पाकिस्तानी डॉन ने बढ़ाई पंजाबी SHO की मुश्किलें,VIDEO:भट्‌टी बोला- मैंने कॉल नहीं की; महिला को ‘क्यों तड़पाई जांदी’ कहकर अकेले बुलाया था

पाकिस्तानी डॉन ने बढ़ाई पंजाबी SHO की मुश्किलें,VIDEO:भट्‌टी बोला- मैंने कॉल नहीं की; महिला को ‘क्यों तड़पाई जांदी’ कहकर अकेले बुलाया था पंजाब के जालंधर में रेप पीड़िता और सस्पेंड किए गए फिल्लौर एसएचओ भूषण के मामले से जुड़ा विवाद अब और गहराता जा रहा है। एसएचओ भूषण कुमार, जिन्होंने कुछ दिन पहले पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी से धमकी मिलने का दावा किया था और कहा था कि रेप पीड़िता का पाक एजेंसियों से लिंक है। मगर, अब खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। इसका कारण है कि शहजाद भट्टी की एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई है, जिसमें वह साफ कहता सुनाई दे रहा है कि उसने न तो किसी भारतीय पुलिस अधिकारी को कॉल की है और न ही किसी को धमकी दी है। भट्टी ने कहा कि यह सब मनगढ़ंत कहानी है, जो केवल अपने बचाव के लिए गढ़ी गई है। पाकिस्तानी गैंगस्टर ने यह भी आरोप लगाया कि भूषण कुमार ने खुद ही फोन कॉल को प्लांट करवाया है, ताकि मामले की दिशा बदली जा सके। भट्टी ने यह भी कहा कि यदि वह किसी को कॉल करता, तो अपने असली नंबर से करता, क्योंकि उसकी आवाज और बोलने का तरीका सब जानते हैं। बता दें एसएचओ भूषण कुमार को रेप पीड़िता की मां को अकेले थाने बुलाने के मामले में सस्पेंड किया गया है। महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल के हस्तक्षेप के बाद भूषण कुमार पर उनके ही फिल्लौर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जालंधर देहात के एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने इसकी पुष्टि की है। इस मामले की जांच तो चल ही रही है, अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पाकिस्तानी डॉन के नाम से दी गई धमकी कॉल असली थी या सिर्फ एक ड्रामा रचा गया था। अब जानिए कॉल रिकॉर्डिंग में क्या कहा गया… पाकिस्तान डॉन शहजाद भट्टी द्वारा जारी की गई रिकॉर्डिंग में कहा गया है कि ये जो बंदा है, भारत में किसी थाने का एसएचओ है, मुझ पर आरोप लगा रहा है कि मैंने धमकी दी है। ये सभी बातें गलत है। मैं न तो उक्त एसएचओ को जानता हूं और ना ही मुझे उसका नाम पता है। न मैंने और ना ही मेरे किसी बंदे ने एसएचओ को कॉल की है। भट्टी ने कहा- मैंने अपने तौर पर पता करवाया है, मुझे पता चला है कि ये प्लांट की गई फोन कॉल है। इसकी अच्छे से जांच हो, एसएचओ ने खुद ये कॉल किसी से करवाई है। दूसरी बात अगर मुझे कॉल करनी भी है, तो मैं अपने खुद के नंबर से कॉल करता हूं। मेरी आवाज का सबको पता है कि मैं कैसे बोलता हूं। उक्त फोन कॉल में तो आवाज भी मेरी नहीं है। ये बिना वजह मेरे पर इल्जाम नहीं लगाएं कि मैंने कुछ करवाया है। मैं जो भी चीजें करवाता हूं, सबके सामने उसकी जिम्मेदारी लेता हूं। 4 पॉइंट्स में जानिए पूरा विवाद जरनैल सिंह बोले- एसएचओ खुद पाकिस्तान से काल करवा रहा
लोक इंसाफ मंच के प्रमुख जरनैल सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से जो कॉल आ रहे हैं, वो एसएचओ खुद करवा रहे हैं। लोक इंसाफ मंच हिंदू-सिख एकता का प्रतीक है। होशियारपुर में बच्चे के कत्ल का मामला सबसे पहले हमने उठाया था। इसके बाद किसी ने मेरा नाम गलत उछाल दिया। कुछ निहंग जत्थेबंदियों को ये संदेश पहुंचा दिया कि मैं पंजाब में प्रवासियों के पक्ष में हूं। इसके बाद मुझे सोधा लगाने की धमकियां आने लगीं। एसएचओ के मामले के बाद तो और भी खतरा बढ़ गया है। मैं पुलिस कमिश्नर से मिलकर सुरक्षा की मांग करुंगा। ये लोग कुछ भी करवा सकते हैं। पीड़िता की रिकॉर्डिंग में जानिए एसएचओ ने क्या कहा… एसएचओ- हैलो, कित्थे रेह गई (हैलो, कहां रह गई)
पीड़िता- हुण रात हो गई। बाहर हनेरा ए, मैं दवाई लैण जाणा, ताया जी नी आए (अभी रात हो गई। अंधेरा है। मैं दवाई लानी है। ताया जी नहीं आए।) एसएचओ- शायद, आउंदे ही होणे (शायद, वो आते होंगे।)
पीड़िता- हांजी, औंदे होणे (हांजी आते होंगे)। कॉल की थी उनको। एसएचओ- कल्ली आवेंगी तूं (तू अकेली आएगी।)
पीड़िता- देखदी आं, सिस्टर नाल औंदी आं (देखती हूं, सिस्टर के साथ आती हूं।) एसएचओ- आ जा (आ जाओ।)
पीड़िता- हां, औंदी आं (हां आती हूं।) एसएचओ- क्यो तड़पाई जांदी (क्यों तड़पा रहे हो)
पीड़िता- मैंनू कमजोरी आई ए, ड्रिप वी लगवाउणी (मुझे कमजोरी आई है, ड्रिप लगवानी है) एसएचओ- जल्दी आ जा (जल्दी आ जा) पीड़िता- तुसी ठाणे च ई ओ (आप थाने में हो)
एसएचओ- नईं कमरे च आं (नहीं रूम में हूं) पीड़िता- तुहाडा कमरा कित्थे आ (आपका रूम कहां है)
एसएचओ- नवांशहर अड्डे दे कोल ए (नवांशहर अड्डे के पास है)। पहला रोड, राइट साइड, बॉय स्कूल। पीड़िता- गर्ल्स स्कूल दे कोल (गर्ल्स स्कूल के पास)
एसएचओ- नईं-नईं, उदर नीं जाणा (नहीं, वहां नहीं जाना है।) पीड़िता- कित्थे, जित्थे अमरजीत ट्रैवल ए (कहां, जहां अमरजीत ट्रैवल है)
एसएचओ- लागे सैलून ए ते लोहे दियां पौड़ियां ने (वहां सैलून है, लोहे की सीढ़ियां हैं) पीड़िता- मैं उस साइड नीं आई कदे (मैं आई नहीं उस साइड कभी)
एसएचओ- चल आजा, जल्दी आ जा (चलो, आ जाओ, जल्दी आ जाओ) —————————— एसएचओ भूषण कुमार से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें पंजाब पुलिस के SHO की नई कॉल रिकॉर्डिंग:बोला- हैलो, कित्थे रेह गई, क्यों तड़पाई जांदी, जल्दी आ जा; बेटी से रेप केस में मिली थी पंजाब में जालंधर के फिल्लौर थाने के SHO भूषण कुमार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। भूषण को पहले ही रेप पीड़िता की मां को अकेले थाने में बुलाने के आरोप में सस्पेंड किया जा चुका है। इस मामले में अब 2 और पीड़िता सामने आई हैं, जिन्होंने पंजाब महिला कमीशन को SHO की बातचीत की रिकॉर्डिंग सौंपी है। (पूरी खबर पढ़ें)

पंजाब का ऐसा गांव, जहां भैंसों ने बदली दिवाली परंपरा:200 साल से देश से अलग दूसरे दिन सेलिब्रेशन; 2 साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट से है पहचान

पंजाब का ऐसा गांव, जहां भैंसों ने बदली दिवाली परंपरा:200 साल से देश से अलग दूसरे दिन सेलिब्रेशन; 2 साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट से है पहचान पंजाब के मोहाली जिले का एक गांव ऐसा भी है, जहां दीपावली पूरे देश से अलग दिन मनाई जाती है। इस गांव का नाम है, चिल्ला गांव। यहां हमेशा से परंपरा रही है कि गांव में दिवाली अगले दिन मनाई जाएगी, जबकि सारा देश एक दिन पहले सेलिब्रेशन कर चुका होता है। यह रिवाज करीब 200 वर्षों से चला आ रहा है, जिसके पीछे भैंसों से जुड़ी कहानी मानी जाती है। हालांकि, इस परंपरा कोई उल्लेख किसी किताब या धार्मिक ग्रंथ में नहीं मिलता, फिर भी लोग अपने बुजुर्गों द्वारा शुरू की गई इस परंपरा को बिना कोई सवाल उठाए निभा रहे हैं। इस साल गांव में दिवाली 21 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जबकि देश में यह फेस्टीवल 20 अक्टूबर को सेलिब्रेट होगा। 20 अक्टूबर की रात ग्रामीण घरों में छोटी दीपमाला करेंगे और रिश्तेदारों से मिलेंगे, जबकि मुख्य उत्सव अगले दिन पूरे गांव में होगा। इस अवसर पर गांव में मेला भी आयोजित किया जाएगा। खास बात यह है कि इस गांव में 2 नेशनल लेवल के इंस्टीट्यूट है और यहां के कई लोग विदेशों में भी बसे हैं, इसके बावजूद इस परंपरा में बदलाव नहीं आया है। देश से अलग क्यों होता है दीपावली सेलिब्रेशन, ग्रामीणों की जुबानी जानिए… 200 साल पहले खो गई थी भैंसे, ढूंढने में निकल गई रात
गांव के पूर्व सरपंच अजैब सिंह, जिनकी उम्र 81 साल है। वे बताते हैं कि उनके बचपन से ही गांव में दिवाली एक दिन बाद मनाई जाती है। वे कहते हैं कि बुजुर्गों के अनुसार करीब 200 साल पहले दिवाली वाले दिन गांव की भैंसे खो गई थी। उस दिन पूरे गांव के लोग भैंसों को तलाशते रहे। जब तक पशु मिले, दिवाली वाली रात निकल गई थी और घरों में लक्ष्मी पूजन नहीं हो पाया। तब से ही गांव में दिवाली अगले दिन मनाने की परंपरा शुरू हो गई। गांव बना एजुकेशन सिटी, सभी लोग शिक्षित
प्रोफेसर जगतार सिंह बताते हैं कि गांव की आबादी करीब साढ़े 500 के आसपास है। यह गांव मोहाली के सेक्टर 80-81 क्षेत्र में आता है। उन्होंने बताया कि चिल्ला गांव आज आधुनिक और शिक्षित गांवों में गिना जाता है। यहां एजुकेशन सिटी है, जिसके एक ओर नैनो टेक्नोलॉजी संस्थान और दूसरी ओर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) स्थित है। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) भी गांव में है। इसके बावजूद लोग पुरानी परंपराओं को पूरी निष्ठा के साथ निभाते हैं। जो लोग गांव से बाहर बस चुके हैं, वे भी इस दिन विशेष रूप से गांव लौटकर दिवाली का उत्सव मनाते हैं। रिवाज कब शुरू हुआ, इसका किसी को पता नहीं
गांव के ही गुरचरण सिंह का कहना है कि जब से उन्होंने होश संभाला है, तब से पूरे भारत में दिवाली जिस दिन मनाई जाती है, उसके अगले दिन चिल्ला गांव में दिवाली मनाई जाती है। यह परंपरा कब और किसने शुरू की, यह किसी को नहीं पता, लेकिन आज भी पूरा गांव इसे श्रद्धा और एकजुटता से निभा रहा है। गांव के लोग विदेश तक बसे, फिर भी निभाते है परंपरा
वहीं, गांव के गगनदीप बताते हैं कि चिल्ला मोहाली के सबसे विकसित गांवों में से एक है। यहां देश के दो बड़े साइंस और रिसर्च संस्थान हैं, साथ ही इंडियन बिजनेस स्कूल भी है। गांव हवाई अड्डे के पास स्थित है। करमजीत सिंह के अनुसार, गांव के लगभग सभी लोग शिक्षित हैं। कई लोग नौकरीपेशा हैं, कई व्यवसायी हैं और कई विदेशों में भी बसे हैं। इसके बावजूद सभी लोग गांव की इस परंपरा का पूरी श्रद्धा से पालन करते हैं। गुरुद्वारा साहिब और खेड़े पर माथा टेकते हैं। PHOTOS में देखिए गांव चिल्ला की आधुनिकता… —————————–
पंजाब के इन फेमस गांवों के बारे में भी पढ़िए… ये है पंजाब का अयाली गांव… दर्जनों इंटरनेशनल ब्रांड्स के आउटलेट, चकाचौंध ऐसी कि शहर को भी पीछे छोड़ देती है पंजाब के लुधियाना से लगभग 13 किलोमीटर दूर अयाली गांव किसी भी शहर से कम नहीं है। यहां मैक्डी, बरिस्ता जैसे दर्जनों इंटरनेशनल ब्रांड्स के आउटलेट खुले हुए हैं। इस गांव की मार्केट को साउथ सिटी का नाम दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें)

सिद्धू मूसेवाला की एल्बम 100 मिलियन क्लब में:4 महीने पहले हुई रिलीज, विरोध में आई BBC की डॉक्यूमेंट्री 2 मिलियन व्यूज ही बटोर पाई

सिद्धू मूसेवाला की एल्बम 100 मिलियन क्लब में:4 महीने पहले हुई रिलीज, विरोध में आई BBC की डॉक्यूमेंट्री 2 मिलियन व्यूज ही बटोर पाई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के 32वें जन्मदिन पर रिलीज हुई उनके तीन गीतों की एल्बम मूस प्रिंट 100 मिलियन व्यू क्लब में शामिल हो गई है। मूसेवाला की मौत के बाद भी उनके फैंस में उनका पहले वाला ही क्रेज है। चार माह में 100 मिलियन व्यू यूट्यूब पर मिलने से उनके फैंस उत्साहित हैं।
एल्बम “मूस प्रिंट” में 3 गाने हैं, जिनमें 0008, नील और टेक नोट्स शामिल हैं। यूट्यूब पर रिलीज होते ही तीनों गाने ट्रेंड कर रहे हैं। टेक नोट टाइटल से बने गीत को 33 लाख व्यू 6 घंटे में मिल गए थे। अब 4 महीने बाद टेक नोट को 37 मिलियन, 0008 को 32 मिलियन और नील को 32 मिलियन लोग देख चुके हैं। इस एल्बम की रिलीज पर पिता बलकौर सिंह ने कहा था कि मौत से पहले बेटा खुद के, मेरे और अपनी मां के जन्मदिन पर गीत रिलीज करता रहा है। इस एल्बम को रिलीज करने के पीछे भी उनका यही मकसद है कि सिद्धू का शुरू किया गया ये सिलसिला थमे न। अभी सिद्धू के जितने भी गाने रिकॉर्ड हैं, उन्हें धीरे-धीरे रिलीज किया जा रहा है। इससे पहले एल्बम के पोस्टर के इंस्टाग्राम पर रिलीज होते ही उसे जबरदस्त रिस्पांस मिला था। इस पोस्टर पर ही फैंस के 1.3 मिलियन से ज्यादा लाइक मिले थे। जबकि परिवार को विरोध के उलट BBC पर रिलीज हुई सिद्धू की डॉक्यूमेंट्री को 2.10 मिलियन व्यू ही मिल पाए हैं। बता दें कि शुभदीप उर्फ सिद्धू मूसेवाला का जन्म 11 जून 1993 को मानसा जिला के गांव मूसा में हुआ था। 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की मानसा के गांव जवाहरके में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। जानें 100 मिलियन पूरे होने पर क्या बोले फैंस… मूसा जट्ट ने लिखा- नील गीत मेरे दिल के बहुत करीब
सिद्धू मूसेवाला के तीन गीतों की एल्बम मूस प्रिंट में शामिल नील गीत के बारे में मूसा जट्ट नामक फैंस ने लिखा कि ये गीत उनके दिल के बहुत की करीब है। सिद्धू ने इस गीत को बहुत ही मार्मिक ढंग से गाया है। सिद्धू के दूसरे गानों की तरह ही ये एक बार सुनते ही दिल क छू लेता है।
आके नाम से यूजर ने लिखा- गोन वट नेवर फोरगोटन
RK नाम के एक यूजर ने लिखा कि भले ही सिद्धू मूसेवाला उनके बीच नहीं हैं, लेकिन उनके गीत आज भी उनका एहसास करवाते हैं। सिद्धू मूसेवाला बेशक चला गया है, लेकिन भूला नहीं है। इसी तरह अन्य फैंस ने भी सिद्धू के लिए जस्टिस फोर सिद्धू लिखा। हत्या के बाद फैन बढ़े, 8 गाने रिलीज हुए
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनके 8 गाने रिलीज हो चुके हैं। उनके सभी गानों को पहले जैसी ही पॉपुलैरिटी मिली। ये सभी गाने उनके ऑफिशियल अकाउंट पर रिलीज किए गए। ब्रिटिश सिंगर स्टेफलॉन डॉन ने अपने गाने डिलेमा का प्रचार सिद्धू मूसेवाला के नाम से ही किया था। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से सिद्धू मूसेवाला का वीडियो बनाया और अपने गाने में इस्तेमाल किया था। सिद्धू मूसेवाला के कुछ गाने दूसरे सिंगरों और रैपरों ने अपने-अपने चैनलों पर रिलीज किए हैं। नई एल्बम ‘साइन टू वार 2026 वर्ल्ड टूर’ की भी तैयारी करीब दो माह पहले पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर डाली गई एक पोस्ट चर्चा का विषय बन गई थी। इस पोस्ट में “साइन टू वार 2026 वर्ल्ड टूअर” नाम दिया गया है। इससे मूसेवाला की टीम ने एक रहस्यमय, लेकिन उत्साहजनक संकेत दिया गया है। उनके चाहने वाले इसको एक बड़ी और अच्छी खबर के रूप में देख रहे हैं। माना जा रह है कि 2026 में इसको रिलीज किया जा सकता है। हालांकि, अब तक इसकी कोई आधिकारिक तारीख, स्थान या शेड्यूल सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन मूसेवाला की टीम ने स्पष्ट किया है कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी। सिद्धू मूसेवाला की मैनेजमेंट टीम ने कहा है कि इस संभावित टूर की तैयारियां फिलहाल आंतरिक स्तर पर चल रही हैं। —————— सिद्धू मूसेवाला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…
सिद्धू मूसेवाला के बर्थडे पर 3 गाने रिलीज:तीनों गीत कर रहे ट्रेंड, पिता बोले- जिन गानों से मैंने रोका, वही रिलीज करने पडे़ ​​​पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का आज (11 जून) 32वां बर्थडे है। इस मौके पर सिद्धू की 3 गानों की एल्बम “मूस प्रिंट” रिलीज हुई है। इसमें 3 गाने हैं, जिनमें 0008, नील और टेक नोट्स शामिल हैं। यूट्यूब पर रिलीज होती ही तीनों गाने ट्रेंड कर रहे हैं। (पूरी खबर पढ़ें) सिद्धू मूसेवाला की मां ने बेटे को जन्म दिया:पिता ने शेयर की बच्चे की फोटो; चाचा बोले- शुभदीप सिंह ही नाम रखेंगे पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के घर किलकारियां गूंजी हैं। उनकी मां चरण कौर ने बेटे को जन्म दिया। सुबह करीब 5 बजे बठिंडा के प्राइवेट अस्पताल में बच्चे का जन्म हुआ। मूसेवाला के पिता बलकौर सिद्धू ने खुद यह जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने बच्चे का फोटो भी शेयर किया है। (पूरी खबर पढ़ें)

180 ईटीटी अध्यापकों ने की पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाजी:तरनतारन में AAP के खिलाफ पोल खोल रैली, दीवारों पर पोस्टर लगाए

180 ईटीटी अध्यापकों ने की पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाजी:तरनतारन में AAP के खिलाफ पोल खोल रैली, दीवारों पर पोस्टर लगाए पंजाब के तरनतारन में 180 ईटीटी अध्यापकों ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ ‘पोल खोल’ रैली का आयोजन किया। अध्यापकों ने सरकार पर अपने वादे पूरे न करने और मुद्दों को लगातार टालने का आरोप लगाया। यह विरोध प्रदर्शन लंबित मुद्दों और 180 ईटीटी अध्यापकों की सेवा समाप्ति के विरोध में किया गया। रैली में शामिल अध्यापक सबसे पहले स्थानीय गांधी पार्क में एकत्रित हुए, जहां उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद, शहर की गलियों और बाजारों में सरकार की नीतियों का खुलासा करने वाले पर्चे बांटे गए और लोगों को जागरूक करने के लिए दीवारों पर पोस्टर लगाए गए। सरकार नहीं कर रही समस्या का समाधान : ठाकुर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा यूनियन के साथ लगातार की जा रही पैरवी इस रैली का मुख्य कारण है। ठाकुर ने याद दिलाया कि सरकार बनने से पहले चीमा ने धरने पर आकर 180 मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का वादा किया था। हालांकि, सरकार के साढ़े तीन साल पूरे होने के बावजूद इन मुद्दों का समाधान नहीं हुआ है और उन्हें लगातार टाला जा रहा है। महासचिव सोहन सिंह बरनाला ने बताया कि पिछले पांच सालों से 180 ईटीटी अध्यापकों की सेवा बिना किसी ठोस कारण के समाप्त कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव द्वारा लिखित में रिपोर्ट तैयार करने और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की गलतियों को उजागर करने के बावजूद वित्त मंत्री इस मुद्दे का समाधान नहीं कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार ना देने का आरोप भाईचारा संगठनों के नेताओं ने सरकार पर विभिन्न वर्गों से किए गए वादों, जैसे माताओं-बहनों को 1000 रुपए देने, बेरोजगारों को नौकरी देने और किसानों को एमएसपी प्रदान करने, को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में तरनतारन हलके में बड़े स्तर पर गुप्त कार्रवाई की जाएगी और गांवों में जाकर सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोगों को सरकार की गलत नीतियों से अवगत कराया जा सके। इस रैली में राज्य अध्यक्ष कमल ठाकुर और महासचिव सोहन सिंह बरनाला सहित कई नेता उपस्थित थे।

कपूरथला में महिला कॉलोनाइजर पर FIR:पार्क-ग्रीन बेल्ट की जमीन बेचने का आरोप, नगर कौंसिल के EO की शिकायत पर केस

कपूरथला में महिला कॉलोनाइजर पर FIR:पार्क-ग्रीन बेल्ट की जमीन बेचने का आरोप, नगर कौंसिल के EO की शिकायत पर केस कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में एक महिला कॉलोनाइजर पर कॉलोनी के नक्शे में दर्शाई गई पार्क और ग्रीन बेल्ट की जमीन बेचने का आरोप लगा है। नगर कौंसिल के ईओ बलजीत बिलगा की शिकायत पर सुल्तानपुर लोधी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। जांच अधिकारी एएसआई पूरनचंद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, नगर कौंसिल सुल्तानपुर लोधी के ईओ बलजीत बिलगा ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव आलमगीर की राजिंदर कौर पत्नी रणजीत सिंह ने सुल्तानपुर लोधी में ‘वेईं एनक्लेव’ नामक कॉलोनी विकसित की थी, जिसमें घपला हुआ है। कौंसिल की जगह रजिस्ट्री कर बेची जानकारी के अनुसार, कॉलोनी के नक्शे के मुताबिक 3677 गज जगह पार्क के लिए और 240 गज जगह एमटीपी तथा ग्रीन बेल्ट के लिए छोड़ी गई थी। लाइसेंस की धारा-17 के तहत यह जगह नगर कौंसिल सुल्तानपुर लोधी को हस्तांतरित की जानी थी। आरोप है कि कॉलोनाइजर राजिंदर कौर ने इस आरक्षित जगह को अलग-अलग व्यक्तियों को रजिस्ट्री करके बेच दिया। EO की शिकायत पर FIR इस संबंध में कॉलोनाइजर को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। नोटिस के जवाब में राजिंदर कौर ने आश्वासन दिया था कि वह जल्द ही नक्शे के अनुसार जगह कॉलोनी निवासियों को वापस कर देंगी। हालांकि, काफी समय बीत जाने के बाद भी यह जगह वापस नहीं की गई। इसके बाद, नगर कौंसिल के ईओ की शिकायत पर सुल्तानपुर लोधी पुलिस ने कॉलोनाइजर राजिंदर कौर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।

संत सीचेवाल ने 25 गांवों को दिए पानी टैंकर:कपूरथला-जालंधर जिलों को दिवाली तोहफा, अब तक 215 टैंकर वितरित

संत सीचेवाल ने 25 गांवों को दिए पानी टैंकर:कपूरथला-जालंधर जिलों को दिवाली तोहफा, अब तक 215 टैंकर वितरित राज्यसभा सांसद और पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने दिवाली के अवसर पर कपूरथला और जालंधर जिलों के 25 गांवों को स्टील के पानी के टैंकर वितरित किए। ये टैंकर निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी और सीचेवाल से रवाना किए गए। संत सीचेवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी सांसद निधि से ₹7.5 करोड़ की ग्रांट का उपयोग करते हुए अब तक पंजाब के विभिन्न गांवों में कुल 215 पानी की टंकियां वितरित की हैं। यह पहल पवित्र काली बेई की सफाई सेवा के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है। गांववासियों और सरपंचों की प्रतिक्रिया गांवों के सरपंचों ने इन स्टील टंकियों को एक स्थायी उपहार बताया। उन्होंने कहा कि इन टंकियों से गांवों में पानी की कमी दूर होगी, पौधों को पानी देने और आग बुझाने में मदद मिलेगी। साथ ही, धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान होने वाली पानी की समस्या भी अब हल हो जाएगी। संत सीचेवाल ने दिया हरी दिवाली का संदेश इस अवसर पर संत सीचेवाल ने गांववासियों को दिवाली और बंदी छोड़ दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने लोगों को ‘हरी दिवाली’ मनाने का संदेश भी दिया। इसके अलावा उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही 50 और टंकियां वितरित की जाएंगी, जिनमें दलित समुदाय और बाढ़ प्रभावित गांवों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिन गांवों को टंकियां वितरित की गईं कपूरथला जिले के गांव आहली कलां, बहिबल बहादर, सिधवा दोना, सुखानी, कौल तलवंडी, खैड़ा दोना, झल्ल बीबड़ी, मुस्तफाबाद, टिब्बा, ईश्वरवाल, मेवा सिंह वाला, महबलीपुर, डबुलियां।जालंधर जिले के गांव: कसूपुर, उमरवाला बिल्ला, मानकपुर, बाजवा खुर्द, मूलेवाल खहेड़ा, मूलेवाल अराइयाँ, खानपुर राजपूताना, तलवंडी सलेम समाइलपुर, पंडोरी खास, बाड़ा जोध सिंह, ईसेवाल। कुछ दिन पहले भी संत सीचेवाल ने कपूरथला के जैनपुर, हैबतपुर, तलवंडी चौधरियां और शाहवाला आंद्रेसा गांवों को पानी के टंकियां प्रदान की थीं। कार्यक्रम में सुरजीत सिंह शंटी, वाइस चेयरमैन हरजिंदर सिंह, पंचायत सचिव जसविंदर सिंह और इलाके के कई पंच-सरपंच तथा प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।

सड़क हादसे में बडे़ भाई की मौत, छोटा गंभीर:बरनाला से चंडीगढ़ जाते हुए हादसा, FIR दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की

सड़क हादसे में बडे़ भाई की मौत, छोटा गंभीर:बरनाला से चंडीगढ़ जाते हुए हादसा, FIR दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की पंजाब के बरनाला में सड़क हादसे में बड़े भाई की मौत हो गई, जबकि छोटा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर गुरुद्वारा सोहिआना साहब के पास हुई। पुलिस स्टेशन रूड़ेके कलां के एसएचओ गुरपाल सिंह ने बताया कि कुलदीप सिंह के बयान के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस जल्द ही आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार करने और आगे की कानूनी कार्रवाई करने का प्रयास कर रही है। ऐसे हुआ हादसा पुलिस के अनुसार, बाइक सवार मनदीप सिंह (बड़ा भाई) और हरविंदर सिंह (छोटा भाई) चंडीगढ़ जा रहे थे। उनके पिता कुलदीप सिंह भी एक अलग मोटरसाइकिल पर उनके साथ थे। गुरुद्वारा सोहिआना साहब के पास पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मनदीप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। हरविंदर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अज्ञात वाहन चालक मौके से फरार हो गया।

अमृतसर पुलिस ने किया 2 बदमाशों का एनकाउंटर:हरियाणा से पकड़ कर लाए थे, छिपाए हथियारों से किया फायर; गैंगस्टर जीवन से जुड़े

अमृतसर पुलिस ने किया 2 बदमाशों का एनकाउंटर:हरियाणा से पकड़ कर लाए थे, छिपाए हथियारों से किया फायर; गैंगस्टर जीवन से जुड़े पंजाब के अमृतसर में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने अपनी पुरानी जगह छिपाए गए हथियारों से पुलिस पर फायरिंग कर दी। घटना में पुलिसकर्मी बाल-बाल बचें। वहीं, जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल हो गए। इसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों आरोपियों ने अगस्त माह में अमृतसर में ही गोलीबारी की थी। तब आरोपी फरार हो गए थे, इसके बाद पुलिस ने हरियाणा के करनाल से आरोपियों को पकड़ लिया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों बदमाशों का संबंध पंजाब के गैंगस्टर जीवन फौजी से है। माना जा रहा है कि वे इसी गिरोह के लिए इलाके में सक्रिय थे। पहले भी कई वारदात में पहले भी शामिल रह चुके हैं। अब जानिए अमृतसर में पहले कब गोलीबारी की
अमृतसर के रामदास क्षेत्र में 22 अगस्त की शाम करीब 6:30 बजे दो अज्ञात हमलावरों ने एक वेल्डिंग की दुकान पर फायरिंग की थी। कुरालिया गांव निवासी शिकायतकर्ता हरसिमरन सिंह ने बताया था कि वह खेती-किसानी करते हैं। 22 अगस्त को वे कंवलजीत सिंह की वेल्डिंग दुकान पर मौजूद थे। तभी बाइक सवार 2 युवकों ने तीन राउंड फायरिंग की। इसके बाद दोनों बदमाश मौके से फरार हो गए। सिलसिलेवार जानिए कैसे हुई मुठभेड़… डीएसपी बोले- कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता
अमृतसर देहात पुलिस के डीएसपी गुरविंदर सिंह औलख ने बताया कि जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों पर आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। कौन है गैंगस्टर जीवन, जिससे जुड़े दोनों के तार
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इन दोनों का संबंध पंजाब के गैंगस्टर जीवन फौजी से है। दोनों गिरोह में सक्रिय थे और कई वारदातों में पहले भी शामिल रह चुके हैं। वहीं, जीवन फौजी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है।
गैंगस्टर जीवन फौजी उर्फ स्वर्ण सिंह, पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड में जीवन का नाम एक वांछित आतंकी और भगोड़े सैनिक के रूप में दर्ज है। पुलिस डोजियर के अनुसार, उसके खिलाफ पंजाब में 12 से अधिक एफआईआर दर्ज हैं। इनमें से कई मामले ग्रेनेड हमलों, आतंकी गतिविधियों, जबरन वसूली और हथियारों की तस्करी से जुड़े हैं। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, वह पंजाब में 7 ग्रेनेड हमलों में शामिल रहा है, जिनमें से एक अजनाला इलाके में हुआ था। उस पर आईएसआई समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) नेटवर्क के लिए काम करने का भी आरोप है। पुलिस ने उसके “टॉप ब्रैकेट टेररिस्ट” की श्रेणी में रखा है।

लुधियाना में गोदाम में लगी आग:आतिशबाजी की चिंगारी से भड़की, दमकल की 3 गाड़ियां बुझाने में जुटीं

लुधियाना में गोदाम में लगी आग:आतिशबाजी की चिंगारी से भड़की, दमकल की 3 गाड़ियां बुझाने में जुटीं लुधियाना के ताजपुर गांव में रविवार दोपहर खो (कपड़े के टुकड़े ) के गोदाम में अचानक आग लग गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, खुले प्लांट में पड़ी सामग्री पर आतिशबाजी की चिंगारी गिरने से आग लगी। आग इतनी तेजी से फैल गई कि दो और दमकल गाड़ियां बुलानी पड़ीं। देखते ही देखते लपटों ने पूरा गोदाम घेर लिया। गोदाम मालिक को भारी आर्थिक नुकसान दमकल कर्मी लगातार आग बुझाने में जुटे हुए हैं। फिलहाल आग पर नियंत्रण पाया जा रहा है। गोदाम मालिक को भारी आर्थिक नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। राहत की बात यह है कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी मौके पर मौजूद हैं और आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

फरीदकोट में साढ़े 18 क्विंटल मिलावटी मिठाई सील:295 किलो मिल्क केक-खोया बर्फी नकली, पुलिस-फूड सेफ्टी टीम की छापेमारी; सैंपल लैब भेजे

फरीदकोट में साढ़े 18 क्विंटल मिलावटी मिठाई सील:295 किलो मिल्क केक-खोया बर्फी नकली, पुलिस-फूड सेफ्टी टीम की छापेमारी; सैंपल लैब भेजे पंजाब में फरीदकोट जिला पुलिस ने सूचना के आधार स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी टीम को साथ लेकर शनिवार रात स्थानीय गुरू तेग बहादुर नगर में एक घर मे चलाई जा रही मिठाई फैक्ट्री में छापा मारकर वहां से करीब साढ़े 18 क्विंटल संदिग्ध मिलावटी मिठाई की खेप बरामद की है। इन मिठाइयों में 115.5 किलो मिल्क केक, 180 किलो खोया बर्फी और 16 क्विंटल सोन पापड़ी शामिल है जिसके सैंपल लेकर जांच के लिए खरड़ लैब में भेज दिए हैं और मिठाइयों को सील कर दिया है। जानकारी के अनुसार एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन के नेतृत्व में दिवाली के चलते फरीदकोट पुलिस पूरी तरह सतर्क नजर आ रही है। भारी मात्रा में मिलावटी मिठाई मिली स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी टीमों के साथ मिलकर मिलावटखोरों और घटिया मिठाइयां व दूध से बने उत्पाद बेचने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इसी क्रम में एसपी हेडक्वार्टर मनविंदर बीर सिंह व डीएसपी तरलोचन सिंह की निगरानी में थाना सिटी फरीदकोट पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी टीम ने संयुक्त रूप से गुरु तेग बहादुर नगर, फरीदकोट में एक मिठाई बनाने की जगह पर दबिश देकर भारी मात्रा में मिलावटी मिठाई और अन्य सामग्री बरामद की है। साथ ही यहां से बीकानेरी लिखे सोन पापड़ी के खाली डिब्बे भी बरामद किए है और आशंका जताई जा रही है कि यहां पर बीकानेरी सोन पापड़ी की पैंकिग तैयार की जा रही थी। रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई-फूड सेफ्टी अफसर इस मामले में फूड सेफ्टी ऑफिसर हरविंदर सिंह ने बताया कि यह फैक्ट्री नरेन्द्र कुमार नामक व्यक्ति द्वारा चलाई जा रही है। हालांकि उसने फूड सेफ्टी एक्ट के तहत लाईसेंस लिया हुआ है पर उसके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के मापदंडों की पालना नहीं की जा रही है। पुलिस की सूचना के आधार पर उनकी टीम ने यहां पर मिठाई सील कर सभी सैंपलों को जांच के लिए लैब भेज दिए है और उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। साथ ही साफ सफाई की व्यवस्था न होने पर सेक्शन 56 फूड सेफ्टी एक्ट के तहत उनका चालान भी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी की देखें PHOTOS…