पाक की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहा पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब के एक्साइज विभाग और शराब ठेकेदारों को धमकी दी है। हरविंदर रिंदा ने धमकी दी है कि ये लोग अपना बचाव कर लें, किसी को भी बारूद से उड़ाया जा सकता है। इसे लेकर एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आया है। ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। जिसमें उसने पंजाब में हालिया हिंसा और ठेकों पर हमलों को लेकर सीधी चेतावनी दी है। जिसमें वह पहले दी गई चेतावनियों का हवाला दे रहा है और कह रहा है कि इससे अगली कार्रवाई और बड़ी होगी। सुरक्षा संस्थाओं के लिए यह बयान चिंताजनक है क्योंकि इसमें ठेकेदारों, ठेकों पर काम करने वाले कर्मचारियों और एक्साइज विभाग के कर्मियों को टारगेट करने की धमकी दी गई है। उक्त रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद से विभाग और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। ये पूरी रिकॉर्डिंग करीब 4.35 मिनट की है। 7 पॉइंट में रिंदा की कथित रिकॉर्डिंग की बातें… कौन है आतंकी रिंदा? हरविंदर सिंह रिंदा खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में एक्टिव भूमिका निभाता है और अमेरिका स्थित “हैप्पी पासिया” के साथ मिलकर नया आतंकवादी नेटवर्क बना चुका है। उसकी मौत की 2022 में अफवाहें फैली थीं, जिसमें बताया गया था कि वह किडनी फेल या ड्रग ओवरडोज से मारा गया है, लेकिन यह पुष्टि नहीं हुई। वह अब भी पाकिस्तान के लाहौर में छिपा हुआ है और भारत सरकार तथा इंटरपोल उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। बेंगलुरू में पुलिस के हाथ से निकल गया पुलिस ने जब सख्ती शुरू की तो रिंदा चंडीगढ़ से फरार हो गए था। वर्ष 2017 में पंजाब पुलिस को इनपुट मिला कि रिंदा बेंगलुरू में अपनी पत्नी के साथ एक होटल में ठहरा है। इस इनपुट के आधार पर पंजाब पुलिस ने होटल में रेड की तो रिंदा कमरे की खिड़की से निकलकर भाग गया था। पुलिस ने रिंदा की पत्नी को होटल से गिरफ्तार कर लिया। मगर रिंदा अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बेंगलुरु में पंजाब पुलिस के हाथों से निकल जाने के बाद रिंदा समझ गया कि उसके लिए भारत में कहीं भी छिपना मुश्किल है। इसी वजह से उसने पाकिस्तान में बैठे खालिस्तान समर्थकों से संपर्क साधा और नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भाग गया। वहां पहुंचकर उसने खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के इंडिया हैड के रूप में काम शुरू कर दिया। पाक की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहा पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब के एक्साइज विभाग और शराब ठेकेदारों को धमकी दी है। हरविंदर रिंदा ने धमकी दी है कि ये लोग अपना बचाव कर लें, किसी को भी बारूद से उड़ाया जा सकता है। इसे लेकर एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आया है। ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। जिसमें उसने पंजाब में हालिया हिंसा और ठेकों पर हमलों को लेकर सीधी चेतावनी दी है। जिसमें वह पहले दी गई चेतावनियों का हवाला दे रहा है और कह रहा है कि इससे अगली कार्रवाई और बड़ी होगी। सुरक्षा संस्थाओं के लिए यह बयान चिंताजनक है क्योंकि इसमें ठेकेदारों, ठेकों पर काम करने वाले कर्मचारियों और एक्साइज विभाग के कर्मियों को टारगेट करने की धमकी दी गई है। उक्त रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद से विभाग और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। ये पूरी रिकॉर्डिंग करीब 4.35 मिनट की है। 7 पॉइंट में रिंदा की कथित रिकॉर्डिंग की बातें… कौन है आतंकी रिंदा? हरविंदर सिंह रिंदा खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में एक्टिव भूमिका निभाता है और अमेरिका स्थित “हैप्पी पासिया” के साथ मिलकर नया आतंकवादी नेटवर्क बना चुका है। उसकी मौत की 2022 में अफवाहें फैली थीं, जिसमें बताया गया था कि वह किडनी फेल या ड्रग ओवरडोज से मारा गया है, लेकिन यह पुष्टि नहीं हुई। वह अब भी पाकिस्तान के लाहौर में छिपा हुआ है और भारत सरकार तथा इंटरपोल उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। बेंगलुरू में पुलिस के हाथ से निकल गया पुलिस ने जब सख्ती शुरू की तो रिंदा चंडीगढ़ से फरार हो गए था। वर्ष 2017 में पंजाब पुलिस को इनपुट मिला कि रिंदा बेंगलुरू में अपनी पत्नी के साथ एक होटल में ठहरा है। इस इनपुट के आधार पर पंजाब पुलिस ने होटल में रेड की तो रिंदा कमरे की खिड़की से निकलकर भाग गया था। पुलिस ने रिंदा की पत्नी को होटल से गिरफ्तार कर लिया। मगर रिंदा अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बेंगलुरु में पंजाब पुलिस के हाथों से निकल जाने के बाद रिंदा समझ गया कि उसके लिए भारत में कहीं भी छिपना मुश्किल है। इसी वजह से उसने पाकिस्तान में बैठे खालिस्तान समर्थकों से संपर्क साधा और नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भाग गया। वहां पहुंचकर उसने खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के इंडिया हैड के रूप में काम शुरू कर दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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डीएसपी ने आगे कहा कि आरोपियों ने उन्हें अपहरण करने से पहले कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने के लिए फोन किया था। नंबरों को ट्रेस करते हुए पुलिस ने आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से वेब चैनलों के पहचान पत्र भी बरामद किए हैं।
