उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की सत्र जून 2024 की परीक्षाएं आज (11 जून) से शुरू हो रही है। परीक्षा में लगभग 80,000 परीक्षार्थी शाामिल होंगे। परीक्षाएं 16 जुलाई तक संचालित की जाएंगी। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि प्रमाण पत्र, डिप्लोमा तथा पीजी डिप्लोमा आदि की परीक्षाएं 11 जून से 15 जून तक तथा स्नातक, परास्नातक तथा शेष परीक्षाएं 18 जून से 16 जुलाई तक होगी। यह परीक्षाएं 2 पालियों में सुबह 10 से दोपहर एक बजे तथा दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए वेबसाइट पर समय सारणी अपलोड कर दी गई है। इस बार प्रदेश के चार जेलों में बंद बंदी भी जेल में ही परीक्षा देंगे। गोरखपुर रीजन में सबसे ज्यादा परीक्षा केंद्र प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि गोरखपुर रीजन में सबसे अधिक 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं । इसके अतिरिक्त प्रयागराज रीजन में 25, वाराणसी रीजन में 22, आजमगढ़ रीजन में 15, अयोध्या रीजन में 17, लखनऊ रीजन में 14, कानपुर रीजन एवं आगरा रीजन में 11, झांसी रीजन में 7, मेरठ रीजन में 5, गाजियाबाद रीजन में 4 तथा बरेली रीजन में 2 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय जेल बंदियों की शिक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। इस बार पूरे प्रदेश में 4 केंद्रीय कारागारों नैनी, प्रयागराज, गाजियाबाद, अयोध्या तथा बरेली केंद्रीय कारागार में जेल बंदियों को परीक्षा दिलाई जाएगी। परीक्षा कक्ष के अंदर प्रतिबंधित रहेगी मोबाइल कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने सोमवार को परीक्षा की तैयारियों का जायजा लिया। संपूर्ण उत्तर प्रदेश में परीक्षा को पारदर्शिता पूर्ण ढंग से सकुशल संपन्न कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत इस बार परीक्षा कक्ष के अंदर केंद्र प्रभारी के अतिरिक्त अन्य सभी का मोबाइल प्रतिबंधित किया गया है। कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर परीक्षा केंद्रों के समीप पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती का आग्रह किया है। नकल रोकने के लिए उड़ाका दल की टीम गठित मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि कुलपति के निर्देशन में पूरे प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए उड़ाका दल एवं पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है। प्रदेश में किसी भी केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी को कोई परेशानी न हो, परीक्षार्थियों की समस्या के त्वरित समाधान के लिए परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में परीक्षा नियंत्रक डीपी सिंह के निर्देशन में सहायता पटल स्थापित किया गया है। जहां परीक्षार्थियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की सत्र जून 2024 की परीक्षाएं आज (11 जून) से शुरू हो रही है। परीक्षा में लगभग 80,000 परीक्षार्थी शाामिल होंगे। परीक्षाएं 16 जुलाई तक संचालित की जाएंगी। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि प्रमाण पत्र, डिप्लोमा तथा पीजी डिप्लोमा आदि की परीक्षाएं 11 जून से 15 जून तक तथा स्नातक, परास्नातक तथा शेष परीक्षाएं 18 जून से 16 जुलाई तक होगी। यह परीक्षाएं 2 पालियों में सुबह 10 से दोपहर एक बजे तथा दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए वेबसाइट पर समय सारणी अपलोड कर दी गई है। इस बार प्रदेश के चार जेलों में बंद बंदी भी जेल में ही परीक्षा देंगे। गोरखपुर रीजन में सबसे ज्यादा परीक्षा केंद्र प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि गोरखपुर रीजन में सबसे अधिक 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं । इसके अतिरिक्त प्रयागराज रीजन में 25, वाराणसी रीजन में 22, आजमगढ़ रीजन में 15, अयोध्या रीजन में 17, लखनऊ रीजन में 14, कानपुर रीजन एवं आगरा रीजन में 11, झांसी रीजन में 7, मेरठ रीजन में 5, गाजियाबाद रीजन में 4 तथा बरेली रीजन में 2 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय जेल बंदियों की शिक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। इस बार पूरे प्रदेश में 4 केंद्रीय कारागारों नैनी, प्रयागराज, गाजियाबाद, अयोध्या तथा बरेली केंद्रीय कारागार में जेल बंदियों को परीक्षा दिलाई जाएगी। परीक्षा कक्ष के अंदर प्रतिबंधित रहेगी मोबाइल कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने सोमवार को परीक्षा की तैयारियों का जायजा लिया। संपूर्ण उत्तर प्रदेश में परीक्षा को पारदर्शिता पूर्ण ढंग से सकुशल संपन्न कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत इस बार परीक्षा कक्ष के अंदर केंद्र प्रभारी के अतिरिक्त अन्य सभी का मोबाइल प्रतिबंधित किया गया है। कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर परीक्षा केंद्रों के समीप पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती का आग्रह किया है। नकल रोकने के लिए उड़ाका दल की टीम गठित मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि कुलपति के निर्देशन में पूरे प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए उड़ाका दल एवं पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है। प्रदेश में किसी भी केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी को कोई परेशानी न हो, परीक्षार्थियों की समस्या के त्वरित समाधान के लिए परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में परीक्षा नियंत्रक डीपी सिंह के निर्देशन में सहायता पटल स्थापित किया गया है। जहां परीक्षार्थियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब के नए गवर्नर ने शपथ ली:गुलाब चंद कटारिया बोले- CM से कैसे रिश्ते होंगे, समय बताएगा; हरियाणा गवर्नर भी रहे मौजूद
पंजाब के नए गवर्नर ने शपथ ली:गुलाब चंद कटारिया बोले- CM से कैसे रिश्ते होंगे, समय बताएगा; हरियाणा गवर्नर भी रहे मौजूद पंजाब के नए गवर्नर व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने शपथ ले ली है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश ने उन्हें शपथ दिलाई। इस मौके पंजाब के सीएम भगवंत मान और हरियाणा के गवर्नर भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री से कैसे रिश्ते होंगे, यह समय बताएगा पंजाब के नवनियुक्त राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि वे जनता के सेवक के रूप में काम करेंगे। आज उनका पहला दिन है। 6 महीने बाद कोई उनके काम की समीक्षा करेगा तो पता चलेगा कि काम कैसा हुआ है। वे पंजाब के हर गांव, हर इलाके और सीमावर्ती इलाकों का भी दौरा करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री से रिश्ते कैसे होंगे, तो उन्होंने कहा कि उनके साथ किस तरह के रिश्ते होंगे, यह समय तय करेगा। चीफ जस्टिस शील ने दिलाई शपथ गुलाबचंद कटारिया को पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू शपथ दिलाई है। शपथ कार्यक्रम को देखते हुए चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की तरफ से भी एक एडवाइजरी जारी की गई है। चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस के अनुसार पंजाब गवर्नर हाउस के बाहर से निकलने वाली सड़क को दोपहर 12:00 तक बंद किया गया है। यह फैसला कई वीआईपी मेहमानों के आने के कारण लिया गया है। इस सड़क से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। लोगों को इधर न आने की अपील की गई है। राजस्थान से पहुंचें 200 मेहमान चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों की मानें तो गुलाबचंद कटारिया के शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान से करीब 200 मेहमान हिस्सा लेने पहुंचे हैं। यूटी प्रशासन मेहमानों के ठहराने की तैयारी में जुटा हुआ है। यूटी प्रशासन के साथ ही पंजाब सरकार की ओर से सभी मेहमानों के स्वागत को लेकर इंतजाम किए गए हैं। यूटी प्रशासन की ओर से मेहमानों के लिए 6 सीटीयू की बसें तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। गुलाबचंद कटारिया तीसरी ऐसे प्रशासक और राज्यपाल होंगे जो राजस्थान से संबंधित है।
Uttarakhand Monsoon Session: मानसून सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पेश करेगी धामी सरकार, क्षतिपूर्ति कानून पर भी होगी चर्चा
Uttarakhand Monsoon Session: मानसून सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पेश करेगी धामी सरकार, क्षतिपूर्ति कानून पर भी होगी चर्चा <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Monsoon Session 2024:</strong> उत्तराखंड में विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है, सत्र के दूसरे दिन पटल पर अन्नपूरक बजट का मसौदा रखा जाएगा, जिस पर चर्चा होगी. वहीं सत्र में सबसे महत्वपूर्ण कानून को लेकर चर्चा है. यह कानून राज्य सरकार बनाने जा रही है. इसे क्षतिपूर्ति कानून का नाम दिया गया है. क्षतिपूर्ति कानून के अंतर्गत उन तमाम उपद्रवियों पर कार्रवाई की जाएगी. जो सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति को उपद्रव के दौरान नुकसान पहुंचते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दे कि क्षतिपूर्ति कानून राज्य सरकार हल्द्वानी में हुई. घटना के बाद लेकर आना चाह रही थी इसको लेकर राज्य सरकार ने एक ड्राफ्ट तैयार किया है. इसमें कहा गया है कि जो भी उपद्रवी प्रदेश में किसी भी प्रदर्शन के दौरान या किसी भी उपद्रव के दौरान सरकारी संपत्ति या फिर किसी की निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचता है तो उसके खिलाफ जो संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इस व्यक्ति से उसे संपत्ति की भरपाई कराई जाएगी. इसको लेकर एक ट्रिब्यूनल बनाया जाएगा. जिसमें एक रिटायर्ड जिला जज को नियुक्त किया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी के ऊपर चलाया जाएगा मुकदमा</strong><br />इस ट्रिब्यूनल में आरोपी के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा. आरोपी को यह सिद्ध करना होगा कि उसके द्वारा किसी भी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है. अगर वह सिद्ध करने में नाकाम साबित होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. उसे संपत्ति की भरपाई करनी होगी. जिसका नुकसान उसके द्वारा पहुंचाया गया है. इस प्रकार के कानून को लेकर राज्य में पहली बार कोई कवायत शुरू हुई है. जो निजी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाएंगे. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होने से लोगों को सबक मिलेगा और इस प्रकार की हरकतों से बचेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऐसे उपद्रवियों पर होगी कार्रवाई</strong><br />बता दें की इस कानून के बनने से राज्य में प्रदर्शन के दौरान तमाम सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जाता है. फिर लोगों की निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है तो उसी से इस संपत्ति की भरपाई कराई जाएगी. इस प्रकार का कानून बनने से उत्तराखंड में उपद्रव करने वाले लोगों पर लगाम लग सकेगी. इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि क्षतिपूर्ति कानून बेहद जरूरी था. क्योंकि हमने देखा है कई बार उपद्रवी उपद्रव के दौरान निजी व सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं. जिससे भारी नुकसान होता है. अब ऐसे उपद्रवियों पर कार्रवाई होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://abplive.com/states/up-uk/up-69000-teacher-recruitment-case-obc-candidates-put-caveat-in-supreme-court-2766238″>UP 69000 Teacher Vacancy: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा 69,000 भर्ती का मामला, OBC अभ्यर्थियों ने की ये अपील</a></strong></p>
दिल्ली की घाटों पर छठ पूजा का आयोजन, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्या है व्यवस्था?
दिल्ली की घाटों पर छठ पूजा का आयोजन, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्या है व्यवस्था? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली में 1000 घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन होगा. मंगलवार को सीएम आतिशी ने छठ की शुभकामनाएं देते हुए पूर्वांचली भाई बहनों को दिल्ली का अभिन्न हिस्सा बताया. उन्होंने दावा किया कि 2014 तक दिल्ली में 60 घाट बनते थे. अब 1000 से अधिक घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम आतिशी ने कहा कि सरकार के प्रयासों से छठ पूर्वांचलियों के साथ-साथ दिल्लीवालों का महापर्व बन गया है. उन्होंने कहा कि आज नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. छठ पूर्वांचली भाई-बहनों के लिए साल का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्ली में छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाता है. पहले त्योहार मनाने पूर्वांचली भाई-बहनों को गांव जाना पड़ता था. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली पूर्वांचली भाई-बहनों का भी घर है. उन्होंने बताया कि महापर्व पर 7 नवंबर को संध्या अर्घ्य के दिन दिल्ली सरकार ने छुट्टी का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने आगे कहा कि 2014 में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने से पहले मात्र 60 घाट बनाये जाते थे. अब दिल्ली सरकार की तरफ से 1000 छठ घाट बनाये जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री आतिशी ने दी छठ पूजा की बधाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीडब्ल्यूडी, बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग कृत्रिम घाट का निर्माण करता है. जल बोर्ड पानी की व्यवस्था करता है. स्वास्थ्य विभाग छठ घाटों पर डॉक्टर-नर्स समेत मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम करता है.छठ घाटों पर राजस्व विभाग की तरफ से टेंट- लाइट- साउंड का की व्यवस्था की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मैथिली-भोजपुरी अकादमी की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी होते हैं. मुख्यमंत्री <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ महापर्व मनाने 1-2 किमी से दूर नहीं जाना पड़ेगा. खुशी है कि सरकार की कोशिशों से छठ का त्योहार पूर्वांचली भाइयों-बहनों के साथ दिल्ली का त्योहार बन गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>.ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Chhath Puja 2024: यमुना घाट पर नहीं होगी छठ पूजा, दिल्ली हाई कोर्ट का सुनवाई के बाद इजाजत देने से इनकार ” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-high-court-refuses-permission-for-chhath-puja-2024-bank-of-yamuna-due-to-pollution-ann-2817690″ target=”_self”>Chhath Puja 2024: यमुना घाट पर नहीं होगी छठ पूजा, दिल्ली हाई कोर्ट का सुनवाई के बाद इजाजत देने से इनकार </a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>