गाजियाबाद में नरसिंहानंद बोले- कत्ल कर सकते हैं…डरा नहीं सकते:कहा- तौकीर रजा-ओवैसी के बाप-दादा अपने हिस्से से पाकिस्तान बनवा चुके

गाजियाबाद में नरसिंहानंद बोले- कत्ल कर सकते हैं…डरा नहीं सकते:कहा- तौकीर रजा-ओवैसी के बाप-दादा अपने हिस्से से पाकिस्तान बनवा चुके

‘तौकीर रजा, मदनी और ओवैसी जैसे लोगों ने हमारी सज्जनता को हमारी कमजोरी समझ लिया। अब वो अच्छी तरह समझ लें कि वो हमारा कत्ल तो कर सकते हैं, लेकिन हमें डरा नहीं सकते। अगर वो हमें डराने के लिए भीड़ इकट्ठा कर सकते हैं, तो हम भी उनके सामने अपना सर कटाने के लिए उनकी आंखों में आंखें डालकर खड़े हो सकते हैं।’ यह बात रविवार को गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम मंदिर (डासना देवी) के महंत और श्री पंच जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कही। यति नरसिंहानंद गिरी और उनके साथियों को आज पुलिस ने शिवशक्ति धाम में नजरबंद किया है। इसके बाद भी यति और उनके समर्थकों ने मंदिर परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ किया। दरअसल, इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने 24 नवंबर (आज) को दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन करने का ऐलान किया था। हालांकि परमिशन नहीं मिल पाने के बाद उनका आंदोलन भी कैंसिल हो गया। वहीं, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने मौलाना के विरोध में रामलीला मैदान में हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। नरसिंहानंद बोले- कोई तौकीर-ओवैसी हमारे देश पर कब्मा नहीं कर सकता
अब कोई तौकीर रजा, कोई मदनी या कोई ओवैसी ये नहीं सोचे कि वो ऐसे भी हमारे देश पर कब्जा कर सकते हैं। इनको अच्छी तरह समझना चाहिए कि इनके बाप-दादा अपने हिस्से की जमीन लेकर पाकिस्तान बनवा चुके हैं। अब जो ये वक्फ के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं, वो इनकी असली औकात दुनिया के सामने ला रहा है। सबसे बड़ा उदाहरण तो मक्का की मस्जिद है
नरसिंहानंद ने मुरादाबाद के संभल में मुसलमानों के किए पथराव को उनका डर बताया। कहा- अपनी सच्चाई के दुनिया के सामने खुलने के डर से ये लोग उग्र हो रहे हैं। ये अच्छी तरह जानते है कि दुनियाभर में मस्जिद दूसरे धर्म के धर्मस्थलों को तोड़कर बनाई जाती थी। इसका सबसे बड़ा उदाहरण तो मक्का की मस्जिद ही है, जिसे सनातन धर्म के देवी-देवताओं के मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। अब इस्लाम की यह काली सच्चाई जब दुनिया के सामने आ रही है, तो ये लोग बिलबिला रहे हैं। लेकिन, चाहे कुछ भी हो जाए, हम इस्लाम की सच्चाई दुनिया के सामने लाकर रहेंगे। यति नरसिंहानंद ने कहा- संभल हिंसा के लिए जियाउर्रहमान बर्क दोषी
यति नरसिंहानंद ने कहा- संभल में आज जो हुआ, बहुत निराश करने वाला है। जो हिंसा हुई, उसके लिए वहां का सांसद जियाउर्रहमान बर्क जिम्मेदार है। अभी तक कश्मीर में फौज और पुलिस पर पत्थर चलते थे। योगी जैसे काबिल यूपी के सीएम हैं। पुलिस की गलती आखिर क्या है? कोर्ट का एक निर्णय आया। जो पहले हरिहर मंदिर था, उसे जामा मस्जिद बताते हैं। सर्वे से क्यों डरते हैं, क्योंकि चोर की दाढ़ी में तिनका होता है। उन्होंने कहा- दुनिया की सारी प्राचीन मस्जिदें किसी न किसी मंदिर को तोड़कर बनाई गईं हैं। ये जिहादी लुटेरे जिस देश में गए, उसकी दुर्गति कर दी। वहां के सारे मठ-मंदिरों क साथ यही किया। ये अपने घिनौने इतिहास को दुनिया के सामने नहीं आने देना चाहते। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की भूमिका की जांच होनी चाहिए। उसे उचित दंड मिलना चाहिए। इस हिंसा की पूरी जांच हो। इसमें शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। तौकीर रजा ने नरसिंहानंद गिरी और लारेंस बिश्नोई को बीजेपी का गुंडा कहा
IMC के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने एक चैनल से बातचीत के दौरान यति नरसिंहानंद गिरी और लारेंस बिश्नोई को भाजपा का गुंडा बताया है। मौलाना तौकीर रजा ने कहा- इन्हें बीजेपी ने पाल के रखा है, हमारे जैसे लोगों की हत्या कराने के लिए। बीजेपी ने कुछ लोगों को भगवा पहनाकर तैयार रखा है। ऐसा इसलिए, ताकि वो नफरती बयान देकर माहौल बिगाड़ सकें। मौलाना तौकीर रजा ने खुद के हाउस अरेस्ट पर कहा- हम अन्य मजहबों के धर्मगुरुओं के साथ रामलीला मैदान में एक कार्यक्रम करने जा रहे थे, जिससे अमन का पैगाम जाता। इसकी परमिशन भी हमारे पास थी, लेकिन परमिशन कैंसिल कर दी गई। मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया गया, जो लोकतंत्र और कानून के खिलाफ है। वहीं, संभल की हिंसा को लेकर उन्होंने कहा- मैं आगजनी और पथराव की निंदा करता हूं। लेकिन साथ में यह भी कहता हूं कि इस बात की भी तहकीकात होनी चाहिए की आखिर ये हिंसा क्यों हुई? क्योंकि कानून ने अपना काम नहीं किया। बिना इजाजत किसी के घर में घुसेंगे, तो वो विरोध तो करेगा ही। क्यों शुरू हुआ विवाद, जानिए वजह 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिन्दी भवन में एक कार्यक्रम हुआ। इसमें डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि भी पहुंचे। उन्होंने पैगंबर मुहम्मद को लेकर एक बयान दिया। 3 अक्टूबर को थाना सिहानी गेट पुलिस ने यति के खिलाफ FIR दर्ज कर ली। 4 अक्टूबर को यति की गिरफ्तारी के लिए देश के कई राज्यों में मुस्लिमों ने प्रदर्शन किए। तब से लगातार प्रदर्शन जारी हैं। 4 अक्टूबर की रात ही डासना देवी मंदिर पर सैकड़ों मुस्लिमों ने प्रदर्शन किया। इस मामले में मंदिर समिति की तरफ से आरोप लगाया गया कि मुस्लिमों ने मंदिर पर हमले का प्रयास किया। गाजियाबाद पुलिस इस पूरे विवाद में अब तक करीब 20 FIR दर्ज कर चुकी है और तकरीबन 25 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। ————————– ये खबर भी पढ़ेंः- संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान पथराव-आगजनी, उग्र भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज किया; भीड़ ने गाड़ी फूंकी संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। इतना बवाल हुआ कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात अभी बेकाबू है। आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है। डीएम और एसपी मौके पर हैं। दरअसल, सुबह 6 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि छुट्‌टी के दिन इतनी-इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है। कुछ ही देर में करीब एक हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। पढ़ें पूरी खबर…. ‘तौकीर रजा, मदनी और ओवैसी जैसे लोगों ने हमारी सज्जनता को हमारी कमजोरी समझ लिया। अब वो अच्छी तरह समझ लें कि वो हमारा कत्ल तो कर सकते हैं, लेकिन हमें डरा नहीं सकते। अगर वो हमें डराने के लिए भीड़ इकट्ठा कर सकते हैं, तो हम भी उनके सामने अपना सर कटाने के लिए उनकी आंखों में आंखें डालकर खड़े हो सकते हैं।’ यह बात रविवार को गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम मंदिर (डासना देवी) के महंत और श्री पंच जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कही। यति नरसिंहानंद गिरी और उनके साथियों को आज पुलिस ने शिवशक्ति धाम में नजरबंद किया है। इसके बाद भी यति और उनके समर्थकों ने मंदिर परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ किया। दरअसल, इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने 24 नवंबर (आज) को दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन करने का ऐलान किया था। हालांकि परमिशन नहीं मिल पाने के बाद उनका आंदोलन भी कैंसिल हो गया। वहीं, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने मौलाना के विरोध में रामलीला मैदान में हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। नरसिंहानंद बोले- कोई तौकीर-ओवैसी हमारे देश पर कब्मा नहीं कर सकता
अब कोई तौकीर रजा, कोई मदनी या कोई ओवैसी ये नहीं सोचे कि वो ऐसे भी हमारे देश पर कब्जा कर सकते हैं। इनको अच्छी तरह समझना चाहिए कि इनके बाप-दादा अपने हिस्से की जमीन लेकर पाकिस्तान बनवा चुके हैं। अब जो ये वक्फ के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं, वो इनकी असली औकात दुनिया के सामने ला रहा है। सबसे बड़ा उदाहरण तो मक्का की मस्जिद है
नरसिंहानंद ने मुरादाबाद के संभल में मुसलमानों के किए पथराव को उनका डर बताया। कहा- अपनी सच्चाई के दुनिया के सामने खुलने के डर से ये लोग उग्र हो रहे हैं। ये अच्छी तरह जानते है कि दुनियाभर में मस्जिद दूसरे धर्म के धर्मस्थलों को तोड़कर बनाई जाती थी। इसका सबसे बड़ा उदाहरण तो मक्का की मस्जिद ही है, जिसे सनातन धर्म के देवी-देवताओं के मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। अब इस्लाम की यह काली सच्चाई जब दुनिया के सामने आ रही है, तो ये लोग बिलबिला रहे हैं। लेकिन, चाहे कुछ भी हो जाए, हम इस्लाम की सच्चाई दुनिया के सामने लाकर रहेंगे। यति नरसिंहानंद ने कहा- संभल हिंसा के लिए जियाउर्रहमान बर्क दोषी
यति नरसिंहानंद ने कहा- संभल में आज जो हुआ, बहुत निराश करने वाला है। जो हिंसा हुई, उसके लिए वहां का सांसद जियाउर्रहमान बर्क जिम्मेदार है। अभी तक कश्मीर में फौज और पुलिस पर पत्थर चलते थे। योगी जैसे काबिल यूपी के सीएम हैं। पुलिस की गलती आखिर क्या है? कोर्ट का एक निर्णय आया। जो पहले हरिहर मंदिर था, उसे जामा मस्जिद बताते हैं। सर्वे से क्यों डरते हैं, क्योंकि चोर की दाढ़ी में तिनका होता है। उन्होंने कहा- दुनिया की सारी प्राचीन मस्जिदें किसी न किसी मंदिर को तोड़कर बनाई गईं हैं। ये जिहादी लुटेरे जिस देश में गए, उसकी दुर्गति कर दी। वहां के सारे मठ-मंदिरों क साथ यही किया। ये अपने घिनौने इतिहास को दुनिया के सामने नहीं आने देना चाहते। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की भूमिका की जांच होनी चाहिए। उसे उचित दंड मिलना चाहिए। इस हिंसा की पूरी जांच हो। इसमें शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। तौकीर रजा ने नरसिंहानंद गिरी और लारेंस बिश्नोई को बीजेपी का गुंडा कहा
IMC के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने एक चैनल से बातचीत के दौरान यति नरसिंहानंद गिरी और लारेंस बिश्नोई को भाजपा का गुंडा बताया है। मौलाना तौकीर रजा ने कहा- इन्हें बीजेपी ने पाल के रखा है, हमारे जैसे लोगों की हत्या कराने के लिए। बीजेपी ने कुछ लोगों को भगवा पहनाकर तैयार रखा है। ऐसा इसलिए, ताकि वो नफरती बयान देकर माहौल बिगाड़ सकें। मौलाना तौकीर रजा ने खुद के हाउस अरेस्ट पर कहा- हम अन्य मजहबों के धर्मगुरुओं के साथ रामलीला मैदान में एक कार्यक्रम करने जा रहे थे, जिससे अमन का पैगाम जाता। इसकी परमिशन भी हमारे पास थी, लेकिन परमिशन कैंसिल कर दी गई। मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया गया, जो लोकतंत्र और कानून के खिलाफ है। वहीं, संभल की हिंसा को लेकर उन्होंने कहा- मैं आगजनी और पथराव की निंदा करता हूं। लेकिन साथ में यह भी कहता हूं कि इस बात की भी तहकीकात होनी चाहिए की आखिर ये हिंसा क्यों हुई? क्योंकि कानून ने अपना काम नहीं किया। बिना इजाजत किसी के घर में घुसेंगे, तो वो विरोध तो करेगा ही। क्यों शुरू हुआ विवाद, जानिए वजह 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिन्दी भवन में एक कार्यक्रम हुआ। इसमें डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि भी पहुंचे। उन्होंने पैगंबर मुहम्मद को लेकर एक बयान दिया। 3 अक्टूबर को थाना सिहानी गेट पुलिस ने यति के खिलाफ FIR दर्ज कर ली। 4 अक्टूबर को यति की गिरफ्तारी के लिए देश के कई राज्यों में मुस्लिमों ने प्रदर्शन किए। तब से लगातार प्रदर्शन जारी हैं। 4 अक्टूबर की रात ही डासना देवी मंदिर पर सैकड़ों मुस्लिमों ने प्रदर्शन किया। इस मामले में मंदिर समिति की तरफ से आरोप लगाया गया कि मुस्लिमों ने मंदिर पर हमले का प्रयास किया। गाजियाबाद पुलिस इस पूरे विवाद में अब तक करीब 20 FIR दर्ज कर चुकी है और तकरीबन 25 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। ————————– ये खबर भी पढ़ेंः- संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान पथराव-आगजनी, उग्र भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज किया; भीड़ ने गाड़ी फूंकी संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। इतना बवाल हुआ कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात अभी बेकाबू है। आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है। डीएम और एसपी मौके पर हैं। दरअसल, सुबह 6 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि छुट्‌टी के दिन इतनी-इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है। कुछ ही देर में करीब एक हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। पढ़ें पूरी खबर….   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर