जलालाबाद के गांव संतोख सिंह वाला इलाके के साथ लगते भारत पाक सीमा क्षेत्र में बीएसएफ के जवानों को पाकिस्तान की तरफ से आ रहे ड्रोन की आवाज सुनाई दी l जिसके बाद बीएसएफ द्वारा स्थानीय पुलिस के संपर्क किया गया l मौके पर पहुंची पुलिस टीम के साथ इलाके को सील कर दिया गया और सर्च आपरेशन चलाया गया l इस दौरान भारत पाक सरहद से सटे गांव संतोख सिंह वाला के एरिया में एक खेत से पीले रंग की टेप में लिपटा हेरोइन का पैकेट बरामद हुआ l जिसके साथ एक छोटी टॉर्च भी लगी हुई थी l पुलिस पार्टी द्वारा बरामद किए गए हेरोइन के पैकेट का वजन करने पर 580 ग्राम हेरोइन बरामद हुई l जिस पर पुलिस ने मुकदमा नंबर 52 दर्ज कर दिया है l मामले में तफ्तीश की जा रही है l जलालाबाद के डीएसपी एआर शर्मा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया है l गहराई से जांच की जा रही है कि ये हेरोइन की खेप भारत की ओर किसने मंगवाई है और इसे कौन लेने आने वाला था l जिस पर तफ्तीश जारी है l जलालाबाद के गांव संतोख सिंह वाला इलाके के साथ लगते भारत पाक सीमा क्षेत्र में बीएसएफ के जवानों को पाकिस्तान की तरफ से आ रहे ड्रोन की आवाज सुनाई दी l जिसके बाद बीएसएफ द्वारा स्थानीय पुलिस के संपर्क किया गया l मौके पर पहुंची पुलिस टीम के साथ इलाके को सील कर दिया गया और सर्च आपरेशन चलाया गया l इस दौरान भारत पाक सरहद से सटे गांव संतोख सिंह वाला के एरिया में एक खेत से पीले रंग की टेप में लिपटा हेरोइन का पैकेट बरामद हुआ l जिसके साथ एक छोटी टॉर्च भी लगी हुई थी l पुलिस पार्टी द्वारा बरामद किए गए हेरोइन के पैकेट का वजन करने पर 580 ग्राम हेरोइन बरामद हुई l जिस पर पुलिस ने मुकदमा नंबर 52 दर्ज कर दिया है l मामले में तफ्तीश की जा रही है l जलालाबाद के डीएसपी एआर शर्मा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया है l गहराई से जांच की जा रही है कि ये हेरोइन की खेप भारत की ओर किसने मंगवाई है और इसे कौन लेने आने वाला था l जिस पर तफ्तीश जारी है l पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में निहंगों ने सीरियल की शूटिंग रुकवाई:मोहाली में गुरुद्वारे का नकली सेट देख हंगामा किया; प्रोडक्शन यूनिट बोली- तोड़फोड़ और मारपीट की
पंजाब में निहंगों ने सीरियल की शूटिंग रुकवाई:मोहाली में गुरुद्वारे का नकली सेट देख हंगामा किया; प्रोडक्शन यूनिट बोली- तोड़फोड़ और मारपीट की पंजाब के मोहाली में पंजाबी सीरियल की शूटिंग के दौरान हंगामा हो गया। शूटिंग में आनंदकारज (सिख धर्म में विवाह) की शूटिंग होनी थी। इसके लिए गुरुद्वारा साहिब का सेट बनाया गया था। जहां प्रतीक के तौर पर निशान साहिब और पालकी साहिब सजाई गई थी। तभी किसी ने निहंगों को बता दिया कि घंडुआं के अकालगढ़ में बेअदबी की जा रही है। जिसके बाद निहंग वहां पहुंच गए। उन्होंने शूटिंग रुकवा दी। हंगामे का पता चलते ही खरड़ पुलिस वहां पहुंच गई। जहां शूटिंग कर रहे प्रोडक्शन यूनिट ने कहा कि निहंगों ने उनके साथ मारपीट और बदसलूकी की है। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुला बयान दर्ज किए। दूसरी तरफ निहंगों ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की तो फिर वे संघर्ष करेंगे। पुलिस ने उन्हें मामले की जांच का भरोसा दिया है। बेअदबी की सूचना मिली, पहुंचे तो शूटिंग चलती मिली
सोमवार को घंडुआं के अकालगढ़ के नजदीक पंजाबी सीरियल उडारियां की शूटिंग चल रही थी। जहां पर गुरुद्वारा साहिब का सैट लगाया गया था। यहां पर प्रतीक के तौर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप भी सजाया गया था। वहां पर 3 ग्रंथी भी बुलाए गए थे। निहंगों ने यह सब देखा तो भड़क उठे। उन्होंने कहा कि यह सिख मर्यादा के खिलाफ है। ऐसा नहीं होना चाहिए। उनके हंगामें के बाद शूटिंग रोक दी गई। उन्होंने शूटिंग करने वालों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उन्हें सब कुछ पता था, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। प्रशासन ने कार्रवाई न की तो खालसा सिस्टम से करेंगे
मौके पर पहुंचे निहंग बाबा निहाल सिंह बरौली ने बताया कि हमें बाबा मेजर सिंह का बेअदबी के संबंध में फोन आया था। जब हम यहां पहुंचे तो पता लगा कि गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी सजाई हुई। तीन ग्रंथी जो वीडियो बना रहे थे। चौर साहिब आदि यहां पर था। यहां उड़ारियां सीरियल की शूटिंग चल रही थी। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का तख्त हर जगह सजाना शोभा नहीं देता है। सरगुन मेहता ने सबसे अधिक बेअदबी की है। हम चाहते है कि शूटिंग करवा रहे पति-पत्नी पर केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि खालसा कौम के साथ गलत किया जा रहा है। वहीं, प्रशासन ने कार्रवाई की तो खालसा पंथ के सिस्टम के हिसाब से कार्रवाई करेंगे। निहंग बोले- खुद सिख ही बेअदबी करवा रहे थे
निहंगों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने भी सारे सेट वीडियो बनाया है। किस तरह सब कुछ फर्जी तैयार किया गया था। एक-एक हजार रुपए में यह फर्जी ग्रंथी लेकर आए हुए थे। उन्होंने सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि हमारे ही सिख खुद अपनी आंखों के सामने गुरू की बेअदबी करवा रहे थे। पंजाबी कलाकार बोले- मैं खुद सिख, पहले भी ऐसी शूटिंग हुई
हंगामे का पता चलते ही पंजाबी कलाकार जरनैल सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने कहा कि वह खुद सिख है। वह मानते हैं कि सेंटीमेंट्स हर्ट हुए है। हालांकि उन्होंने कहा किसी फिल्म में सिख लड़के का विवाह आदि दिखाना तो किसी समाज की अच्छी गतिविधि है। उसका एक तरीका अवश्य होना चाहिए। शिरोमणि कमेटी ने जैसे मैरिज पैलेसों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप ले जाने पर पाबंदी लगा दी, इसी तरह शूटिंग को लेकर भी साफ आदेश होने चाहिए। हालांकि इससे पहले भी कई फिल्मों में इस तरह के सीन शूट किए जा चुके हैं। DSP बोले- CCTV कैमरे देख रहे
खरड़ के डीएसपी करन सिंह संधू ने बताया कि मामला उनके ध्यान में मामला आया था। दोनों पक्षों के तर्कों को सुना गया है। प्रोडक्शन वाले शूटिंग संबंधी एसजीपीसी या अकाल तख्त से स्पष्टीकरण ले लेंगे। वहीं, जो लोग वहां पर गए थे, उन्होंने भी माना है कि प्रशासन के ध्यान में लाकर इस तरह की कार्रवाई की जाएगी। प्रोडक्शन वालों ने तोड़फोड करने व बदसलूकी का आरोप लगाया है। हम सीसीटीवी कैमरे देख रहे है। साथ ही कार्रवाई की जाएगी।
स्मार्ट सिटी फंड खर्चने में निगम पीछे, वजह- लोगों के सुझाव ही नहीं िलए
स्मार्ट सिटी फंड खर्चने में निगम पीछे, वजह- लोगों के सुझाव ही नहीं िलए भले ही सरकार और निगम लुधियाना को स्मार्ट सिटी की कैटेगरी में शामिल कर ऑल इज वेल के दावे कर रहे हों, लेकिन हकीकत इसके उलट है। निगम प्रबंधन स्मार्ट सिटी के लिए आवंटित फंड का सही तरीके से इस्तेमाल करने में फिसड्डी साबित हुआ है। परियोजना के तहत मिले 433.70 करोड़ रुपये में से मात्र 277 करोड़ ही लुधियाना शहर में खर्च हो सके, जबकि 156.70 करोड़ निगम अफसर खर्च नहीं कर सके। स्टेट फाइनेंस ऑडिट कमेटी ने 2023 की ये रिपोर्ट पंजाब सरकार को भेजी है। 2016 में लुधियाना में आरओबी, आरयूबी समेत अन्य डेवलपमेंट के कामों के लिए 980 करोड़ के बजट से 81 प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया गया था। 60 प्रोजेक्ट कंप्लीट हो चुके हैं। जबकि 21 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर 2023 में तैयार की गई कैग रिपोर्ट पंजाब सरकार को 12 जून को भेजी गई है। इस रिपोर्ट में कैग ने अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और टिप्पणी की कि फंड का उचित उपयोग न होने और इंप्लीमेंटेशन में देरी से परियोजनाओं का अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सका। भूमि अधिग्रहण और कानूनी अड़चनें प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण में कानूनी अड़चनें आईं, जिससे देरी हुई। कानूनी प्रक्रियाओं के कारण आवंटित फंड में से अधिकांश फंड उपयोग नहीं हुआ। लुधियाना स्मार्ट सिटी को लेकर ये बातें कही गई हैं {वित्तीय नुकसान हुआ : स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लुधियाना को 433 करोड़ आवंटित किए गए थे। प्रोजेक्ट की प्रगति धीमी रही और खर्च भी काफी कम रहा है। जिससे आर्थिक नुकसान हुआ। {277 करोड़ खर्चे: स्मार्ट सिटी परियोजना में 433.70 करोड़ आवंटित किए गए। 2022-23 के अंत तक 277 करोड़ ही खर्च किए गए थे, जो निर्धारित राशि से काफी कम है। {156.70 करोड़ नहीं हुए इस्तेमाल : परियोजना में 156.70 करोड़ की बचत अनस्पेंटस फंड की श्रेणी में दर्शाई गई है। इसका मतलब है कि कई प्रस्तावित प्रोजेक्ट या तो धीमी गति से चले हैं या पूरी तरह से लागू नहीं हो पाए। {प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन में देरी : कई योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा नहीं किया जा सका। फंड का समुचित उपयोग भी नहीं हो पाया। विभिन्न कानूनी और प्रशासनिक अड़चनों से फंड का समय पर उपयोग नहीं हो पाया, जिससे कई परियोजनाएं अधूरी रह गईं। {योजनाओं की प्राथमिकता तय नहीं : परियोजनाओं की प्राथमिकता तय करने में कमी रही। कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को प्राथमिकता न मिलने से आवश्यक फंड का आवंटन भी नहीं हो पाया। {अफसरों में समन्वय की कमी : प्रशासनिक विभागों के बीच समन्वय की कमी रही। इससे परियोजनाओं का प्रभावी इंप्लीमेंटेशन बाधित हुआ। ये काम अभी अधूरे {गुरु नानक स्टेडियम प्रोजेक्ट {सीएंडडी वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट {कॉम्पेक्टर प्रोजेक्ट {बायोरेमिडशन ऑफ लिगेसी वेस्ट {यूआईडी नंबर प्लेट प्रोजेक्ट {पुलों का निर्माण कार्य {अफसरों में समन्वय की कमी : प्रशासनिक विभागों के बीच समन्वय की कमी रही। इससे परियोजनाओं का प्रभावी इंप्लीमेंटेशन बाधित हुआ। {सार्वजनिक जागरूकता का अभाव : परियोजनाओं में स्थानीय नागरिकों की भागीदारी और जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए। स्थानीय लोगों का फीडबैक न लेने से परियोजनाओं की गुणवत्ता प्रभावित हुई। {टेक्नोलॉजी का सीमित उपयोग: स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और आईटी-आधारित सेवाओं के क्रियान्वयन में तकनीकी व वित्तीय प्रबंधन की कमी रही। जिससे स्मार्ट सिटी का उद्देश्य आंशिक रूप से पूरा हो पाया। {मॉनीटरिंग और पारदर्शिता का अभाव: 156.70 करोड़ की अप्रयुक्त राशि ये दर्शाती है कि परियोजनाओं की मॉनीटरिंग और फंड के उपयोग में पारदर्शिता की कमी रही। {विशेषज्ञता की कमी : परियोजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए तकनीकी विशेषज्ञता की कमी रही। इससे योजनाओं का समुचित संचालन नहीं हो सका। आवश्यक प्रबंधकीय और प्रशासनिक कर्मचारियों की कमी के कारण फंड का सही उपयोग नहीं हो पाया।
जालंधर में विवाहिता से मारपीट:बहू बोली- बच्चों को डांटने पर सास ने पड़ोसी के साथ मिलकर पीटा, जेल में है पति
जालंधर में विवाहिता से मारपीट:बहू बोली- बच्चों को डांटने पर सास ने पड़ोसी के साथ मिलकर पीटा, जेल में है पति पंजाब के जालंधर में रामा मंडी के एकता नगर में देर रात एक महिला पर उसके ससुराल वालों ने हमला कर दिया। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि यह हमला उसकी सास और उनके पड़ोसियों ने किया है। घटना के बाद देर रात महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल जालंधर में भर्ती कराया गया। एकता नगर की रहने वाली पीड़िता महक ने बताया- वह अपने पहले पति से तलाक ले चुकी है। यह उसकी दूसरी शादी थी। जिस आदमी से उसने दूसरी शादी की है, वह फिलहाल जेल में है। उसके दो बच्चे हैं, एक पहली शादी से और दूसरा दूसरी शादी से। वह किसी तरह बच्चों का पालन-पोषण कर रही है। थाना रामामंडी के क्षेत्र में हुई घटना पीड़ित महिला ने कहा कि एकता नगर में ससुरालियों के घर पर ही वह रहती थी। इस दौरान बीते दिन पड़ोसियों से उसका किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। जिस कारण वह अपने बच्चों को उनके घर खेलने पर जाने के लिए रोकती थी। लेकिन इतने में में पड़ोसियों और सास ने मिलकर इसी बात से गुस्सा होकर पीट दिया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि अगर उसे उक्त घर में कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदार उसकी सास होगी। साथ ही महिला ने कहा कि वह जल्द मामले में अपनी सास और पड़ोसी के खिलाफ थाना रामामंडी में शिकायत देगी।