बठिंडा जेल में भिड़े दो गुट:6 हवालातियों पर तेजधार हथियारों से हमला, दवा लेने थे गए

बठिंडा जेल में भिड़े दो गुट:6 हवालातियों पर तेजधार हथियारों से हमला, दवा लेने थे गए बठिंडा की हाई सिक्योरिटी जेल में एक बार फिर हिंसक घटना सामने आई है। जेल के क्लीनिक में दवा लेने गए हवालातियों पर विरोधी गुट ने तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में 6 हवालाती गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक के सिर में 17 टांके लगे हैं। घायल हवालातियों में से परगट सिंह और गुरसेवक सिंह ने बताया कि वे जेल क्लीनिक में इलाज के लिए गए थे, जहां दूसरे गुट ने अचानक उन पर हमला कर दिया। उनका आरोप है कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद जेल प्रशासन ने न तो उनकी बैरक बदली और न ही सुरक्षा की उचित व्यवस्था की। उल्टे विरोधी गुट को समर्थन दिया जा रहा है। सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. गुरमेल के अनुसार, सभी घायल हवालातियों का इलाज जारी है और वर्तमान में सभी खतरे से बाहर हैं। उन्होंने इस घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी है। घायल हवालातियों ने जेल प्रशासन पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए हैं और न्याय की मांग की है।

बठिंडा जेल में भिड़े दो गुट:6 हवालातियों पर तेजधार हथियारों से हमला, दवा लेने थे गए

बठिंडा जेल में भिड़े दो गुट:6 हवालातियों पर तेजधार हथियारों से हमला, दवा लेने थे गए बठिंडा की हाई सिक्योरिटी जेल में एक बार फिर हिंसक घटना सामने आई है। जेल के क्लीनिक में दवा लेने गए हवालातियों पर विरोधी गुट ने तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में 6 हवालाती गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक के सिर में 17 टांके लगे हैं। घायल हवालातियों में से परगट सिंह और गुरसेवक सिंह ने बताया कि वे जेल क्लीनिक में इलाज के लिए गए थे, जहां दूसरे गुट ने अचानक उन पर हमला कर दिया। उनका आरोप है कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद जेल प्रशासन ने न तो उनकी बैरक बदली और न ही सुरक्षा की उचित व्यवस्था की। उल्टे विरोधी गुट को समर्थन दिया जा रहा है। सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. गुरमेल के अनुसार, सभी घायल हवालातियों का इलाज जारी है और वर्तमान में सभी खतरे से बाहर हैं। उन्होंने इस घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी है। घायल हवालातियों ने जेल प्रशासन पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए हैं और न्याय की मांग की है।

महाकुंभ भगदड़ में आजमगढ़ के महिला की मौत, पीड़ित परिवार के 4 सदस्य अभी भी हैं मिसिंग

महाकुंभ भगदड़ में आजमगढ़ के महिला की मौत, पीड़ित परिवार के 4 सदस्य अभी भी हैं मिसिंग <p style=”text-align: justify;”><strong>Azamgarh News Today:</strong> प्रयागराज के महाकुंभ हादसे में आजमगढ़ की एक महिला की मौत हो गई. मृतका अपनी बेटी, बहू समेत अन्य 10 लोगों के साथ पवित्र स्नान के लिए महाकुंभ में पहुंची थी. हादसे के बाद उसकी बेटी अपनी छह महीने की बच्ची और भाभी के साथ मां को ढूंढती रही. घंटों बाद शव मिलने पर बेटी बिलख पड़ी. बुधवार रात करीब 10 बजे महिला का शव उसके घर पहुंचा, जिससे परिवार में कोहराम मच गया. इस परिवार के चार सदस्य अभी भी प्रयागराज में फंसे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतका कमलावती चौहान (53) आजमगढ़ जिले के सरायमीर थाना क्षेत्र के रसूलपुर बरवा गांव की निवासी हैं. बीते 28 जनवरी को कमलावती चौहान अपनी बेटी आकांक्षा, उसकी 6 माह की बेटी अछिता और बहू सुषमा सहित कुल 10 लोग महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान के प्रयागराज पहुंचे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भगदड़ में छूटा हाथ</strong><br />मौनी अमावस्या पर स्नान के समय भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे यह बड़ा हादसा हो गया. भगदड़ के दौरान कमलावती चौहान का हाथ उनकी बेटी और बहू से छूट गया. इससे सभी अलग-अलग हो गए. भगदड़ में किसी तरह बेटी ने अपने छह माह की बेटी को तो बचा लिया लेकिन अपनी मां को नहीं बचा सकी. इस हादसे में कमलावती चौहान की मौत हो गई.<br />&nbsp;<br />देर रात कमलावती का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया. घटना की खबर लगते ही गांव में मातम पसर गया. शव के साथ सुषमा, आकांक्षा, मीना, जनीता, अक्षिता घर वापस आ गई हैं, जबकि उनके साथ गए आसमानी, कैलाशपति, बदामी और सविता अभी भी प्रयागराज में फंसे हुए हैं. अभी वह घर नहीं पहुंचे हैं. परिवार के लोग बार-बार फोन कर उनकी जानकारी ले रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतका कमलावती चौहान के पति बृजलाल चौहान परिवार का जीवन यापन करने के लिए खाड़ी देश कतर में रहकर काम करते हैं. इस समय वह कतर में ही हैं. महाकुंभ में पत्नी के मौत की खबर सुनते ही वह कतर से आजमगढ़ के लिए रवाना हो गए. परिवार के लोग उनके आने का इंतजार कर रहे हैं. उनके आने के बाद शाम को कमलावती के शव का अंतिम संस्कार किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पीएम सीएम पर है भरोसा'</strong><br />मृतका के पति बृजलाल ने बताया कि कि मैं कुवैत में नौकरी करता हूं. घर वालों और मोहल्ले वालों ने फोन पर बताया कि भगदड़ में आपके पत्नी की मौत हो गई है, जिसके बाद किसी तरह से मालिक से पैसा मांग कर टिकट खरीदा और तुरंत घर आ गया. उन्होंने बताया कि परिवार के सभी 10 सदस्य महाकुंभ में स्नान करने गए थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीड़ित पति बृजलाल ने बताया कि सभी लोग बोल रहे थे कि 144 साल बाद शुभ संयोग बना है, फिर नसीब होगा कि नहीं इस नाते सभी स्नान करने गए. उन्होंने कहा कि परिवार में दो बेटे और तीन बेटियां हैं. दोनों बेटों की शादी हो चुकी है, हमारा सब कुछ उजड़ चुका है. अब मैं बेटियों की शादी कैसे करूंगा. सरकार अगर मदद करती है तो अच्छा होता, हमको मोदी और योगी सरकार पर पूरा भरोसा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बहू ने सुनाई आपबीती</strong><br />मृतका की बहू सुषमा ने बताया कि हम लोग सेक्टर 21 में थे, जहां पर चौराहा है. हम लोग बाएं से जा रहे थे, बाकी लोग अपने साइड से आ रहे थे. अचानक भीड़ ज्यादा हुई, जिनको दाहिने से जाना था वह बाएं चले आए. पास में एक किसी साधु का पंडाल था, लेकिन उन्होंने हमारी कोई मदद नहीं की.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बहू सुषमा ने बताया कि भगदड़ के समय पुलिस वाले ने जब पंडाल खोलने की कोशिश की तो पुलिस वाले के ऊपर मिट्टी डाल दी गई. अगर पंडाल हट जाता तो इतने लोग की मौत नहीं होती. उन्होंने बताया कि हादसे के बाद सभी लोग अलग हो गए थे और मोबाइल का नेटवर्क भी काम नहीं कर रहा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतका कमलावती की बहू ने बताया कि घटना के बाद हमारी जेठानी ने फोन किया कि जहां पर हादसा हुआ था, वहीं पर वापस आओ. मौके पर पहुंच कर हमने देखा कि मेरी सास कमलावती की मौत हो गई है. मेरे परिवार से 10 लोग स्नान के लिए गए थे, अभी भी चार लोग फंसे हुए हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’शव हैंडओवर पर नहीं दिए दस्तावेज'</strong><br />मृतका कमलावती के रिश्तेदार शिवम चौहान ने बताया घटना की सूचना के बाद मैंने इन लोगों से किसी तरह से संपर्क किया, मुझे बताया गया कि मेडिकल कॉलेज में शव रखा हुआ है. कल दिन में 2 बजे &nbsp;शिनाख्त हो सकी फिर पंचनामा बनाकर कांस्टेबल के साथ शव भेजा गया. शव एम्बुलेंस से सरायमीर थाने लाया गया लेकिन हमें लिखित में कोई ऐसा दस्तावेज नहीं मिला है, जिसमें यह प्रूफ हो कि मौत महाकुंभ में भगदड़ के दौरान हुई है. शिवम ने बताया कि जब हमने लिखित दस्तावेज मांगा तो कहा गया कि प्रयागराज के जार्ज टाऊन थाने से बाद में मिल जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मृतकों की संख्या है 30 से ज्याद?</strong><br />बताया जा रहा है कि कुल 10 लोग यहां से महाकुंभ में स्नान के लिए गए थे, इसमें चार लोग एक ही परिवार के थे और पांच पट्टीदार थे. अभी भी इनमें कुछ लोग मिसिंग हैं. यह भी बताया गया कि मृतका कमलावती के शरीर पर लपेटे गए सफेद कपड़े पर संख्या 44 अंकित है, जबकि प्रशासन ने 30 लोगों के ही मौत की जानकारी दी है. ऐसे में आशंका है कि मरने वालों की संख्या ज्यादा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”महाकुंभ भगदड़ में घायलों की अभी कैसी है तबीयत? डीजीपी प्रशांत कुमार ने दी बड़ी जानकारी” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-stampede-health-updates-of-injureds-dgp-prashant-kumar-gave-important-information-2873868″ target=”_blank” rel=”noopener”>महाकुंभ भगदड़ में घायलों की अभी कैसी है तबीयत? डीजीपी प्रशांत कुमार ने दी बड़ी जानकारी</a></strong></p>

बीजेपी नेता को बेच दी ट्रस्ट की जमीन? पद से हटाए गए कांग्रेस के शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष

बीजेपी नेता को बेच दी ट्रस्ट की जमीन? पद से हटाए गए कांग्रेस के शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष <p style=”text-align: justify;”><strong>MP politics:</strong> मध्य प्रदेश के खंडवा में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष और ग्रामीण जिला अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है. प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन सिंह ने यह आदेश जारी किया है दोनों नेताओं को हटाने के बाद कांग्रेस की राजनीति गरमा गई है. यह भी लगाया जा रहा है कि जिला कांग्रेस कार्यालय के गांधी भवन ट्रस्ट को लेकर यह कार्रवाई हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह की ओर से आदेश जारी करते हुए खंडवा शहर और जिला अध्यक्ष को हटा दिया गया है. इस पूरे मामले में कांग्रेस नेताओं के बीच चर्चा है कि पूर्व में जिला कांग्रेस कार्यालय के गांधी भवन ट्रस्ट की भूमि का कुछ हिस्सा ग्रामीण जिला अध्यक्ष अजय ओझा ने भारतीय जनता पार्टी से जुड़े व्यापारी को बेच दिया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में अजय ओझा के खिलाफ स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने मोर्चा खोल दिया था. अजय ओझा पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के समर्थक माने जाते हैं. इस मामले में शहर अध्यक्ष मुनीश मिश्रा को भी हटा दिया है. पूरे मामले में शहर अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष का कहना है कि उन्हें संगठन ने जो आदेश दिया है उसका वह पालन करेंगे. हालांकि शहर अध्यक्ष का कहना है कि यहां पार्टी का एक तरफ एक्शन है. उनका किसी भी मामले से कोई लेना-देना नहीं है. बावजूद इसके उन पर कार्रवाई कर दी गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस की गुटबाजी को लेकर बीजेपी ले रही चुटकी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी पर भी प्रश्न चिन्ह लगा है. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा है कि कांग्रेस में गुटबाजी बाजी का कैंसर है. पूर्व केंद्रीय मंत्री के क्षेत्र में प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस संगठन की इकाई को भंग कर दिया है. दुकान से लेकर मेले की पार्किंग के ठेके की कमाई के फर्जीवाड़े का यह मामला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/madhya-pradesh-bjp-district-president-list-2025-and-caste-equation-ann-2873905″>MP BJP President: मध्य प्रदेश में बीजेपी जिला अध्यक्ष पद पर किन जातियों का दबदबा? 7 महिलाओं को भी कमान</a></strong></p>

‘खुद को नक्सली बताने वाले लोग गुंडे कर दें सरेंडर वरना…’, झारखंड के DGP की चेतावनी

‘खुद को नक्सली बताने वाले लोग गुंडे कर दें सरेंडर वरना…’, झारखंड के DGP की चेतावनी <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पश्चिमी सिंहभूम में मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराने वाले सुरक्षा एवं पुलिस बल के जवानों का हौसला बढ़ाया. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि खुद को नक्सली बताने वाले गुंडे हथियार डाल दें वरना सफाया कर देंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुठभेड़ की सूचना के बाद चक्रधरपुर अनुमंडल मुख्यालय पहुंचे डीजीपी ने कहा कि राज्य में नक्सलवाद अब खात्मे की ओर है. जो लोग खुद को नक्सली बताकर हिंसा और दहशत फैला रहे हैं, वे गुंडे हैं. डीजीपी ने कहा कि ऐसे लोगों को बार-बार चेतावनी दी जा रही है कि ऐसे लोग खुद सरेंडर कर दें. राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत उनके पास मुख्यधारा में लौटने और पुनर्वास पाने का अवसर है. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो पुलिस निश्चित तौर पर उनका सफाया कर देगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नक्सली हेमंती मंझियाइन ढेर</strong><br />बताया गया कि बुधवार को चक्रधरपुर अनुमंडल अंतर्गत सोनुआ थाना क्षेत्र के जंगल में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान भाकपा माओवादी संगठन के जोनल कमांडर संजय गंझू और हेमंती मंझियाइन के रूप में हुई है. हेमंती मंझियाइन बोकारो जिले के गोरगोरवा गांव की रहने वाली थी और वह एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल की निजी सुरक्षा में तैनात रहती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बड़ी घटना की तैयारी कर रहे 2 नक्सली ढेर</strong><br />मारे गए दोनों नक्सली फिलहाल 15 लाख के इनामी अमित मुंडा के दस्ते में शामिल थे और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों ने उन्हें घेरा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में दो नक्सली मारे गए, जबकि बाकी अन्य भागने में सफल रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुरक्षा बल का जवान जख्मी</strong><br />मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल का एक जवान भी जख्मी हुआ है, जिसे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान दो इंसास राइफल के अलावा कई हथियार, नक्सली साहित्य और दस्तावेज बरामद किए गए हैं. इससे पहले 22 जनवरी को बोकारो के तेजनारायणपुर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”Mahakumbh Stampede: ‘उम्मीद है कि भारत सरकार इस…’, महाकुंभ भगदड़ पर क्या बोले झारखंड के CM हेमंत सोरेन?” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/maha-kumbh-stampede-news-hemant-soren-demands-investigation-from-central-government-2872895″ target=”_blank” rel=”noopener”>Mahakumbh Stampede: ‘उम्मीद है कि भारत सरकार इस…’, महाकुंभ भगदड़ पर क्या बोले झारखंड के CM हेमंत सोरेन?</a></p>

Mithun Rashi baby boy names: 15+ auspicious name ideas with meanings (2025 guide)

Mithun Rashi baby boy names: 15+ auspicious name ideas with meanings (2025 guide) Looking for the perfect name for your baby boy born under Mithun Rashi (Gemini)? According to Vedic astrology, names starting with K, CH, GH, and C bring good fortune and prosperity. Here’s a list of meaningful and auspicious Mithun Rashi baby boy names along with their meanings to help you choose the best one for your little one!

लुधियाना GST इंटेलिजेंस की अमृतसर में रेड:79.4 करोड़ की फर्जी बिलिंग घोटाले का भंड़ाफोड़, सरकार को 12.1 करोड़ का नुकसान

लुधियाना GST इंटेलिजेंस की अमृतसर में रेड:79.4 करोड़ की फर्जी बिलिंग घोटाले का भंड़ाफोड़, सरकार को 12.1 करोड़ का नुकसान जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (DGGI), लुधियाना जोनल यूनिट ने अमृतसर के बीमा सेक्टर में 79.4 करोड़ रुपए के फर्जी बिलिंग घोटाले का भंडाफोड़ किया है। इस धोखाधड़ी से सरकार को 12.1 करोड़ रुपए के राजस्व नुकसान हुआ। बता दें कि, जीएसटी खुफिया महानिदेशालय की टीम ने तीन प्रमुख आरोपियों- राजिंदर सिंह, मनमोहन सिंह और राजिंदर पाल सिंह को 28 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था, और उन्हें लुधियाना के प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का पता चला
लुधियाना और अमृतसर के अधिकारियों की 30 सदस्यीय टीम ने 9 जनवरी को 12 व्यवसायिक और आवासीय परिसरों पर छापेमारी की थी। अधिकारियों ने आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए, जिससे साबित होता है कि GST रजिस्ट्रेशन प्राप्त करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके कई फर्मों को फर्जी व्यक्तियों के नाम पर रजिस्टर्ड कराया गया था। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी तो 20 जनवरी को एक और छापेमारी की गई, जहां 40 अधिकारियों ने अमृतसर में 16 परिसरों की तलाशी ली। कार्रवाई के बाद, अधिकारियों ने 22 धोखाधड़ी करने वाली फर्मों के जीएसटी पंजीकरण रद्द कर दिए और फर्जी बिलिंग के माध्यम से प्राप्त किए गए 97 लाख रुपए के फर्जी क्रेडिट को रोक दिया। इस तरह आरोपियों ने किया घोटाला
अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी इस धोखाधड़ी मॉड्यूल के पीछे के मास्टरमाइंड थे। उन्होंने कई फर्जी व्यवसायिक फर्म बनाईं और उन्हें जीएसटी के तहत पंजीकृत कराया। उन्होंने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और राजस्थान के आपूर्तिकर्ताओं से फर्जी बिल खरीदे। वे गुरुग्राम और दिल्ली के दलालों की ओर से बीमा पॉलिसियां बेचते हुए बीमा पॉइंट-ऑफ-सेल व्यक्ति (POSP) के रूप में काम करते थे। बीमा कमीशन पर जीएसटी से बचने के लिए, उन्होंने फर्जी लेनदेन और फर्जी बिलिंग की। अब तक, फर्जी बिलिंग ऑपरेशनों ने 79.4 करोड़ रुपए जमा किए, जिससे 12.1 करोड़ रुपए की अनुमानित जीएसटी चोरी हुई। जीएसटी धोखाधड़ी पर डीजीजीआई की कार्रवाई
अधिकारियों ने कहा कि जीएसटी धोखाधड़ी और चोरी से निपटने वाली एक प्रमुख सरकारी एजेंसी डीजीजीआई पूरे पंजाब में फर्जी बिलिंग नेटवर्क को सक्रिय रूप से खत्म कर रही है। हाल के महीनों में, डीजीजीआई ने लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ और अमृतसर में 1500 करोड़ रुपए से अधिक की फर्जी बिलिंग का पता लगाया है और नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि फर्जी बिलिंग न केवल सरकार को धोखा देती है, बल्कि अनुचित बाजार बनाकर ईमानदार व्यवसायों को भी नुकसान पहुंचाती है। एजेंसी जनता से धोखाधड़ी को रोकने में मदद करने के लिए किसी भी संदिग्ध वित्तीय गतिविधि की रिपोर्ट करने का आग्रह कर रही है।