मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मीनगर करने की मांग पर सियासी ‘संग्राम’, जमकर चले जुबानी तीर

मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मीनगर करने की मांग पर सियासी ‘संग्राम’, जमकर चले जुबानी तीर <p style=”text-align: justify;”><strong>Muzaffarnagar News:</strong> पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग उठने लगी है. उर्दू को लेकर चल रहे बयानों के बीच अब मुफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग ने सियासत गर्म कर डाली है. ये मांग एमएलसी मोहित बेनीवाल ने उठाई है. मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग करते ही मोहित बेनीवाल सपा, कांग्रेस, आजाद समाज पार्टी और आप के निशाने पर आ गए. इस मांग ने एक बार फिर बीजेपी के खिलाफ पश्चिमी यूपी में बयानों की बौछार करा डाली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विधान परिषद का बजट सत्र चल रहा है. एमएलसी मोहित बेनीवाल ने बजट सत्र में मुफ्फरनगर जिले का नाम बदलकर ‘लक्ष्मीनगर’ करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि ये जिला महाभारतकाल से जुड़ा हुआ है. नाम बदलने का प्रश्न नहीं है बल्कि हमारे सांस्कृतिक गौरव, सभ्यता के पुनर्जागरण और एतिहासिक सत्य की पुनर्स्थापना का संकल्प है, क्योकि मुजफ्फरनगर कोई साधारण भूमि नहीं है, यहां ‘शुक्रताल’ में राजा परीक्षित ने ऋषि शुकदेव से भागवत पुराण का श्रवण किया था. क्या इतना होने के बाद भी ये उचित है कि एक पवित्र स्थान का नाम एक मुगल शासक मुजफ्फर अली के नाम से जाना जाए. ये क्षेत्र कृषि, व्यापार और आर्थिक सम्पन्नता के साथ गुड़ की मिठास का भी केन्द्र है. ‘लक्ष्मीनगर’ नाम क्षेत्र की प्रगति का प्रतीक बनेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जुमलेबाजी से नहीं कारखाने और यूनिवर्सिटी बनने से होगा विकास- सपा</strong><br />मुजफ्फरनगर का नाम ‘लक्ष्मीनगर’ करने की मांग उठाते ही बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी मोहित बेनीवाल विपक्ष के निशाने पर आए. मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि जुमलेबाजी से काम नहीं चलेगा, काम विकास से होगा. मोहित बेनीवाल सम्मानित सदन के सम्मानित सदस्य हैं, मुजफ्फरनगर और शामली के लिए बड़े कारखाने मांगते, राजकीय यूनिवर्सिटी स्थापित करने या फिर मेडिकल कॉलेज की मांग करते तो हम स्वागत करते, नाम में क्या रखा है. नौजवानों के रोजगार की बात करें जुमलेबाजी कर हर बार नया शगुफा न छोड़ें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुजफ्फरनगर का नाम ‘लक्ष्मीनगर’ करने की मांग उठाने पर आजाद समाज पार्टी के मेरठ मंडल प्रभारी डा. अमित गुर्जर बोले कि भाजपा के लोगों को विकास की बात करनी चाहिए, मुजफ्फरनगर का नाम बदलने से क्या होगा. यहां बड़े उधोग लगवाएं मोहित बेनीवाल, नाम बदलने से कुछ नहीं होने वाला है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के मेरठ जिलाध्यक्ष अवनीश काजला का कहना है कि मुजफ्फरगर ही क्यों पूरे भारत के जिलों के नाम बदल डाले, इससे भला होने वाला नहीं है. अब तो ट्रिपल इंजन की सरकार है, तुष्टिकरण और नाम बदलने की राजनीति छोड़कर विकास की बात करें, अपनी नाकामी छिपाने के लिए नाम बदलने की सियासत न करें.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”http://abplive.com/states/up-uk/ansal-group-news-victims-of-ansal-group-expressed-their-pain-lakhs-of-rupees-are-stuck-for-13-years-ann-2897725″><strong>अंसल ग्रुप के पीड़ितों ने बयान किया दर्द, 13 साल से फंसे हैं लाखों रुपये, FIR तक नहीं लिखी जा रही</strong></a></p>

Delhi Weather: दिल्ली में ठंडी हवाओं से गिरा पारा, मौसम विभाग का बड़ा अपडेट, अगले 5 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?

Delhi Weather: दिल्ली में ठंडी हवाओं से गिरा पारा, मौसम विभाग का बड़ा अपडेट, अगले 5 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Weather Today:</strong> दिल्ली एनसीआर के मौसम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है. सुबह और शाम को ठंड तो दोपहर के समय तेज धूप गर्मी का एहसास करा रही है. ठंडी हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट आई है. मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार के बाद मौसम में तेजी से बदलाव के संकेत हैं. रंगों का त्योहार <a title=”होली” href=”https://www.abplive.com/topic/holi-2025″ data-type=”interlinkingkeywords”>होली</a> से पहले दिल्ली में तापमान बढ़ने का अनुमान है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को उत्तर-पश्चिम दिशा से तेज हवाएं चलने का अनुमान है. हवा की गति सुबह के समय 14 से 18 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है. आईएमडी ने कहा कि इसके बाद हवा की गति धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है, जो दोपहर में उत्तर-पश्चिम दिशा से 12 से 14 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच रह जाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आईएमडी के अनुसार गुरुवार को दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 30 और 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है. प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट के अनुसार शुक्रवार से हवा की गति कम हो जाएगी. उसके बाद तापमान धीरे-धीरे बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है. 11 मार्च तक अधिकतम तापमान 32 से ज्यादा रहने की उम्मीद है. जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक रहने की उम्मीद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली में 2 डिग्री गिरा पारा&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में बुधवार को तेज हवाएं चलीं और पूरे दिन 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.4 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग के अनुसार सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 55 प्रतिशत दर्ज की गई और अधिकतम तापमान के 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक्यूआई 108&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 108 रहा जो &lsquo;मध्यम&rsquo; श्रेणी में आता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, एक्यूआई शून्य से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/MjLl_RQ892M?si=IwlMpWZJFUAZtV8Q” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”पंजाब में अरविंद केजरीवाल को वीवीआईपी ट्रीटमेंट पर BJP ने उठाए सवाल, लगाए ये बड़ा आरोप” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/bjp-leader-tarun-chugh-attack-arvind-kejriwal-who-is-hoshiarpur-vipassana-visit-in-punjab-ann-2897780″ target=”_blank” rel=”noopener”>पंजाब में अरविंद केजरीवाल को वीवीआईपी ट्रीटमेंट पर BJP ने उठाए सवाल, लगाए ये बड़ा आरोप</a></strong></p>

‘छत्रपति संभाजी महाराज के साथ…’, फिल्म ‘छावा’ देखने के बाद बोले सीएम देवेंद्र फडणवीस

‘छत्रपति संभाजी महाराज के साथ…’, फिल्म ‘छावा’ देखने के बाद बोले सीएम देवेंद्र फडणवीस <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Latest News:</strong> महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुंबई में विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ की विशेष स्क्रीनिंग में शामिल हुए. ऐतिहासिक फिल्म देखने के बाद सीएम फडणवीस ने छत्रपति संभाजी महाराज की सच्ची कहानी को ‘छावा’ के माध्यम से साझा करने के लिए निर्माताओं की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि “छत्रपति संभाजी महाराज 11 अलग-अलग भाषाओं के जानकार थे. वे कवि और लेखक भी थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “छावा फिल्म से भारत के कई लोगों को छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में अधिक जानकारी मिली है और मैं ‘छावा’ क्रू के सदस्यों और पूरी टीम को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने फिल्म में इतिहास को पूरी तरह से चित्रित किया है. मैं निर्माता, निर्देशक, वितरक, अभिनेता और अभिनेत्रियों को धन्यवाद देता हूं. शानदार व्यवस्था के लिए अदिति तटकरे का धन्यवाद.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इतिहासकारों ने बहुत अन्याय किया- सीएम</strong><br />महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘छावा’ छत्रपति संभाजी महाराज के वीर जीवन पर प्रकाश डालने में कामयाब रही है. मुख्यमंत्री ने कहा, “इतिहास लिखने वालों ने छत्रपति संभाजी महाराज के साथ बहुत अन्याय किया, लेकिन इस फिल्म के माध्यम से उनकी वीरता, बहादुरी, चतुराई, बुद्धिमत्ता, ज्ञान, उनके जीवन के ये सभी पहलू लोगों के सामने आ रहे हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>”जिस तरह छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद छत्रपति संभाजी महाराज ने लगातार स्वराज्य की रक्षा की, उनका बलिदान इस फिल्म के माध्यम से लोगों के सामने आ रहा है. मैं इस फिल्म के निर्माताओं और पूरी टीम को बधाई देना चाहता हूं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री के साथ ‘छावा’ की विशेष स्क्रीनिंग में कई अन्य राजनीतिक नेता और गणमान्य लोग भी शामिल हुए. निर्देशक लक्ष्मण उटेकर द्वारा निर्देशित ‘छावा’ शिवाजी सावंत के मराठी उपन्यास ‘छावा’ का सिनेमाई रूपांतरण है. फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज के रूप में <a title=”विक्की कौशल” href=”https://www.abplive.com/topic/vicky-kaushal” data-type=”interlinkingkeywords”>विक्की कौशल</a>, महारानी येसूबाई के रूप में रश्मिका मंदाना, मुगल शहंशाह औरंगजेब के रूप में अक्षय खन्ना, सरसेनापती हंबीराव मोहिते के रूप में आशुतोष राणा, सोयराबाई के रूप में दिव्या दत्ता, जीनत-उन-निसा बेगम के रूप में डायना पेंटी और राजकुमार अकबर के रूप में नील भूपलम हैं</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- </strong><strong><a title=”सरपंच मर्डर केस का जिक्र कर सदन में छगन भुजबल बोले, ‘क्या कोई इन घटनाओं के बारे में…” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/chhagan-bhujbal-ncp-leader-reaction-on-sarpanch-santosh-deshmukh-murder-case-maharashtra-crime-news-2897937″ target=”_blank” rel=”noopener”>सरपंच मर्डर केस का जिक्र कर सदन में छगन भुजबल बोले, ‘क्या कोई इन घटनाओं के बारे में…'</a></strong></p>
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खालिस्तानी समर्थकों ने लंदन में विदेश मंत्री की कार घेरी:तिरंगा लेकर डॉ. एस शंकर के सामने पहुंचे, फाड़ने की कोशिश की

खालिस्तानी समर्थकों ने लंदन में विदेश मंत्री की कार घेरी:तिरंगा लेकर डॉ. एस शंकर के सामने पहुंचे, फाड़ने की कोशिश की भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने निशाना बनाया। जब वे अपनी कार से जा रहे थे, तो एक शख्स उनकी ओर भागने की कोशिश करता हुआ दिखाई दिया। इस दौरान उसने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फाड़ने जैसी शर्मनाक हरकत भी की। घटना के दौरान पुलिस वहां मौजूद थी, लेकिन खालिस्तानी गुंडों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं देखी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ऐसा लग रहा था जैसे पुलिस को हस्तक्षेप न करने के आदेश दिए गए हों। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश है। विरोध प्रदर्शन से भारतीय नाराज़ इस घटना के बाद लंदन में भारतीयों ने विरोध प्रदर्शन किया है। लोग ब्रिटिश सरकार से मांग कर रहे हैं कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, भारत सरकार से भी इस मुद्दे को कूटनीतिक स्तर पर उठाने की उम्मीद है। पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं गौरतलब है कि खालिस्तानी तत्वों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियां इससे पहले भी कई बार विदेशों में देखी जा चुकी हैं। ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका जैसे देशों में भारतीय दूतावासों के बाहर ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिन पर भारत सरकार पहले ही विरोध जता चुकी है।

लखनऊ टुडे, 6 मार्च- आपके काम की खबर:LU में कला उत्सव; 9 रास्तों पर रहेगा डायवर्जन; नेशनल पीजी कॉलेज में ‘ओज महोत्सव’ शुरू

लखनऊ टुडे, 6 मार्च- आपके काम की खबर:LU में कला उत्सव; 9 रास्तों पर रहेगा डायवर्जन; नेशनल पीजी कॉलेज में ‘ओज महोत्सव’ शुरू नमस्कार लखनऊ, मुस्कुराइए, आज 6 मार्च दिन गुरुवार है… हम आपके लिए आज के इवेंट और आपसे जुड़ी काम की बातों को लेकर आए हैं। इसमें बता रहे हैं कि शहर में कहां और क्या-क्या हो रहा है। बिजली किन इलाकों में कटेगी, पानी किन इलाकों में नहीं आएगा। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट्स कहां हो रहे हैं। शहर का मौसम, सिटी का ट्रैफिक, सिनेमा, स्कूल-कॉलेज से जुड़ी जानकारियां भी हैं। पढ़िए क्या कुछ है, आपके काम की बातें… शहर में आपसे जुड़ी सुविधाएं और हेल्पलाइन नंबर- हमसे संपर्क कीजिए यदि आपके पास लखनऊ में किसी इवेंट की जानकारी या कोई ऐसी खबर है, जो पूरे शहर के काम की है तो हमें 9454292638 पर वॉट्सऐप कर सकते हैं। लखनऊ टुडे को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक भी दे सकते हैं।

शराब के नशे में कहासुनी, युवक की हत्या:झज्जर में पिता से बोला आरोपी-बेटे को ले जाओ, मौके पर पहुंचे तो बेसुध पड़ा मिला

शराब के नशे में कहासुनी, युवक की हत्या:झज्जर में पिता से बोला आरोपी-बेटे को ले जाओ, मौके पर पहुंचे तो बेसुध पड़ा मिला हरियाणा के झज्जर में शराब के नशे में युवक की हत्या कर दी गई। आपसी कहासुनी के बाद शराब पीते हुए झगड़े में युवक पर हमला किया। पुलिस ने आज मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार, घटना बीते कल की है। गांव दुबलधन में दो युवक एक साथ प्लाट में बैठे थे। बात करते समय उन दोनों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। आपसी झगड़े के कारण सोनू नाम के युवक की मौत हुई है। गांव दुबलधन के किरमाण पाना के निवासी बिशम्बर ने पुलिस को शिकायत दी है। आरोपी बोला-सोनू को ले जाओ मृतक के पिता ने बताया कि बीते दिन वह अपने घर की ओर जा रहा था। रास्ते में गांव का ही युवक सुरेंद्र मिला और उसने कहा कि सोनू को ले जाओ। व्यक्ति ने घर जाकर अपनी पत्नी को सोनू के बारे में बताया और लेने भेज दिया। शरीर पर चोटों के निशान मिले शिकायत में बताया कि महिला जब वहां गई तो सोनू गली के बाहर पड़ा मिला। जिसे घर लाया गया तो उसके शरीर पर चोटों के निशान पाए गए। घर पर उन्होंने सोनू को बोलना चाहा, तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया था। मृतक दो बहनों का इकलौता भाई
जिले के गांव दुबलधन में मारा गया सोनू अपने घर में दो बहनों का इकलौता भाई था। मृतक के पिता बिशम्बर ने बताया कि उसकी दो बेटियां हैं और एक बेटा। गांव के ही युवक सुरेंद्र उर्फ टोनी ने सोनू की हत्या की है। बैंगलोर रहता था मृतक
मृतक सोनू के पिता ने बताया कि वह गाड़ियों पर ड्राईवरी का काम करता है। सोनू बैंगलोर में अपने बीवी बच्चों के साथ बैंगलोर में रहता था। वह 5, 6 महिने पहले ही गांव में आया था और यहां भी गाड़ी चलाने का काम करता है। मृतक की दो बेटयां
शराब पीते समय आपसी कहासुनी में सोनू की हत्या कर दी गई। मृतक सोनू शादीशुदा है और उसकी दो बेटियां हैं एक बेटी 13 साल की और दूसरी 9 साल की है। जो 5वीं और दूसरी कक्षा में पढ़ती हैं। सोनू की मौत का पता चलने रात को ही उसकी पत्नी और बेटियां गांव आई हैं। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। फिलहाल पुलिस हत्यारे को पकड़ने की कार्रवाई में जुट गए हैं।

32 साल पहले आतंकी कहकर मारे थे:अदालत में पुलिस की कहानी पड़ी झूठी, फर्जी एनकाउंटर केस में पूर्व पुलिस कर्मियों को सजा आज

32 साल पहले आतंकी कहकर मारे थे:अदालत में पुलिस की कहानी पड़ी झूठी, फर्जी एनकाउंटर केस में पूर्व पुलिस कर्मियों को सजा आज पंजाब के तरनतारन में 32 साल पहले दो लोगों को आतंकी बताकर फर्जी एनकाउंटर मामले में मोहाली स्थित सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा दो पूर्व पुलिस कर्मियों को सजा सुनाई जाएगी। दोषियों में तरनतारन के पट्‌टी में तैनात तत्कालीन पुलिस अधिकारी सीता राम (80) व एसएचओ पट्‌टी राज पाल (57) शामिल हैं। सीता राम को आईपीसी की धारा 302, 201 और 218 के तहत दोषी ठहराया गया है। जबकि राजपाल को धारा 201 और 120-बी के तहत सजा होगी। जबकि 5 आरोपियों को संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया गया। इस मामले में 11 पुलिस अधिकारियों पर अगवा, गैन कानूनी हिरासत व हत्या का दोष लगाया गया था, सुनवाई के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, परिवार का कहना है कि जो लोग बरी हुए, उन्हें सजा दिलाने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। घर से उठाकर मारे, परिवार चेहरा तक नहीं देख पाए सीबीआई ने जिन दो युवाओं का फर्जी एनकाउंटर किया था। उसके लिए एक फर्जी कहानी बनाई थी। पुलिस की कहानी के मुताबिक पुलिस पार्टी ने नाका लगाया हुआ था। दोनों नौजवान ट्रैक्टर पर आ रहे थे। जब पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, इसमें दोनों मारे गए। जबकि अदालत में यह कहानी झूठी पड़ गई। असल में 30 जनवरी 1993 को गुरदेव सिंह उर्फ देबा निवासी गलीलीपुर तरनतारन को पुलिस चौकी करण तरनतारन के इंचार्ज एएसआई नौरंग सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस पार्टी ने उसके घर से उठाया था। जबकि 5 फरवरी 1993 को एक अन्य युवक सुखवंत सिंह को एएसआई दीदार सिंह के नेतृत्व वाली पुलिस टीम ने पट्टी थाना क्षेत्र के बाम्हणीवाला गांव से उसके घर से उठा लिया था। बाद में दोनों को 6 फरवरी 1993 को थाना पट्टी के भागूपुर क्षेत्र में एक मुठभेड़ में मार दिखाया। दोनों की थाना पट्टी तरनतारन में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार लावारिस हालत में कर दिया। परिवार दोनों का आखिरी बार मुंह तक नहीं देख पाए थे। पुलिस ने दावा किया था कि दोनों युवक हत्या, फिरौती जैसे अपराधों में मामलों में शामिल थे। अदालत में यह कहानी फेल साबित हुई है। आतंकी का दाग धोने के लिए लड़ी सालों संग परिवार ने मृतकों को इंसाफ दिलाने व आतंकवाद के दाग को मिटाने के लिए लंबी जंग जारी रखी। 1995 सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर इस मामले की जांच की थी। शुरूआती जांच में 27 नवंबर 1996 को एक गवाह, ज्ञान सिंह का बयान दर्ज किया। बाद में, फरवरी 1997 में सीबीआई ने जम्मू में पीपी कैरों और पीएस पट्टी के एएसआई नोरंग सिंह और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 364/34 के तहत केस दर्ज किया। साल 2000 में जांच पूरी होने के बाद, सीबीआई ने तरनतारन के 11 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इन अधिकारियों में नोरंग सिंह (तत्कालीन इंचार्ज पीपी कैरों), एएसआई दीदार सिंह, कश्मीर सिंह (तत्कालीन डीएसपी, पट्टी), सीता राम (तत्कालीन एसएचओ पट्टी), दरशन सिंह, गोबिंदर सिंह (तत्कालीन एसएचओ वल्टोहा), एएसआई शमीर सिंह, एएसआई फकीर सिंह, सी. सरदूल सिंह, सी. राजपाल और सी. अमरजीत सिंह शामिल थे। सबूत तक न्यायिक फाइल से गायब हो गए साल 2001 में इन सभी आरोपियों पर आरोप तय किए गए थे, लेकिन पंजाब डिस्टर्ब्ड एरिया एक्ट 1983 के तहत आवश्यक मंजूरी की अपील के आधार पर उच्च अदालतों ने 2021 तक इस मामले पर रोक लगा दी थी, जिसे बाद में खारिज कर दिया गया था। हैरानी की बात यह थी कि सीबीआई द्वारा एकत्र किए गए सभी सबूत इस केस की न्यायिक फाइल से गायब हो गए। हाईकोर्ट के संज्ञान लेने के बाद कोर्ट के आदेशों पर रिकॉर्ड को दोबारा तैयार किया गया और अंततः घटना के 30 साल बाद, 2023 में पहले सरकारी गवाह का बयान दर्ज किया गया। बेटे ने पुलिस में भर्ती होकर संभाला परिवार सुखवत सिंह के बेटे राजबीर ने बताया कि जब यह सारा मामला हुआ था। उस समय चार साल का था। वह अपने पिता की गोद में खेलता था। जब पुलिस उन्हें उठाकर ले गई थी। पिता के इस तरह मारे जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई। मोहाली में गुरु आसारा ट्रस्ट उसके लिए सहारा बनी। फ्री में नौ साल तक पढ़ाया। इसके बाद पुलिस में भर्ती हुए। इसके बाद अपनी दो बहनों की शादी की। छोटे भाई युद्वबीर को 2009 स्पेन भेजा। वह वहां सेटल है। उनके चाचा सुखचैन सिंह हमारे लिए सहारा बने।

कुरुक्षेत्र में 2 मेडिकल स्टोरों पर NCB की रेड:बारीकी से की जांच, रिकॉर्ड कब्जे में लिया; प्रतिबंधित दवाइयां रखने की आशंका

कुरुक्षेत्र में 2 मेडिकल स्टोरों पर NCB की रेड:बारीकी से की जांच, रिकॉर्ड कब्जे में लिया; प्रतिबंधित दवाइयां रखने की आशंका कुरुक्षेत्र में देर शाम ड्रग इंस्पेक्टर और हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने 2 मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर दी। टीम ने स्टोर के रिकॉर्ड को कब्जे में लेकर स्टोर की बारीकी से छानबीन की, मगर टीम ने मामले से जुड़ी से कोई भी रिपोर्ट शेयर करने से मना कर दिया। हालांकि साफ किया कि गुरुवार को उच्च अधिकारी मामले के बारे में स्पष्ट करेंगे। जानकारी के मुताबिक, टीम ने शाहाबाद के देवी मंदिर रोड और आर्य समाज मंदिर मार्केट में 2 मेडिकल स्टोर पर देर शाम अचानक रेड की। कुरुक्षेत्र और कैथल की टीम ने जॉइंट कार्रवाई की, जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर गुलशन कुमार और कैथल ड्रग इंस्पेक्टर चेतन कुमार वर्मा शामिल रहे। टीम दोनों जगह बारीकी से जांच की। माना यही जा रहा है कि टीम को दोनों स्टोर पर प्रतिबंधित दवाइयां बेचने की शिकायत प्राप्त हुई थी। MTP किट को लेकर मचा था बवाल पिछले महीने फरवरी से स्वास्थ्य विभाग में ऑनलाइन MTP किट बेचे जाने से बवाल मचा हुआ है। मामले में विभाग ने बिहार के भागलपुर के रहने वाले रितेश कुमार उर्फ गोलू के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। आरोपी ऑनलाइन अपनी साइट के जरिए प्रतिबंधित MTP किट सप्लाई कर रहा था, जिसे सोनीपत पुलिस ने पकड़ा है। स्थानीय विभाग ने भी आरोपी काे ऑनलाइन किट का ऑर्डर दिया था।

यूपी के माध्यमिक शिक्षा विभाग में सिटिजन चार्टर लागू:15 दिन में स्टूडेंट्स को मिलेंगे सर्टिफिकेट,टीचर और स्टॉफ को भी मिलेगा फायदा

यूपी के माध्यमिक शिक्षा विभाग में सिटिजन चार्टर लागू:15 दिन में स्टूडेंट्स को मिलेंगे सर्टिफिकेट,टीचर और स्टॉफ को भी मिलेगा फायदा यूपी के माध्यमिक शिक्षा विभाग में अब सिटिजन चार्टर यानी नागरिक घोषणा पत्र लागू कर दिया गया। सरकारी माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों को काम तय समय पर निस्तारित करने होंगे। ऐसा न करने पर जिम्मेदार अधिकारियों या कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। छात्रों को अंक पत्र और प्रमाणपत्र के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। वहीं, शिक्षकों और कर्मचारियों के भी सेवा संबंधी काम तय समय पर निस्तारित करने होंगे। स्कूलों और कार्यालयों में इसका प्रचार-प्रसार बोर्ड लगाकर किया जाएगा। सिटिजन चार्टर से स्टूडेंट, टीचर और स्टॉफ को मिलेगा फायदा माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने इसका विमोचन करते हुए कहा कि इस पहल से काम में पारदर्शिता आएगी। सिटिजन चार्टर लागू होने के साथ ही अब राजकीय माध्यमिक स्कूलों और अशासकीय सहायताप्राप्त माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को HR पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन अवकाश की सुविधा दी जाएगी। स्टूडेंट्स को नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर स्टूडेंट्स को बोर्ड कार्यालय से आवेदन करने के 15 दिनों में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रमाण पत्र की सेकेंड कॉपी, मार्क शीट, मार्क शीट की सेकेंड कॉपी और संशोधित प्रमाण पत्र 30 दिनों में जारी करना होगा। वहीं, स्टूडेंट्स के निरस्त परीक्षाफल, रोके गए रिजल्ट या अपूर्ण व त्रुटिपूर्ण परीक्षाफल का संशोधन व निस्तारण 45 दिनों में करना होगा। विभिन्न सेवाओं के लिए अलग-अलग 15 से 30 दिनों में स्टूडेंट पहले अपीलीय अधिकारी सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद व दूसरे अपीलीय अधिकारी माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय में अपील कर सकेंगे। स्कूल स्टॉफ पर भी होगा लागू राजकीय माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों के पेंशन स्वीकृति पर निर्णय 60 दिनों में, जीपीएफ स्वीकृति पर निर्णय 30 दिनों में, जीपीएफ अग्रिम भुगतान 15 दिनों में, नव नियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन 60 दिनों में, चिकित्सा प्रतिपूर्ति पर निर्णय 60 दिनों में, वेतन भुगतान पर निर्णय 15 दिनों में, सुनिश्चित करियर प्रोन्नयन (ACP) पर निर्णय 90 दिनों में और मृतक आश्रितों को नौकरी देने के मामले में 90 दिनों में निर्णय लेना होगा। ऐसे ही एडेड माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों के भी काम तय समय पर होंगे।