पानीपत में संपत्ति विवाद में युवक ने किया सुसाइड:भाइयों ने चिता पर मनाया जश्न, वीडियो बनाया, शराब पी, फिर बहू से झगड़ा किया

पानीपत में संपत्ति विवाद में युवक ने किया सुसाइड:भाइयों ने चिता पर मनाया जश्न, वीडियो बनाया, शराब पी, फिर बहू से झगड़ा किया पानीपत के गांव बिंझौल में एक व्यक्ति ने अपने भाइयों की प्रताड़ना से तंग आकर ट्रेन के आगे लेटकर आत्महत्या कर ली। मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा है। मौत के बाद भी आरोपियों ने कुछ ऐसा किया जिससे रिश्ते शर्मसार हो गए। तीनों भाइयों ने चिता के पास जश्न भी मनाया। उन्होंने चिता का वीडियो बनाया और वहीं शराब पार्टी भी की। इतना ही नहीं, तेरहवीं की रस्म के बाद आरोपी ने उसकी पत्नी से झगड़ा भी किया। जिसके बाद महिला ने मामले की शिकायत पुलिस से की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है। पहले झगड़े की शिकायत वापस लेने का बनाया दबाव जीआरपी को दी शिकायत में कविता ने बताया कि वह गांव बिंझौल की रहने वाली है। उसके सास-ससुर ने उन्हें जमीन दी थी। इसी जमीन पर उन्होंने अपना घर बनाया हुआ है। वह अब घर का दोबारा निर्माण कर रहे थे, तो इसी बात की रंजिश रखते हुए जेठ बलवान और देवर वीरेंद्र-राजेंद्र ने धमकी दी कि वह घर नहीं बनाने देंगे। वे रोजाना झगड़ा करने लगे। झगड़े की पुलिस को शिकायत भी दी थी। जिस शिकायत को वापस लेने के लिए आरोपी दबाब बनाने लगे। आरोपियों ने धमकी दी कि अगर वे शिकायत वापस नहीं लेंगे, तो उसके खिलाफ झूठी शिकायत देंगे। उसे पूरी जिंदगी जेल से बाहर नहीं आने देंगे। मौत के बाद पत्नी से किया झगड़ा आरोपी लगातार पति सुरेंद्र को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करते रहे। जिससे तंग होकर सुरेंद्र ने 2 अप्रैल की दोपहर करीब 12 बजे गांव बिंझौल में गउशाला के पास रेलवे लाइन पर लेट कर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के बाद देवर-जेठ ने श्मशान घाट में दाहसंस्कार के वक्त जलती चिता की वीडियो बनाई। यहां तक कि शराब पार्टी कर जश्न भी मनाया। तेरहवीं होने के अगले दिन जेठ-देवर घर आकर उसके साथ झगड़ा करने लगे।

भिवानी में जिला बैडमिंटन टूर्नामेंट का समापन:सांसद धर्मबीर सिंह ने किया खिलाड़ियों को सम्मानित, स्टेडियम पर बोले- समस्याएं जल्द सुलझेंगी, सरकार देगी फंड

भिवानी में जिला बैडमिंटन टूर्नामेंट का समापन:सांसद धर्मबीर सिंह ने किया खिलाड़ियों को सम्मानित, स्टेडियम पर बोले- समस्याएं जल्द सुलझेंगी, सरकार देगी फंड भिवानी के भीम स्टेडियम के बैडमिंटन हॉल में भिवानी जिला बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। समापन समारोह में सांसद धर्मबीर सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि यह ऐसा खेल है, जिससे व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। साथ ही सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र में काम करेगी। हम खेलों को बढ़ावा देते हैं, ताकि हमारा शरीर स्वस्थ रहे। स्वस्थ शरीर के लिए हर व्यक्ति काम करता है। आज के समय में हर कोई न जाने कैसा-कैसा खाना खाता है। लोग अपने खाने में जहर खाने लगे हैं। ऐसे में हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि कैसे स्वस्थ रहें। नशे की रोकथाम सभी की जिम्मेदारी
सांसद ने हरियाणा में बढ़ते नशे को लेकर कहा कि सभी की जिम्मेदारी बनती है कि वह नशे को बढ़ने से राके। चाहे भाई-बहन हो या मां-बाप हर बार चेक करें कि हमारे घर में या आसपास में ऐसी कोई बीमारी तो नहीं आ गई।
खेल स्टेडियम को लेकर कहा कि डिमांड जैसे-जैसे बढ़ेंगी, उसके अनुसार केंद्र व राज्य सरकार पैसा देगी। इस बैडमिंटन हाल के बारे में डायरेक्टर से भी बात की है और जो समस्याएं हैं, उनका जल्द ही निपटारा कर देंगे। यह रहे परिणाम
बैडमिंटन वेलफेयर एसोसिएशन भिवानी के सेक्रेटरी सतवेंद्र सिंह ने बताया कि अंडर-11 ब्वायज सिंगर में देवेन संधु व डबल में देवेन और अरिहान विजेता रहे। अंडर-13 ब्वायज सिंगल में अनादी सिंगल, डबल में वेदिक व देवेन जीते। अंडर-13 गर्ल्स सिंगल में स्वास्तिका, डबल में यशिता व कायरा विजयी रहे। अंडर-15 ब्वायज सिंगल में नमन, डबल में नमन और दिव्यांशु जीते। अंडर-15 गर्ल्स सिंगल में समिधा विजयी रही। अंडर-17 ब्वायज सिंगल में सुर्यांशु, डबल में नमन व सुर्यांशु विजयी रहे। वहीं अंडर-17 गर्ल्स सिंगल में प्रकृति, डबल में ग्रीका व काव्या जीती। अंडर-19 ब्वायज सिंगल में वैभव तथा उबल में विभोर व रेहान विजयी रहे। अंडर-19 गर्ल्स सिंगल में पलक शर्मा जीती।

रोहतक में BPL परिवारों को मिलेंगे 30 गज के प्लॉट:10 हजार में बुकिंग, 2.5 लाख मिलेंगे मकान के लिए, 30 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन

रोहतक में BPL परिवारों को मिलेंगे 30 गज के प्लॉट:10 हजार में बुकिंग, 2.5 लाख मिलेंगे मकान के लिए, 30 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन रोहतक जिले में मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 1.8 लाख रुपये तक की आय वाले बीपीएल परिवारों को 30 गज का प्लॉट देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पात्र परिवार योजना के तहत शहरी क्षेत्र में 30 गज का प्लॉट पाने के लिए 30 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा, जिसकी न्यूनतम बुकिंग राशि 10 हजार रुपये रखी गई है। मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत सरकार ने प्रदेश भर के 16 जिलों में पात्र परिवारों को 15696 प्लॉट देने की योजना तैयार की है। प्लॉट के साथ ही पात्र परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के तहत मकान बनाने के लिए अनुदान के तौर पर दो लाख 50 हजार रुपये भी दिए जाएंगे। ताकि उसे मकान बनाने में किसी तरह की परेशानी न आए। घुमंतु जाति के परिवार को दी जाएगी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत आवेदन करने वालों में सरकार घुमंतु जाति के परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर प्लॉट देगी। ऑनलाइन आवेदन के दौरान पात्र परिवार को बुकिंग अमाउंट मात्र 10 हजार रुपए जमा करवाना है, बाकी रुपए बाद में किस्तों के रूप में देने होंगे। साइट के नक्शे वेबसाइट में मौजूद
मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करते समय साइट का नक्शा भी देखा जा सकता है। वेबसाइट भी सरकार की योजना के तहत नक्शे डाले गए हैं। आवेदन के दौरान सरल बुकिंग भुगतान विकल्प भी उपलब्ध करवाया गया है, ताकि पात्र परिवार इस योजना का लाभ उठा सके। 16 शहरों में 15696 प्लॉटों का प्रावधान
सरकार की योजना के तहत रोहतक सहित 16 शहरों में 15696 प्लॉटों का प्रावधान किया गया है। इसमें रोहतक, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, सफीदों, महेंद्रगढ़, पलवल, बहादुरगढ़, हिसार, झज्जर, जगाधरी, अंबाला, रेवाड़ी, करनाल, जुलाना व जींद शामिल है। इस योजना के बारे में हाउसिंग फॉर ऑल विभाग हरियाणा के फोन नंबर 0172-3520001 अथवा पोर्टल www.hfa.haryana.gov.in पर जाएं।

हरियाणा में आज RTE एडमिशन का आखिरी दिन:प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित, डॉक्यूमेंट गड़बड़ी पर रद्द होंगे फॉर्म

हरियाणा में आज RTE एडमिशन का आखिरी दिन:प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित, डॉक्यूमेंट गड़बड़ी पर रद्द होंगे फॉर्म हरियाणा के प्राइवेट स्कूलों में राइट टू एजूकेशन (RTE) के तहत गरीब बच्चों के एडमिशन का आज लास्ट डे है। सरकार की ओर से ऐसे बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें रिजर्व की गई हैं। दरअसल, हरियाणा सरकार की ओर से आरटीई के तहत एडमिशन की डेट 14 अप्रैल से बढ़ाकर 21 अप्रैल कर दी गई थी, जिसके बाद बच्चों को एक सप्ताह का और समय मिल गया था। 14 अप्रैल तक एमआइएस पोर्टल पर प्रदेश में 10701 प्राइवेट स्कूलों में से 7567 स्कूलों ने पोर्टल पर सीटों का ब्योरा दिया था। प्रदेश में 3134 स्कूलों ने सीटों का ब्योरा नहीं दिया। जिसके बाद दोबारा से शिक्षा विभाग ने राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को दाखिले के लिए पोर्टल खोल दिया था। अभी इसका लेटेस्ट डेटा सार्वजनिक नहीं किया गया है। DEO कार्यालय में जमा कराएं रिपोर्ट शिकायत मिलने के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने अभिभावकों को मूल दस्तावेजों की प्रति संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में जमा कराने के निर्देश दिए थे। खंड शिक्षा अधिकारी जमा कराए गए दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद संबंधित आवेदन को स्वीकार या अस्वीकार करेंगे। सत्यापन प्रक्रिया पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। सत्यापन प्रक्रिया के बाद पुष्टि होने वाले या सही पाए गए आवेदनों की सूची विभागीय वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। इसके बाद लॉटरी प्रक्रिया के तहत आवेदकों को स्कूल आवंटित किए जाएंगे। दस्तावेजों में भिन्नता होने पर आवेदन होंगे रद्द जिला स्तरीय कमेटी संबंधित खंड शिक्षा कार्यालय की रिपोर्ट अनुसार निर्णय लेगी। यदि अभिभावकों ने दाखिल से संबंधित किसी भी प्रकार के दस्तावेजों एवं पोर्टल पर दर्ज कराई सूचना में भिन्नता पाई गई तो उसके लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा आवेदन को रद्द किया जा सकता है। जिला शिक्षा विभाग नोडल अधिकारी, आरटीई अमित मनहर ने कहा कि निजी स्कूलों में कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए पोर्टल दोबारा से खोल दिया गया है। इसके लिए 21 अप्रैल तक आवेदन किया जा सकता है।

अंबाला में ट्रक ने बाइक सवार परिवार को मारी टक्कर:पत्नी-बच्चों समेत 4 घायल, चंडीगढ़ में चल रहा इलाज, आरोपी ड्राइवर फरार

अंबाला में ट्रक ने बाइक सवार परिवार को मारी टक्कर:पत्नी-बच्चों समेत 4 घायल, चंडीगढ़ में चल रहा इलाज, आरोपी ड्राइवर फरार अंबाला में एक ट्रक ने बाइक पर जा रहे परिवार को टक्कर मार दी। हादसे में पत्नी समेत चार लोग घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें मौके से अंबाला शहर के सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। अंबाला शहर निवासी राजेश भाटिया के मुताबिक वह अपने परिवार के साथ बाइक पर देवी नगर में मेला देखने जा रहे थे। इसी दौरान कैंट की तरफ से एक तेज रफ्तार ट्रक आया। ट्रक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद परिवार उछलकर नीचे गिर गया। इसके बाद राहगीरों की मदद से घायलों को अंबाला शहर के सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। मौके से फरार हुआ ट्रक चालक आरोप है कि ट्रक कैंट की तरफ से सर्विस रोड पर आ रहा था। इसी दौरान उसने बाइक पर जा रहे परिवार को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक पर सवार चारों लोग सड़क पर गिर गए। इसके बाद ट्रक ड्राइवर मौके से तेज रफ्तार में ट्रक चलाते हुए फरार हो गया। पुलिस जांच में जुटी पुलिस प्रवक्ता के अनुसार कालका चौक के पास यह हादसा हुआ था। जिसमें राजेश भाटिया, पत्नी तनीषा, बेटी भव्या, बेटी गोतम घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज चंडीगढ़ पीजीआई में चल रहा है और सभी खतरे से बाहर हैं। उनका कहना है कि अब ट्रक और ट्रक चालक की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसको गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

हरियाणा के सूबेदार सियाचिन में शहीद:ग्लेशियर में तैनात थे, पिछले साल ही मिली थी प्रमोशन; पार्थिव देह आज सिरसा आएगी

हरियाणा के सूबेदार सियाचिन में शहीद:ग्लेशियर में तैनात थे, पिछले साल ही मिली थी प्रमोशन; पार्थिव देह आज सिरसा आएगी हरियाणा के सूबेदार लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए। शहीद सूबेदार जम्मू एंड कश्मीर (JAK) राइफल्स में थे। पिछले साल ही उन्हें सूबेदार के पद पर प्रमोशन मिली थी। उनकी पार्थिव देह सैन्य सम्मान के साथ लद्दाख से हवाई जहाज के जरिए रवाना कर दी गई है। जहां से वे दिल्ली पहुंचेंगे। उसके बाद पार्थिव देह सिरसा लाई जाएगी। जिसके बाद आज (21 अप्रैल) ही सिरसा स्थित पैतृक गांव झोपड़ा में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद सूबेदार के पिता बलवंत सिंह का निधन हो चुका है। घर में मां रचना कौर, भाई हरदेव सिंह, पत्नी गुरविंदर कौर और 2 बच्चे उपराज सिंह व मनरीत कौर हैं। सूबेदार बलदेव के शहीद होने की सूचना मिलते ही सोमवार सुबह से रिश्तेदार और ग्रामीण अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं। सूबेदार की शहादत के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें.. 24 साल पहले JAK राइफल्स में भर्ती हुए
शहीद सूबेदार बलदेव सिंह मूल रूप से एयरफोर्स सिरसा के सामने स्थित बीरपुर कॉलोनी के रहने वाले थे। उनके परिवार के मुताबिक सूबेदार बलदेव सिंह 24 साल पहले मार्च 2021 में JAK राइफल्स की 18वीं रेजिमेंट में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए थे। इसके बाद पिछले साल ही उन्हें पदोन्नति मिली थी। जिसके बाद वे सूबेदार बन गए। कुमार पोस्ट पर थी तैनाती, वहां तबीयत बिगड़ी
सूबेदार बलदेव सिंह की ड्यूटी लद्दाख में सियाचिन के नॉर्थ ग्लेशियर में कुमार पोस्ट पर थी। वह शनिवार रात को भली-भांति सोए हुए थे। जब रविवार सुबह उठे तो उनकी तबीयत खराब हुई। पहले जवान को उल्टी हुई थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि घबराहट हो रही है। इलाज के दौरान शहीद हो गए
इसके बाद सेना के जवान उन्हें तुरंत इमरजेंसी मेडिकल मदद के लिए अस्पताल ले गए। वहा पहुंचकर सूबेदार ने सीने में दर्द बताया। इसके बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू कर दिया। मगर, रविवार की सुबह 11 बजे उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। जिसके बाद इलाज के दौरान ही उन्होंने आखिरी सांस ली। नॉर्थ कमांड के चीफ समेत सेना ने श्रद्धांजलि दी
सूबेदार के शहीद होने का पता चलते ही इसके बाद नॉर्थ कमांड के चीफ समेत सेना के अन्य अधिकारी वहां पहुंचे। उन्होंने शहीद को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ पार्थिव देह को पैतृक गांव झोपड़ा के लिए रवाना कर दिया गया।

कुरुक्षेत्र के अभिजोत को गैंगस्टर काका ने दिए 80 हजार:जालंधर BJP नेता के घर कराया ग्रेनेड हमला; इंस्टाग्राम पर हुई मुलाकात

कुरुक्षेत्र के अभिजोत को गैंगस्टर काका ने दिए 80 हजार:जालंधर BJP नेता के घर कराया ग्रेनेड हमला; इंस्टाग्राम पर हुई मुलाकात कुरुक्षेत्र में PVC वॉलपेपर का काम करने वाला अभिजोत उर्फ अभि ​​​​​​ कुछ महीने पहले ही सोशल मीडिया के जरिए कुख्यात गैंगस्टर के संपर्क में आया था। अब उस पर हथियार सप्लाई, फंडिंग करने और ग्रेनेड हमले की साजिश में शामिल होने का आरोप हैं। 2 राज्यों की पुलिस के साथ IB मामले की जांच में जुटी है। फिलहाल पुलिस उसे और उसके साथी को कोर्ट के ऑर्डर से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, कुरुक्षेत्र के अभिजोत उर्फ अभि कुछ समय पहले ही इंस्टाग्राम के जरिए काका राणा गैंग के संपर्क में आया। काका राणा ने उसे गैंग में शामिल होने पर पैसे और हथियार देने का वादा किया। इसके लिए काका राणा ने अभिजोत के अकाउंट में 80 हजार रुपए का फंड भी ट्रांसफर कर दिया। काका राणा ने उस तक हथियार भी सप्लाई करवा दिए। ग्रेनेड हमले के लिए फंडिंग करवाई 7 अप्रैल को जालंधर में बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड से हमला हुआ था। पुलिस का दावा है कि इस हमले के मुख्य आरोपी को अभिजोत ने काका राणा के कहने पर 3,500 रुपए की फंडिंग की थी। उस हमले के बाद पंजाब पुलिस की स्पेशल टीम अभिजोत के पैतृक गांव गई थी, मगर अभिजोत का परिवार काफी समय पहले ही कुरुक्षेत्र में आकर रह रहा था। एनकाउंटर में पकड़े गए CIA-1 की टीम ने 10-11 अप्रैल की रात नेशनल हाईवे-44 पर शरीफगढ़ के पास एनकाउंटर में अभिजोत को जिला पटियाला के घनौर के रहने वाले सोनू के साथ दबोचा था। एनकाउंटर में दोनों की टांगों में गोलियां लगी थीं। उनके कब्जे से 32 बोर की देसी पिस्टल, 315 बोर का देसी कट्टा और 13 कारतूस बरामद हुए थे। दोनों किसी वारदात की फिराक में थे। रंगदारी के लिए करनी थी वारदात पुलिस जांच में सामने आया कि अभिजोत और सोनू शाहाबाद में किसी कारोबारी पर फायरिंग करने की फिराक में घूम रहे थे। उनकी प्लानिंग कारोबारी को डराकर उससे वसूली करना थी। इसके लिए झांसा में बैठकर उन्होंने अपने तीसरे साथी विशाल के घर पर बैठकर योजना बनाई थी, लेकिन उससे पहले अभिजोत और सोनू पकड़े गए। चल रही पूछताछ CIA-1 के इंचार्ज सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी टीम चारों आरोपियों की डिटेल छान रही है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंक ट्रांजैक्शंस और कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं। अभिजोत और सोनू का रिमांड चल रहा है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने उनके 2 साथी सुखविंदर और विशाल को गिरफ्तार किया है।

अंबाला में असीम गोयल पर झूठे केस कराने का आरोप:जमीन विवाद में राष्ट्रपति को लिखा इच्छामृत्यु का पत्र, शहर में लगाए पोस्टर

अंबाला में असीम गोयल पर झूठे केस कराने का आरोप:जमीन विवाद में राष्ट्रपति को लिखा इच्छामृत्यु का पत्र, शहर में लगाए पोस्टर अंबाला में एक परिवार द्वारा हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री रहे असीम गोयल पर सत्ता के गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। परिवार ने इसको लेकर राष्ट्रपति से इक्षा मृत्यु या फिर न्याय दिलाने के लिए परिवार ने पत्र लिखा है। इसके साथ ही अब अंबाला शहर में जगह-जगह इसके पोस्टर लगाए जा रहे हैं। दरअसल अंबाला शहर के गांव बहबल पुर में एक जमीनी विवाद चल रहा है। परिवार और पंचायत इसमें आमने-सामने हैं। लेकिन, परिवार का आरोप है कि इसमें असीम गोयल का दखल हो रहा है, और हम पर कई बार मुकदमे लिखवा दिए हैं। जमीन का है पूरा विवाद परिवार के सदस्य दलजीत बताते हैं कि उनके गांव में एक जमीन है। जिसके पीछे पंचायत और सरपंच काफी समय से पड़ा हुआ है। इस मामले में वह कोर्ट से भी केस 2011 में जीत चुके हैं। जिसके बाद भी पंचायत के लोग उनको परेशान कर रहे हैं। पंचायत के लोग इनसे जमीन छीनने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह अभी हाल ही में इस जमीन पर स्टे लेकर आए हैं। लेकिन, कोई इस स्टे को मानने के लिए तैयार नहीं है। झूठे मुकदमे कराए हैं दर्ज आरोप है कि इस पूरे मामले में कई झूठे मुकदमे पंचायत और असीम गोयल ने मिलकर उनके परिजनों पर दर्ज कराए हैं, कई बार वह जेल में भी रहकर आ चुके हैं। कई बार उनसे प्लॉट को छीनने का भी प्रयास कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि कई बार तो प्लॉट में आग तक लगाई जा चुकी है। लेकिन, पुलिस हमारी शिकायत न लेकर पंचायत के और पूर्व मंत्री असीम गोयल के साथ मिलकर गलत काम कर रही है। पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पोस्टर इस मामले में पीड़ित परिवार ने थक हार कर एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री असीम गोयल सत्ता का गलत प्रयोग करता है। वह डरा धमका लोगों से उनकी जमीन छिनता है। इसके साथ ही उसमें यह भी लिखा है कि भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों पर दबाव बना कर झूठे मुकदमे भी दर्ज कराता है। जिसके बाद अब यह पोस्टर शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए जा रहे हैं। कल शाम से अचानक यह पोस्टर दिखाई देने शुरू हुए। जिसके बाद से कई जगह तो पूर्व मंत्री के समर्थकों ने जाकर पोस्टर फाड़ दिए। शहर के सेक्टर 7, मानव चौक, आईटीआई चौक, सिविल अस्पताल इलाके में यह पोस्टर लगे हुए हैं। मंत्री के पास जा चुका है परिवार आरोप है कि इस पूरे मामले में पूर्व मंत्री असीम गोयल के पास भी पीड़ित परिवार पहुंचा था। लेकिन, उन्होंने उनकी एक न सुनी। पूर्व मंत्री ने यहां तक कह दिया कि पंचायत वाले हमारी पार्टी के लोग हैं। हम उनका सहयोग करेंगे न की आपका। वह हमारी पार्टी के लोग हैं। ये कहते हुए परिजनों को ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया। जिलाध्यक्ष बोले- मामले की पूरी जानकारी नहीं इस पूरे मामले में पूर्व मंत्री असीम गोयल ने बात नहीं की। वह शहर से बाहर हैं। इस पर जिलाध्यक्ष मंदीप राणा ने बताया कि इस मामले में पूरी जानकारी नहीं है। कहां से कैसे विवाद शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि इतना जरूर मालूम है कि यह पंचायत और एक परिवार का व्यक्तिगत विवाद है। अब इसमें असीम गोयल की क्या भूमिका है यह जानकारी नहीं है। असील गोयल बोले- मेरी राजनीतिक छवि को धूमिल करने की कोशिश इस पूरे मामले में पूर्व मंत्री असीम गोयल का कहना है कि इस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है। यह युवक मेरे पास जरूर आए थे लेकिन, मैंने इसे यह कह दिया था कि यह आपके गांव का विषय है यह गांव में ही निपटाया जाना चाहिए। असीम गोयल ने यह भी कहा कि यह विरोधियों की साजिश है मेरी राजनीतिक छवि को धूमिल करने की।

हरियाणा में ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ का विरोध:15 दिन की सैलरी कट चुकी; हड़ताल पर गए थे संविदा कमी, 16 अप्रैल को जारी हुआ ऑर्डर

हरियाणा में ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ का विरोध:15 दिन की सैलरी कट चुकी; हड़ताल पर गए थे संविदा कमी, 16 अप्रैल को जारी हुआ ऑर्डर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार के एक फैसले का विरोध शुरू हो गया है। सरकार के काम नहीं तो वेतन नहीं के कदम की कर्मचारियों ने तीखी आलोचना की है। 16 अप्रैल को घोषित इस निर्णय की विपक्षी नेताओं और कर्मचारी यूनियनों ने कड़ी आलोचना की है, जिन्होंने भाजपा सरकार पर अपनी ‘कर्मचारी समर्थक’ छवि को धोखा देने का आरोप लगाया है। विशेष रूप से तब जब बात कम वेतन वाले संविदा कर्मचारियों की हो, जो कर्मचारियों की कमी के बीच विभिन्न विभागों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं। यहां पढ़िए क्या है सरकार का ऑर्डर… हरियाणा सरकार ने फैसला लिया है कि 20 जुलाई से 3 अगस्त 2024 तक हड़ताल में भाग लेने वाले किसी भी बोर्ड या निगम में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा बरकरार रहेगी। मानव संसाधन विभाग ने निर्देश जारी कर स्पष्ट किया है कि हड़ताल के दिनों के लिए कोई पारिश्रमिक तो नहीं दिया जाएगा, लेकिन इस आधार पर इन कर्मचारियों की कार्यकाल की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। सरकार ने कर्मचारियों में सख्त मैसेज दिया सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई नियमों के अनुरूप थी और इसका उद्देश्य जनता को होने वाली असुविधा के खिलाफ एक कड़ा संदेश भेजना था, आलोचकों का तर्क है कि कर्मचारियों को उनकी सेवाओं के नियमितीकरण की लंबे समय से लंबित मांग के लिए अनुचित रूप से दंडित किया गया।एक कर्मचारी नेता ने कहा, ये कर्मचारी बिना किसी नौकरी की सुरक्षा के काम करते हैं और उनके पास यूनियन का समर्थन भी नहीं है, जबकि उनके नियमित समकक्षों के पास यह सुविधा नहीं है। उन्हें कड़ी सजा के लिए चुना गया है। क्या बोले कर्मचारी नेता? अखिल भारतीय राज्य सरकार कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा ने इस कार्रवाई को अनुचित बताया है। राज्य सरकार की तर्कहीन नीतियों के कारण उन्हें हड़ताल करने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह भाजपा सरकार के ‘कर्मचारी हितैषी’ दावों के विपरीत है। सरकार उन्हें ‘छुट्टी पर जाने’ के रूप में मान सकती थी। लांबा ने सद्भावना के तौर पर इस फैसले को वापस लिए जाने की मांग की। जेटली बोले- सरकार कर्मचारी हितैषी मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली ने जोर देकर कहा कि भाजपा कर्मचारी कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पिछले साल के अंत में पारित हरियाणा संविदा कर्मचारी (सेवा की सुरक्षा) विधेयक, 2024 का हवाला दिया। उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित करता है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRNL) के माध्यम से नियुक्त किए गए संविदा, तदर्थ या आउटसोर्स कर्मचारी अब सेवानिवृत्ति की आयु तक काम कर सकते हैं। यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है।

फरीदाबाद में शराब के ठेके के बाहर मिला शव:बिहार के रहने वाले 50 वर्षीय श्याम सिंह की मौत, शराब से मरने की आशंका

फरीदाबाद में शराब के ठेके के बाहर मिला शव:बिहार के रहने वाले 50 वर्षीय श्याम सिंह की मौत, शराब से मरने की आशंका हरियाणा के फरीदाबाद में पर्वतीय कॉलोनी इलाके में स्थित नैन चौक पर शराब के ठेके के बाहर एक व्यक्ति का शव मिला है। मृतक की पहचान बिहार के रहने वाले श्याम सिंह के रूप में हुई है? पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया है। शराब के ठेके के बाहर मिला शव रविवार की देर शाम को पुलिस को सूचना मिली कि, पर्वतीय कॉलोनी इलाके में स्थित नैन चौक पर शराब के ठेके के बाहर एक व्यक्ति बेहोशी की हालात में पड़ा हुआ है। पुलिस ने मौके पर जाकर चेक किया तो व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मृतक के पास मौजूद कुछ दस्तावेजों से उसकी पहचान की और शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। बिहार का रहने वाला मृतक की पहचान श्याम सिंह के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला था। श्याम सिंह हाल में फरीदाबाद की जवाहर कॉलोनी में किराए पर रहता था। श्याम सिंह का परिवार इस समय किसी काम से बिहार गया हुआ है। ज्यादा शराब पीने से मौत पर्वतीय कॉलोनी चौकी इंचार्ज महेश शर्मा ने बताया कि,प्रथम दृष्टि में यह मामला शराब से जुड़ा प्रतीत होता है। मृतक शराब पीने का आदी था और संभवतः इसी कारण उसकी मौत हुई है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।