हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन में कांग्रेस और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को कहा कि कल मैंने विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा का स्वागत किया। उन्होंने भावुक होकर कहा कि उन्होंने पहले कभी किसी विपक्ष के नेता का इस तरह स्वागत होते नहीं देखा। लेकिन दो घंटे से भी कम समय बाद विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव ले आया।
हुड्डा पर सीएम ने कसा तंज
इसलिए मैंने अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को ध्यान से पढ़ा। जब मैंने उसे पढ़ा तो मैंने देखा कि उस पर विपक्ष के नेता के दस्तखत नहीं थे। या तो हमारे विपक्ष के नेता अभी भी खुद को विपक्ष का हिस्सा नहीं मानते। शायद कांग्रेस को उन पर भरोसा नहीं है।
सीएम ने सदन में हुड्डा के लिए बजवाई तालियां
इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सत्ताधारी बीजेपी ने भूपिंदर सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल (CLP) के नेता के रूप में फिर से नियुक्त किए जाने का स्वागत किया। जिस बात ने कांग्रेस के विधायकों को हैरान कर दिया, वह यह थी कि भगवा रंग की पगड़ी पहने मुख्यमंत्री सैनी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के विपक्ष के नेता के रूप में लौटने पर सदन में तालियां बजवाईं। हुड्डा को यह कहते हुए सुना गया कि मैं पहली बार विपक्ष का नेता नहीं बना हूं और उन्होंने सैनी के इस कदम को एक नई परंपरा बताया।
हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद सदन में अपने लगभग सात मिनट के भाषण के दौरान सैनी ने कहा कि एक साल के इंतजार के बाद आखिरकार सदन को विपक्ष का नेता मिल गया है। सैनी ने कहा कि राजनीतिक मतभेद लोकतंत्र की आत्मा हैं। हुड्डा चार बार सांसद, छह बार विधायक और दो बार पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके पास बहुत अनुभव है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हुड्डा जैसे अनुभवी नेता के होने से विधानसभा की कार्यवाही अधिक सार्थक और रचनात्मक होगी।



