हिमाचल प्रदेश के ट्राइबल जिला लाहौल स्पीति में चार दिन से लापता अमेरिकी नागरिक के शव को आईटीबीपी के जवानों ने ट्रेस कर दिया है। लापता अमेरिकी पैराग्लाइडर के शव को आज काजा लाने का प्रयास किया जाएगा। कुछ ही देर में आईटीबीपी, लोकल पुलिस और SDRF की टीम संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाकर शव को निकालने का प्रयास करेगी। 31 वर्षीय अमेरिकी पेराग्लाइडर ट्रेवर बोकस्टाहलर का शव ताशीगंग के बीच एक खड्ड में देखा गया है। पुलिस के अनुसार के अनुसार, ट्रेवर बीते गुरुवार को स्पीति घाटी की अपनी यात्रा के दौरान लापता हो गए थे। इसके बाद लापता ट्रेवर को खोजने के लिए एक टीम का गठन किया गया। इस टीम ने काजा के अलग-अलग इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया। मगर शनिवार तक उसका सुराग नहीं लग पाया। हालांकि ताशीगंग के पास एक सुनसान इलाके में ट्रेवर द्वारा किराए पर ली गई मोटरसाइकिल जरूर मिली, लेकिन ट्रेवर की कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद सेना की डोगरा रेजिमेंट की सहायता से एक ड्रोन से खोजने का प्रयास किया गया। इस दौरान ताशीगंग के बीच एक गहरी खाई में फंसे एक पैराशूट की पहचान की। शव को आज खड्ड से काजा लाया जाएगा आज शव को खड्ड से निकालने का प्रयास किया जाए, क्योंकि पहाड़ी और खतरनाक रास्ते की वजह से बीती शाम को शव नहीं निकाला जा सका। शव को निकालने के बाद उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। इसके बाद विदेशी मूल के पैराग्लाइडर का शव अमेरिकी अंबेसी को सौंपा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद मौत के कारणों से पर्दा उठ सकता है। हिमाचल प्रदेश के ट्राइबल जिला लाहौल स्पीति में चार दिन से लापता अमेरिकी नागरिक के शव को आईटीबीपी के जवानों ने ट्रेस कर दिया है। लापता अमेरिकी पैराग्लाइडर के शव को आज काजा लाने का प्रयास किया जाएगा। कुछ ही देर में आईटीबीपी, लोकल पुलिस और SDRF की टीम संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाकर शव को निकालने का प्रयास करेगी। 31 वर्षीय अमेरिकी पेराग्लाइडर ट्रेवर बोकस्टाहलर का शव ताशीगंग के बीच एक खड्ड में देखा गया है। पुलिस के अनुसार के अनुसार, ट्रेवर बीते गुरुवार को स्पीति घाटी की अपनी यात्रा के दौरान लापता हो गए थे। इसके बाद लापता ट्रेवर को खोजने के लिए एक टीम का गठन किया गया। इस टीम ने काजा के अलग-अलग इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया। मगर शनिवार तक उसका सुराग नहीं लग पाया। हालांकि ताशीगंग के पास एक सुनसान इलाके में ट्रेवर द्वारा किराए पर ली गई मोटरसाइकिल जरूर मिली, लेकिन ट्रेवर की कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद सेना की डोगरा रेजिमेंट की सहायता से एक ड्रोन से खोजने का प्रयास किया गया। इस दौरान ताशीगंग के बीच एक गहरी खाई में फंसे एक पैराशूट की पहचान की। शव को आज खड्ड से काजा लाया जाएगा आज शव को खड्ड से निकालने का प्रयास किया जाए, क्योंकि पहाड़ी और खतरनाक रास्ते की वजह से बीती शाम को शव नहीं निकाला जा सका। शव को निकालने के बाद उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। इसके बाद विदेशी मूल के पैराग्लाइडर का शव अमेरिकी अंबेसी को सौंपा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद मौत के कारणों से पर्दा उठ सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल सचिवालय कर्मचारियों आम सभा स्थगित:CMO ने वार्ता को बुलाए; DA-एरियर नहीं मिलने से कर्मचारी नाराज, सरकार को घेरने की थी तैयारी
हिमाचल सचिवालय कर्मचारियों आम सभा स्थगित:CMO ने वार्ता को बुलाए; DA-एरियर नहीं मिलने से कर्मचारी नाराज, सरकार को घेरने की थी तैयारी हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारियों ने आज राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बनाने को आम सभा बुलाई थी। मगर सचिवालय कर्मचारियों ने देर शाम इसे स्थगित करने का निर्णय लिया है, क्योंकि मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने इन्हें जल्द मीटिंग के लिए बुलाने का भरोसा दिया है। बता दें कि साल 2016 से लंबित पड़े नए वेतनमान का एरियर और महंगाई भत्ता (DA) नहीं मिलने से कर्मचारी नाराज है। इसके विरोध में बीते अगस्त माह में सचिवालय के बाहर कर्मचारी प्रदर्शन कर चुके हैं। तब कर्मचारियों ने राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों को भी खरी-खोटी सुनाई और कहा कि सरकार पर फिजूलखर्ची के आरोप जड़े। कर्मचारियों ने बताया कि कि सरकार दफ्तरों व सरकारी रैजिडेंस की मरम्मत पर किस प्रकार करोड़ों रुपए खर्च रही हैं। ब्यूरोक्रेट और नेताओं को लाखों की गाड़ियां दी जा रही है, जिनकी दुरुपयोग किया जा रहा है। इस बीच TCP मंत्री राजेश धर्माणी ने कर्मचारियों को लेकर एक बयान दिया। जिस पर कर्मचारी भड़क उठे। कर्मचारियों ने धर्माणी पर जनसभा में तीखे हमले किए। मंत्री के विशेषाधिकार नोटिस से नाराज मंत्री राजेश धर्माणी ने कर्मचारियों नेताओं को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा। इससे कर्मचारी भड़क गए हैं और सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाने की तैयारी में है। इसी मकसद से आज इन्होंने सचिवालय परिसर में कर्मचारियों की आम सभा बुलाई थी। मगर CMO से कर्मचारियों को 3-4 दिन के भीतर मीटिंग के लिए बुलाने का संदेश मिला है। इससे पहले मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर ने भी इन कर्मचारियों के साथ मीटिंग की है और इनकी मांगों को लेकर सहानुभूतिपूर्वक विचार विमर्श का भरोसा दिया है। एरियर-डीए नहीं मिलने पर भड़के सचिवालय कर्मचारी दरअसल, हिमाचल के कर्मचारी और पेंशनर उम्मीद कर रहे थे कि मुख्यमंत्री सुक्खू 15 अगस्त को एरियर और डीए के भुगतान का ऐलान करेंगे। सरकार पर पास कर्मचारी और पेंशनर का लगभग 10 हजार करोड़ रुपए बकाया है। मगर सीएम ने 15 अगस्त को 75 साल या इससे अधिक आयु वाले पेंशनर को उनकी लंबित राशि के भुगतान का तो ऐलान कर दिया, लेकिन कर्मचारियों को कुछ नहीं दिया। इससे सचिवालय कर्मचारी भड़क उठे और 21 व 23 अगस्त को सचिवालय में आम सभा करके सरकार पर तीखे हमले किए। 4 किश्त DA, जनवरी 2016 से वेतनमान का एरियर ड्यू वित्तीय संकट से जूझ रही हिमाचल सरकार पर कर्मचारियों की देनदारी लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश सरकार को डीए की 3 किस्त देनी है। जिसमें पहली किस्त 1 जनवरी 2023, दूसरी 1 जुलाई 2023, तीसरी किस्त 1 जनवरी 2024 और अब 1 जुलाई 2024 से चौथी किस्त भी देय हो गई है। इसी तरह जनवरी 2016 से दिए गए नए व छठे वेतनमान का संशोधित एरियर भी नहीं मिला है। CMO से मिला मीटिंग का निमंत्रण: संजीव हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवा परिसंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से उन्हें तीन-चार दिन के भीतर मीटिंग के लिए बुलाने का भरोसा दिया है। इसे देखते हुए उन्होंने आज की आम सभा को स्थगित किया है।
हिमाचल के पूर्व BJP मंत्री का पार्टी पर कटाक्ष:रमेश धवाला बोले- कांग्रेस-भाजपा में अंतर नहीं, बाहर से आए लोग पार्टी चला रहे
हिमाचल के पूर्व BJP मंत्री का पार्टी पर कटाक्ष:रमेश धवाला बोले- कांग्रेस-भाजपा में अंतर नहीं, बाहर से आए लोग पार्टी चला रहे बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर होते हुए बयान दिया है। उन्होंने देहरा जिला से बीजेपी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष अजय खट्टा को बधाई दी, लेकिन साथ ही पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। धवाला ने कहा कि बीजेपी अब अपने मूल सिद्धांतों और विचारधारा से भटक चुकी है। अजय खट्टा को बधाई देते हुए धवाला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए जिलाध्यक्ष संगठन में सुधार लाने की दिशा में काम करेंगे। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को गालियां देने वाले लोग अब सर्वोपरि हो गए हैं और यह स्थिति पार्टी को कमजोर कर रही है। “सूटेबिलिटी के आधार पर हो रही नियुक्तियां”
देहरा में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आयोजित कार्यक्रम में न जाने पर धवाला ने कहा कि न तो पार्टी ने उन्हें बुलाया और न ही किसी पदाधिकारी ने फोन किया। उन्होंने इसे अपना समय बर्बाद करने वाला कदम बताते हुए कहा कि अब संगठन में संवाद खत्म हो गया है। धवाला ने आरोप लगाया कि अब पार्टी में “सूटेबिलिटी” के आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं, जो कि पार्टी के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से आए लोग अब बीजेपी का मार्गदर्शन कर रहे हैं, जिससे पार्टी की जड़ें कमजोर हो रही हैं। पूर्व में टिकट कटने पर जताई नाराजगी
रमेश धवाला ने अपनी टिकट कटने की घटना को लेकर पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अब उन लोगों को प्राथमिकता दे रही है जो पार्टी को गालियां देते थे। उन्होंने 2024 देहरा उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी टिकट काटकर होशियार सिंह को दी गई, लेकिन होशियार सिंह चुनाव हार गए। इसके परिणामस्वरूप सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने यह सीट जीत ली। पूर्व मंत्री ने कहा कि पार्टी में पहले कार्यकर्ताओं और मंडल स्तर के नेताओं की राय लेकर निर्णय लिए जाते थे। लेकिन अब बाहरी लोगों की पसंद के आधार पर नियुक्तियां हो रही हैं, जिससे पार्टी में संवाद की जगह विवाद बढ़ रहा है। रमेश धवाला भी 2004 में रहे बीजेपी के जिलाध्यक्ष
रमेश धवाला ने कहा कि “मैं 2004 से 2007 तक देहरा का जिलाध्यक्ष रहा। उस समय पारदर्शिता से काम होता था, लेकिन अब पार्टी अपने संविधान को भूल चुकी है।” धवाला ने बीजेपी की मौजूदा कार्यप्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब पार्टी में कांग्रेस से आए नेताओं को प्रमुखता दी जा रही है। धवाला ने कहा कि बीजेपी को अपनी मौलिक विचारधारा और कार्यप्रणाली पर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है।
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