लॉन्ग वीकेंड पर गुलजार पहाड़ों की रानी, बड़ी संख्या में शिमला घूमने पहुंच रहे सैलानी

लॉन्ग वीकेंड पर गुलजार पहाड़ों की रानी, बड़ी संख्या में शिमला घूमने पहुंच रहे सैलानी <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Tourism:</strong> हिमाचल प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी शिमला में पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी देखी जा रही है. जहां एक तरफ मैदानी इलाकों में लोगों को धुंध का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं शिमला में मौसम दिनभर साफ बना हुआ है. दोपहर के वक्त यहां लग रही धूप और सुबह शाम के वक्त ठंडक पर्यटकों को पसंद आ रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सैलानी यहां खूबसूरत मौसम का मजा लेने के लिए पहुंच रहे हैं. सैलानियों को शिमला के मौसम खूब पसंद आ रहा है. शिमला के साथ अन्य पर्यटन स्थलों मनाली, कुल्लू, अटल टनल, डलहौजी और कसौली में दोपहर के वक्त खूब धूप खिल रही है. हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घूमने के लिए चंडीगढ़, पंजाब हरियाणा और दिल्ली एनसीआर के से लोग पहुंच रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आने वाले दिनों में बढ़ेगी पर्यटकों की आमद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आने वाले दिनों में पर्यटकों की आमद में और अधिक बढ़ोतरी दर्ज किए जाने की उम्मीद है. इस बार लॉन्ग वीकेंड के चलते भी पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी देखी गई है. शुक्रवार को छुट्टी और शनिवार-रविवार को वीकेंड के चलते पर्यटकों की आमद बढ़ी है. वहीं, पर्यटन कारोबारी शुभम ठाकुर ने कहा कि वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है. आने वाले वक्त में सैलानियों की संख्या में और ज्यादा बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. सैलानी एडवांस बुकिंग के लिए भी फोन कर रहे हैं. दिसंबर के अंत तक पर्यटकों की आमद में और ज्यादा बढ़ोतरी होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>HPTDC के होटलों में मिल रहा डिस्काउंट&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम भी अपने होटल में 40 फीसदी तक का डिस्काउंट दे रहा है. यह डिस्काउंट 1 नवंबर से शुरू हो चुका है और 20 दिसंबर तक जारी रहेगा. पर्यटन विकास निगम के होटल में 20 फीसदी, 30 फीसदी और 40 फीसदी तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि पर्यटकों के लिए 50 दिनों तक होटल में यह डिस्काउंट दिया जा रहा है. यह डिस्काउंट निगम के 52 होटल में मिलेगा. होटल की बुकिंग www.hptdc.in पर की जा सकती है. हिमाचल पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार ने कर्मचारियों को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, जिससे निगम के होटल में टूरिस्ट की संख्या बढ़ सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-famous-jakhu-temple-says-darshan-wearing-dignified-clothes-will-be-allowed-ann-2824413″>प्रभु के दर्शन के लिए मर्यादित वस्त्र पहनकर आएं हनुमान भक्त, शिमला में जाखू मंदिर में लगाए जाएंगे बोर्ड</a></strong></p>
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भगवंत मान सरकार की नीतियों से पंजाब पुलिस को मिली मजबूती

भगवंत मान सरकार की नीतियों से पंजाब पुलिस को मिली मजबूती <div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Government:</strong> पंजाब में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बड़े स्तर पर काम हो रहे हैं. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर पंजाब पुलिस राज्य में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. पंजाब पुलिस को आधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है. पुलिस विभाग में अत्याधुनिक वाहनों की संख्या बढ़ाई जा रही है, ताकि राज्य में गस्त सेवाओं के साथ समय से पुलिस का रिस्पॉन्स मिल सके. पंजाब में पुलिस बल की मजबूती के लिए लगातार काम किया जा रहा है. पंजाब पुलिस विभाग में 827 सब-इंस्पेक्टर, 787 हेड कांस्टेबल और 144 सिविलियन कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है.<br /><br /><strong>इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहा काम</strong><br />पंजाब में पुलिस विभाग को अच्छी सुविधा मिल सके और काम की गुणवत्ता में सुधार हो इस उद्देश्य के साथ जिलों में पुलिस लाइन से लेकर थानों तक मजबूत और आकर्षक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है. इससे चौकी और थानों में कामकाज का माहौल बदल रहा है. पंजाब में पुलिस व्यवस्था में हो रहे सुधार कार्यक्रमों का जायजा डीजीपी स्वयं ले रहे हैं.<br /><br /><strong>ग्राउंड स्तर पर फीडबैक सिस्टम</strong><br />पंजाब पुलिस में हो रहे सुधार के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं. एक तरह पुलिस की कार्यशैली में बदलाव आ रहा है, वहीं थानों के बेहतर माहौल से आमजन में पुलिस को लेकर विश्वास भी बढ़ रहा है. डीजीपी के साथ ही अन्य अधिकारियों के द्वारा पुलिसकर्मियों, कांस्टेबल और गाईस से बातचीत कर फीडबैक लिया जा रहा है. आमजन के साथ भी पुलिस विभाग की बैठक हो रही है.<br /><br /><strong>साइबर क्राइम रोकने के लिए हाईटेक थाने</strong><br />साइबर क्राइम और साइबर अटैक आज के समय का सबसे बड़ा अपराध है. पंजाब में साइबर क्राइम को रोकने और इसमें लिप्त अपराधियों की धरपकड़ के लिए पंजाब पुलिस तत्परता से कार्य कर रही है. पंजाब में थानों को इस तरह से विकसित किया जा रहा है, जहां साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की जांच आसानी से हो सके. इसके लिए पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वित्तीय धोखाधड़ी, साइबर ठगी, हैकिंग और ऑनलाइन फ्रॉड जैसे अपराध रोकने के लिए अलग से पुलिस स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं.<br /><br /><strong>जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर</strong><br />साइबर क्राइम के मामलों में तत्परता से मदद करने और जागरूकता फैलाने के लिए पंजाब में ‘साइबर मित्र’ नामक एक चैटबॉट लॉन्च किया गया है। इसके साथ ही साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को सुदृढ़ करने के लिए हाईटेक कॉल सेंटर बनाया गया है.<br /><br />पंजाब पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (एआई- एमएल) लैब स्थापित करने के लिए आईआईटी रोपड़ के साथ साझेदारी की गई है. इसके साथ ही सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए 4,100 टैबलेट और 4,300 फोन खरीदे गए हैं, ताकि प्रभावी जांच और ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से नागरिकों से संवाद हो सके.<br /><br /><strong>सड़क सुरक्षा में अहम योगदान</strong><br />पंजाब पुलिस द्वारा को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और तात्कालिक सहायता के लिए ‘सड़क सुरक्षा बल’ की तैनाती की गई है. सड़कों पर निगरानी के लिए हर 30 किलोमीटर पर अत्याधुनिक उपकरणों से लैस 129 वाहन तैनात किए गए हैं. इन वाहनों में आपातकालीन उपचार के लिए पूरी मेडिकल किट भी उपलब्ध कराई गई है.</div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>(डिस्क्लेमर: एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन/सब्सक्राइब नहीं करता है. पाठकों के अपने विवेक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.)</div>

योगी बोले- माफिया सपा के गले के हार हैं:प्रयागराज में कहा- दुर्दांत से निपटते हैं तो इन्हें पीड़ा होती है, एड़ी-चोटी का जोर लगा देते

योगी बोले- माफिया सपा के गले के हार हैं:प्रयागराज में कहा- दुर्दांत से निपटते हैं तो इन्हें पीड़ा होती है, एड़ी-चोटी का जोर लगा देते सीएम योगी ने शनिवार को प्रयागराज के फूलपुर में रैली की। योगी ने कहा- हमने पहले दिन ही कहा था कि यूपी को दंगा मुक्त बनाएंगे। माफिया से सख्ती से निपटेंगे। आपने देखा होगा कि सपा को इससे पीड़ा होती है। नकल माफिया को बचाने के लिए इन्होंने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। जितने भी दुर्दांत और खतरनाक माफिया हैं, वे सब सपा के गले के हार हैं। उन्हीं से इनकी आजीविका चलती है, उन्हीं के घरों से ये लोग जीते हैं। योगी के मंच पर उमेश पाल की पत्नी
उमेश पाल की पत्नी जया पाल भी मंच पर मौजूद रहीं। सीएम ने जया पाल की तरफ इशारा करते हुए कहा- याद करिए, जया पाल और पूजा पाल के साथ क्या हुआ था? किस तरह का अत्याचार हुआ? कोई पूछने वाला था क्या? सपा से जुड़े दुर्दांत माफिया निर्दोष लोगों की हत्या कर संपत्ति पर कब्जा करते थे। व्यापारियों का अपहरण करते थे। बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाते थे। पर्व और त्योहारों में व्यवधान डालकर अशांति पैदा करते थे, इसीलिए आज हम कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में न कर्फ्यू और न दंगा…सब चंगा है। उमेश पाल की 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में सरेआम अतीक गैंग ने हत्या कर दी थी। इस हत्या का सीसीटीवी सामने आया था, जिसमें अतीक का बेटा फायरिंग करता हुआ नजर आ रहा था। बाद में झांसी में हुए एनकाउंटर में STF ने उसे मार गिराया था। सपा शासन में अत्याचार होता था, कोई पूछने वाला नहीं था
योगी ने कहा- याद करिए, जया पाल और पूजा पाल (मौजूदा सपा विधायक) के साथ क्या हुआ था? किस तरह का अत्याचार हुआ था? कोई पूछने वाला था क्या? कृष्णानंद राय और 7 अन्य लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस समाजवादी पार्टी से जुड़े दुर्दांत माफिया निर्दोष लोगों की हत्या कर संपत्ति पर कब्जा करते थे। व्यापारियों का अपहरण करते थे। बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाते थे। पर्व और त्यौहारों में व्यवधान डालकर अशांति पैदा करते थे। इसीलिए आज हम कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में न कर्फ्यू और न दंगा… सब चंगा है। योगी ने कहा-हमने सबको जोड़ने का काम किया
योगी ने कहा- हमने सबको जोड़ने का काम किया। ये सपा प्रदेश को कहां ले आई थी। इनका गठबंधन प्रदेश को कहां ले जा रहा था? हर दिन एक नया घोटाला होता था। विकास से इनको कोई लेना-देना नहीं था। ये सपा आपको गुमराह करेगी। इनके तमाम लोग घूमेंगे, सोशल मीडिया पर आपस में लड़ाने का काम करेंगे। हमें ऐसे लोगों से सबक सीखना है। योगी ने कहा- हम बंटे थे, इसलिए अपमान झेला
योगी ने कहा- सपा राम मंदिर, दीपोत्सव, देव दीपावली, परीक्षाओं की शुचिता, विकास, गरीबों की योजनाओं का विरोध करती है। सिर्फ बांटने की राजनीति करती है। अयोध्या में राम मंदिर का 500 साल तक इंतजार क्यों करना पड़ा? काशी में हमें अपमान क्यों झेलना पड़ा? मथुरा में क्यों अपमान झेलना पड़ा? क्योंकि हम बंटे थे। बंटे थे तो कटे थे। बंटना नहीं है। ये आपको राजनीति के नाम पर बांटेंगे। अगर इनको कभी सत्ता मिल जाती है तो गरीब हिंदू टकटकी लगाए देखता रहता है, लेकिन उसे सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता। योगी ने कहा-सपा का विकास से कोई रिश्ता नहीं
योगी ने कहा- मेडिकल कॉलेज की स्थापना, काशी की देव दीपावली, अयोध्या का दीपोत्सव, मेरठ से प्रयागराज को एक्सप्रेस-वे से जोड़ना और महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन भाजपा की डबल इंजन सरकार ही कर सकती है। सपा का कोसों दूर तक इससे कोई रिश्ता नहीं हैं। इनको विकास से, युवाओं, किसानों और व्यापारियों से मतलब नहीं रहा। इनका एक ही मतलब है- सबका साथ और सैफई परिवार का विकास। इससे ऊपर ये सोच नहीं सकते। प्रयागराज की फूलपुर का सियासी समीकरण यहां युवा बनाम अनुभव की लड़ाई हो रही है। दरअसल, यहां भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल के बेटे हैं। उनका पहला चुनाव है, जबकि सपा के मुस्तफा सिद्दीकी उम्र और राजनीति, दोनों में उनके सुपर सीनियर हैं। फूलपुर विधानसभा सीट से विधायक प्रवीण पटेल ने सांसदी जीती है। अपनी विधानसभा सीट पर उन्होंने सपा को 29 हजार 705 वोटों से हराया। इस सीट पर पिछले तीन चुनाव में भाजपा को दो बार और सपा को एक बार जीत मिली है। जातीय समीकरण : फूलपुर में 21 से 23% दलित, 20% यादव मतदाता है। यहां सवर्ण वोटर्स 10 से 12% के बीच हैं। वहीं मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 14% है।

लुधियाना में मनाया शहीद सराभा का बलिदान दिवस:मंत्री सोंध बोले-एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर रखेंगे सीएम, शहीदी का जज्बा गुरुओं से मिला

लुधियाना में मनाया शहीद सराभा का बलिदान दिवस:मंत्री सोंध बोले-एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर रखेंगे सीएम, शहीदी का जज्बा गुरुओं से मिला पंजाब के लुधियाना में आज राज्य स्तरीय शहीद करतार सिंह सराभा का शहीदी दिवस आयोजित किया गया। इस मौके कैबिनेट मंत्री तरूणप्रीत सिंह सोंध उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। मंत्री सोंध ने कहा कि हमें शहीदों को रास्ते पर चलना चाहिए। आज यदि हमारे में शहीदी का जज्जबा है तो वह गुरुओं के कारण है। सोंध ने कहा कि शहीद कौम का और देश का गर्व है। आने वाली पीढ़ी को शहीदों के बारे में बताना जरूरी है। गदर लहर सरदार सोहन जी की अगुआई में चली थी, लेकिन उसमें सबसे युवा इंसान जुड़े था तो वह करतार सिंह सराभा थे। जो महज 19 साल की आयु में शहीद हो गए। पंजाब के इतिहास में यदि नजर दौड़ाई जाए तो देश की आजादी के लिए अधिकतर पंजाबियों ने शहादत दी है। शहीद सराभा के साथ 6 अन्य गदरी भी शहीद हुए थे। आज उन्हें भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। आने वाले समय में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान हलवारा एयरपोर्ट का नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम से रख सकते है। जानिए कौन थे ‘करतार सिंह’ सराभा
करतार सिंह का जन्म पंजाब के लुधियाना जिले के सराभा गांव में 24 मई 1896 को हुआ था। करतार ने बचपन में ही अपने पिता को खो दिया था। उसके बाद उनका पालन पोषण दादा ने किया था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा लुधियाना से ही हुई थी। वे पढ़ने में होशियार थे। यही कारण था कि उन्हें पढ़ने के लिए अमेरिका भेजा गया था। 1912 में जब वे अमेरिका पहुंचे तब वे 15 साल के हो गए थे। जब वे पढ़ाई कर रहे थे, तब वे अपने गांव के एक युवक के साथ ही रहे। हालांकि वे अमेरिका पढ़ने आए थे, लेकिन भारत में चल रहे स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने की चाह करतार में पनपता रहा। इसका परिणाम यह रहा कि उनका अमेरिका में बसे भारतीयों के बीच दब-दबा बढ़ता रहा। 1915 में गदर पार्टी स्थापना हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि कनाडा और अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को अपनी सुख सुविधाएं छोड़कर भारत की आजादी में अपना सहयोग देने के लिए भारत जाएंगे। इस आह्वान के बाद करीब 8 हजार भारतीय समुद्री जहाजों से भारत पहुंचे। जब करतार सिंह भारत आए तो उन्हें सलाह दी गई कि वे भारत छोड़कर कहीं और चले जाएं नहीं तो उन्हें पकड़ लिया जाएगा। लेकिन उन्होंने अपना विद्रोह जारी रखा और उन्हें मात्र 19 वर्ष की आयु में पकड़ लिया गया और फांसी दे दी गई।

यमुनानगर में इंस्पेक्टर की पत्नी ने की हत्या:गला घोटकर उतारा सास को मौत के घाट, पुलिस कर रही अवैध संबंधों की जांच

यमुनानगर में इंस्पेक्टर की पत्नी ने की हत्या:गला घोटकर उतारा सास को मौत के घाट, पुलिस कर रही अवैध संबंधों की जांच हरियाणा पुलिस इंस्पेक्टर निर्मल सिंह की मां की हत्या और लूट के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस वारदात की साजिशकर्ता और कोई नहीं, बल्कि खुद इंस्पेक्टर की पत्नी शिल्पी है। पुलिस ने शिल्पी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी शिल्पी ने अपनी अपनी सास की हत्या करने की बात कबूल की है। डीएसपी राजेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शिल्पी ने सास के साथ हाथापाई की और उनका गला घोंटकर हत्या कर दी। लगी थी पुलिस की साख दांव पर आपको बता दें कि, पुलिस को पिछले दिनों यमुनानगर के पाश इलाके हुडा सेक्टर 18 स्थित इंस्पेक्टर निर्मल सिंह की कोठी में लाखों की लूट और इंस्पेक्टर निर्मल सिंह की मां की हत्या की सूचना मिली थी। वारदात पुलिस अधिकारी के घर पर हुई थी, लिहाजा पुलिस की साख भी दाव पर लगी थी। पुलिस अधिकारियों की माने तो उन्हें पहले दिन से ही शिल्पी के बयानों पर शक हो रहा था। दोपहर के समय शिल्पी घर से निकली, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का समय सुबह का आया। पुलिस ने जब सभी पहलुओं की बारीकी से जांच पड़ताल की तो पुलिस का शक यकीन में बदलते देर नहीं लगी। सास बहू होते था अक्सर झगड़ा डीएसपी राजेश ने खुलासा किया कि शिल्पी के किसी अन्य व्यक्ति के साथ अवैध संबंध थे। घर में शिल्पी की अपनी सास से नहीं बनती थी। दोनों में अक्सर झगड़े होते रहते थे। मगर, किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि रोज की यह चिक चिक इतनी खौफनाक वारदात का रूप ले लेगी। पुलिस जांच में सामने आया कि शिल्पी ने अपनी सास को रास्ते से हटाने के लिए खुद यह खौफनाक कदम उठाया। शिल्पी के हाथों पर हाथापाई के दौरान ताजी खरोंचों के भी निशान मिले। शिल्पी को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने रिमांड पर लिया जाएगी।

प्रभु के दर्शन के लिए मर्यादित वस्त्र पहनकर आएं हनुमान भक्त, शिमला में जाखू मंदिर में लगाए जाएंगे बोर्ड

प्रभु के दर्शन के लिए मर्यादित वस्त्र पहनकर आएं हनुमान भक्त, शिमला में जाखू मंदिर में लगाए जाएंगे बोर्ड <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Temples:</strong> सनातन धर्म में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व है. मूर्ति पूजन के लिए भक्तों में मंदिर जाकर पूजन की परंपरा है. बदलते वक्त के साथ आम लोगों के पहनावे में भी बदलाव आया है. कई बार यहां भी देखा गया है कि लोग मंदिरों में भी अमर्यादित वस्त्र पहनकर प्रवेश कर लेते हैं. यह हमेशा से ही चिंता के साथ बहस का भी विषय रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच फैसला लिया गया है कि अब भगवान हनुमान को समर्पित जाखू मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्त मर्यादित वस्त्र पहनकर ही प्रवेश करें. इससे संबंधित बोर्ड भी मंदिरों में लगाए जाएंगे. जानकारी है कि जिला प्रशासन की देखरेख में मंगलवार को यह अपील बोर्ड जाखू मंदिर में लगाए जा सकते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जाखू मंदिर न्यास की बैठक में हुआ फैसला</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीते 31 अगस्त को शिमला के उपायुक्त के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में यह मामला उठा था. इस बैठक में शिमला के तीन प्रमुख मंदिरों तारादेवी, संकटमोचन और जाखू मंदिर के प्रतिनिधि पहुंचे थे. जाखू मंदिर न्यास की बैठक में निर्णय लिया गया कि मंदिर के भीतर मर्यादित वस्त्र पहनकर के ही श्रद्धालु दर्शनों के लिए आएं. इस बारे में मंदिर परिसर में जगह-जगह अपील बोर्ड लगाए जाएंगे. मंदिर न्यास के सदस्यों ने यह सुझाव रखा था, जिस पर सभी ने अपनी सहमति जताई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है जाखू मंदिर का इतिहास?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिमला में करीब 8 हजार 48 फीट की ऊंचाई पर विश्व प्रसिद्ध जाखू मंदिर स्थित है. इस मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित है. भगवान हनुमान का दर्शन करने के लिए न केवल देश से बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं. ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग में राम-रावण युद्ध के दौरान जब मेघनाथ के बाण से लक्ष्मण मूर्च्छित हो गए, तो सुखसेन वैद्य ने भगवान राम को संजीवनी बूटी लाने के लिए कहा. इसके लिए भगवान राम ने अपने अनन्य भक्त हनुमान को चुना. अपने प्रभु भगवान श्रीराम के आदेश पर हनुमान संजीवनी बूटी लाने के लिए द्रोणागिरी पर्वत की ओर उड़ चले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसी स्थान पर प्रकट हुई भगवान की स्वयंभू मूर्ति&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमालय की ओर जाते हुए भगवान हनुमान की नजर राम नाम जपते हुए ऋषि यक्ष पर पड़ी. इस पर हनुमान यहां रुककर ऋषि यक्ष के साथ भेंट की और आराम किया. भगवान हनुमान ने वापस लौटते हुए ऋषि यक्ष से भेंट करने का वादा किया, लेकिन वापस लौटते समय भगवान हनुमान को देरी हो गई. समय के अभाव में भगवान हनुमान छोटे मार्ग से चले गए. ऋषि यक्ष भगवान हनुमान के न आने से व्याकुल हो उठे. ऋषि यक्ष के व्याकुल होने से भगवान हनुमान इस स्थान पर स्वयंभू मूर्ति के रूप में प्रकट हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भगवान हनुमान की चरण पादुका भी है मौजूद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मंदिर में आज भी भगवान हनुमान की स्वयंभू मूर्ति और उनकी चरण पादुका मौजूद हैं. माना जाता है कि भगवान हनुमान की स्वयंभू मूर्ति प्रकट होने के बाद यक्ष ऋषि ने यहां मंदिर का निर्माण करवाया. ऋषि यक्ष से याकू और याकू से नाम जाखू पड़ा. दुनियाभर में आज इस मंदिर को जाखू मंदिर के नाम से जाना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-sanjauli-mosque-dispute-case-municipal-commissioner-court-hearing-update-ann-2824320″>MC आयुक्त कोर्ट ने संजौली मस्जिद मामले पर की सुनवाई, जानें- कोर्ट में क्या हुआ?</a></strong></p>

महिला यात्रियों के लिए मददगार बनी ‘मेरी सेहली’, अबतक 31 हजार से ज्यादा महिलाओं ने लिया हिस्सा

महिला यात्रियों के लिए मददगार बनी ‘मेरी सेहली’, अबतक 31 हजार से ज्यादा महिलाओं ने लिया हिस्सा <p style=”text-align: justify;”><strong>Madhya Pradesh News:</strong> मध्य प्रदेश में स्टेशनों और ट्रेनों में महिला यात्रियों के लिए रेलवे विभाग की ओर से ‘मेरी सहेली ऑपरेशन’ चलाया जा रहा है. रेलवे की ओर से इस अभियान का उद्देश्य महिला यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सहायता पहुंचाना है. ऑपरेशन मेरी सहेली से अभी तक रेलवे ने 38 हजार 188 महिला यात्रियों की सहायता की है. पश्चिम मध्य रेल भोपाल जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक, महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे बल ने ऑपरेशन मेरी सहेली की पहल की है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस ऑपरेशन का उद्देश्य महिला यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करता है और किसी भी तरह की मुसीबत से उनकी रक्षा करनी है. इस अभियान के तहत रेलवे सुरक्षा बल ने कई तरह के विशेष प्रबंध भी किए हैं, ताकि महिला यात्री यात्रा के दौरान किसी भी तरह से असहज महसूस न करें. इसके अतिरिक्त आरपीएफ ने महिला यात्रियों को सुरक्षा के उपायों और जागरूकता के बारे में भी जानकारी दी है, ताकि उनपर किसी भी तरह का कोई संकट न आए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>38 हजार महिला यात्रियों की मदद</strong><br />ऑपरेशन मेरी सहेली अभियान से लगातार महिला यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है. कोई भी महिला किसी भी संकट से बचने के लिए इस अभियान का में हिस्सा ले सकती है. यही कारण है कि इस अभियान के जरिए महिला यात्री जागरूक हुई हैं और अब तक 38 हजार 118 महिला यात्रियों को मेरी सहेली ने सुरक्षित यात्रा के लिए सहायता प्रदान कराई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मददगार है ‘मेरी सहेली ऑपरेशन'</strong></p>
<ul style=”text-align: justify;”>
<li><strong>विशेष सुरक्षा प्रबंध-</strong> रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में महिला यात्रियों को विशेष सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की गई है. रेलवे स्टेशनों पर महिला यात्रियों के लिए महिला आरपीएफ कर्मी भी तैनात किए गए हैं और ट्रेन में महिला गार्ड की व्यवस्था की गई है.&nbsp;</li>
<li><strong>जागरूकता और प्रशिक्षण-</strong> महिला यात्री को सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं को बताया जा रहा है. इसके अलावा आरपीएफ कर्मी महिलाओं को सुरक्षा उपायों, जैसे कि चोरी, छेड़छाड़ और आपातकालीन स्थिति में किस तरह से मदद प्राप्त करनी है, इन सभी पहलुओं के बारे में जानकारी दी जा रही है.&nbsp;</li>
<li><strong>तत्काल समाधान और सहायता-</strong> महिला यात्रियों को किसी भी तरह की मुसीबत में तत्काल और त्वरित समाधान सुनिश्चित कराई जाती है. आरपीएफ ने यात्रियों की मदद के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहने वाला एक विशेष नंबर भी जारी किया है, ताकि कोई भी यात्री किसी भी तरह की मुसीबत में हेल्पलाइन नंबर पर सहायता मांगे.&nbsp;</li>
<li><strong>आपातकालीन संपर्क-</strong> आरपीएफ की ओर से महिला यात्रियों के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. जिसमें यात्री किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में तुरंत संपर्क कर सकें.&nbsp;</li>
<li><strong>परिवार को सूचना देना-</strong> महिला यात्री को इस अभियान में यह भी सलाह दी जाती है कि किसी भी यात्रा के दौरान यात्रा की जानकारी परिवार के सदस्य के साथ भी साझा करनी चाहिए, ताकि अप्रत्याशित स्थिति में घरवालों से सूचित किया जा सके.</li>
</ul>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरपीएफ की अपील</strong><br />रेलवे सुरक्षा बल ने महिला यात्रियों से अपील की है वे अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहें और किसी भी समस्या में आरपीएफ से तुरंत संपर्क करें. आरपीएफ की विशेष हेल्पलाइन और सुरक्षा उपायों का सही उपयोग करके महिला यात्री अपनी यात्रा को सुरक्षित करें और किसी भी तरह की स्थिति में अपना आत्मविश्वास न खोएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पश्चिम मध्य रेल भोपाल जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान महिला यात्री अपने सामान और स्वयं की सुरक्षा का भी ध्यान दें. किसी भी संदिग्ध व्यक्ति से सावधान रहें. किसी भी तरह की समस्या होने पर आरपीएफ या हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके जानकारी दें.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/husband-forcing-wife-to-leave-job-is-cruelty-madhya-pradesh-high-court-2824016″>’नौकरी छोड़ने के लिए पति द्वारा पत्नी को मजबूर किया जाना क्रूरता’, MP हाई कोर्ट की टिप्पणी</a></strong></p>

मुक्तसर में पुलिस ने किसानों के रोष मार्च को रोका:शहर में नहीं दी एंट्री, बैरिकेडिंग तोड़ी, केजरीवाल की रैली में ज रहे थे

मुक्तसर में पुलिस ने किसानों के रोष मार्च को रोका:शहर में नहीं दी एंट्री, बैरिकेडिंग तोड़ी, केजरीवाल की रैली में ज रहे थे पंजाब के जिला मुक्तसर के विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा में अपनी मांगों को लेकर रोष मार्च निकाल रहे भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के सदस्यों को पुलिस ने शहर के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया। इस दौरान किसान यूनियन के सदस्य पुलिस द्वारा किए गए बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की रैली वाली जगह की तरफ बढ़ने लगे, जिस पर पुलिस ने किसानों को फिर से रोक लिया। इसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों ने बातचीत करने के बाद रैली वाली जगह के पीछे जाने वाली गली से किसानों के रोष मार्च को गुजरने की अनुमति दी। उधर, किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने दिया इस्तीफा:कहा- अध्यक्ष पद के चुनाव का रास्ता साफ हो, इसलिए रिजाइन दिया

अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने दिया इस्तीफा:कहा- अध्यक्ष पद के चुनाव का रास्ता साफ हो, इसलिए रिजाइन दिया शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ये इस्तीफा पार्टी की कार्यकारी समिति को सौंपा है। उन्होंने अपने नेतृत्व के दौरान समर्थन और सहयोग के लिए पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ये इस्तीफा उन्होंने इसलिए दिया, ताकि पार्टी प्रधान पद के लिए चुनाव का रास्ता साफ हो सके। यह निर्णय नेतृत्व में बदलाव और पार्टी की नई दिशा सुनिश्चित करने के लिए दिया गया है। इसकी जानकारी पार्टी प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने दी है। दलजीत सिंह चीमा ने X पर डाली पोस्ट… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…

Dev Deepawali 2024: देव दीपावली पर चमक उठा गुलाबी मीनाकारी का व्यापार, पर्यटकों ने खरीदे करोड़ों के सामान

Dev Deepawali 2024: देव दीपावली पर चमक उठा गुलाबी मीनाकारी का व्यापार, पर्यटकों ने खरीदे करोड़ों के सामान <p style=”text-align: justify;”><strong>Dev Dipawali 2024:</strong> काशी का देव दीपावली आयोजन अब जनपद को आर्थिक गति प्रदान करने के साथ-साथ प्राचीन विरासत को भी एक नई ऊंचाई प्रदान करता नजर आ रहा है.15 नवंबर को आयोजित काशी में भव्य देव दीपावली को देखने के लिए लाखों की संख्या में देश-विदेश के पर्यटक वाराणसी आए. इस दौरान बनारस की विरासत के रूप में पहचाने जाने वाले गुलाबी मीनाकारी पर बने ज्वेलरी, गिफ्ट आइटम और अलग-अलग मॉडल की खूब डिमांड रही.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कलाकारों का कहना है कि इस बार पिछले सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए गुलाबी मीनाकारी से बने मॉडल की रिकॉर्ड खरीदारी हुई है. सिर्फ देव दीपावली पर अलग-अलग ज्वेलरी, श्री <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a>, काशी विश्वनाथ मंदिर, गणेश जी, पशु पक्षी आकृति, गिफ्ट आइटम, साज़ सजावट के कुल सामानों कि खरीदारी एक करोड़ से अधिक रुपए की हुई है. अभी भी कई ऑर्डर को पूरा किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/16/1c28d7ca1c5081bf02315c41d144f7491731747586475856_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सबसे ज्यादा बप्पा की रही डिमांड&nbsp;</strong><br />बीते दशकों से बनारस में गुलाबी मीनाकारी क्षेत्र में कार्य कर रहे कुंज बिहारी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की. उन्होंने बताया कि इस वर्ष काशी की देव दीपावली गुलाबी मीनाकारी क्षेत्र के लिए एक अलग ही गति प्रदान करने वाली रही. देश-विदेश से आए पर्यटकों द्वारा बनारस में गुलाबी मीनाकारी से तैयार होने वाले अलग-अलग ज्वेलरी, गिफ्ट आइटम, साज सजावट के समान, भगवान और मंदिर से जुड़े मॉडल की खूब डिमांड रही. श्रद्धालुओं ने गुलाबी मीनाकारी से तैयार हुए भगवान श्री गणेश की मूर्ति को खूब खरीदा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभी लोगों के ऑर्डर को पूरा किया जा रहा है. जिसमें भगवान गणेश की मूर्ति और काशी विश्वनाथ जी का मंदिर शामिल है.अलग-अलग आइटम के दाम 5,000 से शुरू हो तक 5 लाख रुपए तक निर्धारित हैं. हमारे यहां कार्य कर रहे कारीगरों ने अभी तक जानकारी में बताया है कि सिर्फ इस बार देव दीपावली पर अलग-अलग मॉडल को मिला दें तो कुल 1 करोड़ से अधिक की खरीदारी हो चुकी है. यह हमारे व्यापार को गति प्रदान करने वाली होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लाखों की संख्या में काशी पहुंचे पर्यटक</strong><br />15 नवंबर को भगवान शिव की नगरी काशी में भव्य रूप में देव दीपावली मनाया गया. देर शाम होते ही काशी के सभी घाट दियों से जगमग हो उठे. लेजर शो, आतिशबाजी, सांस्कृतिक कार्यक्रम अलग-अलग घाट पर आयोजित किए गए. इस दौरान देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a>, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सहित कई वीआईपी शहर में थे. ऐसे में देव दीपावली पर्व काशी के विरासत को नई ऊंचाई देने के साथ-साथ आर्थिक गति प्रदान करने वाला रहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/kannauj-she-refused-to-marry-crazy-lover-crushed-his-car-student-died-entire-incident-captured-on-cctv-ann-2824213″>Kannauj News: शादी से किया इनकार तो सिरफिरे आशिक ने गाड़ी से कुचला, छात्रा की मौत, घटना CCTV में कैद</a></strong></p>