जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में किस पार्टी से होगा NC का गठबंधन? फारूक अब्दुल्ला का बड़ा ऐलान

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में किस पार्टी से होगा NC का गठबंधन? फारूक अब्दुल्ला का बड़ा ऐलान

<p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu-Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024:</strong> नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार (7 अगस्त) को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी पार्टी के साथ चुनाव से पहले गठबंधन नहीं करेगी. चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) के जम्मू कश्मीर दौरे से पहले फारूक अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग के अधिकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर चुनाव कराये जाने पर उनकी प्रतिक्रिया लेंगे. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव की तारीखों को अंतिम रूप देने से पहले आयोग पार्टियों से बात करेगा और फिर केंद्र सरकार से परामर्श करेगा. वहीं उन्होंने गठबंधन के सवालों पर मीडिया से कहा कि हम किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बांग्लादेश को लेकर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?</strong><br />बांग्लादेश में हालात के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत अकेला रह गया है, क्योंकि उसका कोई भी पड़ोसी अब उसका मित्र नहीं है. उन्होंने कहा, “बांग्लादेश एक अलग मुद्दा है, हमारे देश का एक अलग मुद्दा है. बांग्लादेश में शेख हसीना भारत समर्थक थीं, लेकिन वहां के लोग भारत समर्थक नहीं थे. जब तक वह शासन कर सकती थीं, क्या अब भारत को खतरों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज कोई भी पड़ोसी हमारा मित्र नहीं है. हम अकेले हैं, चाहे वह पाकिस्तान हो, नेपाल हो, बांग्लादेश हो या श्रीलंका हो. अफसोस की बात यह है कि इस बड़े भाई (भारत) ने छोटे भाइयों (पड़ोसी देशों) को नाराज कर दिया है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) को पुनर्जीवित करने की सख्त जरूरत है और भारत को बड़े भाई की भूमिका निभानी चाहिए. अगर हम एक साथ बैठकर सभी मुद्दों को सुलझा लें, तो ये पड़सी देश हमारे मित्र बन सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/election-commission-will-meet-political-parties-in-jammu-and-kashmir-on-thursday-to-get-feedback-conducting-assembly-elections-2755099″>जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज, 8 अगस्त को राजनीतिक दलों के साथ EC की बैठक</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu-Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024:</strong> नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार (7 अगस्त) को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी पार्टी के साथ चुनाव से पहले गठबंधन नहीं करेगी. चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) के जम्मू कश्मीर दौरे से पहले फारूक अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग के अधिकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर चुनाव कराये जाने पर उनकी प्रतिक्रिया लेंगे. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव की तारीखों को अंतिम रूप देने से पहले आयोग पार्टियों से बात करेगा और फिर केंद्र सरकार से परामर्श करेगा. वहीं उन्होंने गठबंधन के सवालों पर मीडिया से कहा कि हम किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बांग्लादेश को लेकर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?</strong><br />बांग्लादेश में हालात के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत अकेला रह गया है, क्योंकि उसका कोई भी पड़ोसी अब उसका मित्र नहीं है. उन्होंने कहा, “बांग्लादेश एक अलग मुद्दा है, हमारे देश का एक अलग मुद्दा है. बांग्लादेश में शेख हसीना भारत समर्थक थीं, लेकिन वहां के लोग भारत समर्थक नहीं थे. जब तक वह शासन कर सकती थीं, क्या अब भारत को खतरों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज कोई भी पड़ोसी हमारा मित्र नहीं है. हम अकेले हैं, चाहे वह पाकिस्तान हो, नेपाल हो, बांग्लादेश हो या श्रीलंका हो. अफसोस की बात यह है कि इस बड़े भाई (भारत) ने छोटे भाइयों (पड़ोसी देशों) को नाराज कर दिया है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) को पुनर्जीवित करने की सख्त जरूरत है और भारत को बड़े भाई की भूमिका निभानी चाहिए. अगर हम एक साथ बैठकर सभी मुद्दों को सुलझा लें, तो ये पड़सी देश हमारे मित्र बन सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/election-commission-will-meet-political-parties-in-jammu-and-kashmir-on-thursday-to-get-feedback-conducting-assembly-elections-2755099″>जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज, 8 अगस्त को राजनीतिक दलों के साथ EC की बैठक</a></strong></p>  जम्मू और कश्मीर ‘इसको लेकर मुस्लिम…’, वक्फ बोर्ड बिल पर चिराग पासवान का जानें स्टैंड