नीता अंबानी ने काशी से लाख-बूटी साड़ी खरीदी…वो कितनी खास:1 दिन में 3 इंच बुनती है, 400 ग्राम सोना-चांदी से बनी; कीमत 10 लाख

नीता अंबानी ने काशी से लाख-बूटी साड़ी खरीदी…वो कितनी खास:1 दिन में 3 इंच बुनती है, 400 ग्राम सोना-चांदी से बनी; कीमत 10 लाख

रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी ने छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी के लिए वाराणसी से खरीदारी की। खुद के लिए सोना-चांदी से बनी 10 लाख कीमत की कोनिया ट्रेंड की लाख-बूटी साड़ी खरीदी। परिवार और रिश्वेतदारों के लिए भी 100 साड़ी का ऑर्डर दिया। नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी पहुंचीं। बाबा विश्वनाथ और माता विशालाक्षी को बेटे अनंत अंबानी की 12 जुलाई को शादी का निमंत्रण दिया। देर रात काशी के बुनकरों से मुलाकात की। होटल में स्टॉल लगवाकर काशी के बुनकरों की डिजाइन की गई साड़ियों को देखा। काशी के स्टेट अवार्डी आर्टिजन अमरेश कुशवाहा नीता अंबानी को दिखाने के लिए 60 साड़ी लेकर गए थे। नीता अंबानी को कोनिया ट्रेंड की लाख-बूटी साड़ी काफी पसंद आई। उन्होंने अमरेश से इसकी खासियत पूछी। अब पढ़िए कैसे बनाई जाती है लाख बूटी या हजार बूटी साड़ी। कितने लोग मिलकर, कितने दिन में तैयार करते हैं… लाख बूटी साड़ी की खासियतों को जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम रामनगर इलाके के गोलाघाट के अंगिका हथकरघा विकास उद्योग सहकारी समिति लिमिटेड के कार्यालय पहुंची। यहां हमारी मुलाकात अंगिका और उनके पिता अमरेश कुशवाहा से हुई। अमरेश ने बताया- नीता अंबानी के सामने हम 60 साड़ी लेकर गए थे। उसमें से एक लाल रंग की लाख बूटी साड़ी उन्हें काफी पसंद आयी। वो ट्रेडिशनल कोनिया की साड़ी है। उस साड़ी पर रियल जरी का काम हुआ है। इसमें सोने के तार, बेस कटान थ्रेड का काम है, जिस पर सिल्वर की कोटिंग की गई है। नीता अंबानी ने हमसे पूछा कि ये कैसे बनी है? हमने बताया- इसको 2.5 महीने में 2 लोगों ने मिलकर बनाया है। ये बेंगलुरु सिल्क से बनी है। इसमें 600 ग्राम जरी (गोटा-टिकी) वर्क है, इसमें 400 ग्राम सोने-चांदी की तारों का इस्तेमाल हुआ है। 3 लाख की लागत से तैयार होने वाली ये खास साड़ी मार्केट में 10 लाख तक बिकती है। साड़ी में एक भी धागे की गांठ नहीं होती
हमने लाख बूटी साड़ी पर डॉ. अंगिका कुशवाहा से बात की। उन्होंने बताया- जो साड़ी नीता अंबानी को पसंद आई, उसमें बूटी का काम हुआ है। बूटी की संख्या 1 लाख है। कुछ साड़ियों में यही संख्या 1 हजार होती है। इसमें ट्रेडिशनल पल्लू के साथ मुगल इंस्प्रेशन था। इस साड़ी को कढ़ा गया है, मतलब जैसा आगे है, वैसा ही पीछे भी है। फ्लोट्स (धागे की गांठ) एकदम नहीं है। 1 साड़ी को तैयार करने में लगते हैं 55 दिन
अंगिका ने बताया- हमारे यहां करीब 400 हैंडलूम हैं। करीब 800 आर्टिजन (बुनकर) काम कर रहे हैं। साड़ी में बहुत बारीक काम होता है, एक साड़ी को तैयार करने में कम से कम 55 दिन लगते हैं। एक दिन में करीब 3 इंच बुनाई हो पाती है। एक साड़ी पर एक साथ एक मास्टर आर्टिजन और एक असिस्टेंट काम करते हैं। 20 से 25 लोगों के हाथों से गुजरती है एक साड़ी
अंगिका ने बताया- एक साड़ी बनने में बुनकर के अलावा 20 से 25 लोगों का सहयोग लिया जाता है। सबसे पहले प्रिपरेशन होती है। ड्राइंग करते हैं। डिजाइन ले-आउट बनाते हैं। नक्शा बनता है। पंचिंग होती है। फिर पत्ता कटता है। इसके बाद यह साड़ी हैंडलूम पर जाती है। ऐसे में कुल 20 से 25 लोगों के हाथ से गुजरती है। अब बुनकर की बात पढ़िए… देश-दुनिया में इसकी डिमांड
28 साल से साड़ी तैयार कर रहे बुनकर सरोज चौहान कहते हैं- लाख बूटी साड़ी सिर्फ अंगिका में ही बन रही है और कहीं इसको नहीं बनाया जाता है। इसकी डिमांड भी देश-दुनिया में है। होटल में देखी बनारसी साड़ियां नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी में थीं। यहां उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के बाद गंगा आरती में शामिल हुईं। उनके साथ फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा भी मौजूद रहे। इस दौरान नीता अंबानी की टीम ने काशी के बुनकरों की डिजाइन की गई साड़ियों को वाराणसी के होटल में मंगवाकर उनका स्टॉल लगवाया। देर रात नीता अंबानी ने यहां साड़ियां पसंद कीं, इसमें उन्होंने 100 साड़ियां अनंत अंबानी की शादी में मेहमानों, रिश्तेदारों और खुद पहनने के लिए ली। अब देखिए नीता अंबानी के वाराणसी दौरे की तस्वीरें… ये भी पढ़ें: नीता अंबानी ने शादी का कार्ड बाबा विश्वनाथ को दिया रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी पहुंचीं। फैशन डिजाइन मनीष मल्होत्रा भी उनके साथ हैं। उन्होंने कहा- आज मैं अनंत और राधिका की शादी का निमंत्रण भगवान को अर्पित करने यहां आई हूं। बेटे अनंत की इच्छा थी कि मैं खुद बाबा विश्वनाथ को कार्ड देने जाऊं। पूरा विश्वनाथ धाम सचमुच बदल गया है…(पूरी खबर पढ़ें) मनीष मल्होत्रा के साथ बुनकरों से मिलीं नीता अंबानी रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी पहुंची और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। साथ ही अनंत और राधिका की शादी का कार्ड काशी विश्वनाथ मंदिर और विशालाक्षी देवी को अर्पित किया। जबकि देर रात बुनकरों के कारखानों में पहुंचकर उनसे बात की और बनारसी साड़ी को देखा…(पढ़ें पूरी खबर) रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी ने छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी के लिए वाराणसी से खरीदारी की। खुद के लिए सोना-चांदी से बनी 10 लाख कीमत की कोनिया ट्रेंड की लाख-बूटी साड़ी खरीदी। परिवार और रिश्वेतदारों के लिए भी 100 साड़ी का ऑर्डर दिया। नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी पहुंचीं। बाबा विश्वनाथ और माता विशालाक्षी को बेटे अनंत अंबानी की 12 जुलाई को शादी का निमंत्रण दिया। देर रात काशी के बुनकरों से मुलाकात की। होटल में स्टॉल लगवाकर काशी के बुनकरों की डिजाइन की गई साड़ियों को देखा। काशी के स्टेट अवार्डी आर्टिजन अमरेश कुशवाहा नीता अंबानी को दिखाने के लिए 60 साड़ी लेकर गए थे। नीता अंबानी को कोनिया ट्रेंड की लाख-बूटी साड़ी काफी पसंद आई। उन्होंने अमरेश से इसकी खासियत पूछी। अब पढ़िए कैसे बनाई जाती है लाख बूटी या हजार बूटी साड़ी। कितने लोग मिलकर, कितने दिन में तैयार करते हैं… लाख बूटी साड़ी की खासियतों को जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम रामनगर इलाके के गोलाघाट के अंगिका हथकरघा विकास उद्योग सहकारी समिति लिमिटेड के कार्यालय पहुंची। यहां हमारी मुलाकात अंगिका और उनके पिता अमरेश कुशवाहा से हुई। अमरेश ने बताया- नीता अंबानी के सामने हम 60 साड़ी लेकर गए थे। उसमें से एक लाल रंग की लाख बूटी साड़ी उन्हें काफी पसंद आयी। वो ट्रेडिशनल कोनिया की साड़ी है। उस साड़ी पर रियल जरी का काम हुआ है। इसमें सोने के तार, बेस कटान थ्रेड का काम है, जिस पर सिल्वर की कोटिंग की गई है। नीता अंबानी ने हमसे पूछा कि ये कैसे बनी है? हमने बताया- इसको 2.5 महीने में 2 लोगों ने मिलकर बनाया है। ये बेंगलुरु सिल्क से बनी है। इसमें 600 ग्राम जरी (गोटा-टिकी) वर्क है, इसमें 400 ग्राम सोने-चांदी की तारों का इस्तेमाल हुआ है। 3 लाख की लागत से तैयार होने वाली ये खास साड़ी मार्केट में 10 लाख तक बिकती है। साड़ी में एक भी धागे की गांठ नहीं होती
हमने लाख बूटी साड़ी पर डॉ. अंगिका कुशवाहा से बात की। उन्होंने बताया- जो साड़ी नीता अंबानी को पसंद आई, उसमें बूटी का काम हुआ है। बूटी की संख्या 1 लाख है। कुछ साड़ियों में यही संख्या 1 हजार होती है। इसमें ट्रेडिशनल पल्लू के साथ मुगल इंस्प्रेशन था। इस साड़ी को कढ़ा गया है, मतलब जैसा आगे है, वैसा ही पीछे भी है। फ्लोट्स (धागे की गांठ) एकदम नहीं है। 1 साड़ी को तैयार करने में लगते हैं 55 दिन
अंगिका ने बताया- हमारे यहां करीब 400 हैंडलूम हैं। करीब 800 आर्टिजन (बुनकर) काम कर रहे हैं। साड़ी में बहुत बारीक काम होता है, एक साड़ी को तैयार करने में कम से कम 55 दिन लगते हैं। एक दिन में करीब 3 इंच बुनाई हो पाती है। एक साड़ी पर एक साथ एक मास्टर आर्टिजन और एक असिस्टेंट काम करते हैं। 20 से 25 लोगों के हाथों से गुजरती है एक साड़ी
अंगिका ने बताया- एक साड़ी बनने में बुनकर के अलावा 20 से 25 लोगों का सहयोग लिया जाता है। सबसे पहले प्रिपरेशन होती है। ड्राइंग करते हैं। डिजाइन ले-आउट बनाते हैं। नक्शा बनता है। पंचिंग होती है। फिर पत्ता कटता है। इसके बाद यह साड़ी हैंडलूम पर जाती है। ऐसे में कुल 20 से 25 लोगों के हाथ से गुजरती है। अब बुनकर की बात पढ़िए… देश-दुनिया में इसकी डिमांड
28 साल से साड़ी तैयार कर रहे बुनकर सरोज चौहान कहते हैं- लाख बूटी साड़ी सिर्फ अंगिका में ही बन रही है और कहीं इसको नहीं बनाया जाता है। इसकी डिमांड भी देश-दुनिया में है। होटल में देखी बनारसी साड़ियां नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी में थीं। यहां उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के बाद गंगा आरती में शामिल हुईं। उनके साथ फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा भी मौजूद रहे। इस दौरान नीता अंबानी की टीम ने काशी के बुनकरों की डिजाइन की गई साड़ियों को वाराणसी के होटल में मंगवाकर उनका स्टॉल लगवाया। देर रात नीता अंबानी ने यहां साड़ियां पसंद कीं, इसमें उन्होंने 100 साड़ियां अनंत अंबानी की शादी में मेहमानों, रिश्तेदारों और खुद पहनने के लिए ली। अब देखिए नीता अंबानी के वाराणसी दौरे की तस्वीरें… ये भी पढ़ें: नीता अंबानी ने शादी का कार्ड बाबा विश्वनाथ को दिया रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी पहुंचीं। फैशन डिजाइन मनीष मल्होत्रा भी उनके साथ हैं। उन्होंने कहा- आज मैं अनंत और राधिका की शादी का निमंत्रण भगवान को अर्पित करने यहां आई हूं। बेटे अनंत की इच्छा थी कि मैं खुद बाबा विश्वनाथ को कार्ड देने जाऊं। पूरा विश्वनाथ धाम सचमुच बदल गया है…(पूरी खबर पढ़ें) मनीष मल्होत्रा के साथ बुनकरों से मिलीं नीता अंबानी रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी सोमवार को वाराणसी पहुंची और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। साथ ही अनंत और राधिका की शादी का कार्ड काशी विश्वनाथ मंदिर और विशालाक्षी देवी को अर्पित किया। जबकि देर रात बुनकरों के कारखानों में पहुंचकर उनसे बात की और बनारसी साड़ी को देखा…(पढ़ें पूरी खबर)   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर