राजस्थान के लाखों सरकारी कर्मचारियों को झटका! OPS पर बड़ा फैसला लेने की तैयारी में सरकार

राजस्थान के लाखों सरकारी कर्मचारियों को झटका! OPS पर बड़ा फैसला लेने की तैयारी में सरकार <p style=”text-align: justify;”>राजस्थान में सवा पांच लाख से ज्यादा राज्य कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम पर एक बार फिर से खतरा मंडराने लगा है. सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को खत्म कर न्यू पेंशन स्कीम लागू करने की शुरुआत कर दी है. पहले फेज में घाटे में चल रहे हैं निगमों – बोर्डों और आयोगों के साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज को भी ओल्ड पेंशन स्कीम खत्म करने की छूट दे दी है. प्रयोग के तौर पर अभी इस वहां लागू करने की कोशिश की जा रही है, जहां कर्मचारियों की संख्या बेहद सीमित है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस प्रयोग को लेकर कर्मचारियों और उनके संगठनों ने अभी से विरोध शुरू कर दिया है. उन्हें इस बात की आशंका सताने लगी है कि कुछ दिनों बाद इसे पूरे राजस्थान में लागू कर दिया जाएगा. कर्मचारियों का साफ तौर पर कहना है कि वह इसे वह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसके लिए लोकतांत्रिक तरीके से हर लड़ाई लड़ेंगे.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>गहलोत सरकार ने लागू की थी ओपीएस</h3>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, राजस्थान की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने साल 2022 में यह ऐलान किया था कि जो भी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना में शामिल होना चाहते हैं वह इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. राज्य के तकरीबन सभी कर्मचारियों ने इसके बाद अपनी पेंशन योजना में बदलाव कर दिया था. 1 अप्रैल 2023 से राज्य के 5,24,822 कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम का फायदा मिलना शुरू हो गया था. देश के दूसरे हिस्सों की तरह राजस्थान में भी 1 जनवरी 2004 से ओल्ड पेंशन स्कीम मिलनी बंद हो गई थी. हालांकि पुराने कर्मचारियों को यह लगातार मिल रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बात की छूट दे दी कि अगर वह चाहे तो अपने कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम खत्म कर उन्हें एनपीएस के दायरे में ला सकती हैं. हालांकि इसे लागू करने से पहले उन्हें सरकार से औपचारिक तौर पर मंजूरी लेनी होगी. जिन संस्थाओं को अभी ओल्ड पेंशन स्कीम खत्म करने की छूट दी गई है, उनमें कर्मचारियों की संख्या बेहद सीमित है. ऐसे में वहां से विरोध की तेज आवाज नहीं निकल पा रही है.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>त्योहार के बाद तेज हो सकता है आंदोलन</h3>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार के इस फैसले के बाद राज्य के दूसरे कर्मचारियो और उनके संगठनों ने इसे लेकर विरोध शुरू कर दिया है. हालांकि विरोध के स्वर अभी धीमे हैं, लेकिन दीपावली और छठ के त्यौहार के बाद इसे धार देने की तैयारी की जा रही है. कर्मचारियों का साफ तौर पर कहना है कि सरकार एक तरह का प्रयोग कर रही है. संस्थाओं के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा और पांच लाख से ज्यादा कर्मचारियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कर्मचारी फिलहाल अपने-अपने दफ्तरों या कार्य स्थलों पर ही प्रदर्शन और नारेबाजी कर अपना विरोध जाता रहे हैं, लेकिन उनका साफ तौर पर कहना है कि आने वाले दिनों में वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे और जरूरत पड़ने पर कामकाज ठप कर हड़ताल पर जाने को भी मजबूर होंगे. कर्मचारियों का कहना है कि अगर सांसद और विधायक खुद अपनी पेंशन योजना में बदलाव नहीं कर रहे हैं तो कर्मचारियों को इसका शिकार क्यों बनाया जा रहा है. वह इसे किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं करेंगे और हर स्तर पर इसका विरोध करेंगे.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>कर्मचारियों के साथ करेंगे आंदोलन- कांग्रेस</h3>
<p style=”text-align: justify;”>चूंकि मामला पांच लाख से ज्यादा कर्मचारियों के हितों से जुड़ा हुआ है, इसलिए सियासी पार्टियां भी इसमें कतई पीछे नहीं रहना चाहतीं. विपक्ष ने भी आंदोलन कर रहे कर्मचारियो का साथ देने की बात कही है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि बीजेपी की मौजूदा सरकार किसी के हित के बारे में नहीं सोच रही है और वह सभी को परेशान करने में लगी हुई है. उनके मुताबिक कर्मचारी अगर इसे लेकर आवाज उठाएंगे तो कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी नजर आएगी.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>सरकारी कर्मचारियों से करेंगे बात</h3>
<p style=”text-align: justify;”>दूसरी तरफ बैकफुट पर आई राजस्थान सरकार का कहना है कि वह जरूरत पड़ने पर कर्मचारियों से बातचीत करने को तैयार है. राज्य के डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के मुताबिक सरकार कर्मचारियों से बातचीत करके ही कोई कदम उठाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दूसरी तरफ इस बारे में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ का दावा है कि ओल्ड पेंशन स्कीम की जगह नई पेंशन स्कीम लागू किए जाने को लेकर कर्मचारियों में कतई कोई नाराजगी नहीं है. अब देखना यह होगा किसी कर्मचारियों की नाराजगी के बाद राजस्थान सरकार अपने कदम वापस खींचती है या फिर ओल्ड पेंशन स्कीम को ही खत्म करती है.</p>

जान दे दूंगी, तलाक नहीं दूंगी:दो शादी वालों की इज्जत नहीं होती; गोंडा में सुसाइड से पहले रोते हुए वीडियो बनाया

जान दे दूंगी, तलाक नहीं दूंगी:दो शादी वालों की इज्जत नहीं होती; गोंडा में सुसाइड से पहले रोते हुए वीडियो बनाया गोंडा में 30 साल की महिला ने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मरने से पहले उसने रोते हुए 4 मिनट का वीडियो बनाया। इसमें वह पति की प्रताड़ना और बार-बार तलाक लेने का दबाव बनाने की बात कह रही है। रोते हुए कह रही- भले ही मर जाऊंगी, लेकिन तलाक नहीं दूंगी। मेरे पति मुझसे मोहब्बत भले न करते हों, लेकिन मैं उनसे हमेशा प्यार करती थी। करती हूं और करती रहूंगी। मुझे तलाक लेकर 10 लोगों के साथ नहीं रहना। एक के साथ रहने की तमन्ना थी। इसलिए ये कदम उठा रही हूं। मेरे बच्चे का ख्याल रखना, उसे खूब पढ़ाना लिखाना…। मामला नगर कोतवाली क्षेत्र का है। 2022 में हुई थी शादी इंदिरा नगर में रहने वाली नाजिया की शादी साल- 2022 में सिद्धार्थनगर निवासी इस्माइल के साथ हुई थी। इस्माइल अपने परिवार के साथ मुंबई में रहकर व्यापार करता है। थाने पहुंचे नाजिया के पिता मोहम्मद उस्मान ने रोते हुए बताया- शादी के बाद से ही इस्माइल मेरी बेटी को दहेज के लिए परेशान करने लगा था। बेटी हम लोगों से ये बातें छिपा लेती थी। वो तलाक लेने का दबाव बना रहा था। बुलेट गाड़ी और 2 लाख रुपए और लाने के लिए प्रताड़ित कर रहा था। दामाद बार-बार तलाक देने के लिए धमका रहा था। 9 अक्टूबर को नाजिया एक शादी में शामिल होने मुंबई से गोंडा आई थी। सोमवार सुबह भी उसका फोन पर झगड़ा हो रहा था। उसने कहा कि कपड़े बदलने के लिए कमरे में जा रही है। सुबह 9 बजे उसने फंदे से लटककर जान दे दी। काफी देर बाद जब दरवाजा नहीं खुला, तो हम लोगों ने दरवाजा तोड़ा। अंदर मेरी बेटी पंखे के कुंडे के सहारे फंदे से लटकी मिली। हमने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस ने बेटी का फोन भी कब्जे में लिया, तो उसमें सुसाइड से पहले के वीडियो मिले। जिसमें मेरी बेटी ने रोते हुए अपना दर्द बताया है। पढ़िए 4 मिनट के वीडियो में नाजिया ने क्या कहा… मैं नाजिया इस्माइल शेख। मुझसे कोई गलती नहीं हुई, फिर भी मेरा पति मुझे तलाक देना चाहता है। वजह यह है कि मेरा भाई पति से एक मोबाइल लेकर आया था। अब पति पैसे मांग रहा है। अब मेरे पति को लग रहा है कि मैं अपने घरवालों की बात कर रही हूं। इसीलिए वो मुझे तलाक दे रहा है। मैं तलाक नहीं चाहती हूं, मैं एक ही आदमी के साथ जिंदगी बिताना चाहती हूं। इसके लिए मैं तलाक नहीं दे सकती, भले ही अपनी जान दे दूं। मेरे मरने के बाद कोई किसी को तकलीफ ना दे। मेरे बच्चे की हिफाजत करे। उसका अच्छा ख्याल रखे। पढ़ा-लिखाकर उसको बड़ा करे। लेकिन, मैं तलाक के मामले से नहीं गुजर सकती। मैं रिश्ते को नहीं बचा पाई
मैं अपने रिश्ते को बचाने के लिए पूरी तरीके से कोशिश कर चुकी हूं, लेकिन मैं नहीं बचा पा रही। मेरा आदमी इस बात पर अड़ा है कि मुझे तलाक देगा। मैं इसकी वजह से किसी को तकलीफ नहीं देना चाहती। इसीलिए मैं यह कदम उठा रही हूं। इसमें मेरे मम्मी-पापा, भाई-बहन किसी की गलती नहीं है। मेरे नसीब की गलती है। शायद मेरे नसीब में यही लिखा था। मैं एक की होकर जीना चाहती हूं, 10 के साथ नहीं रहना
नाजिया ने रोते हुए कहा- मैं एक की होकर रहना चाहती हूं, तलाक लेकर 10 लोगों के साथ नहीं रहना। मैंने देखा है कि जिनकी एक शादी होती है, उनकी इज्जत होती है। जिनकी दो या उससे ज्यादा शादियां होती हैं, उनकी कोई इज्जत नहीं करता। मेरे पति मेरे बच्चे को लेना चाहते हैं, लेकिन मैं बच्चे को देना नहीं चाहती। मैं भी उनके साथ रहना चाहती हूं। लेकिन, अब वो मुझसे तलाक लेना चाह रहे हैं। जबकि, मैं मेरे पति से हमेशा मोहब्बत करती थी, करती हूं और करती रहूंगी। मैं तलाक नहीं लेना चाहती। इसलिए मैं ये कदम उठा रही हूं। दुआ करना मुझे जन्नत नसीब हो। दुआओं में याद रखना…। ये वीडियो बनाने के बाद नाजिया ने अपने कमरे में खुद को बंद कर फांसी लगा ली। मृतका के पिता ने गोंडा के नगर कोतवाली में पति के खिलाफ प्रताड़ना की तहरीर दी है। नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया- नगर कोतवाली पुलिस जांच कर रही है। वीडियो का भी संज्ञान लिया गया है और तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा। ————————- ये खबर भी पढ़ें लखनऊ में कारोबारी की पत्नी की मौत, ससुरालवालों पर FIR; मां बोली- विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ताऊ, इसलिए कार्रवाई नहीं लखनऊ में कारोबारी की पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत मामले में ससुरालवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दरअसल, महिला की गर्दन पर चोट के निशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। मायके वालों का आरोप है कि पति ने 10 लाख के दहेज के लिए हत्या की और शव को अपोलो अस्पताल में छोड़कर भाग गया। पूरी खबर पढ़ें

ग्रेटर नोएडा में चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या:थार और स्विफ्ट से आए हमलावर; लाठी-डंडों से पीटने के बाद 8 राउंड फायरिंग की

ग्रेटर नोएडा में चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या:थार और स्विफ्ट से आए हमलावर; लाठी-डंडों से पीटने के बाद 8 राउंड फायरिंग की ग्रेटर नोएडा में नाली के झगड़े में चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पहले दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। फिर एक पक्ष के लोगों ने गुस्से में दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी। इसमें चाचा-भतीजे समेत एक अन्य युवक घायल हो गया। तीन लोगों को गोली लगते देख आरोपी थार और स्विफ्ट कार से भाग निकले। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने चाचा-भतीजे को मृत घोषित कर दिया। युवक की हालत गंभीर है। घटना से नाराज घरवालों ने चौकी के सामने जीटी रोड पर सड़क जाम कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घरवालों से बात कर उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर वे शांत हुए। इसके बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। मामला जारचा थाना क्षेत्र का है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला नाली को लेकर 19 अक्टूबर को भी हुआ था झगड़ा
प्रिंस भाटी और अजय पाल सेथली गांव में रहते हैं। दोनों पड़ोसी हैं। अजय पाल सीआईएसएफ से इसी साल मार्च में SI के पद से रिटायर हुए हैं। उनके बीच नाली से पानी निकालने को लेकर अक्सर झगड़ा होता रहता था। रविवार को भी उनके बीच कहासुनी और झगड़ा हुआ था। सोमवार सुबह प्रिंस भाटी ने अपने मामा के यहां से कुछ लड़कों को फोन करके बुला लिया। इसके बाद वे लोग स्विफ्ट और थार से आए। उन्होंने लाठी-डंडे और हथियार ले रखे थे। उन्होंने अजय पाल के घर के बाहर गाली-गलौज शुरू कर दी। अजय पाल और भतीजे दीपांशु ने अस्पताल में तोड़ा दम
अजय पाल और उसके परिवार के लोग विरोध करने के लिए जैसे ही बाहर आए, उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसी दौरान प्रिंस के लोगों ने अजय पाल और उसके परिवारवालों पर फायरिंग कर दी। 8 राउंड गोलियां चलीं। इस घटना में अजय पाल और उसके भतीजे दिपांशु भाटी को गोली लग गई। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घरवाले दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
अजय पाल और दीपांशु की मौत होने के बाद उनके घरवाले चौकी के पास पहुंचे। वे जीटी रोड पर धरने पर बैठ गए। सड़क जाम कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही जारचा थाने से पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजन से बात कर घटना की जानकारी ली। परिजन ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया। आधे घंटे बाद वे माने। उनके जाने के बाद पुलिस ने जाम खुलवाया। डीसीपी साद मिया खान ने बताया- सेंथली चौकी इलाके में आज फायरिंग की घटना हुई। इसमें दीपांशु भाटी और अजय की मौत हो गई। परिजन की शिकायत पर प्रिंस भाटी, बॉबी तोमर और मनोज नागर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। घटना की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें बनाई गई हैं। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपी पकड़े जाएंगे। ———————– ये खबर भी पढ़ें… जगुआर से 6 को रौंदने वाला करोड़पति कारोबारी का बेटा, डॉक्टर का दामाद, प्रयागराज में पुलिस ने कार से पकड़ा प्रयागराज में दिवाली मार्केट में जगुआर कार से 6 को कुचलने वाला शख्स रचित मध्यान नामी कारोबारी का बेटा और जानेमाने डॉक्टर का दामाद निकला। चौंकाने वाली बात यह है कि धूमनगंज थाना पुलिस ने देर रात मृतक प्रदीप पटेल के भाई दिलीप की तहरीर पर कार नंबर UP70 DQ 0070 के अज्ञात चालक के खिलाफ FIR दर्ज की। जबकि, पुलिस ने ही रचित को ड्राइविंग सीट से उठाकर एम्बुलेंस से हॉस्पिटल भेजा था। पढ़िए पूरी खबर

फरीदाबाद में जीजा ने साले को मारी गोली:जमीन विवाद के चलते हुए विवाद, बात करते हुए किया फायर, लहूलुहान छोड़ हुआ फरार

फरीदाबाद में जीजा ने साले को मारी गोली:जमीन विवाद के चलते हुए विवाद, बात करते हुए किया फायर, लहूलुहान छोड़ हुआ फरार हरियाणा में फरीदाबाद के में जमीनी विवाद को लेकर जीजा ने अपने साले को गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल साले को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। सारण थाना पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। साथ ही फरार आरोपी जीजा की तलाश में जुट गई है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, क्या है पूरा मामला… पुलिस ने जांच शुरू की
पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पर्वतीय कॉलोनी पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने घायल रॉबिन का बयान दर्ज कर लिया है। आरोपी आशीष के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई संभावित ठिकानों पर छापामारी शुरू कर दी है।

बालाघाट के कटंगी में बाघ ने चरवाहे पर किया हमला, वन विभाग का सर्च ऑपरेशन जारी

बालाघाट के कटंगी में बाघ ने चरवाहे पर किया हमला, वन विभाग का सर्च ऑपरेशन जारी <p style=”text-align: justify;”>मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के कटंगी परिक्षेत्र में एक बार फिर बाघ का आतंक लौट आया है. आदमखोर बन चुका बाघ अब तक कई बार इंसानों पर हमला कर चुका है. बाघ के हमले में सिवनी जिले का एक चरवाहा गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए नागपुर रेफर किया गया है. वहीं बाघ की तलाश में रेस्क्यू टीम पिछले तीन दिनों से जंगल में डेरा डाले हुए है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के मुताबिक, यह घटना अंबेझरी गांव के पास की बताई जा रही है, जहां शनिवार शाम को 60 वर्षीय चरवाहा खेमराज नाने मवेशी चराने गया था. अचानक झाड़ियों से निकले बाघ ने उस पर झपट्टा मारा. गिरने की वजह से उसकी जान तो बच गई, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया. ग्रामीणों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत नाज़ुक होने पर नागपुर रेफर कर दिया गया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>तीन दिनों से बाघ की तलाश कर रहे वनकर्मी</h3>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले तीन दिनों से पेंच टाइगर रिजर्व से आई रेस्क्यू टीम, हाथी दल और ड्रोन कैमरों की मदद से जंगल में बाघ की तलाश कर रही है. मगर, वन विभाग की टीम के हाथ बाघ नहीं लग सका है, जिससे स्थानीय रहवासियों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में एक नहीं, बल्कि दो बाघ सक्रिय हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>ग्रामीणों ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल</h3>
<p style=”text-align: justify;”>अंबेझरी, पथरापेठ और पिपरवानी गांवों में लोगों में जबरदस्त दहशत है. परिक्षेत्र अधिकारी बाबूलाल चढ्ढार ने बताया कि रेस्क्यू टीम पूरी ताकत से बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रही है. हालांकि ग्रामीणों ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>एक साल में बाघ के हमले में 5 मौत</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि बीते एक साल में अब तक बाघ के हमले से पांच ग्रामीणों की मौत हो चुकी है, वहीं शनिवार को घटी यह छठवीं घटना है जिसमें चरवाहा गंभीर रूप से घायल हो चुका है जो जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. फिलहाल बाघ की लोकेशन को लेकर रेस्क्यू टीम अलर्ट है, लेकिन लगातार हो रहे हमले से जंगल से सटे गांवों में डर का माहौल बना हुआ है.</p>

Dehradun News: आपदा प्रभावित लोगों से मिलने सहस्त्रधारा पहुंचे CM धामी, हर संभव मदद का दिलाया भरोसा

Dehradun News: आपदा प्रभावित लोगों से मिलने सहस्त्रधारा पहुंचे CM धामी, हर संभव मदद का दिलाया भरोसा <p style=”text-align: justify;”>देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में सितंबर माह में आई आपदा से उजड़े मजाड़ा और कार्लीगाड़ गांवों के लोगों के बीच सोमवार (20 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे. पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित परिवारों के साथ दिवाली मनाई और उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने कहा कि सरकार आपदा पीड़ितों के पुनर्वास और मुआवजे के लिए हरसंभव मदद करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री के दौरे से पहले रविवार को प्रशासनिक टीमों ने गांव में व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सुरक्षा व स्वागत की तैयारियों को अंतिम रूप दिया था. सीएम धामी ने आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>सहस्त्रधारा के मजाड़ा-कार्लीगाड़ बारिश से आई थी आपदा</h3>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि 15 सितंबर को सहस्त्रधारा मार्ग स्थित मजाड़ा-कार्लीगाड़ गांवों में भारी बारिश के कारण आई आपदा ने तबाही मचा दी थी. भूस्खलन और मलबे की चपेट में आने से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए थे. मजाड़ा गांव में एक मजदूर सहित स्थानीय युवक अंकित की मौत हो गई थी, जबकि कई लोगों के घर पूरी तरह ढह गए थे. इसके अलावा क्षेत्र में बने कुछ रिसॉर्ट और भवन भी भारी नुकसान की चपेट में आए थे.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>आपदा के एक माह बाद भी हालात जस के तस</h3>
<p style=”text-align: justify;”>आपदा के एक महीने बाद भी गांव में हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाए हैं. प्रभावित परिवार अब भी अस्थायी आश्रयों में रह रहे हैं और जीवन पटरी पर लौटने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में गांव के लोगों ने इस बार दीपावली न मनाने का निर्णय लिया था. उनका कहना था कि जब पूरा गांव उजड़ चुका है, तो त्योहार का कोई अर्थ नहीं रह गया.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>आपदा प्रभावितों के साथ दिवाली मनाएंगे सीएम धामी</h3>
<p style=”text-align: justify;”>लोगों की इस भावनात्मक स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया कि वे स्वयं मजाड़ा जाकर ग्रामीणों के साथ दीपावली मनाएंगे. सोमवार को उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की, आपदा राहत कार्यों की प्रगति का निरीक्षण किया और अधिकारियों को तेजी से पुनर्वास कार्य पूरा करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम धामी ने कहा कि आपदा ने भले ही भौतिक नुकसान पहुंचाया हो, लेकिन सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के जीवन में फिर से उजाला लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि मजाड़ा और कार्लीगाड़ के लोगों को पुनर्वास योजना के तहत स्थायी आवास और आवश्यक सुविधाएं जल्द उपलब्ध कराई जाएंगी. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के साथ दीप जलाकर यह संदेश दिया कि प्रदेश सरकार उनकी पीड़ा में पूरी तरह सहभागी है और संकट की इस घड़ी में वे अकेले नहीं हैं.</p>

उत्तराखंड में बढ़ते प्रदूषण से AQI बिगड़ा, ड्रोन से किया गया पानी का छिड़काव

उत्तराखंड में बढ़ते प्रदूषण से AQI बिगड़ा, ड्रोन से किया गया पानी का छिड़काव <p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड में हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है. प्रदेश के कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) मध्यम श्रेणी में पहुंच गया है. बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PCB) ने नया कदम उठाते हुए ड्रोन के माध्यम से पानी का छिड़काव अभियान शुरू किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रविवार ( 19 अक्टूबर) से देहरादून, ऋषिकेश और काशीपुर में यह अभियान चलाया गया. देहरादून में घंटाघर और अन्य प्रमुख स्थानों पर तीन ड्रोन से छिड़काव किया गया. वहीं, ऋषिकेश और काशीपुर में एक-एक ड्रोन की मदद से कुल 17 स्थानों पर पानी का छिड़काव किया गया. इस कदम का उद्देश्य धूल और धुंध के स्तर को कम करना और लोगों को स्वच्छ हवा मुहैया कराना है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>प्रदूषण से बिगड़ रही उत्तराखंड की हवा</h3>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के अनुसार बता दें कि पिछले कुछ दिनों में देहरादून का AQI पहले संतोषजनक स्तर पर था, जो अब मध्यम श्रेणी में पहुंच गया है. 17 अक्टूबर को काशीपुर का AQI संतोषजनक था, लेकिन 18 अक्तूबर को यह मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया. इसके अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश और रुद्रपुर में भी वायु गुणवत्ता में गिरावट देखी गई है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>ड्रोन के माध्यम से किया जा रहा पानी का छिड़काव</h3>
<p style=”text-align: justify;”>विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में बदलाव, धूलकणों की बढ़ोतरी और निर्माण कार्यों के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का मानना है कि ड्रोन के माध्यम से पानी का छिड़काव करने से हवा में उड़ती धूल पर काबू पाया जा सकता है और लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी. यह तकनीक शहरों में प्रदूषण नियंत्रण का एक प्रभावी तरीका माना जा रहा है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करें लोग- बोर्ड</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बोर्ड ने जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक वाहन उपयोग से बचें और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करें. विशेषकर दीपावली के दौरान पटाखों और वाहन धुएं से वायु प्रदूषण बढ़ सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. अधिकारियों का कहना है कि यदि जनता सहयोग करेगी और सतर्कता बरती जाएगी, तो AQI को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अभियान के तहत ड्रोन से किए गए पानी के छिड़काव को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि यह तकनीक समय-समय पर शहरों में लागू की जाएगी ताकि हवा में प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके.</p>

शिमला में प्रधान की घिनौनी हरकत, तंत्र-मंत्र का डर दिखाकर 13 साल की छात्रा के साथ किया रेप

शिमला में प्रधान की घिनौनी हरकत, तंत्र-मंत्र का डर दिखाकर 13 साल की छात्रा के साथ किया रेप <p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश में 13 साल की स्कूली छात्र के साथ रेप करने का मामला प्रकाश में आया है. पंचायत प्रधान ने तंत्र-मंत्र की आड़ में छात्रा को 2 बार अपनी हवस का शिकार बनाया. पीड़ित छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध रेप व पोक्सो एक्ट में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला शिमला जिला के झाकड़ी थाना के अंतर्गत सामने आया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी ने तंत्र-मंत्र का डर दिखाकर किया शिकार</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपी किशोरी लाल ने उसे तांत्रिक विद्या और परिवार की मौत का डर दिखाकर 15 अक्टूबर और 17 अक्टूबर को अपने घर बुलाकर रेप किया. आरोपी ने इससे पहले 21 सितंबर को भी उसे तंत्र मंत्र का खौफ दिखाकर धमकाया था. पीड़िता की शिकायत पर थाना झाकड़ी में बीएनएस की धारा 65 और पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>घटना का विवरण</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>मिली जानकारी के मुताबिक छात्रा 21 सितंबर को स्कूल जा रही थी. उसने गले में एक माला पहन रखी थी. उस समय रास्ते में आरोपी किशोरी लाल मिला और उसने पूछा कि उसे गले की माला किसने दी है. पीड़िता ने जवाब दिया कि उसकी सहेली ने दिया है. इस पर आरोपी ने उसके गले में पड़ी माला को छुआ. आरोपी ने उसकी सहेली से कहा कि जब उसने माला को छुआ तो उसे झटका लगा. सहेली ने पूछा कि ऐसा कैसे हो सकता है. तब आरोपी ने कहा कि उसे तंत्र-मंत्र का ज्ञान है. यह माला मंत्रों से सिद्ध की जानी चाहिए नहीं तो उसके परिवार की मौत हो जाएगी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने दर्ज की FIR और आरोपी गिरफ्तार</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>पीड़िता द्वारा दी गई शिकायत के मुताबिक 15 अक्टूबर को जब वह स्कूल जा रही थी तो आरोपी ने उसे अपने घर बुलाया और पानी पिलाया. इसके बाद उसने उससे अनुचित हरकत करने की बात कही. जब वो जाने लगी तो आरोपी ने दरवाजे के पास उसका हाथ पकड़ लिया और उसे कमरे में ले जाकर उसके साथ गलत काम किया. पंचायत प्रधान उसे तांत्रिक ज्ञान का डर दिखाकर धमका रहा था. शिकायत के अनुसार 17 अक्टूबर को भी आरोपी ने उसे अपने घर बुलाया. वह डर के कारण उसके घर चली गई. आरोपी ने फिर से उसके साथ रेप किया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.</p>

शर्मनाक! हमीरपुर में दबंगों ने दलित युवक से चटवाए जूते, पीट-पीटकर तोड़ा हाथ, 12 दिन बाद FIR दर्ज

शर्मनाक! हमीरपुर में दबंगों ने दलित युवक से चटवाए जूते, पीट-पीटकर तोड़ा हाथ, 12 दिन बाद FIR दर्ज <p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही बेहतर कानून व्यवस्था को लेकर लाख दावे कर रही हो, लेकिन हमीरपुर जिले से सामने आई इस घटना ने न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं. बल्कि, पुलिसिया कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामले 12 दिन बाद मुकदमा दर्ज किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, हमीरपुर जिले के थाना सुमेरपुर इलाके में संविधान निर्माता डा.भीमराव आंबेडकर की फोटो फाड़ने के पुराने मामले में नाराज चल रहे दबंगों ने खुन्नस में एक दलित युवक से पहले अपने जूते चटवाए और फिर गाली गलौज की. जब इतने में भी आरोपियों का जी नहीं भरा तो युवक से मारपीट कर उसका हाथ तोड़ दिया.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>एसपी के निर्देश दर्ज हुआ केस</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बताया गया कि यह घटना बीते पांच अक्टूबर की है. पीड़ित ने थाने के कई चक्कर लगाए लेकिन थाना पुलिस ने कोई सुनवाई नही की. पीड़ित ने थकहार कर पुलिस अधीक्षक डा.दीक्षा शर्मा से मिलकर सारी घटना बताई. एसपी के आदेश पर एक नामजद एवं दो अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>क्या है मामला?</h3>
<p style=”text-align: justify;”>सुमेरपुर थानाक्षेत्र के सिमनौड़ी गांव निवासी उमेश बाबू वर्मा ने बताया कि वह बीते 5 अक्टूबर को बाजार आ रहा था. तभी गांव किनारे सड़क पर गांव निवासी अभय सिंह अपने दो अज्ञात साथियों के साथ बैठा था. उसे देखते ही उन्होंने रोक लिया और पुराने प्रकरण को लेकर जातिसूचक गालियां देते हुए जबरिया सभी लोगों ने उससे अपने अपने जूते चटवाये और फिर मारपीट करते हुए हाथ तोड़ दिया.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच</h3>
<p style=”text-align: justify;”>पीड़ित ने कहा कि, घटना से स्थानीय पुलिस को अवगत कराया था लेकिन पुलिस ने उसे टरका दिया. पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी. पुलिस ने 12 दिन बाद अभय सिंह एवं उसके दो अज्ञात साथियों को नामजद करते हुए दलित उत्पीड़न सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष सुमेरपुर अनूप सिंह का कहना है कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच की जा रही है.</p>

नगरोटा उपचुनाव: नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ने शमीम बेगम को बनाया उम्मीदवार, BJP से होगी टक्कर

नगरोटा उपचुनाव: नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ने शमीम बेगम को बनाया उम्मीदवार, BJP से होगी टक्कर <p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस द्वारा नगरोटा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को जिला विकास परिषद सदस्य शमीम बेगम को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. इसके साथ ही, नगरोटा में मुकाबला “केवल महिलाओं” का होगा क्योंकि अब भारतीय जनता पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सीधा मुकाबला तय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नेकां के जम्मू प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा इस सीट से चुनाव न लड़ने का फैसला करने के बाद, पार्टी ने डीडीसी सदस्य शमीम बेगम को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान ने उनके नाम को मंजूरी दे दी है और वह नामांकन पत्र दाखिल करेंगी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जिला विकास परिषद का चुनाव जीत चुकी हैं</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>एक मुस्लिम गुज्जर महिला शमीम बेगम ने नगरोटा से 2020 का जिला विकास परिषद चुनाव जीता है और वह बीजेपी की नगरोटा उम्मीदवार देवयानी राणा को कड़ी चुनौती देंगी. बीजेपी ने नगरोटा से देवेंद्र सिंह राणा की बेटी देवयानी राणा को मैदान में उतारा है. देवयानी और जेकेएनपीपी-आई के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने शनिवार को इस निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.<br /><br />देवेंद्र सिंह राणा ने 2024 के विधानसभा चुनावों में यह सीट रिकॉर्ड 30,472 मतों के अंतर से जीती थी, उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार जोगिंदर सिंह को हराया था, जिन्हें 17,641 मत मिले थे. कांग्रेस उम्मीदवार बलबीर सिंह 5,979 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>इंडिया गठबंधन में बढ़ी दरार</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगियों के बीच बढ़ती दरार के बीच, कांग्रेस ने नगरोटा सीट पर चुनाव लड़ने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रस्ताव को यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि उसने भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए यह सीट अपने सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए छोड़ने का फैसला किया है.<br />देर रात हुए एक घटनाक्रम में, कांग्रेस ने “व्यापक हितों और बीजेपी को हराने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए” इस सीट पर चुनाव न लड़ने का फैसला किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गठबंधन के लिए कांग्रेस ने छोड़ी सीट </strong><strong><br /></strong>कांग्रेस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट पर विस्तृत विचार-विमर्श और विभिन्न कारकों को ध्यान में रखते हुए- जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि 2024 के पिछले विधानसभा चुनावों में, जो कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मैत्रीपूर्ण आधार पर लड़े थे, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उक्त निर्वाचन क्षेत्र के अंतिम चुनाव परिणामों में दूसरा स्थान हासिल किया था. कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन के व्यापक सिद्धांतों और लक्ष्यों को आगे बढ़ाते हुए, यह सीट अपने सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए छोड़ने का फैसला किया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>राज्यसभा सीट को लेकर मतभेद</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच संबंधों में उस समय खटास आ गई जब कांग्रेस ने 24 अक्टूबर को होने वाले आगामी राज्यसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस को सुरक्षित सीट देने से इनकार कर दिया. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस को चौथी, अपेक्षाकृत जोखिम भरी सीट की पेशकश की थी, जिस पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. जम्मू-कश्मीर और नई दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व, नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा राज्यसभा चुनावों में पार्टी को ‘सुरक्षित’ सीट देने की अपनी प्रतिबद्धता से ‘मुकरने’ से नाराज हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>रविवार को, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आगा सैयद महमूद को बडगाम से अपना उम्मीदवार घोषित किया. सोमवार नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है. आवेदनों की जांच 22 अक्टूबर तक की जाएगी और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 24 अक्टूबर है. नगरोटा और बडगाम विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को होने हैं.</p>