बागपत में दो भाइयों ने मिलकर छोटे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार की देर रात इस वारदात को अंजाम दिया गया। घटना की वजह विधवा भाभी की घर के सबसे छोटे बेटे से शादी करानी रही। दोनों आरोपी भाई विधवा भाभी से शादी करना चाहते थे। मामला जिले के बड़ौत थाना क्षेत्र के गुराना गांव का है। यहां दिल्ली में बस ड्राइवर यशवीर के सीने में लगने से मौत हो गई। यशवीर की मां के मुताबिक- यशवीर को उसके बड़े भाइयों ने मार डाला। एक ने यशवीर का हाथ पकड़ा। दूसरे ने उसके सीने में गोली मारी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड की तीन तस्वीरें सुखवीर की विधवा थी रितु यशवीर (32) पुत्र ईश्वर अपने घर का सबसे छोटा बेटा था। उससे तीन बड़े भाई सुखवीर, ओमवीर और उदयवीर हैं। सुखवीर की शादी रितु से हुई थी। कुछ दिन बाद बीमारी के चलते सखुवीर की मौत हो गई। इसके बाद रितु के मायके वालों की रजामंदी से रितु की दूसरी शादी घर के छोटे बेटे से करा दी गई। ओमवीर और उदयवीर की शादी नहीं हुई है। यही वजह थी कि दोनों परेशान रहते थे। दोनों इस बात से रंजिश मान ली। यशवीर दिल्ली में बस चलाता था और हर दूसरे दिन दिल्ली से अपने घर आता था। पहले मां से झगड़ा किया, फिर भाई की हत्या की शुक्रवार की रात ओमवीर और उदयवीर ने शराब पी। इसके बाद दोनों घर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मां से झगड़ा किया। शाम 6 बजे यशवीर दिल्ली से घर पहुंच गया। उसने दोनों भाइयों को समझाया। ओमवीर और उदयवीर कुछ देर के लिए घर से निकल गए। रात करीब 10 बजे दोनों फिर घर आ गए। उन्होंने यशवीर के साथ गाली-गलौज की। इसके बाद मारपीट करने लगे। इस दौरान ओमवीर और उदयवीर ने यशवीर को पकड़ लिया और सीने से तमंचा सटाकर उसे गोली मार दी। यशवीर की पत्नी रितु के मुताबिक- यशवीर की मौत मौके पर ही हो गई थी। गोली मारने के बाद दोनों वहीं खड़े होकर गाली-गलौज करने लगे। रितु ने कहा- यशवीर मेरे पति थे। वो शाम को घर आ गए थे। ओमवीर और उदयवीर ने शाम को झगड़ा शुरू किया। वो लोग मेरी सास को गाली दे रहे थे। उदयवीर ने मेरे पति को गोली मारी। ओमवीर ने उसके हाथ पकड़े हुए थे। दो महीने पहले विवाद हुआ था, पुलिस ने कुछ नहीं किया रितु ने बताया- दो महीने पहले भी ओमवीर और उदयवीर से झगड़ा हुआ था। हमने पुलिस से भी शिकायत की थी। पुलिस और गांव के प्रधान ने मिलकर मामले को दबा दिया। कोई कार्रवाई नहीं की। बस दोनों को चेतावनी देते हुए चले गए। ये लोग हमेशा शादी के लिए कहते थे। तब मैं सोचती थी कि मजाक कर रहे हैं। लेकिन नहीं पता था कि ये लोग हत्या भी कर सकते हैं। दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया मौके पर पहुंचे एएसपी एनपी सिंह ने बताया- देर रात हमें इस हत्याकांड की सूचना मिली थी। दोनों भाई ओमवीर और उदयवीर को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। दोनों ने बताया कि उनकी शादी नहीं हुई थी। घर वालों ने दोनों को नजअंदाज कर छोटे भाई के साथ बड़े भाई की विधवा पत्नी की शादी करा दी थी। इसी बात से दोनों खफा थे। फिलहाल, यशवीर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। हेड कॉन्स्टेबल की हत्या, चेहरे पर तेजाब डाला:अंगुलियां काटीं और रस्सी से हाथ-पैर बांधकर शव नाले में फेंका कानपुर में शुक्रवार को हेड कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी गई। पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया गया। फिर अंगुलियां काटीं और हाथ-पैर रस्सी से बांधकर नाले में फेंक दिया। शव के पास पुलिस की वर्दी और बेल्ट पड़ी मिली। पढ़ें पूरी खबर… बागपत में दो भाइयों ने मिलकर छोटे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार की देर रात इस वारदात को अंजाम दिया गया। घटना की वजह विधवा भाभी की घर के सबसे छोटे बेटे से शादी करानी रही। दोनों आरोपी भाई विधवा भाभी से शादी करना चाहते थे। मामला जिले के बड़ौत थाना क्षेत्र के गुराना गांव का है। यहां दिल्ली में बस ड्राइवर यशवीर के सीने में लगने से मौत हो गई। यशवीर की मां के मुताबिक- यशवीर को उसके बड़े भाइयों ने मार डाला। एक ने यशवीर का हाथ पकड़ा। दूसरे ने उसके सीने में गोली मारी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड की तीन तस्वीरें सुखवीर की विधवा थी रितु यशवीर (32) पुत्र ईश्वर अपने घर का सबसे छोटा बेटा था। उससे तीन बड़े भाई सुखवीर, ओमवीर और उदयवीर हैं। सुखवीर की शादी रितु से हुई थी। कुछ दिन बाद बीमारी के चलते सखुवीर की मौत हो गई। इसके बाद रितु के मायके वालों की रजामंदी से रितु की दूसरी शादी घर के छोटे बेटे से करा दी गई। ओमवीर और उदयवीर की शादी नहीं हुई है। यही वजह थी कि दोनों परेशान रहते थे। दोनों इस बात से रंजिश मान ली। यशवीर दिल्ली में बस चलाता था और हर दूसरे दिन दिल्ली से अपने घर आता था। पहले मां से झगड़ा किया, फिर भाई की हत्या की शुक्रवार की रात ओमवीर और उदयवीर ने शराब पी। इसके बाद दोनों घर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मां से झगड़ा किया। शाम 6 बजे यशवीर दिल्ली से घर पहुंच गया। उसने दोनों भाइयों को समझाया। ओमवीर और उदयवीर कुछ देर के लिए घर से निकल गए। रात करीब 10 बजे दोनों फिर घर आ गए। उन्होंने यशवीर के साथ गाली-गलौज की। इसके बाद मारपीट करने लगे। इस दौरान ओमवीर और उदयवीर ने यशवीर को पकड़ लिया और सीने से तमंचा सटाकर उसे गोली मार दी। यशवीर की पत्नी रितु के मुताबिक- यशवीर की मौत मौके पर ही हो गई थी। गोली मारने के बाद दोनों वहीं खड़े होकर गाली-गलौज करने लगे। रितु ने कहा- यशवीर मेरे पति थे। वो शाम को घर आ गए थे। ओमवीर और उदयवीर ने शाम को झगड़ा शुरू किया। वो लोग मेरी सास को गाली दे रहे थे। उदयवीर ने मेरे पति को गोली मारी। ओमवीर ने उसके हाथ पकड़े हुए थे। दो महीने पहले विवाद हुआ था, पुलिस ने कुछ नहीं किया रितु ने बताया- दो महीने पहले भी ओमवीर और उदयवीर से झगड़ा हुआ था। हमने पुलिस से भी शिकायत की थी। पुलिस और गांव के प्रधान ने मिलकर मामले को दबा दिया। कोई कार्रवाई नहीं की। बस दोनों को चेतावनी देते हुए चले गए। ये लोग हमेशा शादी के लिए कहते थे। तब मैं सोचती थी कि मजाक कर रहे हैं। लेकिन नहीं पता था कि ये लोग हत्या भी कर सकते हैं। दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया मौके पर पहुंचे एएसपी एनपी सिंह ने बताया- देर रात हमें इस हत्याकांड की सूचना मिली थी। दोनों भाई ओमवीर और उदयवीर को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। दोनों ने बताया कि उनकी शादी नहीं हुई थी। घर वालों ने दोनों को नजअंदाज कर छोटे भाई के साथ बड़े भाई की विधवा पत्नी की शादी करा दी थी। इसी बात से दोनों खफा थे। फिलहाल, यशवीर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। हेड कॉन्स्टेबल की हत्या, चेहरे पर तेजाब डाला:अंगुलियां काटीं और रस्सी से हाथ-पैर बांधकर शव नाले में फेंका कानपुर में शुक्रवार को हेड कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी गई। पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया गया। फिर अंगुलियां काटीं और हाथ-पैर रस्सी से बांधकर नाले में फेंक दिया। शव के पास पुलिस की वर्दी और बेल्ट पड़ी मिली। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री ने हिंदू जनसंख्या को खतरा बताया, बोले- ‘हर घर में दो से तीन…’
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री ने हिंदू जनसंख्या को खतरा बताया, बोले- ‘हर घर में दो से तीन…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News:</strong> राजस्थान के जोधपुर में तीन दिवसीय विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अधिवेशन आयोजन किया गया. इसमें भाग लेने के लिए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा शुक्रवार (26 जुलाई) को जोधपुर पहुंचे थे. उन्होंने इस दौरान एक प्रेस कॉन्फेंस में सनातन धर्म के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय में हिंदू जनसंख्या को खतरा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर सिर्फ जनसंख्या कानून से सफलता नहीं मिल सकती. संविधान की ओर से सिर्फ कानून बनाया जा सकता है, लेकिन कानून का पालन समाज ही करता है. ऐसा लगता है कि हिंदू अपने ही देश में अल्पसंख्यक हो जाएगा. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री बजरंगलाल बागड़ा ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश की सरकार की ओर से दुकानों पर नाम लिखने के फैसले पर एक तरफा सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की ओर से अंतरिम रोक लगाई गई है. इससे हमारी हिंदुत्व की भावनाओं को ठेस पहुंची है. यह मामला इतना संवेदनशील है, क्योंकि ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें समान में थूक कर दिया जा रहा है या थूककर खिलाया जा रहा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नेमप्लेट विवाद पर कही ये बात</strong><br />उन्होंने कहा कि “हमारी हिन्दू धर्म की धार्मिक कांवड़ियों की यात्रा जो अपनी आस्था के चलते पैदल यात्रा करके गंगा का पानी लेकर जाते हैं. उन लोगों को मुस्लिम धर्म के लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम की दुकान लगाकर उन्हें अपना सामान बेचते हैं. उन्होंने बताया कि यह वैधानिक है, जो भी दुकान का मालिक है उसका नाम बाहर लिखा होना चाहिए. उसके बाद जिसकी जैसी मर्जी वो वहां से खरीदे और खाए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय महामंत्री बजरंगलाल बागड़ा ने कहा कि “हमें उम्मीद है कि आगामी दिनों में होने वाली सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में दोनों पक्षों को सुना जाएगा और उसके बाद हां हमारी धार्मिक भावनाओं को देखते हुए ही निर्णय किया जाएगा. हिंदुओं में शादियां देरी से होती है. यह एक सामाजिक और पारिवारिक समस्या है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>”यह हिंदुओं के स्वयं द्वारा बनाई गई समस्या है. आज के समय में हिंदुओं ने बच्चों की संख्या 4-5 से घटाकर एक दो कर दी है. इसमें कानून का कोई अर्थ नहीं है. समाज में आवश्यकता है कि 20 से 25 साल की उम्र में हिंदू बच्चे बच्चियों की शादियां करवा देनी चाहिए. कम से कम 2 से 3 बच्चे हर परिवार में होने चाहिए. इस दिशा में हम प्रबोधन कर एक कार्यक्रम बना रहे हैं, नहीं तो हमारे ही देश में हिंदूओ के अल्पसंख्यक होने में देर नहीं लगेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जातीय जनगमा पर क्या बोले बजरंगलाल बागड़ा?</strong><br />जातीय जनगणना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि “हम इसके कभी भी पक्षधर नहीं रहे. विश्व हिंदू परिषद जाति जनगणना का हमेशा से विरोध करता है और करता रहेगा. धार्मिक आधार पर जनगणना की जाती है, जो की सही भी है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>”जिस हिंदू मुस्लिम क्रिश्चियन और अन्य धर्म के अनुसार उनकी जनगणना करते हैं, जिसमें कौन कितने हैं. इसकी जानकारी होना भी आवश्यक है, लेकिन जाति जनगणना के उद्देश्य ही एक षड्यंत्र हैं, जो कि हिंदू समाज को तोड़ने और बांटने के लिए भ्रम फैलाता जा रहा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बागड़ा ने बताई हिंदू समाज की चुनौतियां <br /></strong>देश में हिंदू समाज के लिए प्रमुख चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि <br />मुस्लिम और क्रिश्चियन दोनों तरफ से हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से हिंदू समाज का धर्मांतरण मुस्लिम समाज से ज्यादा क्रिश्चियन समाज में किया जा रहा है, क्योंकि मुस्लिम समाज में कोई भी हिंदू धन और प्रलोभन से नहीं जा सकता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>”क्रिश्चियन समाज की ओर से लगातार धर्मांतरण के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. हमारे आदिवासी युवा भाइयों को लालच और प्रलोभन देकर धर्मांतरण करवाया जा रहा है. इसमें राजनीतिक लाभ के चलते राजनेता ऐसे लोगों का सहयोग करते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आदिवासी समाज को लेकर क्या कहा?<br /></strong>आदिवासी समाज को लेकर पूछे गए सवालों पर बजरंगलाल बागड़ा ने कहा कि “आदिवासियों को राष्ट्रीय स्तर पर हिंदू धर्म से अलग करने का प्रयास किया जा रहा है. आदिवासी समाज की महिलाएं और बुजुर्ग हालांकि इससे अछूते हैं. उनसे पूछा जाए तो वह आपको बताएंगे कि वह हिंदू धर्म से ही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>”वहीं जनजाति समाज के युवाओं को मिशनरी और षड्यंत्रकारी तत्वों ने धर्मांतरण करने का प्रयास किया जा रहा है. अब राजस्थान में भी जनजाति क्षेत्र में धर्मांतरण का षड्यंत्र तेजी से फैल रहा है.”</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong><a title=”सांसद हनुमान बेनीवाल की लोकसभा में बड़ी मांग, ‘राजस्थान को मिले विशेष राज्य का दर्जा, नहीं दे सकते तो…” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/hanuman-beniwal-rlp-demanded-special-status-for-rajasthan-from-central-government-bjp-2746486″ target=”_blank” rel=”noopener”>सांसद हनुमान बेनीवाल की लोकसभा में बड़ी मांग, ‘राजस्थान को मिले विशेष राज्य का दर्जा, नहीं दे सकते तो…'</a></strong></p>
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Amarwada By-Election: नतीजों से पहले अमरवाड़ा में जीत का दावा, जानें BJP और कांग्रेस ने क्या कहा?
Amarwada By-Election: नतीजों से पहले अमरवाड़ा में जीत का दावा, जानें BJP और कांग्रेस ने क्या कहा? <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Assembly By Election 2024:</strong> छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव संपन्न हो गया है. 78 फीसद मतदान ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को गफलत में डाल दिया है. बीजेपी का मानना है कि अमरवाड़ा की जनता के साथ-साथ लाडली बहनों का कमलेश प्रताप शाह को आशीर्वाद मिलने जा रहा है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कामों पर भरोसा जताया है. अमरवाड़ा उपचुनाव के नतीजे 13 जुलाई आयेंगे. नतीजों से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों जीत का दावा ठोक रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना का कहना है कि लाडली बहना, लाडली लक्ष्मी सहित प्रदेश सरकार की सभी योजनाओं का लाभ अमरवाड़ा उपचुनाव में कमलेश प्रताप शाह को मिलने जा रहा है. छिंदवाड़ा समेत प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया है. इसलिए उपचुनाव का नतीजे भी बीजेपी के पक्ष में आयेगा. दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले का चौमुखी विकास किया है. इसलिए अमरवाड़ा की जनता कांग्रेस को ही चुनने वाली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नतीजों से पहले बीजेपी और कांग्रेस ने किया जीत का दावा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि कमलेश प्रताप शाह का कांग्रेस के साथ धोखा को प्रदेश की जनता ने देखा है. इसलिए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह को जीत मिलने जा रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक अमरवाड़ा उपचुनाव में मतदाताओं ने 78.71 फीसद मतदान किया है. इनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 80 फीसद है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 74.40 फीसद है. कांग्रेस का दावा है कि महिला मतदाताओं ने इस बार कांग्रेस का साथ दिया है, जबकि बीजेपी का कहना है कि प्रदेश की योजनाओं की वजह से महिला मतदाता बीजेपी के पक्ष में है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”14 जुलाई को इंदौर बनाएगा रिकॉर्ड, 51 लाख पौधारोपण अभियान में शामिल होंगे गृहमंत्री अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/home-minister-amit-shah-to-visit-indore-on-14-july-will-participate-in-51-lakh-plantation-program-ann-2735145″ target=”_self”>14 जुलाई को इंदौर बनाएगा रिकॉर्ड, 51 लाख पौधारोपण अभियान में शामिल होंगे गृहमंत्री अमित शाह</a></strong></p>
Bahraich News: बहराइच में भेड़ियों के झुंड ने मचाया कोहराम, आधा दर्जन मासूम बच्चों की ली जान
Bahraich News: बहराइच में भेड़ियों के झुंड ने मचाया कोहराम, आधा दर्जन मासूम बच्चों की ली जान <div id=”:rf” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:tu” aria-controls=”:tu” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Bahraich News:</strong> यूपी के बहराइच में इन दिनों आदमखोर भेड़ियो का गिरोह लोगों के लिए मुसीबत बन गया है, ग्रामीण क्षेत्र के लोग डर के साये में जिंदगी गुजार रहे हैं. यह आदमखोर भेड़िया अब तक लगभग आधा दर्जन मासूम बच्चों की जान ले चुका है जबकि दो दर्जन बच्चों को घायल कर चुका है. वन विभाग की 9 टीमें लगातार गन्ने के खेतों में कॉम्बिंग कर रही है और आदमखोर भेड़िया को तलाश रही हैं. वन विभाग की टीम अब तक दो भेड़ियो को पिंजरे में कैद करने में कामयाब रही लेकिन भेड़िया के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरा मामला बहराइच जनपद के महसी विधानसभा के हरदी थाना क्षेत्र का है जहां पर आदमखोर भेड़ियो ने अपना कहर लोगों पर बरपा कर रखा है. आदमखोर भेड़िया के डर से यहां के लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं. वन विभाग की माने तो आदमखोर भेड़िया अब तक चार मासूम बच्चों की जान ले चुका और 18 से ज्यादा बच्चों को घायल कर चुका है. वहीं ग्रामीणों की माने तो यहां पर 6 बच्चों को अपना शिकार बन चुका है आज 5 वर्षीय बालक को आदमखोर भेडिये ने अपना शिकार बना लिया जिसे कई गांव में दहशत फैली हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वन विभाग की टीम ने दो भेड़ियों को पकड़ा</strong><br />वहीं वन विभाग की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है और अब तक दो भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है. इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है, आपको बताते चलें कि पिछले 1 महीने से लगभग 25 से 30 गांव में इस भेड़िया का आतंक मचा हुआ था. इसे देखते हुए वन विभाग चार पिंजरे और 6 कैमरे लगाए साथ में ड्रोन की मदद से भेड़िया की गतिविधियों पर नजर रख रहा था. विभाग ने 9 टीमें लगाकर आखिरकार उस आदमखोर भेड़िया को पिंजरे में कैद कर लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं घायल और मृतक परिवारों से मिलने के लिए माहसी के विधायक सुरेश्वर सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों से मुलाकात की. भेड़िया के आतंक से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रभागीय वन अधिकारी अजित प्रताप सिंह को रात में गांव में रहने का आदेश दिया है. बेघर ग्रामीणों को आवास देने का और सोलर लाइट लगाने के निर्देश दिए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वन अधिकारी का कहना है कि 5 भेड़ियो का एक झुंड है जो रात में बच्चों पर हमला करता है फिर गन्ने के खेतों में और झाड़ियां में छुप जाता है. हम उस पर नजर बनाए हुए हैं जल्दी हम सभी भेड़िया को पिंजरे में कैद कर लेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/up-uk-sawan-last-devotees-crowd-in-kashi-vishwanath-temple-in-varanasi-see-pictrue-ann-2764695″><strong>In Pic: काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं का जन सैलाब, बाबा के पंच बदन प्रतिमा का हुआ श्रृंगार- देखिए तीस्वीरें</strong></a></p>
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