कपूरथला में कनाडा भेजने के नाम पर छात्र से ठगी:स्टडी वीजा के लिए आरोपियों ने लिया 10 लाख, केस दर्ज होने पर हुए फरार

कपूरथला में कनाडा भेजने के नाम पर छात्र से ठगी:स्टडी वीजा के लिए आरोपियों ने लिया 10 लाख, केस दर्ज होने पर हुए फरार

कपूरथला में एक युवक को स्टडी वीजा पर कनाडा भेजने के नाम पर ट्रैवेल एजेंटो ने 10 लाख की ठगी कर ली। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। जिसके बाद मामले की जांच कर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। 20 लाख में तय हुई थी डील तीर्थ सिंह निवासी गांव जहांगीरपुर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने बेटे को स्टडी वीजा पर विदेश कनाडा भेजना चाहता था। इस दौरान उसका संपर्क वानिया सिंह, अमित अरोड़ा से हुई, जो चंडीगढ के रहने वाले हैं। साथ ही तीसरा आरोपी विकास शर्मा बलाचौर का निवासी है। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने बातचीत करने के लिए हमें अपने कार्यालय में बुला लिया और कहा कि बेटे को विदेश कनाडा भेजने के लिए कुल 20 लाख रुपए लेंगे। पहली बार में पीड़ित ने भेजा 7.75 लाख इस दौरान उन्होंने बेटे के असली दस्तावेज व पासपोर्ट की मांग की। उसने ट्रैवल एजेंटों को 26 अगस्त 2021 को 15000 रुपए की नगदी बतौर प्रोसेसिंग फीस, असली दस्तावेज समेत बेटे का पासपोर्ट दे दिया। फिर कुछ दिन बाद उक्त तीनों ट्रैवल एजेंट मिलने के लिए कपूरथला आए और हमारा ऑफर लेटर दिखाया। आरोपियों ने हमें पैसों का प्रबंध करने के लिए कहा, ताकि वहां पर कालेज की फीस अदा की जाए। 13 सितंबर 2021 को पीड़ित ने अपने ICICI बैंक खाते से उक्त ट्रैवल एजेंटों के खाते में 7.75 लाख रुपए RTGS के जरिए ट्रांसफर कर दिए। स्टडी में गैप बता कर लिए 1.50 लाख बाद में उन्होंने बेटे को फोन करके कहा कि तेरी स्टडी में गैप है और इसे पूरा करने के लिए 1.50 लाख रुपए का प्रबंध करे, इसी के साथ ऐंबैसी फीस का भी प्रबंध कर लो। जिसके बाद फिर से वह हमारे घर आए और मांगने पर 1.50 लाख रुपए नगद तथा 23 हजार 160 रुपए ऐंबैसी फीस बेटे के खाते से इमिग्रेशन सॉल्यूशन को अदा किए। इसके बाद कई दिन बीत जाने पर भी उक्त ट्रैवल एजेंटों ने बेटे को विदेश भेजने संबंधी कुछ भी नहीं बताया। जांच में पुलिस ने सही पाया आरोप जब ट्रैवल एजेंटों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनकी फाइल का कोई जवाब नहीं आ रहा है। 10 हजार रुपए और दो, ताकि फाइल को विड्रॉ करके दोबारा फाइल लगाई जाए। पीड़ित ने 10 हजार रुपए उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया। मगर बाद में उनका कोई जवाब नहीं आया। तंग आकर पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को कर दी। पुलिस ने जांच पड़ताल में तीनों ट्रैवल एजेंटों पर लगे सभी आरोप सही पाए। जिस कारण पुलिस ने तीनों ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ BNS की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। कपूरथला में एक युवक को स्टडी वीजा पर कनाडा भेजने के नाम पर ट्रैवेल एजेंटो ने 10 लाख की ठगी कर ली। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। जिसके बाद मामले की जांच कर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। 20 लाख में तय हुई थी डील तीर्थ सिंह निवासी गांव जहांगीरपुर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने बेटे को स्टडी वीजा पर विदेश कनाडा भेजना चाहता था। इस दौरान उसका संपर्क वानिया सिंह, अमित अरोड़ा से हुई, जो चंडीगढ के रहने वाले हैं। साथ ही तीसरा आरोपी विकास शर्मा बलाचौर का निवासी है। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने बातचीत करने के लिए हमें अपने कार्यालय में बुला लिया और कहा कि बेटे को विदेश कनाडा भेजने के लिए कुल 20 लाख रुपए लेंगे। पहली बार में पीड़ित ने भेजा 7.75 लाख इस दौरान उन्होंने बेटे के असली दस्तावेज व पासपोर्ट की मांग की। उसने ट्रैवल एजेंटों को 26 अगस्त 2021 को 15000 रुपए की नगदी बतौर प्रोसेसिंग फीस, असली दस्तावेज समेत बेटे का पासपोर्ट दे दिया। फिर कुछ दिन बाद उक्त तीनों ट्रैवल एजेंट मिलने के लिए कपूरथला आए और हमारा ऑफर लेटर दिखाया। आरोपियों ने हमें पैसों का प्रबंध करने के लिए कहा, ताकि वहां पर कालेज की फीस अदा की जाए। 13 सितंबर 2021 को पीड़ित ने अपने ICICI बैंक खाते से उक्त ट्रैवल एजेंटों के खाते में 7.75 लाख रुपए RTGS के जरिए ट्रांसफर कर दिए। स्टडी में गैप बता कर लिए 1.50 लाख बाद में उन्होंने बेटे को फोन करके कहा कि तेरी स्टडी में गैप है और इसे पूरा करने के लिए 1.50 लाख रुपए का प्रबंध करे, इसी के साथ ऐंबैसी फीस का भी प्रबंध कर लो। जिसके बाद फिर से वह हमारे घर आए और मांगने पर 1.50 लाख रुपए नगद तथा 23 हजार 160 रुपए ऐंबैसी फीस बेटे के खाते से इमिग्रेशन सॉल्यूशन को अदा किए। इसके बाद कई दिन बीत जाने पर भी उक्त ट्रैवल एजेंटों ने बेटे को विदेश भेजने संबंधी कुछ भी नहीं बताया। जांच में पुलिस ने सही पाया आरोप जब ट्रैवल एजेंटों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनकी फाइल का कोई जवाब नहीं आ रहा है। 10 हजार रुपए और दो, ताकि फाइल को विड्रॉ करके दोबारा फाइल लगाई जाए। पीड़ित ने 10 हजार रुपए उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया। मगर बाद में उनका कोई जवाब नहीं आया। तंग आकर पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को कर दी। पुलिस ने जांच पड़ताल में तीनों ट्रैवल एजेंटों पर लगे सभी आरोप सही पाए। जिस कारण पुलिस ने तीनों ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ BNS की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर