अबोहर के लाइन पार क्षेत्र स्थित एक स्कूल के दूसरी कक्षा के बच्चे से महिला टीचर द्वारा पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है। बच्चे के परिजनों ने बच्चे को अस्पताल में दाखिल करवाते हुए कार्रवाई की मांग की है। थाना नंबर 2 की पुलिस मामले की जांच कर रही है। रामदेव नगरी निवासी संजय धोलिया ने बताया कि उसका करीब 7 वर्षीय बेटा जगदेव स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र है। शनिवार को जब वह स्कूल में पानी पीने गया था। जहां थोड़ी देर होने पर उसकी अध्यापिका ने उसके साथ मारपीट की। छुट्टी के बाद बच्चे ने घर आकर सारी कहानी बताई। उन्होंने पुलिस से अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मुख्य अध्यापिका ने आरोपों को नकारा इधर, स्कूल की मुख्य अध्यापिका से बात करने पर उन्होंने बताया कि बच्चे से स्कूल में कोई मारपीट नहीं हुई। यह बच्चा दोपहर 2 बजे छुट्टी के बाद घर के लिए निकला, लेकिन यह 3 बजे अपने घर पहुंंचा। जिससे पता चलता है कि रास्ते में कहीं खेलते हुए या फिर दौड़ते हुए इसके यह चोट लगी हो सकती है। उन्होंने बताया कि परिजन बच्चे के हाथ और पैर पर लगी जो चोट दिखा रहे हैं, वह मारपीट के निशान नहीं है। इस मामले में वार्ड पार्षद द्वारा मामले को निपटारे का प्रयास किया जा रहा है। दोनों पक्षों के लोग पार्षद कार्यालय में उपस्थित थे। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है। अबोहर के लाइन पार क्षेत्र स्थित एक स्कूल के दूसरी कक्षा के बच्चे से महिला टीचर द्वारा पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है। बच्चे के परिजनों ने बच्चे को अस्पताल में दाखिल करवाते हुए कार्रवाई की मांग की है। थाना नंबर 2 की पुलिस मामले की जांच कर रही है। रामदेव नगरी निवासी संजय धोलिया ने बताया कि उसका करीब 7 वर्षीय बेटा जगदेव स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र है। शनिवार को जब वह स्कूल में पानी पीने गया था। जहां थोड़ी देर होने पर उसकी अध्यापिका ने उसके साथ मारपीट की। छुट्टी के बाद बच्चे ने घर आकर सारी कहानी बताई। उन्होंने पुलिस से अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मुख्य अध्यापिका ने आरोपों को नकारा इधर, स्कूल की मुख्य अध्यापिका से बात करने पर उन्होंने बताया कि बच्चे से स्कूल में कोई मारपीट नहीं हुई। यह बच्चा दोपहर 2 बजे छुट्टी के बाद घर के लिए निकला, लेकिन यह 3 बजे अपने घर पहुंंचा। जिससे पता चलता है कि रास्ते में कहीं खेलते हुए या फिर दौड़ते हुए इसके यह चोट लगी हो सकती है। उन्होंने बताया कि परिजन बच्चे के हाथ और पैर पर लगी जो चोट दिखा रहे हैं, वह मारपीट के निशान नहीं है। इस मामले में वार्ड पार्षद द्वारा मामले को निपटारे का प्रयास किया जा रहा है। दोनों पक्षों के लोग पार्षद कार्यालय में उपस्थित थे। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कतर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अनादर:2 स्वरूप दोहा पुलिस ने कब्जे में रखे; SGPC ने विदेश मंत्री को भेजा पत्र कतर की राजधानी दोहा में पुलिस द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो पवित्र स्वरूपों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। जिस पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने ऐतराज जताया है। उन्होंने भारत के विदेश मंत्री और भारतीय राजदूत से अनुरोध किया है कि दोनों स्वरूपों को सम्मान सहित पास के गुरुद्वारे में सुशोभित किया जाए। SGPC प्रधान एडवोकेट धामी ने इस मामले में तुरंत हस्ताक्षेप की मांग रखी है। एडवोकेट धामी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब का सम्मान सिख समुदाय के लिए सबसे ऊपर है। पुलिस द्वारा गुरु साहिब की पवित्र छवि को रखना एक बड़ा अपमान है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह मामला हाल ही में ब्रिटिश सिख संगठन भाई घन्हैया ह्यूमैनिटेरियन एड द्वारा जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के ध्यान में लाया गया था। जिन्होंने शिरोमणि समिति को इस मामले को आगे बढ़ाने के आदेश जारी किए थे। विदेश मंत्री व भारतीय राजदूत को भेजा पत्र
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अमृतसर में निहंग सिखों ने दी हिदायत:धार्मिक पुस्तके बेचते वक्त रखें मर्यादा का ध्यान, निहंग सिंह ने दुकानदार को लगाई थी फटकार अमृतसर में लगातार होती बेअदबी की घटनाओं को रोकने के लिए निहंग सिहों की ओर से दुकानदारों से बात की गई। सिख संगठन के नेता परमजीत सिंह अकाली ने अन्य निहंगों के साथ मिलकर श्री दरबार साहिब के आसपास के दुकानदारों को इकट्ठा करके उन्हें समझाया कि धार्मिक पुस्तकों को सिख मर्यादा के तहत ही बेचा जाए। बता दें कि, बीते दिन श्री दरबार साहिब के नजदीक एक दुकान पर एक युवक ने गुटका साहिब खरीदा। युवक उसे लेकर जा रहा था तो रास्ते में निहंग सिंहों ने उसे रोका फिर दुकानदार के पास वापस ले गए और उसे खूब फटकार लगाई। निहंग सिंहों का कहना था कि वह युवक छोटा बच्चा है और हो सकता है कहीं जाकर इसकी बेअदबी कर दे। इसीलिए आगे से दुकानदार बिना जांच पड़ताल के किसी भी इंसान को धार्मिक पुस्तकें न दे। इसके बाद श्री दरबार साहिब के पास स्थित मार्किट में सभी दुकानदारों को इकट्ठा किया गया और उन्हें पर्चे बांटे गए। परमजीत सिंह अकाली ने अन्य निहंग सिहों के साथ दुकानदारों से मुलाकात की। उनसे अनुरोध किया गया कि वे दुकानों में उपलब्ध धार्मिक साहित्य के गुटका साहिब और पोथियों के संरक्षण के लिए सिख नैतिकता का विशेष ध्यान रखें और समग्र धार्मिक स्वास्थ्य को व्यावसायिक दृष्टिकोण से न देखें। गटका साहिब देने से पहले की जाए पड़ताल उन्होंने कहा कि ऐसा महसूस किया जा रहा है कि नानक के नाम पर पूरे सिख जगत और सिख संघों की आस्था इससे जुड़ी हुई है, इसलिए जो भी व्यक्ति गुरबाणी गुटका साहिब खरीदने आता है उसकी गहन जांच की जानी चाहिए ताकि पता लग सके कि उस व्यक्ति की मंशा सिख भावनाओं को आहत करना तो नहीं है। उन्होंने कहा कि अतीत में हुई की घटनाओं ने सिखों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है और हमें पहले से सचेत रहना चाहिए ताकि बेअदबी की ऐसी घटनाएं दोबारा न हों उधर, दुकानदारों का कहना है कि सिख संगठन ने दुकानदारों से बातचीत की है और उन्होंने बताया कि हमें गुटका साहिब बेचने के लिए जो निर्देश दिए हैं, वे बिल्कुल सही हैं और उन पर विचार किया जाएगा। और निकट भविष्य में हमारे द्वारा किसी भी अनजान व्यक्ति को गुटका साहिब पोथियां नहीं बेची जाएंगी।
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