आगरा में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी:सैकड़ों लोग धरने पर बैठे, दोषियों पर जल्द कार्रवाई की मांग; सोनभद्र में भी सिर तोड़ा

आगरा में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी:सैकड़ों लोग धरने पर बैठे, दोषियों पर जल्द कार्रवाई की मांग; सोनभद्र में भी सिर तोड़ा आगरा में अंबेडकर पार्क में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। कुछ अराजक तत्वों ने रविवार की देर रात प्रतिमा की उंगली तोड़ दी और चेहरे को भी नुकसान पहुंचाया। सुबह प्रतिमा को देखते ही ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है। स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को शांत कराया। जल्द से जल्द इस कृत्य को करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं सोनभ्रद में भी बाबा साहब की प्रतिमा का सिर तोड़ दिया गया है। बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा की तस्वीरें जातीय उन्माद फैलाने के जानबूझकर किया जा रहा कृत्य
मामला फतेहपुर सीकरी के गांव सीकरी चार हिस्सा का है। सुबह अंबेडकर पार्क में आए लोगों को प्रतिमा को टूटा देखा। इसके बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। आक्रोशित अंबेडकरवादी समर्थक पार्क में धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने बताया- यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले 15 अप्रैल को भी शरारती तत्वों ने इसी पार्क में लगे बाबा साहब के झंडे, बैनर और होर्डिंग्स को क्षतिग्रस्त किया था। वहीं फोन पर बैनर-होर्डिंग्स उतारने की धमकी भी दी गई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह कृत्य जातीय उन्माद फैलाने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है। उन्होंने एक संदिग्ध व्यक्ति के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग
सूचना मिलते ही फतेहपुर सीकरी थाना प्रभारी धर्मेंद्र दहिया और किरावली थाना प्रभारी केवल सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों की गिरफ्तारी के साथ नई प्रतिमा की स्थापना, स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की है। मौके पर पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम, बसपा नेता कप्तान सिंह चाहर समेत कई नेता और स्थानीय लोग मौजूद रहे। पुलिस ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मौके पर पहुंचे एसडीएम राजेश कुमार ने नई प्रतिमा जल्द से जल्द लगवाने की बात कही है। वहीं अराजक तत्वों की पहचान कराकर जल्द उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही है। सभी मांगों की सहमति पर ही माने लोग
एक हफ्ते में इसी जगह ये दूसरी बार की घटना है। बीती अम्बेडकर जयंती पर इसी जगह लगे पोस्टर बैनर किसी अराजक तत्व ने फाड़ दिए गए थे। जिस व्यक्ति पर शक हो रहा है लोगों ने तहरीर में उसका नाम जोगेंद्र पुत्र दीवान सिंह बताया है। गुस्साए लोगों को इसी व्यक्ति पर शक है। यह व्यक्ति खुद को वर्तमान प्रधान का भाई बताता है। हफ्ते भर पहले इसने पोस्टर बैनर हटाने की धमकी दी थी। सोनभ्रद में बाबा अंबेडकर की प्रतिमा का सिर तोड़ा आगरा के अलावा आज ही यूपी के सोनभद्र में भी बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया है। अराजक तत्वों ने प्रतिमा का सिर ही तोड़कर अलग फेंक दिया। रात के समय में प्रतिमा को तोड़ने का कृत्य किया गया है। सोनभद्र के रायपुर के ग्राम पंचायत कम्हरिया का ये मामला सामने आया है। क्षतिग्रस्त मूर्ति देखकर नाराज ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए हैं। सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं सूचना पर गांव में तत्काल पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। प्रशासन के समझाने और नई मूर्ति स्थापित कराने के आश्वासन और दोषियों को जल्द ही हिरासत में लेकर कड़ी कार्रवाई करने की बात पर ग्रामीण शांत हुए। सीओ सदर रणधीर मिश्रा ने बताया- थाना रायपुर के कम्हरिया गांव में किसी आसामाजिक तत्वों द्वारा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया है। इस बारे में मुकदमा दर्ज करके कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को पकड़ने के लिए सर्विलांस टीम की भी मदद ली जाएगी। क्षतिग्रस्त प्रतिमा की जगह नई प्रतिमा स्थापित की जा रही है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है। ——————————– पढ़ें ये भी जरूरी खबर… ममता बनर्जी औरंगजेब की औलाद, तौकीर रजा आतंकवादी: साध्वी प्राची बोलीं- बीजेपी को चेतावनी है, हिंदू नहीं बचेगा तो तुम्हारी सरकार कभी नहीं बनेगी विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची आज बरेली पहुंची। इस दौरान दैनिक भास्कर से हुई खास बातचीत में उन्होंने कहा- जब-जब हिंदू घटा है, हिंदू कटा है, हिंदू मरा है। भारत में हिंदू अल्पसंख्यक होता जा रहा है। अगर हिंदू घटता रहा तो तुम्हारी सरकार कभी नहीं बनेगी। फिर मुसलमानों का शासन होगा। वहीं साध्वी प्रार्ची ने ममता बनर्जी को मुमताज बानो कहते हुए कहा कि वो औरंगजेब की औलाद है। हिंदूओं पर अत्याचार करवा रही है। पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की हत्याएं हो रहीं हैं। हिंदू पलायन कर रहा है। रही बात तौकीर रजा की तो वो खुद आतंकवादी है। वो हिंदू संगठनों को बदनाम कर रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर…

यूपी की बड़ी खबरें:कुशीनगर में तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराई, 6 की मौत, एक घायल; दरवाजे काटकर निकाले शव

यूपी की बड़ी खबरें:कुशीनगर में तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराई, 6 की मौत, एक घायल; दरवाजे काटकर निकाले शव कुशीनगर में रविवार रात तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल है। घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हालत चिंताजनक बनी हुई है। हादसा नेबुआ नौरंगिया थाना के पडरौना-पनियहवा मार्ग पर भुजौली शुक्ल गांव के पास हुआ। रविवार रात 10 बजे यूपी 32 जेसी 6660 नंबर की कार से 7 लोग पडरौना से पिपरा की तरफ जा रहे थे। उसी दौरान अनियंत्रित होकर एक पेड़ से गाड़ी टकरा गई। हादसे में महाराष्ट्र के श्रीनगर गांव निवासी भीम लक्षमण यादव (23 साल) के साथ कार में सवार 6 लोगो की मौत हो गई है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने एक घंटे गैस कटर से काटकर शवों को कार से बाहर निकाला। मौके पर सीओ उमेश चंद सहित थानाध्यक्ष दीपक सिंह मौजूद रहे। आगरा में दुल्हन के रिश्तेदारों की बस का ब्रेक फेल, दूल्हा पक्ष के 8 लोगों को कुचला, 2 की मौत आगरा में दुल्हन के रिश्तेदारों को लेकर आ रही बस का ब्रेक फेल हो गया। रविवार रात बेकाबू बस ने मैरिज होम के पास खड़े दूल्हा पक्ष के लोगों को कुचल दिया। इससे मौके पर भगदड़ मच गई। लोगों ने बस के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि 6 घायल हो गए। घायलों को अस्पताल भेजा गया। मौके पर पुलिस पहुंची। हादसे से शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। घटना थाना एत्माद्दौला क्षेत्र की रात 9:30 बजे की है। पुलिस ने बताया कि प्रकाश नगर के रहने वाले बीएस माथुर के बेटे हर्ष की शादी एटा की रहने वाली गोलू के साथ तय हुई है। लड़की पक्ष के लोग एटा से यहां शादी करने आए थे। पढ़ें पूरी खबर मुख्य सचिव मनोज सिंह के बेटे की शादी, सीएम योगी ने वर-वधू को दिया आर्शीवाद, कई VVIP समारोह में पहुंचे यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के बेटे शिवम की आज रविवार को शादी है। लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में दीक्षा के संग हो रही है। शिवम और दीक्षा को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस.गर्ग सहित शासन और पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे। लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब, जिलाधिकारी विशाख जी. लखनऊ के पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर भी शादी समारोह में शिरकत की। हरदोई में दो बहनों ने युवक को गिराकर पीटा; लात-घूसे मारे, घर में घुसकर अभद्रता की थी हरदोई के टड़ियावां थाना क्षेत्र में नशे में एक युवक ने दो नाबालिग बहनों के घर में घुसकर अभद्रता की। आरोपी सोनू वाल्मीकि लड़कियों को गालियां देने लगा। लड़कियों ने मिलकर युवक की पिटाई कर दी। उसे जमीन पर गिराकर लात-घूसे मारे। युवक की गर्दन पर लात मारी। मारपीट का वीडियो भी सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पढ़ें पूरी खबर अखिलेश पर भड़कीं मायावती, बोलीं- माफ करना असंभव, इनकी नीयत में खोट बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा। रविवार सुबह X पर किए पोस्ट में उन्होंने कहा- सपा ने बसपा के साथ विश्वासघात किया। इनको माफ करना असंभव है। इन्होंने मुझ पर जानलेवा हमला किया। प्रमोशन में आरक्षण का बिल संसद में फाड़ा। बसपा ने जिन मेडिकल कॉलेज, पार्कों का नाम महापुरुषों के नाम पर रखा था उसे बदल दिया। सपा ने ऐसे कई जातिवादी कृत्य किए हैं। मायावती ने कहा- कांग्रेस व भाजपा की तरह सपा की भी नीयत और नीति में खोट है। यह कभी भी दलितों की सच्ची हितैषी नहीं हो सकती। लेकिन दलित वोट के खातिर छलावा करती रहेगी। सपा संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाजिक सद्भाव बिगाड़ने में लगी है। लोग इनसे सावधान जरूर रहें। आगरा में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी: सैकड़ों लोग धरने पर बैठे; सोनभद्र में भी सिर तोड़ा आगरा में अंबेडकर पार्क में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। कुछ अराजक तत्वों ने रविवार की देर रात प्रतिमा की उंगली तोड़ दी और चेहरे को भी नुकसान पहुंचाया। सुबह प्रतिमा को देखते ही ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है। स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को शांत कराया। जल्द से जल्द इस कृत्य को करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं सोनभ्रद में भी बाबा साहब की प्रतिमा का सिर तोड़ दिया गया है। मामला फतेहपुर सीकरी के गांव सीकरी चार हिस्सा का है। सुबह अंबेडकर पार्क में आए लोगों को प्रतिमा को टूटा देखा। इसके बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। पढ़ें पूरी खबर… दिल्ली हादसे में बिजनौर के परिवार के दो की मौत, बिल्डिंग गिरने से 11 लोगों ने तोड़ा था दम, माता-पिता और बहन भी घायल दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक बिल्डिंग के गिरने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में धामपुर के एक ही परिवार के दो बच्चे भी शामिल हैं। मोहम्मद शाहिद का परिवार करीब 10 साल पहले रोजगार की तलाश में दिल्ली आया था। वे इस बिल्डिंग में किराए पर रहते थे। हादसे में शाहिद के 17 वर्षीय बेटे दानिश और 15 वर्षीय बेटे नावेद की मौत हो गई। उनकी 16 वर्षीय बेटी नेहा, पत्नी रेहाना और खुद शाहिद गंभीर रूप से घायल हैं। बुलंदशहर के स्याना हिंसा के मुख्य आरोपी को जमानत; सुप्रीम कोर्ट से राहत, बुलंदशहर कोर्ट से फैसला इसी माह, इंस्पेक्टर की हुई थी हत्या बुलंदशहर के स्याना में 3 दिसंबर 2018 को हुई हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। इस मामले में बुलंदशहर कोर्ट इसी माह अपना फैसला सुनाएगी। घटना उस दिन हुई जब इस्लामिक इज्तमा की दुआ के बाद लाखों लोग अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे। इसी दौरान स्याना की चिगरावठी चौकी क्षेत्र के महाव गांव के जंगल में गौवंश के अवशेष मिले। इस पर बजरंग दल और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो स्थिति बिगड़ गई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। हिंसा में फायरिंग भी हुई। इस हिंसा में स्याना कोतवाली के प्रभारी सुबोध कुमार सिंह और एक प्रदर्शनकारी सुमित की गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस ने 29 नामजद समेत 44 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पांच आरोपियों की अब तक स्वाभाविक मौत हो चुकी है। कुछ आरोपी जमानत पर हैं, जबकि अधिकांश अभी भी जेल में हैं। पढ़िए पूरी खबर आगरा में पुलिस हिरासत में मौत मामले में फंसे 17 पुलिसकर्मी आगरा के सिकंदरा थाने में 7 साल पहले पुलिस हिरासत में बेरहमी से पिटाई के चलते राजू गुप्ता की मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस मामले में चल रही सीआईडी की जांच पूरी हो गई। जांच के बाद घटना के समय सिकंदरा थाने में मौजूद एक इंस्पेक्टर, दो दरोगा, 4 हेड कॉन्स्टेबल सहित 17 और पुलिस कर्मियों को गैर इरादतन हत्या और अवैध हिरासत का दोषी पाया है। सीआईडी ने चार्जशीट लगाई है। अभियोजन स्वीकृति के लिए फाइल शासन को भेजी गई है। पढ़िए पूरी खबर कानपुर में CRPF जवान की पत्नी की मौत; भाई बोला-दीदी की हत्या की गई कानपुर के साउथ सिटी के कर्रही हरदेव नगर में रहने वाले सीआरपीएफ जवान की पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतका के भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि जीजा ने जहर देकर मारा है। मायके वालों ने ही उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में एडमिट कराया था। जहां पर उनकी मौत हो गई। अब मायके वालों ने सीआरपीएफ जवान पति, सास और देवर समेत अन्य पर हत्या का आरोप लगाते हुए बर्रा थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले की जांच कर रही है। पढ़िए पूरी खबर सहारनपुर में ई-रिक्शा पलटने से छात्र की मौत; गड्ढ़े में आ गया था पहिया, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा सहारनपुर में ई-रिक्शा पलटने से कक्षा 9 में पढ़ने वाले छात्र की मौत हो गई। मौके पर पुलिस पहुंची और शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। हादसा थाना मिर्जापुर क्षेत्र के अंतर्गत शाकंभरी देवी रोड स्थित नागल माफी गांव के पास का है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ई-रिक्शा का संतुलन बिगड़ने के कारण हादसा होना सामने आया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और ई-रिक्शा चालक की तलाश की जा रही है। मृतक छात्र की पहचान लखविंद्र के रूप में हुई है, जो कक्षा 9 में पढ़ता था। पढ़िए पूरी खबर

सास-दामाद को परिवार ने घर में नहीं रूकने दिया:अलीगढ़ में पड़ोसी के घर बिताई रात, सुबह दोनों गांव छोड़कर चले गए

सास-दामाद को परिवार ने घर में नहीं रूकने दिया:अलीगढ़ में पड़ोसी के घर बिताई रात, सुबह दोनों गांव छोड़कर चले गए अलीगढ़ में सास अनिता को लेकर दामाद राहुल अपने घर पहुंचा। वहां उसके पिता ने अपना देवी उर्फ अनिता को घर में रखने से मना कर दिया। राहुल ने पिता से कहा कि अनिता अब उसकी पत्नी है। करीब 30 मिनट तक बाप-बेटे में बहस हुई। लेकिन, पिता ने अनिता को बहू मानने से इनकार कर दिया। गांव के एक युवक ने बताया- इसके बाद राहुल सास को अपने एक दोस्त के घर ले गया। वहां दोनों रात भर रहे। शनिवार सुबह दोनों गांव से चले गए। कहां गए? इस बारे में उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया। चर्चा है कि राहुल उत्तराखंड में रहकर नौकरी करता है। अब वह अनीता को भी अपने साथ वहीं ले गया। राहुल दादों थाना क्षेत्र के नगला मछरिया गांव का रहने वाला है। इससे पहले, 3 दिन तक पुलिस ने अनिता की काउंसलिंग की। पुलिस ने समझाया कि वह पति जितेंद्र के साथ वापस लौट जाए। लेकिन वह नहीं मानी। पति के साथ जाने से इनकार कर दिया। राहुल ने कहा- अनिता सास नहीं, उनकी पत्नी
इससे पहले, राहुल ने मीडिया से बातचीत की। कहा- अनीता उर्फ अपना देवी उसकी सास नहीं, बल्कि पत्नी है। जल्द हम शादी करेंगे। आप लोग उन्हें सास बोलना बंद करें। वहीं, जब अनिता परिवार के साथ लौटने को तैयार नहीं हुई तो पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। काउंसलिंग सेंटर के बाहर मीडियाकर्मियों ने जब अनीता से बात करने की कोशिश की, तो वह गुस्सा गईं। मोबाइल (कैमरा) तोड़ने की धमकी दी। कहा- वीडियो बनाकर अभी पेट नहीं भरा। मोबाइल तोड़ दूंगी। अब पढ़िए, काउंसिलिंग में अनीता ने क्या कहा… शुक्रवार रात 4 घंटे तक चली काउंसिलिंग में अनीता ने बताया- मुझे सम्मान चाहिए, जो अब मिल रहा है। उस घर में वापस जाकर मुझे पहले से बदतर जिंदगी जीनी पड़ेगी। इसलिए अब मैं वापस नहीं जाना चाहती। पिछले तीन महीने से मैं वहां प्रताड़ना झेल रही थी। बात-बात पर मेरे साथ बदसलूकी की जाती थी। राहुल से बातचीत करने पर ताने दिए जा रहे थे। यह सब बर्दाश्त नहीं होता था, इसीलिए घर छोड़ दिया। अब वहां नहीं जाना। मैंने चोरी नहीं की, सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली
अनीता के पति जितेंद्र ने उस पर आरोप लगाए थे कि वह घर से 3.5 लाख नकद और 5 लाख के जेवर लेकर भागी है। लेकिन, काउंसिलिंग के दौरान अनीता ने पुलिस अधिकारियों से बताया कि उसके ऊपर लगा चोरी का आरोप झूठा है। वह घर से सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली थी। फिर राहुल के साथ चली गई। 20 साल से ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी
अनीता ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से अपनी ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी। घर में परिवार वालों के ताने सुनने पड़ते थे। दूसरों के हिसाब से जीना पड़ता था। बच्चों को बड़ा करते-करते अपनी सारी ख्वाहिशें को मार दिया। अब मैं अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जिऊंगी। राहुल के साथ खुश रहूंगी। राहुल मेरी भावनाओं को अच्छे से समझता है
राहुल मेरी भावनाओं को अच्छी तरह से समझता है। उसका सम्मान करता है। मैं उसके साथ हमेशा खुश रहूंगी। राहुल के साथ 9 दिन बिताए, जिसमें उसे और अच्छी तरह से जान गई हूं। मैं उसके साथ अपना सारा जीवन खुशी-खुशी बिता सकती हूं। काउंसिलिंग के दौरान जब अधिकारियों ने अनीता से उसके बच्चों के बारे में कहा तो उसने कहा कि बच्चे अपने पिता और परिवार के साथ खुश रहेंगे। अब वह अपने नए जीवन की शुरुआत करने जा रही है। अनीता 16 अप्रैल को दादों थाने पहुंची। उसे अरेस्ट किया गया। इसके बाद पुलिस लाइन में दोनों की काउंसिलिंग करवाई गई। अनीता का पति भी उसे ले जाने को तैयार था, लेकिन वह घर जाने को तैयार नहीं हुई। शुक्रवार को दोबारा उसकी काउंसिलिंग कराई गई। वह नहीं मानी तो दोनों के परिवार के लोगों को बुलाकर उनके सामने कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद दोनों को छोड़ दिया। दोनों दादों के लिए निकल गए। अब पढ़िए पूरा मामला…
मडराक के गांव मनोहरपुर कायस्थ निवासी जितेंद्र कुमार की बेटी शिवानी की शादी दादों के गांव नगला मछरिया निवासी ओमवीर के बेटे राहुल से तय हुई थी। गोदभराई की रस्म हो चुकी थी। 16 अप्रैल को बारात आनी थी। दोनों तरफ शादी के कार्ड बंट रहे थे। रिश्तेदार भी आने शुरू हो गए थे। लेकिन, इससे 9 दिन पहले ही 6 अप्रैल को राहुल अपनी होने वाली सास अपना देवी उर्फ अनीता को लेकर फरार हो गया। दोनों परिवारों ने थाने में शिकायत देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। दोनों दिल्ली, बिहार, नेपाल तक घूमते रहे। इसके बाद 16 अप्रैल को इन्होंने दादों थाने में आकर सरेंडर कर दिया। अनीता ने अपनी मर्जी से राहुल के साथ जाने की बात कबूल की। ——————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में छात्रा ने लुटेरे को पीटा, मोबाइल लूटकर भाग रहा था, पीछा कर दबोचा; पैर छूकर बोला- SORRY दीदी कानपुर में स्कूटी सवार दो युवक छात्रा से मोबाइल लूट कर भागने लगे। छात्रा के शोर मचाने पर राहगीरों ने एक लुटेरे को पकड़ा। पहले भीड़ ने उसे जमकर पीटा। फिर छात्रा ने उठक-बैठक कराया। उसके बाल पकड़कर गाल पर एक-एक कर 4 चप्पल मारे। लुटेरे ने कान पकड़े और छात्रा के पैर छूकर बोला- सॉरी दीदी। पढ़ें पूरी खबर…

पुलिस हिरासत में मौत, 17 पुलिसकर्मी फंसे:7 साल पुराने केस में CID ने लगाई चार्जशीट, एकलौते बेटे के गम में मां भी दुनिया छोड़ गईं

पुलिस हिरासत में मौत, 17 पुलिसकर्मी फंसे:7 साल पुराने केस में CID ने लगाई चार्जशीट, एकलौते बेटे के गम में मां भी दुनिया छोड़ गईं आगरा में 7 साल पहले पुलिस हिरासत में बेरहमी से पिटाई से राजू गुप्ता की मौत हो गई थी। जिसके कारण अब यह मामला फिर सुर्खियों में है। सीआईडी ने घटना के समय सिकंदरा थाने में मौजूद 17 पुलिस कर्मियों को दोषी माना है। इसमें एक इंस्पेक्टर, दो दरोगा, चार हेड कांस्टेबल शामिल हैं। सभी पर गैर इरादतन हत्या और अवैध हिरासत का दोषी पाया है। सीआईडी ने चार्जशीट लगाई है। अभियोजन स्वीकृति के लिए फाइल शासन को भेजी गई है। जिसके बाद से पुलिसकर्मियों में खलबली मची है। पहले जानिए क्या था पूरा मामला….
गैलाना मार्ग स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी रेनू गुप्ता अपने इकलौते बेटे 30 वर्षीय राजू गुप्ता के साथ रहती थीं। यहीं कालोनी में रहने वाले अंशुल प्रताप के घर से जेवरात का बैग चोरी हुआ था। अंशुल ने चोरी का शक राजू पर जताया था। पहले अपने घर में बंधक बनाकर उसे पीटा था। इस दौरान पड़ोसी विवेक भी मौजूद था। बाद में इन लोगों ने पुलिस से शिकायत की। जिसमें 21 नवंबर की शाम बिना मुकदमा लिखे सिकंदरा पुलिस राजू गुप्ता को उठाकर ले गई थी। अवैध रूप से हिरासत में रखकर मां के सामने बेरहमी से पीटा गया था। विधवा मां बेटे को बचाने के लिए पुलिस वालों के सामने गिड़गिड़ाती रही थी, लेकिन पुलिसकर्मी उसे पीटते रहे।
दूसरे दिन 22 नवंबर को पुलिस की पिटाई से राजू गुप्ता की हालत बिगड़ी थी। पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई थी। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। राजू की मौत के बाद सभी पुलिसकर्मी थाना छोड़कर भाग गए। मानवाधिकार आयोग ने सीआईडी जांच कराई
पोस्टमार्टम में राजू गुप्ता के शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले थे। जिसके बाद सिकंदरा थाने में मां की और से हत्या का मुकदमा लिखाया गया था। मुकदमे में अंशुल प्रताप, विवेक और अज्ञात पुलिस कर्मियों को आरोपी बनाया गया था। मुकदमे की विवेचना लोहामंडी थाने से कराई गई थी। जिसमें पुलिस ने दरोगा अनुज सिरोही, अंशुल प्रताप और विवेक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा के तहत चार्जशीट लगाई थी। मानवाधिकार आयोग ने जांच CID से कराई, 17 दोषी मिले मामले में काफी बवाल के बाद मानवाधिकार आयोग आगरा पहुंचा। उसने मां की शिकायत के बाद विवेचना सीआईडी से कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से सीआईडी मामले की जांच कर ही थी।
SP CID राजेंद्र यादव ने बताया कि राजू गुप्ता की पिटाई के समय सिकंदरा थाने में जो भी पुलिस कर्मी मौजूद था उसको गैर इरादतन हत्या और अवैध हिरासत का दोषी बनाया गया है। अभियोजन स्वीकृति के बाद पुलिस कर्मियों के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक जाएगी। सभी को अपनी जमानत करानी पड़ेगी। पुलिस ने जिन तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट लगाई थी। वे भी मुकदमे में आरोपी हैं। प्रभारी इंस्पेक्टर सहित 17 पुलिस कर्मी फंसे
घटना के समय तत्कालीन इंस्पेक्टर सिकंदरा अजय कौशल अवकाश पर थे। थाने का चार्ज इंस्पेक्टर ऋषिपाल सिंह पर था। चार्जशीट में इंस्पेक्टर ऋषि पाल सिंह, दरोगा ज्ञानेंद्र शर्मा, दरोगा तेजवीर सिंह, मुख्य आरक्षी राम किशन, देवेंद्र सिंह, राकेश कुमार, रणजीत, आरक्षी हरीश चंद्र, बृजेश कुमार, कंप्यूटर ऑपरेटर हिमांक कुमार, आरक्षी संजीव कुमार, राजेश, सतेंद्र सिंह, संजीव, अनिल कुमार, जोगेश कुमार और आरक्षी चालक संजय कुमार आरोपित बनाए गए हैं। कुछ पुलिस कर्मियों की आगरा से बाहर तैनाती है। कुछ अभी भी कमिश्नरेट में तैनात हैं। बाद में बेटे के गम में मां ने तोड़ा था दम
राजू गुप्ता अपनी विधवा मां का इकलौता सहारा था। राजू की मौत के बाद मां ने सिकंदरा क्षेत्र से मकान छोड़ दिया था। जगदीशपुरा इलाके में वह किराए पर मकान लेकर रहने लगीं थी। वह काफी अकेली रह गई थीं। उनकी कोई देखभाल करने वाला नहीं था। बेटे की याद में हमेशा रोती रहती थीं। बाद में उनकी भी मौत हो गई थी। सीआईडी ने पूछे थे सवाल ————– यह खबर भी पढ़िए बहन मां बनती, रिश्ता तय और फिर दूल्हा लुटता:यूपी में लुटेरी दुल्हन ने 13 युवकों को लूटा; दूसरी रेप में फंसाकर रुपए ऐंठती मासूम चेहरा और सुंदर नयन-नक्श वाली लड़की की तस्वीर। ऐसी तस्वीर, जिसे देखते ही युवक शादी के लिए हां बोल देते। फिर यहीं से तैयार होता लूटने का प्लान। इस गैंग में 5 लोग शामिल थे। लुटेरी दुल्हन की बहन और पिता भी इसमें शामिल थे। इस गैंग ने 13 युवकों को इसी तरह से लूटा। यह पहला मामला नहीं है। हरदोई में ही एक दूसरा गैंग भी सामने आया है। यूपी में हर महीने लुटेरी दुल्हन के मामले सामने आ रहे हैं। इस बार संडे बिग स्टोरी में दूल्हों को लूटने के तरीके, ऐसे किरदारों की कहानी…पूरी खबर पढ़िए

नसीम सोलंकी के गनर ने फोटो जर्नलिस्ट को पटका…VIDEO:कानपुर में कैमरा तोड़ा; सपा विधायक बोलीं- मैंने नहीं देखा

नसीम सोलंकी के गनर ने फोटो जर्नलिस्ट को पटका…VIDEO:कानपुर में कैमरा तोड़ा; सपा विधायक बोलीं- मैंने नहीं देखा कानपुर में सपा विधायक नसीम सोलंकी के सरकारी गनर ने फोटो जर्नलिस्ट को पटक दिया। आरोप है कि उसका कैमरा भी तोड़ दिया। घटना शनिवार को उस वक्त हुई, जब सड़क का लोकार्पण कार्यक्रम चल रहा था। मंच पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और नसीम सोलंकी मौजूद थीं। मारपीट की बात सुनकर नसीम सोलंकी मंच से उतरकर मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक फोटो जर्नलिस्ट और गनर वहां से जा चुके थे। फिलहाल, ADCP ने सिपाही मोहम्मद शाहिद को लाइन हाजिर कर दिया है। मामला शूटरगंज का है। 3 तस्वीरें देखिए- एंट्री से रोका, धक्का देकर गिराया
एल्गिन मिल के सामने शूटरगंज वाली सड़क का लोकार्पण कार्यक्रम हुआ। सड़क का नाम वरिष्ठ साहित्यकार और पद्मश्री स्व. गिरिराज किशोर के नाम पर रखा जाना था। कार्यक्रम को कवर करने के लिए एक अखबार के फोटो जर्नलिस्ट वहां पहुंचे थे। फोटो जर्नलिस्ट ने बताया- जब मैं अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तभी सपा विधायक के गनर मोहम्मद शाहिद ने मुझे एंट्री से रोक दिया। धक्का दिया और मारपीट शुरू कर दी। कुछ पत्रकार साथियों ने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी धमकाने लगा। किसी तरह मामला शांत हुआ। फिर जब मैं दोबारा अंदर जाने लगा तो गनर ने धक्का देकर मुझे जमीन पर गिरा दिया। धक्का-मुक्की में कैमरा भी टूट गया। पुलिस और मीडियाकर्मियों में तीखी बहस
घटना के वक्त मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों और पुलिसवालों ने दोनों को किसी तरह अलग किया। इसके बाद पुलिसवालों और पत्रकारों के बीच तीखी बहस हुई। मीडियाकर्मियों ने पुलिसकर्मियों से कहा- देखिए, मार कर भाग गया। यह मामला शासन तक जाएगा। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। नसीम बोलीं- मैंने नहीं देखा
नसीम सोलंकी का कहना है कि मेरे सामने घटना नहीं हुई, इसलिए मैं नहीं कह सकती कि गलती किसकी है। गनर से इस मामले में पूछा गया तो उसका कहना था कि पहले उसके साथ गाली-गलौज की गई थी। घटना के वक्त मैं कार्यक्रम में मंच पर थी। कुछ लोगों से पता चला कि बाहर कोई विवाद हुआ है, इस पर मैं मंच से उतरकर गई। हालांकि, मौके पर न गनर मिला और न ही फोटो जर्नलिस्ट। इसके बाद मैं वहां से चली आई। ACP कर्नलगंज केस की जांच करेंगे
ADCP सेंट्रल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया- दोनों पक्षों ने अपनी बात रखी है। ACP कर्नलगंज मामले की जांच कर रहे हैं। सिपाही मोहम्मद शाहिद को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। नसीम सोलंकी 8564 वोटों से जीती थीं
कानपुर के सीसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी 8564 वोटों से जीती थीं। एक महिला के घर आगजनी केस में पति इरफान सोलंकी को सजा हुई तो उनकी विधायकी चली गई। इसके बाद उपचुनाव हुआ। पहली बार नसीम सोलंकी चुनावी मैदान में उतरीं और नवंबर-2024 में जीत दर्ज की। ——————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में छात्रा ने लुटेरे को पीटा, मोबाइल लूटकर भाग रहा था, पीछा कर दबोचा; पैर छूकर बोला- SORRY दीदी कानपुर में स्कूटी सवार दो युवक छात्रा से मोबाइल लूट कर भागने लगे। छात्रा के शोर मचाने पर राहगीरों ने एक लुटेरे को पकड़ा। पहले भीड़ ने उसे जमकर पीटा। फिर छात्रा ने उठक-बैठक कराया। उसके बाल पकड़कर गाल पर एक-एक कर 4 चप्पल मारे। लुटेरे ने कान पकड़े और छात्रा के पैर छूकर बोला- सॉरी दीदी। पढ़ें पूरी खबर…

यूपी के 38 जिलों में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट:50-60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी; देर रात कई इलाकों की बिजली ठप

यूपी के 38 जिलों में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट:50-60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी; देर रात कई इलाकों की बिजली ठप मौसम विभाग ने आज यूपी के 38 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। 50-60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। कई जगह पर ओलावृष्टि व धूल भरी आंधी की संभावना है। ईरानी विक्षोभ होने की वजह मौसम में परिवर्तन आ रहा है। वहीं, लखनऊ में शनिवार को तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। जेसीबी और क्रेन बुलवाकर पेड़ों को हटवाया गया। सोलर प्लेट और पानी की टंकी तक उड़ गई। कई कॉलोनियों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई। कल की बारिश-तूफान की 4 तस्वीरें…

पीएम के दौरे से पहले आज सीएम योगी आएंगे कानपुर:घाटमपुर और पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे; मेट्रो में बैठकर सफर, 4 घंटे शहर में रहेंगे

पीएम के दौरे से पहले आज सीएम योगी आएंगे कानपुर:घाटमपुर और पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे; मेट्रो में बैठकर सफर, 4 घंटे शहर में रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 24 अप्रैल के दौरे से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कानपुर दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे करीब 4 स्थानों का खुद निरीक्षण करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक करीब 12 बजे चकेरी एयरपोर्ट पर उतरेंगे। इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से सीधे घाटमपुर स्थित नयवेली पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे। पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे
घाटमपुर से हेलिकॉप्टर से चलकर मुख्यमंत्री अर्मापुर स्थित हेलिपैड पर लैंड करेंगे। यहां से वे बाई रोड पनकी पावर प्लांट पहुंचेंगे। यहां करीब 10 मिनट तक तैयारियों का निरीक्षण करेंगे। पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण भी करेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री दोनों पावर प्लांट का ऑनलाइन लोकार्पण जनसभा स्थल से करेंगे। कानपुर मेट्रो में करेंगे सफर
मुख्यमंत्री पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करने के बाद पुलिस लाइन हेलिपैड पर उतरेंगे। यहां से वे नयागंज मेट्रो स्टेशन से रावतपुर मेट्रो स्टेशन तक जाएंगे। इस दौरान वे मेट्रो की तैयारियों को लेकर मेट्रो एमडी से जानकारी लेंगे। इसके बाद रावतपुर स्टेशन से निकलकर मुख्यमंत्री विजय नगर स्थित एमएलसी मानवेंद्र सिंह के घर मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। जनसभा स्थल में करेंगे तैयारी बैठक
मुख्यमंत्री योगी विजय नगर से निकलकर सीधे सीएसए ग्राउंड पहुंचेंगे। यहां आयोजित जनसभा स्थल की तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री सीएसए सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। करीब 4 बजे वे सीएसए हेलिपैड से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे। इस प्रकार रहेगा पूरा कार्यक्रम

दूध पिलाती मां और बच्ची की मौत:मेरठ में पड़ोसी की दीवार ढहने से छत गिरी; पति बोले- 9 महीने पहले आई खुशी छिन गई

दूध पिलाती मां और बच्ची की मौत:मेरठ में पड़ोसी की दीवार ढहने से छत गिरी; पति बोले- 9 महीने पहले आई खुशी छिन गई पड़ोसी ने बिना सपोर्ट के ही दीवार बना दी। हादसे से 3 दिन पहले रुखसाना ने झगड़ा भी किया कि ये गिर जाएगी। हमें क्या पता था कि आंधी में उसी दीवार के ढहने से हमारे घर की छत भी गिर जाएगी। मेरी बीवी और फूल जैसी बेटी अल्लाह को प्यारी हो जाएंगी। यह कहते हुए इंतखाब थोड़ा रुकते हैं, वे कहते हैं- हम लोग अंदर वाले कमरे में बैठे थे। रुखसार की गोद में 9 महीने की अमायरा थी। अचानक बेटी को भूख लगी, वो रोने लगी। रुखसार बेटी को लेकर दूसरे कमरे में जाकर दूध पिलाने लगी। बाहर तेज हवा चल रही थी, मैं उसी कमरे में जाकर लेट गया। अचानक जोरदार धमाका हुआ। मेरे ऊपर कुछ गिरा और मैं बेहोश हो गया। मुझे जब होश आया, तब खुद को मिट्‌टी मलबे में दबा पाया। मैं बोलने की कोशिश कर रहा था, मगर आवाज नहीं निकल रही थी। कुछ लोग मुझे मलबे से निकाल रहे थे। मेरी आंखें अपनी बीवी और बेटी को ढूंढ रही थीं। तभी एक लड़के ने मुझे बताया कि चाचा उन्हें नहीं बचा सके। 30 मिनट के तूफान में सब तबाह हो गया। आंधी में 2 जिंदगियां कैसे खत्म हुईं? परिवार का दर्द बांटने के लिए दैनिक भास्कर ऐप की टीम मेरठ के लिसाड़ी गेट के अहमदनगर पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… अब माहौल समझिए… घर में 5 भाई, इंतखाब को छोड़ बाकी के घर पक्के
हम संकरी गली में इंतखाब के घर तक पहुंचे। 200 गज का मकान था। पड़ोसियों ने बताया कि इस मकान में 5 भाइयों का परिवार रहता है। करीब 19 लोग इस परिवार में थे, 4 भाइयों ने अपने हिस्से को पक्का बनवा लिया था। इंतखाब के हिस्से में जो मकान आया, उसकी छत कच्ची थी। इसलिए पड़ोस में लापरवाही से बनाई गई दीवार के गिरने का बोझ नहीं सह सकी। घर का एक हिस्सा ढहा हुआ था। मलबे के बीच जो सामान टूटने से बच गया था, उसे पड़ोसियों के घर में रखवाया जा रहा था। इंतखाब बोले- 9 महीने पहले ही तो खुशियां आईं
हमने इंतखाब से मुलाकात की। वह पेशे से कपड़ा बुनकर हैं। हमने पूछा- आपका कितना नुकसान हो गया? वह कहते हैं- 3 साल पहले मेरा और रुखसार का निकाह हुआ था। 9 महीने पहले हमारे घर में खुशियां आई। मेरी बेटी हुई, मगर हादसे में सब छिन गया। मेरे घर का सारा सामान मलबे में बदल गया है। पूरी गृहस्थी ही उजड़ गई। बीवी और बेटी दोनों को अल्लाह ने अपने पास बुला लिया। मैं कुछ समझ नहीं पा रहा। बड़े भाई बोले- धम्म से आवाज आई, भाई का घर ढह गया
इंतखाब के बड़े भाई जावेद ने कहा- इंतखाब हमारा चौथे नंबर का भाई है। शुक्रवार की रात में हम दोनों काम से लौटे, अचानक आंधी चलने लगी। मौसम पहले से खराब था, ये अंदाजा ही नहीं था कि हादसा हो सकता है। अचानक धम्म से आवाज हुई। पूरा मकान हिल गया। मैं अपने कमरे से बाहर आया, तो देखा कि हमारे ही घर का एक हिस्सा गिरा है। हमने पूछा- ये हादसा हुआ कैसे? वह कहते हैं- पड़ोसी के मकान की दीवार आंधी में हमारी छत पर गिरी। इसकी धमक से हमारा मकान ढह गया। मलबे में हमारे परिवार के लोग दब गए। बिना सपोर्ट की दीवार बनाने रुखसार का हुआ झगड़ा
इंतखाब के घर के बाहर ही पड़ोसी मोहम्मद शहजाद अली गुड्डू भाई मिले। शहजाद ने बताया- करीब रात 9 बजे आंधी आई थी। यहां अय्यूब के मकान में चिनाई का काम रुका हुआ था। लगभग 6 फीट की दीवार बिना सपोर्ट के खड़ी थी। इंतखाब का मकान भी कच्चा था, इसलिए दीवार गिरने का वजन नहीं सह सका। बिना सपोर्ट के इतनी बड़ी दीवार बनाने पर 3 दिन पहले रुखसार और पड़ोसी अय्यूब का झगड़ा भी हुआ था। रुखसार ने कहा था- ये दीवार गिर जाएगी और वही हुआ। 7 साल के भतीजे पर गिरा दरवाजा
इंतखाब के 7 साल के भतीजे अहतशुब के पैर पर दरवाजा गिर गया, जिससे वो घायल हो गया। अहतशुब ने बताया- इंतखाब मेरे चाचा हैं। मैं मकान में अंदर था, चाची (रुखसार) के घर दूध का पतीला देने जा रहा था। अचानक आंधी आई और मकान गिर पड़ा। मेरे ऊपर भी अचानक भारी दरवाजा गिर गया। चोट लगने से मैं हिल भी नहीं पा रहा था। मलबे में अपनों को तलाशते रहे
इंतखाब के बड़े भाई मो. सलीम ने बताया- जिस वक्त हादसा हुआ मैं इस्लामाबाद में अपने दोस्त की बहन की शादी में गया हुआ था। मैंने तो हादसे में अपना परिवार खो दिया। उस मंजर को याद नहीं करना चाहता। रुखसार बहुत अच्छी लड़की थी। उसे इस तरह की मौत नहीं मिलनी चाहिए थी। अल्लाह ने बहुत गलत किया। हाथों ने फावड़ों, जेसीबी का काम किया
इंतखाब के पड़ोसी अनस ने कहा कि आंधी के साथ टीन, टप्पर उड़ रहे थे। अचानक धम्म जैसी तेज आवाज आई, तभी हमें लगा कि कुछ हुआ है। फिर हम लोग तुरंत इस मकान की ओर भागे। आदमियों के हाथों ने फावड़े और जेसीबी का काम किया। हाथों से ही हम लोगों ने मिट्‌टी, बल्ली, ईंटें उठाकर मां-बेटी को मलबे से निकाला। महिला की उस वक्त सांस चल रही थी, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बच्ची पहले ही दबने से मर चुकी थी। मकान में कौन-कौन रहता है, ये जानिए यह मकान मास्टर साहब का है
यह मकान इंतखाब के पिता मरहूम मास्टर साहब इशाक का है। उनके 5 बेटे परिवार संग मकान में रहते हैं। आगे के हिस्से में चौथे नंबर का बेटा इंतखाब रहता है। वह कपड़े का बुनकर है। वह पत्नी रुखसार और 9 महीने की बेटी अमायरा के साथ रहता था। मकान का ये हिस्सा कच्चा है, इसी पर दीवार गिरी और मकान ढह गया। इसके अलावा मकान में मास्टर इशाक की पत्नी मोबीना रहती हैं। बेटे सलीम , जावेद, दिलशाद, इंतखाब, अविवाहित बेटा नावेद रहते हैं। घायल : ———————— अब आंधी-बारिश से हुए नुकसान की खबर पढ़िए… लखनऊ में तूफान, सैकड़ों पेड़ गिरे, पानी की टंकी उड़ी; संभल में बिजली गिरने से पेड़ जला; मेरठ में मां-बेटी की मौत लखनऊ में शनिवार सुबह 3 बजे तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। जेसीबी और क्रेन बुलवाकर पेड़ों को हटवाया गया। हवा इतनी तेज थी कि मकानों पर रखे गमले, सोलर प्लेट और पानी की टंकी तक उड़ गई। कई कॉलोनियों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई। पढ़िए पूरी खबर…

महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी कंपनी में कैसे फैली आग:बिना इजाजत 1.5km में फैला दिए बांस-बल्ली, तेज हवा से 10 घंटे धधका गोदाम

महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी कंपनी में कैसे फैली आग:बिना इजाजत 1.5km में फैला दिए बांस-बल्ली, तेज हवा से 10 घंटे धधका गोदाम महाकुंभ क्षेत्र के परेड ग्राउंड में लल्लूजी टेंट कंपनी का गोदाम 10 घंटे तक आग में धधकता रहा। इसको बुझाने के लिए 6 करोड़ लीटर पानी डालना पड़ा। 55 फीट ऊंचाई तक भड़की आग की लपटों को काबू करने के लिए सेना बुलानी पड़ी। 5 लाख से ज्यादा बांस-बल्लियां, रजाई-गद्दों की वजह से आग तेजी से करीब डेढ़ लाख वर्ग फीट एरिया में फैला गई। फायर फाइटर के सामने 2 तरह की चुनौतियां थीं। पहली- 200 मीटर दूर तक तपन महसूस हो रही थी। दूसरा- 40Km प्रति घंटे से चल रही हवाएं आग को फैला रही थीं। CFO आरके पांडेय के मुताबिक, इस आग के पीछे बड़ी लापरवाही थी। बिना इजाजत 1.5km में बांस-बल्ली और टेंट फैला दिए थे। आगरा पर काबू पाने की स्ट्रेटजी क्या थी? इसको लेकर दैनिक भास्कर ने आग बुझाने वाले फायर फाइटर और अधिकारियों से बात की। पढ़िए रिपोर्टर… टेंट को खोलकर 5 लाख से ज्यादा बांस बल्लियां रख दी
महाकुंभ मेला डेढ़ महीने पहले खत्म हो चुका है। टेंट सिटी को समेटने का काम चल रहा है। इसमें लल्लू जी एंड संस और उनकी सहयोगी कंपनियों के लेबर काम कर रहे हैं। फायर फाइटर से बात करके सामने आया कि टेंट सिटी को खोलकर सारा सामान इस गोदाम में रखा जा रहा है। शनिवार सुबह तक लल्लू जी टेंट कंपनी के गोदाम में क्षमता से ज्यादा समान जुटा लिया गया था। 5 लाख से ज्यादा बांस-बल्लियां गोदाम के बाहर इकट्ठा कर दिए गए, ऊंचे ढेर लग गए। गोदाम के अंदर के हिस्से में रजाई, गद्दे, टेंट के कपड़े, अलमारी, मेज-कुर्सी और प्लाइवुड रखे गए थे। इस गोदाम में 24 घंटे 25 से ज्यादा मजदूर रहते थे। टीम ने CFO आरके पांडेय से बात की। उन्होंने बताया- लल्लूजी एंड संस कंपनी को 800 मीटर की क्षमता का गोदाम बनाने की अनुमति दी गई थी। करीब 1 किमी के एरिया में गोदाम फैला लिया। फिर सड़क के किनारे भी 1 किमी की परिधि में बल्ली, पटरा, रुई, फोम के गद्दे, सिलेंडर इकट्ठे करते रहे। गोदाम के अंदर स्कूटी और कार तक खड़े मिले। क्षमता से ज्यादा सामान होने की वजह से आग पर काबू पाने में दिक्कत हुई। भीगे कंबल ओढ़कर, प्लाईवुड को ढाल बनाकर पानी की बौछार की
शनिवार की सुबह करीब 7 बजे अचानक गोदाम से धुएं के गुबार उठते देखे गए। कुछ देर में ही 50-55 फीट ऊंची लपटे दिखाई देने लगीं। तपन इतनी थी कि फायर फाइटर्स को भीगे हुए कंबल ओढ़कर और प्लाईवुड की आड़ लेकर पानी की बौछार करनी पड़ रही थी। 60 से ज्यादा फायर फाइटर्स 10 घंटे जूझते रहे। कई के शरीर पर छाले पड़ने की बात भी सामने आई हैं। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग कैसे भड़की, इसके 2 अनुमान
अब सवाल उठता है कि आग लगी कैसे? गोदाम से जुड़े लोगों से बात करके 2 वजह समझ आईं। पहली- खाना बनाने के दौरान सिलेंडर से लीकेज हुई। दूसरी- लेबर ने सुलगती हुई बीड़ी रजाई-गद्दों पर फेंक दी। CFO आरके पांडेय ने कहा- हम जांच कर रहे हैं। आग भड़कने का सटीक कारण 24 घंटे बाद ही सामने आ सकेगा। सुबह 7 बजे से लगी आग जब 11 बजे तक काबू में नहीं आई, तब फायर फाइटर्स भी घबराए थे। शहर में दमकल गाड़ियों की कमी महसूस होने लगी। अब उनकी बात, जिन्होंने आग को सबसे पहले देखा सरवन बोले- ये लोग अंदर खाना बनाते, आग तो लगनी ही थी
लल्लूजी एंड संस के गोदाम से आगे ही बस्ती है, यहां रहने वाले सरवन सबसे पहले स्पॉट पर पहुंचे थे। उन्होंने ही झुग्गी झोपड़ी के लोगों को इकट्‌ठा किया और घर की बाल्टियों और बर्तनों के साथ गहरे नाले में कूद गए। पानी निकालकर गोदाम में लगी आग पर काबू पाने में मदद की। उन्होंने कहा- अगर आग फैलती तो बस्ती जल जाती। हमने पूछा- आग कैसे लगी क्या लगता है? वह कहते हैं- अंदर लेबर रहती है। वहीं पर खाना पकाती है, सिलेंडर रखते हैं। मुझे लगता है कि उसकी लीकेज से ही आग लगी होगी। कमलेश ने कहा- मुझे लगा किसी ने आग लगा दी
बस्ती में कमलेश कुमार का भी घर है। उन्होंने कहा- 6:30 बजे आग शुरू हुई थी। गोदाम के एक कोने से अचानक धुआं निकलने लगा। घंटों तक सब कुछ जलता रहा। इससे ऐसा लग रहा है कि यह आग लगाई गई है। पिछले साल भी इसी जगह पर आग लगी थी। गोदाम और बस्ती के बीच में 15 फीट चौड़ा नाला था। इसकी वजह से आग बस्ती तक नहीं फैल सकी। वरना इस बस्ती में 150 घर है, करीब 800 लोग रहते हैं। बस्ती के 200 लोग फायर फाइटर की मदद करते रहे
सजल श्रीवास्तव ने कहा- बस्ती के 200 से ज्यादा लोग आग बुझाने में किसी न किसी तरह से मदद करते रहे। कोई पानी भरने में दमकल वालों की मदद कर रहा है, तो कोई पानी की पाइप जोड़ रहा। इसके अलावा कई लोग तो बांस बल्लियां हटा कर आग को फैलाने से रोकने में लगे हैं। 11 बजे तक आग काबू में नहीं आई, तब सेना को बुलाया गया सेना के अधिकारी ने कहा- वाटर टेक्नीक से आग बुझाई
सेना के फायर अधिकारी वाई.यस. राय ने कहा- हमारे 20 फायर फाइटर्स के जवान 4 गाड़ियों में लगे रहे। सब का आग बुझाने का अपना-अपना तरीका है। हम सैनिक हैं। कठिन हालत में हमें अधिकारियों के निर्देश पर भेजा जाता है। आग बुझाने के लिए हम सैनिक वाटर प्रेशर टेक्नीक का इस्तेमाल करते हैं। इसमें हम पहले आग की दीवार को तोड़ने के लिए प्रेशर से वाटर फेंकते हैं। दूसरी टीम, आग के कम होने के स्थान पर ज्यादा पानी डालकर आग को बुझाती है। इस तरह से आग फैल नहीं पाती है। जवान आग की तपिश कम होने पर गोदाम के अंदर घुस गए। बुलडोजर की मदद से लकड़ी के तख्त और रजाई-गद्दे उलट-पलट कर पानी डाला, जिसके बाद आग काबू में आनी शुरू हुई। प्रोपराइटर बोले- गोदाम था, तो फायर ब्रिगेड क्यों हटाई?
लल्लूजी डेरा वाले के प्रोपराइटर राजीव अग्रवाल ने कहा- जब यहां इतना बड़ा गोदाम है, तो यहां से फायर ब्रिगेड को क्यों हटा दिया गया? जबकि इसके लिए हम लोग कह रहे थे कि यहां से फायर ब्रिगेड नहीं हटाई जानी चाहिए। जिम्मेदारों की लापरवाही है। हमने सुबह फायर ब्रिगेड को फोन किया तो सिर्फ 2 गाड़ियां आईं, पानी तक इनके पास नहीं था। बाद में पाइप लगाकर अरेंज होता रहा। तब तक आग बड़े एरिया में आग फैल गई। SDM मेला ने कहा- बास बल्लियों को शिफ्ट करके आग पर काबू पाया
SDM मेला विवेक कुमार शुक्ला ने कहा- आग पर काबू पाने के लिए आसपास की बस्तियों से भी मदद ली गई। गाड़ियां मंगवाकर सामान शिफ्ट किया गया। टेंट के दूसरे गोदाम तक सामान पहुंचवाया गया। दूसरे गोदाम के बांस बल्लियों को नगर निगम की गाड़ियों एवं पानी के टैंकर से गीला कर दिया गया। इस तरह से आग की चेन को तोड़ने की कोशिश की जाती रही। दरअसल, सेना के मोर्चा लेने के बाद आग थोड़ी नरम पड़ी, इसके बाद पानी में भीगी अधजली बांस बल्लियों को हटवाने का काम शुरू कराया गया। दोपहर करीब 3 बजे एक बार फिर आग हवा की तेजी के चलते भड़क उठी, लेकिन आग को हवा के बहाव की दिशा में सपोर्ट नहीं मिला, लिहाजा आग पर शाम को 5 बजे तक काबू पा लिया गया। ………………….. यह भी पढ़ें : महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी के गोदाम में भीषण आग:फायर कर्मियों के शरीर पर फफोले पड़े; 5 लाख बल्लियां जलीं प्रयागराज महाकुंभ में टेंट सिटी बसाने वाले लल्लूजी के गोदाम में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। गोदाम में 5 लाख बांस-बल्लियां, टेंट के पर्दे, रजाइयां और गद्दे रखे थे। इससे आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया। गोदाम में रखे गए सिलेंडर फटने लगे। 5 लाख बल्लियां जल गईं। आग की लपटें 3 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं। पढ़िए पूरी खबर…

प्रेमी ने जागरण के लिए खरीदा था सांप:वापस करने का वादा किया था; मेरठ में सपेरा बोला- मैंने पैसे भी नहीं मांगे थे

प्रेमी ने जागरण के लिए खरीदा था सांप:वापस करने का वादा किया था; मेरठ में सपेरा बोला- मैंने पैसे भी नहीं मांगे थे यूपी के मेरठ में गला घोंटकर पति की हत्या और फिर उसको सांप से कटवाने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि एक सपेरे ने ये सांप 4 दिन पहले एक घर से पकड़ा था। ये सांप पड़ोसी सपेरे ने चुराकर हत्यारोपी महिला के बॉयफ्रेंड को एक हजार रुपए में बेच दिया। पहले लोग जिस सांप को जहरीला वाइपर मान रहे थे, वह घोड़ा-पछाड़ (धमन) प्रजाति का रैट स्नेक है। ये जहरीला नहीं होता। इसका भोजन सिर्फ चूहे और मेंढक होते हैं। पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड में दो सपेरों को गवाह बनाया है। दैनिक भास्कर सपेरों के उस गांव पहुंचा, जहां से ये सांप खरीदा गया था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले पूरा मामला समझिए बहसूमा थाना क्षेत्र में अकबरपुर सादात गांव है। यहां रहने वाला टाइल्स-पत्थर मिस्त्री अमित कश्यप 15 अप्रैल की सुबह चारपाई पर मृत मिला। शरीर पर नाखून से खरोंच जैसे निशान थे। बिस्तर पर ही एक सांप मिला। माना गया, सांप के काटने से मौत हुई है। लेकिन, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। इस मामले में अमित की पत्नी रविता और उसके बॉयफ्रेंड अमरदीप की गिरफ्तारी हुई। दोनों ने हत्या के बाद सांप से अमित को डसवाया, ताकि यह लगे कि सांप के काटने से उसकी मौत हुई है। इस गांव में 200 से ज्यादा सपेरे, पीढ़ी दर पीढ़ी यही काम
मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे से करीब 3 किलोमीटर अंदर चलने पर हम महमूदपुर सिखेड़ा गांव पहुंचे। इसे सपेरों का गांव भी कहा जाता है। यहां 200 से ज्यादा सपेरों के परिवार रहते हैं। यहां पूरे के पूरे खानदान इस पुश्तैनी काम को संभाले हैं। गांव के बाहर DJ बज रहे थे। पता चला, गांव में आज दो बारातें आई हैं। ढूंढते-ढूंढते हम प्रीतम के घर पहुंचे। 70 साल के प्रीतम घर की गैलरी में चारपाई पर बैठे थे। सपेरों में देहरान दरिनाथ गोत्र से ताल्लुक रखने वाले प्रीतम को खुद नहीं पता कि वो कौन-सी पीढ़ी हैं, जो सांप पकड़ने का काम कर रहे हैं। बस इतना कहते हैं कि ये हमारा पुश्तैनी काम है। हमारी जितनी भी पीढ़ी आएंगी, वो बस यही काम करेंगी। जिस सांप ने अमित को काटा, वो प्रीतम ने पकड़ा था
जिस सांप से अमित को डसवाया गया, वह सपेरे प्रीतम ने पकड़ा था। प्रीतम बताते हैं- उस घटना से करीब तीन-चार दिन पहले मैंने गांव के ही एक घर से वो सांप पकड़ा था। घोड़ा-पछाड़ प्रजाति का ये सांप था, जो बंद घरों या खेतों में मिलता है। इसका भोजन चूहे और मेंढक होते हैं। ये इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाता, क्योंकि जहरीला नहीं होता। पड़ोसी सपेरा चुराकर ले गया, पुलिस आई तब पता चला
प्रीतम बताते हैं- ये सांप पकड़कर मैं घर ले आया। वो एक डिब्बे में बंद था और घर के कमरे में रखा था। मेरे घर के पीछे वाली गली में ही कृष्ण रहता है। वो भी पेशे से सपेरा है, मेरे साथ यही काम करता है। कृष्ण मेरे घर से ये सांप चुराकर ले गया। मुझे उस वक्त ये पता नहीं चला। कृष्ण ने ये सांप एक व्यक्ति को एक हजार रुपए में बेच दिया। वो व्यक्ति कृष्ण के पास आया था। कह रहा था कि किसी को डराने के लिए एक सांप चाहिए। कृष्ण को नहीं पता था कि उस व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा है। इसलिए उसको ऐसा सांप दिया, जो जहरीला नहीं था। इस सांप के काटने से कोई भी इंसान मर नहीं सकता। पुलिस जब पूछताछ करते हुए मेरे घर आई, तब मुझे पता चला कि जो सांप मैंने पकड़ा था, वो चोरी हो चुका है। सपेरा कृष्ण बोला- मुझसे तो देवी जागरण के नाम पर सांप ले गए
इस पूरे मामले में सपेरे कृष्ण कृष्ण ने बताया- हमारा काम सिर्फ घरों से सांप पकड़ना और उसको जंगलों में छोड़ना है। एक लड़का राजकुमार है। उसने किसी और से बात करवाई थी। राजकुमार के जरिए ही उस व्यक्ति को सांप दिया था। वो हमसे देवी जागरण में कलाकारी दिखाने के नाम पर सांप लेकर गया था। ये भी कहा था कि देवी जागरण होने के बाद हम सांप वापस कर देंगे। इसके बाद उसने सांप का क्या किया, हमें कुछ नहीं पता। उसने अपनी मर्जी से एक हजार रुपए मुझे दिए थे, मैंने रुपए नहीं मांगे। सपेरे कृष्ण के दो तरह के बयान
हालांकि, कृष्ण के दो तरह के बयान सामने आए हैं। पुलिस को उसने बताया कि किसी को डराने की बात कहकर एक व्यक्ति उससे सांप ले गया था। जबकि मीडिया को दिए ऑन कैमरा बयान में उसने कहा कि एक व्यक्ति देवी जागरण में कलाकारी दिखाने की बात कहकर उससे सांप ले गया था। दो सपेरों को पुलिस ने बनाया गवाह
मेरठ के एसपी (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने बताया- पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि रविता का बॉयफ्रेंड अमरदीप ये सांप महमदपुर सिखेड़ा गांव से खरीदकर लाया था। पुलिस इस गांव में पहुंची। सपेरे कृष्ण से पूछताछ की। उसने बताया कि अमरदीप आया था और किसी व्यक्ति को सांप से डराने की बात कह रहा था। इसलिए मैंने उसको ऐसा सांप दिया, जो जहरीला नहीं था। वो बार-बार मुझसे सांप की कीमत पूछ रहा था। मैंने कीमत नहीं बताई। फिर भी वो एक हजार रुपए दे गया था। रविता की मां बोली- बेटी को 4 घंटे पीटकर जुर्म कुबूल करवाया
अमित की पत्नी रविता का मायका मुजफ्फरनगर जिले के गांव सैदपुर खुर्द में है। हमने इस केस में उसके मायके पक्ष के लोगों से भी बात की। रविता की मां मुनेश ने बताया- बेटी की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही मैं मेरठ के बहसूमा थाने पहुंची। वहां पुलिसवालों ने मेरी बात बेटी से करवाई। रविता ने बताया कि पुलिस ने मुझे 4 घंटे तक पीटा है। एक महिला पुलिसकर्मी मेरा वीडियो बना रही थी। अगर मैं बोलना बंद कर देती थी, तो कुछ पुलिसकर्मी मेरी पिटाई करते थे। पुलिसवालों ने मेरी बेटी पर अपने मनमाफिक बयान देने का दबाव बनाया है। ‘गला घोंटती तो पूरे गले पर निशान होता, लेकिन ऐसा नहीं था’
रविता के बड़े भाई गुलाब सिंह कहते हैं- रविता को गलत रूप में आज तक हमने नहीं देखा। वो अपने पति के साथ 4 साल कर्नाटक में भी रही। फिर वापस मेरठ आकर मकान बनाया। हमने आज तक बहन के बारे में कभी गलत नहीं सुना। 14 अप्रैल को हमारा पूरा परिवार शाकुंभरी देवी के दर्शन करने के लिए सहारनपुर गया था। रविता और उसका पति अमित भी साथ गए थे। अगले दिन पता चला कि अमित को सांप ने डंस लिया। जब डॉक्टरों ने अमित को मृत घोषित कर दिया, तब हमने ही शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए कहा। उस वक्त अमित की मां-पत्नी और दोनों भाभी ने पोस्टमॉर्टम के लिए मना किया था। ————————— ये खबर भी पढ़ें… पत्नी ने हत्या की, फिर 10 बार सांप से डसवाया, बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मर्डर किया, मेरठ में फिर मुस्कान जैसी वारदात मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ हत्याकांड जैसी वारदात फिर हुई है। यहां पत्नी ने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर सोते वक्त पति का गला घोंटा, फिर शव के नीचे सांप को दबा दिया। सांप ने युवक को 10 बार डसा। वारदात के बाद बॉयफ्रेंड को वहां से भगा दिया और खुद दूसरे कमरे में सोने चली गई। सुबह जब घरवाले उठे तो देखा कि युवक की मौत हो चुकी थी। उसके हाथ के नीचे एक जिंदा सांप दबा हुआ था। पढ़ें पूरी खबर