हिमाचल से संबंध रखने वाले कैबिनेट मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय दिया है। जेपी नड्डा साल 2014 से 2019 तक भी NDA-1 सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। केंद्रीय सरकार में नड्डा दूसरी बार हेल्थ मिनिस्टर बने हैं। इससे पहले 1998 में हिमाचल की प्रेम कुमार धूमल सरकार में भी नड्डा हैल्थ मिनिस्टर रह चुके हैं। नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय मिलने के बाद हिमाचल के ऊना के मलाहत में प्रस्तावित मिनी सेटेलाइट पीजीआई सेंटर के पांच साल से लटके प्रोजेक्ट के जल्द पूरा होने और चार ट्रॉमा सेंटर का शीघ्र निर्माण की आस बंध गई है। बता दें कि पांच साल नड्डा ने बतौर केंद्रीय मंत्री मलाहत में 480 करोड़ की लागत से बनने प्रस्तावित मिनी सेटेलाइट PGI सेंटर की आधारशीला रखी थी। मगर आज तक यह नहीं बन पाया। इस सेंटर में 300 बेड की सुविधा के दावे किए गए थे। पांच साल पहले इसकी आधारशीला रखते वक्त नड्डा ने कहा था कि यह 40 महीने में बनकर तैयार होगा। सेटेलाइट सेंटर में रिजनल रिसर्च सेंटर डिवेलप किया जाएगा जिसमें रिजन स्पेसेफिक डिजीज पर स्पेशल रिसर्च की जाएगी। इसमें बीमारी की रोकथाम के लिए पूरा फोकस किया जाएगा। इसके बनने के बाद मरीजों को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ नहीं जाना पड़ेगा। नड्डा के दोबारा केंद्रीय मंत्री बनने से इस प्रोजेक्ट के एक साल के भीतर पूरा होने की आस बंध गई है। पुराने मंत्रियों को विभाग समझने में नहीं लगेगा वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने ज्यादातर मंत्रियों को उनके पुराने विभाग दिए हैं। इससे मंत्रियों को उनके विभागों के कामकाज को समझने व प्रोजेक्ट को सीरे चढ़ाने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। पुराने मंत्री जानते हैं कि उनके विभाग में कौन-कौन से प्रोजेक्ट चल रहे हैं। NDA-2 सरकार में मनसुख मांडविया हैल्थ मिनिस्टर रहे हैं। NDA-3 में मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को देश की हैल्थ को ठीक करने का जिम्मा सौंपा है। हैवीवेट मंत्रालय कई मायने में महत्वपूर्ण मात्र चार लोकसभा सीटों वाले हिमाचल से संबंध रखने वाले नड्डा के लिए हैवीवेट मंत्रालय कई मायनों में महत्वपूर्ण है। NDA-1 सरकार में नड्डा हिमाचल के बिलासपुर में AIIMS दिला चुके हैं, जिसका प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले उद्घाटन कर दिया है। अब नड्डा के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद चार ट्रामा सेंटर भी जल्द बनने की आस बंध गई है। नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय मिलने से हिमाचल की हैल्थ को बूस्ट मिलेगा। हिमाचल से संबंध रखने वाले कैबिनेट मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय दिया है। जेपी नड्डा साल 2014 से 2019 तक भी NDA-1 सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। केंद्रीय सरकार में नड्डा दूसरी बार हेल्थ मिनिस्टर बने हैं। इससे पहले 1998 में हिमाचल की प्रेम कुमार धूमल सरकार में भी नड्डा हैल्थ मिनिस्टर रह चुके हैं। नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय मिलने के बाद हिमाचल के ऊना के मलाहत में प्रस्तावित मिनी सेटेलाइट पीजीआई सेंटर के पांच साल से लटके प्रोजेक्ट के जल्द पूरा होने और चार ट्रॉमा सेंटर का शीघ्र निर्माण की आस बंध गई है। बता दें कि पांच साल नड्डा ने बतौर केंद्रीय मंत्री मलाहत में 480 करोड़ की लागत से बनने प्रस्तावित मिनी सेटेलाइट PGI सेंटर की आधारशीला रखी थी। मगर आज तक यह नहीं बन पाया। इस सेंटर में 300 बेड की सुविधा के दावे किए गए थे। पांच साल पहले इसकी आधारशीला रखते वक्त नड्डा ने कहा था कि यह 40 महीने में बनकर तैयार होगा। सेटेलाइट सेंटर में रिजनल रिसर्च सेंटर डिवेलप किया जाएगा जिसमें रिजन स्पेसेफिक डिजीज पर स्पेशल रिसर्च की जाएगी। इसमें बीमारी की रोकथाम के लिए पूरा फोकस किया जाएगा। इसके बनने के बाद मरीजों को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ नहीं जाना पड़ेगा। नड्डा के दोबारा केंद्रीय मंत्री बनने से इस प्रोजेक्ट के एक साल के भीतर पूरा होने की आस बंध गई है। पुराने मंत्रियों को विभाग समझने में नहीं लगेगा वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने ज्यादातर मंत्रियों को उनके पुराने विभाग दिए हैं। इससे मंत्रियों को उनके विभागों के कामकाज को समझने व प्रोजेक्ट को सीरे चढ़ाने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। पुराने मंत्री जानते हैं कि उनके विभाग में कौन-कौन से प्रोजेक्ट चल रहे हैं। NDA-2 सरकार में मनसुख मांडविया हैल्थ मिनिस्टर रहे हैं। NDA-3 में मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को देश की हैल्थ को ठीक करने का जिम्मा सौंपा है। हैवीवेट मंत्रालय कई मायने में महत्वपूर्ण मात्र चार लोकसभा सीटों वाले हिमाचल से संबंध रखने वाले नड्डा के लिए हैवीवेट मंत्रालय कई मायनों में महत्वपूर्ण है। NDA-1 सरकार में नड्डा हिमाचल के बिलासपुर में AIIMS दिला चुके हैं, जिसका प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले उद्घाटन कर दिया है। अब नड्डा के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद चार ट्रामा सेंटर भी जल्द बनने की आस बंध गई है। नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय मिलने से हिमाचल की हैल्थ को बूस्ट मिलेगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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