पंजाब के तरनतारन में 180 ईटीटी अध्यापकों ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ ‘पोल खोल’ रैली का आयोजन किया। अध्यापकों ने सरकार पर अपने वादे पूरे न करने और मुद्दों को लगातार टालने का आरोप लगाया। यह विरोध प्रदर्शन लंबित मुद्दों और 180 ईटीटी अध्यापकों की सेवा समाप्ति के विरोध में किया गया। रैली में शामिल अध्यापक सबसे पहले स्थानीय गांधी पार्क में एकत्रित हुए, जहां उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद, शहर की गलियों और बाजारों में सरकार की नीतियों का खुलासा करने वाले पर्चे बांटे गए और लोगों को जागरूक करने के लिए दीवारों पर पोस्टर लगाए गए। सरकार नहीं कर रही समस्या का समाधान : ठाकुर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा यूनियन के साथ लगातार की जा रही पैरवी इस रैली का मुख्य कारण है। ठाकुर ने याद दिलाया कि सरकार बनने से पहले चीमा ने धरने पर आकर 180 मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का वादा किया था। हालांकि, सरकार के साढ़े तीन साल पूरे होने के बावजूद इन मुद्दों का समाधान नहीं हुआ है और उन्हें लगातार टाला जा रहा है। महासचिव सोहन सिंह बरनाला ने बताया कि पिछले पांच सालों से 180 ईटीटी अध्यापकों की सेवा बिना किसी ठोस कारण के समाप्त कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव द्वारा लिखित में रिपोर्ट तैयार करने और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की गलतियों को उजागर करने के बावजूद वित्त मंत्री इस मुद्दे का समाधान नहीं कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार ना देने का आरोप भाईचारा संगठनों के नेताओं ने सरकार पर विभिन्न वर्गों से किए गए वादों, जैसे माताओं-बहनों को 1000 रुपए देने, बेरोजगारों को नौकरी देने और किसानों को एमएसपी प्रदान करने, को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में तरनतारन हलके में बड़े स्तर पर गुप्त कार्रवाई की जाएगी और गांवों में जाकर सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोगों को सरकार की गलत नीतियों से अवगत कराया जा सके। इस रैली में राज्य अध्यक्ष कमल ठाकुर और महासचिव सोहन सिंह बरनाला सहित कई नेता उपस्थित थे। पंजाब के तरनतारन में 180 ईटीटी अध्यापकों ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ ‘पोल खोल’ रैली का आयोजन किया। अध्यापकों ने सरकार पर अपने वादे पूरे न करने और मुद्दों को लगातार टालने का आरोप लगाया। यह विरोध प्रदर्शन लंबित मुद्दों और 180 ईटीटी अध्यापकों की सेवा समाप्ति के विरोध में किया गया। रैली में शामिल अध्यापक सबसे पहले स्थानीय गांधी पार्क में एकत्रित हुए, जहां उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद, शहर की गलियों और बाजारों में सरकार की नीतियों का खुलासा करने वाले पर्चे बांटे गए और लोगों को जागरूक करने के लिए दीवारों पर पोस्टर लगाए गए। सरकार नहीं कर रही समस्या का समाधान : ठाकुर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा यूनियन के साथ लगातार की जा रही पैरवी इस रैली का मुख्य कारण है। ठाकुर ने याद दिलाया कि सरकार बनने से पहले चीमा ने धरने पर आकर 180 मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का वादा किया था। हालांकि, सरकार के साढ़े तीन साल पूरे होने के बावजूद इन मुद्दों का समाधान नहीं हुआ है और उन्हें लगातार टाला जा रहा है। महासचिव सोहन सिंह बरनाला ने बताया कि पिछले पांच सालों से 180 ईटीटी अध्यापकों की सेवा बिना किसी ठोस कारण के समाप्त कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव द्वारा लिखित में रिपोर्ट तैयार करने और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की गलतियों को उजागर करने के बावजूद वित्त मंत्री इस मुद्दे का समाधान नहीं कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार ना देने का आरोप भाईचारा संगठनों के नेताओं ने सरकार पर विभिन्न वर्गों से किए गए वादों, जैसे माताओं-बहनों को 1000 रुपए देने, बेरोजगारों को नौकरी देने और किसानों को एमएसपी प्रदान करने, को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में तरनतारन हलके में बड़े स्तर पर गुप्त कार्रवाई की जाएगी और गांवों में जाकर सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोगों को सरकार की गलत नीतियों से अवगत कराया जा सके। इस रैली में राज्य अध्यक्ष कमल ठाकुर और महासचिव सोहन सिंह बरनाला सहित कई नेता उपस्थित थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पाकिस्तानी डॉन ने बढ़ाई पंजाबी SHO की मुश्किलें,VIDEO:भट्टी बोला- मैंने कॉल नहीं की; महिला को ‘क्यों तड़पाई जांदी’ कहकर अकेले बुलाया था पंजाब के जालंधर में रेप पीड़िता और सस्पेंड किए गए फिल्लौर एसएचओ भूषण के मामले से जुड़ा विवाद अब और गहराता जा रहा है। एसएचओ भूषण कुमार, जिन्होंने कुछ दिन पहले पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी से धमकी मिलने का दावा किया था और कहा था कि रेप पीड़िता का पाक एजेंसियों से लिंक है। मगर, अब खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। इसका कारण है कि शहजाद भट्टी की एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई है, जिसमें वह साफ कहता सुनाई दे रहा है कि उसने न तो किसी भारतीय पुलिस अधिकारी को कॉल की है और न ही किसी को धमकी दी है। भट्टी ने कहा कि यह सब मनगढ़ंत कहानी है, जो केवल अपने बचाव के लिए गढ़ी गई है। पाकिस्तानी गैंगस्टर ने यह भी आरोप लगाया कि भूषण कुमार ने खुद ही फोन कॉल को प्लांट करवाया है, ताकि मामले की दिशा बदली जा सके। भट्टी ने यह भी कहा कि यदि वह किसी को कॉल करता, तो अपने असली नंबर से करता, क्योंकि उसकी आवाज और बोलने का तरीका सब जानते हैं। बता दें एसएचओ भूषण कुमार को रेप पीड़िता की मां को अकेले थाने बुलाने के मामले में सस्पेंड किया गया है। महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल के हस्तक्षेप के बाद भूषण कुमार पर उनके ही फिल्लौर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जालंधर देहात के एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने इसकी पुष्टि की है। इस मामले की जांच तो चल ही रही है, अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पाकिस्तानी डॉन के नाम से दी गई धमकी कॉल असली थी या सिर्फ एक ड्रामा रचा गया था। अब जानिए कॉल रिकॉर्डिंग में क्या कहा गया… पाकिस्तान डॉन शहजाद भट्टी द्वारा जारी की गई रिकॉर्डिंग में कहा गया है कि ये जो बंदा है, भारत में किसी थाने का एसएचओ है, मुझ पर आरोप लगा रहा है कि मैंने धमकी दी है। ये सभी बातें गलत है। मैं न तो उक्त एसएचओ को जानता हूं और ना ही मुझे उसका नाम पता है। न मैंने और ना ही मेरे किसी बंदे ने एसएचओ को कॉल की है। भट्टी ने कहा- मैंने अपने तौर पर पता करवाया है, मुझे पता चला है कि ये प्लांट की गई फोन कॉल है। इसकी अच्छे से जांच हो, एसएचओ ने खुद ये कॉल किसी से करवाई है। दूसरी बात अगर मुझे कॉल करनी भी है, तो मैं अपने खुद के नंबर से कॉल करता हूं। मेरी आवाज का सबको पता है कि मैं कैसे बोलता हूं। उक्त फोन कॉल में तो आवाज भी मेरी नहीं है। ये बिना वजह मेरे पर इल्जाम नहीं लगाएं कि मैंने कुछ करवाया है। मैं जो भी चीजें करवाता हूं, सबके सामने उसकी जिम्मेदारी लेता हूं। 4 पॉइंट्स में जानिए पूरा विवाद जरनैल सिंह बोले- एसएचओ खुद पाकिस्तान से काल करवा रहा
लोक इंसाफ मंच के प्रमुख जरनैल सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से जो कॉल आ रहे हैं, वो एसएचओ खुद करवा रहे हैं। लोक इंसाफ मंच हिंदू-सिख एकता का प्रतीक है। होशियारपुर में बच्चे के कत्ल का मामला सबसे पहले हमने उठाया था। इसके बाद किसी ने मेरा नाम गलत उछाल दिया। कुछ निहंग जत्थेबंदियों को ये संदेश पहुंचा दिया कि मैं पंजाब में प्रवासियों के पक्ष में हूं। इसके बाद मुझे सोधा लगाने की धमकियां आने लगीं। एसएचओ के मामले के बाद तो और भी खतरा बढ़ गया है। मैं पुलिस कमिश्नर से मिलकर सुरक्षा की मांग करुंगा। ये लोग कुछ भी करवा सकते हैं। पीड़िता की रिकॉर्डिंग में जानिए एसएचओ ने क्या कहा… एसएचओ- हैलो, कित्थे रेह गई (हैलो, कहां रह गई)
पीड़िता- हुण रात हो गई। बाहर हनेरा ए, मैं दवाई लैण जाणा, ताया जी नी आए (अभी रात हो गई। अंधेरा है। मैं दवाई लानी है। ताया जी नहीं आए।) एसएचओ- शायद, आउंदे ही होणे (शायद, वो आते होंगे।)
पीड़िता- हांजी, औंदे होणे (हांजी आते होंगे)। कॉल की थी उनको। एसएचओ- कल्ली आवेंगी तूं (तू अकेली आएगी।)
पीड़िता- देखदी आं, सिस्टर नाल औंदी आं (देखती हूं, सिस्टर के साथ आती हूं।) एसएचओ- आ जा (आ जाओ।)
पीड़िता- हां, औंदी आं (हां आती हूं।) एसएचओ- क्यो तड़पाई जांदी (क्यों तड़पा रहे हो)
पीड़िता- मैंनू कमजोरी आई ए, ड्रिप वी लगवाउणी (मुझे कमजोरी आई है, ड्रिप लगवानी है) एसएचओ- जल्दी आ जा (जल्दी आ जा) पीड़िता- तुसी ठाणे च ई ओ (आप थाने में हो)
एसएचओ- नईं कमरे च आं (नहीं रूम में हूं) पीड़िता- तुहाडा कमरा कित्थे आ (आपका रूम कहां है)
एसएचओ- नवांशहर अड्डे दे कोल ए (नवांशहर अड्डे के पास है)। पहला रोड, राइट साइड, बॉय स्कूल। पीड़िता- गर्ल्स स्कूल दे कोल (गर्ल्स स्कूल के पास)
एसएचओ- नईं-नईं, उदर नीं जाणा (नहीं, वहां नहीं जाना है।) पीड़िता- कित्थे, जित्थे अमरजीत ट्रैवल ए (कहां, जहां अमरजीत ट्रैवल है)
एसएचओ- लागे सैलून ए ते लोहे दियां पौड़ियां ने (वहां सैलून है, लोहे की सीढ़ियां हैं) पीड़िता- मैं उस साइड नीं आई कदे (मैं आई नहीं उस साइड कभी)
एसएचओ- चल आजा, जल्दी आ जा (चलो, आ जाओ, जल्दी आ जाओ) —————————— एसएचओ भूषण कुमार से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें पंजाब पुलिस के SHO की नई कॉल रिकॉर्डिंग:बोला- हैलो, कित्थे रेह गई, क्यों तड़पाई जांदी, जल्दी आ जा; बेटी से रेप केस में मिली थी पंजाब में जालंधर के फिल्लौर थाने के SHO भूषण कुमार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। भूषण को पहले ही रेप पीड़िता की मां को अकेले थाने में बुलाने के आरोप में सस्पेंड किया जा चुका है। इस मामले में अब 2 और पीड़िता सामने आई हैं, जिन्होंने पंजाब महिला कमीशन को SHO की बातचीत की रिकॉर्डिंग सौंपी है। (पूरी खबर पढ़ें)
