चंद्रशेखर आजाद बोले-मैंने मायावती के वोटबैंक में सेंधमारी नहीं की:आकाश आनंद मेरे छोटे भाई; हम हर राज्य में विपक्ष की भूमिका में रहेंगे

चंद्रशेखर आजाद बोले-मैंने मायावती के वोटबैंक में सेंधमारी नहीं की:आकाश आनंद मेरे छोटे भाई; हम हर राज्य में विपक्ष की भूमिका में रहेंगे

नगीना सीट से चुनाव जीतने के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पहली बार सहारनपुर पहुंचे। चंद्रशेखर एक-एक करके सभी से मिले। युवाओं से गले मिले और बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। उन्हें दिल्ली जाना था, इसलिए वो ज्यादा देर तक नहीं रुके। मायावती के सवाल पर उन्होंने कहा- आकाश आनंद मेरे छोटे भाई हैं। उनकी टीम के लिए मंगल कामना। मैंने मायावती या किसी के वोट बैंक में सेंधमारी नहीं की। हम हर राज्य में विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। पढ़िए…नगीना सीट से नवनिर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आजाद क्या बोले? सवाल : सत्ता पक्ष और विपक्ष आप पर हमलावर था। आप चुनाव जीते, क्या कहेंगे?
जवाब : नगीना की जनता मेरे साथ है। जनता मेरे ऊपर और भरोसा करे। मेरी कार्य शैली, किरदार और काम पर भी भरोसा करे। आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जमानत जब्त हो जाएगी। सवाल : आप दलित समाज के नेता बनकर उभरे हैं, कहीं मायावती का विकल्प तो नहीं समझ रहे?
जवाब : मैंने किसी के वोट बैंक में सेंध नहीं लगाई। नगीना की जनता ने मुझ पर भरोसा किया। मैंने ये भरोसा कमाया है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि ये भरोसा बढ़ेगा। आज के बाद किसी भी कमजोर के साथ अन्याय होगा, तो चंद्रशेखर हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा। जनता ने मुझ पर जो विश्वास दिखाया है, उस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा। सवाल : आकाश आनंद ने आप पर टिप्पणी की थी। क्या कहेंगे?
जवाब : आकाश आनंद मेरे छोटे भाई हैं। उनकी टीम के लिए मंगल कामना। सवाल : भाजपा की सरकार बनने जा रही है, आप किस ओर जाएंगे?
जवाब : भाजपा सरकार बनने जा रही, जनमत ने उनका साथ दिया। अगर कोई दूसरी बात होती तो मैं इस पर चर्चा करता। लेकिन, अभी कोई फायदा नहीं है। भले ही विपक्ष सरकार नहीं बना पाया, लेकिन हम विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे। क्योंकि आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी पूरे देश में एक मजबूत संगठन है। हम हर राज्य में विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। संसद में हम लड़ेंगे और संसद के बाहर हमारा कार्यकर्ता लड़ेगा। यदि कोई भी सरकार दलितों, पिछड़ों, OBC, मुसलमानों, महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार करेगी तो उनको चंद्रशेखर से टकराना पड़ेगा। संवैधानिक रूप से अपने यहां होने वाले जुर्म को रोकें। सरकार अगर नहीं रोक सकती है तो ये न सोचे कि हम चैन से बैठेंगे। चंद्रशेखर मैदान में है। एक-एक जुर्म का हिसाब होगा। जुर्म करने वाला सलाखों के पीछे होगा। न मॉब लिंचिंग होगी और न किसी गरीब को पीटा जाएगा। न हीं किसी गरीब की जमीन छीनी जाएगी। ऐसा करने वाले गुंडे भी सावधान हो जाएं। ये उनकी भलाई के लिए बता रहा हूं। सवाल : चुनाव जीतने की क्या रणनीति रही और आगे क्या रहेगी?
जवाब : मैंने कोई रणनीति नहीं बनाई। चुनाव में जनता ने साथ दिया। उनका चंद्रशेखर आजाद के ऊपर भरोसा है। यही भरोसा पूरे उत्तर प्रदेश में बनाना है। मीडिया का मुद्दा भी उठाया जाएगा। क्योंकि मीडिया भी ग्राउंड पर रहकर काम करती है। उनकी सुरक्षा, बीमा और पेंशन की आवाज भी संसद में उठाई जाएगी। देश के लोग भी उठ जाएं। जब नगीना के लोग करके दिखा सकते हैं। तो देश के लोग भी कर सकते हैं। क्योंकि आगे लड़ाई यूपी की 403 सीटों पर होगी। सवाल: नगीना में क्या करने की प्लानिंग है?
जवाब : नगीना के लिए अपने खून का कतरा भी बहा दूंगा। उससे भी पीछे नहीं हटूंगा। नगीना का मेरे ऊपर कर्ज है। जब तक जीवित रहूंगा, तब तक चंद्रशेखर आजाद की पहचान नगीना से रहेगी। नगीना के लिए जो मुझसे बन पड़ेगा वो करूंगा। संसद के अंदर भी और बाहर भी। किसानों, नौजवानों और दबे-कुचले लोगों की आवाज चंद्रशेखर उठाएगा। जिसने मुझे वोट दिया उसका भी धन्यवाद। जो गुमराह होकर कहीं और चला गया, उसका भी धन्यवाद। मैं सबका सांसद हूं और सबका चंद्रशेखर आजाद पर हक है। 24 घंटे चंद्रशेखर का घर खुला है। किसी के जो भी सवाल हों, मुझसे आकर करें और कोई परेशानी हो, वो भी कहें। मैं हमेशा मदद करने को तैयार हूं। सवाल : अब आपकी आगे क्या रणनीति रहेगी, सहारनपुर के बारे में क्या कहेंगे?
जवाब : अब हम विधानसभा चुनाव में यूपी की 403 सीटों पर मुकाबला करेंगे। नगीना ने जो करके दिखाया वो भी सबके लिए संदेश है। नगीना के साथ-साथ यूपी भी बदलाव चाहता है। देश की आजादी की लड़ाई सहारनपुर से चली। यह धरती कुर्बानियों की है और यहां बल है। 2022 में चंद्रशेखर की जमानत जब्त हो गई थी
चंद्रशेखर ने अपना पहला चुनाव 2022 में गोरखपुर विधानसभा सीट पर सीएम योगी के खिलाफ लड़ा। उसमें चंद्रशेखर को महज 7 हजार 640 वोट मिले थे। यह कुल पड़े वोट का महज 3.6% था। उस चुनाव से पहले भी उन्हें सपा की तरफ से गठबंधन की उम्मीद थी। लेकिन, आखिरी वक्त में अखिलेश यादव ने गठबंधन से इनकार कर दिया था। चंद्रशेखर खुद गोरखपुर से उतरे थे। इसके अलावा प्रदेश की 111 और सीटों से प्रत्याशी उतारा था, लेकिन किसी को भी जीत नहीं मिली। सबकी जमानत जब्त हो गई थी। 111 प्रत्याशियों को कुल 1 लाख 19 हजार 564 वोट मिले थे। यह कुल पड़े वोटों का महज 0.1% था। नगीना सीट से चुनाव जीतने के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पहली बार सहारनपुर पहुंचे। चंद्रशेखर एक-एक करके सभी से मिले। युवाओं से गले मिले और बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। उन्हें दिल्ली जाना था, इसलिए वो ज्यादा देर तक नहीं रुके। मायावती के सवाल पर उन्होंने कहा- आकाश आनंद मेरे छोटे भाई हैं। उनकी टीम के लिए मंगल कामना। मैंने मायावती या किसी के वोट बैंक में सेंधमारी नहीं की। हम हर राज्य में विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। पढ़िए…नगीना सीट से नवनिर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आजाद क्या बोले? सवाल : सत्ता पक्ष और विपक्ष आप पर हमलावर था। आप चुनाव जीते, क्या कहेंगे?
जवाब : नगीना की जनता मेरे साथ है। जनता मेरे ऊपर और भरोसा करे। मेरी कार्य शैली, किरदार और काम पर भी भरोसा करे। आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जमानत जब्त हो जाएगी। सवाल : आप दलित समाज के नेता बनकर उभरे हैं, कहीं मायावती का विकल्प तो नहीं समझ रहे?
जवाब : मैंने किसी के वोट बैंक में सेंध नहीं लगाई। नगीना की जनता ने मुझ पर भरोसा किया। मैंने ये भरोसा कमाया है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि ये भरोसा बढ़ेगा। आज के बाद किसी भी कमजोर के साथ अन्याय होगा, तो चंद्रशेखर हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा। जनता ने मुझ पर जो विश्वास दिखाया है, उस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा। सवाल : आकाश आनंद ने आप पर टिप्पणी की थी। क्या कहेंगे?
जवाब : आकाश आनंद मेरे छोटे भाई हैं। उनकी टीम के लिए मंगल कामना। सवाल : भाजपा की सरकार बनने जा रही है, आप किस ओर जाएंगे?
जवाब : भाजपा सरकार बनने जा रही, जनमत ने उनका साथ दिया। अगर कोई दूसरी बात होती तो मैं इस पर चर्चा करता। लेकिन, अभी कोई फायदा नहीं है। भले ही विपक्ष सरकार नहीं बना पाया, लेकिन हम विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे। क्योंकि आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी पूरे देश में एक मजबूत संगठन है। हम हर राज्य में विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। संसद में हम लड़ेंगे और संसद के बाहर हमारा कार्यकर्ता लड़ेगा। यदि कोई भी सरकार दलितों, पिछड़ों, OBC, मुसलमानों, महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार करेगी तो उनको चंद्रशेखर से टकराना पड़ेगा। संवैधानिक रूप से अपने यहां होने वाले जुर्म को रोकें। सरकार अगर नहीं रोक सकती है तो ये न सोचे कि हम चैन से बैठेंगे। चंद्रशेखर मैदान में है। एक-एक जुर्म का हिसाब होगा। जुर्म करने वाला सलाखों के पीछे होगा। न मॉब लिंचिंग होगी और न किसी गरीब को पीटा जाएगा। न हीं किसी गरीब की जमीन छीनी जाएगी। ऐसा करने वाले गुंडे भी सावधान हो जाएं। ये उनकी भलाई के लिए बता रहा हूं। सवाल : चुनाव जीतने की क्या रणनीति रही और आगे क्या रहेगी?
जवाब : मैंने कोई रणनीति नहीं बनाई। चुनाव में जनता ने साथ दिया। उनका चंद्रशेखर आजाद के ऊपर भरोसा है। यही भरोसा पूरे उत्तर प्रदेश में बनाना है। मीडिया का मुद्दा भी उठाया जाएगा। क्योंकि मीडिया भी ग्राउंड पर रहकर काम करती है। उनकी सुरक्षा, बीमा और पेंशन की आवाज भी संसद में उठाई जाएगी। देश के लोग भी उठ जाएं। जब नगीना के लोग करके दिखा सकते हैं। तो देश के लोग भी कर सकते हैं। क्योंकि आगे लड़ाई यूपी की 403 सीटों पर होगी। सवाल: नगीना में क्या करने की प्लानिंग है?
जवाब : नगीना के लिए अपने खून का कतरा भी बहा दूंगा। उससे भी पीछे नहीं हटूंगा। नगीना का मेरे ऊपर कर्ज है। जब तक जीवित रहूंगा, तब तक चंद्रशेखर आजाद की पहचान नगीना से रहेगी। नगीना के लिए जो मुझसे बन पड़ेगा वो करूंगा। संसद के अंदर भी और बाहर भी। किसानों, नौजवानों और दबे-कुचले लोगों की आवाज चंद्रशेखर उठाएगा। जिसने मुझे वोट दिया उसका भी धन्यवाद। जो गुमराह होकर कहीं और चला गया, उसका भी धन्यवाद। मैं सबका सांसद हूं और सबका चंद्रशेखर आजाद पर हक है। 24 घंटे चंद्रशेखर का घर खुला है। किसी के जो भी सवाल हों, मुझसे आकर करें और कोई परेशानी हो, वो भी कहें। मैं हमेशा मदद करने को तैयार हूं। सवाल : अब आपकी आगे क्या रणनीति रहेगी, सहारनपुर के बारे में क्या कहेंगे?
जवाब : अब हम विधानसभा चुनाव में यूपी की 403 सीटों पर मुकाबला करेंगे। नगीना ने जो करके दिखाया वो भी सबके लिए संदेश है। नगीना के साथ-साथ यूपी भी बदलाव चाहता है। देश की आजादी की लड़ाई सहारनपुर से चली। यह धरती कुर्बानियों की है और यहां बल है। 2022 में चंद्रशेखर की जमानत जब्त हो गई थी
चंद्रशेखर ने अपना पहला चुनाव 2022 में गोरखपुर विधानसभा सीट पर सीएम योगी के खिलाफ लड़ा। उसमें चंद्रशेखर को महज 7 हजार 640 वोट मिले थे। यह कुल पड़े वोट का महज 3.6% था। उस चुनाव से पहले भी उन्हें सपा की तरफ से गठबंधन की उम्मीद थी। लेकिन, आखिरी वक्त में अखिलेश यादव ने गठबंधन से इनकार कर दिया था। चंद्रशेखर खुद गोरखपुर से उतरे थे। इसके अलावा प्रदेश की 111 और सीटों से प्रत्याशी उतारा था, लेकिन किसी को भी जीत नहीं मिली। सबकी जमानत जब्त हो गई थी। 111 प्रत्याशियों को कुल 1 लाख 19 हजार 564 वोट मिले थे। यह कुल पड़े वोटों का महज 0.1% था।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर