बांके बिहारी कॉरिडोर का सर्वे 30% पूरा:22 कुंज गलियों में मकान-दुकान पर पहुंचकर पूछ रहे- मालिक कौन, दस्तावेज हैं क्या? बांके बिहारी कॉरिडोर के लिए सर्वे चल रहा है। 5 दिन में 30% मकान, दुकानों को चिह्नित किया जा चुका है। टीमें 22 कुंज गलियों के मकान-दुकानों पर पहुंच रही हैं। पूछ रही है कि यहां कौन रहता है? असली मालिक कौन है? प्रॉपर्टी के दस्तावेज हैं क्या? सर्वे पूरा होने के बाद टीम घर के बाहर JK लिखकर नंबरिंग कर रही है। मथुरा-वृंदावन में सेवायतों के विरोध के बीच प्रशासन 2 तरह से काम कर रहा है। पहला- कुंज गलियों में 286 मकान-दुकान का सर्वे कर रहा है। दूसरा- 188 मकानों में रहने वाले परिवारों को रुक्मिणी विहार में नए फ्लैट देने की योजना पर काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इससे सेवायतों का विरोध काफी हद तक कम हो जाएगा। पढ़िए कुंज गलियों में सर्वे कैसे हो रहा है… पहले फलहारी बाबा गली में सर्वे को जानिए कभी अधिकारी, कभी दस्तावेज निहारते लोग
वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर के गेट नंबर 2 के सामने फलहारी बाबा वाली गली में मकानों का सर्वे चल रहा था। बुधवार दोपहर 2 बजे, गरमा-गरमी जैसा माहौल था। अधिकारियों के हाथ में एरिया का मैप, घरों के दस्तावेज और सर्वे लिस्ट थी। टीम के सदस्यों के पहुंचने पर लोग हैरान-परेशान नजर आए। लोग अधिकारियों के हाथों के दस्तावेज को निहारते रहते, फिर पूछे गए सवालों के जवाब देते। कब से रहते हैं, परिवार में कितने सदस्य हैं, घर का एरिया कितना है? इन सवालों का जवाब देने के बाद अधिकारी इन मकानों पर JK और उसके आगे नंबर लिख देते थे। लोग यह भी देखते कि हमारे यहां सर्वे हुआ, तो किन और घरों में भी किया जा रहा है। इन गलियों में यह सिलसिला पिछले 5 दिन से जारी है। अधिकारियों ने बताया- हवेली वाली गली और जंगल कट्टी में भी सर्वे हुआ है। बांके बिहारी कॉरिडोर के दायरे में 286 मकान-दुकान आ रहे हैं, सभी लोगों के दस्तावेज देखे जा रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं होगा, सबको पूरा मुआवजा मिलेगा। उन्होंने बताया- 2.28 हेक्टेयर यानी 5.5 एकड़ में करीब 188 मकान हैं, जबकि 98 दुकानें हैं। अब सेवायतों को फ्लैट देने की प्लानिंग भी समझिए… कॉरिडोर में दुकान, रुक्मिणी विहार में फ्लैट और मुआवजा मिलेगा
तय हुआ है कि आपसी सहमति से सेवायतों की जगह ली जाएगी। 286 परिवारों के लिए रुक्मिणी विहार और सुनरख बांगर में जमीन ली गई हैं। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण ने इसका मैप तैयार किया है। कॉरिडोर में जिन लोगों के घर लिए गए हैं, उन्हें इन योजनाओं में लग्जरी फ्लैट दिए जाएंगे। डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा- हमारे डेटा के मुताबिक, 286 परिवारों को कॉरिडोर की वजह से हटाया जा रहा है। इसमें 98 दुकानें भी शामिल हैं। जिन लोगों की दुकानें ध्वस्त हो रही हैं, उन्हें कॉरिडोर के अंदर ही दुकानें अलॉट की जाएंगी। सिर्फ इतना ही नहीं, मकान-दुकान देने के साथ ही हम मुआवजा भी देंगे। हमारी प्रायरिटी है कि जिन्हें हटाया जाए, उन्हें एक ही जगह पर बसाया भी जाए। सबसे बड़ा प्लॉट 3924, सबसे छोटा 1504 स्क्वायर फीट का
मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह कहते हैं- रुक्मिणी विहार आवासीय योजना में चार बड़े प्लॉट सिलेक्ट किए गए हैं, यहां वन और टू बीएचके का 325-350 फ्लैट तैयार किया जा रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो आसपास का और एरिया हम आवासीय योजना में ले लेंगे। रुक्मिणी विहार में 3924.91 स्क्वायर फीट, 2844 स्क्वायर फीट, 1800 स्क्वायर फीट और 1504 स्क्वायर फीट के प्लाट रखे गए हैं। विकास प्राधिकरण के सचिव अरविंद कुमार द्विवेदी कहते हैं- इसके अलावा सुनरख बांगर में भी करीब साढ़े 3 एकड़ जमीन भी चयनित की गई है। श्री बांके बिहारी जी कॉरिडोर से प्रभावित लोगों के लिए प्रस्तावित फ्लैट की योजना का डिजायन भी तैयार कर लिया गया है, जल्द ही इसको जारी कर दिया जाएगा। अब जानिए क्यों डीएम ने सर्वे टीमों में बदलाव किया कोर्ट ने कहा- सहमति से लिए जाएंगे मकान-दुकान
पहले डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने 3 टीम बनाई थीं। इसमें 27 अधिकारी और कर्मचारी थे। मगर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने तय किया कि लोगों की जमीन, मकान आपसी समझौते से ली जाएगी। इसके बाद डीएम ने एडीएम (वित्त एवं राजस्व) डॉ. पंकज वर्मा के नेतृत्व में 29 सदस्यों की टीम बनाई। 11 अधिकारियों को मुख्य भूमिका में रखा गया है। इनकी मदद के लिए 18 अधिकारी-कर्मचारियों को राजस्व, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, एमवीडीए और ब्रज तीर्थ विकास परिषद से लिया गया है। बता दें कि टीमें जनवरी, 2023 में शासन के सर्वे के अनुसार ही दोबारा सर्वे कर रही हैं। उस वक्त बांके बिहारी मंदिर के आसपास दुकान, मकान और कुंज गलियों के 285 स्थानों को चिह्नित किया गया था। दो साल में कई स्पॉट बदले हैं, इसलिए नए सिरे से सर्वे करवाया जा रहा है। 500 करोड़ रुपए से बनेगा कॉरिडोर
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च होगा। यह खर्च भूमि अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर के खजाने में करीब 450 करोड़ रुपए हैं। इसी धनराशि से कॉरिडोर के लिए जमीन खरीदी जाएगी। इस जमीन को अधिगृहीत करने में जिनके मकान और दुकान आएंगे, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। कॉरिडोर क्यो जरूरी…
साल 2022 में जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान भीड़ के चलते दम घुटने से 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। 8 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए थे। इसके बाद प्रदेश सरकार ने 2 सदस्यीय कमेटी बनाई थी। हादसे की जांच के साथ श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के बारे में रिपोर्ट मांगी। पूर्व DGP सुलखान सिंह की अध्यक्षता में कमेटी बनी, जिसने रिपोर्ट में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते हुए कॉरिडोर बनाने की बात कही थी। मंदिर में आने-जाने के लिए दो-दो गेट
बांके बिहारी मंदिर पहुंचने पर गेट नंबर 2 और 3 से अंदर जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। यहां पुलिस और निजी सुरक्षा कर्मचारी श्रद्धालुओं को रोक-रोककर मंदिर में प्रवेश करवा रहे थे। जो भक्त अंदर जा रहे थे, वो गेट नंबर 1 और 4 से बाहर आ रहे थे। बांके बिहारी मंदिर करीब 2000 वर्ग गज में बना हुआ है। यहां का अधिकांश हिस्सा प्रयोग में ही नहीं आ रहा। मंदिर के चबूतरे पर रेलिंग इस तरीके से लगाई गई हैं कि श्रद्धालु सीधे मंदिर के अंदर जाएं और गेट नंबर 1 से बाहर आएं। यहां करीब 60% हिस्सा खाली पड़ा हुआ है। यही हाल मंदिर के अंदर का है, जहां रेलिंग और गुल्लक इस तरह से रखे हैं कि मंदिर की केवल 40 से 50% जगह ही श्रद्धालुओं के लिए प्रयोग में आ रही है। बाकी जगह में गोस्वामी के बैठने की जगह बनी है या फिर खाली पड़ी है। ————————- यह भी पढ़ें : हेमामालिनी बोलीं-लोग बांके बिहारी कॉरिडोर की असलियत नहीं जानते:इसलिए विरोध; मंदिर में मेरी हेयर ड्रेसर को बाल खींचकर धकेला, ऐसा रोज हो रहा वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर मामले में 3 जुलाई तक यूपी सरकार हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करेगी। मंदिर के गोस्वामी परिसर का विरोध कर रहे हैं। उनके दो बड़े पॉइंट हैं। पहला- मंदिर के फंड का दुरुपयोग न हो। दूसरा- कुंज गलियों और मंदिर के स्वरूप को नुकसान नहीं होना चाहिए। मथुरा-वृंदावन प्रशासन के अधिकारियों की 2 मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन गोस्वामी (पुजारी) कॉरिडोर के लिए सहमत नहीं हुए। दैनिक भास्कर ने मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी से कॉरिडोर को लेकर बात की। पढ़िए पूरी खबर…