पत्नी बोली-आतंकियों ने नाम पूछा, पति को गोली मार दी:जम्मू-कश्मीर में कानपुर के कारोबारी की हत्या; 2 महीने पहले हुई थी शादी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी (31 साल) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शुभम की दो महीने पहले शादी हुई थी। वह पत्नी और परिवार के 11 सदस्यों के साथ कश्मीर घूमने गए थे। पत्नी ने परिवार को फोन पर बताया कि आतंकियों ने पहले नाम पूछा और फिर सिर में गोली मार दी। एक वीडियो भी सामने आया है, जोकि कश्मीर का बताया जा रहा है। इसमें मैदान में लाश दिखती है। शुभम के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने कहा- वीडियो में दिख रही लाश हमारे भाई की है। उन्होंने बताया- भैया और भाभी सोनमर्ग, गुलमर्ग घूमने के बाद आज पहलगाम में थे। फोन पर हमारी परिवार से बात हुई है। पता चला है कि शुभम और उनकी पत्नी एशान्या घुड़सवारी करते हुए ऊपर पहाड़ियों पर गए थे। परिवार के बाहर लोग नीचे ही थे। अचानक वहां भगदड़ मच गई, कुछ देर बाद जानकारी मिली कि वहां लोगों को आतंकियों ने गोली मार दी है। चचेरे भाई ने कहा- वहां लोगों का नरसंहार किया गया है। लोगों का नाम पूछा गया। कलमा पढ़ने को कहा गया। भाभी को आतंकियों ने यह कहकर छोड़ा कि जाओ अपनी सरकार को बताओ। सरकार से हमारी मांग है कि हमारा भाई जिस भी हाल में है, वैसे ही यहां पहुंचाया जाए। वहां साथ में जो लोग हैं, उन लोगों को भी अस्पताल में इलाज मुहैया कराया जाए। सबको सुरक्षित कानपुर पहुंचाना चाहिए। कानपुर में शुभम के घर का हाल 2 तस्वीर में देखिए… कश्मीर में क्या हुआ, ये जानिए सेना की वर्दी में आए आतंकी, शुभम के माथे पर गोली मारी
मंगलवार को दोपहर लगभग 2.15 बजे के आतंकवादी सेना की वर्दी में आए और ताबड़तोड़ गोलीबारी करने लगे। जिससे वहां पर अफरातफरी का माहौल हो गया। एक आतंकी शुभम से उसका नाम पूछा और सिर पर गोली मार दी। शुभम मैदान पर गिर गए। जबकि, उनकी पत्नी बेहोश हो गईं। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और सेना ने उन्हें कश्मीर के अस्पताल में भर्ती करवाया। जब पिता को इस हमले की सूचना मिली तो वह बेटे और बहू को को खोजने को निकले। शाम को पुलिस की मदद से शुभम की पहचान हो पाई। परिवार के लोगों ने जब कानपुर में फोन करके यह खबर सुनाई, तो लोग भी स्तब्ध रह गए। चाचा और उनके परिवार में भी दुख का माहौल है। 12 फरवरी को हुई थी शुभम की शादी
शुभम के पिता संजय द्विवेदी कानपुर में सीमेंट कारोबारी हैं। वह अल्ट्राटेक सीमेंट के डीलर हैं। उनका परिवार महराजपुर थाने के गांव हाथीपुर का मूल निवासी है। अभी कानपुर के श्यामनगर में परिवार के साथ रहते हैं। परिवार ने बताया, शुभम की इसी साल 12 फरवरी को यशोदानगर की एशान्या से शादी हुई थी। 17 अप्रैल को वह अपनी पत्नी एशान्या के साथ कश्मीर घूमने गया था। साथ में, शुभम की मां सीमा, पिता संजय, बहन आरती, बहनोई शुभम दुबे, शुभम के ससुर राजेश पांडेय और सास गए थे। दोनों परिवारों के कुल 11 लोग घूमने गए थे। उन्हें 23 अप्रैल को लौटना था, मगर एक दिन पहले आतंकी हमला हो गया। भाई ने कहा- परिवार के लोगों ने हमें कश्मीर से वीडियो भेजा
चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने कहा- आज मंगलवार को हमारे परिवार के जो सदस्य सुरक्षित बचे हैं, उन्होंने यह वीडियो हमसे शेयर किया। कहा कि ये देखो, शुभम को क्या हो गया। इसमें एक बॉडी दिख रही थी। देखकर लगा कि उसके माथे में गोली मारी गई है। इसके बाद हमने परिवार के बाकी लोगों को जानकारी दी। वीडियो में दिख रहा है कि कश्मीर की घाटी में एक लड़का जमीन पर पड़ा था। पीछे बैक ग्राउंड में एक महिला चिल्ला रही थी कि बचा लो, मेरे पति को बचा लो…। एक पुरुष भी कहता हुआ सुना जा रहा है हम आ रहे हैं, हम इनके साथ है। मैडम आप टेंशन न लो। महिला कहती है कि प्लीज हमारे साथ चलो। शुभम के परिवार का राजनीति से भी जुड़ाव
आतंकी हमले में मरने वाले शुभम द्विवेदी के परिवार की महाराजपुर क्षेत्र में पॉलिटिकल पकड़ मजबूत है। शुभम के चाचा ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज द्विवेदी ने बताया- हमारे पिता चंदन प्रसाद द्विवेदी 18 साल हाथीपुर के प्रधान रहे। वह 1977 से 1995 तक प्रधान चुने गए। इसके बाद 1995 से लेकर 2005 तक चाचा सुभाष द्विवेदी प्रधान रहे। शुभम के पिता संजय क्षेत्र के बड़े सीमेंट व्यवसायी हैं। चचेरे भाई शैलेंद्र द्विवेदी भाजपा के वरिष्ठ नेता है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और पूर्व मंत्री अनंत मिश्रा से परिवार की अत्यंत करीबी हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से की बात
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से फोन पर बात की। वहां के हालातों की जानकारी ली। साथ ही कानपुर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग कालेज रूमा में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ होने वाले वन नेशन-वन इलेक्शन कार्यक्रम को रद्द कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा- आतंकियों की कायराना करतूत को करारा जवाब दिया जाएगा। पीएम मोदी बोले- आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक मंसूबा कभी कामयाब नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा। राहुल गांधी ने कहा कि, आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने के खोखले दावों के बजाय अब जवाबदेही लेते हुए ठोस कदम उठाए, ताकि आगे ऐसी बर्बर घटनाएं न होने पाएं। हमले में 26 टूरिस्ट की मौत
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने मंगलवार को पर्यटकों पर फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक इटली और एक इजराइल का पर्यटक और 2 स्थानीय नागरिक शामिल हैं। बाकी पर्यटक गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के हैं। घटना मंगलवार दोपहर करीब 2.45 बजे पहलगाम की बैसारन घाटी में हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने एक टूरिस्ट से नाम पूछा, फिर उसके सिर में गोली मार दी। इसके बाद दूसरे पर्यटकों पर फायरिंग करते हुए भाग निकले। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है। प्रशासन ने आतंकी हमले में एक मौत की बात कही थी, लेकिन करीब 4 घंटे बाद न्यूज एजेंसी ने 26 मौतों की जानकारी दी। घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पहलगाम में हमले वाले इलाके को घेर लिया है। हेलिकॉप्टर से भी नजर रखी जा रही है। इमरजेंसी हेल्प डेस्क नंबर
अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 9596777669 और 01932225870 जारी किए हैं। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर 9419051940 जारी किया है। श्रीनगर पुलिस की हेल्प डेस्क इमरजेंसी नंबर 0194-2457543, 0194-2483651, एडीसी श्रीनगर आदिल फरीद का नंबर 7006058623 जारी किया है। ……………… यह खबर भी पढ़िए LIVE जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के बाद सबसे बड़ा हमला, 26 मौतें:आतंकियों ने टूरिस्ट के नाम पूछकर गोली मारी, इजराइल-इटली के 2 टूरिस्ट मारे गए जम्मू-कश्मीर में 2019 के पुलवामा अटैक के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने मंगलवार को पर्यटकों पर फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक इटली और एक इजराइल का पर्यटक और 2 स्थानीय नागरिक शामिल हैं। बाकी पर्यटक गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के हैं। घटना मंगलवार दोपहर करीब 2.45 बजे पहलगाम की बैसारन घाटी में हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने एक टूरिस्ट से नाम पूछा, फिर उसके सिर में गोली मार दी। इसके बाद दूसरे पर्यटकों पर फायरिंग करते हुए भाग निकले। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है। पूरी खबर पढ़िए