Bihar News: नीतीश कुमार ने इन तीन शहरों में किया पेयजल आपूर्ति परियोजना का शिलान्यास, सोन नदी के पानी का होगा इस्तेमाल

Bihar News: नीतीश कुमार ने इन तीन शहरों में किया पेयजल आपूर्ति परियोजना का शिलान्यास, सोन नदी के पानी का होगा इस्तेमाल

<p style=”text-align: justify;”><strong>Nitish Kumar Lay foundation Stone Project Of Water:</strong> बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (02 सितंबर) को औरंगाबाद, डेहरी और सासाराम शहरों में पीने के लिए सोन नदी के सतही जल की आपूर्ति के लिए 1,347 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना का शिलान्यास किया. इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने रोहतास जिले के डेहरी में राज्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, तकनीकी प्रयोगशालाओं, स्ट्रीट लाइट परियोजनाओं की स्थापना और आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीण आजीविका परियोजना के लिए 74.17 करोड़</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और कई अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. बिहार में जीविका के नाम से मशहूर बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना (बीआरएलपी) से जुड़े 1864 स्वयं सहायता समूहों के बीच वितरण के लिए 74.17 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. बिहार में करीब एक करोड़ 30 लाख जीविका दीदियां हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने &lsquo;पीटीआई-भाषा&rsquo; से बात करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने सोमवार को औरंगाबाद, डेहरी और सासाराम शहरों में पेयजल आपूर्ति के लिए जल संसाधन विभाग योजना का उद्घाटन किया. इस दूरगामी योजना में सोन नदी के पानी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे इन शहरों की भूजल पर निर्भरता खत्म हो जाएगी. यह परियोजना दो साल में पूरी हो जाएगी”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पानी की समस्या को लेकर सरकार गंभीर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि पिछले साल मुख्यमंत्री ने गया, राजगीर और नवादा के लोगों को जल मुहैया कराने के लिए महत्वाकांक्षी गंगा जल आपूर्ति योजना (जीडब्ल्यूएसएस) का उद्घाटन किया था. इस योजना के तहत इन जिलों के लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है. बिहार सरकार प्रदेश में पानी की समस्या को दूर करने को लेकर गंभीर है. इसके लिए कई योजनाओं की शुरूआत की गई है. उम्मीद है कि भविष्य में पेयजल की परेशानियों से निजात मिलेगा और लोगों को पीने की पानी की समस्या दूर होगी.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Nitish Kumar Lay foundation Stone Project Of Water:</strong> बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (02 सितंबर) को औरंगाबाद, डेहरी और सासाराम शहरों में पीने के लिए सोन नदी के सतही जल की आपूर्ति के लिए 1,347 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना का शिलान्यास किया. इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने रोहतास जिले के डेहरी में राज्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, तकनीकी प्रयोगशालाओं, स्ट्रीट लाइट परियोजनाओं की स्थापना और आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीण आजीविका परियोजना के लिए 74.17 करोड़</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और कई अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. बिहार में जीविका के नाम से मशहूर बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना (बीआरएलपी) से जुड़े 1864 स्वयं सहायता समूहों के बीच वितरण के लिए 74.17 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. बिहार में करीब एक करोड़ 30 लाख जीविका दीदियां हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने &lsquo;पीटीआई-भाषा&rsquo; से बात करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने सोमवार को औरंगाबाद, डेहरी और सासाराम शहरों में पेयजल आपूर्ति के लिए जल संसाधन विभाग योजना का उद्घाटन किया. इस दूरगामी योजना में सोन नदी के पानी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे इन शहरों की भूजल पर निर्भरता खत्म हो जाएगी. यह परियोजना दो साल में पूरी हो जाएगी”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पानी की समस्या को लेकर सरकार गंभीर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि पिछले साल मुख्यमंत्री ने गया, राजगीर और नवादा के लोगों को जल मुहैया कराने के लिए महत्वाकांक्षी गंगा जल आपूर्ति योजना (जीडब्ल्यूएसएस) का उद्घाटन किया था. इस योजना के तहत इन जिलों के लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है. बिहार सरकार प्रदेश में पानी की समस्या को दूर करने को लेकर गंभीर है. इसके लिए कई योजनाओं की शुरूआत की गई है. उम्मीद है कि भविष्य में पेयजल की परेशानियों से निजात मिलेगा और लोगों को पीने की पानी की समस्या दूर होगी.&nbsp;</p>  बिहार BJP में शामिल होने का इंतजार करते-करते ‘निराश’ हुए एकनाथ खडसे, बता दी आगे की रणनीति