लुधियाना के DSP की बीच रोड पर झड़प:कार की टक्कर के बाद दंपती से उलझे, वीडियो बनाते देख अपशब्द भी कहे; भाई भी भिड़ा

लुधियाना के DSP की बीच रोड पर झड़प:कार की टक्कर के बाद दंपती से उलझे, वीडियो बनाते देख अपशब्द भी कहे; भाई भी भिड़ा पंजाब के लुधियाना में दिवाली की रात DSP जतिंदर चोपड़ा की बीच सड़क दंपती से बहस हो गई। यह मामला तब बिगड़ा, जब उनकी कार से दूसरी कार की टक्कर हो गई। इसमें DSP की कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, दूसरे राहगीर की कार को भी नुकसान हुआ है। टक्कर लगने पर दोनों में पक्षों में कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष बीच सड़क पर ही एक-दूसरे से उलझ गए। इसके बाद कार सवार व्यक्ति वीडियो बनाने लगे। पहले DSP के भाई ने बहस की। थोड़ी देर में DSP भी आ गए और भड़क गए। इस दौरान वह अपशब्द कहते भी सुने गए। वहीं DSP जतिंदर चोपड़ा ने कहा कि कार की टक्कर हुई थी। इस दौरान सामने वाले ने वीडियो बनाई, जिस वजह से ये विवाद हो गया। पूरा मामला सिलसिलेवार ढंग से जानिए… 45 सेकेंड के वायरल वीडियो में क्या दिख रहा
इस झगड़े का 45 सेकेंड का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें दिख रहा है कि DSP के भाई की वीडियो बनाने वाले व्यक्ति के साथ बहसबाजी हो रही है। DSP का भाई वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को अपशब्द कह रहा है। इस दौरान डीएसपी का भाई ये भी कहता है कि आप हमें गालियां कैसे दे रहे है। यहां कैसे लड़ने आए हो। सभी लोग इकट्‌ठे होकर हमसे लड़ रहे हो। इस दौरान कुछ लोगों ने DSP चोपड़ा को लड़ने से रोकने के लिए पकड़ा हुआ है। उनका भाई वीडियो बना रहे व्यक्ति से कह रहा है कि तुम इधर आकर बात करो। वीडियो बनाने वाला व्यक्ति कह रहा है कि उसे मारने की धमकी दी जा रही है। डीएसपी चोपड़ा के भाई कह रहे हैं कि उनकी गाड़ी तोड़ी गई है। वीडियो बनाने वाले व्यक्ति कह रहा है कि पुलिस वाला हमें धमकी दे रहा है। चोपड़ा के भाई ने वीडियो में कहा कि किसी ने कोई धमकी नहीं दी। वीडियो में डीएसपी चोपड़ा भी यह बात कहते नजर आ रहे है कि वीडियो बनाकर कोई सच्चा नहीं हो जाता। इसके बाद डीएसपी चोपड़ा को भी गुस्सा आ गया और उन्होंने भी वीडियो बना रहे व्यक्ति को अपशब्द कह दिए। डीएसपी के भाई ने कहा कि सभी लोग इकट्‌ठे होकर लड़ रहे है। DSP बोले- वीडियो बनाने पर हुआ विवाद
इस बारे में DSP जतिंदर चोपड़ा ने कहा कि मैं अपने भाई, भाभी, भतीजे-भतीजियों के साथ अपना कार में जा रहा था। दूसरी तरफ से एक अन्य कार आई। आपस में कारों की मामूली टक्कर हो गई। बात कुछ ज्यादा बड़ी नहीं थी लेकिन कार ड्राइव करने वाले ने बहसबाजी शुरू कर दी और वीडियो बनाने लगे, जिस कारण ये विवाद हो गया।

कॉमेडियन कपिल को पराठे खिलाने वाला चर्चा में:हार्ट अटैक पराठे वाले ने पुलिस पर लगाए मारपीट के आरोप, बोला- मुझे मरवाया जा सकता

कॉमेडियन कपिल को पराठे खिलाने वाला चर्चा में:हार्ट अटैक पराठे वाले ने पुलिस पर लगाए मारपीट के आरोप, बोला- मुझे मरवाया जा सकता पंजाब के जालंधर शहर के पॉश इलाके मॉडल टाउन में देश के सबसे बड़े कॉमेडियन कपिल शर्मा को पराठे खिलाने वाले मशहूर हार्ट अटैक पराठे वाले ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मालिक बीर दविंदर सिंह ने दावा किया है कि स्थानीय पुलिस उनके साथ लगातार मारपीट, गाली-गलौज और उत्पीड़न कर रही है। दविंदर सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा कि पुलिस देर रात उनकी दुकान पर पहुंची और उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी वक्त मरवाया जा सकता है, क्योंकि पुलिस रोजाना उन्हें परेशान करने आ जाती है। दविंदर ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से न्याय की मांग करते हुए कहा कि वह अब पूरी तरह हिम्मत हार चुके हैं। 60 साल की अमृतधारी मार से की गाली गलोच बीर दविंदर ने कहा कि दिवाली की रात भी पुलिस की गाड़ियां उनकी दुकान के बाहर आईं और उनकी 60 साल की अमृतधारी मां के साथ बदसलूकी और गाली-गलोच की गई। दविंदर ने कहा कि मैं यूथ के लिए काम कर रहा हूं, रोजगार पैदा कर रहा हूं, लेकिन पुलिस मुझे काम नहीं करने दे रही। हर दिन आकर धमकाया जाता है और दुकान बंद करवाने की कोशिश होती है। देर रात खुली पराठे की कार्ट बंद करने पर शुरू हुआ विवाद दविंदर सिंह ने अपने आरोपों के समर्थन में दो वीडियो क्लिप्स भी साझा किए हैं। वीडियो में वह पुलिसकर्मियों के साथ बहस करते और गुस्से में अपनी बात रखते नजर आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि दिवाली की रात मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके साथ मारपीट और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, हार्ट अटैक पराठे वाले की दुकान देर रात तक खुली रहती है, जिससे पुलिस और स्थानीय प्रशासन के बीच विवाद बना हुआ है। मामला फिलहाल जांच के अधीन है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए कई वीडियो जालंधर के मॉडल टाउन में वीर दविंदर सिंह नामक युवक ने कुछ अर्सा पहले रात के समय देसी घी वाले परांठे बनाने शुरू किए। धीरे-धीरे उसके परांठे लोगों को इतने पसंद आने लगे कि रात के समय भारी संख्या में लोग उसके पास जुटने लगे। उसके परांठों के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिसके बाद पंजाब में उसे हार्ट अटैक वाले परांठे बनाने वाले के नाम से जाना जाने लगा। वीर दविंदर इससे पहले जालंधर के मॉडल टाउन में ही एक रेस्टोरेंट में काम करता था। फिर उसने अपना काम शुरू कर दिया। एक फूड ब्लॉगर ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला जो वायरल हो गया। इसके बाद वह पूरे शहर में मशहूर हो गया। कॉमेडियन कपिल शर्मा पराठे खाने आए थे वीर दविंदर सिंह जालंधर के मॉडल टाउन में पराठे का काउंटर लगाता था। 29 दिसंबर 2023 की रात पराठे खाने के लिए कॉमेडियन कपिल शर्मा अपने परिवार के साथ आए थे। दविंदर ने आरोप लगाया है कि जालंधर पुलिस के थाना-6 के SHO अजायब सिंह औजला (अभी भी वही हैं) और उनके साथ करीब 20-22 मुलाजिम उनके काउंटर पर आ गए। पुलिस ने उन्हें अपने साथ लिया और थाने ले आई थी। दविंदर ने दावा किया था कि थाने में उनके साथ मारपीट की गई थी। पुलिस ने क्या कहा? डीएसपी पंकज शर्मा ने कहा कि पराठे वाले का आरोप है कि पुलिस मुलाजिम द्वारा बदतमीजी की गई है। वहीं, पुलिस मुलाजिम ने कहा है कि वो अपनी ड्यूटी कर रहा था। फिलहाल मामला जांच के अधीन है, जांच के बाद तथ्यों के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।

दिवाली की रात पंजाब बना ‘गैस चेंबर’, AQI 500 पहुंचा:पटाखों से हवा हुई जहरीली, आज बंदी छोड़ दिवस पर फिर होगी आतिशबाजी

दिवाली की रात पंजाब बना ‘गैस चेंबर’, AQI 500 पहुंचा:पटाखों से हवा हुई जहरीली, आज बंदी छोड़ दिवस पर फिर होगी आतिशबाजी पंजाब में सोमवार रात 8 बजे के बाद दिवाली के पटाखों से हवा में घुला धुआं प्रदेश के कई शहरों को दमघोंटू बना गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में महज चार घंटों में तेज उछाल देखने को मिला और कई जिलों में स्थिति ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच गई। पंजाब में कई जगह आज दिवाली मनाई जा रही है। बंदी छोड़ दिवस पर भी आज ही पटाखे फोड़े जाएंगे। जिसके बाद आज भी प्रदूषण के स्तर में बहुत बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। राज्य के पर्यावरण निगरानी केंद्रों के अनुसार, रात 8 बजे तक औसत AQI 114 दर्ज किया गया था। पटाखों के फूटते ही यह 9 बजे 153 और 10 बजे के बाद 309 हो गया। रात 11 बजे तक यह 325 और आधी रात तक कई स्थानों पर 500 तक पहुंच गया, जो अत्यंत खतरनाक श्रेणी है। बड़े शहर सबसे अधिक प्रभावित राज्य में सिर्फ 8 जगहों पर ही प्रदूषण बोर्ड हवा की गुणवत्ता की जांच करता है। इनमें लुधियाना, अमृतसर, पटियाला और जालंधर सबसे अधिक प्रभावित रहे। इन शहरों में PM2.5 और PM10 की मात्रा सामान्य से 4 से 5 गुना तक ज्यादा पाई गई। रातभर आसमान में धुएं की परत छाई रही जिससे लोगों को आंखों में जलन, खांसी और सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। टेबल से जानें प्रदूषण का इंसानों पर क्या होता प्रभाव सीमित समय के बाद भी रातभर हुई आतिशबाजी पर्यावरण विशेषज्ञों ने कहा कि सीमित अवधि के आतिशबाजी से भी हवा में सूक्ष्म धूलकणों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। सरकार ने भी रात 8 बजे से 10 बजे तक आतिशबाजी का समय निर्धारित किया था। लेकिन पूरी रात आतिशबाजी हुई। ऐसी स्थिति बन चुकी है कि अब बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों को इस स्थिति में घर के अंदर ही रहना चाहिए। लोगों को सुबह के समय बाहर टहलने या व्यायाम से बचने की सलाह दी है। हालात अगले दो दिन तक गंभीर मौसम विशेषज्ञों ने कहा है कि अगर हवाएं तेज नहीं चलीं, तो यह प्रदूषण परत अगले दो दिनों तक बनी रह सकती है। प्रदूषण बढ़ने के साथ पराली जलाने की घटनाओं ने भी स्थिति को और खराब कर दिया है।

जीरकपुर में पटाखा बनाते समय विस्फोट:एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलसा, चंडीगढ़ भेजा गया, बुरी तरह से झुलसा

जीरकपुर में पटाखा बनाते समय विस्फोट:एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलसा, चंडीगढ़ भेजा गया, बुरी तरह से झुलसा जीरकपुर की चौधरी कॉलोनी में दिवाली वाले दिन पटाखों में बारूद भरते समय अचानक विस्फोट हो गया। इस हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। व्यक्ति की पहचान सूरज नाम के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मरीज की हालत नाजुक बताई जा रही है।सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बारूद से शरीर पूरी तरह झुलसा
बारूद के धमाके से उसका शरीर पूरी तरह झुलस गया। लोगों के मुताबिक यह धमाका उस समय हुआ; पूरे इलाके में दहशत फैल गई। उस दौरान वह व्यक्ति धमाके की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। धमाका इतना भयंकर था कि उसके कपड़े तक जल गए, उसके हाथ बुरी तरह झुलस गए और शरीर से खून बहने लगा। वह जख्मी होकर घर की छत पर गिर गया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और उसे तुरंत अस्पताल भेजा गया।

पंजाब का तापमान में नहीं दिखा बदलाव:वेस्टर्न डिस्टरबेंस हो रहा एक्टिव, मैदानी इलाकों में नहीं दिखेगा असर; आने वाले दिनों में रातें होंगी ठंडी

पंजाब का तापमान में नहीं दिखा बदलाव:वेस्टर्न डिस्टरबेंस हो रहा एक्टिव, मैदानी इलाकों में नहीं दिखेगा असर; आने वाले दिनों में रातें होंगी ठंडी पंजाब के तापमान में सोमवार भी कोई बदलाव देखने को नहीं मिला। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार नया पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) एक्टिव हो रहा है। लेकिन इसका असर सिर्फ ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों तक ही सीमित रहने वाला है। लेकिन आने वाले दिनों में मौसम में हल्का बदलाव भी देखने को मिल रहा है। राज्य के कई इलाकों में आने वाले 4 से 5 दिनों में रात का तापमान 2 डिग्री तक कम हो सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पंजाब के औसत अधिकतम तापमान में मात्र 0.2 डिग्री की हल्की बढ़ौतरी देखने को मिली है। जबकि बठिंडा का तापमान लगातार बढ़ रहा है और बीती शाम 35 डिग्री को पार कर 35.5 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान में भारी कमी देखने को मिल रही है। न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री तक गिरा है, जो सामान्य के करीब बना हुआ है। जबकि सबसे कम तापमान श्री आनंदपुर साहिब में 14.9 डिग्री दर्ज किया गया। पंजाब के प्रमुख शहरों का तापमान- हल्की-हल्की ठंड बढ़नी होगी शुरू मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अभी तापमान में बढ़ा बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। लेकिन अब रात के तापमान में हल्की-हल्की कमी देखने को मिलेगी। आने वाले 4 दिनों में तापमान 4 डिग्री तक गिरने के आसार बन रहे हैं। जिसके बाद सुबह शाम के समय हल्की ठंड बढ़ेगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर पंजाब पर नहीं होगा। 26 अक्टूबर तक राज्य में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है और बारिश के असार ना के बराबर हैं। पंजाब के प्रमुख शहरों का मौसम अमृतसर- आसमान साफ रहेगा, धूप खिलेगी। तापमान 19 से 31 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। जालंधर- आसमान साफ रहेगा, धूप खिलेगी। तापमान 19 से 31 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। लुधियाना- आसमान साफ रहेगा, धूप खिलेगी। तापमान 18 से 32 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पटियाला- आसमान साफ रहेगा, धूप खिलेगी। तापमान 18 से 33 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मोहाली- आसमान साफ रहेगा, धूप खिलेगी। तापमान 18 से 33 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।

यमुनानगर में बडे़ धार्मिक उत्सव की तैयारी:श्रीकपालमोचन-श्री आदि बद्री मेला एक नवंबर से, 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना

यमुनानगर में बडे़ धार्मिक उत्सव की तैयारी:श्रीकपालमोचन-श्री आदि बद्री मेला एक नवंबर से, 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना हरियाणा में यमुनानगर जिले के व्यासपुर में स्थित पवित्र तीर्थस्थल कपालमोचन एक बार फिर धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र बनने को तैयार है। 1 से 5 नवंबर तक श्री कपालमोचन-श्री आदि बद्री मेला आयोजित होने जा रहा है। यह मेला हिंदू-सिख एकता का प्रतीक है। इस बार कपालमोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर, और सूरजकुंड सरोवर में स्नान के लिए देशभर से 8 से 10 लाख श्रद्धालु जुटने की उम्मीद है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ सहित अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालु यहां स्नान कर पापों से मुक्ति और मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करेंगे। यमुनानगर प्रशासन ने मेले को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिसमें तकनीकी नवाचार और बीमा कवरेज जैसे विशेष इंतजाम शामिल हैं। इंटरेक्टिव हिस्ट्री से दर्शाया जाएगा महत्त्व इस बार मेले में श्रद्धालुओं के अनुभव को और समृद्ध करने के लिए प्रशासन ने इंटरेक्टिव डिजिटल हिस्ट्री बोर्ड लगाने का फैसला किया है। ये बोर्ड मेले के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को आकर्षक और आधुनिक ढंग से प्रस्तुत करेंगे, जिससे श्रद्धालु कपाल मोचन की पौराणिक कथाओं और सांस्कृतिक विरासत से आसानी से परिचित हो सकेंगे। इसके साथ ही, प्रशासन ने श्रद्धालुओं और दुकानदारों की सुरक्षा के लिए व्यापक बीमा कवरेज की व्यवस्था की है। प्रतिदिन 2 लाख श्रद्धालुओं के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी और दुकानदारों के लिए 1 लाख तक की कवरेज सुनिश्चित की गई है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति में आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जा सके। 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से रखी जाएगी नजर एसडीएम जसपाल सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिए मेला क्षेत्र में 2,000 से अधिक पुलिसकर्मी और 4,000 से 5,000 सिविल कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। वहीं 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन की मदद से मेला क्षेत्र के हर कोने पर कड़ी नजर रखी जाएगी, ताकि कोई ब्लैक स्पॉट न रहे। सड़क यातायात को सुगम बनाने के लिए रणजीतपुर, लेडी-प्रताप नगर, व्यासपुर और साढौरा से कपालमोचन तक की सड़कों की मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। सरोवरों में जलभराव और सफाई का कार्य भी जोरों पर है, ताकि श्रद्धालुओं को स्नान के लिए स्वच्छ और पर्याप्त जल उपलब्ध हो। महिला घाटों की ऊंचाई बढ़ाई गई है, ताकि महिलाएं सुरक्षित और आरामदायक तरीके से स्नान कर सकें। सभी टेंडर प्रक्रियाएं हुई पूरी एसडीएम ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री बद्रीनारायण और श्री केदारनाथ मंदिरों पर व्हीलचेयर और वॉलंटियर्स की व्यवस्था की जाएगी, जो विशेष रूप से बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए सहायक होगी। मेला क्षेत्र में 20 स्थायी शौचालय बनाए गए हैं, और हर साल 15-20 नए शौचालय जोड़े जा रहे हैं। अस्थायी शौचालयों और कैटरिंग सेवाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। प्रकाश व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरोवरों पर स्थायी लाइटें और मेला ग्राउंड में अस्थायी लाइटें लगाई गई हैं। बिजली के खंभों और तारों की मरम्मत का कार्य भी तेजी से चल रहा है, ताकि रात के समय मेला क्षेत्र में पर्याप्त उजाला रहे। एसडीएम जसपाल सिंह ने बताया कि सभी तैयारियां एक सप्ताह के भीतर पूर्ण हो जाएंगी, और प्रशासन का लक्ष्य श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करना है। भगवान शंकर का हुआ था बह्मा कपाली दोष दूर गऊ बच्छा मंदिर के पुजारी सुभाष चंद शर्मा ने बताया कि, स्कंद महापुराण के अनुसार, कलयुग के प्रभाव से ब्रह्मा ने सरस्वती के प्रति अनुचित विचार रखे। सरस्वती ने भगवान शंकर से द्वैत-वन में शरण मांगी। शंकर ने ब्रह्मा का सिर काट दिया, जिससे उन्हें ब्रह्म हत्या का पाप और ब्रह्मा कपाली का चिह्न लगा। तीर्थों में स्नान-दान के बाद भी चिह्न नहीं हटा। शंकर पार्वती सहित सोमसर (कपाल मोचन) तीर्थ पहुंचे। यहां बछड़े ने ब्राह्मण की हत्या कर ब्रह्म हत्या का पाप लिया, लेकिन सोमसर तालाब में स्नान से वह और गोमाता पापमुक्त हो गए। पार्वती के कहने पर शंकर ने भी स्नान किया और ब्रह्मा कपाली दोष से मुक्त हुए। इसलिए यह तीर्थ कपाल मोचन कहलाया। कपालमोचन मेला सिख इतिहास के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि गुरु गोबिंद सिंह ने भंगानी की लड़ाई के बाद यहां 52 दिनों तक रुककर तपस्या की थी। उन्होंने सिख सैनिकों को सम्मानित करने के लिए यहीं से सिरोपा देने की परंपरा शुरू की और बाद में यहीं पर पहली बार गुरु नानक देव जी का जन्मोत्सव भी मनाया। यह स्थान सिखों और हिंदुओं दोनों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है। 100 से ज्यादा ग्रामीण सेवक सेवा में लगे हुए स्थानीय निवासी नवीन कुमार ने बताया कि करीब एक माह से मेले की तैयारियां चल रही हैं। तीन कस्बों के 100 से भी ज्यादा ग्रामीण सेवक सेवा में लगे हुए हैं। इस बार 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के यहां पर पहुंचने की उम्मीद है। धर्मशालाएं भी पूरी तरह से तैयार हैं। ग्रामीणों को भी इस मेले का बेसब्री से इंतजार रहता है, क्योंकि मेले में उन्हें रोजगार मिल जाता है।

पंजाब में दिवाली पर 13 जजों का तबादला:हाईकोर्ट ने जारी किए आदेश, 76 वकीलों को भी सीनियर एडवोकेट बनाया

पंजाब में दिवाली पर 13 जजों का तबादला:हाईकोर्ट ने जारी किए आदेश, 76 वकीलों को भी सीनियर एडवोकेट बनाया दिवाली के दिन पंजाब के 13 जजों का तबादला किया गया है। सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने इसको लेकर ऑर्डर जारी किया। इसमें जिला व सेशन जज, एडिशनल सेशन जज शामिल हैं। जल्दी ही सारे जज अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे। जतिंदर कौर को अमृतसर का डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज लगाया गया है। इसके साथ अवतार सिंह को फाजिल्का से पटियाला भेजा गया है। इसके साथ हरियाणा में 29 जजों का भी तबादला किया गया है। इससे पहले 15 अप्रैल 2025 को पंजाब के 52 जिला एवं सेशन जजों का तबादला हुआ था। इसके अलावा हाईकोर्ट ने 76 एडवोकेट को दिवाली का तोहफा दिया है। उन्हें सीनियर एडवोकेट बनाया गया है। 13 जजों की लिस्ट… 76 वकील, जिन्हें सीनियर एडवोकेट बनाया गया…

पंजाब DIG संग पकड़ा बिचौलिया हॉकी का नेशनल प्लेयर:नवजोत सिद्धू के साथ काम कर चुका, पुलिस विभाग में हर काम करवाने का दावा

पंजाब DIG संग पकड़ा बिचौलिया हॉकी का नेशनल प्लेयर:नवजोत सिद्धू के साथ काम कर चुका, पुलिस विभाग में हर काम करवाने का दावा रिश्वत केस में पंजाब के DIG हरचरण सिंह भुल्लर के साथ उनके बिचौलिए कृष्नु शारदा को भी CBI ने गिरफ्तार किया है। दोनों को 31 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। कृष्नु हॉकी का नेशनल स्तर का खिलाड़ी रहा है। करीब 3 साल पहले हॉकी छोड़कर पुलिस अफसरों के लिए काम करना शुरू किया था। काम जैसा भी हो, उसके बाएं हाथ का खेल था। फिर भले FIR में नाम डलवाना या निकलवाना हो या जांच को प्रभावित करना हो, वह तरह की सेंटिंग करवा पाने का दावा करता था। उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कई बड़े अफसरों के साथ नेताओं के साथ भी फोटो हैं। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू के साथ भी कृष्नु काम कर चुका है। उनके साथ कृष्नु ने फोटो भी शेयर किए हैं। 16 अक्टूबर को उसे स्क्रैप कारोबारी से 8 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। CBI उसे कभी भी दोबारा रिमांड पर लाकर पूछताछ कर सकती है। उससे पूछताछ के बाद कई और खुलासे होने की उम्मीद है। अब विस्तार से पढ़िए कौन है कृष्नु… कृष्नु की गिरफ्तार के बाद परिवार गायब
CBI ने जब से कृष्नु को गिरफ्तार किया है, तब से परिवार के सदस्य गायब हैं। उसके घर पर ताला लटक रहा है। उसके बारे में इलाके के लोग ज्यादा बात करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने बस इतना कहा कि पिछले 2 साल में उसका रुतबा काफी बड़ा था। वह पुलिस विभाग में हर तरह के काम करवा देने की बात कहता था। कई काम उसकी तरफ से करवाए भी गए थे। कृष्नु ने DIG भुल्लर को कारोबारी के बारे में जानकारी दी थी
CBI को शिकायत देने वाले फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ के आकाश बत्ता बताते हैं कि वह कृष्नु को पहले से जानते थे। कृष्नु को उनके खिलाफ सरहिंद पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के बारे में पता था। उसने ही DIG हरचरण सिंह को उसके बारे में जानकारी दी थी। आकाश ने बताया कि उसने ही हरचरण सिंह भुल्लर से उनकी बात भी करवाई थी। उन्होंने बताया कि कई ऐसे लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं, जिनका वह शिकार रहे हैं।

लुधियाना में मां-बाप ने बच्ची को ठुकराया, अब पहुंची विदेश:6 महीने की मासूम सड़क किनारे मिली थी, अमेरिका के दंपती ने किया अडॉप्ट

लुधियाना में मां-बाप ने बच्ची को ठुकराया, अब पहुंची विदेश:6 महीने की मासूम सड़क किनारे मिली थी, अमेरिका के दंपती ने किया अडॉप्ट पंजाब के लुधियाना में मां-बाप ने बच्ची को सड़क पर लावारिस हाल में छोड़ा और भाग गए। लोगों को बच्ची मिली, कोई वारिस नहीं आया तो प्रशासन ने उसे लुधियाना के दोराहा स्थित हेवनली पैलेस में भेज दिया। 6 महीने की मासूम बच्ची वहां पर रोती रही और फिर उसे पता लग गया कि अब यही उसका ठिकाना है। बच्ची की किस्मत ऐसी निकली कि 1 साल बाद उसे अडॉप्ट करने अमेरिका का दंपती पहुंच गया। सारी लीगल फॉर्मेलिटीज पूरी करके अमेरिका का दंपती उसे हेवनली पैलेस से अमेरिका ले गया। बच्ची वहां पर पल-बढ़ रही है। जिला प्रशासन लगातार बच्ची के पालन पोषण का फीडबैक लगातार अमेरिकन एंबेसी के जरिए लेता है। CARA के जरिए किया अडॉप्ट
अमेरिका के दंपती के तीन बेटे हैं और वो बेटी चाहते थे। उन्होंने भारत सरकार की सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (CARA) की वेबसाइट के जरिए गर्ल चाइल्ड के लिए अप्लाई किया। CARA ने उन्हें लुधियाना के हेवनली पैलेस में पल रही डेढ़ साल बच्ची को देने की पेशकश की। अमेरिका का दंपती लुधियाना आया और उन्होंने बच्ची को देखा और अथॉरिटी के जरिए उसे अडॉप्ट कर दिया। नवंबर 2023 में मिली थी बच्ची, जून 2025 में विदेश पहुंच गई बच्ची लुधियाना प्रशासन की तरफ से बनाई गई बाल भलाई कमेटी को नवंबर 2023 में मिली थी। बच्ची का मेडिकल करवाने के बाद उसे हेवनली पैलेस प्रबंधन के हवाले कर दिया। एक साल सात महीने बच्ची हेवनली पैलेस में पली बढ़ी और जून 2025 में वो अमेरिका पहुंच गई। चार घरों को लक्ष्मी सौंप चुका है हेवनली पैलेस
लुधियाना का हेवनली पैलेस 2023 से अब तक चार घरों को लक्ष्मी (बेटियों) सौंप चुका है। यहां से बेटियां ले जाने वालों में अमेरिका के दंपती के अलावा पश्चिम बंगाल, अमृतसर और होशियारपुर के 3 परिवार भी शामिल हैं। प्रशासन इन सभी बच्चियों के पालन- पोषण पर लगातार नजर रख रहा है। चार और नवजात बच्चियां पल रहीं
हेवनली पैलेस में चार नवजात बच्चियां और पल रही हैं। ये सभी बच्चियां लुधियाना जिला बाल भलाई कमेटी के जरिए यहां पहुंची हैं। इन बच्चियों को भी अब किसी के घर की लक्ष्मी बनने का इंतजार है। इन सभी बच्चियों की उम्र छह माह के आसपास है। गवर्नर ने भी बच्चियों को गोद में उठाया था
कुछ दिन पहले पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने हेवनली पैलेस का दौरा किया तो उस समय उन्होंने इन बच्चियों को गोद में रखा था। बच्चियां गवर्नर की गोद में आने पर खुश हुईं तो वो भावुक हो गए थे और उन्होंने कहा था कि इन बच्चियों की किस्मत किसी अच्छी जगह पर पहुंचने की है। इसलिए इनके मां बाप ने इन्हें छोड़ा है। हर साल नवरात्र में कन्या पूजन समारोह होता है
हेवनली पैलेस के संस्थापक अनिल के मोंगा अमेरिका में रहते हैं और वो हर साल अप्रैल व अक्टूबर में आने वाले नवरात्रों में लुधियाना आते हैं और 9-9 दिन तक हेवनली पैलेस में दुर्गा पूजन करवाते हैं। इस दौरान यहां पल रही कन्याओं का पूजन करते हैं। अनिल के. मोंगा का कहना है कि उनका मकसद उन बच्चों को एक अच्छी जिंदगी देना है जिन्हें उनके मां-बाप त्याग देते हैं। 134 बच्चे पल रहे हैं यहां
हेवनली पैलेस में इस समय 134 बच्चे हैं। यहां रहने वाले बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है। इस साल दो बच्चों को पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में दाखिला मिला है। दोनों बीकॉम कर रहे हैं और उन्हें स्कॉलरशिप के आधार पर दाखिला मिला है।

पंजाब का ऐसा गांव, जहां इंटरनेट अब मुफ्त:लोग फोन सुनने ऊंची जगहों पर जाते थे, सरपंच ने बदली किस्मत; पासवर्ड दीवारों पर लिखे

पंजाब का ऐसा गांव, जहां इंटरनेट अब मुफ्त:लोग फोन सुनने ऊंची जगहों पर जाते थे, सरपंच ने बदली किस्मत; पासवर्ड दीवारों पर लिखे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक बसा पंजाब के पठानकोट का गांव रामकलवां कभी मोबाइल नेटवर्क के लिए तरसता था। लोगों को फोन पर बात करने के लिए खेतों या ऊंची जगहों पर जाना पड़ता था। लेकिन अब वही गांव मुफ्त वाई-फाई वाला गांव बन गया है। यहां पासवर्ड भी दीवारों पर लिखे। यह बदलाव गांव की महिला सरपंच सरोज कुमारी की सोच और मेहनत का नतीजा है। गांव में करीब 150 घर हैं। कैसे आया मुफ्त वाई-फाई का विचार
सरपंच सरोज कुमारी पहले शिक्षा विभाग में क्लर्क थीं और रिटायरमेंट के बाद गांव के विकास की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। उन्होंने बताया कि- हमारे गांव में नेटवर्क की बहुत बड़ी समस्या थी। बच्चों की ऑनलाइन क्लासें लगती थीं। लेकिन इंटरनेट नहीं चलता था। कोरोना काल में ये परेशानी और बढ़ गई। तब ही मन में विचार आया कि इसका स्थायी हल निकालना चाहिए। सरपंच बनने के बाद सरोज ने बीएसएनएल के अधिकारियों से बात की और ‘विद्या मित्रम स्कीम’ के तहत गांव में वाई-फाई लगवाने की पहल की। पंचायत के पैसों से हुआ खर्च
गांव में करीब 150 घर हैं। हर घर तक इंटरनेट पहुंचाने के लिए बीएसएनएल ने तीन कनेक्शन लगाए हैं। सरपंच बताती हैं वाई-फाई की पूरी लागत पंचायत की जमीन के ठेके से मिली आमदनी से दी जा रही है। पंचायत का पैसा गांव वालों का है, इसलिए उसी से गांव वालों को यह सुविधा दी गई। वाई-फाई से पढ़ाई करना आसान
रामकलवां के छात्र अब बिना किसी परेशानी के ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रहे हैं। बच्ची अंजली कौर ने बताया कि पहले पढ़ाई करना मुश्किल था। अब वाई-फाई आने के बाद सब आसान हो गया है। उन्होंने कहा गांव की सरपंच सरकारी नौकरी से रिटायर हुई हैं, उनको पता आज के टाइम में पढ़ाई के लिए इंटरनेट छात्रों के लिए कितना जरुरी है पासवर्ड भी दीवारों पर लिखे
गांव के छात्र शुशांत ने कहा कि हमें अपने गांव पर गर्व है। आज पंजाब में हमारा गांव सबसे पहला है, जहां मुफ्त वाई-फाई है। पासवर्ड भी दीवारों पर लिखे हैं, ताकि कोई भी आसानी से कनेक्ट हो सके। उन्होंने कहा कि आज के समय में इंटरनेट कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक होने के कारण यह अपने आप में एक बड़ा मुशाकिल काम था। बॉर्डर पर नेटवर्क देना थी बड़ी चुनौती
बीएसएनएल के डिप्टी जनरल मैनेजर बलबीर सिंह ने बताया कि यह गांव सीमा क्षेत्र में है। हमें सिग्नल की वॉल्यूम सीमित रखनी पड़ी ताकि नेटवर्क बॉर्डर पार न जाए। इसके बावजूद हमने पूरा सहयोग दिया। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ पठानकोट बल्कि पूरे पंजाब का पहला सफल उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर का इलाका होने के कारण हमें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा सरपंच सरोज कुमारी के इरादे पक्के थे। उन्होंने कहा इस प्रोजेक्ट को सफल बनाना ही है। अब दूसरों के लिए मिसाल बना यह गांव
अब यह गांव पंजाब का पहला ऐसा गांव बन गया है जो पूरी तरह मुफ्त वाईफाई से जुड़ा है। कई और सरपंच अब सरोज कुमारी से संपर्क कर इस मॉडल को अपने गांव में अपनाने की तैयारी कर रहे हैं। दुनिया में क्या चल रहा, नहीं चलता था पता
सरोज कुमारी ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारा गांव डिजिटल हो, बच्चे पढ़ाई में पीछे न रहें। अगर हर गांव ऐसा कदम उठाए तो पंजाब का हर कोना डिजिटल बन सकता है। सरोज कुमारी ने कहा आज का युग डिजिटल युग है। हमारे लोग पंजाब में रह कर भी दुनिया में क्या चल रहा है उससे अनजान थे।