हिमाचल प्रदेश की राजधानी को जोड़ने वाले कालका-शिमला फोरलेन पर आज दोपहर के वक्त लैंडस्लाइड हो गया। सोलन जिले के कुमारहट्टी के पास फोरलेन के ऊपर लगाया गया डंगा ताश के पत्तों की तरह ठह गया। गनीमत यह रही कि इसकी चपेट में कोई वाहन नहीं आया। डंगा ढहने के बाद हाईवे की सोलन साइड जाने वाली लेन वाहनों के लिए बंद हो गई। इसके बाद यातायात को दूसरी लेन से चलाया जा रहा है। वहीं कुछ वाहन वाया बड़ोग होते हुए सोलन भेजे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुमारहट्टी के होटल इन के पास पहाड़ी से लैंडस्लाइड रोकने के लिए लगभग 30 फीट ऊंचा डंगा लगाया गया था, जो अब जमींदोज हो गया है। क्वालिटी को लेकर उठने लगे सवाल शिमला-कालका फोरलेन का निर्माण कार्य अभी पूरा भी नहीं हुआ। मगर इससे पहले ही फोरलेन पर बार बार नुकसान हो रहा है। इससे फोरलेन की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इस सड़क पर कभी पहाड़ आ जाते हैं तो कहीं डंगे ही बैठ रहे हैं। इस वजह से कालका-शिमला फोरलेन पर कई दर्दनाक हादसे भी हो चुके है। हिमाचल हाईकोर्ट में भी शिमला के पूर्व उप महापौर टिकेंद्र पंवर ने क्वालिटी और पहाड़ों की अवैज्ञानिक ढंग से कटिंग को चुनौती दे रखी है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी को जोड़ने वाले कालका-शिमला फोरलेन पर आज दोपहर के वक्त लैंडस्लाइड हो गया। सोलन जिले के कुमारहट्टी के पास फोरलेन के ऊपर लगाया गया डंगा ताश के पत्तों की तरह ठह गया। गनीमत यह रही कि इसकी चपेट में कोई वाहन नहीं आया। डंगा ढहने के बाद हाईवे की सोलन साइड जाने वाली लेन वाहनों के लिए बंद हो गई। इसके बाद यातायात को दूसरी लेन से चलाया जा रहा है। वहीं कुछ वाहन वाया बड़ोग होते हुए सोलन भेजे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुमारहट्टी के होटल इन के पास पहाड़ी से लैंडस्लाइड रोकने के लिए लगभग 30 फीट ऊंचा डंगा लगाया गया था, जो अब जमींदोज हो गया है। क्वालिटी को लेकर उठने लगे सवाल शिमला-कालका फोरलेन का निर्माण कार्य अभी पूरा भी नहीं हुआ। मगर इससे पहले ही फोरलेन पर बार बार नुकसान हो रहा है। इससे फोरलेन की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इस सड़क पर कभी पहाड़ आ जाते हैं तो कहीं डंगे ही बैठ रहे हैं। इस वजह से कालका-शिमला फोरलेन पर कई दर्दनाक हादसे भी हो चुके है। हिमाचल हाईकोर्ट में भी शिमला के पूर्व उप महापौर टिकेंद्र पंवर ने क्वालिटी और पहाड़ों की अवैज्ञानिक ढंग से कटिंग को चुनौती दे रखी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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