<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Latest News:</strong> झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख हेमंत सोरेन एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तत्काल बाद एक्शन मोड में दिखाई दिए. उन्होंने अपने चहेते आईएएस अधिकारी को पसंद की जिम्मेदारी सौंपी है. सीएम सोरेन ने आईएएस मंजूनाथ भजंत्री को दोबारा रांची के डीसी की जिम्मेदारी दी है. 15 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के ठीक पहले उनका तबादला कर दिया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2011 बैच के आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री को इस बार बंदोबस्त पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है. उनकी जगह रांची के डीसी वरुण रंजन को झारखंड औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम का प्रबंध निदेशक बनाया गया है. वरुण रंजन को खान आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/29/0d4d93991709e92fd63d21262a6cb1331732874236193645_original.jpeg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम हेमेंत सोरेन के इस आदेश के बाद झारखंड सरकार कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अक्टूबर माह में ही मंजुनाथ भजंत्री को रांची का उपायुक्त बनाया गया था. इसी बीच चुनाव के तरीकों की घोषणा होते ही 15 अक्टूबर को बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार से मुलाकात कर मंजूनाथ भजंत्री को रांची के उपायुक्त पद से तत्काल प्रभावत से हटाने की मांग की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सह अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार को ज्ञापन सौंपकर चुनाव आयोग की उस चिठ्ठी का हवाला दिया था, जिसमें आयोग द्वारा मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 15 दिन के अंदर कार्रवाई करने को कहा गया था. यहां पर इस बात का भी जिक्र कर दें कि <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> से पहले मंजूनाथ भजंत्री जमशेदपुर के डीसी थे. उस दौरान भी उन्हें चुनाव पूर्व पद से हटा दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद से हटाए गए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी अनुराग गुप्ता को हेमंत सोरेन सरकार ने फिर से बहाल कर दिया है. गुप्ता की बहाली गुरुवार (29 नवंबर) को सोरेन द्वारा झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए जाने के कुछ घंटों बाद हुई. गुप्ता को चुनाव संबंधी नियमों के उल्लंघन का रिकॉर्ड देखते हुए विधानसभा चुनाव के दौरान डीजीपी पद से हटा दिया गया था. निर्वाचन आयोग ने 1989 बैच के झारखंड कैडर के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह को भी 21 अक्टूबर को प्रदेश का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का निधन, एक्सीडेंट के बाद लंब समय से RIMS में चल रहा था इलाज” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/birsa-munda-descendant-mangal-munda-passes-away-in-rims-after-serious-road-accident-2832709″ target=”_blank” rel=”noopener”>बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का निधन, एक्सीडेंट के बाद लंब समय से RIMS में चल रहा था इलाज</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Latest News:</strong> झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख हेमंत सोरेन एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तत्काल बाद एक्शन मोड में दिखाई दिए. उन्होंने अपने चहेते आईएएस अधिकारी को पसंद की जिम्मेदारी सौंपी है. सीएम सोरेन ने आईएएस मंजूनाथ भजंत्री को दोबारा रांची के डीसी की जिम्मेदारी दी है. 15 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के ठीक पहले उनका तबादला कर दिया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2011 बैच के आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री को इस बार बंदोबस्त पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है. उनकी जगह रांची के डीसी वरुण रंजन को झारखंड औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम का प्रबंध निदेशक बनाया गया है. वरुण रंजन को खान आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/29/0d4d93991709e92fd63d21262a6cb1331732874236193645_original.jpeg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम हेमेंत सोरेन के इस आदेश के बाद झारखंड सरकार कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अक्टूबर माह में ही मंजुनाथ भजंत्री को रांची का उपायुक्त बनाया गया था. इसी बीच चुनाव के तरीकों की घोषणा होते ही 15 अक्टूबर को बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार से मुलाकात कर मंजूनाथ भजंत्री को रांची के उपायुक्त पद से तत्काल प्रभावत से हटाने की मांग की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सह अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार को ज्ञापन सौंपकर चुनाव आयोग की उस चिठ्ठी का हवाला दिया था, जिसमें आयोग द्वारा मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 15 दिन के अंदर कार्रवाई करने को कहा गया था. यहां पर इस बात का भी जिक्र कर दें कि <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> से पहले मंजूनाथ भजंत्री जमशेदपुर के डीसी थे. उस दौरान भी उन्हें चुनाव पूर्व पद से हटा दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद से हटाए गए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी अनुराग गुप्ता को हेमंत सोरेन सरकार ने फिर से बहाल कर दिया है. गुप्ता की बहाली गुरुवार (29 नवंबर) को सोरेन द्वारा झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए जाने के कुछ घंटों बाद हुई. गुप्ता को चुनाव संबंधी नियमों के उल्लंघन का रिकॉर्ड देखते हुए विधानसभा चुनाव के दौरान डीजीपी पद से हटा दिया गया था. निर्वाचन आयोग ने 1989 बैच के झारखंड कैडर के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह को भी 21 अक्टूबर को प्रदेश का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का निधन, एक्सीडेंट के बाद लंब समय से RIMS में चल रहा था इलाज” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/birsa-munda-descendant-mangal-munda-passes-away-in-rims-after-serious-road-accident-2832709″ target=”_blank” rel=”noopener”>बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का निधन, एक्सीडेंट के बाद लंब समय से RIMS में चल रहा था इलाज</a></strong></p> झारखंड इंजीनियरिंग में फेल होने पर भी ये सोचकर खुश थे अखिलेश यादव, फिर दोस्तों ने बताई हकीकत