दादरी की बेटी 20 लाख का पैकेज छोड़ बनी लेफ्टिनेंट:गांव लौटने पर हुआ स्वागत, इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट

दादरी की बेटी 20 लाख का पैकेज छोड़ बनी लेफ्टिनेंट:गांव लौटने पर हुआ स्वागत, इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गाव रानीला की बेटी निधि लोरा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। बिना कोचिंग के पढ़ाई कर और निजी क्षेत्र में लाखों रुपए का पैकेज छोड़कर निधि ने आर्मी में लेफ्टिनेंट बनने का सपना पूरा किया है। बैंगलोर में हुई पासिंग आउट परेड में निधि को लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन मिला और उनके घर लौटने पर परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। ग्रामीणों द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर उसे खुली गाड़ी में बैठाकर गांव लाया गया और कार्यक्रम में निधि को सम्मानित किया गया। 20 लाख का पैकेज छोड़ा
बता दे कि निधि का जन्म 9 अगस्त 1998 में रानीला गांव के एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता मनोज कुमार आर्मी में हवलदार हैं और मां सरिता देवी गृहिणी हैं। पिता व परिवार से प्रेरणा लेकर लेते हुए निधि ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से अपने सपनों को पूरा किया। एमडीयू से 2020 बैच में इंजीनियरिंग में गोल्ड विजेता निधि एमबीए पास हैं। निधि ने निजी कंपनी में 20 लाख के पैकेज को छोड़कर बिना कोचिंग के लगन और मेहनत कर लेफ्टिनेंट बनी हैं। पिता मनोज व चाचा सतेंद्र ने बताया कि निधि ने सीडीएस परीक्षा पास कर ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी बिहार के गया में प्रशिक्षण लिया और आर्मी में लेफ्टिनेंट बन गई। ट्रेनिंग पूरी कर गांव लौटी
निधि ने भारतीय सेना की कठिन ट्रेनिंग पूरी की है। इस दौरान उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाया गया, ताकि वे भारतीय सेना में एक सक्षम अधिकारी के रूप में अपनी भूमिका निभा सकें। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने तीन गोल्ड, दो सिल्वर व दो कांस्य पदक भी जीते हैं। ट्रेनिंग पूरी कर गांव लौटने पर गांव में होली पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में सरपंच संजीत सिंह की अध्यक्षता में लेफ्टिनेंट निधि को सम्मानित किया। इस अवसर पर कमिश्नर विकास सांगवान, सांसद धर्मबीर सिंह के बेटे मोहित चौधरी, जिला पार्षद मोहित साहू, पूर्व सरपंच ऋषि साहू आदि ने उन्हें सम्मानित किया।

दादरी की बेटी 20 लाख का पैकेज छोड़ बनी लेफ्टिनेंट:गांव लौटने पर हुआ स्वागत, इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट

दादरी की बेटी 20 लाख का पैकेज छोड़ बनी लेफ्टिनेंट:गांव लौटने पर हुआ स्वागत, इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गाव रानीला की बेटी निधि लोरा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। बिना कोचिंग के पढ़ाई कर और निजी क्षेत्र में लाखों रुपए का पैकेज छोड़कर निधि ने आर्मी में लेफ्टिनेंट बनने का सपना पूरा किया है। बैंगलोर में हुई पासिंग आउट परेड में निधि को लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन मिला और उनके घर लौटने पर परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। ग्रामीणों द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर उसे खुली गाड़ी में बैठाकर गांव लाया गया और कार्यक्रम में निधि को सम्मानित किया गया। 20 लाख का पैकेज छोड़ा
बता दे कि निधि का जन्म 9 अगस्त 1998 में रानीला गांव के एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता मनोज कुमार आर्मी में हवलदार हैं और मां सरिता देवी गृहिणी हैं। पिता व परिवार से प्रेरणा लेकर लेते हुए निधि ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से अपने सपनों को पूरा किया। एमडीयू से 2020 बैच में इंजीनियरिंग में गोल्ड विजेता निधि एमबीए पास हैं। निधि ने निजी कंपनी में 20 लाख के पैकेज को छोड़कर बिना कोचिंग के लगन और मेहनत कर लेफ्टिनेंट बनी हैं। पिता मनोज व चाचा सतेंद्र ने बताया कि निधि ने सीडीएस परीक्षा पास कर ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी बिहार के गया में प्रशिक्षण लिया और आर्मी में लेफ्टिनेंट बन गई। ट्रेनिंग पूरी कर गांव लौटी
निधि ने भारतीय सेना की कठिन ट्रेनिंग पूरी की है। इस दौरान उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाया गया, ताकि वे भारतीय सेना में एक सक्षम अधिकारी के रूप में अपनी भूमिका निभा सकें। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने तीन गोल्ड, दो सिल्वर व दो कांस्य पदक भी जीते हैं। ट्रेनिंग पूरी कर गांव लौटने पर गांव में होली पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में सरपंच संजीत सिंह की अध्यक्षता में लेफ्टिनेंट निधि को सम्मानित किया। इस अवसर पर कमिश्नर विकास सांगवान, सांसद धर्मबीर सिंह के बेटे मोहित चौधरी, जिला पार्षद मोहित साहू, पूर्व सरपंच ऋषि साहू आदि ने उन्हें सम्मानित किया।

कुरुक्षेत्र में नशे की ओवरडोज से युवक की मौत:बराड़ा रोड से शव बरामद; 3 दोस्त घर ले गए थे, तबीयत बिगड़ने पर भागे

कुरुक्षेत्र में नशे की ओवरडोज से युवक की मौत:बराड़ा रोड से शव बरामद; 3 दोस्त घर ले गए थे, तबीयत बिगड़ने पर भागे कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में बीती रात एक युवक का शव बरामद हुआ। राहगीरों की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने मौके पर शव की पहचान की कोशिश की और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने युवक के भाई की शिकायत पर उसके 4 दोस्तों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, 12 मार्च रात पुलिस को बराड़ा रोड पर युवक का शव पड़ा होने की सूचना मिली। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर गई और शव की पहचान कराई। मृतक की शिनाख्त 22 साल के साहिल के रूप में हुई। साहिल पास के गांव खरींडवा का रहने वाला था, मगर अभी कुरुक्षेत्र के सेक्टर-5 में अपने भाई के साथ किराए पर रह रहा था। साहिल को नशा लेने के लिए उकसाया
अंकित के मुताबिक, उसका भाई नशा करता था। 12 मार्च सुबह करीब 10 बजे मोहित, पंकज व साहिल लांबा उसके भाई को अपने साथ गाड़ी में घर से शाहाबाद ले गए थे। रात को उसे सोशल मीडिया पर सूचना मिली कि उसके भाई की मौत हो गई। उसे पता चला कि उसके भाई के दोस्त साहिल को लेकर काकू के घर नशा लेने के लिए गए थे। उन्होंने उसके भाई को नशा करने के लिए उकसाया, जिससे उसके भाई की मौत हो गई। भाई को छोड़कर हुए फरार
अंकित ने आरोप लगाया कि उसके भाई के दोस्त मोहित, पंकज ठाकुर व साहिल लांबा खुद भी नशा करते थे। आरोपियों ने उसके भाई को नशे के उकसाया और तबीयत खराब होने पर उसे छोड़कर भाग गए। इससे उसके भाई साहिल की मौत हो गई। भाई का नशा छुड़वाने के लिए वे शाहाबाद छोड़कर कुरुक्षेत्र में रह रहे थे। 4 पर FIR दर्ज
थाना शाहाबाद के SHO सतीश कुमार के मुताबिक, परिजनों के बयान दर्ज कर साहिल के 3 दोस्त और काकू पर BNS की धारा 105 के तहत FIR दर्ज की गई है। पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है। साहिल के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला है। शक है कि नशे की ओवरडोज से साहिल की मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए LNJP अस्पताल भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रेवाड़ी में मर्डर का खुलासा, झज्जर का आरोपी गिरफ्तार:शराब पीने के दौरान हुआ झगड़ा, पत्थर मारकर फोड़ा था सिर

रेवाड़ी में मर्डर का खुलासा, झज्जर का आरोपी गिरफ्तार:शराब पीने के दौरान हुआ झगड़ा, पत्थर मारकर फोड़ा था सिर हरियाणा के रेवाड़ी में पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर की वारदात का खुलासा किया है। पुलिस ने झज्जर निवासी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पूछताछ में खुलासा किया है कि शराब पीने के दौरान हुए झगड़े के कारण गुस्से में उसने पत्थर से सिर फोड़कर मर्डर किया था। रेवाड़ी के नांगल तेजू गांव में 7 अक्टूबर 2024 की सुबह एक शव मिला था, जिसकी सिर में चोट मारकर हत्या की गई थी। शिनाख्त नांगल तेजू निवासी संजय के तौर पर हुई थी। SP रेवाड़ी ने ब्लाइंड मर्डर की जांच का जिम्मा CIA रेवाड़ी की टीम को सौंपा था। CIA रेवाड़ी टीम ने 5 माह की जांच के बाद मर्डर की वारदात का खुलासा किया है। 5 दिन बाद गांव छोड़ गया आरोपी
बावल DSP सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि मृतक संजय नांगल तेजू में बैठकर शराब पी रहा था। उसके साथ नांगल उगरा निवासी यमन भी मौजूद था। शराब पीने के दौरान दोनों के बीच झगड़ा हो गया, जिससे तैश में आकर यमन ने ईंट व पत्थर मारकर यमन ने संजय का मर्डर कर दिया। 5 दिन नांगल उगरा में रहने के बाद आरोपी यहां से चला गया था। आरोपी यमन मूल रूप से झज्जर के बिरड़ गांव का रहने वाला है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शराब के कारण बार-बार जॉब से हटा
आरोपी यमन शराब के नशे का आदी है। कुछ समय पहले तक वह बावल की एक कंपनी में जॉब करता था। लेकिन शराब नशे के कारण उसे बार-बार कंपनियों से निकाला जा चुका है। आरोपी का पिता नांगल उगरा गांव में ही झाड़-फूंका काम करता है।

करनाल में राइस मिल में युवक की मौत:धान के छिलकों के ढेर में दबने से घुटा दम, मजदूरों ने निकाला बाहर

करनाल में राइस मिल में युवक की मौत:धान के छिलकों के ढेर में दबने से घुटा दम, मजदूरों ने निकाला बाहर करनाल जिले के तरावड़ी में एक राइस मिल में काम कर रहे मजदूर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मजदूर मशीन में आई खराबी को ठीक कर रहा था, तभी धान के छिलकों का ढेर उसके ऊपर गिर गया, जिससे दम घुटने के कारण उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। मजदूरों ने उसे बाहर निकाला और अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। 24 वर्षीय युवक अविवाहित था मृतक की पहचान तरावड़ी के वार्ड नंबर-6 के 24 वर्षीय सोनू के रूप में हुई है। सोनू अविवाहित था और कुड़क रोड स्थित डबल चाबी राइस मिल में मजदूरी करता था। वह धान के छिलके हटाने का काम कर रहा था। इसी दौरान मशीन में खराबी आने के कारण उसने उसे खोलने की कोशिश की, तभी ऊपर रखा छिलकों का ढेर उसके ऊपर गिर गया। दम घुटने से मौके पर ही उसकी हालत बिगड़ गई। साथी मजदूरों ने उसे किसी तरह बाहर निकाला और करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप मृतक के मामा सचिन ने आरोप लगाया कि राइस मिल में इतनी बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। उन्होंने मिल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सुरक्षा उपाय किए जाते, तो यह हादसा टल सकता था। इसके अलावा, परिजनों को हादसे की सूचना करीब पांच घंटे बाद दी गई, जिससे परिवार का गुस्सा और बढ़ गया। पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार घटना की जानकारी मिलते ही तरावड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। तरावड़ी थाना प्रभारी नसीब सिंह का कहना है कि जांच के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आ पाएगी। फिलहाल परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

विज बोले- हिन्दुस्तान हिन्दुओं का स्थान:जिसे होली नहीं खेलनी वह अपने घर में रहें, AMU विवाद पर दिया बयान

विज बोले- हिन्दुस्तान हिन्दुओं का स्थान:जिसे होली नहीं खेलनी वह अपने घर में रहें, AMU विवाद पर दिया बयान हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने होली त्यौहार के अवसर पर एएमयू और संभल में होली का विरोध करने वालों को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का अगर संधि-विच्छेद करें तो इसका मतलब है हिंदुओं का स्थान अगर यहां रह रहे हो तो हिंदु अपने त्योहारों को धूमधाम से मनाएंगे। अगर उसका कोई छींटा पर पड़ जाए तो आप में भी सहनशक्ति तथा बर्दाश्त करने की हिम्मत होनी चाहिए क्योंकि आप हिंदुओं के स्थान में रह रहे हो। मैं खुद होली नहीं खेलता, अपने घर में रहता हूं : विज मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि मैं खुद होली नहीं खेलता हूं, इसीलिए अपने घर में बैठता हूं और अगर कोई व्यक्ति बाहर जाता है तो थोड़े बहुत कपड़े गीले जरूर होते हैं तो उसको सहन करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि बाहर बरसात हो रही है जो भीगने नहीं चाहता है वह घर में बैठें। एएमयू केंद्र के पैसे से चलता है अनिल विज ने कहा कि एएमयू केंद्र के फंड से चलता है उसमें अगर हिन्दू होली खेलना चाहते हैं तो क्या हर्ज है। इसके लिए तो परमिशन की भी आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। किसी को होली से दिक्कत है तो वह उस स्थान पर न जाए। हिन्दू अपने त्योहार धूम-धाम से मनाएंगे कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि हिंदुस्तान हिंदुओं का है यहां हिन्दू अपने त्योहार धूमधाम से मनाएंगे, अगर किसी को इससे आपत्ति है तो वह खुद को उस त्योहार में सम्मिलित न करे।

श्मशान घाट में मधुमक्खियों का हमला:डेड बॉडी छोड़कर भागे रिश्तेदार; नारनौल में 50 से ज्यादा लोगों को काटा, 11 की हालत गंभीर

श्मशान घाट में मधुमक्खियों का हमला:डेड बॉडी छोड़कर भागे रिश्तेदार; नारनौल में 50 से ज्यादा लोगों को काटा, 11 की हालत गंभीर हरियाणा के नारनौल में बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे लोगों में भगदड़ मच गई। लोग वृद्धा की डेडबॉडी काे वहीं पर छोड़कर भाग गए। लोगों ने किसी तरह छुपकर खुद को बचाया। मधुमक्खियों ने करीब 50 लोगों को काटा, जिनमें से 11 की हालत गंभीर है। मधुमक्खियों के हमले में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। भागते वक्त वे चोटिल भी हुए और मधुमक्खियों ने उन्हें काट भी लिया। घायलों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक तीन लोगों की हालत ज्यादा गंभीर बनी हुई है। ग्रामीण बोले-सैकड़ों मधुमक्खियों ने एक साथ किया हमला
मामला गांव नांगल शालू का है। गुरुवार को गांव निवासी एक वृद्धा प्रभाती देवी की मौत हो गई थी। सुबह 11 बजे ग्रामीण उनका अंतिम संस्कार करने के लिए गांव के ही श्मशान घाट पर गए थे। इस दौरान करीब 100 लोग वहां मौजूद थे। अंतिम संस्कार की क्रिया अभी शुरू भी नहीं हुई थी कि पेड़ पर लगे छत्ते से मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला कर दिया। इतनी सारी मधुमक्खियों को देख ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। मधुमक्खियों से बचने के लिए लोग वृद्धा की डेडबॉडी काे वहीं पर छोड़कर भागने लगे। जिसे जहां जगह मिली, वहीं छिपकर बचाई जान
ग्रामीणों के मुताबिक जैसे ही मधुमक्खियों ने हमला किया, लोग इधर-उधर भागने लगे। अचानक भगदड़ सी मच गई। इस भगदड़ में कई लोग गिरकर चोटिल भी हुए। मधुमक्खियों से बचने के लिए कोई घास पर लेट गया तो काेई दीवार के पीछे छिप गया। कुछ ने तो मधुमक्खियों से बचने के लिए काफी दूर तक दौड़ लगाई। अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले से काफी देर तक अफरातफरी रही। बाद में जब मधुमक्खियां शांत हुईं तब मृतका का अंतिम संस्कार किया गया। 50 से ज्यादा लोगों को काटा, 11 की हालत गंभीर
ग्रामीणों ने बताया कि मधुमक्खियों ने करीब 50 से ज्यादा लोगों को काट लिया। इनमें से 10 लोगों की हालत गंभीर है। घायल मुकेश ने बताया कि किसी को उल्टी आने की शिकायत हुई तो किसी का मुंह सूज गया। इनमें 42 वर्षीय मुकेश कुमार, 87 वर्षीय लख्मीचंद, 55 वर्षीय बलबीर सिंह के अलावा आजाद, ईशान, बाबूलाल, शीशराम, सुनील, संदीप, मनोज व विक्रम शामिल हैं। मधुमक्खियों के शांत होने के बाद गंभीर घायलों को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया गया। चिकित्सक ने उन्हें तुरंत उपचार दिया। कई अन्य लोग प्राइवेट अस्पताल में चले गए। अब जानिए मधुमक्खियों का हमला हो जाए तो क्या करें… मधुमक्खियों के ​​​​​​काटने से कौन सा पॉइजन फैलता है
जानकारी के मुताबिक, मधुमक्खियों के डंक में मेलिटिन पॉइजन होता है, जो प्रोटीन से बना है। यह शरीर में दर्द, सूजन और जलन पैदा करता है। अगर व्यक्ति को एलर्जी हो तो एनाफिलेक्टिक शॉक का कारण बन सकता है। यह जानलेवा साबित होता है। कितना खतरनाक है मेलिटिन पॉइजन
मेलिटिन अधिकतर मामलों में हल्की परेशानी का कारण बनता है, जैसे- दर्द, सूजन और लाल चकत्ते। हालांकि, जिन लोगों को मधुमक्खी के डंक से एलर्जी होती है, उनके लिए यह गंभीर समस्या बन सकती है। एक मधुमक्खी का डंक आमतौर पर खतरनाक नहीं होता, लेकिन कई मधुमक्खियां डंक मारे तो गंभीर स्थिति बन सकती है। एक बार में कितने लोगों को डंक मार सकती है मधुमक्खियां
मधुमक्खियां एक बार में एक ही व्यक्ति को डंक मार सकती है, क्योंकि डंक मारने के बाद उनका विष समाप्त हो जाता है और वह अक्सर मर जाती है। मधुमक्खी करीब 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकती है।

श्मशान घाट में मधुमक्खियों का हमला:डेड बॉडी छोड़कर भागे रिश्तेदार; नारनौल में 50 से ज्यादा लोगों को काटा, 11 की हालत गंभीर

श्मशान घाट में मधुमक्खियों का हमला:डेड बॉडी छोड़कर भागे रिश्तेदार; नारनौल में 50 से ज्यादा लोगों को काटा, 11 की हालत गंभीर हरियाणा के नारनौल में बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे लोगों में भगदड़ मच गई। लोग वृद्धा की डेडबॉडी काे वहीं पर छोड़कर भाग गए। लोगों ने किसी तरह छुपकर खुद को बचाया। मधुमक्खियों ने करीब 50 लोगों को काटा, जिनमें से 11 की हालत गंभीर है। मधुमक्खियों के हमले में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। भागते वक्त वे चोटिल भी हुए और मधुमक्खियों ने उन्हें काट भी लिया। घायलों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक तीन लोगों की हालत ज्यादा गंभीर बनी हुई है। ग्रामीण बोले-सैकड़ों मधुमक्खियों ने एक साथ किया हमला
मामला गांव नांगल शालू का है। गुरुवार को गांव निवासी एक वृद्धा प्रभाती देवी की मौत हो गई थी। सुबह 11 बजे ग्रामीण उनका अंतिम संस्कार करने के लिए गांव के ही श्मशान घाट पर गए थे। इस दौरान करीब 100 लोग वहां मौजूद थे। अंतिम संस्कार की क्रिया अभी शुरू भी नहीं हुई थी कि पेड़ पर लगे छत्ते से मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला कर दिया। इतनी सारी मधुमक्खियों को देख ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। मधुमक्खियों से बचने के लिए लोग वृद्धा की डेडबॉडी काे वहीं पर छोड़कर भागने लगे। जिसे जहां जगह मिली, वहीं छिपकर बचाई जान
ग्रामीणों के मुताबिक जैसे ही मधुमक्खियों ने हमला किया, लोग इधर-उधर भागने लगे। अचानक भगदड़ सी मच गई। इस भगदड़ में कई लोग गिरकर चोटिल भी हुए। मधुमक्खियों से बचने के लिए कोई घास पर लेट गया तो काेई दीवार के पीछे छिप गया। कुछ ने तो मधुमक्खियों से बचने के लिए काफी दूर तक दौड़ लगाई। अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले से काफी देर तक अफरातफरी रही। बाद में जब मधुमक्खियां शांत हुईं तब मृतका का अंतिम संस्कार किया गया। 50 से ज्यादा लोगों को काटा, 11 की हालत गंभीर
ग्रामीणों ने बताया कि मधुमक्खियों ने करीब 50 से ज्यादा लोगों को काट लिया। इनमें से 10 लोगों की हालत गंभीर है। घायल मुकेश ने बताया कि किसी को उल्टी आने की शिकायत हुई तो किसी का मुंह सूज गया। इनमें 42 वर्षीय मुकेश कुमार, 87 वर्षीय लख्मीचंद, 55 वर्षीय बलबीर सिंह के अलावा आजाद, ईशान, बाबूलाल, शीशराम, सुनील, संदीप, मनोज व विक्रम शामिल हैं। मधुमक्खियों के शांत होने के बाद गंभीर घायलों को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया गया। चिकित्सक ने उन्हें तुरंत उपचार दिया। कई अन्य लोग प्राइवेट अस्पताल में चले गए। अब जानिए मधुमक्खियों का हमला हो जाए तो क्या करें… मधुमक्खियों के ​​​​​​काटने से कौन सा पॉइजन फैलता है
जानकारी के मुताबिक, मधुमक्खियों के डंक में मेलिटिन पॉइजन होता है, जो प्रोटीन से बना है। यह शरीर में दर्द, सूजन और जलन पैदा करता है। अगर व्यक्ति को एलर्जी हो तो एनाफिलेक्टिक शॉक का कारण बन सकता है। यह जानलेवा साबित होता है। कितना खतरनाक है मेलिटिन पॉइजन
मेलिटिन अधिकतर मामलों में हल्की परेशानी का कारण बनता है, जैसे- दर्द, सूजन और लाल चकत्ते। हालांकि, जिन लोगों को मधुमक्खी के डंक से एलर्जी होती है, उनके लिए यह गंभीर समस्या बन सकती है। एक मधुमक्खी का डंक आमतौर पर खतरनाक नहीं होता, लेकिन कई मधुमक्खियां डंक मारे तो गंभीर स्थिति बन सकती है। एक बार में कितने लोगों को डंक मार सकती है मधुमक्खियां
मधुमक्खियां एक बार में एक ही व्यक्ति को डंक मार सकती है, क्योंकि डंक मारने के बाद उनका विष समाप्त हो जाता है और वह अक्सर मर जाती है। मधुमक्खी करीब 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकती है।

सोनीपत में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़:4 मालिकों समेत 9 गिरफ्तार, अमेरिकी नागरिकों से करते थे ठगी, बैंक कर्मचारी बन करते थे बात

सोनीपत में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़:4 मालिकों समेत 9 गिरफ्तार, अमेरिकी नागरिकों से करते थे ठगी, बैंक कर्मचारी बन करते थे बात सोनीपत में कुंडली पुलिस ने लेक ग्रोव सोसाइटी में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोपी अमेरिकी नागरिकों को बैंक कर्मचारी और एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बनकर ठगी करते थे। पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पुलिस अधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि लेक ग्रोव सोसाइटी की चौथी मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 86 में शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण, निशांत और विपुल अपनी टीम के साथ फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। सूचना मिलते ही उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया और साइबर सेल की टीम को बुलाया गया। कॉल सेंटर के 4 साझीदार पुलिस टीम ने छापेमारी की तो फ्लैट में आठ युवक और एक युवती अपने-अपने लैपटॉप पर हेडफोन लगाकर अंग्रेजी में बातचीत करते मिले। पूछताछ में पता चला कि विपुल, शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण और निशांत कॉल सेंटर के मालिक हैं। प्रत्येक की 25-25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सूरज और अमन जोगी मैनेजर के तौर पर काम करते थे, जिन्हें 30 हजार रुपए महीना वेतन के साथ 3-5 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। मानसी , चिराग शर्मा, आशीष, ध्रुव, अनिकेत डागर और अमन डायलर का काम करते थे, जिन्हें 15 हजार रुपए महीना वेतन के साथ 3-5 प्रतिशत कमीशन मिलता था। आरोपी टोल फ्री नंबर 18332387409 पर माइक्रो एसआईपी और एक्स-लाइट के जरिए अमेरिकी नागरिकों को कॉल करते थे। खुद को बैंक कर्मचारी या एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बताकर फोन हैक करने और डिपोर्टेशन का डर दिखाते और गिफ्ट कार्ड के जरिए ठगी करते थे। गिफ्ट कार्ड को रिडिम करने का काम शुभम भारद्वाज करता था। माैके पर सामान बरामद, मामला किया दर्ज पुलिस ने मौके से सात लैपटॉप, दस मोबाइल फोन, पांच चार्जर, सात हेडफोन और दो वाई-फाई राउटर बरामद किए हैं। विपुल के सैमसंग फोल्ड मोबाइल से विदेशी नागरिकों की कॉल लिस्ट, इमिग्रेशन की लिस्ट, गिफ्ट एपल और यूएस डीटी ट्रांजेक्शन के फोटो मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319(2), BNS OF 2023 व 66 READ WITH 43, 66D IT ACT के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सैनी-खट्टर का प्रचार भी ‌‌BJP प्रत्याशी को नहीं जिता सका:मानेसर में मेयर समेत 13 वार्डों में हारी भाजपा, यहां राव इंद्रजीत का दबदबा

सैनी-खट्टर का प्रचार भी ‌‌BJP प्रत्याशी को नहीं जिता सका:मानेसर में मेयर समेत 13 वार्डों में हारी भाजपा, यहां राव इंद्रजीत का दबदबा गुरुग्राम समेत हरियाणा में भाजपा ने 10 में से 9 नगर निगमों में जीत दर्ज की, लेकिन मानेसर में पार्टी की अप्रत्याशित हार ने सभी को चौंका दिया है। इस हार ने भाजपा के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और प्रदेश सरकार में कद्दावर मंत्री राव नरबीर सिंह अपने मेयर प्रत्याशियों के साथ ही पार्षदों को भी जिताने में सफल नहीं हो पाए। चुनाव से पहले डॉ. इंद्रजीत ने कहा था कि अगर वे जीतती हैं तो सरकार के साथ मिलकर काम करेंगी। अब जीत के बाद सवाल यह है कि क्या वे भाजपा में शामिल होंगी या फिर निर्दलीय के तौर पर काम करेंगी। हालांकि उन्होंने भास्कर से कहा कि इस बारे में वे अभी कोई जवाब नहीं दे सकतीं और समय आने पर बताएंगी। खामोश रहे राव इंद्रजीत केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का अहिरवाल क्षेत्र में अच्छा प्रभाव माना जाता है। उनके अपने वोट बैंक की ताकत को देखते हुए बीजेपी को उनसे बड़ी उम्मीदें थीं। लेकिन टिकट वितरण में उनकी पसंद को नजरअंदाज किया गया, जिसके बाद वह चुनाव प्रचार से दूर हो गए। राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप नरूला का कहना है कि बेशक केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थकों को टिकट नहीं दी गई, लेकिन उनकी खामोशी ने भाजपा की बाजी पलट दी। अहिरवाल में राव इंद्रजीत का दबदबा उन्होंने बताया कि शुरू से ही खुद को राव इंद्रजीत का कार्यकर्ता बताने वाली निर्दलीय प्रत्याशी डॉक्टर इंद्रजीत ने बीजेपी के उम्मीदवार को 2293 वोटों के अंतर से हराकर मेयर की कुर्सी हासिल की। इसके साथ-साथ जो पार्षद जीते हैं, उनमें भी अधिकतर राव इंद्रजीत के कार्यकर्ता हैं। ऐसे में एक तरह से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की जीत मानी जा सकती है। इस चुनाव से ये साबित हो गया कि अहिरवाल क्षेत्र में फिलहाल उनके कद का दूसरा कोई नेता नहीं है, जो खामोश रहकर भी जीत हासिल करने की ताकत रखता हों। मानेसर का पहला चुनाव मानेसर नगर निगम का गठन साल 2020 में हुआ था, लेकिन पहला चुनाव 2025 में हुआ है। पहले चुनाव को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह रहा और यहां गुरुग्राम से ज्यादा 65% वोटिंग हुई थी। डा. इंद्रजीत पहले से ही धरातल पर काम कर रही थी, जिसका उसको ज्यादा फायदा मिला। जबकि बीजेपी के प्रत्याशी का नाम नामांकन से कुछ दिन पहले घोषित किया गया था, जिसके कारण वे ज्यादा समय प्रचार में नहीं दें पाए। हालांकि उनकी जीत के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने ताबड़तोड़ जनसभाएं की, लेकिन जीत नहीं दिला पाए। सभी राउंड में डा. इंद्रजीत जीती मतगणना के पहले राउंड में ही डॉ. इंद्रजीत यादव ने 1638 वोटों की बढ़त हासिल कर ली थी। दूसरे राउंड में यह अंतर थोड़ा कम होकर 200 वोटों तक पहुंचा, लेकिन इसके बाद हर राउंड में उनकी लीड बढ़ती गई। पांचवें राउंड तक यह अंतर 5000 वोटों के करीब पहुंच गया और आखिरी राउंड में कुछ कमी के बाद वह 2293 वोटों से जीत गई।