लखनऊ में इंटरनेशनल कछुआ तस्करी का भंडाफोड़, STF ने 102 जीवित कछुओं के साथ दबोचा

लखनऊ में इंटरनेशनल कछुआ तस्करी का भंडाफोड़, STF ने 102 जीवित कछुओं के साथ दबोचा <p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>STF</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने शुक्रवार रात को बड़ी कार्रवाई करते हुए कछुओं की अंतरराष्ट्रीय तस्करी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्कर के पास से 102 जीवित कछुए, मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड और 1770 रुपये नकद बरामद किए गए हैं. थाना बंथरा क्षेत्र में बनी-हरौनी मार्ग पर आरोपी को तस्करी करते समय पकड़ा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम पिंकू पुत्र लोली है. वह लखनऊ के हरौनी थाना बंथरा इलाके का रहने वाला है. आरोपी लंबे समय से कछुओं की तस्करी में लिप्त था और आसपास के जिलों जैसे लखीमपुर, बहराइच, सीतापुर, उन्नाव से कछुए इकट्ठा करता था. उसके बाद वह इन कछुओं को बिहार और पश्चिम बंगाल भेजता था. वहां से यह कछुए बांग्लादेश और म्यांमार होते हुए चीन, हांगकांग और मलेशिया जैसे देशों में भेजे जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तस्करी रोकने और कार्रवाई के मिले थे निर्देश </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कछुओं की तस्करी पर कार्रवाई के लिए एसटीएफ को भारत सरकार के वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने भी निर्देश दिए थे. भारत में पाई जाने वाली 29 प्रजातियों में से 15 प्रजातियां उत्तर प्रदेश में मिलती हैं. इनमें से 11 प्रजातियों का अवैध व्यापार किया जाता है. कछुओं की तस्करी का यह धंधा इनके मांस, घरेलू पालतू जानवर के रूप में बेचने और दवाओं के लिए की जाती है. कछुए मुख्य रूप से यमुना, चम्बल, गंगा, गोमती, घाघरा और गंडक जैसी नदियों और तालाबों में पाए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एसटीएफ थी अलर्ट </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले कई दिनों से एसटीएफ को कछुओं की तस्करी करने वालों के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी. इस पर एसटीएफ की टीमों को सक्रिय किया गया था. एसटीएफ की टीम जब लखनऊ के बनी-हरौनी मार्ग पर पहुंची, तो वन विभाग की टीम के साथ मिलकर पिंकू को दबोच लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बंगाल के जरिए जाते थे विदेश </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी इन कछुओं को बिहार और पश्चिम बंगाल के व्यापारियों को बेचता था. इसके बाद ये व्यापारी उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेज देते थे. इस पूरे मामले में आरोपी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वन रेंज सरोजनीनगर अवध वन प्रभाग, लखनऊ के अधिकारियों की देखरेख में इस मामले की आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि कछुए न केवल भारतीय जल-जंगल-झीलों की खूबसूरती बढ़ाते हैं, बल्कि यह पारिस्थितिकी तंत्र में भी अहम भूमिका निभाते हैं. इसके बावजूद, इनके अवैध शिकार और तस्करी के चलते ये जीव संकट में हैं. इस कार्रवाई के जरिए एसटीएफ ने न सिर्फ एक तस्कर को पकड़ा बल्कि कछुओं की अंतरराष्ट्रीय तस्करी के नेटवर्क को भी बड़ा झटका दिया है.</p>

फतेहाबाद में बैंक ATM तोड़ने का प्रयास:रात को 2 बजे घुसे 14 साल के 3 बच्चे; मुंबई हैडक्वार्टर में बजा अलार्म

फतेहाबाद में बैंक ATM तोड़ने का प्रयास:रात को 2 बजे घुसे 14 साल के 3 बच्चे; मुंबई हैडक्वार्टर में बजा अलार्म फतेहाबाद शहर में शनिवार अलसुबह जीटी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ोदा के एटीएम को तोड़ने का प्रयास किया गया। वारदात में तीन बच्चे शामिल हैं और इन तीनों की उम्र 13-14 साल है। पुलिस को शक है कि यह तीनों बच्चे कूड़ा बीनने वाले हैं। एटीएम का सायरन नहीं बजा। हालांकि, हेड क्वार्टर में अलार्म बजा। इसके बाद पुलिस की डायल 112 टीम मौके पर पहुंची। बाद में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम बुलाई गई। टीम ने फिंगर प्रिंट लिए हैं। इसके बाद एटीएम रूम पुलिस ने लॉक कर दिया। इसे बैंक खुलने के बाद खोला जाएगा। रात 2 बजे के आसपास की घटना जानकारी के अनुसार, अलसुबह करीब 2 बजे तीन बच्चे बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम रूम में घुसे। इन युवकों ने पेचकस आदि से एटीएम मशीन को तोड़ने का प्रयास किया। जिस समय यह घटना हुई, उस समय एटीएम पर कोई गार्ड तैनात नहीं था। सायरन का शोर भी नहीं हुआ, इस कारण आसपास के अन्य एटीएम में तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स को भी पता नहीं चला। हालांकि, हेड क्वार्टर का अलार्म जरूर बजा, जिसके बाद पुलिस आई। तीनों बच्चों से जब रुपए नहीं निकले तो वे वहां से चले गए। थोड़ी देर बाद ही पुलिस मौके पर आई और मामले की जानकारी जुटाने का प्रयास किया। फिलहाल पुलिस तीनों बच्चों की तलाश में जुटी हुई है। बैंक अधिकारियों के नहीं उठे फोन मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने बैंक अधिकारियों के पास रात में ही कॉल की। मगर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। अब बैंक खुलने के बाद ही अधिकारियों से पुलिस चर्चा कर पाएगी।

बकरीद 2025: देवबंद के मौलाना कारी इसहाक ने कुर्बानी से पहले मुसलमानों को दी सलाह- ‘हमारा हर कदम ऐसा हो…’

बकरीद 2025: देवबंद के मौलाना कारी इसहाक ने कुर्बानी से पहले मुसलमानों को दी सलाह- ‘हमारा हर कदम ऐसा हो…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Maulana Qari Ishaq Gora on Bakrid 2025 Qurbani:</strong> देवबंदी उलेमा व जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक मौलाना कारी इसहाक गोरा ने बकरीद के मौके पर मुसलमानों और इंसानियत से मुहब्बत रखने वालों को दिली मुबारकबाद दी है. उन्होंने कहा कि ‘ईद-ए-क़ुर्बां’ सिर्फ जानवर की कुर्बानी देने का नाम नहीं है, बल्कि यह अपने दिल की बुराइयों को मिटाकर इंसानियत की सेवा करने का पैगाम भी देता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना ने कहा कि यह त्योहार हमें सिखाता है कि हम घमंड, चुगली, मक्कारी और दिलों में पनप रही नफरत को भी कुर्बान करें. जब हम अपने अंदर की बुराइयों को खत्म करेंगे, तभी हमारा समाज साफ-सुथरा, अमनपसंद और रहमतों से भरपूर होगा. ईद-उल-अज़हा के इस मौके पर हमें आपसी भाईचारे को और मज़बूत करने का संकल्प लेना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सलीके से करें कुर्बानी’- मौलाना कारी इसहाक गोरा</strong><br />उन्होंने खासतौर पर सफाई और सलीकेदारी पर जोर देते हुए कहा कि कुर्बानी के वक्त गलियों, सड़कों और रास्तों को गंदा करना गलत है. हमें यह याद रखना चाहिए कि सफाई भी इस्लाम का अहम हिस्सा है. कुर्बानी के जानवरों के खून और बाकी हिस्सों को खुले में फेंककर दूसरों को तकलीफ न दें. यह न सिर्फ इस त्यौहार की रूह के खिलाफ है, बल्कि इससे समाज में गंदगी और बीमारियां भी फैल सकती हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना कारी इसहाक गोरा ने लोगों से अपील की कि कुर्बानी के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी राहगीर को परेशानी न हो. न कुर्बानी की जगह से, न जानवरों की आवाज़ से और न ही अपने बर्ताव से. हमारा हर कदम ऐसा होना चाहिए कि उससे दूसरों को राहत और आसानी महसूस हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्यों मनाई जाती है बकरीद?</strong><br />ईद-उल-अज़हा इस्लाम के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इसे बकरीद भी कहा जाता है. यह त्योहार हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की उस याद को ताज़ा करता है, जब उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे की कुर्बानी देने का इरादा किया था. उसी की याद में हर साल मुस्लिम समाज जानवरों की कुर्बानी देता है. इस्लाम में कुर्बानी के जरिए अल्लाह की राह में सब कुछ देने की मिसाल दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’यह ईद बरकत और कामयाबी का जरिया बने’- मौलाना इसहाक गोरा</strong><br />आखिर में मौलाना ने दुआ करते हुए कहा कि अल्लाह तआला इस ईद को हम सब के लिए खैर, बरकत और कामयाबी का जरिया बनाए. हर घर में सुकून हो, हर दिल में मुहब्बत हो और हर काम में ईमानदारी और नेकनीयती हो. उन्होंने कहा, &ldquo;आमीन.&rdquo; इस पैग़ाम ने लोगों को एक बार फिर याद दिलाया कि ईद-उल-अज़हा का असल मकसद सिर्फ रस्में निभाना नहीं, बल्कि इंसानियत और समाज की भलाई के लिए काम करना है.</p>

रोहतक की कांग्रेस नेता के मर्डर केस में खुलासा:हिमानी नरवाल ने पैसे मांगे तो दबा दिया गला, लाश सूटकेस में पैक की

रोहतक की कांग्रेस नेता के मर्डर केस में खुलासा:हिमानी नरवाल ने पैसे मांगे तो दबा दिया गला, लाश सूटकेस में पैक की हरियाणा के रोहतक की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल के मर्डर केस में पेश की गई चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी सचिन से हिमानी ने 30 हजार रुपए मांगे थे, लेकिन उसकी जेब में एक रुपया भी नहीं था। इसको लेकर दोनों में बहस हुई। इस दौरान गुस्से में आकर उसने हिमानी का गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी ने हत्या के बाद हिमानी के जेवरात गिरवी रखकर 1.87 लाख रुपए का बहादुरगढ़ की फाइनेंस एजेंसी से लोन भी लिया था। सचिन ने 28 फरवरी को हिमानी की हत्या कर शव सूटकेस में पैक कर बस स्टैंड के बाहर फेंक दिया था। एक साल पहले उसकी फेसबुक पर हिमानी नरवाल से दोस्ती हुई थी। हिमानी कांग्रेस की एक्टिव सदस्य थी। वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुई थी। अब मर्डर की पूरी कहानी 4 पॉइंट में पढ़िए मोबाइल फोन से खुल सकते हैं कई राज
हिमानी के पास 2 एप्पल के मोबाइल थे, जो आरोपी सचिन से रिकवरी के दौरान मिले हैं। लेकिन दोनों फोन का डेटा डिलीट किया गया है। ऐसे में दोनों मोबाइल एफएसएल में डेटा रिकवर करने के लिए भेजे हुए हैं। डेटा रिकवर होने के बाद मोबाइल से अहम सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे पूरे मामले में तस्वीर साफ हो जाएगी। मरने से पहले व बाद की लोकेशन सचिन के साथ
हिमानी के मोबाइल की सीडीआर आरोपी सचिन के साथ मिली है। मरने से पहले भी हिमानी की लोकेशन सचिन के साथ है और मरने के बाद की लोकेशन भी सचिन के साथ है। हिमानी के फोन भी सचिन के पास ही थे। इसके सबूत सीसीटीवी में भी है और जिस सूटकेस में शव मिला, वो भी सीसीटीवी में सचिन के पास ही नजर आया। पिता ने सुसाइड किया था, 14 साल पहले भाई की हत्या
हिमानी के बड़े भाई की भी करीब 14 साल पहले हत्या कर दी गई थी, जबकि उसके पिता शेर सिंह ने 10 साल पहले सुसाइड कर लिया था। इसके बाद मां हिमानी और उसके छोटे भाई जतिन को लेकर दिल्ली चली गई। कौन है हिमानी का कातिल सचिन
सचिन (30) ने करीब 10 साल पहले लव मैरिज की थी। वह दो बच्चों का पिता है। सचिन कणोंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग शॉप चलाता था। एक साल पहले उसने दिल्ली के नांगलोई में भी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान की थी। वह इकलौता बेटा है, लेकिन एक ही घर में माता-पिता से अलग पत्नी बच्चों के साथ रहता था। उसकी एक छोटी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है।

पंजाब यूनिवर्सिटी में नहीं बढ़ेगी विदेशी स्टूडेंट्स की फीस:एंट्रेंस एग्जाम में दी छूट; 700 से ज्यादा छात्रों ने किया आवेदन

पंजाब यूनिवर्सिटी में नहीं बढ़ेगी विदेशी स्टूडेंट्स की फीस:एंट्रेंस एग्जाम में दी छूट; 700 से ज्यादा छात्रों ने किया आवेदन चंडीगढ़ में स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) द्वारा इस साल विदेशी छात्रों को बड़ी राहत दी है। यूनिवर्सिटी ने उनकी फीस नहीं बढ़ाई है और एंट्रेंस एग्जाम से भी छूट दी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा विदेशी छात्र यहां पढ़ाई के लिए आ सकें। हर साल पीयू में नेपाल, ईरान, अफगानिस्तान, नाइजीरिया, थाईलैंड और कनाडा जैसे देशों से छात्र आते हैं। इनमें से कई छात्र आईसीसीआर स्कॉलरशिप पर आते हैं, जो भारत सरकार देती है। वहीं सार्क और विकासशील देशों से आने वाले छात्रों की फीस यूनिवर्सिटी ने आधी कर दी है। पीयू के डीन प्रो. कृष्ण मोहन ने बताया विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए पीयू ने पिछले साल जो नियम बनाए थे, इस बार भी वे ही लागू रहेंगे। डीन इंटरनेशनल स्टूडेंट्स प्रो. कृष्ण मोहन ने बताया कि यूनिवर्सिटी का मकसद ज्यादा से ज्यादा विदेशी छात्रों को पढ़ाई के लिए आकर्षित करना है। 700 से ज्यादा विदेशी छात्रों ने किया आवेदन सत्र 2024-25 के लिए अब तक 700 से ज्यादा विदेशी छात्रों ने आवेदन किया है। इनमें अमेरिका और कनाडा जैसे विकसित देशों के छात्र भी शामिल हैं। यूनिवर्सिटी ने पिछले साल की तरह इस साल भी उन्हें एंट्रेंस एग्जाम में छूट दी है। पिछले साल 139 एनआरआई (गैर-भारतीय नागरिक) छात्रों ने पीयू में दाखिले के लिए आवेदन किया था। इसके अलावा अफगानिस्तान, ईरान और इराक से 34 छात्रों ने आवेदन किया था। जिनमें 12 लड़कियां और 22 लड़के थे। इनमें से कुछ ने पीएचडी, कुछ ने ग्रेजुएशन और कुछ ने पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई किया था।

परिवार से दूर होकर भी एक्शन में तेज प्रताप यादव, अब एक्स पर शेयर की यह फोटो, लिखा- ‘जीत हमेशा…’

परिवार से दूर होकर भी एक्शन में तेज प्रताप यादव, अब एक्स पर शेयर की यह फोटो, लिखा- ‘जीत हमेशा…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Tej Pratap Yadav News:</strong> अनुष्का यादव से के साथ शादी का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने बाद विवादों में घिरे तेज प्रताप यादव फिर से बिहार की राजनीति में एक्टिव होने की कोशिश कर रहे हैं. तेज प्रताप यादव ने एक और एक्स पोस्ट किया है, जिसमें वे अपने समर्थकों के साथ दिख रहे हैं. फोटो शेयर कर उन्होंने कैप्शन में लिखा है, “सत्य के मार्ग पर ही चलेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>तेज प्रताप यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, “सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति होता सदा विजय. हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए. सत्य का मार्ग कठिन अवश्य है पर विजय सदा सत्य के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति की होती है. राजा हरीश चंद्र ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा प्राप्त किया. पांडवों ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए कौरवों को युद्ध में हराया था.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अपने पुराने अंदाज में वापस आ रहे तेज प्रताप</strong><br />इसी के साथ उन्होंने दो फोटो भी शेयर कीं, जिसमें वह अपने पुराने समर्थकों से मिल रहे हैं और बातचीत कर रहे हैं. यह फोटो उनके कार्यालय की है. इस पोस्ट से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि तेज प्रताप यादव फिर अपने पुराने अंदाज में दिखने की कोशिश कर रहे हैं.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>(‘सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति होता सदा विजय’)<br /><br />हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। सत्य का मार्ग कठिन अवश्य है पर विजय सदा सत्य के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति की होती है। राजा हरीश चंद्र ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा प्राप्त किया। पाडवों&hellip; <a href=”https://t.co/N6h2OYcs8o”>pic.twitter.com/N6h2OYcs8o</a></p>
&mdash; Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) <a href=”https://twitter.com/TejYadav14/status/1931118298105893006?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 6, 2025</a></blockquote>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक दिन पहले भी शेयर किया था अपना वीडियो</strong><br />शुक्रवार (6 जून) को भी तेज प्रताप यादव ने एक वीडियो शेयर किया था. वह भी उनके कार्यालय का ही था. उन्होंने कार्यालय में घुसते हुए अपना वीडियो शूट कराया और फिर उसे पोस्ट किया है. वीडियो में दिख रहा था कि कार्यालय में लालू यादव और राबड़ी देवी की तस्वीर लगी है. तेज प्रताप यादव अपने अंदाज में कार्यालय में घुसते हैं और फिर कुर्सी पर जाकर बैठते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परिवार से दूर होकर भी राजनीति में रहेंगे एक्टिव</strong><br />वीडियो पोस्ट करते हुए तेज प्रताप यादव ने इंग्लिश में एक लाइन लिखी थी, जिसका 15 शब्दों में हिंदी अनुवाद था- “हमारे सभी सपने साकार हो सकते हैं, यदि हममें उन्हें पूरा करने का साहस हो.” इस पोस्ट के बाद अब दूसरे दिन नए पोस्ट से यह तय हो रहा है कि तेज प्रताप परिवार और पार्टी से दूर होकर भी बिहार की राजनीति में सक्रियता दिखाने वाले हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>6 साल के लिए निष्कासित हैं तेज प्रताप यादव</strong><br />बता दें कि 12 साल पुराने रिश्ते के खुलासे के बाद तेज प्रताप यादव को उनके पिता और आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. परिवार से भी बाहर कर दिया है. अनुष्का यादव और तेज प्रताप के मामले में पिता लालू ने नहीं बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों ने भी किनारा कर लिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले भी कर चुके हैं लालू यादव परिवार के लिए पोस्ट</strong><br />कुछ दिनों तक शांत रहने के बाद अब तेज प्रताप ने कल से लेकर आज तक दो वीडियो शेयर चुके हैं. हालांकि, कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने मम्मी-पापा लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के लिए एक्स पर पोस्ट किया था. वहीं, दूसरा पोस्ट अपने भाई तेजस्वी यादव के लिए &nbsp;था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम सदैव आपके साथ हैं.</p>

हरियाणा में परसों से चलेगी लू:2 जिलों में 40 पार हुआ पारा; 5 डिग्री तक बढ़ेगा तापमान, 21 दिन बाद आएगा मानसून

हरियाणा में परसों से चलेगी लू:2 जिलों में 40 पार हुआ पारा; 5 डिग्री तक बढ़ेगा तापमान, 21 दिन बाद आएगा मानसून हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही एक बार फिर तापमान बढ़ने लगा है। हरियाणा के दो शहरों सिरसा और रोहतक में तापमान 40 डिग्री को पार कर गया। मौसम वैज्ञानिकों ने हरियाणा में गर्म हवाएं फिर से एक्टिव होने की संभावना जताई है। इससे हीट वेव की संभावना बढ़ेगी। 9 जून से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों खासकर राजस्थान से सटे हरियाणा के इलाकों में लू चलेगी। लू चलने के साथ ही तापमान में भी 5 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शुक्रवार से तापमान में बदलाव संभव है। इस दौरान मौसम खुश्क रहेगा। इसके साथ ही 9 और 10 जून को लू भी चल सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की तरफ से सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात, पलवल आदि शहरों में लू चलने की संभावना व्यक्त की है। 21 दिन बाद होगी मानसून की एंट्री
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मानसून अपने निर्धारित समय पर दस्तक देगा। मानसून की 28 जून को राज्य में एंट्री होती है और 3 जुलाई तक पूरे प्रदेश में फैल जाता है। इससे पहले प्री-मानसून की बारिश ही लू के थपेड़ों से राहत दिला सकती है। मानसून से पहले राज्य में प्री-मानसून की अच्छी बारिश होती है। 15 से 20 जून के आसपास प्री-मानसून के प्रभाव से हरियाणा में बारिश हो सकती है। पिछले साल मानसून में सामान्य से 5% कम बारिश हुई
2024 में मानसून के दौरान सामान्य से 5% फीसदी कम बारिश हुई थी। हरियाणा में जून से सितंबर तक मानसून की अवधि मानी जाती है। सामान्य तौर पर 430.7 एमएम बारिश मानसून में होती है, मगर पिछले साल यह आंकड़ा 409.4MM तक ही पहुंच पाया था। जून में मानसून में 53%, जुलाई में 58%, अगस्त में 126% और सितंबर में 137% बारिश हुई थी। अगस्त और सितंबर ने ही मानसून का कोटा पूरा किया था। विभाग के अनुसार 2024 में मानसून सामान्य रहा था। इससे पहले 2011 और 2018 में मानसून बेहतर रहा था।

हिमाचल CM ने टूरिस्ट का बिछड़ा बच्चा माता-पिता से मिलवाया:मॉल-रोड पर सैर को निकले थे सुक्खू, तब रोते हुए देखा, मासूम को चॉकलेट खिलाई

हिमाचल CM ने टूरिस्ट का बिछड़ा बच्चा माता-पिता से मिलवाया:मॉल-रोड पर सैर को निकले थे सुक्खू, तब रोते हुए देखा, मासूम को चॉकलेट खिलाई हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें वह मां-बाप से बिछड़े एक टूरिस्ट बच्चे को पेरेंट्स मिलाते नजर आ रहे हैं। जब तक बच्चे के मां-बाप उसके पास नहीं पहुंच जाते, तब तक मुख्यमंत्री सुक्खू वीडियो में बच्चे से प्यार-दुलार करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री सुक्खू रोज की तरह शुक्रवार रात 9.30 बजे भी मॉल रोड की सैर पर निकले थे। इस दौरान उन्हें एक बच्चा जोर-जोर से रोते हुए हुए नजर आया। उन्होंने बच्चे से रोने का कारण पूछा। तब बच्चे ने बताया कि उसके मम्मी-पापा कहीं खो गए हैं। इस दौरान बच्चा काफी घबरा गया था। मां से मोबाइल पर किया संपर्क सीएम सिक्योरिटी ने वायरलेस पर सभी जगह सूचना दी और बच्चे के माता-बाप का जल्द पता लगाने को कहा। इस बीच बच्चे से माता-पिता का मोबाइल नंबर पूछा गया तो बच्चे ने मां का नंबर बताया। इसके बाद मां से जैसे ही बच्चे की करवाई गई तो वह और ज्यादा रोने लगा। बच्चे को चॉकलेट खिलाया कुछ देर बाद बच्चे के बिछड़े मां-बाप मौके पर पहुंचे। मगर तब तक सीएम ने बच्चे को पानी और चॉकलेट खिलाया। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस दौरान सीएम सुक्खू के साथ तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी भी मौजूद रहे।

नूंह में अवैध खनन पर अधिकारियों-सरपंच पर FIR:CEC की रिपोर्ट के बाद ACB जांच में लगी; खनन माफिया ने बनाए अवैध रास्ते

नूंह में अवैध खनन पर अधिकारियों-सरपंच पर FIR:CEC की रिपोर्ट के बाद ACB जांच में लगी; खनन माफिया ने बनाए अवैध रास्ते नूंह में फिरोजपुर झिरका के गांव बसई मेव में अवैध खनन को लेकर सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी (सीईसी) की रिपोर्ट के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी ने वन विभाग, खनन एवं भूविज्ञान विभाग और राजस्व के चकबंदी विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ गांव के निवर्तमान सरपंच और खनन माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मामले में जांच जारी है। जानकारी के अनुसार, अवैध खनन के इस केस में FIR एसीबी ने डीएसपी अशोक कुमार की शिकायत पर दर्ज की है। इसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरावली पहाड़ियों में अवैध खनन संबंधी गतिविधियों की निगरानी के लिए गठित सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी (सीईसी) की 15 अप्रैल को पेश की गई निरीक्षण रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। ये सिफारिशें रिपोर्ट के पैरा नंबर 17 में वर्णित हैं। इसमें बताया गया है कि राजस्थान बॉर्डर के साथ लगते गांव बसई मेव में ऐसे रास्तों का निर्माण कर दिया गया जो गैर जरूरी और स्थानीय किसानों के लिए अहितकर थे। इन रास्तों का सीधा उद्देश्य अवैध खनन को बढ़ावा देना और राजस्थान सीमा के गांवों से आने वाली खनन सामग्री को अवैध तरीके से हरियाणा की सीमा में प्रवेश देना है। अधिकारियों और गांव के सरपंच की मिलीभगत मिली कमेटी ने अपनी सिफारिश में साफ आरोप लगाया है कि इन रास्तों का निर्माण वन विभाग, राजस्व विभाग, चकबंदी विभाग, खनन एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बसई मेव गांव के सरपंच तथा खनन माफिया के साथ गठजोड़ करके करवाया है। आरोप ये भी हैं कि सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के ने खनन माफिया के साथ जुगलबंदी करके अवैध धन अर्जित करने की नीयत से कानून की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध रास्तें बनवाए हैं। सीईसी ने अपनी रिपोर्ट में इस बात पर भी हैरत जताई कि स्थानीय किसानों को न तो रास्तों के निर्माण की कोई सूचना पहले दी और न ही इसके बदले में कोई मुआवजा दिया गया। रास्तों के निर्माण में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की उल्लंघना रास्तों के निर्माण से 7 मई 1992 के सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की उल्लंघना तो हुई ही, पंजाब भू संरक्षण कानून 1900 की भी धज्जियां उड़ाई गई। नियम के बावजूद इन रास्तों के निर्माण से पहले वन विभाग की मंजूरी भी नहीं ली गई। गौरतलब है कि सरपंच हनीफ उर्फ हन्नान को पहले ही इस मामले में सस्पेंड किया जा चुका है। सीईसी की सिफारिश पर इस मामले की जांच एसीबी को 90 दिन में पूरी कर रिपोर्ट भी पेश करनी है। प्राथमिक तौर पर एफआईआर में बसई मेव के सरपंच हनीफ उर्फ हन्नान का ही नाम है। एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। नियमानुसार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

रेवाड़ी में केमिकल युक्त पानी से 20 गायों की मौत:बिना ट्रीटमेंट के फैक्ट्री से छोड़ा जा रहा; गोसेवकों ने जताया रोष

रेवाड़ी में केमिकल युक्त पानी से 20 गायों की मौत:बिना ट्रीटमेंट के फैक्ट्री से छोड़ा जा रहा; गोसेवकों ने जताया रोष रेवाड़ी जिले में फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी को पीने से करीब 20 गायों की मौत हो गई। गायों की मौत के बाद ग्रामीण भड़क गए और रात के समय ही पुलिस को मौके पर बुलाया। गायों की मौत से गोरक्षकों में फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ गुस्सा हैं। बनीपुर गांव के पास स्थित इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री मालिकों के द्वारा केमिकल युक्त पानी को अपने आसपास ही गड्‌ढे खोदकर उनमें छोड़ा जा रहा है। जिसको बेसहारा और कुछ पालतू गोवंश ने पी लिया। पुलिस को मौके पर बुलाया जिसके चलते शुक्रवार को करीब 20 गायों की मौत हो गई। गायों की मौत होने की सूचना पर ग्रामीण एकत्रित हुए और पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस को दिखाया गया कि किस प्रकार से फैक्ट्री संचालक बाहर केमिकलयुक्त पानी को छोड़ रहे हैं। सरपंच बोले- मुकदमा दर्ज होना चाहिए बनीपुर गांव के सरपंच पवन ने कहा कि फैक्ट्री वाले बिना ट्रीटमेंट के केमिकल वाला पानी छोड़ रहे हैं। करीब 20-22 गायों की इसे पीने से मौत हो गई है। कसौला थाना पुलिस को भी इस बारे में बताया है। आरोपी फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। लैब से होनी चाहिए जांच बनीपुर गांव के एक अन्य युवक ने कहा कि केमिकल को गांव के आसपास छोड़ जा रहा है। जिसकी लैब में जांच करवानी चाहिए। कंपनी वालों के खिलाफ गाय मारने का मामला दर्ज करना चाहिए। गायों का भी पोस्टमॉर्टम होना चाहिए।