हिमाचल में बस पलटने से बची:टायर खुलने से अनियंत्रित हुई; ड्राइवर की सतर्कता से हादसा टला, 42 यात्री सवार थे

हिमाचल में बस पलटने से बची:टायर खुलने से अनियंत्रित हुई; ड्राइवर की सतर्कता से हादसा टला, 42 यात्री सवार थे हिमाचल प्रदेश में सोमवार सुबह बड़ा हादसा होने से टल गया। दिल्ली से टूरिस्ट लेकर शिमला जा रही वोल्वो बस हादसे का शिकार हो गई। सोलन के शमलेच के समीप हाईवे पर वोल्वो बस के पिछले टायर खुल गए। गनीमत यह रही कि बस सड़क पर पटली नहीं। इससे कोई जानी नहीं नुकसान नहीं हुआ। पुलिस के अनुसार, वोल्वो बस दिल्ली से शिमला जा रही थी और आज सुबह करीब 10.30 बजे शमलेच के पास सवारियों से खचाखच भरी बस का पिछला टायर खुल गया। इससे बस बेकाबू हो गई। इसके बाद सवारियों ने चिल्लाना शुरू कर दिया और उनमें हड़कंप मच गया। मगर चालक की मुस्तैदी से बस पलटने से बच गई। बस में 42 सवारियां थी सवार पिछले का एक टायर बस से करीब 20 फीट दूर गिर गया, जबकि दूसरा टायर पूरी तरह बैठ गया। घटना के वक्त बस में 42 सवारियां सवार थी। सभी पूरी तरह सुरक्षित बताए जा रहे हैं। इसके बाद सवारियों को दूसरी बस बिठा कर शिमला पहुंचाया गया। कश्मीरी गेट से बीती शाम को शिमला चले पुलिस के अनुसार, यह बस बीती शाम को दिल्ली के कश्मीरी गेट से शिमला को चली थी और बीच रास्ते में हादसे का शिकार हो गई। इन दिनों क्रिसमस मनाने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट शिमला पहुंच रहे हैं। वोल्वो बस के यात्री भी क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए शिमला आ रहे थे।

चंबा में नशा तस्कर गिरफ्तार:शक के आधार पर पुलिस ने ली तलाशी, आरोपी से 1 किलो चरस बरामद

चंबा में नशा तस्कर गिरफ्तार:शक के आधार पर पुलिस ने ली तलाशी, आरोपी से 1 किलो चरस बरामद चंबा में पुलिस ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, साथ ही आरोपी के कब्जे से 1.16 किलोग्राम चरस बरामद किया गया है। पुलिस आरोपी के बाइक को कब्जे में लेकर उसे जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह करीब 6 बजे एक पुलिस टीम चंबा-पठानकोट एनएच को सरोल के साथ जोड़ने वाले रावी नदी पर बने परेल पुल के पास खड़ी थी। पुलिस पुल के पास मौजूद थी, तभी पुल के दूसरी तरफ मौजूद शिव मंदिर के तरफ से एक मोटरसाइकिल आया, जिसे नियमित जांच के तहत पुलिस ने बाइक सवार को रोका। पुलिस पूछताछ में संदेह पैदा होने की वजह से पुलिस ने बाइक सवार की तलाशी ली। जिसमें आरोपी के पास से 1 किलो 16 ग्राम चरस बरामद हुई। पुलिस ने पंजाब के नंबर वाली बाइक को कब्जे में लेकर पूछताछ की तो बाइक राइडर की पहचान 31 वर्षीय आलमगीर पुत्र श्माऊन निवासी गांव ज्यूरी डाकघर चरडा तहसील चुराह जिला चंबा के रूप में हुई। एसपी चंबा अभिषेक यादव ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस थाना चंबा में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने बाइक को कब्जे में ले लिया है। साथ ही आरोपी के खिलाफ आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

शिमला में स्केटिंग का लुत्फ उठा रहे टूरिस्ट:मॉर्निंग और इवनिंग दोनों टाइम शुरू; 300 रुपए फीस देकर कोई भी व्यक्ति कर सकता है स्केटिंग

शिमला में स्केटिंग का लुत्फ उठा रहे टूरिस्ट:मॉर्निंग और इवनिंग दोनों टाइम शुरू; 300 रुपए फीस देकर कोई भी व्यक्ति कर सकता है स्केटिंग हिमाचल की राजधानी शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में दोनों टाइम स्केटिंग शुरू हो गई है। बीते दो-तीन से ठंड बढ़ने के बाद इनविंग सेशन में स्केटिंग शुरू हो पाई है। इससे देशभर से शिमला पहुंच रहा टूरिस्ट भी इसका लुत्फ उठा रहा है। मॉर्निंग सेशन में बीते दो सप्ताह से स्केटिंग चल रही थी। मगर बीते सप्ताह तक तापमान अधिक होने की वजह से इवनिंग-सेशन में स्केटिंग शुरू नहीं हो पा रही थी, क्योंकि तापमान अधिक दिन में बर्फ पिघल रही थी। इससे इवनिंग सेशन में स्केटिंग शुरू नहीं हो पा रही थी। अब स्थानीय लोगों के साथ साथ शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट भी स्केटिंग का आनंद उठा रहे हैं। इस दौरान स्केटर्स में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। शिमला में ब्रिटिश काल में बना स्केटिंग रिंक बता दें कि शिमला के लक्कड़ बाजार में ब्रिटिश काल से आइस स्केटिंग रिंक बना हुआ है। यहां पर हर साल दिसंबर के पहले व दूसरे सप्ताह से स्केटिंग शुरू होती है और फरवरी-मार्च तक चलती है। यह एशिया का इकलौता स्केटिंग रिंक है जहां प्राकृतिक विधि से बर्फ को जमाया जाता है। 300 रुपए फीस देकर कोई भी कर सकता है स्केटिंग शिमला के आइस स्केटिंग रिंक क्लब के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी रजत मल्होत्रा बताया कि यहां 300 रुपए फीस देकर स्केटिंग की जा सकती है। इसके लिए स्थानीय लोगों सहित टूरिस्ट को भी अपने साथ स्केट लाने की जरूरत नहीं है। स्केटिंग क्लब खुद स्केट मुहैया कराता है। 104 साल पुराना हैं स्केटिंग का इतिहास आइस स्केटिंग रिंक क्लब के सदस्य सुदीप महाजन ने बताया कि शिमला के लक्कड़ बाजार रिंक में प्राकृतिक विधि से आइस को जमाया जाता है। यहां पर शाम के समय रिंक में पानी डाला जाता है। सुबह को यह जम जाता है। इस पर स्केटिंग होती है। सुदीप बोले-1920 में शुरू हुई स्केटिंग सुदीप महाजन ने बताया बताया कि शिमला में स्केटिंग का 104 साल पुराना इतिहास है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले 1920 से ब्रिटिश काल में यहां स्केटिंग शुरू हुई थी। कोरोना काल को छोड़कर हर बार यहां स्केटिंग हुई है। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से मॉर्निंग सेशन में स्केटिंग हो रही थी। बीती शाम से मॉर्निंग और इवनिंग दोनों सेशन में स्केटिंग शुरू हो गई है।

हिमाचल में आज-कल बर्फबारी के आसार:आसमान में छाए बादल, ड्राइ-स्पेल टूटने की बंधी आस, 27-28 फिर स्ट्रांग वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा

हिमाचल में आज-कल बर्फबारी के आसार:आसमान में छाए बादल, ड्राइ-स्पेल टूटने की बंधी आस, 27-28 फिर स्ट्रांग वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों पर आज और कल हल्की बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, कई क्षेत्रों में सुबह से ही मौसम खराब होना शुरू हो गया है। ऊंचे पहाड़ों पर हिमपात और निचले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। IMD के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति और मंडी जिला की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकती है। अगले कल भी इन्हीं जिलों में हल्का हिमपात हो सकता है। 25 और 26 दिसंबर को मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा। मगर 26 दिसंबर की रात को वेस्टर्न डिस्टरबेंस दोबारा एक्टिव होगा। यह स्ट्रांग वेस्टर्न डिस्टरबेंस होगा। इससे 27 और 28 दिसंबर को अच्छी बारिश व बर्फबारी होगी। खासकर 28 दिसंबर को प्रदेश के सात जिलों में अच्छी बर्फबारी व बारिश के आसार है। नॉर्मल से 97 प्रतिशत कम बारिश प्रदेशवासी लंबे समय से बारिश-बर्फबारी के इंतजार में है। प्रदेश में बारिश-बर्फबारी नहीं होने से सूखे जैसे हालात बने हुए है। पोस्ट मानसून सीजन यानी 1 अक्टूबर से 22 दिसंबर तक सामान्य से 97 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में राज्य में 67.3 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है। मगर इस बार मात्र 2.3 मिलीमीटर बारिश हुई है। 63% जमीन पर गेंहू नहीं बीज पाए किसान इससे पानी के स्त्रोत सूखने लगे है। किसानों की फसलें खेतों में ही बर्बाद हो रही है। कृषि विभाग के अनुसार, राज्य में 3.26 हैक्टेयर जमीन पर गेंहू होता है। मगर इस बार सूखे की वजह से 63 प्रतिशत जमीन पर राज्य का किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पाया। अब सेब के बगीचों पर संकट मंडराने लगा है। पर्यटन इंडस्ट्री पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। बर्फ नहीं गिरने से कम संख्या में पर्यटक पहाड़ों पर आ रहा है।

शिमला के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस पर लगेगी पहाड़ी नाटी:चर्च को सजाने पर खर्च किए 20 लाख, कैरोल और एडवेंट संडे मनाया गया

शिमला के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस पर लगेगी पहाड़ी नाटी:चर्च को सजाने पर खर्च किए 20 लाख, कैरोल और एडवेंट संडे मनाया गया शिमला के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस पर पहली बार पहाड़ी नाटी लगेगी। हर साल क्रिसमस पर प्रार्थना सभा और कैरोल गायन होता है। चर्च प्रबंधन ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। रविवार को रिज मैदान पर स्थित क्राइस्ट चर्च में कैरोल का आयोजन किया गया। इसके साथ ही एडवेंट संडे मनाया गया। इसकी शुरुआत 1 दिसंबर से की गई थी और रविवार को इसका आखिरी दिन था। एडवेंट बैंगनी रंग में मनाया गया। इस दौरान बाइबल और कैरोल सिंगिंग भी हुई। 24 दिसम्बर की रात को मिड नाइट प्रार्थना होगी और 25 दिसम्बर को सुबह बाइबल प्रेयर होगी। इस अवसर पर भजन और प्रार्थनाएं गाई जाएगी। क्रिसमस पर लोगों और सैलानियों की सुविधा के लिए देर रात तक चर्च खुला रहेगा। चर्च को सजाने पर खर्च किए 20 लाख
चर्च पादरी विनीता रॉय ने बताया कि चर्च में क्रिसमस को लेकर सभी तैयारियां शुरू कर दी गई है। चर्च के अंदर बजने वाले ऑर्गेन को भी ठीक कर दिया गया है। इस बार पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए पहाड़ी संस्कृति से रूबरू किया जाएगा। महिलाओं और स्कूली बच्चों के द्वारा चर्च के अंदर पहाड़ी नाटी डाली जाएगी। क्रिसमस पर शहर के क्राइस्ट चर्च और कैथोलिक चर्च को लाइटों से सजाया गया है। शहर के मुख्य चर्च क्राइस्ट और कैथोलिक चर्च को लोगों ने दुल्हन की तरह सजाया है। चर्च पादरी डॉ विनीता रॉय ने बताया कि चर्च में रंग रोगन के कार्य पर करीब 20 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है।

मंडी में सीटू ​​​​​​​की बैठक में सरकार का घेरा:केएन उमेश बोले- भेदभाव कर रही सरकार, आउटसोर्स पर नीति भी नहीं बनी

मंडी में सीटू ​​​​​​​की बैठक में सरकार का घेरा:केएन उमेश बोले- भेदभाव कर रही सरकार, आउटसोर्स पर नीति भी नहीं बनी हिमाचल के मंडी में रविवार को सीटू की दो दिवसीय राज्य कमेटी की विस्तारित बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता विजेंद्र मंहरा ने की, जबकि हिमाचल के प्रभारी केएन उमेश और डा. कश्मीर सिंह ठाकुर बैठक में विशेष तौर पर उपस्थित हुए। बैठक में संबोधन करते हुए केएन उमेश ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण कारपोरेट घरानों का लाभ, कुल लाभ में से आजादी के बाद पहली बार पचास प्रतिशत से अधिक हो गया है और मज़दूरों का हिस्सा कम हुआ है। केंद्र सरकार ने कारपोरेट घरानों के लाभ को और बढ़ाने के उद्देश्य से श्रम कानूनों को ख़त्म करके चार संहिताओं में बदल दिया है, लेकिन उसे वे आगामी नए वित्त वर्ष से लागू करने की योजना बना रहे हैं। ऐसा होता है तो उस स्थिति में मजदूर यूनियनें राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जाएगी। नहीं दिया जा रहा न्यूनतम वेतन उन्होंने कहा कि, पचास प्रतिशत में प्रदेश सरकार विभिन्न विभागों में ठेका व आउटसोर्स आधार पर भर्तियां करने की नीति लागू कर रही है और उन्हें निर्धारित न्यूनतम वेतन भी अदा नहीं किया जा रहा है। अब दस-बारह साल से काम कर रहे मज़दूरों की छंटनी की जा रही है। इसलिए इनके लिए स्थाई नीति बनाई जाए। सरकार ने अनुबंध समयावधि का वित्तीय लाभ न देने के लिए हाईकोर्ट के फैसले को निरस्त करने के लिए लाए अध्यादेश का भी विरोध किया है। इसके अलावा आंगनवाड़ी, मिड डे मील और आशा वर्करों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, रेहड़ी फड़ी वालों, राष्ट्रीय उच्च मार्गों, फोर लेन,रेलवे मजदूरों को श्रम कानूनों के अनुरुप वेतनमान व सुविधा देने की भी मांग की गई है। मनरेगा में 200 दिन और 400 रुपए दिहाड़ी देने की भी मांग की गई। बैठक में विजेंद्र मेहरा, प्रेम गौतम, भूपेंद्र सिंह, राजेश शर्मा, राजेश ठाकुर, कुलदीप डोगरा, अजय डुलता, जगत राम, नीलम, बिमला, स्वदेश,जोगिन्दर, रंजन, अशोक कटोच,केवल कुमार, विजय शर्मा, सुदर्शना, सुरेंद्र, गुरुदास, गोपेंद्र, नरेंद्र, राकेश इत्यादि ने भाग लिया।

धर्मशाला में कचरे से बन रही बिजली:हर घंटे 1.25 किलोवाट का उत्पादन, बायोगैस और बायोमीथेन भी बनाई जा रही

धर्मशाला में कचरे से बन रही बिजली:हर घंटे 1.25 किलोवाट का उत्पादन, बायोगैस और बायोमीथेन भी बनाई जा रही हिमाचल के धर्मशाला में गीले कचरे को रिसाइकिल कर बिजली और जैविक खाद का उत्पादन किया जा रहा है। एक टन कचरे से 35 से 40 क्यूबिक मीटर बायोगैस/बायोमीथेन और एक टन कचरे से 1.25 किलोवाट प्रति घंटा बिजली उत्पादित हो रही है। पिछले एक महीने में 300 किलोवाट बिजली उत्पादित हुई है। धर्मशाला स्मार्ट सिटी से एकत्रित होने वाले गीले कचरे को रिसाइकिल कर बिजली और जैविक खाद का उत्पादन किया जा रहा है। इससे जहां हर माह इस प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए बिजली मिल रही है, वहीं जैविक खाद का उत्पादन हो रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 2.15 करोड़ रुपए से प्री-सेग्रिगेट एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायोगैस प्लांट लगाया गया है। इसमें धर्मशाला शहर के गीले कूड़े-कचरे का निष्पादन होने के साथ ही बिजली व खाद भी तैयार हो रही है। बस स्टैंड के पास बनाई डंपिंग साइट इस तरह का हिमाचल में पहला प्लांट बताया जा रहा है। इससे पहले 60 हजार के लगभग आबादी वाले नगर निगम धर्मशाला, जो कि पर्यटन सीजन में लाखों पर्यटकों का जिम्मा भी संभालता है, और उतने ही बड़े स्तर पर होटलों, रेस्तरां व पर्यटक स्थलों से कूड़ा-कचरा भी निकालता है, लेकिन इससे पहले धर्मशाला बस स्टैंड के पास सुधेड़ में ही एक मात्र डंपिंग साइट है। जिसमें सभी प्रकार का गीला व सूखा कचरा एक साथ ही एकत्रित किया जाता था। जिसके कारण कूड़ा-कचरा सही प्रकार से सेग्रिगेट नहीं हो पाता था, जिससे शहर का वातावरण भी प्रदूषित होता था। स्मार्ट सिटी धर्मशाला के तहत बायोगैस प्लांट लगने से गीले कचरे को एक ही स्थान पर सग्रिग्रेशन किया जा रहा है। धर्मशाला के स्टेडियम के साथ दाड़ी आईटीआई रोड चरान खड्ड में प्री-सेग्रिगेट एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायोगैस प्लांट बनाया गया है। प्लांट के बनने से गीले कचरे से बिजली तैयार की जा रही है जिसे प्लांट में प्रयोग करने के साथ-साथ ही नगर निगम धर्मशाला के क्षेत्रों में भी प्रयोग में लाया जा सकेगा। प्रतिदिन 5 मैट्रिक टन कूड़े का निष्पादन नगर निगम धर्मशाला में गीला और सूखा कूड़ा-कचरा घर-घर से एकत्रित किया जा रहा है। नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ एवं एमडी ज़फर इकबाल ने बताया कि 2.15 करोड़ से प्री-सेग्रिगेटेड एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायोगैस प्लांट तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्लांट की मदद से प्रतिदिन 5 मैट्रिक टन कूड़े का निष्पादन किया जाएगा। जहां इससे बायोगैस/बायोमीथेन और बिजली तैयार की जा रही है। वहीं, ठोस कचरे से खाद बनाई जा रही है जिससे कि पर्यावरण के साथ-साथ जल को भी स्वच्छ रखा जा सकेगा। एक महीने में 300 किलोवाट बिजली उत्पादन स्मार्ट सिटी के इंजीनियर रोबिन महाजन ने बताया कि संयंत्र में दो से 2.5 टन गीले कचरे को रोजाना रिसाइकिल करने की क्षमता है। एक टन कचरे से 35 से 40 क्यूबिक मीटर बायोगैस/बायोमीथेन और एक टन कचरे से 1.25 किलोवाट प्रति घंटा बिजली उत्पादित हो रही है। पिछले एक महीने में 300 किलोवाट बिजली उत्पादित हुई है। प्लांट में गीले कचरे की मशीन से कटिंग की जाती है। फिर मिक्सर की मदद से घोल तैयार किया जाता है। घोल को डाइजेस्टर टैंक में डाला जाता है। जिससे बनी 250-350 क्यूबिक बायोगैस को जनरेटर की मदद से बिजली में बदला जाता है। वहीं लिक्विड (तरल) खाद निकलती है, जिसका उपयोग फसल और सब्जी उत्पादन में किया जा सकता है।

हिमाचल भर्ती-सेवा शर्तें विधेयक-2024 पर भड़के नेता प्रतिपक्ष:मंडी में कहा- सुक्खू सरकार का कर्मचारी विरोधी चेहरा उजागर, सीनियरिटी-इंक्रीमेंट को लगेगा झटका

हिमाचल भर्ती-सेवा शर्तें विधेयक-2024 पर भड़के नेता प्रतिपक्ष:मंडी में कहा- सुक्खू सरकार का कर्मचारी विरोधी चेहरा उजागर, सीनियरिटी-इंक्रीमेंट को लगेगा झटका मंडी में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि झूठी गारंटियों के सहारे सत्ता में आई कांग्रेस सरकार का असली चेहरा अब सामने आ चुका है। पुरानी पेंशन बहाल करने के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने वाली ये सरकार अब ऐसे पेंच फंसाकर कर्मचारियों का गला घोंट रही है। उन्होंने कहा कि हमारे विरोध के बावजूद कांग्रेस सरकार ने बहुमत के नाम पर सरकारी कर्मचारियों से जुड़े भर्ती और सेवा शर्तें विधेयक-2024 विधानसभा में पास कर दिया है। इससे अब एग्रीमेंट कर्मचारियों की सीनियरिटी और इंक्रीमेंट को झटका लगेगा। जिन कर्मचारियों की सरकारी नियमित सेवा कम रही हो उनके वित्तीय लाभ कम हो जाएंगे। कर्मचारी विरोधी है विधेयक- ठाकुर ठाकुर ने कहा कि अनुबंध कर्मचारी भी पब्लिक सर्विस कमीशन और राज्य चयन आयोग का इंटरव्यू पास करके आते हैं। सरकार की पॉलिसी के तहत दो साल बाद इन्हें नियमित किया जाता है। इन कर्मचारियों का यह पीरियड सीनियरिटी और अन्य लाभों के लिए कंसिडर हो, इसका लाभ कर्मचारियों ने कोर्ट में जाकर लिया है। लेकिन आज इस संशोधन को लाकर सरकार उनके बेनिफिट को छीन रही है। ये बिल्कुल कर्मचारी विरोधी संशोधन है। कर्मचारी फिर जाएंगे कोर्ट- ठाकुर जयराम ठाकुर ने कहा कि कोर्ट से निर्णय होने के बाद आप संशोधन विधेयक लाए हैं, जो ठीक नहीं है। आप बहुमत में हैं, इसलिए आपने इस संशोधन को पास कर दिया। लेकिन वो कर्मचारी फिर कोर्ट जाएंगे। सरकार जो पैसा बचाने की बात कर रही है, उससे ज्यादा पैसा वकीलों को दिया जाएगा।

शिमला में कार पलटने से व्यक्ति की मौत:आवाज सुनते ही मौके पर पहुंचे लोग, पुलिस को दी सूचना

शिमला में कार पलटने से व्यक्ति की मौत:आवाज सुनते ही मौके पर पहुंचे लोग, पुलिस को दी सूचना शिमला में एक कार पलट गई, जिसमें सवार एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। फिलहाल कार कैसे पलटी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना जुब्बल तहसील की है। दोची निवासी धर्मेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि शनिवार करीब 9 बजे जब वह अपने कमरे की तरफ जा रहा था तो उसे NH-705 पर एक गाड़ी के गिरने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि हिमाचल नंबर HP 10 B4141 NH 705 पर पलट गई थी। जब उन्होंने कार में देखा तो उसमें एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था, उन्होंने उसे बाहर निकाला। इलाज के लिए CH जुब्बल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान लाहौरी सिंह उम्र 40 से 45 के बीच निवासी बधाल पीओ दोची तहसील जुब्बल शिमला के रूप में हुई है। पुलिस ने बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मनाली के बच्चे का नाम बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज:5 साल की उम्र में 195 देशों की पूरी जानकारी, 15 महीने में सिखी अल्फाबेट

मनाली के बच्चे का नाम बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज:5 साल की उम्र में 195 देशों की पूरी जानकारी, 15 महीने में सिखी अल्फाबेट मनाली के सक्षम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड मुंबई में सक्षम का तीसरी बार नाम दर्ज हुआ हैं। महज 5 वर्ष की उम्र में सक्षम ने 195 देशों के झंडे, उनकी भाषा, मुद्रा और अधिकांश देशों की राजधानी और सभी देशों के नाम की स्पेलिंग सहित याद कर ली है। इतना ही नहीं इस बच्चे को मानचित्र पर कौन सा देश कहां पर हैं इस बात की भी पूरी जानकारी है। बता दें कि, इससे पहले, सक्षम ने दो नेशनल रिकॉर्ड बनाए है। पहला रिकॉर्ड तब बना था जब इस बच्चे ने महज़ 15 महीने की उम्र में अल्फाबेट सीख लिया था। जिसके लिए इसे मिरेकल बॉय का टाइटल मिला था। दूसरा रिकॉर्ड कार संग्रह का था। 3 साल की उम्र तक सक्षम ने 250 से अधिक कारों के टॉयज का संग्रह कर लिया था और कौन सी कार का मॉडल किस कंपनी का है इस बात की भी उसे पूरी जानकारी थी। इतना ही नहीं इस बच्चे को पूरे देश के आरटीओ नंबर की भी जानकारी है। मिल चुका चमत्कार बालक का खिताब सक्षम की इस असाधारण उपलब्धि ने सभी को चकित कर दिया है और उन्हें ‘चमत्कार बालक’ का खिताब दिया गया है। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें देश का गौरव बना दिया है। सक्षम अपने माता-पिता के साथ मनाली में रहता है। सक्षम के पिता सागर एक हेल्थ कोच हैं तथा माता स्नेहा ठाकुर एक होटलियर और पेरेंटिंग कोच हैं। सक्षम मात्र यूकेजी कक्षा का छात्र हैं। सक्षम के माता पिता इस उपलब्धि के लिए काफी खुश हैं और इसके लिए उन्होंने परमात्मा का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि सक्षम को 5 महीने की उम्र से ही किताबें पकड़ना शुरू कर दी थी और 15 महीने की उम्र में तो वो अल्फाबेट सिख चुका था। 3 साल की उम्र में सक्षम को 500 से ज्यादा इंग्लिश के शब्द सिख चुका था। सक्षम का कहना है कि वो एस्ट्रोनॉट बनकर स्पेस में जाना चाहता हैं।