नसीम सोलंकी के गनर ने फोटो जर्नलिस्ट को पटका…VIDEO:कानपुर में कैमरा तोड़ा; सपा विधायक बोलीं- मैंने नहीं देखा

नसीम सोलंकी के गनर ने फोटो जर्नलिस्ट को पटका…VIDEO:कानपुर में कैमरा तोड़ा; सपा विधायक बोलीं- मैंने नहीं देखा कानपुर में सपा विधायक नसीम सोलंकी के सरकारी गनर ने फोटो जर्नलिस्ट को पटक दिया। आरोप है कि उसका कैमरा भी तोड़ दिया। घटना शनिवार को उस वक्त हुई, जब सड़क का लोकार्पण कार्यक्रम चल रहा था। मंच पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और नसीम सोलंकी मौजूद थीं। मारपीट की बात सुनकर नसीम सोलंकी मंच से उतरकर मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक फोटो जर्नलिस्ट और गनर वहां से जा चुके थे। फिलहाल, ADCP ने सिपाही मोहम्मद शाहिद को लाइन हाजिर कर दिया है। मामला शूटरगंज का है। 3 तस्वीरें देखिए- एंट्री से रोका, धक्का देकर गिराया
एल्गिन मिल के सामने शूटरगंज वाली सड़क का लोकार्पण कार्यक्रम हुआ। सड़क का नाम वरिष्ठ साहित्यकार और पद्मश्री स्व. गिरिराज किशोर के नाम पर रखा जाना था। कार्यक्रम को कवर करने के लिए एक अखबार के फोटो जर्नलिस्ट वहां पहुंचे थे। फोटो जर्नलिस्ट ने बताया- जब मैं अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तभी सपा विधायक के गनर मोहम्मद शाहिद ने मुझे एंट्री से रोक दिया। धक्का दिया और मारपीट शुरू कर दी। कुछ पत्रकार साथियों ने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी धमकाने लगा। किसी तरह मामला शांत हुआ। फिर जब मैं दोबारा अंदर जाने लगा तो गनर ने धक्का देकर मुझे जमीन पर गिरा दिया। धक्का-मुक्की में कैमरा भी टूट गया। पुलिस और मीडियाकर्मियों में तीखी बहस
घटना के वक्त मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों और पुलिसवालों ने दोनों को किसी तरह अलग किया। इसके बाद पुलिसवालों और पत्रकारों के बीच तीखी बहस हुई। मीडियाकर्मियों ने पुलिसकर्मियों से कहा- देखिए, मार कर भाग गया। यह मामला शासन तक जाएगा। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। नसीम बोलीं- मैंने नहीं देखा
नसीम सोलंकी का कहना है कि मेरे सामने घटना नहीं हुई, इसलिए मैं नहीं कह सकती कि गलती किसकी है। गनर से इस मामले में पूछा गया तो उसका कहना था कि पहले उसके साथ गाली-गलौज की गई थी। घटना के वक्त मैं कार्यक्रम में मंच पर थी। कुछ लोगों से पता चला कि बाहर कोई विवाद हुआ है, इस पर मैं मंच से उतरकर गई। हालांकि, मौके पर न गनर मिला और न ही फोटो जर्नलिस्ट। इसके बाद मैं वहां से चली आई। ACP कर्नलगंज केस की जांच करेंगे
ADCP सेंट्रल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया- दोनों पक्षों ने अपनी बात रखी है। ACP कर्नलगंज मामले की जांच कर रहे हैं। सिपाही मोहम्मद शाहिद को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। नसीम सोलंकी 8564 वोटों से जीती थीं
कानपुर के सीसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी 8564 वोटों से जीती थीं। एक महिला के घर आगजनी केस में पति इरफान सोलंकी को सजा हुई तो उनकी विधायकी चली गई। इसके बाद उपचुनाव हुआ। पहली बार नसीम सोलंकी चुनावी मैदान में उतरीं और नवंबर-2024 में जीत दर्ज की। ——————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में छात्रा ने लुटेरे को पीटा, मोबाइल लूटकर भाग रहा था, पीछा कर दबोचा; पैर छूकर बोला- SORRY दीदी कानपुर में स्कूटी सवार दो युवक छात्रा से मोबाइल लूट कर भागने लगे। छात्रा के शोर मचाने पर राहगीरों ने एक लुटेरे को पकड़ा। पहले भीड़ ने उसे जमकर पीटा। फिर छात्रा ने उठक-बैठक कराया। उसके बाल पकड़कर गाल पर एक-एक कर 4 चप्पल मारे। लुटेरे ने कान पकड़े और छात्रा के पैर छूकर बोला- सॉरी दीदी। पढ़ें पूरी खबर…

यूपी के 38 जिलों में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट:50-60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी; देर रात कई इलाकों की बिजली ठप

यूपी के 38 जिलों में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट:50-60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी; देर रात कई इलाकों की बिजली ठप मौसम विभाग ने आज यूपी के 38 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। 50-60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। कई जगह पर ओलावृष्टि व धूल भरी आंधी की संभावना है। ईरानी विक्षोभ होने की वजह मौसम में परिवर्तन आ रहा है। वहीं, लखनऊ में शनिवार को तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। जेसीबी और क्रेन बुलवाकर पेड़ों को हटवाया गया। सोलर प्लेट और पानी की टंकी तक उड़ गई। कई कॉलोनियों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई। कल की बारिश-तूफान की 4 तस्वीरें…

पीएम के दौरे से पहले आज सीएम योगी आएंगे कानपुर:घाटमपुर और पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे; मेट्रो में बैठकर सफर, 4 घंटे शहर में रहेंगे

पीएम के दौरे से पहले आज सीएम योगी आएंगे कानपुर:घाटमपुर और पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे; मेट्रो में बैठकर सफर, 4 घंटे शहर में रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 24 अप्रैल के दौरे से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कानपुर दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे करीब 4 स्थानों का खुद निरीक्षण करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक करीब 12 बजे चकेरी एयरपोर्ट पर उतरेंगे। इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से सीधे घाटमपुर स्थित नयवेली पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे। पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करेंगे
घाटमपुर से हेलिकॉप्टर से चलकर मुख्यमंत्री अर्मापुर स्थित हेलिपैड पर लैंड करेंगे। यहां से वे बाई रोड पनकी पावर प्लांट पहुंचेंगे। यहां करीब 10 मिनट तक तैयारियों का निरीक्षण करेंगे। पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण भी करेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री दोनों पावर प्लांट का ऑनलाइन लोकार्पण जनसभा स्थल से करेंगे। कानपुर मेट्रो में करेंगे सफर
मुख्यमंत्री पनकी पावर प्लांट का निरीक्षण करने के बाद पुलिस लाइन हेलिपैड पर उतरेंगे। यहां से वे नयागंज मेट्रो स्टेशन से रावतपुर मेट्रो स्टेशन तक जाएंगे। इस दौरान वे मेट्रो की तैयारियों को लेकर मेट्रो एमडी से जानकारी लेंगे। इसके बाद रावतपुर स्टेशन से निकलकर मुख्यमंत्री विजय नगर स्थित एमएलसी मानवेंद्र सिंह के घर मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। जनसभा स्थल में करेंगे तैयारी बैठक
मुख्यमंत्री योगी विजय नगर से निकलकर सीधे सीएसए ग्राउंड पहुंचेंगे। यहां आयोजित जनसभा स्थल की तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री सीएसए सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। करीब 4 बजे वे सीएसए हेलिपैड से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे। इस प्रकार रहेगा पूरा कार्यक्रम

दूध पिलाती मां और बच्ची की मौत:मेरठ में पड़ोसी की दीवार ढहने से छत गिरी; पति बोले- 9 महीने पहले आई खुशी छिन गई

दूध पिलाती मां और बच्ची की मौत:मेरठ में पड़ोसी की दीवार ढहने से छत गिरी; पति बोले- 9 महीने पहले आई खुशी छिन गई पड़ोसी ने बिना सपोर्ट के ही दीवार बना दी। हादसे से 3 दिन पहले रुखसाना ने झगड़ा भी किया कि ये गिर जाएगी। हमें क्या पता था कि आंधी में उसी दीवार के ढहने से हमारे घर की छत भी गिर जाएगी। मेरी बीवी और फूल जैसी बेटी अल्लाह को प्यारी हो जाएंगी। यह कहते हुए इंतखाब थोड़ा रुकते हैं, वे कहते हैं- हम लोग अंदर वाले कमरे में बैठे थे। रुखसार की गोद में 9 महीने की अमायरा थी। अचानक बेटी को भूख लगी, वो रोने लगी। रुखसार बेटी को लेकर दूसरे कमरे में जाकर दूध पिलाने लगी। बाहर तेज हवा चल रही थी, मैं उसी कमरे में जाकर लेट गया। अचानक जोरदार धमाका हुआ। मेरे ऊपर कुछ गिरा और मैं बेहोश हो गया। मुझे जब होश आया, तब खुद को मिट्‌टी मलबे में दबा पाया। मैं बोलने की कोशिश कर रहा था, मगर आवाज नहीं निकल रही थी। कुछ लोग मुझे मलबे से निकाल रहे थे। मेरी आंखें अपनी बीवी और बेटी को ढूंढ रही थीं। तभी एक लड़के ने मुझे बताया कि चाचा उन्हें नहीं बचा सके। 30 मिनट के तूफान में सब तबाह हो गया। आंधी में 2 जिंदगियां कैसे खत्म हुईं? परिवार का दर्द बांटने के लिए दैनिक भास्कर ऐप की टीम मेरठ के लिसाड़ी गेट के अहमदनगर पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… अब माहौल समझिए… घर में 5 भाई, इंतखाब को छोड़ बाकी के घर पक्के
हम संकरी गली में इंतखाब के घर तक पहुंचे। 200 गज का मकान था। पड़ोसियों ने बताया कि इस मकान में 5 भाइयों का परिवार रहता है। करीब 19 लोग इस परिवार में थे, 4 भाइयों ने अपने हिस्से को पक्का बनवा लिया था। इंतखाब के हिस्से में जो मकान आया, उसकी छत कच्ची थी। इसलिए पड़ोस में लापरवाही से बनाई गई दीवार के गिरने का बोझ नहीं सह सकी। घर का एक हिस्सा ढहा हुआ था। मलबे के बीच जो सामान टूटने से बच गया था, उसे पड़ोसियों के घर में रखवाया जा रहा था। इंतखाब बोले- 9 महीने पहले ही तो खुशियां आईं
हमने इंतखाब से मुलाकात की। वह पेशे से कपड़ा बुनकर हैं। हमने पूछा- आपका कितना नुकसान हो गया? वह कहते हैं- 3 साल पहले मेरा और रुखसार का निकाह हुआ था। 9 महीने पहले हमारे घर में खुशियां आई। मेरी बेटी हुई, मगर हादसे में सब छिन गया। मेरे घर का सारा सामान मलबे में बदल गया है। पूरी गृहस्थी ही उजड़ गई। बीवी और बेटी दोनों को अल्लाह ने अपने पास बुला लिया। मैं कुछ समझ नहीं पा रहा। बड़े भाई बोले- धम्म से आवाज आई, भाई का घर ढह गया
इंतखाब के बड़े भाई जावेद ने कहा- इंतखाब हमारा चौथे नंबर का भाई है। शुक्रवार की रात में हम दोनों काम से लौटे, अचानक आंधी चलने लगी। मौसम पहले से खराब था, ये अंदाजा ही नहीं था कि हादसा हो सकता है। अचानक धम्म से आवाज हुई। पूरा मकान हिल गया। मैं अपने कमरे से बाहर आया, तो देखा कि हमारे ही घर का एक हिस्सा गिरा है। हमने पूछा- ये हादसा हुआ कैसे? वह कहते हैं- पड़ोसी के मकान की दीवार आंधी में हमारी छत पर गिरी। इसकी धमक से हमारा मकान ढह गया। मलबे में हमारे परिवार के लोग दब गए। बिना सपोर्ट की दीवार बनाने रुखसार का हुआ झगड़ा
इंतखाब के घर के बाहर ही पड़ोसी मोहम्मद शहजाद अली गुड्डू भाई मिले। शहजाद ने बताया- करीब रात 9 बजे आंधी आई थी। यहां अय्यूब के मकान में चिनाई का काम रुका हुआ था। लगभग 6 फीट की दीवार बिना सपोर्ट के खड़ी थी। इंतखाब का मकान भी कच्चा था, इसलिए दीवार गिरने का वजन नहीं सह सका। बिना सपोर्ट के इतनी बड़ी दीवार बनाने पर 3 दिन पहले रुखसार और पड़ोसी अय्यूब का झगड़ा भी हुआ था। रुखसार ने कहा था- ये दीवार गिर जाएगी और वही हुआ। 7 साल के भतीजे पर गिरा दरवाजा
इंतखाब के 7 साल के भतीजे अहतशुब के पैर पर दरवाजा गिर गया, जिससे वो घायल हो गया। अहतशुब ने बताया- इंतखाब मेरे चाचा हैं। मैं मकान में अंदर था, चाची (रुखसार) के घर दूध का पतीला देने जा रहा था। अचानक आंधी आई और मकान गिर पड़ा। मेरे ऊपर भी अचानक भारी दरवाजा गिर गया। चोट लगने से मैं हिल भी नहीं पा रहा था। मलबे में अपनों को तलाशते रहे
इंतखाब के बड़े भाई मो. सलीम ने बताया- जिस वक्त हादसा हुआ मैं इस्लामाबाद में अपने दोस्त की बहन की शादी में गया हुआ था। मैंने तो हादसे में अपना परिवार खो दिया। उस मंजर को याद नहीं करना चाहता। रुखसार बहुत अच्छी लड़की थी। उसे इस तरह की मौत नहीं मिलनी चाहिए थी। अल्लाह ने बहुत गलत किया। हाथों ने फावड़ों, जेसीबी का काम किया
इंतखाब के पड़ोसी अनस ने कहा कि आंधी के साथ टीन, टप्पर उड़ रहे थे। अचानक धम्म जैसी तेज आवाज आई, तभी हमें लगा कि कुछ हुआ है। फिर हम लोग तुरंत इस मकान की ओर भागे। आदमियों के हाथों ने फावड़े और जेसीबी का काम किया। हाथों से ही हम लोगों ने मिट्‌टी, बल्ली, ईंटें उठाकर मां-बेटी को मलबे से निकाला। महिला की उस वक्त सांस चल रही थी, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बच्ची पहले ही दबने से मर चुकी थी। मकान में कौन-कौन रहता है, ये जानिए यह मकान मास्टर साहब का है
यह मकान इंतखाब के पिता मरहूम मास्टर साहब इशाक का है। उनके 5 बेटे परिवार संग मकान में रहते हैं। आगे के हिस्से में चौथे नंबर का बेटा इंतखाब रहता है। वह कपड़े का बुनकर है। वह पत्नी रुखसार और 9 महीने की बेटी अमायरा के साथ रहता था। मकान का ये हिस्सा कच्चा है, इसी पर दीवार गिरी और मकान ढह गया। इसके अलावा मकान में मास्टर इशाक की पत्नी मोबीना रहती हैं। बेटे सलीम , जावेद, दिलशाद, इंतखाब, अविवाहित बेटा नावेद रहते हैं। घायल : ———————— अब आंधी-बारिश से हुए नुकसान की खबर पढ़िए… लखनऊ में तूफान, सैकड़ों पेड़ गिरे, पानी की टंकी उड़ी; संभल में बिजली गिरने से पेड़ जला; मेरठ में मां-बेटी की मौत लखनऊ में शनिवार सुबह 3 बजे तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। जेसीबी और क्रेन बुलवाकर पेड़ों को हटवाया गया। हवा इतनी तेज थी कि मकानों पर रखे गमले, सोलर प्लेट और पानी की टंकी तक उड़ गई। कई कॉलोनियों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई। पढ़िए पूरी खबर…

महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी कंपनी में कैसे फैली आग:बिना इजाजत 1.5km में फैला दिए बांस-बल्ली, तेज हवा से 10 घंटे धधका गोदाम

महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी कंपनी में कैसे फैली आग:बिना इजाजत 1.5km में फैला दिए बांस-बल्ली, तेज हवा से 10 घंटे धधका गोदाम महाकुंभ क्षेत्र के परेड ग्राउंड में लल्लूजी टेंट कंपनी का गोदाम 10 घंटे तक आग में धधकता रहा। इसको बुझाने के लिए 6 करोड़ लीटर पानी डालना पड़ा। 55 फीट ऊंचाई तक भड़की आग की लपटों को काबू करने के लिए सेना बुलानी पड़ी। 5 लाख से ज्यादा बांस-बल्लियां, रजाई-गद्दों की वजह से आग तेजी से करीब डेढ़ लाख वर्ग फीट एरिया में फैला गई। फायर फाइटर के सामने 2 तरह की चुनौतियां थीं। पहली- 200 मीटर दूर तक तपन महसूस हो रही थी। दूसरा- 40Km प्रति घंटे से चल रही हवाएं आग को फैला रही थीं। CFO आरके पांडेय के मुताबिक, इस आग के पीछे बड़ी लापरवाही थी। बिना इजाजत 1.5km में बांस-बल्ली और टेंट फैला दिए थे। आगरा पर काबू पाने की स्ट्रेटजी क्या थी? इसको लेकर दैनिक भास्कर ने आग बुझाने वाले फायर फाइटर और अधिकारियों से बात की। पढ़िए रिपोर्टर… टेंट को खोलकर 5 लाख से ज्यादा बांस बल्लियां रख दी
महाकुंभ मेला डेढ़ महीने पहले खत्म हो चुका है। टेंट सिटी को समेटने का काम चल रहा है। इसमें लल्लू जी एंड संस और उनकी सहयोगी कंपनियों के लेबर काम कर रहे हैं। फायर फाइटर से बात करके सामने आया कि टेंट सिटी को खोलकर सारा सामान इस गोदाम में रखा जा रहा है। शनिवार सुबह तक लल्लू जी टेंट कंपनी के गोदाम में क्षमता से ज्यादा समान जुटा लिया गया था। 5 लाख से ज्यादा बांस-बल्लियां गोदाम के बाहर इकट्ठा कर दिए गए, ऊंचे ढेर लग गए। गोदाम के अंदर के हिस्से में रजाई, गद्दे, टेंट के कपड़े, अलमारी, मेज-कुर्सी और प्लाइवुड रखे गए थे। इस गोदाम में 24 घंटे 25 से ज्यादा मजदूर रहते थे। टीम ने CFO आरके पांडेय से बात की। उन्होंने बताया- लल्लूजी एंड संस कंपनी को 800 मीटर की क्षमता का गोदाम बनाने की अनुमति दी गई थी। करीब 1 किमी के एरिया में गोदाम फैला लिया। फिर सड़क के किनारे भी 1 किमी की परिधि में बल्ली, पटरा, रुई, फोम के गद्दे, सिलेंडर इकट्ठे करते रहे। गोदाम के अंदर स्कूटी और कार तक खड़े मिले। क्षमता से ज्यादा सामान होने की वजह से आग पर काबू पाने में दिक्कत हुई। भीगे कंबल ओढ़कर, प्लाईवुड को ढाल बनाकर पानी की बौछार की
शनिवार की सुबह करीब 7 बजे अचानक गोदाम से धुएं के गुबार उठते देखे गए। कुछ देर में ही 50-55 फीट ऊंची लपटे दिखाई देने लगीं। तपन इतनी थी कि फायर फाइटर्स को भीगे हुए कंबल ओढ़कर और प्लाईवुड की आड़ लेकर पानी की बौछार करनी पड़ रही थी। 60 से ज्यादा फायर फाइटर्स 10 घंटे जूझते रहे। कई के शरीर पर छाले पड़ने की बात भी सामने आई हैं। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग कैसे भड़की, इसके 2 अनुमान
अब सवाल उठता है कि आग लगी कैसे? गोदाम से जुड़े लोगों से बात करके 2 वजह समझ आईं। पहली- खाना बनाने के दौरान सिलेंडर से लीकेज हुई। दूसरी- लेबर ने सुलगती हुई बीड़ी रजाई-गद्दों पर फेंक दी। CFO आरके पांडेय ने कहा- हम जांच कर रहे हैं। आग भड़कने का सटीक कारण 24 घंटे बाद ही सामने आ सकेगा। सुबह 7 बजे से लगी आग जब 11 बजे तक काबू में नहीं आई, तब फायर फाइटर्स भी घबराए थे। शहर में दमकल गाड़ियों की कमी महसूस होने लगी। अब उनकी बात, जिन्होंने आग को सबसे पहले देखा सरवन बोले- ये लोग अंदर खाना बनाते, आग तो लगनी ही थी
लल्लूजी एंड संस के गोदाम से आगे ही बस्ती है, यहां रहने वाले सरवन सबसे पहले स्पॉट पर पहुंचे थे। उन्होंने ही झुग्गी झोपड़ी के लोगों को इकट्‌ठा किया और घर की बाल्टियों और बर्तनों के साथ गहरे नाले में कूद गए। पानी निकालकर गोदाम में लगी आग पर काबू पाने में मदद की। उन्होंने कहा- अगर आग फैलती तो बस्ती जल जाती। हमने पूछा- आग कैसे लगी क्या लगता है? वह कहते हैं- अंदर लेबर रहती है। वहीं पर खाना पकाती है, सिलेंडर रखते हैं। मुझे लगता है कि उसकी लीकेज से ही आग लगी होगी। कमलेश ने कहा- मुझे लगा किसी ने आग लगा दी
बस्ती में कमलेश कुमार का भी घर है। उन्होंने कहा- 6:30 बजे आग शुरू हुई थी। गोदाम के एक कोने से अचानक धुआं निकलने लगा। घंटों तक सब कुछ जलता रहा। इससे ऐसा लग रहा है कि यह आग लगाई गई है। पिछले साल भी इसी जगह पर आग लगी थी। गोदाम और बस्ती के बीच में 15 फीट चौड़ा नाला था। इसकी वजह से आग बस्ती तक नहीं फैल सकी। वरना इस बस्ती में 150 घर है, करीब 800 लोग रहते हैं। बस्ती के 200 लोग फायर फाइटर की मदद करते रहे
सजल श्रीवास्तव ने कहा- बस्ती के 200 से ज्यादा लोग आग बुझाने में किसी न किसी तरह से मदद करते रहे। कोई पानी भरने में दमकल वालों की मदद कर रहा है, तो कोई पानी की पाइप जोड़ रहा। इसके अलावा कई लोग तो बांस बल्लियां हटा कर आग को फैलाने से रोकने में लगे हैं। 11 बजे तक आग काबू में नहीं आई, तब सेना को बुलाया गया सेना के अधिकारी ने कहा- वाटर टेक्नीक से आग बुझाई
सेना के फायर अधिकारी वाई.यस. राय ने कहा- हमारे 20 फायर फाइटर्स के जवान 4 गाड़ियों में लगे रहे। सब का आग बुझाने का अपना-अपना तरीका है। हम सैनिक हैं। कठिन हालत में हमें अधिकारियों के निर्देश पर भेजा जाता है। आग बुझाने के लिए हम सैनिक वाटर प्रेशर टेक्नीक का इस्तेमाल करते हैं। इसमें हम पहले आग की दीवार को तोड़ने के लिए प्रेशर से वाटर फेंकते हैं। दूसरी टीम, आग के कम होने के स्थान पर ज्यादा पानी डालकर आग को बुझाती है। इस तरह से आग फैल नहीं पाती है। जवान आग की तपिश कम होने पर गोदाम के अंदर घुस गए। बुलडोजर की मदद से लकड़ी के तख्त और रजाई-गद्दे उलट-पलट कर पानी डाला, जिसके बाद आग काबू में आनी शुरू हुई। प्रोपराइटर बोले- गोदाम था, तो फायर ब्रिगेड क्यों हटाई?
लल्लूजी डेरा वाले के प्रोपराइटर राजीव अग्रवाल ने कहा- जब यहां इतना बड़ा गोदाम है, तो यहां से फायर ब्रिगेड को क्यों हटा दिया गया? जबकि इसके लिए हम लोग कह रहे थे कि यहां से फायर ब्रिगेड नहीं हटाई जानी चाहिए। जिम्मेदारों की लापरवाही है। हमने सुबह फायर ब्रिगेड को फोन किया तो सिर्फ 2 गाड़ियां आईं, पानी तक इनके पास नहीं था। बाद में पाइप लगाकर अरेंज होता रहा। तब तक आग बड़े एरिया में आग फैल गई। SDM मेला ने कहा- बास बल्लियों को शिफ्ट करके आग पर काबू पाया
SDM मेला विवेक कुमार शुक्ला ने कहा- आग पर काबू पाने के लिए आसपास की बस्तियों से भी मदद ली गई। गाड़ियां मंगवाकर सामान शिफ्ट किया गया। टेंट के दूसरे गोदाम तक सामान पहुंचवाया गया। दूसरे गोदाम के बांस बल्लियों को नगर निगम की गाड़ियों एवं पानी के टैंकर से गीला कर दिया गया। इस तरह से आग की चेन को तोड़ने की कोशिश की जाती रही। दरअसल, सेना के मोर्चा लेने के बाद आग थोड़ी नरम पड़ी, इसके बाद पानी में भीगी अधजली बांस बल्लियों को हटवाने का काम शुरू कराया गया। दोपहर करीब 3 बजे एक बार फिर आग हवा की तेजी के चलते भड़क उठी, लेकिन आग को हवा के बहाव की दिशा में सपोर्ट नहीं मिला, लिहाजा आग पर शाम को 5 बजे तक काबू पा लिया गया। ………………….. यह भी पढ़ें : महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी के गोदाम में भीषण आग:फायर कर्मियों के शरीर पर फफोले पड़े; 5 लाख बल्लियां जलीं प्रयागराज महाकुंभ में टेंट सिटी बसाने वाले लल्लूजी के गोदाम में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। गोदाम में 5 लाख बांस-बल्लियां, टेंट के पर्दे, रजाइयां और गद्दे रखे थे। इससे आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया। गोदाम में रखे गए सिलेंडर फटने लगे। 5 लाख बल्लियां जल गईं। आग की लपटें 3 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं। पढ़िए पूरी खबर…

प्रेमी ने जागरण के लिए खरीदा था सांप:वापस करने का वादा किया था; मेरठ में सपेरा बोला- मैंने पैसे भी नहीं मांगे थे

प्रेमी ने जागरण के लिए खरीदा था सांप:वापस करने का वादा किया था; मेरठ में सपेरा बोला- मैंने पैसे भी नहीं मांगे थे यूपी के मेरठ में गला घोंटकर पति की हत्या और फिर उसको सांप से कटवाने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि एक सपेरे ने ये सांप 4 दिन पहले एक घर से पकड़ा था। ये सांप पड़ोसी सपेरे ने चुराकर हत्यारोपी महिला के बॉयफ्रेंड को एक हजार रुपए में बेच दिया। पहले लोग जिस सांप को जहरीला वाइपर मान रहे थे, वह घोड़ा-पछाड़ (धमन) प्रजाति का रैट स्नेक है। ये जहरीला नहीं होता। इसका भोजन सिर्फ चूहे और मेंढक होते हैं। पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड में दो सपेरों को गवाह बनाया है। दैनिक भास्कर सपेरों के उस गांव पहुंचा, जहां से ये सांप खरीदा गया था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले पूरा मामला समझिए बहसूमा थाना क्षेत्र में अकबरपुर सादात गांव है। यहां रहने वाला टाइल्स-पत्थर मिस्त्री अमित कश्यप 15 अप्रैल की सुबह चारपाई पर मृत मिला। शरीर पर नाखून से खरोंच जैसे निशान थे। बिस्तर पर ही एक सांप मिला। माना गया, सांप के काटने से मौत हुई है। लेकिन, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। इस मामले में अमित की पत्नी रविता और उसके बॉयफ्रेंड अमरदीप की गिरफ्तारी हुई। दोनों ने हत्या के बाद सांप से अमित को डसवाया, ताकि यह लगे कि सांप के काटने से उसकी मौत हुई है। इस गांव में 200 से ज्यादा सपेरे, पीढ़ी दर पीढ़ी यही काम
मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे से करीब 3 किलोमीटर अंदर चलने पर हम महमूदपुर सिखेड़ा गांव पहुंचे। इसे सपेरों का गांव भी कहा जाता है। यहां 200 से ज्यादा सपेरों के परिवार रहते हैं। यहां पूरे के पूरे खानदान इस पुश्तैनी काम को संभाले हैं। गांव के बाहर DJ बज रहे थे। पता चला, गांव में आज दो बारातें आई हैं। ढूंढते-ढूंढते हम प्रीतम के घर पहुंचे। 70 साल के प्रीतम घर की गैलरी में चारपाई पर बैठे थे। सपेरों में देहरान दरिनाथ गोत्र से ताल्लुक रखने वाले प्रीतम को खुद नहीं पता कि वो कौन-सी पीढ़ी हैं, जो सांप पकड़ने का काम कर रहे हैं। बस इतना कहते हैं कि ये हमारा पुश्तैनी काम है। हमारी जितनी भी पीढ़ी आएंगी, वो बस यही काम करेंगी। जिस सांप ने अमित को काटा, वो प्रीतम ने पकड़ा था
जिस सांप से अमित को डसवाया गया, वह सपेरे प्रीतम ने पकड़ा था। प्रीतम बताते हैं- उस घटना से करीब तीन-चार दिन पहले मैंने गांव के ही एक घर से वो सांप पकड़ा था। घोड़ा-पछाड़ प्रजाति का ये सांप था, जो बंद घरों या खेतों में मिलता है। इसका भोजन चूहे और मेंढक होते हैं। ये इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाता, क्योंकि जहरीला नहीं होता। पड़ोसी सपेरा चुराकर ले गया, पुलिस आई तब पता चला
प्रीतम बताते हैं- ये सांप पकड़कर मैं घर ले आया। वो एक डिब्बे में बंद था और घर के कमरे में रखा था। मेरे घर के पीछे वाली गली में ही कृष्ण रहता है। वो भी पेशे से सपेरा है, मेरे साथ यही काम करता है। कृष्ण मेरे घर से ये सांप चुराकर ले गया। मुझे उस वक्त ये पता नहीं चला। कृष्ण ने ये सांप एक व्यक्ति को एक हजार रुपए में बेच दिया। वो व्यक्ति कृष्ण के पास आया था। कह रहा था कि किसी को डराने के लिए एक सांप चाहिए। कृष्ण को नहीं पता था कि उस व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा है। इसलिए उसको ऐसा सांप दिया, जो जहरीला नहीं था। इस सांप के काटने से कोई भी इंसान मर नहीं सकता। पुलिस जब पूछताछ करते हुए मेरे घर आई, तब मुझे पता चला कि जो सांप मैंने पकड़ा था, वो चोरी हो चुका है। सपेरा कृष्ण बोला- मुझसे तो देवी जागरण के नाम पर सांप ले गए
इस पूरे मामले में सपेरे कृष्ण कृष्ण ने बताया- हमारा काम सिर्फ घरों से सांप पकड़ना और उसको जंगलों में छोड़ना है। एक लड़का राजकुमार है। उसने किसी और से बात करवाई थी। राजकुमार के जरिए ही उस व्यक्ति को सांप दिया था। वो हमसे देवी जागरण में कलाकारी दिखाने के नाम पर सांप लेकर गया था। ये भी कहा था कि देवी जागरण होने के बाद हम सांप वापस कर देंगे। इसके बाद उसने सांप का क्या किया, हमें कुछ नहीं पता। उसने अपनी मर्जी से एक हजार रुपए मुझे दिए थे, मैंने रुपए नहीं मांगे। सपेरे कृष्ण के दो तरह के बयान
हालांकि, कृष्ण के दो तरह के बयान सामने आए हैं। पुलिस को उसने बताया कि किसी को डराने की बात कहकर एक व्यक्ति उससे सांप ले गया था। जबकि मीडिया को दिए ऑन कैमरा बयान में उसने कहा कि एक व्यक्ति देवी जागरण में कलाकारी दिखाने की बात कहकर उससे सांप ले गया था। दो सपेरों को पुलिस ने बनाया गवाह
मेरठ के एसपी (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने बताया- पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि रविता का बॉयफ्रेंड अमरदीप ये सांप महमदपुर सिखेड़ा गांव से खरीदकर लाया था। पुलिस इस गांव में पहुंची। सपेरे कृष्ण से पूछताछ की। उसने बताया कि अमरदीप आया था और किसी व्यक्ति को सांप से डराने की बात कह रहा था। इसलिए मैंने उसको ऐसा सांप दिया, जो जहरीला नहीं था। वो बार-बार मुझसे सांप की कीमत पूछ रहा था। मैंने कीमत नहीं बताई। फिर भी वो एक हजार रुपए दे गया था। रविता की मां बोली- बेटी को 4 घंटे पीटकर जुर्म कुबूल करवाया
अमित की पत्नी रविता का मायका मुजफ्फरनगर जिले के गांव सैदपुर खुर्द में है। हमने इस केस में उसके मायके पक्ष के लोगों से भी बात की। रविता की मां मुनेश ने बताया- बेटी की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही मैं मेरठ के बहसूमा थाने पहुंची। वहां पुलिसवालों ने मेरी बात बेटी से करवाई। रविता ने बताया कि पुलिस ने मुझे 4 घंटे तक पीटा है। एक महिला पुलिसकर्मी मेरा वीडियो बना रही थी। अगर मैं बोलना बंद कर देती थी, तो कुछ पुलिसकर्मी मेरी पिटाई करते थे। पुलिसवालों ने मेरी बेटी पर अपने मनमाफिक बयान देने का दबाव बनाया है। ‘गला घोंटती तो पूरे गले पर निशान होता, लेकिन ऐसा नहीं था’
रविता के बड़े भाई गुलाब सिंह कहते हैं- रविता को गलत रूप में आज तक हमने नहीं देखा। वो अपने पति के साथ 4 साल कर्नाटक में भी रही। फिर वापस मेरठ आकर मकान बनाया। हमने आज तक बहन के बारे में कभी गलत नहीं सुना। 14 अप्रैल को हमारा पूरा परिवार शाकुंभरी देवी के दर्शन करने के लिए सहारनपुर गया था। रविता और उसका पति अमित भी साथ गए थे। अगले दिन पता चला कि अमित को सांप ने डंस लिया। जब डॉक्टरों ने अमित को मृत घोषित कर दिया, तब हमने ही शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए कहा। उस वक्त अमित की मां-पत्नी और दोनों भाभी ने पोस्टमॉर्टम के लिए मना किया था। ————————— ये खबर भी पढ़ें… पत्नी ने हत्या की, फिर 10 बार सांप से डसवाया, बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मर्डर किया, मेरठ में फिर मुस्कान जैसी वारदात मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ हत्याकांड जैसी वारदात फिर हुई है। यहां पत्नी ने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर सोते वक्त पति का गला घोंटा, फिर शव के नीचे सांप को दबा दिया। सांप ने युवक को 10 बार डसा। वारदात के बाद बॉयफ्रेंड को वहां से भगा दिया और खुद दूसरे कमरे में सोने चली गई। सुबह जब घरवाले उठे तो देखा कि युवक की मौत हो चुकी थी। उसके हाथ के नीचे एक जिंदा सांप दबा हुआ था। पढ़ें पूरी खबर

VIDEO में देखिए हर्षा रिछारिया की 4 दिन की पदयात्रा:मुस्लिम युवती टीका लगाकर शामिल हुई, 80 साल की बुजुर्ग महिला ने डांस किया

VIDEO में देखिए हर्षा रिछारिया की 4 दिन की पदयात्रा:मुस्लिम युवती टीका लगाकर शामिल हुई, 80 साल की बुजुर्ग महिला ने डांस किया सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया। प्रयागराज के महाकुंभ से फेमस हुईं। 14 अप्रैल को वृंदावन से अब संभल के लिए पदयात्रा शुरू की। लेकिन, इसके तीसरे दिन 17 अप्रैल को प्रशासन ने बुलंदशहर में ही पदयात्रा रोक दी। इसके बाद हर्षा ने सोशल मीडिया पर रोते हुए एक वीडियो जारी किया। इसके बाद हर्षा ने एक और वीडियो जारी किया, जिसमें सीएम योगी से पदयात्रा को मंजूरी देने की अपील की। 4 दिन की हर्षा की पदयात्रा के दौरान कई रंग देखने को मिले। पदयात्रा में शामिल होने एक मुस्लिम युवती अलीशा खान टीका लगाकर पहुंचीं। तो मोहकमपुर गांव में एक 80 साल की महिला हर्षा के साथ डांस करने लगी। वीडियो में देखिए हर्षा रिछारिया की पदयात्रा की पूरी कहानी…

बहन मां बनती, रिश्ता तय और फिर दूल्हा लुटता:यूपी में लुटेरी दुल्हन ने 13 युवकों को लूटा; दूसरी रेप में फंसाकर रुपए ऐंठती

बहन मां बनती, रिश्ता तय और फिर दूल्हा लुटता:यूपी में लुटेरी दुल्हन ने 13 युवकों को लूटा; दूसरी रेप में फंसाकर रुपए ऐंठती मासूम चेहरा और सुंदर नयन-नक्श वाली लड़की की तस्वीर। ऐसी तस्वीर, जिसे देखते ही युवक शादी के लिए हां बोल देते। फिर यहीं से तैयार होता लूटने का प्लान। इस गैंग में 5 लोग शामिल थे। लुटेरी दुल्हन की बहन और पिता भी इसमें शामिल थे। इस गैंग ने 13 युवकों को इसी तरह से लूटा। यह पहला मामला नहीं है। हरदोई में ही एक दूसरा गैंग भी सामने आया है। यूपी में हर महीने लुटेरी दुल्हन के मामले सामने आ रहे हैं। इस बार संडे बिग स्टोरी में दूल्हों को लूटने के तरीके, ऐसे किरदारों की कहानी… ———————— ये खबर भी पढ़ें… हर्षा रिछारिया की पदयात्रा बीच में रुकी, राहुल गांधी-धीरेंद्र शास्त्री भी कर चुके हैं पदयात्रा; जानिए इससे क्या हासिल होता है प्रयागराज महाकुंभ से चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया ने 14 अप्रैल को वृंदावन से पदयात्रा शुरू की। 20 अप्रैल को संभल पहुंचने, फिर 21 अप्रैल को यात्रा के समापन का लक्ष्य रखा। हर्षा ने बताया था कि यह यात्रा वह सनातन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए निकाल रही हैं। हालांकि, 17 अप्रैल को अलीगढ़ में प्रशासन ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। हर्षा रिछारिया से पहले भी कई राजनीतिक शख्सियतें और पार्टियां भी पदयात्रा निकाल चुकी हैं। पढ़ें पूरी खबर

सोशल मीडिया पोस्ट लाइक करना अपराध नहीं:इलाहाबाद हाईकोर्ट बोला- IT एक्ट में अश्लील फोटो या वीडियो शेयर करना जुर्म माना जाएगा

सोशल मीडिया पोस्ट लाइक करना अपराध नहीं:इलाहाबाद हाईकोर्ट बोला- IT एक्ट में अश्लील फोटो या वीडियो शेयर करना जुर्म माना जाएगा सोशल मीडिया पोस्ट को शेयर करना और लाइक करना अलग-अलग मामला है। भड़काऊ पोस्ट को लाइक करना नहीं, शेयर करना अपराध है। इस पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की धारा 67 लागू नहीं होती। IT एक्ट के तहत केवल अश्लील तस्वीर या वीडियो का प्रसारण ही अपराध के दायरे में आता है। यह टिप्पणी इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव ने एक मामले की सुनवाई के दौरान की। जज ने CJM आगरा की अदालत में इमरान के खिलाफ लंबित आपराधिक कार्यवाही को रद्द कर दिया। जानिए पूरा मामला
आगरा के मंटोला थाना क्षेत्र के इमरान पर चौधरी फरहान उस्मान नाम की ID से फेसबुक पर प्रसारित एक पोस्ट को लाइक करने का आरोप है। उस पोस्ट में विरोध-प्रदर्शन और राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के लिए आगरा कलेक्ट्रेट पर लोगों को बुलाने की अपील की गई थी। इस पोस्ट के बाद एक समुदाय विशेष के करीब 600-700 लोगों ने बिना इजाजत जुलूस निकाला था। इससे शांति व्यवस्था भंग हुई थी। पुलिस ने उस पोस्ट को भड़काऊ माना। पुलिस ने खुद इमरान पर FIR दर्ज की थी
पुलिस ने खुद संज्ञान लेते हुए इमरान के खिलाफ IT एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोप पत्र ट्रायल कोर्ट में दाखिल किया था। इमरान पर आरोप था कि उसने सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश पोस्ट किए, जिससे लगभग 600-700 लोगों की भीड़ बिना अनुमति के जुट गई। कोर्ट ने इमरान को बतौर आरोपी तलब किया था। इमरान ने अर्जी दाखिल कर मामले के आरोप पत्र, संज्ञान आदेश और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आगरा के समक्ष लंबित आपराधिक वाद को रद्द करने की मांग की थी। पुलिस बोली- इमरान ने फेसबुक से पोस्ट डिलीट किया
आरोपी के वकील ने दलील में बताया कि युवक ने फेसबुक अकाउंट पर ऐसा कोई आपत्तिजनक पोस्ट प्रसारित नहीं किया है, जो IT एक्ट के तहत अपराध हो। वहीं, पुलिस का कहना था कि इमरान ने अपने फेसबुक से भड़काऊ पोस्ट डिलीट कर दिया है। लेकिन, वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी ही सामग्री पाई गई है। कोर्ट ने पुलिस की केस डायरी में पाया कि इमरान ने उस्मान के पोस्ट को केवल लाइक किया है। लिहाजा, कोर्ट ने इमरान के खिलाफ CJM आगरा में लंबित याची के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही रद्द कर दी। —————— ये खबर भी पढ़िए- ‘शादी की है तो समाज का सामना भी करें’: इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी- सिर्फ मर्जी से शादी करने से कोई सुरक्षा का अधिकार नहीं मिलता अपनी मर्जी से शादी करने मात्र से जोड़े को सुरक्षा की मांग करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। यदि उनके साथ दुर्व्यवहार या मारपीट की जाती है तो कोर्ट और पुलिस उनके बचाव में आएगी। उन्हें एक-दूसरे के साथ खड़े होकर समाज का सामना करना चाहिए। ये आदेश मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव ने चित्रकूट की श्रेया केसरवानी और अन्य की याचिका का निपटारा करते हुए दिया। पढ़ें पूरी खबर…

सरकारी स्कूलों के टीचर्स को पढ़ाया जाएगा AI और कोडिंग:IIIT लखनऊ देगा शिक्षकों को हाईटेक ट्रेनिंग, 2 राउंड में ट्रेनिंग होगी

सरकारी स्कूलों के टीचर्स को पढ़ाया जाएगा AI और कोडिंग:IIIT लखनऊ देगा शिक्षकों को हाईटेक ट्रेनिंग, 2 राउंड में ट्रेनिंग होगी IIIT लखनऊ, प्रदेश के परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को डिजिटल लिटरेसी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रशिक्षित करेगा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्रशिक्षुओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 8वीं तक के स्टूडेंट्स के पाठ्यक्रम में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देगा। शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने बताया कि शिक्षकों को तीन महीने के बेसिक कोर्स का प्रशिक्षण IIIT के विशेषज्ञ देंगे। प्रदेश भर में डायट के 150 प्रवक्ताओं और हर जिले से कंप्यूटर शिक्षा का अच्छा ज्ञान रखने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। दोनों मोड में दिए जाएंगे प्रशिक्षण IIIT के विशेषज्ञ इन्हें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में प्रशिक्षण देंगे। विशेषज्ञ शिक्षकों और डायट प्रवक्ताओं को कोडिंग, डिजिटल लिटरेसी और AI के विषय में नवीनतम जानकारी देंगे। उन्हें बताएंगे कि किस तरह छात्रों को इसका रोचक ढंग से ज्ञान दिया जाए। प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षकों को SCERT सर्टिफिकेट भी देगा। 2 चरणों में प्रशिक्षण कार्यक्रम को तैयार किया गया है। 2 चरणों में होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम पहले चरण में डायट प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, जो कि इसी महीने शुरू होगा। दूसरे चरण में शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। फिलहाल IIIT लखनऊ के विशेषज्ञों के माध्यम से तैयार मास्टर ट्रेनर शिक्षक आगे जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर दूसरे शिक्षकों को AI, डिजिटल लिटरेसी और कोडिंग के बारे में ज्ञान देंगे।