हिमाचल प्रदेश के खजियार में गाड़ी पार्किंग में लगाते समय कार गहरी खाई में गिरने से गुरदासपुर में तैनात पंजाब पुलिस के जवान की मौत का मामला सामने आया है। जिसकी पहचान पंजाब पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रमन कुमार पुत्र जोगिंदर पाल निवासी आईटीआई कालोनी के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि रमन की तैनाती कंट्रोल रूम में चल रही थी। परिवार के साथ गए थे हिमाचल बताया जा रहा है कि रमन कुमार अपने परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश के डलहोजी खजियार गया था। जैसे ही खजियार के पास गाड़ी पार्क करने लगा तो एका एक गाड़ी पीछे खाई में गिर गई। घटना रविवार शाम सात बजे की बताई जा रही है। इस हादसे में रमन की मौके पर ही मौत हो गई। रमन कुमार पंजाब पुलिस के विभिन्न थानों मे अपनी सेवाएं निभा चुके हैं। मौजूदा समय में गुरदासपुर पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात थे। हालांकि रमन ने खजियार रोड पर ट्रैफिक जाम को देखते हुए परिवार को पैदल चलने के लिए कहा और खुद पीछे गाड़ी में आने लगा। जबकि परिवार थोड़ी दूर ही गया था कि तभी ये हादसा हो गया, और उसकी मौत हो गई। . हिमाचल प्रदेश के खजियार में गाड़ी पार्किंग में लगाते समय कार गहरी खाई में गिरने से गुरदासपुर में तैनात पंजाब पुलिस के जवान की मौत का मामला सामने आया है। जिसकी पहचान पंजाब पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रमन कुमार पुत्र जोगिंदर पाल निवासी आईटीआई कालोनी के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि रमन की तैनाती कंट्रोल रूम में चल रही थी। परिवार के साथ गए थे हिमाचल बताया जा रहा है कि रमन कुमार अपने परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश के डलहोजी खजियार गया था। जैसे ही खजियार के पास गाड़ी पार्क करने लगा तो एका एक गाड़ी पीछे खाई में गिर गई। घटना रविवार शाम सात बजे की बताई जा रही है। इस हादसे में रमन की मौके पर ही मौत हो गई। रमन कुमार पंजाब पुलिस के विभिन्न थानों मे अपनी सेवाएं निभा चुके हैं। मौजूदा समय में गुरदासपुर पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात थे। हालांकि रमन ने खजियार रोड पर ट्रैफिक जाम को देखते हुए परिवार को पैदल चलने के लिए कहा और खुद पीछे गाड़ी में आने लगा। जबकि परिवार थोड़ी दूर ही गया था कि तभी ये हादसा हो गया, और उसकी मौत हो गई। . पंजाब | दैनिक भास्कर
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पटियाला में फील्ड में उतरे स्वास्थ्य मंत्री:खुद तालाबों में किया एंटी लार्वा का स्प्रे, घर- घर जाकर की चेकिंग पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर शुक्रवार की सुबह डेंगू पर वार मुहिम के तहत डेंगू का लार्वा ढूंढने के लिए खुद फील्ड में उतर गए। डॉ. बलबीर ने सेहत विभाग की टीमों के साथ शिक्षण संस्थाओं में डेंगू का लार्वा ढूंढने के लिए चलाई राज्य स्तरीय मुहिम की अगुवाई की। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री के साथ अलग-अलग टीमों ने सरकारी फिजिकल कॉलेज, सरकारी स्कूल सिविल लाइंस और सरकारी मल्टीपर्पज स्कूल समेत पंजाबी बाग में घर घर जाकर चेकिंग की। इस दौरान डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि राज्य के लोगों को वैक्टर बोर्न बीमारियों से बचाने के लिए जागरूक करने की मुहिम चलाई गई है। उन्होंने कहा कि ये स्टूडेंट्स आगे अपने घरों और आसपास डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करके इसके खात्मे के लिए योगदान देंगे। तालाब की कराई जांच अपने दौरे के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने स्टूडेंट्स को साथ लेकर सरकारी फिजिकल कॉलेज में पानी से भरे छोटे तालाब की जांच करवाई और उसमें पाए गए लार्वा पर लार्विसाइड दवाई की स्प्रे करवाते हुए उन्हें कहा कि इस लार्वा से पैदा होने वाला मच्छर कॉलेज के स्टूडेंट्स और साथ लगते हॉस्टल के स्टूडेंट्स को डेंगू की चपेट में ले सकता था। उन्होंने कहा कि सब्जी बनाने वाले बचे हुए तेल को खड़े पानी में डालकर लारवा नष्ट किया जा सकता है।
दिव्यांग और बुजुर्ग वोटरों को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने में मदद के लिए तैनात किए वॉलंटियर
दिव्यांग और बुजुर्ग वोटरों को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने में मदद के लिए तैनात किए वॉलंटियर भास्कर न्यूज | बठिंडा शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चुनाव आयोग मतदाताओं की सुविधाओं के अनुसार मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था कर रहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि दिव्यांग व्यक्तियों और 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं के लिए सुविधाजनक मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 1 जून 2024 को मतदान केंद्रों पर वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। जो मतदाताओं को वोट डालने में पूरी सहायता प्रदान करेंगे और उनको पोलिंग बूथ तक लेकर जाएंगे। चुनाव आयोग के आदेश पर बठिंडा लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्रों के 1814 बूथों पर एनसीसी कैडेटों के अलावा वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए जिले के सरकारी स्कूलों के मुखियों से संपर्क किया जाएगा। मतदान करने में असमर्थ मतदाताओं की मदद के लिए एनसीसी और नेहरू युवा केंद्र एनजीओ से मदद ली जाएगी। मतदान करने व पोलिंग बूथ तक पहुंचने असमर्थ वोटरों की मदद करने के लिए तैनात वालांटियरों को बकायदा ट्रेनिंग भी जाएगीहै ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इस कार्य के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को वालंटियर्स की रिपोर्ट जल्द सौंपने के निर्देश दिए, ताकि मतदान से पहले यह तय हो सके कि वालंटियर्स की ड्यूटी किस मतदान केंद्र पर लगाई जाए। चुनाव आयोग की योजना के मुताबिक, हर मतदान केंद्र पर कम से कम पांच वॉलंटियर तैनात रहेंगे। जिले में 14185 दिव्यांग व 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं मतदान के दिन बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग द्वारा जुटाये गये आंकड़ों के अनुसार जिले में 14185 दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर मतदान केंद्र पर व्हील चेयर उपलब्ध रहे। यदि किसी मतदान केंद्र पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या अधिक है तो व्हील चेयर की संख्या बढ़ाई जाएगी। जहां भी आवश्यकता होगी, पीडब्ल्यूडी मतदाताओं को पिक एंड ड्रॉप (परिवहन) की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
15 अगस्त पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल:किसान आंदोलन की वजह से गैलेंट्री अवॉर्ड खारिज, पंजाब पुलिस के 40 अफसरों को सम्मान
15 अगस्त पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल:किसान आंदोलन की वजह से गैलेंट्री अवॉर्ड खारिज, पंजाब पुलिस के 40 अफसरों को सम्मान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल मिले हैं। इनमें गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला है। इसके अलावा 12 अधिकारियों को पुलिस पदक दिया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अधिकारियों को सम्मानित किया। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सभी पुलिस अधिकारियों को बधाई दी है। हालांकि हरियाणा के किसी भी अधिकारी को गैलेंट्री अवार्ड नहीं मिला है। हरियाणा सरकार ने किसानों को दिल्ली से रोकने वाले अफसरों के नाम भेजे थे, जिसे केंद्र ने खारिज कर दिया। इन 13 अधिकारियों को मिलेगा पुलिस पदक
पुलिस पदक पाने वालों में हिसार के एसपी दीपक सहारन, एआईजी कमलदीप गोयल, अंबाला के एसपी सुरिंदर सिंह भौरिया, नूंह के एसपी विजय प्रताप सिंह, CID के DSP दीपक, पानीपत के डीएसपी हेडक्वार्टर संदीप कुमार, गुरुग्राम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार, हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन करनाल के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश, IRB भौंडसी गुरुग्राम के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश, हिसार से सब इंस्पेक्टर राम निवास, आरटीसी भौंडसी गुरुग्राम से सब इंस्पेक्टर संतोष और हिसार के ASI महिंदर सिंह शामिल हैं। पंजाब में इन पुलिस अफसरों को सम्मान 1. सात अफसरों को गैलेंट्री अवार्ड
केंद्र सरकार पंजाब के 7 अधिकारियों को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित करेगी। इनमें असिस्टेंट IG संदीप गोयल, DSP बिक्रमजीत सिंह बराड़, DSP राजन परमिंदर सिंह, इंस्पेक्टर पुष्विंदर सिंह, SI जसप्रीत सिंह, SI गुरप्रीत सिंह और कॉन्स्टेबल सुखराज सिंह का नाम शामिल है। 2. दो अफसरों को राष्ट्रपति मेडल
पंजाब में ADGP वी. नीरजा और एआईजी मनमोहन कुमार को राष्ट्रपति पदक दिया गया है। 3. तेरह अफसरों को पुलिस मेडल
पंजाब पुलिस के 13 अफसरों को पुलिस मेडल दिया गया। इनमें कमांडेंट जगविंदर सिंह, डीएसपी गुरबख्शीश सिंह, डीएसपी संजीव कुमार, इंस्पेक्टर अमरवीर सिंह, इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह, इंस्पेक्टर नरिंदर कुमार, सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह, सब इंस्पेक्टर रणजोत सिंह, सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, सब इंस्पेक्टर रविंदर सिंह, एएसआई नरेश कुमार, एएसआई एम. रमजान और एएसआई गुरदेव सिंह शामिल हैं। 4. 18 पुलिस अफसरों को मुख्यमंत्री पदक
पंजाब पुलिस के 18 पुलिस अफसरों को मुख्यमंत्री पदक दिया जा रहा है। इनमें कमांडेंट जगविंदर सिंह, डीएसपी जसकीरत सिंह, एआईजी स्वर्णदीप सिंह, एआईजी विकास सभ्रवाल, डीएसपी मनीष कुमार, इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, इंस्पेक्टर परमजीत सिंह, इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह, इंस्पेक्टर नवजोत सिंह, इंस्पेक्टर पलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह, सब इंस्पेक्टर जगनदीप सिंह, सब इंस्पेक्टर भोला नाथ, एएसआई जगदीश सिंह, एएसआई हरप्रीत कौर, एएसआई हरजीत सिंह, एएसआई रतन लाल और हेड कॉन्स्टेबल सुखजीत सिंह शामिल हैं। 5. 3 अफसरों को मुख्यमंत्री रक्षक पदक
पंजाब पुलिस के एसआई अमनदीप कुमार, एएसआई जसबीर सिंह और कॉन्स्टेबल रणजीत सिंह को मुख्यमंत्री रक्षक पदक दिया जाएगा। हरियाणा के किसी अधिकारी को नहीं मिला गैलेंट्री अवार्ड
केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को दिए जाने वाले गैलेंट्री अवॉर्ड विजेताओं की लिस्ट में हरियाणा का कोई अफसर शामिल नहीं है। हालांकि, हरियाणा सरकार की ओर से गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए 3 IPS समेत 6 पुलिस अफसरों के नाम प्रस्तावित किए थे। इन सभी नामों के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने यह कहकर खारिज कर दिया कि राज्य की ओर से इनके नाम भेजने में देरी की गई है, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। इन अधिकारियों के नाम थे प्रस्तावित सूची में
हरियाणा सरकार इसी साल किसानों के दिल्ली कूच अभियान को रोकने के लिए हरियाणा-पंजाब के शंभू और जींद के दाता सिंह वाला-खनौरी बॉर्डर पर मुस्तैदी बरतने वाले हरियाणा के 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता पदक दिलाने के पक्ष में थी। हरियाणा पुलिस की ओर से इन अधिकारियों के नामों का प्रस्ताव राज्य गृह मंत्रालय को भेजा गया था। इसमें अंबाला रेंज के IG सिबास कविराज, SP कुरुक्षेत्र जशनदीप सिंह रंधावा, DSP नरेंद्र कुमार, DSP रामकुमार, SP सुमित कुमार और DSP अमित भाटिया का नाम शामिल था। केंद्र ने खारिज कर दिए नाम
फसलों पर MSP की लीगल गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे पंजाब के किसानों को हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रोकने में इन अधिकारियों की अहम भूमिका थी। लेकिन, केंद्र सरकार ने इनके नामों को खारिज कर दिया। केंद्र की ओर से एक मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में कहा गया कि इन नामों की सिफारिश देरी से की गई थी। ऐसे में इन अफसरों को वीरता पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे। हाईकोर्ट ने इस जानकारी को आधार बनाकर याचिका को खारिज कर दिया। वकीलों की संस्था ने याचिका दी थी
इस मामले में लॉयर्स फॉर ह्यूमैनिटी नाम के वकीलों के गैर सरकारी संगठन के प्रधान आरएस बस्सी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उनकी तरफ से अदालत में हरियाणा सरकार की 2 जुलाई की अधिसूचना को रद्द करने की मांग की गई थी। अधिसूचना के मुताबिक, 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदक की केंद्र को हरियाणा सरकार ने सिफारिश भेजी है। याचिका में आरोप लगाया गया था कि इन सभी ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए भारी बल प्रयोग किया था। पंजाब ने जताया था ऐतराज
जब हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन में सेवाएं देने वाले पुलिस अधिकारियों के नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजे, तो उसका पंजाब में जबरदस्त विरोध हुआ था। किसानों से लेकर सभी राजनेताओं ने इसका विरोध किया। इसके बाद पंजाब के विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने इस मामले में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में कहा था कि जो नाम हरियाणा पुलिस ने वीरता पुरस्कारों के लिए भेजे हैं, उन पर पुनर्विचार किया जाए। क्योंकि, इन अफसरों ने शंभू बॉर्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों को दिल्ली जाने से रोका था। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोई भी फैसला लेने से पहले शंभू में पंजाब- हरियाणा बॉर्डर पर बने हालात को ध्यान में रखा जाए। इन्हें मिलता है गैलेंट्री अवॉर्ड
बता दें कि सशस्त्र बलों, अन्य कानूनी रूप से गठित बलों, सिविल सर्विस अफसरों और कर्मियों की बहादुरी व बलिदान के सम्मान के रूप में उन्हें गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जाता है। इसे वीरता पुरस्कार भी कहते हैं। इनकी घोषणा साल में दो बार की जाती है। पात्रों को यह सम्मान गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए जाते हैं