के पास ही एक लड़का रहता है, उसी ने कॉल करके बताया कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहां पर गोलीबारी हुई है जिसमें कई लोगों की जान गई है। जिसमें मोनू भी शामिल थे। पांच बहन भाइयों में सबसे छोटा था मोनू पिता ने बताया कि मेरे पांच बच्चे हैं। तीन लड़कियां और दो लड़के हैं। मोनू सबसे छोटा लड़का था। मैने बैंक से लोन लेकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर मोनू को अमेरिका भेजा था। उसकी भी भरपाई नहीं हो पाई थी और वह कर्ज भी लौटाना है। बेटा भी नहीं रहा और अब उसकी बॉडी भारत लाने के लिए आर्थिक तंगी आड़े आ रही है। भाई की शादी में 8 साल का था मोनू ​​​​​​​मोनू के भाई सोनू ने बताया कि मेरी शादी के समय मोनू 8 साल का था और मेरा सबसे लाड़ला भाई था। वह मेरे से 12 साल छोटा है। हम अपने भाई को भारत में लाकर अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। पुर्तगाल में हो चुका था पक्का ​​​​​​​मोनू के दोस्त संजीव ने बताया कि पहले वह पुर्तगाल में गया था और वहां पर पक्का हो चुका था, उसके बाद वह अमेरिका चला गया था। अमेरिका में हर दिन कोई न कोई घटना होती रहती है। सरकार से प्रार्थना है कि वहां पर ठोस कदम उठाए और यहां की सरकार से भी अपील है कि सरकार इस परिवार की मदद करे, ताकि शव भारत लाया जा सके। करनाल जिले के निसिंग गांव के एक युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम मोनू वर्मा है, जिसे करीब ढाई साल पहले उसके परिजनों ने रिश्तेदारों से 35 लाख रुपये कर्ज लेकर डंकी से अमेरिका भेजा था और अब वह वहां डोर डेस्क ऑपरेटर का काम कर रहा था। बीती रात वह काम से घर लौट रहा था। इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। डोर डेस्क का करता था काम निसिंग के सराफा बाजार निवासी पिता पवन कुमार वर्मा ने बताया कि मोनू ढाई साल पहले अमेरिका गया था। वहां वह डेल्फिया न्यूयॉर्क में रहता था और डोर डेस्क का काम करता था। हमें 12 जुलाई की रात को करीब 10 बजे पता चला कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेरे बेटे के पास ही एक लड़का रहता है, उसी ने कॉल करके बताया कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहां पर गोलीबारी हुई है जिसमें कई लोगों की जान गई है। जिसमें मोनू भी शामिल थे। पांच बहन भाइयों में सबसे छोटा था मोनू पिता ने बताया कि मेरे पांच बच्चे हैं। तीन लड़कियां और दो लड़के हैं। मोनू सबसे छोटा लड़का था। मैने बैंक से लोन लेकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर मोनू को अमेरिका भेजा था। उसकी भी भरपाई नहीं हो पाई थी और वह कर्ज भी लौटाना है। बेटा भी नहीं रहा और अब उसकी बॉडी भारत लाने के लिए आर्थिक तंगी आड़े आ रही है। भाई की शादी में 8 साल का था मोनू ​​​​​​​मोनू के भाई सोनू ने बताया कि मेरी शादी के समय मोनू 8 साल का था और मेरा सबसे लाड़ला भाई था। वह मेरे से 12 साल छोटा है। हम अपने भाई को भारत में लाकर अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। पुर्तगाल में हो चुका था पक्का ​​​​​​​मोनू के दोस्त संजीव ने बताया कि पहले वह पुर्तगाल में गया था और वहां पर पक्का हो चुका था, उसके बाद वह अमेरिका चला गया था। अमेरिका में हर दिन कोई न कोई घटना होती रहती है। सरकार से प्रार्थना है कि वहां पर ठोस कदम उठाए और यहां की सरकार से भी अपील है कि सरकार इस परिवार की मदद करे, ताकि शव भारत लाया जा सके।   हरियाणा | दैनिक भास्कर