हरियाणा के पानीपत शहर की परशुराम कॉलोनी में दिनभर से बंद एक मकान को चोरों ने निशाना बना लिया। देर रात जब युवक काम से घर लौटा, तो उसने ताले टूटे देखे। घर के भीतर देखा तो वहां सामान बिखरा हुआ था। अलमारी से कैश और सोने के आभूषण गायब थे। मामले की शिकायत युवक ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। वेटर के काम पर गया हुआ था युवक तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप ने बताया कि वह परशुराम कॉलोनी का रहने वाला है। वह गली में ही नाई की दुकान चलाता है। वह शादियों में वेटर का काम भी करता है। 22 नवंबर को वह टोल प्लाजा स्थित रोयल गार्डन में शादी में वेटर के काम के लिए गया हुआ था। उसकी पत्नी मायका गई हुई है। देर रात करीब ढाई बजे वह काम से घर लौटा। यहां आने के बाद देखा कि घर के मेन गेट पर लगा ताला टूटा हुआ था। इसके बाद वह मकान के अंदर गया तो देखा कि भीतर सामान बिखरा हुआ है। लोहे की अलमारी भी खुली हुई थी। इसके बाद उसने सामान चेक किया तो देखा कि अलमारी से 30 हजार कैश समेत पत्नी के कानों के झुमके, सोने का मंगलसूत्र गायब था। हरियाणा के पानीपत शहर की परशुराम कॉलोनी में दिनभर से बंद एक मकान को चोरों ने निशाना बना लिया। देर रात जब युवक काम से घर लौटा, तो उसने ताले टूटे देखे। घर के भीतर देखा तो वहां सामान बिखरा हुआ था। अलमारी से कैश और सोने के आभूषण गायब थे। मामले की शिकायत युवक ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। वेटर के काम पर गया हुआ था युवक तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप ने बताया कि वह परशुराम कॉलोनी का रहने वाला है। वह गली में ही नाई की दुकान चलाता है। वह शादियों में वेटर का काम भी करता है। 22 नवंबर को वह टोल प्लाजा स्थित रोयल गार्डन में शादी में वेटर के काम के लिए गया हुआ था। उसकी पत्नी मायका गई हुई है। देर रात करीब ढाई बजे वह काम से घर लौटा। यहां आने के बाद देखा कि घर के मेन गेट पर लगा ताला टूटा हुआ था। इसके बाद वह मकान के अंदर गया तो देखा कि भीतर सामान बिखरा हुआ है। लोहे की अलमारी भी खुली हुई थी। इसके बाद उसने सामान चेक किया तो देखा कि अलमारी से 30 हजार कैश समेत पत्नी के कानों के झुमके, सोने का मंगलसूत्र गायब था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में दुकानदार ने सुसाइड नोट छोड़ आत्महत्या की:पार्टनर पर चोरी का शक, पैसे नहीं दिए, धमकी भी दी; परिजनों ने रोड जाम किया
हरियाणा में दुकानदार ने सुसाइड नोट छोड़ आत्महत्या की:पार्टनर पर चोरी का शक, पैसे नहीं दिए, धमकी भी दी; परिजनों ने रोड जाम किया हरियाणा में हिसार के हांसी में दुकानदार के सुसाइड करने पर बवाल हो गया। मंगलवार को परिजनों ने लोगों के साथ मिलकर मौत के लिए जिम्मेदार ठहराए गए 4 लोगों की गिरफ्तारी के लिए रोड जाम कर दिया। वह हांसी के नागरिक अस्पताल के बाहर रोड पर करीब आधा घंटा तक बैठे रहे। इसकी सूचना मिलते ही सिटी थाना SHO सदानंद और हांसी SDM राजेश खोथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके बाद वह पोस्टमॉर्टम के लिए राज हुए और जाम खोला। इस दौरान परिजनों ने भी पुलिस को अल्टीमेटम दे दिया कि आज शाम तक गिरफ्तारी न हुई तो वह शव को रोड पर रख देंगे। घर में लगाया था फंदा
हांसी की मुल्तान कॉलोनी के अरुण मेहता ने सोमवार को घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। उसकी एसडी महिला कॉलेज के नजदीक श्री बाला जी कम्युनिकेशन के नाम से मोबाइल फोन की दुकान थी। अरुण ने दोपहर को सुसाइड किया। उस समय उसके पिता घर पर नहीं थे। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर था। उसकी पत्नी नीचे घर का काम कर रही थी। मौके से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला
इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस को अरुण के पास से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला। उसने 4 युवकों को मौत का जिम्मेदार बताया था। इनसे उसको पैसे लेने थे। पुलिस ने उसके पिता सुभाष चंद्र की शिकायत पर निहार खुराना, रवि मलिक, नीरज आर्य व पारस पंडित के खिलाफ धारा 108 व 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। डेढ़ साल पहले शादी हुई थी
अरुण की बहन पानीपत में विवाहित है। उसकी मां का करीब 3 वर्ष पहले निधन हो गया था। वह ही घर को संभाले हुए था। डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी। अभी उनके कोई बच्चा नहीं है। 2 साल पहले उनसे दुकान की थी। इसमें निहार खुराना नाम का युवक उसका पार्टनर था, जिस पर चोरी का शक जताया था और बाद में उसे हटा दिया था। सुसाइड नोट में लिखी 3 अहम बातें…. 1. अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं
प्रिय पापा मैं अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं। अब जीने का मन नहीं करता। इतना परेशान हो चुका हूं कि अब जीने का मन नहीं करता। मेरी सबसे बड़ी परेशानी का कारण है मेरे पैसे गुम होना और दुकान से पैसे चोरी होना। दूसरी परेशानी हे कि मैंने जिस जिस को उधार दी, उसके पैसे वापस नहीं आए। वो मुझे मारने की धमकी देते हैं। 2. जान से मारने की धमकी दी
दुकान पर काम कम हुआ है और पैसे न होने की वजह से मैं परेशान हूं। जिसके मैंने नाम लिखे हैं ये मुझे जान से मारने की धमकी देते हैं। निहार खुराना हांसी से, रवि मलिक ढडेरी गांव से और नीरज आर्य हांसी से, इन सबने मिलकर मुझे बहुत परेशान किया। मेरी दुकान पर काम कम हुआ। पैसे ना होने की वजह से मैं और परेशान हुआ। ऐसे में मुझे ये फैसला लेना पड़ा। 3. निहार खुराना पर चोरी का शक था
ये लोग जहां भी मिलते मुझे धमकियां देते हैं। इन्होंने मेरी जिंदगी खराब कर दी। बहुत परेशान हूं। निहार खुराना पर मुझे शक था कि उसने मेरी दुकान से पैसे चुराए हैं, लेकिन मेरे पास कोई सबूत नहीं था। इसलिए मैंने इसको अपनी दुकान से हटा दिया। इसने मेरे लिए पैसे और जिस-जिस को मेरी दुकान से फोन दिलाए थे, उन्हें पैसे देने से मना कर दिया। सुसाइड नोट की कॉपी…
भिवानी में सगे भाई की हत्या:2 भाइयों ने दिया घटना को अंजाम, तीनों के बीच हुआ था विवाद
भिवानी में सगे भाई की हत्या:2 भाइयों ने दिया घटना को अंजाम, तीनों के बीच हुआ था विवाद भिवानी जिले के सिवानी मंडी शहर के वार्ड संख्या 12 निवासी एक 28 वर्षीय युवक की उसी के दो भाइयों ने तेजधार हथियार से गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस व सीन ऑफ क्राइम के इंचार्ज भी मौके कर पहुंचे। युवक को सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई ने पुलिस से की शिकायत जानकारी के अनुसार सुमित पुत्र प्रेम सिंह ने पुलिस को शिकायत दी कि वो दादरी का रहने वाला है। जबकि उसके तीन भाई सिवानी में वार्ड 12 में रहते है। मुझे सूचना मिली थी कि तीनों भाइयों का आपस में झगड़ा हो गया। जब मैने मेरे परिवार सहित मौके पर आकर देखा तो मेरे भाई नरेन्द्र उर्फ पोला के सिर मे दाई तरफ कनपटी पर धारदार हथियार के घाव है और दाहिने हाथ कि कोहनी के पास से टूटा हुआ है। नरेंद्र करीब 28 साल का था। नरेंद्र भेड़ ही बकरी पालने का काम करता था। मामले की जांच में जुटी पुलिस थाना प्रभारी सुखबीर सिंह जाखड़ ने बताया की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर सीएफएसएल व सीन ऑफ क्राइम की टीम को बुलाया गया। मृतक के भाई के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
करनाल में भाजपा विधायक का ऑडियो वायरल:सड़क निर्माण पर ग्रामीणों से चर्चा, कहा- मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं
करनाल में भाजपा विधायक का ऑडियो वायरल:सड़क निर्माण पर ग्रामीणों से चर्चा, कहा- मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं हरियाणा के करनाल जिले के इंद्री विधानसभा क्षेत्र में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें इंद्री विधानसभा से भाजपा विधायक रामकुमार कश्यप और गांव गढ़ी बीरबल के वीरेंद्र कांबोज के बीच कथित तौर पर बातचीत सुनाई दे रही है। इस ऑडियो क्लिप में वीरेंद्र अपने गांव में सड़क निर्माण को लेकर सवाल पूछ रहे हैं, जबकि विधायक का जवाब असंतोषजनक माना जा रहा है। दैनिक भास्कर इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। दैनिक भास्कर इस ऑडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। ऑडियो क्लिप की प्रमुख बातें ग्रामीण: आप जो कह रहे हैं कि आप दोनों बूथ हार गए हैं, इसका मतलब यह है कि बूथ हार गए तो आप सड़क नहीं बनवाएंगे? विधायक: आप जिस सड़क की बात कर रहे हैं, उस पर पत्थर और कंकड़ हैं, धूल कहां से उड़ रही है? ग्रामीण: बाबूजी, हम कह रहे हैं कि इस सड़क पर पत्थर पड़े हुए 6 महीने हो गए हैं। काम शुरू नहीं हुआ है, बरसात शुरू हो जाएगी, फिर सड़क का काम नहीं हो पाएगा। विधायक: सारी सड़क बन जाएगी तेरी, सारी कम्प्लीट करके दे दी जाएगी। ग्रामीण: आपने यह बात तो कही नहीं थी, आपने तो ये कहा था कि दोनों बूथ हार रहे हैं।” विधायक: तो फिर, वो नहीं दिखता आपको। ग्रामीण: तो फिर और भी ज्यादा पत्थर गिरवा दो सड़क पर, यहां खदान बनवा दो। विधायक: मैं कोई पत्थर गिराने वाला नहीं हूं, ठीक है ना। जो सिस्टम है ना गवर्नमेंट का, पीडब्ल्यूडी या फिर बीएंडआर का, वो प्रोसेस करेगा। ग्रामीण: मालिक तो आप हैं ना, आप डिपार्टमेंट को कह सकते हो। विधायक: मैं क्या मालिक हूं, मालिक तो आप भी हो, पंचायत मालिक है आपकी। ग्रामीण: पंचायत की जिम्मेदारी थोड़ी ना है सड़क बनाने की। विधायक: और मेरी है, विधायक की जिम्मेदारी है सड़क बनवाने की। ग्रामीण: विधायक की तो है, आप अफसरों को बोलो। विधायक: मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है देखो, पीडब्ल्यूडी अपना काम कर रहा है, सारा कुछ कर रहा है। ग्रामीण: अच्छा, तो आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, गांव के प्रति। विधायक: मेरी कोई ज़िम्मेवारी नहीं है। ग्रामीण: ठीक है बाबू जी। विधायक: जाओ आप। ऑडियो क्लिप के प्रभाव और सवाल इस ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट होता है कि विधायक रामकुमार कश्यप और ग्रामीण के बीच हुई बातचीत में सड़क निर्माण के मुद्दे पर असहमति और असंतोष है। ग्रामीण ने विधायक से सवाल किया कि यदि चुनाव में बूथ हार गए तो क्या सड़क नहीं बनाई जाएगी, जिसका विधायक ने जवाब दिया कि सड़क का काम PWD और बीएंडआर के तहत होता है और वे ही इसका प्रोसेस करेंगे। विधायक ने यह भी कहा कि उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, जिससे यह सवाल उठता है कि अगर विधायक अपनी जिम्मेदारी नहीं मानते हैं तो विकास कार्यों की देखरेख कौन करेगा। इस ऑडियो से यह भी प्रतीत होता है कि विधायक और ग्रामीण के बीच इस मुद्दे पर पहले से ही तनाव था। मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया यह ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद, जनता और मीडिया के बीच विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि विधायक को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होना चाहिए और क्षेत्र के विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, कुछ लोग इसे राजनीतिक षड्यंत्र भी मान रहे हैं। ऑडियों क्लिप से गरमाया राजनीतिक माहौल इस मामले ने इंद्री विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। विधायक रामकुमार कश्यप और उनकी पार्टी भाजपा के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है और आने वाले समय में इसके प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।