आम आदमी पार्टी (AAP) के तरनतारन हलके से उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग द्वारा सिख बच्चों के केस (जूड़े) का मजाक उड़ाने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। संधू ने कहा कि यह घटना पूरे सिख समुदाय के लिए बेहद अपमानजनक है और इससे सिखों की धार्मिक भावनाओं को गहरा ठेस पहुंची है।
संधू ने कहा कि केस और जूड़े गुरु साहिबान द्वारा बख्शे गए पवित्र ककार हैं, जो सिखों की असली पहचान हैं। राजा वड़िंग द्वारा इनका मजाक उड़ाना कांग्रेस की पुरानी सिख विरोधी मानसिकता का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई नेता अक्सर सिख गुरु साहिबान और पंथक शख्सियतों के बारे में गलत बातें बोलकर सिखों के दिलों को दुख पहुंचाते रहे हैं, और यह बर्दाश्त से बाहर है।
हरमीत सिंह संधू ने श्री अकाल तख्त साहिब से अपील की कि वे इस मामले का सख्त नोटिस लें। उन्होंने कहा कि जब तक राजा वड़िंग इस शर्मनाक हरकत के लिए माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें सामाजिक रूप से बहिष्कृत किया जाना चाहिए।
संधू ने भरोसा जताया कि तरनतारन के समझदार वोटर आने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की इस सिख विरोधी सोच को करारा जवाब देंगे।
हरमीत सिंह संधू की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब सिख समुदाय में धार्मिक भावनाओं को लेकर काफी संवेदनशीलता बनी हुई है। उनका कहना है कि सिख पहचान और ककारों का मजाक उड़ाना किसी भी सिख के लिए स्वीकार्य नहीं है, और कांग्रेस को इस मामले में जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।


