गुरदासपुर में नशा तस्कर गिरफ्तार:आधा किलो से ज्यादा हेरोइन बरामद, स्विफ्ट कार जब्त, पुलिस को देख भागने की कोशिश

गुरदासपुर में नशा तस्कर गिरफ्तार:आधा किलो से ज्यादा हेरोइन बरामद, स्विफ्ट कार जब्त, पुलिस को देख भागने की कोशिश पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत गुरदासपुर पुलिस ने 532 ग्राम हेरोइन के साथ एक तस्कर को स्विफ्ट कार समेत गिरफ्तार किया है। एसपी बलविंदर सिंह के मुताबिक, थाना कलानौर के एसएचओ साहिल पठानिया के नेतृत्व में नाकाबंदी की गई थी। एक स्विफ्ट कार को रोकने का इशारा किया गया। चालक ने भागने की कोशिश की, लेकिन बैरिकेड्स की मदद से उसे पकड़ लिया गया। आरोपी की पहचान चरणजीत सिंह उर्फ चन्ना के रूप में हुई। पकड़ा गया आरोपी हरीमाबाद का रहने वाला है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अमेरिका में रह रहे साहिब सिंह और गुरलाल सिंह के कहने पर ड्रग्स की तस्करी कर रहा था। 5 फरवरी को उसने अमृतसर से दो पैकेट हेरोइन लाकर कादियां रोड बटाला में सप्लाई की। 10 तारीख को वेरका बाइपास से 10 पैकेट और 13 फरवरी को वल्ला बाइपास अमृतसर में 9 पैकेट हेरोइन की डिलीवरी की थी। पुलिस ने बताया कि गुरलाल सिंह पर पहले से एनडीपीएस एक्ट, असलहा एक्ट और लड़ाई-झगड़े के चार मामले दर्ज हैं। चरणजीत सिंह पर भी दो मामले दर्ज हैं। साहिब सिंह और गुरलाल सिंह को नामजद कर जांच की जा रही है।

जगराओं में गैंगस्टर धरमिंदर सिंह रिमांड पर:राजा ढाबा फायरिंग केस, अमृतसर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई पुलिस

जगराओं में गैंगस्टर धरमिंदर सिंह रिमांड पर:राजा ढाबा फायरिंग केस, अमृतसर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई पुलिस लुधियाना-फिरोजपुर हाईवे स्थित राजा ढाबा पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। थाना सिटी पुलिस ने अमृतसर जेल में बंद गैंगस्टर धरमिंदर सिंह उर्फ बाजी को प्रोडक्शन वारंट पर जगराओं लाया गया है। तीन दिन के रिमांड पर गैंगस्टर गैंगस्टर बाजी गांव दोसांझ महिणा का रहने वाला है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। बस स्टैंड चौकी के इंचार्ज सुखविंदर सिंह के अनुसार, आरोपी कई मामलों में अमृतसर की जेल में बंद है। जेल में रहते हुए कराई फायरिंग पुलिस को आशंका है कि गैंगस्टर ने जेल में रहते हुए अपने साथियों के माध्यम से राजा ढाबा की पार्किंग में फायरिंग करवाई है। पुलिस को शक है वह जेल से ही अपने गिरोह को संचालित कर रहा है। बुधवार की देर रात हुई इस फायरिंग के मामले की पुलिस गहराई से जांच कर रही है। हवा में की फायरिंग से डर का माहौल बता दें कि 26 फरवरी की देर रात दहशत का माहौल बन गया था, जब कार सवार दो युवकों ने कार से उतरते ही ढाबा की पार्किंग में खड़े होकर दोनों हाथों में रिवाल्वर पकड़ कर हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दी थी। ढाबा में काम करने वालों समेत अन्य लोग घबरा गए थे। सीसीटीवी में कैद हुई घटना यह पूरी वारदात वहा लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी। जिसमें साफ दिखाई दे रहा था, आरोपी दोनों हाथों में दो-दो रिवॉल्वरों से गोलियां चला रहे थे। वारदात के बाद आरोपी जगराओं की तरफ फरार हो गए थे। इतना ही नहीं आरोपी जिस गाड़ी में सवार होकर आए थे। उस गाडी का नंबर भी पुलिस को मिल गया था। फायरिंग मामले में गैंगस्टर को लाई पुलिस पुलिस ने ढाबा मालिक के बयानों पर अज्ञात कार चालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। आशंका जताई जा रही है कि वारदात दौरान कार में लगा नंबर जाली हो सकता है, जिसको लेकर पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। इसी मामले को लेकर अब पुलिस अमृतसर से गैंगस्टर को लेकर जगराओं आई है।

अबोहर में पत्नी को बंधक बनाकर पिटाई:पति के अवैध संबंधों का किया विरोध, झगडे़ को लेकर बुलाई गई थी पंचायत

अबोहर में पत्नी को बंधक बनाकर पिटाई:पति के अवैध संबंधों का किया विरोध, झगडे़ को लेकर बुलाई गई थी पंचायत फाजिल्का की एक महिला ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का आरोप है कि उसके पति ने एक अविवाहित लड़की से अवैध संबंध बनाए। इसका विरोध करने पर पति ने उसे घर में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा। 35 वर्षीय रजनी की शादी 15 साल पहले अबोहर के धर्मनगरी निवासी व्यक्ति से हुई थी। उसका पति बेकरी चलाता है और पेस्ट्रीज की सप्लाई करता है। रजनी के अनुसार, कुछ समय पहले उसके पति के बस स्टैंड के पास रहने वाली एक लड़की से अवैध संबंध बन गए। इस वजह से पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते थे। ढ़ाई साल पहले इस मामले में पंचायत भी बुलाई गई थी। पंचायत में पति ने वादा किया था कि वह अब ऐसी हरकतें नहीं करेगा, लेकिन उसने अपना वादा नहीं निभाया। पति द्वारा पिटाई किए जाने से रजनी गंभीर रुप से घायल हो गई, उसे पिता ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। रात को नशीला पदार्थ सुंघा देता है पति: रजनी महिला ने बताया कि, रात को उसे कोई नशीला पदार्थ सुंघाकर उक्त लड़की के घर चला जाता है और सुबह उठने तक लौट आता। कल रात भी वह इसी प्रकार से चला गया, लेकिन आज सुबह उसके घर आने पर जब उसे पता चला तो उसने लड़की के भाईयों से कहा कि वे अपनी बहन को समझाए और उसका घर बसने दें, जिसके बाद लड़की के भाईयों ने उसके ससुराल में फोन कर दिय। इस बात का पता जब उसके पति को चला तो उसने कमरे में बंद कर उसे बैल्ट से बुरी तरह से पीटा। पीड़िता ने बताया कि, उसका पति का परिवार और उक्त लड़की का परिवार आपस में मिले हुए हैं और उसे घर से निकालकर उक्त लड़की को अपने घर में लाना चाहते हैं। महिला ने बताया कि उसके दो लड़के हैं जिनकी आयु करीब 15 व 9 साल की है। इसके बावजूद उसका पति उसे घर से निकालना चाहता है। इधर, लड़की के पिता ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

बठिंडा में ट्रक की टक्कर से 2 महिला घायल:स्कूटी से जा रही थी, ड्राइवर मौके से फरार हो गया

बठिंडा में ट्रक की टक्कर से 2 महिला घायल:स्कूटी से जा रही थी, ड्राइवर मौके से फरार हो गया बठिंडा में एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक्टिवा को टक्कर मार दी, जिससे एक्टिवा पर सवार दो महिलाएं घायल हो गई। हादसा दाना मंडी इलाके पर हुआ। घायल महिलाओं की पहचान सुरखपीर रोड की रहने वाली गुरप्रीत कौर (33) और गुरप्रीत कौर (34) के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वॉलंटियर आशु गुप्ता और सुमित माहेश्वरी सक्षम एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत दोनों घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया। चश्मदीद जसविंदर सिंह ने बताया कि हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। सिविल अस्पताल चौकी इंचार्ज धर्म सिंह के अनुसार, घायल महिलाओं के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। फिलहाल दोनों महिलाएं इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं।

बरनाला में युवा किसान ने किया सुसाइड:15 लाख रुपए का कर्ज, पंखे से लटका मिला शव, परिवार का इकलौता बेटा

बरनाला में युवा किसान ने किया सुसाइड:15 लाख रुपए का कर्ज, पंखे से लटका मिला शव, परिवार का इकलौता बेटा पंजाब के बरनाला के धौला गांव में एक युवा किसान ने कर्ज से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। मृतक की पहचान रुपिंदर सिंह के रूप में हुई है। वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। रुपिंदर साढ़े तीन एकड़ जमीन पर खेती करता था। परिवार पर 15 लाख रुपए का कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने आधा एकड़ जमीन भी बेच दी। लेकिन कर्ज कम नहीं हुआ। इस दबाव में वह नशे की लत का शिकार हो गए। घटना बीती शाम की है। रुपिंदर अपने कमरे में था। उनकी मां बाहर घर का काम कर रही थीं। जब वह चाय देने गईं तो कमरे का दरवाजा बंद था। आसपास के लोगों ने दरवाजा तोड़कर देखा तो रुपिंदर पंखे से लटका हुआ था। शव के पास से नशीली गोलियां और सिरिंज भी मिली है। पिता हैं दिल के मरीज मृतक के चाचा बलजिंदर सिंह ने बताया कि परिवार पर सोसाइटी का निजी और महिला लोन मिलाकर 15 लाख रुपए का कर्ज है। रुपिंदर के पिता बलदेव सिंह दिल के मरीज हैं। वह कुछ दिन पहले ही अस्पताल से लौटे हैं। इकलौते बेटे की मौत से मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक के पास कुछ नशीली गोलियां और एक मेडिकल सिरिंज भी मिली है। आशंका जाहिर की जा रही है कि मृतक रूपिंदर सिंह नशीली दवाओं का सेवन करता था। मृतक के परिजनों ने सरकार से 15 लाख का कर्ज माफ करने की भी मांग की है, ताकि पीछे छूट गए माता-पिता अपना भरण-पोषण कर सकें। पुलिस ने शुरू की मामले की जांच इस मामले को लेकर थाना रूड़ेके कबीले के एसएचओ गुरमेल सिंह सहित पुलिस पार्टी ने मृतक के मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

पंजाब के सेहत मंत्री ने युवाओं को चेताया:बोले -स्ट्रॉबेरी कैंडी से रहें सावधान, पहले फ्री में देते हैं; नशेड़ियों का होगा इलाज

पंजाब के सेहत मंत्री ने युवाओं को चेताया:बोले -स्ट्रॉबेरी कैंडी से रहें सावधान, पहले फ्री में देते हैं; नशेड़ियों का होगा इलाज पंजाब सरकार नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही अब नशे के आदी लोगों को इस लत से बाहर निकालकर एक नया जीवन शुरू करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। सभी जिलों में नशा मुक्ति केंद्रों में स्किल सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं, जहां नशा छोड़ने वालों के लिए विभिन्न कोर्स शुरू किए जाएंगे। साथ ही इंडस्ट्री से तालमेल कर उन्हें नौकरी मुहैया करवाई जाएगी। यह बात सरकार द्वारा गठित हाईपावर कमेटी के सदस्य और सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने के नशा मुक्ति केंद्रों का दौरा करने के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों को जेल भेजा जाएगा, जबकि नशे की लत में फंसे लोगों का इलाज करवाया जाएगा और उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने परिजनों से अपील की कि वे अपने बच्चों को नशे से बचाने के लिए आगे आएं और उनका सहयोग करें। इस संबंधी पोस्ट भी उन्होंने शेयर की है। स्कूलों के पास मुफ्त में बांटा जा रहा नशा स्कूलों के आसपास नशे से जुड़ी चीजें मुफ्त में बांटी जा रही हैं, खासकर स्कूली बच्चों को नशा तस्कर इसके जाल में फंसा रहे हैं। इनमें वैपिंग और अन्य नशीले पदार्थ शामिल हैं, जो स्ट्रॉबेरी ड्रग कैंडी सहित कई नामों से बेचे जाते हैं। इसलिए, बच्चों और माता-पिता को सतर्क रहने की जरूरत है। सेहत मंत्री ने माता-पिता से भी अपील की कि वे बच्चों के इलाज में सहयोग करें। नशा मुक्ति केंद्रों में विशेष सुविधाएं सेहत मंत्री ने बताया कि वे पूरे पंजाब का दौरा करेंगे और नशा मुक्ति केंद्रों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे। इन केंद्रों में योग, जिम और खेलों की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं, ताकि नशा छोड़ने वालों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया जा सके। इसके अलावा, उन्हें विभिन्न कौशल सिखाने की भी सुविधा दी जाएगी। नशा छोड़ने वालों को पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा और फिर उन्हें स्किल सेंटरों में प्रशिक्षित किया जाएगा। हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति नशा छोड़ने के बाद फिर से अपनी पुरानी आदतों में लौट जाता है। इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा विशेष जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे, जिससे बच्चों को शिक्षित किया जा सके और उन्हें नशे से दूर रखा जा सके।

जालंधर में ईसाई समाज ने हाईवे को किया जाम:पास्टर बलजिंदर पर दर्ज FIR का विरोध; समर्थक बोले- ये एक साजिश

जालंधर में ईसाई समाज ने हाईवे को किया जाम:पास्टर बलजिंदर पर दर्ज FIR का विरोध; समर्थक बोले- ये एक साजिश पंजाब के जालंधर में रविवार को ईसाई समाज के समर्थकों ने लांबड़ा के ताजपुर के पास हाईवे पर धरना लगा दिया। ये बीते दिनों तारपुर चर्च के पास्टर बलजिंदर सिंह पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में दर्ज एफआईआर का विरोध कर रहे थे। समर्थकों में विजय और चंदन की गिरफ्तारी न होने से भी नाराजगी दिखी। समर्थकों ने कहा कि एसएसपी ने तो हमारा साथ दिया, मगर निचले अधिकारियों ने उक्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। धरना स्थल पर पहुंचे ईसाई समाज के नेता अवतार सिंह ने कहा- कपूरथला में पास्टर बलजिंदर सिंह और उन पर एक गलत एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें कहा गया कि हमने महिला के साथ गलत हरकत की है। मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ, ये एफआईआर एक साजिश के तहत करवाई गई। अगर पहले ही पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी होती तो आज ये नौबत न आती। मगर पुलिस द्वारा ऐसा नहीं किया गया। धरना पर बैठे लोग बोले- पुलिस उचित कार्रवाई करे, वरना धरना बड़ा होगा उन्होंने कहा- जिस महिला ने आरोप लगाया है, वह हमारी चर्च में तीन साल पहले तक आती थी। पिछले तीन से से उसका चर्च तक कोई आना जाना नहीं था। उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। आरोप लगाए गए, मगर उक्त आरोपों का कोई सबूत नहीं है। अगर पुलिस द्वारा मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो मामले को और बड़े स्तर पर लेकर जाया जाएगा। उन्होंने कहा- जल्द फरार चल रहे आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।

IAS अमित के ट्रांसफर पर पंजाब सीएस को नोटिस:हाईकोर्ट ने 9 मार्च तक मांगा जवाब; कोर्ट की अनुमति के बिना चंडीगढ़ तबादला

IAS अमित के ट्रांसफर पर पंजाब सीएस को नोटिस:हाईकोर्ट ने 9 मार्च तक मांगा जवाब; कोर्ट की अनुमति के बिना चंडीगढ़ तबादला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने IAS अमित कुमार के चंडीगढ़ तबादले को लेकर पंजाब के पूर्व और वर्तमान चीफ सेक्रेटरी (CS) को अवमानना नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने साफ किया कि अमित कुमार को मोहाली गांव की पंचायती जमीन के दुरुपयोग की जांच के लिए कमिश्नर-कम-अपीलीय अथॉरिटी नियुक्त किया गया था और कोर्ट की अनुमति के बिना उनका ट्रांसफर या डेपुटेशन नहीं हो सकती थी। हाईकोर्ट ने इस मामले की पूरी फाइल भारत के एडिशनल एडवोकेट जनरल के कार्यालय को सौंपने का आदेश भी दिया है। अगली सुनवाई 9 मार्च को होगी। इस समय पंजाब कैडर के 2008 बैच के आईएएस अमित कुमार चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर हैं। कोर्ट की अनुमति के बिना चंडीगढ़ तबादला हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा है कि 14 अक्टूबर 2024 को बिना कोर्ट की पूर्व स्वीकृति के अमित कुमार का तबादला चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर कैसे भेजा गया। कोर्ट ने 2018 में जारी आदेश में स्पष्ट कहा था कि जब तक जाँच पूरी नहीं होती, अधिकारी का तबादला नहीं किया जाएगा। बावजूद इसके, सरकार ने 2008 बैच के IAS अमित कुमार को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया और वर्तमान में वे चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर के रूप में कार्यरत हैं। 9 मार्च तक मांगा जवाब चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस सुमित गोयल की कोर्ट ने इस मामले को हाईकोर्ट की अवमानना माना है। बेंच ने आदेश दिया कि जिस चीफ सेक्रेटरी के कार्यकाल में यह तबादला हुआ और जो वर्तमान चीफ सेक्रेटरी हैं, दोनों 9 मार्च से पहले जवाब दाखिल करें।

पंजाब में 10वीं की छात्राओं का होगा साइकोमेट्रिक टेस्ट:सरकार ने 6.56 करोड़ रुपए दिए; SCERT को जिम्मेदारी, 31 मार्च तक चलेगी प्रक्रिया

पंजाब में 10वीं की छात्राओं का होगा साइकोमेट्रिक टेस्ट:सरकार ने 6.56 करोड़ रुपए दिए; SCERT को जिम्मेदारी, 31 मार्च तक चलेगी प्रक्रिया पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली 10वीं कक्षा की छात्राओं की करियर संबंधी रुचि, क्षमता और योग्यता का पता लगाने के लिए अब साइकोमेट्रिक टेस्ट करवाया जाएगा। सरकार की तरफ से इस बारे में फैसला लिया गया है। इसके लिए जिला स्तरीय कमेटियों का गठन किया गया है। शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (SCERT) द्वारा टेस्ट के लिए सभी जिलों को 6.56 करोड़ रुपए से अधिक की राशि आवंटित की गई है। 31 मार्च 2025 तक राज्य की सभी 93 हजार 819 छात्राओं का साइकोमेट्रिक टेस्ट किया जाएगा। डीईओ की अगुवाई में जिलों में कमेटियां गठित योजना के लिए पूरे राज्य में जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) की अगुआई में जिला स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। ये समितियां अपने-अपने जिलों में टेस्टिंग प्रक्रिया और सभी कार्यों की निगरानी करेंगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्राओं की मानसिक क्षमताओं, रुचियों और व्यक्तित्व के गुणों का विश्लेषण करना है, जिससे उन्हें अपने करियर की सही दिशा चुनने में मार्गदर्शन मिल सके। 10वीं कक्षा के बाद छात्र हो जाते है कंफ्यूज शिक्षा मंत्री ने बताया कि अधिकांश छात्राएं 10वीं की बोर्ड परीक्षा के बाद अपने भविष्य को लेकर असमंजस में रहते हैं। यह दुविधा 11वीं कक्षा में स्ट्रीम चुनने के फैसले को प्रभावित करती है। निजी स्कूलों में आमतौर पर करियर काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध होती है, लेकिन सरकारी स्कूलों की छात्राओं को यह सुविधा नहीं मिल पाती थी, जिसके कारण वे अक्सर अपने साथियों को देखकर स्ट्रीम का चयन कर लेती थीं। इससे कई छात्राएं अपनी रुचि और क्षमता के अनुरूप करियर नहीं चुन पाती थीं। साइकोमेट्रिक टेस्ट क्या है? साइकोमेट्रिक परीक्षण बुद्धि, योग्यता, व्यक्तित्व या किसी अन्य अवधारणा को मापने की एक अनुभवजन्य रूप से मान्य विधि है, जो मुख्य रूप से किसी व्यक्ति की मानसिक क्षमताओं से संबंधित होता है।

केंद्र सरकार भी अब नशे के खिलाफ एक्शन में:अमित शाह बोले– 12 केसों में 29 को दिलाई सजा; 2 मामले पंजाब-चंडीगढ़ के

केंद्र सरकार भी अब नशे के खिलाफ एक्शन में:अमित शाह बोले– 12 केसों में 29 को दिलाई सजा; 2 मामले पंजाब-चंडीगढ़ के पंजाब और चंडीगढ़ की सरकार के बाद अब केंद्र सरकार भी नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन मोड में आ गई है। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट डालकर दावा किया कि पैसे का लालच देकर युवाओं को नशे की खाई में धकेल रहे तस्करों के खिलाफ केंद्र सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि ऐसे 12 अलग-अलग मामलों में 29 लोगों को सजा दिलाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार नशा मुक्त भारत के निर्माण के लिए जांच जारी रखेगी। अगर 12 मामलों की बात करें तो इनमें से दो मामले पंजाब और चंडीगढ़ से जुड़े हैं, जिनमें चार लोगों को सजा हुई है। ये दोनों मामले एनसीबी चंडीगढ़ की टीम ने सुलझाए हैं। इनमें से एक दोषी पुलिस का मुंशी भी है, जिसे सजा दिलाई गई है। पुलिस वाला ही नशा तस्करी में था शामिल जानकारी के मुताबिक, पहला मामला लुधियाना से जुड़ा है। एनसीबी चंडीगढ़ के अधिकारियों ने डीएचएल एक्सप्रेस, लुधियाना में 438 ग्राम अफीम से भरी दो हॉकी स्टिक वाले पार्सल को पकड़ा था। इस पार्सल की बुकिंग आरोपी नसीब सिंह ने की थी, और बुकिंग के दौरान गोबिंद सिंह (जो पंजाब पुलिस का प्रमुख मुंशी था) उसके साथ था। इस संबंध में एनसीबी ने 2024 में एफआईआर नंबर 6 दर्ज की थी। इस मामले में विशेष अदालत, लुधियाना ने 31 जनवरी 2025 को फैसला सुनाया और नसीब सिंह व गोबिंद सिंह को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 18 (सी), 23, 28 और 29 के तहत दोषी ठहराया। अदालत ने दोनों को 3 साल की जेल और 10,000 रुपए जुर्माना (जुर्माना न भरने पर एक महीने की अतिरिक्त कैद) की सजा सुनाई। चंडीगढ में ट्रेन से जाता था पकड़ा था तस्कर दूसरा मामला चार साल पुराना, 30 दिसंबर 2021 का है। एनसीबी चंडीगढ़ जोनल यूनिट ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर भीम लामा नामक व्यक्ति को 390 ग्राम चरस के साथ पकड़ा था। वह मुंबई जाने वाली पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में विशेष कोर्ट, चंडीगढ़ ने 8 जनवरी 2025 को फैसला सुनाया। कोर्ट ने भीम लामा को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 20 के तहत दोषी ठहराया। हालांकि, अदालत ने दोषी द्वारा दिखाए गए पश्चाताप और जब्त की गई चरस की गैर-व्यवसायिक मात्रा को ध्यान में रखते हुए, उसे 6 महीने का कठोर कारावास और 5,000 रुपए जुर्माना की सजा सुनाई।