कुरूक्षेत्र में राज्यपाल ने किया अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का उद्घाटन:हाथ से बने बर्तनों की प्रशंसा की; कलाकारों और बीन पार्टी से की बातचीत

कुरूक्षेत्र में राज्यपाल ने किया अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का उद्घाटन:हाथ से बने बर्तनों की प्रशंसा की; कलाकारों और बीन पार्टी से की बातचीत

कुरूक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 का शुभारंभ हो गया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सरस और शिल्प मेले का उद्घाटन किया। कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की संस्कृति की छटा बिखेर कर समारोह को यादगार बनाया। इसके साथ ही राज्यपाल ने महोत्सव के मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन किया। इसे बाद राज्यपाल ने ब्रह्मसरोवर के तट पर शिल्प और सरस मेले का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ढोल-नंगाड़ा पार्टी, करतब दिखा रहे कलाकार, नृत्य कर रहे कलाकार और बीन पार्टी से बातचीत की। इतना ही नहीं राज्यपाल ने सरस मेले में जोधपुर से महोत्सव में पहली बार आई शिल्पकार प्रेमवती, भिवानी से शिल्पकार विरेंद्र, राजस्थान की शिल्पकार अमोलक, हिमाचल हमीरपुर के शिल्पकार मेहर से उनकी शिल्पकला के बारे में विस्तार से पूछा। राज्यपाल ने की हाथ बने बर्तनों की प्रशंसा राज्यपाल ने स्टॉलों पर हाथ से बने कसीदा कला, हाथ से बने लोहे के बर्तन की प्रशंसा की है। इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकला को देखकर शिल्पकारों के साथ अपने मन की भावनाओं को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए ऐतिहासिक अवसर है। इस शिल्प और सरस मेले की सुंदर और भव्य शुरुआत शिल्पकारों के लिए सार्थक होगी। इस ब्रहमसरोवर के पावन तट पर दूर-दराज से आने वाले लाखों पर्यटकों के लिए एक मंच पर विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों और सरस मेले में पहुंचे सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों की कला देखने को मिलेगी। 15 दिसंबर तक चलेगा महोत्सव उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 का आयोजन 28 नवंबर से 15 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम 8 दिवसीय होंगे और यह कार्यक्रम 5 से 11 दिसंबर तक चलेंगे। इस महोत्सव में संत सम्मेलन, दीपोत्सव, गीता सेमिनार, वैश्विक गीता पाठ मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इन कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी और प्राचीन संस्कृति से आत्मसात होने का अनोखा अवसर भी मिलेगा। कुरूक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 का शुभारंभ हो गया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सरस और शिल्प मेले का उद्घाटन किया। कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की संस्कृति की छटा बिखेर कर समारोह को यादगार बनाया। इसके साथ ही राज्यपाल ने महोत्सव के मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन किया। इसे बाद राज्यपाल ने ब्रह्मसरोवर के तट पर शिल्प और सरस मेले का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ढोल-नंगाड़ा पार्टी, करतब दिखा रहे कलाकार, नृत्य कर रहे कलाकार और बीन पार्टी से बातचीत की। इतना ही नहीं राज्यपाल ने सरस मेले में जोधपुर से महोत्सव में पहली बार आई शिल्पकार प्रेमवती, भिवानी से शिल्पकार विरेंद्र, राजस्थान की शिल्पकार अमोलक, हिमाचल हमीरपुर के शिल्पकार मेहर से उनकी शिल्पकला के बारे में विस्तार से पूछा। राज्यपाल ने की हाथ बने बर्तनों की प्रशंसा राज्यपाल ने स्टॉलों पर हाथ से बने कसीदा कला, हाथ से बने लोहे के बर्तन की प्रशंसा की है। इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकला को देखकर शिल्पकारों के साथ अपने मन की भावनाओं को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए ऐतिहासिक अवसर है। इस शिल्प और सरस मेले की सुंदर और भव्य शुरुआत शिल्पकारों के लिए सार्थक होगी। इस ब्रहमसरोवर के पावन तट पर दूर-दराज से आने वाले लाखों पर्यटकों के लिए एक मंच पर विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों और सरस मेले में पहुंचे सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों की कला देखने को मिलेगी। 15 दिसंबर तक चलेगा महोत्सव उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 का आयोजन 28 नवंबर से 15 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम 8 दिवसीय होंगे और यह कार्यक्रम 5 से 11 दिसंबर तक चलेंगे। इस महोत्सव में संत सम्मेलन, दीपोत्सव, गीता सेमिनार, वैश्विक गीता पाठ मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इन कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी और प्राचीन संस्कृति से आत्मसात होने का अनोखा अवसर भी मिलेगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर