पंजाब के सेहत मंत्री ने युवाओं को चेताया:बोले -स्ट्रॉबेरी कैंडी से रहें सावधान, पहले फ्री में देते हैं; नशेड़ियों का होगा इलाज

पंजाब के सेहत मंत्री ने युवाओं को चेताया:बोले -स्ट्रॉबेरी कैंडी से रहें सावधान, पहले फ्री में देते हैं; नशेड़ियों का होगा इलाज पंजाब सरकार नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही अब नशे के आदी लोगों को इस लत से बाहर निकालकर एक नया जीवन शुरू करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। सभी जिलों में नशा मुक्ति केंद्रों में स्किल सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं, जहां नशा छोड़ने वालों के लिए विभिन्न कोर्स शुरू किए जाएंगे। साथ ही इंडस्ट्री से तालमेल कर उन्हें नौकरी मुहैया करवाई जाएगी। यह बात सरकार द्वारा गठित हाईपावर कमेटी के सदस्य और सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने के नशा मुक्ति केंद्रों का दौरा करने के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों को जेल भेजा जाएगा, जबकि नशे की लत में फंसे लोगों का इलाज करवाया जाएगा और उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने परिजनों से अपील की कि वे अपने बच्चों को नशे से बचाने के लिए आगे आएं और उनका सहयोग करें। इस संबंधी पोस्ट भी उन्होंने शेयर की है। स्कूलों के पास मुफ्त में बांटा जा रहा नशा स्कूलों के आसपास नशे से जुड़ी चीजें मुफ्त में बांटी जा रही हैं, खासकर स्कूली बच्चों को नशा तस्कर इसके जाल में फंसा रहे हैं। इनमें वैपिंग और अन्य नशीले पदार्थ शामिल हैं, जो स्ट्रॉबेरी ड्रग कैंडी सहित कई नामों से बेचे जाते हैं। इसलिए, बच्चों और माता-पिता को सतर्क रहने की जरूरत है। सेहत मंत्री ने माता-पिता से भी अपील की कि वे बच्चों के इलाज में सहयोग करें। नशा मुक्ति केंद्रों में विशेष सुविधाएं सेहत मंत्री ने बताया कि वे पूरे पंजाब का दौरा करेंगे और नशा मुक्ति केंद्रों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे। इन केंद्रों में योग, जिम और खेलों की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं, ताकि नशा छोड़ने वालों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया जा सके। इसके अलावा, उन्हें विभिन्न कौशल सिखाने की भी सुविधा दी जाएगी। नशा छोड़ने वालों को पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा और फिर उन्हें स्किल सेंटरों में प्रशिक्षित किया जाएगा। हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति नशा छोड़ने के बाद फिर से अपनी पुरानी आदतों में लौट जाता है। इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा विशेष जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे, जिससे बच्चों को शिक्षित किया जा सके और उन्हें नशे से दूर रखा जा सके।

जालंधर में ईसाई समाज ने हाईवे को किया जाम:पास्टर बलजिंदर पर दर्ज FIR का विरोध; समर्थक बोले- ये एक साजिश

जालंधर में ईसाई समाज ने हाईवे को किया जाम:पास्टर बलजिंदर पर दर्ज FIR का विरोध; समर्थक बोले- ये एक साजिश पंजाब के जालंधर में रविवार को ईसाई समाज के समर्थकों ने लांबड़ा के ताजपुर के पास हाईवे पर धरना लगा दिया। ये बीते दिनों तारपुर चर्च के पास्टर बलजिंदर सिंह पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में दर्ज एफआईआर का विरोध कर रहे थे। समर्थकों में विजय और चंदन की गिरफ्तारी न होने से भी नाराजगी दिखी। समर्थकों ने कहा कि एसएसपी ने तो हमारा साथ दिया, मगर निचले अधिकारियों ने उक्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। धरना स्थल पर पहुंचे ईसाई समाज के नेता अवतार सिंह ने कहा- कपूरथला में पास्टर बलजिंदर सिंह और उन पर एक गलत एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें कहा गया कि हमने महिला के साथ गलत हरकत की है। मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ, ये एफआईआर एक साजिश के तहत करवाई गई। अगर पहले ही पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी होती तो आज ये नौबत न आती। मगर पुलिस द्वारा ऐसा नहीं किया गया। धरना पर बैठे लोग बोले- पुलिस उचित कार्रवाई करे, वरना धरना बड़ा होगा उन्होंने कहा- जिस महिला ने आरोप लगाया है, वह हमारी चर्च में तीन साल पहले तक आती थी। पिछले तीन से से उसका चर्च तक कोई आना जाना नहीं था। उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। आरोप लगाए गए, मगर उक्त आरोपों का कोई सबूत नहीं है। अगर पुलिस द्वारा मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो मामले को और बड़े स्तर पर लेकर जाया जाएगा। उन्होंने कहा- जल्द फरार चल रहे आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।

IAS अमित के ट्रांसफर पर पंजाब सीएस को नोटिस:हाईकोर्ट ने 9 मार्च तक मांगा जवाब; कोर्ट की अनुमति के बिना चंडीगढ़ तबादला

IAS अमित के ट्रांसफर पर पंजाब सीएस को नोटिस:हाईकोर्ट ने 9 मार्च तक मांगा जवाब; कोर्ट की अनुमति के बिना चंडीगढ़ तबादला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने IAS अमित कुमार के चंडीगढ़ तबादले को लेकर पंजाब के पूर्व और वर्तमान चीफ सेक्रेटरी (CS) को अवमानना नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने साफ किया कि अमित कुमार को मोहाली गांव की पंचायती जमीन के दुरुपयोग की जांच के लिए कमिश्नर-कम-अपीलीय अथॉरिटी नियुक्त किया गया था और कोर्ट की अनुमति के बिना उनका ट्रांसफर या डेपुटेशन नहीं हो सकती थी। हाईकोर्ट ने इस मामले की पूरी फाइल भारत के एडिशनल एडवोकेट जनरल के कार्यालय को सौंपने का आदेश भी दिया है। अगली सुनवाई 9 मार्च को होगी। इस समय पंजाब कैडर के 2008 बैच के आईएएस अमित कुमार चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर हैं। कोर्ट की अनुमति के बिना चंडीगढ़ तबादला हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा है कि 14 अक्टूबर 2024 को बिना कोर्ट की पूर्व स्वीकृति के अमित कुमार का तबादला चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर कैसे भेजा गया। कोर्ट ने 2018 में जारी आदेश में स्पष्ट कहा था कि जब तक जाँच पूरी नहीं होती, अधिकारी का तबादला नहीं किया जाएगा। बावजूद इसके, सरकार ने 2008 बैच के IAS अमित कुमार को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया और वर्तमान में वे चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर के रूप में कार्यरत हैं। 9 मार्च तक मांगा जवाब चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस सुमित गोयल की कोर्ट ने इस मामले को हाईकोर्ट की अवमानना माना है। बेंच ने आदेश दिया कि जिस चीफ सेक्रेटरी के कार्यकाल में यह तबादला हुआ और जो वर्तमान चीफ सेक्रेटरी हैं, दोनों 9 मार्च से पहले जवाब दाखिल करें।

पंजाब में 10वीं की छात्राओं का होगा साइकोमेट्रिक टेस्ट:सरकार ने 6.56 करोड़ रुपए दिए; SCERT को जिम्मेदारी, 31 मार्च तक चलेगी प्रक्रिया

पंजाब में 10वीं की छात्राओं का होगा साइकोमेट्रिक टेस्ट:सरकार ने 6.56 करोड़ रुपए दिए; SCERT को जिम्मेदारी, 31 मार्च तक चलेगी प्रक्रिया पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली 10वीं कक्षा की छात्राओं की करियर संबंधी रुचि, क्षमता और योग्यता का पता लगाने के लिए अब साइकोमेट्रिक टेस्ट करवाया जाएगा। सरकार की तरफ से इस बारे में फैसला लिया गया है। इसके लिए जिला स्तरीय कमेटियों का गठन किया गया है। शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (SCERT) द्वारा टेस्ट के लिए सभी जिलों को 6.56 करोड़ रुपए से अधिक की राशि आवंटित की गई है। 31 मार्च 2025 तक राज्य की सभी 93 हजार 819 छात्राओं का साइकोमेट्रिक टेस्ट किया जाएगा। डीईओ की अगुवाई में जिलों में कमेटियां गठित योजना के लिए पूरे राज्य में जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) की अगुआई में जिला स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। ये समितियां अपने-अपने जिलों में टेस्टिंग प्रक्रिया और सभी कार्यों की निगरानी करेंगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्राओं की मानसिक क्षमताओं, रुचियों और व्यक्तित्व के गुणों का विश्लेषण करना है, जिससे उन्हें अपने करियर की सही दिशा चुनने में मार्गदर्शन मिल सके। 10वीं कक्षा के बाद छात्र हो जाते है कंफ्यूज शिक्षा मंत्री ने बताया कि अधिकांश छात्राएं 10वीं की बोर्ड परीक्षा के बाद अपने भविष्य को लेकर असमंजस में रहते हैं। यह दुविधा 11वीं कक्षा में स्ट्रीम चुनने के फैसले को प्रभावित करती है। निजी स्कूलों में आमतौर पर करियर काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध होती है, लेकिन सरकारी स्कूलों की छात्राओं को यह सुविधा नहीं मिल पाती थी, जिसके कारण वे अक्सर अपने साथियों को देखकर स्ट्रीम का चयन कर लेती थीं। इससे कई छात्राएं अपनी रुचि और क्षमता के अनुरूप करियर नहीं चुन पाती थीं। साइकोमेट्रिक टेस्ट क्या है? साइकोमेट्रिक परीक्षण बुद्धि, योग्यता, व्यक्तित्व या किसी अन्य अवधारणा को मापने की एक अनुभवजन्य रूप से मान्य विधि है, जो मुख्य रूप से किसी व्यक्ति की मानसिक क्षमताओं से संबंधित होता है।

केंद्र सरकार भी अब नशे के खिलाफ एक्शन में:अमित शाह बोले– 12 केसों में 29 को दिलाई सजा; 2 मामले पंजाब-चंडीगढ़ के

केंद्र सरकार भी अब नशे के खिलाफ एक्शन में:अमित शाह बोले– 12 केसों में 29 को दिलाई सजा; 2 मामले पंजाब-चंडीगढ़ के पंजाब और चंडीगढ़ की सरकार के बाद अब केंद्र सरकार भी नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन मोड में आ गई है। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट डालकर दावा किया कि पैसे का लालच देकर युवाओं को नशे की खाई में धकेल रहे तस्करों के खिलाफ केंद्र सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि ऐसे 12 अलग-अलग मामलों में 29 लोगों को सजा दिलाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार नशा मुक्त भारत के निर्माण के लिए जांच जारी रखेगी। अगर 12 मामलों की बात करें तो इनमें से दो मामले पंजाब और चंडीगढ़ से जुड़े हैं, जिनमें चार लोगों को सजा हुई है। ये दोनों मामले एनसीबी चंडीगढ़ की टीम ने सुलझाए हैं। इनमें से एक दोषी पुलिस का मुंशी भी है, जिसे सजा दिलाई गई है। पुलिस वाला ही नशा तस्करी में था शामिल जानकारी के मुताबिक, पहला मामला लुधियाना से जुड़ा है। एनसीबी चंडीगढ़ के अधिकारियों ने डीएचएल एक्सप्रेस, लुधियाना में 438 ग्राम अफीम से भरी दो हॉकी स्टिक वाले पार्सल को पकड़ा था। इस पार्सल की बुकिंग आरोपी नसीब सिंह ने की थी, और बुकिंग के दौरान गोबिंद सिंह (जो पंजाब पुलिस का प्रमुख मुंशी था) उसके साथ था। इस संबंध में एनसीबी ने 2024 में एफआईआर नंबर 6 दर्ज की थी। इस मामले में विशेष अदालत, लुधियाना ने 31 जनवरी 2025 को फैसला सुनाया और नसीब सिंह व गोबिंद सिंह को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 18 (सी), 23, 28 और 29 के तहत दोषी ठहराया। अदालत ने दोनों को 3 साल की जेल और 10,000 रुपए जुर्माना (जुर्माना न भरने पर एक महीने की अतिरिक्त कैद) की सजा सुनाई। चंडीगढ में ट्रेन से जाता था पकड़ा था तस्कर दूसरा मामला चार साल पुराना, 30 दिसंबर 2021 का है। एनसीबी चंडीगढ़ जोनल यूनिट ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर भीम लामा नामक व्यक्ति को 390 ग्राम चरस के साथ पकड़ा था। वह मुंबई जाने वाली पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में विशेष कोर्ट, चंडीगढ़ ने 8 जनवरी 2025 को फैसला सुनाया। कोर्ट ने भीम लामा को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 20 के तहत दोषी ठहराया। हालांकि, अदालत ने दोषी द्वारा दिखाए गए पश्चाताप और जब्त की गई चरस की गैर-व्यवसायिक मात्रा को ध्यान में रखते हुए, उसे 6 महीने का कठोर कारावास और 5,000 रुपए जुर्माना की सजा सुनाई।

डॉक्टरों की लिखावट को लेकर चंडीगढ़ PGI बनाएगा फॉर्मूला:हाईकोर्ट में 18 मार्च को सुनवाई; जज बोले- मरीज को दवाओं को समझने का अधिकार

डॉक्टरों की लिखावट को लेकर चंडीगढ़ PGI बनाएगा फॉर्मूला:हाईकोर्ट में 18 मार्च को सुनवाई; जज बोले- मरीज को दवाओं को समझने का अधिकार डॉक्टरों की लिखावट को पढ़ने योग्य बनाने के लिए चंडीगढ़ PGIMER प्रशासन जल्द ही अपनी फैकल्टी और अन्य संबंधित पक्षों के साथ बैठक करेगा। यह जानकारी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को दी गई है। इस मामले में हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ प्रशासन और अन्य संबंधित पक्ष इस समस्या के समाधान के लिए उपाय सुझाएं। मामले की ताजा सुनवाई के दौरान PGIMER चंडीगढ़ के काउंसिल ने कोर्ट से एक हफ्ते का समय मांगा। उन्होंने कहा कि पूरी फैकल्टी से तालमेल कर इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस फॉर्मूला तैयार किया जाएगा। केस में अगली सुनवाई 18 मार्च को होगी। मामले में अब हाईकोर्ट में एफिडेविट पेश किया जाएगा। कमीशन समेत सरकारें पेश करेंगी एफिडेविट केस में नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के काउंसिल ने भी एफिडेविट पेश करने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा हुआ है। वहीं हरियाणा सरकार ने भी जवाब दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की है। इनके अलावा पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि डॉक्टरों को इस संबंध में कुछ निर्देश जारी किए गए हैं। इस पर अगली सुनवाई में हलफनामा पेश किया जाएगा। MLR की अपठनीय लिखावट को लेकर हाईकोर्ट ने की थी टिप्पणी- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) का पक्ष जानने के लिए कोर्ट में एमिकस क्यूरी के रूप में पेश एडवोकेट तनु बेदी ने बताया कि उन्होंने IMA अध्यक्ष से बात की गई है। अध्यक्ष ने कोर्ट की सहायता के लिए व्यक्तिगत रूप से या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की सहमति दी है। इस पर हाईकोर्ट ने IMA अध्यक्ष को ईमेल के जरिए नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने पिछले महीने अपने आदेश में कहा था कि मरीज और उनके परिजनों को डॉक्टर की लिखी दवाओं और मेडिकल हिस्ट्री को समझने का अधिकार है। आज के तकनीकी युग में यह जरूरी हो गया है। कोर्ट ने यह भी कहा कि किसी व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य और इलाज की जानकारी होना उसके मौलिक अधिकारों में आता है। इसे संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार का हिस्सा माना जा सकता है। जस्टिस जसगुरप्रीत सिंह पुरी ने यह आदेश एक मामले में डॉक्टर द्वारा लिखे गए मेडिको लीगल रिपोर्ट (MLR) की अपठनीय लिखावट को देखते हुए दिया था।

अमृतसर में युवक को तेजधार हथियार से काटा,VIDEO:एक्सीडेंट केस में राजीनामा कराने गया था; एक महीने बाद भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

अमृतसर में युवक को तेजधार हथियार से काटा,VIDEO:एक्सीडेंट केस में राजीनामा कराने गया था; एक महीने बाद भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई पंजाब के अमृतसर के गुरु नानकपुरा इलाके में हुए एक झगड़े का राजीनामा करवाने गए युवक पर जानलेवा हमला किया गया। इस दौरान युवक को बड़ी बेरहमी से पीटा गया और तेजधार हथियारों से चोटें मारी गई। युवक को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। अब इस घटना की CCTV फुटेज सामने आई है। पुलिस ने घटना के एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित के परिजनों ने रविवार को पत्रकारों के आगे दुख बयां किया।। सड़क दुर्घटना से शुरू हुआ मामला पीड़ित युवक तरज कुमार के अनुसार, झगड़े की शुरुआत एक सड़क दुर्घटना से हुई थी। उसके एक दोस्त के एक्टिवा स्कूटर की एक ट्रक से हल्की टक्कर हो गई थी। इस पर दोनों पक्षों के बीच बहस और फिर झगड़ा शुरू हो गया। युवक ने बताया कि वह दूसरे गुट के कुछ लोगों को जानता था, इसलिए उसने सोचा कि मामला शांत करवा दिया जाए। लेकिन जब वह राजीनामा (सुलह) करवाने गया, तो उल्टा उस पर ही हमला कर दिया गया। तेजधार हथियारों से हमला, कई लोग घायल पीड़ित अन्य युवक रघु राजा का आरोप है कि दूसरे गुट के लोगों ने न केवल उसे, बल्कि उसके साथियों को भी बुरी तरह पीटा। तेजधार हथियारों से हमला किया गया, जिससे युवक को गंभीर चोटें आईं। हमले के बाद घायल युवक को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी मेडिकल रिपोर्ट तैयार की, जिसमें गंभीर चोटों की पुष्टि हुई। एक महीने से पुलिस के चक्कर लगा रहा परिवार पीड़ित की बहन शिवानी गुप्ता का कहना है कि हमले के तुरंत बाद पुलिस को शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिस ने सिर्फ मामला दर्ज किया और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। एक महीना बीत जाने के बाद भी न तो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और न ही कोई सख्त कदम उठाया गया। इसी वजह से परिवार ने अब मीडिया के जरिए न्याय की मांग उठाई है। पुलिस का बयान – जांच जारी, मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार पुलिस अधिकारी तरसेम सिंह ने कहा कि 31 जनवरी की रात हुए इस झगड़े का केस पहले ही दर्ज किया जा चुका है। लेकिन घायलों की मेडिकल रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। CCTV फुटेज से हुआ बड़ा खुलासा अब घटना की CCTV फुटेज भी सामने आ चुकी है, जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे युवक पर बेरहमी से हमला किया गया। परिवार का कहना है कि इस फुटेज के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता कई सवाल खड़े करती है।

जालंधर में नशा तस्कर के घर पर चला बुलडोजर:पंचायती जमीन पर किया था कब्जा; SSP बोले- BDPO की शिकायत पर एक्शन

जालंधर में नशा तस्कर के घर पर चला बुलडोजर:पंचायती जमीन पर किया था कब्जा; SSP बोले- BDPO की शिकायत पर एक्शन पंजाब में नशा तस्करों और नशा बेच कर बनाई गई संपत्ति के खिलाफ आम आदमी पार्टी की सरकार का बुलडोजर एक्शन काफी चर्चा में हैं। आज रविवार को सुबह जालंधर के फिल्लौर में नशे को लेकर मशहूर गांव खानपुर में देहात पुलिस की टीम ने नशा तस्कर जसबीर शीरा के घर को बुलडोजर से गिरा दिया। इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस फोर्स मौजूद थी। पुलिस की मौजूदगी में नशा तस्करी कर बनाई गई संपत्ति को गिरा दिया गया। इस कार्रवाई के वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बुलडोजर लेकर पहुंचे अधिकारी घर को गिराने का आदेश दे रहे हैं। नशा तस्करों के खिलाफ इस कार्रवाई की इस वक्त पूरे पंजाब में चर्चा है। सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी जा चुकी है। इसमें 4 मार्च को सुनवाई होनी है। एसएसपी बोले- नशे के पैसे से बनाई गई संपत्ति पर होगी कार्रवाई जालंधर देहात पुलिस की एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख ने कहा- पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के साथ हुई मीटिंग के बाद वॉन ऑन ड्रग्स मुहिम चलाई जा रही है। पंजाब सरकार की नशे के खिलाफ बहुत क्लियर पॉलिसी है कि अगर कोई भी व्यक्ति नशे की तस्कर में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उक्त पैसे से कोई भी संपत्ति बनाई होगी तो तुरंत प्रभाव से उस पर एन्क्रोचमेंट की कार्रवाई की जाएगी। SSP बोले- तस्कर शीरा ने पंचायती जमीन पर किया था कब्जा एसएसपी खख ने आगे कहा- आज फिल्लौर के खानपुर में नशा तस्कर जसबीर शीरा के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। शीरा के खिलाफ नशा तस्करी के कई मामले दर्ज हैं और इसने यहां पर पंचायती जमीन पर कब्जा कर घर बनाया हुआ था। जब इस बारे में बीडीपीओ द्वारा हमारी पुलिस से संपर्क किया गया तो पुलिस ने मामले में कार्रवाई के लिए तैयारी की। एसएसपी खख ने आगे कहा- जब हम बीडीपीओ के साथ कार्रवाई के लिए पहुंचे तो मामला गरमाया भी, मगर पुलिस ने अधिकारियों के साथ मिलकर कार्रवाई की और उक्त जगह पर पर बुलडोजर चलाया गया। एसएसपी खख ने कहा- नशा तस्करों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।

अमृतसर पुलिस ने व्यक्ति को सरेआम गली में पीटा:पत्नी बोली- सर्च के बहाने घर में घुसे पुलिसकर्मी; 40 हजार रुपए, मोबाइल-अंगूठी ले गए

अमृतसर पुलिस ने व्यक्ति को सरेआम गली में पीटा:पत्नी बोली- सर्च के बहाने घर में घुसे पुलिसकर्मी; 40 हजार रुपए, मोबाइल-अंगूठी ले गए पंजाब के अमृतसर में छेहर्टा इलाके में पुलिस पर एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने और उसके खिलाफ झूठा एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस) का मामला दर्ज करने का आरोप लगा है। पीड़ित की पत्नी संदीप कौर ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दर्ज कर न्याय की मांग की है। संदीप कौर का कहना है कि उनके पति अमृतपाल सिंह पहले दर्ज सभी एनडीपीएस मामलों से बरी हो चुके हैं और अब शांतिपूर्ण जीवन जी रहे हैं। अब छेहरटा पुलिस द्वारा दुश्मनी के कारण उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शाम 6 बजे, सिविल वर्दी में पुलिसकर्मी जबरदस्ती उनके घर में घुसे, बिना वारंट के तलाशी ली, और कुछ न मिलने पर मोबाइल फोन, सोने की अंगूठी और 40,000 रुपए नकद जब्त कर लिए। जब अमृतपाल सिंह ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें गली में मारना शुरू कर दिया। छह महीने पहले मोटरसाइकिल की थी जब्त संदीप कौर ने यह भी बताया कि छह महीने पहले पुलिस ने उनकी पल्सर मोटरसाइकिल गैर-कानूनी रूप से जब्त की थी, जिसके सबूत उनके पास हैं। स्थानीय निवासी, जैसे उमा रानी, कुलविंदर कौर, सुखप्रीत कौर, गुरदेव सिंह, गुरतेज सिंह, अमरजीत कौर, और रविंदर सिंह हैप्पी ने बताया कि अमृतपाल सिंह अब किसी गलत गतिविधि में शामिल नहीं हैं और न ही बाहरी लोग उनके घर आते हैं। उन्होंने देखा कि शाम 6 बजे पुलिस ने अमृतपाल सिंह को उनके घर से उठाया, गली में बुरी तरह मारा, और जबरदस्ती ले गई। उन्होंने पुलिस की इस धक्केशाही पर आपत्ति जताई और कहा कि ऐसी कार्रवाइयों से लोग गलत रास्ते पर चलने के लिए मजबूर हो सकते हैं। अमृतपाल पर 12 मामले दर्ज थाना इंचार्ज विनोद कुमार ने बताया कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ पहले से ही विभिन्न थानों में 12 मामले दर्ज हैं। उनका नाम एनडीपीएस केस में था और उन्हें उस केस में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह पर किसी भी तरह का हमला नहीं किया गया।

सीएम भगवंत मान पहुंचे होशियारपुर:2493 पुलिस मुलाजिम पासिंग आउट परेड में हुए शामिल, जल्दी ही करेंगे संबोधित

सीएम भगवंत मान पहुंचे होशियारपुर:2493 पुलिस मुलाजिम पासिंग आउट परेड में हुए शामिल, जल्दी ही करेंगे संबोधित पंजाब सरकार अब एक्शन मोड में है। एक तरफ जहां नशा तस्करों पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, युवाओं को नौकरियां देने से साथ ही विकास कार्य शुरू किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज रविवार को CM भगवंत मान आज होशियारपुर हैं। उन्होंने जहान खेला में 2493 पुलिस मुलाजिम की पासिंग आउट परेड में शिरकत की। इस दौरान पुलिस के डीजीपी समेत अधिकारी भी मौजूद हैं। जल्दी ही वह नए पुलिस मुलाजिमों को संबोधित करेंगे। डीजीपी की नसीहत- लोगों को दे इंसाफ इस मौके पंजाब के डीजीपी गौरव यादव पासिंग आउट परेड में शामिल जवानों काे कहा कि आप मेरिट पर सलेक्ट हुए हो। जहां पर आप काम करो, वहां पर लोगों को इंसाफ देना है। मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि पूरी तरह ट्रेंड जवान हमारी पुलिस में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब हमें सरकार द्वारा शुरू की गई नशा मुक्ति मुहिम में अपना योगदान देना है।
जवान साइबर फ्रॉड से निपटने में माहिर इस मौके सीनियर पुलिस अधिकारी ईश्वर सिंह ने बताया गया कि यह ट्रेनिंग सेंटर बहुत अहम है। यहां से केवल पंजाब ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों की पुलिस को भी ट्रेनिंग दी जाती है। सेंटर 1947 बना था। यहां से झांरखड व उत्तराखंड के मुलाजिम भी ट्रेनिंग दी गई है। यहां की क्षमता 2 हजार से अधिक है। जवानों को कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी जाती है। मुख्य रूप् से 1190 टेक्निकल विंग, लॉ आफिसर व कंपयूटर इंजीनियर को टेक्निकल ट्रेनिंग दी गई है। अब सारे मुलाजिम जिलों में काम करेंगे। आर्म्ड फोर्स में 656, व जिला फोर्स 631 जहां से ट्रेनिंग दी गई।