करनाल में नेशनल हाईवे पर कार और रोडवेज बस की टक्कर हो गई। हादसे में कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से डैमेज हो गया। वहीं गाड़ी के दोनों एयरबैग खुल गए। जिससे कार ड्राइवर की जान बच गई। वहीं हादसे के कारण हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और क्षतिग्रस्त गाड़ी को रास्ते से हटवाया। करनाल के अल्फा सिटी निवासी कर्मबीर गुप्ता का घरौंडा में प्रॉपर्टी डीलर का काम है। सोमवार को कर्मबीर गुप्ता घरौंडा ऑफिस में आए थे और ऑफिस का जरूरी काम निपटाने के बाद करनाल अपने घर जा रहे थे। उनके साथ उनका ड्राइवर गौतम भी था। बस ड्राइवर ने अचानक लगाया ब्रेक कर्मबीर गुप्ता ने बताया कि करनाल में सेक्टर-8 के पास हाईवे पर अचानक से हरियाणा रोडवेज की बस ने ब्रेक लगा दिए। जिससे कार बस के पीछे जा टकराई और एयर बैग खुल गए। हादसा बहुत ही भयानक था। कार आगे से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। ड्राइवर गौतम ने बताया कि कार और बस के बीच में बहुत ही ज्यादा डिस्टेंस था। बस ड्राइवर साइड से आगे निकल गया था। हादसे के बाद पता चला कि बस के आगे कोई व्यक्ति अचानक से आ गया था। जिसकी वजह से उसे ब्रेक लगाने पड़े और दुर्घटना हो गई। करनाल में नेशनल हाईवे पर कार और रोडवेज बस की टक्कर हो गई। हादसे में कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से डैमेज हो गया। वहीं गाड़ी के दोनों एयरबैग खुल गए। जिससे कार ड्राइवर की जान बच गई। वहीं हादसे के कारण हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और क्षतिग्रस्त गाड़ी को रास्ते से हटवाया। करनाल के अल्फा सिटी निवासी कर्मबीर गुप्ता का घरौंडा में प्रॉपर्टी डीलर का काम है। सोमवार को कर्मबीर गुप्ता घरौंडा ऑफिस में आए थे और ऑफिस का जरूरी काम निपटाने के बाद करनाल अपने घर जा रहे थे। उनके साथ उनका ड्राइवर गौतम भी था। बस ड्राइवर ने अचानक लगाया ब्रेक कर्मबीर गुप्ता ने बताया कि करनाल में सेक्टर-8 के पास हाईवे पर अचानक से हरियाणा रोडवेज की बस ने ब्रेक लगा दिए। जिससे कार बस के पीछे जा टकराई और एयर बैग खुल गए। हादसा बहुत ही भयानक था। कार आगे से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। ड्राइवर गौतम ने बताया कि कार और बस के बीच में बहुत ही ज्यादा डिस्टेंस था। बस ड्राइवर साइड से आगे निकल गया था। हादसे के बाद पता चला कि बस के आगे कोई व्यक्ति अचानक से आ गया था। जिसकी वजह से उसे ब्रेक लगाने पड़े और दुर्घटना हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में एजुकेशन वालंटियर्स देंगे CM आवास पर धरना:बोले- सरकार कर रही सौतेला व्यवहार, कार्यकाल 9 से 12 माह करने की मांग एजुकेशन वॉलिंटियर्स पिछले 3 वर्षों से नूंह में धरना देकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। एजुकेशन वॉलिंटियर्स ड्रॉप आउट बच्चों और जो कभी स्कूल नहीं गए हैं उनका सर्वे करते हैं और उन्हें 9 महीने का ब्रिज कोर्स करवाकर स्कूल में दाखिला दिलाते हैं। इस काम के लिए उन्हें मात्र 10 हजार रुपए मिलते हैं और अब फरवरी से 9 महीने से एजुकेशन वॉलिंटियर्स घर बैठे हैं, लेकिन सरकार उन्हें दोबारा ज्वाइन नहीं करवा रही है। एजुकेशन वॉलिंटियर्स का कहना है कि हम सभी शिक्षक जैसी योग्यता रखते हैं और हमारी भर्ती प्रक्रिया सेंटा टेस्ट के अनुसार मेरिट लिस्ट के अनुसार हुई है। सरकार हमारे साथ अन्याय कर रही एजुकेशन वॉलिंटियर्स का कहना है कि इतना कुछ होने के बाद भी सरकार हमारे साथ अन्याय कर रही है और हमारी तरफ ध्यान नहीं दे रही है। इसलिए 1125 एजुकेशन वॉलिंटियर्स ने धरने पर बैठने का फैसला किया है और जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मान लेती, तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे। सरकार सिर्फ आश्वासन देती चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि चुनाव के बाद आपकी मांगों पर अमल होगा, लेकिन सरकार सिर्फ आश्वासन देती हैं और कुछ नहीं। इसलिए धरने का फैसला एजुकेशन वॉलंटियर ने उचित समझा। एजुकेशन वालंटियर्स की मांगे निम्न है: 1 एजुकेशन वॉलंटियर का कार्यकाल 9 से बढ़ाकर 12 महीने और निरन्तर किया जाए 2 अध्यापक के समान वेतनमान दिया जाए 3 एजुकेशन वॉलंटियर की 58 साल तक जॉब और सिक्योरिटी 4 2023/24 में कार्यरत सभी एजुकेशन वॉलंटियर को शिक्षा विभाग में मर्ज किया जाए बिना किसी शर्त के
शंभू–खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन की SC में सुनवाई आज:कल सीधे कोर्ट आने का ऑफर दिया था, बोले–हमारे दरवाजे किसानों के लिए खुले
शंभू–खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन की SC में सुनवाई आज:कल सीधे कोर्ट आने का ऑफर दिया था, बोले–हमारे दरवाजे किसानों के लिए खुले हरियाणा–पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज (19 दिसंबर) फिर सुनवाई होगी। कल (18 दिसंबर) की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने किसानों को सीधे उनके पास आकर बात रखने को कहा था। वहीं पंजाब सरकार को 24 दिन से मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की सेहत की देखभाल के लिए कहा था। आज होने वाली सुनवाई में किसानों की मांगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट कोई बड़ा फैसला दे सकता है। किसान 10 महीने से फसलों की खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की 18 दिसंबर की सुनवाई की 3 मुख्य बातें… 1. पंजाब सरकार को हालात संभालने होंगे
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती करना ज्यादा उचित रहेगा। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती है। आपको हालात संभालने होंगे।” 2. डल्लेवाल पब्लिक पर्सनालिटी, स्वस्थ रहना जरूरी
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “डल्लेवाल पब्लिक पर्सनालिटी हैं। उनके साथ किसानों के हित जुड़े हुए हैं। वो कहते हैं कि 700 किसानों की जिंदगी उनके जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसलिए वो मेडिकल सहायता के लिए मना कर रहे हैं। सरकार के साथ उनके सैद्धांतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन प्रदर्शन के लिए डल्लेवाल का स्वस्थ रहना जरूरी है।” 3. सीधे हमारे पास आएं किसान
पंजाब सरकार के एडवोकेट जनरल ने कहा कि हमने बातचीत की कोशिश की थी, लेकिन किसानों ने मना कर दिया। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “सरकार कह रही है कि किसानों को सीधे कोर्ट में अपनी बात रखने की इजाजत दी जाए। हमारे दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। वे यहां सीधे आकर सुझाव या मांगें पेश कर सकते हैं या फिर अपना प्रतिनिधि भेज सकते हैं।” हरियाणा सरकार हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ SC पहुंची
13 फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है। इसके अलावा खनौरी बॉर्डर पर भी किसान धरने पर बैठे हैं। यहां हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें दिल्ली जाने से रोका हुआ है। 10 जुलाई 2024 को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर को खोला जाए। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा– शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें, कमेटी बनाई
12 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने एंबुलेंस, सीनियर सिटिजन्स, महिलाओं, छात्रों के लिए शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलने के लिए कहा। इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाई, जिसे सरकार और किसानों के बीच मध्यस्थता करनी थी। कमेटी ने अंतरिम रिपोर्ट सौंपी, कहा– किसान बातचीत नहीं कर रहे
कमेटी ने 10 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम रिपोर्ट सौंपी, जिसमें उन्होंने कहा कि आंदोलन करने वाले किसान बातचीत के लिए नहीं आ रहे। किसानों से उनकी सुविधा के अनुसार तारीख और समय भी मांगा गया था, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद के आदेश दिए
13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर सुनवाई हुई, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार को कहा कि डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद दें। उन्हें जबरन कुछ न खिलाया जाए। आंदोलन से ज्यादा उनकी जान जरूरी है। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी बॉर्डर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। किसानों ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद की कॉल दी
किसान आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान नेता सरवण पंधेर ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद की कॉल दी है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आंदोलन के समर्थन में हों, वह बंद का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को छूट रहेगी। संयुक्त किसान मोर्चा ने किनारा किया
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने इस किसान आंदोलन से किनारा कर लिया है। बुधवार को पंजाब के करीब 40 संगठनों वाले SKM ने चंडीगढ़ में इमरजेंसी मीटिंग की। जिसमें जगजीत डल्लेवाल–सरवण पंधेर की अगुआई वाले आंदोलन को लेकर चर्चा हुई। जिसके बाद किसान नेताओं ने कहा कि वह सीधे आंदोलन में शामिल नहीं होंगे। SKM नेता जोगिंदर उगराहां ने कहा कि 23 दिसंबर को पूरे पंजाब में SKM की तरफ से बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 24 दिसंबर को चंडीगढ़ में मीटिंग होगी।
करनाल मधुबन अकादमी में पुलिसकर्मी की मौत:लॉअर स्कूलिंग ट्रेनिंग कोर्स का था जवान, रेवाड़ी के डालीयाकी गांव का था रहने वाला
करनाल मधुबन अकादमी में पुलिसकर्मी की मौत:लॉअर स्कूलिंग ट्रेनिंग कोर्स का था जवान, रेवाड़ी के डालीयाकी गांव का था रहने वाला हरियाणा के करनाल के मधुबन पुलिस अकादमी में एक कांस्टेबल की हार्ट अटैक से मौत हो गई। कांस्टेबल करीब दो महीने के लोअर स्कूलिंग ट्रेनिंग कोर्स के लिए मधुबन आया था। रात को अचानक उसके सीने में दर्द उठा और उसे आनन-फानन में करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान कांस्टेबल की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक पुलिसकर्मी की पहचान 35 वर्षीय आशीष कुमार के रूप में हुई है। आशीष, रेवाड़ी के डालीयाकी गांव का रहने वाला था और करीब छह साल पहले भर्ती हुआ था। गुड़गांव में अपनी सेवाएं दे रहा था। मृतक के भाई रूपेश ने बताया कि उसका भाई ट्रेनिंग कोर्स पर आया हुआ था। 6 अक्टूबर की रात को जब सभी कर्मचारियों की गिनती हो रही थी तो आशीष ने अपने साथी कर्मचारियों को बताया कि उसकी चेस्ट में पैन हाे रहा है। जिसके बाद उसको अस्पताल लेकर आया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हाे गई। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ आशीष शादीशुदा था और उसका 8 साल का एक बेटा भी है। आशीष की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। मृतक के भाई रूपेश ने बताया कि वे तीन भाई है। मैं एएसआई के पद पर गुड़गांव में तैनात हूं और मेरे से छोटा भाई संदीप आर्मी में है और सबसे छोटा आशीष पुलिस में था। पिता जी कृषि विभाग में थे, जिनकी 2020 में डेथ हो गई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद शव सौंपा परिजनों को मधुबन थाना के SHO गौरव पुनिया ने बताया कि सिपाही आशीष की हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई है। परिजनों को सूचना दे दी गई थी। परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई है। शव परिजनों को सौंप दिया गया है।