<p><strong>Devender Singh Rana Death News:</strong> जम्मू-कश्मीर के नगरोटा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह राणा का गुरुवार देर रात निधन हो गया. उन्होंने 59 साल की उम्र में फरीदाबाद के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली. उनके निधन से पार्टी में शोक की लहर है.</p>
<p> </p> <p><strong>Devender Singh Rana Death News:</strong> जम्मू-कश्मीर के नगरोटा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह राणा का गुरुवार देर रात निधन हो गया. उन्होंने 59 साल की उम्र में फरीदाबाद के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली. उनके निधन से पार्टी में शोक की लहर है.</p>
<p> </p> जम्मू और कश्मीर माफिया अतीक अहमद के बेटों की बढ़ी मुश्किल, कानून ने कसा शिकंजा, इस मामले में तय हो गए आरोप
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शेख हसीना से बेटी 25km दूर…न मिल पाने का दर्द:बांग्लादेश में नुकसान से दिल टूटा, कठिन समय में मां को गले भी नहीं लगा सकती
शेख हसीना से बेटी 25km दूर…न मिल पाने का दर्द:बांग्लादेश में नुकसान से दिल टूटा, कठिन समय में मां को गले भी नहीं लगा सकती बांग्लादेश छोड़कर आईं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पिछले चार दिन से गाजियाबाद में भारतीय वायुसेना के हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में मौजूद हैं। वे भारत छोड़कर विदेश जाना चाहती हैं, लेकिन संभवत: क्लियरेंस नहीं मिलने की वजह से वे आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। इस बीच शेख हसीना की बेटी साइमा वाजिद ने गुरुवार सुबह X पर पोस्ट करके अपना दर्द बयां किया। उन्होंने लिखा- मेरे देश बांग्लादेश जिससे मैं प्यार करती हूं, जानमाल की हानि से दिल टूट गया है। मेरा दिल इतना टूट गया है कि मैं इस कठिन समय में अपनी मां को देख नहीं सकती और गले भी नहीं लगा सकती। मैं रीजनल डायरेक्टर WHO के रूप में अपनी भूमिका के प्रति प्रतिबद्ध हूं। WHO मुख्यालय दिल्ली से हिंडन एयरबेस सिर्फ 25 किमी
बता दें कि साइमा वाजिद WHO के साउथ-ईस्ट एशिया रीजन की रीजनल डायरेक्टर हैं और दिल्ली हेडक्वार्टर में मौजूद हैं। WHO मुख्यालय दिल्ली से हिंडन एयरबेस की दूरी सिर्फ 25 किलोमीटर है। इसके बावजूद साइमा वाजिद अपनी मां से नहीं मिल पा रही हैं। हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में हैं शेख हसीना
बांग्लादेश में विद्रोह के बाद शेख हसीना को अपना देश छोड़ना पड़ा। बांग्लादेशी सेना के विमान C-130 सुपर हक्यूलिस से वो 5 अगस्त की शाम 5 बजकर 36 मिनट पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंची थीं। तब से वो एयरबेस के सेफ हाउस में ही मौजूद हैं। उनकी सुरक्षा में गरुण कमांडो तैनात किए हुए हैं। पहले दिन शेख हसीना से मिलने के लिए NSA अजीत डोभाल पहुंचे थे। 6 अगस्त को ये कयास लगाए जा रहे थे कि शेख हसीना से मिलने के लिए उनकी बेटी साइमा वाजिद आ सकती हैं, जो इस वक्त दिल्ली में मौजूद हैं। लेकिन ये माना जा रहा है कि सुरक्षा कारणों की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका। शेख हसीना यहां कब तक रहेंगी, ये कहना फिलहाल मुश्किल है। उनके जल्द ही भारत छोड़कर विदेश जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। भारत आने से पहले हसीना के साथ क्या-क्या हुआ
तारीख- 5 अगस्त 2024, बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ हुआ प्रदर्शन हिंसक हो चुका था। 1 दिन पहले ही पुलिस से मुठभेड़ में कुल 100 लोगों की मौत हो गई थी। इस बीच ढाका से 1826 किलोमीटर दूर भारत की राजधानी दिल्ली में 2 अर्जियां भेजी जाती हैं। पहली अर्जी में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना कुछ समय के लिए भारत आने की इजाजत की अपील थी। इसके कुछ ही देर बाद भेजी गई दूसरी अर्जी में बांग्लादेश के अधिकारी मिलिट्री एयरक्राफ्ट के भारत में दाखिल होने के लिए क्लीयरैंस मांगते हैं। इजाजत मिलने के बाद शाम को शेख हसीना का विमान दिल्ली लैंड करता है। बांग्लादेश छोड़ने के लिए सिर्फ 1 घंटे का समय
देश में हालात बिगड़ते देख आर्मी चीफ ने अनुमान लगाया कि हसीना के पास बांग्लादेश से निकलने के लिए 1 घंटे से भी कम समय है। दोपहर करीब 1 बजे हसीना बहन के साथ अपने क्वार्टर के नीचे उतरीं। रेहाना के हाथ में एक बड़ा सा फोटो फ्रेम था। बांग्लादेश के अधिकारी हसीना के जाने से पहले देश के नाम उनके आखिरी संबोधन की तैयारी कर रहे थे। इस बीच कुछ कन्फ्यूजन हुआ। लाइव ब्रॉडकास्ट वाला ट्रक PM आवास की जगह आर्मी चीफ के हेडक्वार्टर चला गया। यह बांग्लादेश में सत्ता बदलने का सबसे बड़ा संकेत था। हसीना के स्टाफ की मौजूदगी में उन्हें एक गाड़ी में बैठाकर PM आवास से ले जाया गया। हसीना की सुरक्षा के लिए उनके काफिले में करीब 12 गाड़ियां शामिल थीं। उन्होंने आवास के मुख्य गेट से निकलने की कोशिश की। सफलता न मिलने पर वे दूसरे रास्ते से बाहर निकले। हालांकि, यहां भी प्रदर्शनकारियों की भीड़ मौजूद थी। बख्तरबंद गाड़ियों के बीच से एयरफील्ड पहुंचीं हसीना
हसीना की सुरक्षा में मौजूद टीम ने मदद की अपील की। इसके बाद सेना की बख्तरबंद गाड़ियां वहां पहुंची। भीड़ को किसी तरह रोककर हसीना को वहां से निकाला गया। उन्हें सीधे एक हेलीपैड ले जाया गया। यहां से हेलिकॉप्टर के जरिए हसीना और उनकी बहन एयरफील्ड पहुंची। फिर दोनों को एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट में बैठाकर बांग्लादेश से बाहर ले जाया गया। दूसरी तरफ, आर्मी चीफ वकार ने हसीना के देश छोड़ने के बाद विपक्षी पार्टियों के साथ इमरजेंसी बैठक की। फिर उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा, “शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। हम अंतरिम सरकार बनाएंगे, देश को अब हम संभालेंगे। आंदोलन में जिन लोगों की हत्या की गई है, उन्हें इंसाफ दिलाया जाएगा।” 5 अगस्त की शाम करीब 6 बजे हसीना का C-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। यहां भारत के NSA अजीत डोभाल ने उनका स्वागत किया। हसीना पिछले 2 दिन से भारत में ही हैं। वह यहां कितने समय तक रहेंगी, भारत के बाद वे कहां जाएंगी, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। ये भी पढ़ें:- भारत में 500 बांग्लादेशी घुस रहे थे, BSF ने रोका:बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का शपथ ग्रहण आज भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास बुधवार को घुसपैठ कर रहे करीब 500 बांग्लादेशियों को BSF के जवानों ने जलपाईगुड़ी के पास रोक दिया। नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर के मुताबिक ये लोग बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों के हमलों के डर से इकट्ठा हुए थे। BSF और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने इन लोगों से बात की, जिसके बाद ये सभी लौट गए। बांग्लादेश से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ हाई अलर्ट पर है। बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद आज अंतरिम सरकार का गठन होगा। पढ़ें पूरी खबर…
यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होने पर अभ्यर्थियों में नाराजगी, कहा-‘इलेक्शन पैटर्न पर कराई जाएं परीक्षाएं’
यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होने पर अभ्यर्थियों में नाराजगी, कहा-‘इलेक्शन पैटर्न पर कराई जाएं परीक्षाएं’ <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>पेपर लीक के आरोपों के चलते UGC नेट की परीक्षा रद्द किए जाने से संगम नगरी प्रयागराज के अभ्यर्थी खासे निराश हैं. अभ्यर्थियों में जबरदस्त नाराजगी और गुस्सा है. अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से हर एक बड़ी परीक्षा के पेपर लीक हो रहे हैं या फिर उनमें गड़बड़ी व धांधली किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि परीक्षाओं पर विश्वास बनाए रखने के लिए वह फूल प्रूफ प्लानिंग करे और परीक्षाओं को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से आयोजित कराए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभ्यर्थियों के मुताबिक रद्द हुई परीक्षा के लिए उन्होंने काफी समय से तैयारी की हुई थी. परीक्षा रद्द होने के बाद उनकी मेहनत पर पानी फिर चुका है. उन्हें लगता है कि अब परीक्षाओं में शामिल होने का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि हर बड़े इम्तिहान में कुछ ना कुछ गड़बड़ी जरूर सामने आ रही है. इससे उनकी तैयारियों पर भी असर पड़ता है, क्योंकि मन में यह शंका बनी रहती है कि अच्छा पेपर होने से भी कामयाबी नहीं मिलने वाली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभ्यर्थियों का कहना है कि जब देश में चुनाव बिना किसी हिंसा या गड़बड़ी के कराए जा सकते हैं तो परीक्षाओं को क्यों नहीं कराया जा सकता. परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है, ताकि इस तरह की गलती दोबारा ना हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी आकांक्षा सिंह, उपेंद्र तिवारी, उपासना तिवारी ने कहा है कि मजबूत इच्छा शक्ति के जरिए ही पेपर लिख जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है. इनके मुताबिक देश में जब चुनाव को बिना हिंसा और बिना गड़बड़ी के संपन्न करा लिया जाता है, तो महज कुछ लाख अभ्यर्थियों वाली परीक्षाओं में धांधली कैसे हो जाती है. इन्हें रोकने के फूल प्रूफ अरेंजमेंट क्यों नहीं किए जाते. किसी भी मामले में दोषियों को इतनी कड़ी सजा क्यों नहीं दी गई, जिसके चलते भविष्य पेपर लीक जैसी घटनाओं पर अंकुश लग सके. कई अभ्यर्थियों ने तो यह भी कहा है कि परीक्षा के सिस्टम से उनका विश्वास दिन-ब-दिन घटता जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/acharya-pramod-krishnam-prediction-narendra-modi-become-prime-minister-in-2029-2719597″>PM मोदी को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम की बड़ी भविष्यवाणी, अयोध्या में BJP की हार पर भी दिया बयान</a></strong></p>