हिमाचल में IPS इल्मा अफरोज की छुट्टी बढ़ी:अब 5 तारीख तक जॉइन नहीं करेंगी; आउट ऑफ टर्न नियुक्ति के सरकार के दावे पर बहस

हिमाचल में IPS इल्मा अफरोज की छुट्टी बढ़ी:अब 5 तारीख तक जॉइन नहीं करेंगी; आउट ऑफ टर्न नियुक्ति के सरकार के दावे पर बहस

हिमाचल प्रदेश के बद्दी पुलिस जिला की SP इल्मा अफरोज अब कल जॉइन नहीं करेंगी। IPS इल्मा ने छुट्टियां 5 दिसंबर तक बढ़ा दी है। इल्मा को छुट्टी पर गए 22 दिन हो गए हैं। इससे न केवल प्रदेश बल्कि उत्तर प्रदेश में भी यह बड़ा मुद्दा बन चुका है। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार भी कई बार सीएम सुखविंदर सुक्खू को इल्मा के बहाने निशाने पर ले चुके हैं। उनके बार-बार सवालों का जवाब देते हुए सरकार ने दो दिन पहले एक प्रेस बयान जारी किया, जिसमे कहा गया कि इल्मा को सरकार ने आउट ऑफ टर्न बद्दी जिला का एसपी लगाया है। उनके बैच को 10 माह बाद SP पद पर नियुक्ति मिलनी थी। सरकार के बयान को भ्रामक बताया राज्य सरकार के इस बयान को दून के सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार कसाना ने तथ्य से परे बताया। कृष्ण कुमार ने कहा कि सरकार का बयान इल्मा के कार्य और उपलब्धियों को कमतर दिखाने का प्रयास है। इल्मा 2018 बैच की IPS हैं। उन्होंने कहा कि इल्मा से जूनियर बैच के दो IPS ​​​​​​​विवेक कुमार को SP ​​​​​​​किन्नौर और मयंक चौधरी को SP लाहौल स्पीति का लगाया जा चुका है। ऐसे में सरकार का आउट ऑफ टर्न एसपी लगाने का बयान इल्मा की योग्यता पर सवाल खड़े कर रहा है। डीसी-एसपी मीटिंग को शिमला आने के बाद लंबी छुट्टी पर गई इल्मा अफरोज बीते 6 नवंबर को शिमला में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में डीसी-एसपी की कॉफ्रेंस के लिए शिमला आई थी। शिमला से इल्मा रातोरात बद्दी लौट गई है और अपनी मां के साथ अपना सामान समेटकर वापस उत्तर प्रदेश फिरोजपुर लौट गई। वह मूल रूप से फिरोजपुर की रहने वाली है। पहले इल्मा ने 7 से 22 नवंबर तक छुट्टी ली। इसके बाद 28 नवंबर तक छुटि्टयां बढ़ाई। फिर 5 दिसंबर तक छुट्टी बढ़ाने को एप्लिकेशन दी। फिलहाल अभी सरकार ने विनोद कुमार को एसपी बद्दी लगा रखा है। विधायक की पत्नी की गाड़ी का चालान SP इल्मा अफरोज ने अगस्त महीने में पहले हफ्ते में विधायक राम कुमार चौधरी की पत्नी का अवैध माइनिंग पर चालान काटा था। फिर गोलीकांड मामले में विधायक के करीबी स्क्रैप कारोबारी का भी पर्दाफाश किया। उसने खुद पर साजिश के तहत फायरिंग करवाई थी, ताकि पुलिस सिक्योरिटी ले सके। इस बात का खुलासा इल्मा अफरोज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया था। इसके बाद से SP पर दबाव बना। विधायक से टकराव की वजह, पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे इल्मा ने 7 जनवरी, 2024 को ही बद्दी की SP का कार्यभार संभाला था। अगस्त, 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। पत्नी की गाड़ियों के चालान काटने से विधायक नाराज हो गए। उन्होंने SP पर विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। वहीं, SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलाया था। स्क्रैप डीलर का कांग्रेसी कनेक्शन इस बीच, बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ था। जिसमें स्क्रैप व्यापारी रामकिशन की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि रामकिशन ने ही खुद पर गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था। लेकिन, पिछला रिकॉर्ड देखते हुए इसे मंजूरी नहीं दी गई। पुलिस ने रामकिशन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। व्यापारी किसी कांग्रेसी नेता का करीबी बताया जा रहा था। हालांकि, इल्मा अफरोज उसके दबाव के आगे नहीं झुकीं। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए सूत्र बताते हैं कि विधायक से विवाद के बाद SP इल्मा को ट्रांसफर करने की तैयारी थी। हालांकि, नालागढ़ का यौन शोषण केस सामने आने व हाईकोर्ट के आदेशों के कारण सरकार ​​​​​​​इल्मा को ट्रांसफर नहीं कर पाई, क्योंकि इस केस की जांच इल्मा कर रही थी।​​​​​​​ हिमाचल प्रदेश के बद्दी पुलिस जिला की SP इल्मा अफरोज अब कल जॉइन नहीं करेंगी। IPS इल्मा ने छुट्टियां 5 दिसंबर तक बढ़ा दी है। इल्मा को छुट्टी पर गए 22 दिन हो गए हैं। इससे न केवल प्रदेश बल्कि उत्तर प्रदेश में भी यह बड़ा मुद्दा बन चुका है। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार भी कई बार सीएम सुखविंदर सुक्खू को इल्मा के बहाने निशाने पर ले चुके हैं। उनके बार-बार सवालों का जवाब देते हुए सरकार ने दो दिन पहले एक प्रेस बयान जारी किया, जिसमे कहा गया कि इल्मा को सरकार ने आउट ऑफ टर्न बद्दी जिला का एसपी लगाया है। उनके बैच को 10 माह बाद SP पद पर नियुक्ति मिलनी थी। सरकार के बयान को भ्रामक बताया राज्य सरकार के इस बयान को दून के सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार कसाना ने तथ्य से परे बताया। कृष्ण कुमार ने कहा कि सरकार का बयान इल्मा के कार्य और उपलब्धियों को कमतर दिखाने का प्रयास है। इल्मा 2018 बैच की IPS हैं। उन्होंने कहा कि इल्मा से जूनियर बैच के दो IPS ​​​​​​​विवेक कुमार को SP ​​​​​​​किन्नौर और मयंक चौधरी को SP लाहौल स्पीति का लगाया जा चुका है। ऐसे में सरकार का आउट ऑफ टर्न एसपी लगाने का बयान इल्मा की योग्यता पर सवाल खड़े कर रहा है। डीसी-एसपी मीटिंग को शिमला आने के बाद लंबी छुट्टी पर गई इल्मा अफरोज बीते 6 नवंबर को शिमला में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में डीसी-एसपी की कॉफ्रेंस के लिए शिमला आई थी। शिमला से इल्मा रातोरात बद्दी लौट गई है और अपनी मां के साथ अपना सामान समेटकर वापस उत्तर प्रदेश फिरोजपुर लौट गई। वह मूल रूप से फिरोजपुर की रहने वाली है। पहले इल्मा ने 7 से 22 नवंबर तक छुट्टी ली। इसके बाद 28 नवंबर तक छुटि्टयां बढ़ाई। फिर 5 दिसंबर तक छुट्टी बढ़ाने को एप्लिकेशन दी। फिलहाल अभी सरकार ने विनोद कुमार को एसपी बद्दी लगा रखा है। विधायक की पत्नी की गाड़ी का चालान SP इल्मा अफरोज ने अगस्त महीने में पहले हफ्ते में विधायक राम कुमार चौधरी की पत्नी का अवैध माइनिंग पर चालान काटा था। फिर गोलीकांड मामले में विधायक के करीबी स्क्रैप कारोबारी का भी पर्दाफाश किया। उसने खुद पर साजिश के तहत फायरिंग करवाई थी, ताकि पुलिस सिक्योरिटी ले सके। इस बात का खुलासा इल्मा अफरोज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया था। इसके बाद से SP पर दबाव बना। विधायक से टकराव की वजह, पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे इल्मा ने 7 जनवरी, 2024 को ही बद्दी की SP का कार्यभार संभाला था। अगस्त, 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। पत्नी की गाड़ियों के चालान काटने से विधायक नाराज हो गए। उन्होंने SP पर विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। वहीं, SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलाया था। स्क्रैप डीलर का कांग्रेसी कनेक्शन इस बीच, बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ था। जिसमें स्क्रैप व्यापारी रामकिशन की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि रामकिशन ने ही खुद पर गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था। लेकिन, पिछला रिकॉर्ड देखते हुए इसे मंजूरी नहीं दी गई। पुलिस ने रामकिशन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। व्यापारी किसी कांग्रेसी नेता का करीबी बताया जा रहा था। हालांकि, इल्मा अफरोज उसके दबाव के आगे नहीं झुकीं। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए सूत्र बताते हैं कि विधायक से विवाद के बाद SP इल्मा को ट्रांसफर करने की तैयारी थी। हालांकि, नालागढ़ का यौन शोषण केस सामने आने व हाईकोर्ट के आदेशों के कारण सरकार ​​​​​​​इल्मा को ट्रांसफर नहीं कर पाई, क्योंकि इस केस की जांच इल्मा कर रही थी।​​​​​​​   हिमाचल | दैनिक भास्कर