शिवरात्रि पर रोहतक में बम-बम के जयकारे गूंजे। इसके लिए मंदिरों को पहले से ही सजाया गया था। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतार लग गई। जिसके बाद लोगों ने शिव मंदिरों में पहुंचकर बेलपत्र, दूध, दही, फलों से जलाभिषेक किया। साथ ही अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। सावन शिवरात्रि का भी विशेष महत्व है। इसलिए रोहतक के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं, रात 12 बजे के बाद कावड़ लेकर आए कांवड़ियों ने भी शिवलिंग पर जलाभिषेक करना शुरू कर दिया। कांवड़ियों ने चढ़ाया गंगाजल सावन शिवरात्रि पर शिवलिंग का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर आए। कांवड़ को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। पिछले कई दिनों से रोहतक की सड़कों पर कावड़ियों की कतारें लगी हुई थीं। शिवरात्रि पर कावड़ियों ने मंदिरों में विधि-विधान से कावड़ चढ़ाई और जलाभिषेक किया। इस दौरान कावड़ियों के परिवार के सदस्य भी पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे। रोहतक व कलानौर विधायक पहुंचे मंदिर कलानौर विधायक शकुंतला खटक व रोहतक विधायक भारत भूषण बत्रा कलानौर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा माथा टेककर आशीर्वाद लिया। प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि पर जागरण का भी आयोजन किया गया। जिसमें गुरु महाराज व गुरु गद्दियों के संत मौजूद रहे। शिवरात्रि पर रोहतक में बम-बम के जयकारे गूंजे। इसके लिए मंदिरों को पहले से ही सजाया गया था। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतार लग गई। जिसके बाद लोगों ने शिव मंदिरों में पहुंचकर बेलपत्र, दूध, दही, फलों से जलाभिषेक किया। साथ ही अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। सावन शिवरात्रि का भी विशेष महत्व है। इसलिए रोहतक के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं, रात 12 बजे के बाद कावड़ लेकर आए कांवड़ियों ने भी शिवलिंग पर जलाभिषेक करना शुरू कर दिया। कांवड़ियों ने चढ़ाया गंगाजल सावन शिवरात्रि पर शिवलिंग का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर आए। कांवड़ को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। पिछले कई दिनों से रोहतक की सड़कों पर कावड़ियों की कतारें लगी हुई थीं। शिवरात्रि पर कावड़ियों ने मंदिरों में विधि-विधान से कावड़ चढ़ाई और जलाभिषेक किया। इस दौरान कावड़ियों के परिवार के सदस्य भी पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे। रोहतक व कलानौर विधायक पहुंचे मंदिर कलानौर विधायक शकुंतला खटक व रोहतक विधायक भारत भूषण बत्रा कलानौर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा माथा टेककर आशीर्वाद लिया। प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि पर जागरण का भी आयोजन किया गया। जिसमें गुरु महाराज व गुरु गद्दियों के संत मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 9 साल के 2 बच्चों की मौत:तालाब में नहाते वक्त डूबे; पशुओं को पानी पिलाने लाए ग्रामीणों ने लाशें निकालीं
हरियाणा में 9 साल के 2 बच्चों की मौत:तालाब में नहाते वक्त डूबे; पशुओं को पानी पिलाने लाए ग्रामीणों ने लाशें निकालीं हरियाणा के भिवानी में 2 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। वे गर्मी से निजात पाने के लिए तालाब में नहाने के लिए गए थे। जब लोगों ने उन्हें तालाब में डूबते देखा तो फौरन बाहर निकाला और हिसार के अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना भिवानी के बवानी खेड़ा के अंतर्गत गांव रतेरा में घटित हुई है। इसमें एक तीसरी लड़की के भी डूबने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन इसकी अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है। तालाब में खुदाई का काम चल रहा था
ग्रामीणों के अनुसार, रतेरा गांव के 2 बच्चे विराट और लकी (दोनों की उम्र लगभग 9 साल) मंगलवार को घर से निकले थे। वे दोनों साथ में गांव के ही तालाब में नहाने के लिए चले गए। बताया जाता है गांव के तालाब में खुदाई का काम चल रहा था। इस वजह से तालाब में कहीं ऊंचा तो कहीं गड्ढ़े हो गए हैं। इनमें पानी भरा हुआ था तो अंदाजा लगाना मुश्किल था कि कहां गड्ढा है और कहां समतल। दोनों बच्चे दोपहर लगभग 3 बजे घर से निकले थे। जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उन्हें तलाशना शुरू कर दिया। हालांकि, उनका कहीं अता-पता नहीं चला। पशुपालकों ने निकाले शव
इधर, तालाब पर कुछ पशुपालक अपने पशुओं को पानी पिलाने के लिए पहुंचे। उन्होंने देखा कि पानी में कुछ तैर रहा था। उन्होंने तालाब में घुसकर देखा तो सिर दिखाई दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला और हिसार के निजी अस्पताल ले गए। लोग विराट को हिसार के आधार अस्पताल और लकी को जिंदल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। वहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। वहां से अब बच्चों के शवों को सरकारी अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। बताया जाता है कि विराट के पिता का कुछ साल पहले ही देहांत हो चुका है। ये 2 भाई और एक बहन थे, जिनमें विराट की मृत्यु हो गई। वहीं, लकी अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी एक एक बहन है। मृतक दोनों बच्चे तीसरी कक्षा में पढ़ते थे।
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तिगांव से कांग्रेस प्रत्याशी का मामा ने किया विरोध:अर्धनग्न होकर गांव में किया प्रचार; बोले- बेईमानों को वोट न दें, सावधान रहने की अपील फरीदाबाद जिले के तिगांव विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार रोहित नागर के मामा मनीराम भरना खुद गांव जाकर रोहित नागर और उनके पिता यशपाल नागर को बेईमान बताया है। उन्हें वोट न देने के साथ साथ सावधान रहने की अपील की। बाइक पर सवार मनीराम अर्धनग्न होकर रोहित नागर के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। मनीराम भड़ाना ने कहा कि रोहित नागर के पिता यशपाल नागर उनके सगे बहनोई हैं। लेकिन बावजूद उसके उन्होंने उनके साथ 60 लख रुपए की बेईमानी की और प्रॉपर्टी में भी उनके साथ धोखाधड़ी की। जिसकी शिकायत में 2009 से करते आ रहे हैं। लघु सचिवालय पर 1 साल से धरने पर मनीराम भड़ाना ने बताया की यशपाल नागर ने उन्हें कई बार कभी घर तो कभी ऑफिस बुलाया। लेकिन उनके रुपए नहीं दिए। पुलिस से साथ गांठ कर उनके केस को दबा दिया। जिसके चलते पिछले लगभग 1 साल से फरीदाबाद के लघु सचिवालय के बाहर ही अर्धनग्न अवस्था में धरने पर बैठे हैं। लेकिन बावजूद उसके उन्हें अभी तक कहीं से न्याय मिलता नजर नहीं आ रहा इसलिए वह चाहते हैं कि ऐसे बेईमानों को वोट न दी जाए, जो लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। रोहित नागर का कांग्रेसियों ने भी किया था विरोध गौरतलब है कि रोहित नागर ने कभी पार्षद का भी चुनाव तक नहीं लड़ा है। लेकिन पार्टी ने युवा रोहित नागर पर विश्वास जताया और पूर्व में कांग्रेस की सरकार में विधायक रहे ललित नागर की टिकट काट दी। जिसके चलते ललित नागर समेत अन्य कांग्रेसी रोहित नागर को टिकट दिए जाने का विरोध करते नजर आए।