मेयर बोलीं-अखिलेश पिद्दी भर थे, तब से राजनीति कर रही:सपा प्रमुख ने कहा- प्रमिला का गुस्सा दिखावटी; ये दावों की हवा में उड़ती फाइल है

मेयर बोलीं-अखिलेश पिद्दी भर थे, तब से राजनीति कर रही:सपा प्रमुख ने कहा- प्रमिला का गुस्सा दिखावटी; ये दावों की हवा में उड़ती फाइल है

जब अखिलेश यादव पिद्दी भर के थे, तब से मैं राजनीति कर रही हूं। पार्षद रहते हुए 10 साल जनता की सेवा की और दूसरी बार फिर से मेयर हूं। ये सब जनता की बदौलत ही है। यह बात कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के तंज के जवाब कही। मामला 12 जून का है, मेयर प्रमिला पांडेय ने नाला सफाई और अन्य मुद्दों पर नगर निगम के अफसरों के साथ बैठक की थी। जोन-3 के अधिशासी अभियंता नानक चंद ने नाला सफाई की गलत फाइल दिखाई, तो मेयर ने फाइल फेंक दी। उन्होंने कहा था- अबकी बार नाला भरा तो उसी में डुबो देंगे। इसके बाद मेयर के फाइल फेंकने के वीडियो के साथ अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट किया। अखिलेश ने लिखा- हवाई दावों की हवा में उड़ती फाइल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को X पर लिखा- ये है यूपी में भाजपा सरकार के हवाई दावों की हवा में उड़ती फाइल। कानपुर मेयर का ये दिखावटी गुस्सा कितना सच है, जनता सब जानती है। कानपुर ही नहीं, पूरे यूपी की जनता को भाजपाई मेयरों ने ठगा है। यूपी में स्मार्ट सिटी बनाने का कागजी काम भाजपाई भ्रष्टाचार का शिकार होकर कागजों में ही लटका है। स्मार्ट सिटी के नाम पर यूपी को बजबजाती नालियों, सड़ांध भरे नालों, गड्ढे-युक्त सड़कों-गलियों, जाम में फंसी सड़कों के अलावा अगर और कुछ मिला है तो वो है ‘भाजपाई राजनीति’ का वो प्रदूषण जो सारे ठेके अपने लोगों को लेन-देन के सौदे के बदले में देता है। इसीलिए इनका काम न होने का क्रोध केवल दिखावा है। जनता ऐसे नाटक देख-देखकर त्रस्त हो चुकी है और अगले मेयर चुनाव में भाजपा के मेयरों को हराने-हटाने के लिए तैयार बैठी है। अखिलेश यादव के निशाना साधने के बाद दैनिक भास्कर से कानपुर मेयर प्रमिला पांडेय से बात की… सवाल- अखिलेश के ट्वीट पर क्या कहेंगी?
जवाब- अखिलेश जो काम करते होंगे, वो हवा-हवाई करते होंगे। यहां सारे काम धरातल पर होते हैं। अगर वो कुछ कह रहे हैं तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। जब वो पिद्दी भर थे, तब से मैं राजनीति कर रही हूं। 10 साल पार्षद के रूप में जनता की सेवा की। दूसरी बार मेयर के रूप में चुनी गई हूं। मेरी पार्टी ने सबका साथ, सबका विकास करना सिखाया है। नगर निगम मेरा परिवार है। अब उनको (अखिलेश) को कुछ भी कहना है तो कहें। सवाल- क्या था पूरा मामला? आखिर ये विवाद क्यों उपजा?
जवाब- बुधवार को मुख्यालय में ही नाला सफाई की समीक्षा बैठक कर रही थी। इस दौरान अधिशासी अभियंता-3 नानक चंद ने झूठी रिपोर्ट दी। उन्होंने मार्च से नाला सफाई की रिपोर्ट दी, जबकि नगर निगम ने नाला सफाई मई से शुरू कराई है। मैंने फाइल पीआरओ को दी। सवाल- आरोप है कि फाइल आपने फेंक दी?
जवाब- बता तो रहे हैं, गलत आदमी को हमेशा गलत ही नजर आता है। हमेशा उन्होंने अधिकारियों को गलत नजरिए से देखा। वो शायद भूल गए, लेकिन मुझे याद है कि पुलिस का एक बड़ा अधिकारी उनके पैरों में बैठा था, जबकि वो (अखिलेश) सोफे पर बैठे थे। हमारे यहां सभी का सम्मान है, सभी का मान है। हमारा परिवार था, हमने अपने बच्चे को डांटा। सवाल- अखिलेश ने भाजपा के सभी मेयरों को घेरा?
जवाब- भाजपा को तो कोई घेर ही नहीं सकता। हमारे मुखिया खुद ही 24 घंटे का करते हैं। ये क्या घेरेंगे, इनका तो काम ही यही है। सवाल- अखिलेश कह रहे हैं कि भाजपा ने मेयरों को ठगा, दावे हवा-हवाई हैं?
जवाब- जो ठगने वाला काम करता है, उसे पता होता है कैसा ठगा जाता है। भाजपा के मेयरों को नहीं पता है, कैसे ठगा जाता है। ये सब समाजवादी पार्टी के लोगों को पता होगा, कैसे ठगा जाता है। सपा के विधायक ठेकेदारों के साथ फाइलें लेकर चलते हैं। जानते हैं, क्या है पूरा मामला इंजीनियर ने झूठी रिपोर्ट दी, तो कानपुर मेयर प्रमिला पांडेय ने फाइल फेंकी मामला 12 जून का है। कानपुर में मेयर प्रमिला पांडेय समीक्षा बैठक कर रही थीं। इंजीनियर से उन्होंने नाला सफाई की रिपोर्ट मांगी। इंजीनियर ने झूठी रिपोर्ट दे दी। इस पर मेयर प्रमिला पांडेय ने इंजीनियर की दी हुई फाइल फेंक दी। मेयर ने कहा- अगर इस बार बारिश में पानी भरा, तो उसी में डूबोगे। साथ ही पूछा- कभी AC से बाहर निकलते हो? एक भी इंजीनियर धूप में मौके पर जाना जरूरी नहीं समझता। सब बैठकर नौकरी कर रहे। उन्होंने इंजीनियर को चेतावनी दी थी- अगर पीपीएन और नवीन मार्केट में इस बार पानी भरा, तो वहीं बीच जलभराव में खड़ा कर दूंगी। धूप ज्यादा न लगे, इसलिए इंजीनियर फील्ड पर जाना पसंद नहीं करते। मेयर ने बैठक में इंजीनियरों पर तंज कसते हुए कहा था- अभियंता मौके पर नहीं जाते, लेकिन नाला सफाई एक नंबर चल रही। बिना अतिक्रमण हटाए नाला सफाई कर दी गई। जबकि ये संभव ही नहीं कि अतिक्रमण हटाए बिना नाला सफाई पूरी कर ली जाए। इसके बाद इस मुद्दे को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। जब अखिलेश यादव पिद्दी भर के थे, तब से मैं राजनीति कर रही हूं। पार्षद रहते हुए 10 साल जनता की सेवा की और दूसरी बार फिर से मेयर हूं। ये सब जनता की बदौलत ही है। यह बात कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के तंज के जवाब कही। मामला 12 जून का है, मेयर प्रमिला पांडेय ने नाला सफाई और अन्य मुद्दों पर नगर निगम के अफसरों के साथ बैठक की थी। जोन-3 के अधिशासी अभियंता नानक चंद ने नाला सफाई की गलत फाइल दिखाई, तो मेयर ने फाइल फेंक दी। उन्होंने कहा था- अबकी बार नाला भरा तो उसी में डुबो देंगे। इसके बाद मेयर के फाइल फेंकने के वीडियो के साथ अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट किया। अखिलेश ने लिखा- हवाई दावों की हवा में उड़ती फाइल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को X पर लिखा- ये है यूपी में भाजपा सरकार के हवाई दावों की हवा में उड़ती फाइल। कानपुर मेयर का ये दिखावटी गुस्सा कितना सच है, जनता सब जानती है। कानपुर ही नहीं, पूरे यूपी की जनता को भाजपाई मेयरों ने ठगा है। यूपी में स्मार्ट सिटी बनाने का कागजी काम भाजपाई भ्रष्टाचार का शिकार होकर कागजों में ही लटका है। स्मार्ट सिटी के नाम पर यूपी को बजबजाती नालियों, सड़ांध भरे नालों, गड्ढे-युक्त सड़कों-गलियों, जाम में फंसी सड़कों के अलावा अगर और कुछ मिला है तो वो है ‘भाजपाई राजनीति’ का वो प्रदूषण जो सारे ठेके अपने लोगों को लेन-देन के सौदे के बदले में देता है। इसीलिए इनका काम न होने का क्रोध केवल दिखावा है। जनता ऐसे नाटक देख-देखकर त्रस्त हो चुकी है और अगले मेयर चुनाव में भाजपा के मेयरों को हराने-हटाने के लिए तैयार बैठी है। अखिलेश यादव के निशाना साधने के बाद दैनिक भास्कर से कानपुर मेयर प्रमिला पांडेय से बात की… सवाल- अखिलेश के ट्वीट पर क्या कहेंगी?
जवाब- अखिलेश जो काम करते होंगे, वो हवा-हवाई करते होंगे। यहां सारे काम धरातल पर होते हैं। अगर वो कुछ कह रहे हैं तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। जब वो पिद्दी भर थे, तब से मैं राजनीति कर रही हूं। 10 साल पार्षद के रूप में जनता की सेवा की। दूसरी बार मेयर के रूप में चुनी गई हूं। मेरी पार्टी ने सबका साथ, सबका विकास करना सिखाया है। नगर निगम मेरा परिवार है। अब उनको (अखिलेश) को कुछ भी कहना है तो कहें। सवाल- क्या था पूरा मामला? आखिर ये विवाद क्यों उपजा?
जवाब- बुधवार को मुख्यालय में ही नाला सफाई की समीक्षा बैठक कर रही थी। इस दौरान अधिशासी अभियंता-3 नानक चंद ने झूठी रिपोर्ट दी। उन्होंने मार्च से नाला सफाई की रिपोर्ट दी, जबकि नगर निगम ने नाला सफाई मई से शुरू कराई है। मैंने फाइल पीआरओ को दी। सवाल- आरोप है कि फाइल आपने फेंक दी?
जवाब- बता तो रहे हैं, गलत आदमी को हमेशा गलत ही नजर आता है। हमेशा उन्होंने अधिकारियों को गलत नजरिए से देखा। वो शायद भूल गए, लेकिन मुझे याद है कि पुलिस का एक बड़ा अधिकारी उनके पैरों में बैठा था, जबकि वो (अखिलेश) सोफे पर बैठे थे। हमारे यहां सभी का सम्मान है, सभी का मान है। हमारा परिवार था, हमने अपने बच्चे को डांटा। सवाल- अखिलेश ने भाजपा के सभी मेयरों को घेरा?
जवाब- भाजपा को तो कोई घेर ही नहीं सकता। हमारे मुखिया खुद ही 24 घंटे का करते हैं। ये क्या घेरेंगे, इनका तो काम ही यही है। सवाल- अखिलेश कह रहे हैं कि भाजपा ने मेयरों को ठगा, दावे हवा-हवाई हैं?
जवाब- जो ठगने वाला काम करता है, उसे पता होता है कैसा ठगा जाता है। भाजपा के मेयरों को नहीं पता है, कैसे ठगा जाता है। ये सब समाजवादी पार्टी के लोगों को पता होगा, कैसे ठगा जाता है। सपा के विधायक ठेकेदारों के साथ फाइलें लेकर चलते हैं। जानते हैं, क्या है पूरा मामला इंजीनियर ने झूठी रिपोर्ट दी, तो कानपुर मेयर प्रमिला पांडेय ने फाइल फेंकी मामला 12 जून का है। कानपुर में मेयर प्रमिला पांडेय समीक्षा बैठक कर रही थीं। इंजीनियर से उन्होंने नाला सफाई की रिपोर्ट मांगी। इंजीनियर ने झूठी रिपोर्ट दे दी। इस पर मेयर प्रमिला पांडेय ने इंजीनियर की दी हुई फाइल फेंक दी। मेयर ने कहा- अगर इस बार बारिश में पानी भरा, तो उसी में डूबोगे। साथ ही पूछा- कभी AC से बाहर निकलते हो? एक भी इंजीनियर धूप में मौके पर जाना जरूरी नहीं समझता। सब बैठकर नौकरी कर रहे। उन्होंने इंजीनियर को चेतावनी दी थी- अगर पीपीएन और नवीन मार्केट में इस बार पानी भरा, तो वहीं बीच जलभराव में खड़ा कर दूंगी। धूप ज्यादा न लगे, इसलिए इंजीनियर फील्ड पर जाना पसंद नहीं करते। मेयर ने बैठक में इंजीनियरों पर तंज कसते हुए कहा था- अभियंता मौके पर नहीं जाते, लेकिन नाला सफाई एक नंबर चल रही। बिना अतिक्रमण हटाए नाला सफाई कर दी गई। जबकि ये संभव ही नहीं कि अतिक्रमण हटाए बिना नाला सफाई पूरी कर ली जाए। इसके बाद इस मुद्दे को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर