बिहार चुनाव: नामांकन के तुरंत बाद अरेस्ट हुए तेजस्वी यादव के उम्मीदवार सत्येंद्र साह, हैरान रह गए समर्थन

<p style=”text-align: justify;”>बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है. सासाराम सीट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी सत्येंद्र साह को सोमवार (20 अक्टूबर) को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया. यह गिरफ्तारी झारखंड पुलिस ने एक पुराने आपराधिक मामले के सिलसिले में की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र साह जैसे ही क्षेत्राधिकारी (सीओ) कार्यालय पहुंचे और नामांकन प्रक्रिया पूरी की, झारखंड पुलिस की एक टीम वहां पहुंच गई और उनके खिलाफ लंबित गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) को तामील किया. इस कार्रवाई से राजद समर्थक पूरी तरह हैरान रह गए. गिरफ्तारी की खबर फैलते ही इलाके में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>बैंक लूटकांड के आरोपी सत्येंद्र साह गिरफ्तार</h3>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड पुलिस के अनुसार, सत्येंद्र साह वर्ष 2004 में गढ़वा जिले के चिरौंजिया मोड़ पर हुए बैंक लूटकांड के आरोपी हैं. गढ़वा सदर थाना प्रभारी सुनील तिवारी ने बताया कि इस मामले में 2018 में उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया गया था. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक लूट, डकैती और शस्त्र अधिनियम उल्लंघन से जुड़े 20 से अधिक मामले विभिन्न थानों में उनके खिलाफ दर्ज हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>बिहार में दो चरणों में होने हैं चुनाव</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव होने हैं – पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी. चुनावी माहौल में नामांकन के दिन ही किसी उम्मीदवार की गिरफ्तारी ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह मामला &lsquo;इंडिया&rsquo; गठबंधन के प्रत्याशियों की गिरफ्तारी का तीसरा मामला है. इससे पहले भाकपा (माले) लिबरेशन के दो उम्मीदवार भोरे से जितेंद्र पासवान और दरौली से सत्यदेव राम को भी नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तार किया गया था.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की बताया साजिश</h3>
<p style=”text-align: justify;”>इन लगातार हो रही गिरफ्तारियों को लेकर विपक्ष ने सत्ताधारी गठबंधन पर निशाना साधा है. भाकपा (माले) लिबरेशन ने अपने बयान में कहा कि हम कॉमरेड जितेंद्र पासवान और कॉमरेड सत्यदेव राम की राजनीतिक रूप से प्रेरित गिरफ्तारियों की कड़ी निंदा करते हैं. उन्हें नामांकन केंद्र के बाहर झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया, जो यह दिखाता है कि राजग नेताओं में जनता के बढ़ते गुस्से और बदलाव की मांग से भय व्याप्त है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजद और भाकपा (माले) दोनों ही दलों ने इसे चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश बताया है, जबकि प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई है. फिलहाल सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी ने सासाराम सीट को बिहार चुनाव की सुर्खियों में ला दिया है.</p> <p style=”text-align: justify;”>बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है. सासाराम सीट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी सत्येंद्र साह को सोमवार (20 अक्टूबर) को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया. यह गिरफ्तारी झारखंड पुलिस ने एक पुराने आपराधिक मामले के सिलसिले में की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र साह जैसे ही क्षेत्राधिकारी (सीओ) कार्यालय पहुंचे और नामांकन प्रक्रिया पूरी की, झारखंड पुलिस की एक टीम वहां पहुंच गई और उनके खिलाफ लंबित गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) को तामील किया. इस कार्रवाई से राजद समर्थक पूरी तरह हैरान रह गए. गिरफ्तारी की खबर फैलते ही इलाके में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>बैंक लूटकांड के आरोपी सत्येंद्र साह गिरफ्तार</h3>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड पुलिस के अनुसार, सत्येंद्र साह वर्ष 2004 में गढ़वा जिले के चिरौंजिया मोड़ पर हुए बैंक लूटकांड के आरोपी हैं. गढ़वा सदर थाना प्रभारी सुनील तिवारी ने बताया कि इस मामले में 2018 में उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया गया था. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक लूट, डकैती और शस्त्र अधिनियम उल्लंघन से जुड़े 20 से अधिक मामले विभिन्न थानों में उनके खिलाफ दर्ज हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>बिहार में दो चरणों में होने हैं चुनाव</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव होने हैं – पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी. चुनावी माहौल में नामांकन के दिन ही किसी उम्मीदवार की गिरफ्तारी ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह मामला &lsquo;इंडिया&rsquo; गठबंधन के प्रत्याशियों की गिरफ्तारी का तीसरा मामला है. इससे पहले भाकपा (माले) लिबरेशन के दो उम्मीदवार भोरे से जितेंद्र पासवान और दरौली से सत्यदेव राम को भी नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तार किया गया था.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की बताया साजिश</h3>
<p style=”text-align: justify;”>इन लगातार हो रही गिरफ्तारियों को लेकर विपक्ष ने सत्ताधारी गठबंधन पर निशाना साधा है. भाकपा (माले) लिबरेशन ने अपने बयान में कहा कि हम कॉमरेड जितेंद्र पासवान और कॉमरेड सत्यदेव राम की राजनीतिक रूप से प्रेरित गिरफ्तारियों की कड़ी निंदा करते हैं. उन्हें नामांकन केंद्र के बाहर झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया, जो यह दिखाता है कि राजग नेताओं में जनता के बढ़ते गुस्से और बदलाव की मांग से भय व्याप्त है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजद और भाकपा (माले) दोनों ही दलों ने इसे चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश बताया है, जबकि प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई है. फिलहाल सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी ने सासाराम सीट को बिहार चुनाव की सुर्खियों में ला दिया है.</p>  बिहार दिवाली पर बेहद खराब हुई दिल्ली की हवा, जमकर फोड़े गए पटाखे, जानें कितना पहुंचा AQI?