सहारनपुर से निषाद पार्टी शुरू करेगी ‘संवैधानिक अधिकार रथयात्रा’:मां शाकंभरी देवी के दर्शन कर मंत्री संजय निषाद करेंगे आगाज, यूपी से शुरू होकर दिल्ली में समाप्त होगी

सहारनपुर से निषाद पार्टी शुरू करेगी ‘संवैधानिक अधिकार रथयात्रा’:मां शाकंभरी देवी के दर्शन कर मंत्री संजय निषाद करेंगे आगाज, यूपी से शुरू होकर दिल्ली में समाप्त होगी

यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद आज सहारनपुर में होंगे। निषाद पार्टी ‘संवैधानिक अधिकार रथयात्रा’ का आगाज मां शाकंभरी देवी के मंदिर से करेगी। मछुआ समाज समेत अन्य वंचित और शोषित जातियों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने को लेकर कवायद शुरू की जा रही है। ये यात्रा यूपी से शुरू होकर दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में समाप्त होगी। यूपी से शुरू होकर दिल्ली में समाप्त होगी रथयात्रा
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय निषाद मां शाकंभरी देवी सिद्धपीठ से संवैधानिक अधिकार रथयात्रा का आगाज करेंगे। शनिवार यानी आज से शुरू होने वाली ये यात्रा यूपी के सभी जिलों से होते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में समाप्त होगी। ये यात्रा 18 मंडल से होकर गुजरेगी। जिसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पिछड़ी जातियों को मुख्यधारा लाने का प्रयास
कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय कुमार निषाद की ओर से जारी कार्यक्रम में बताया गया है कि दिल्ली और लखनऊ से बैठकर कभी भी विकास की मुख्यधारा से पिछड़ी जातियों का उत्थान नहीं किया जा सकता है। प्रदेश के निषाद, कश्यप समेत अन्य 17 पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए बनाई थी, क्योंकि पूर्व की सरकारों ने प्रदेश की निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद, कश्यप समेत अन्य जातियों के साथ भेदभाव किया। निषाद समाज की हालत बदतर
उन्होंने बताया कि यूपी में निषाद समाज की दिशा-दशा अनुसूचित जातियों से भी बदतर थी। पूर्व की सरकारों ने अपने समाज की जातियों को खुश करने के लिए मछुआ समाज को अनुसूचित जाति में होने के बाद भी कभी अनुसूचित जाति को मिलने वाले लाभ से वंचित रखा। रथ यात्रा से कश्यप, निषाद और मछुआ बाहुल्य ग्राम समाज को जोड़ने का काम किया जाएगा। ये रहेगा कार्यक्रम
पहले दिन रथ यात्रा यानी 30 नवंबर को मां शाकंभरी देवी शक्ति पीठ से नकुड़ तक जाएगी। जिसमें बड़वाला ग्राम सभा में जनसभा होगी। बेहट से गंदेवड़ से सढ़ौली-हथौली, टोडरपुर, पथेड़, चिलकाना, साल्हापुर से सरसावा में कश्यप समाज धर्मशाला में सभा तथा नकुड़ में यात्रा का विश्राम होगा। दूसरे दिन एक दिसंबर को यात्रा नकुड़ से मुजफ्फरनगर के लिए प्रस्थान करेगी। यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद आज सहारनपुर में होंगे। निषाद पार्टी ‘संवैधानिक अधिकार रथयात्रा’ का आगाज मां शाकंभरी देवी के मंदिर से करेगी। मछुआ समाज समेत अन्य वंचित और शोषित जातियों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने को लेकर कवायद शुरू की जा रही है। ये यात्रा यूपी से शुरू होकर दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में समाप्त होगी। यूपी से शुरू होकर दिल्ली में समाप्त होगी रथयात्रा
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय निषाद मां शाकंभरी देवी सिद्धपीठ से संवैधानिक अधिकार रथयात्रा का आगाज करेंगे। शनिवार यानी आज से शुरू होने वाली ये यात्रा यूपी के सभी जिलों से होते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में समाप्त होगी। ये यात्रा 18 मंडल से होकर गुजरेगी। जिसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पिछड़ी जातियों को मुख्यधारा लाने का प्रयास
कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय कुमार निषाद की ओर से जारी कार्यक्रम में बताया गया है कि दिल्ली और लखनऊ से बैठकर कभी भी विकास की मुख्यधारा से पिछड़ी जातियों का उत्थान नहीं किया जा सकता है। प्रदेश के निषाद, कश्यप समेत अन्य 17 पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए बनाई थी, क्योंकि पूर्व की सरकारों ने प्रदेश की निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद, कश्यप समेत अन्य जातियों के साथ भेदभाव किया। निषाद समाज की हालत बदतर
उन्होंने बताया कि यूपी में निषाद समाज की दिशा-दशा अनुसूचित जातियों से भी बदतर थी। पूर्व की सरकारों ने अपने समाज की जातियों को खुश करने के लिए मछुआ समाज को अनुसूचित जाति में होने के बाद भी कभी अनुसूचित जाति को मिलने वाले लाभ से वंचित रखा। रथ यात्रा से कश्यप, निषाद और मछुआ बाहुल्य ग्राम समाज को जोड़ने का काम किया जाएगा। ये रहेगा कार्यक्रम
पहले दिन रथ यात्रा यानी 30 नवंबर को मां शाकंभरी देवी शक्ति पीठ से नकुड़ तक जाएगी। जिसमें बड़वाला ग्राम सभा में जनसभा होगी। बेहट से गंदेवड़ से सढ़ौली-हथौली, टोडरपुर, पथेड़, चिलकाना, साल्हापुर से सरसावा में कश्यप समाज धर्मशाला में सभा तथा नकुड़ में यात्रा का विश्राम होगा। दूसरे दिन एक दिसंबर को यात्रा नकुड़ से मुजफ्फरनगर के लिए प्रस्थान करेगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर