संभल हिंसा: मृतकों के परिजनों के लिए सपा का बड़ा ऐलान, 5-5 लाख रुपए देगी मुआवजा

संभल हिंसा: मृतकों के परिजनों के लिए सपा का बड़ा ऐलान, 5-5 लाख रुपए देगी मुआवजा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence:</strong> संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद यहां शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर लगाई गई रोक को 10 दिसंबर तक बढ़ा दिया है. समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को भी वहां जाने से रोक दिया गया है. इस बीच सपा ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा ने अपने सोशल मीडिया के जरिए ऐलान करते हुए लिखा, ‘संभल में हुई हिंसा में भाजपा सरकार और प्रशासन की नाकामी से अपनी जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को समाजवादी पार्टी 5- 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी.’ इसके बाद इसी पोस्ट में सपा ने यूपी सरकार के सामने भी मांग रखी दी है और लिखा, ‘यूपी सरकार मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दे.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>[tw]https://x.com/samajwadiparty/status/1862782178083389749[/tw]</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धारा 163 की अवधि बढ़ी</strong><br />जबकि जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा की अवधि भी एक दिसंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी है. जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसीया ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘कोई भी बाहरी व्यक्ति, कोई सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि जनपद की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना 10 दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bsp-chief-mayawati-raised-questions-on-fair-election-process-said-this-is-alarm-bell-for-democracy-2833589″><strong>’लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी’, मायावती ने समीक्षा बैठक में किस बात का किया जिक्र</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>जिला मजिस्ट्रेट ने आदेश में कहा, &ldquo;कोई भी व्यक्ति यदि सोशल मीडिया पर किसी समूह में अफवाह फैलाने का प्रयास करता है तो &lsquo;ग्रुप एडमिन&rsquo; उक्त पोस्ट हटाकर तत्काल इसकी सूचना पुलिस को देगा. जिले में साइबर कैफे एक रजिस्टर रखेंगे जिसमें प्रत्येक ग्राहक के नाम लिखे जाएंगे. संभल में कोई भी सार्वजनिक स्थल पर पुतला नहीं फूंकेगा.&rsquo;&rsquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुजफ्फरनगर से सपा के सांसद हरेन्द्र मलिक को गाजियाबाद से संभल आने से रोक दिया गया. मलिक ने कहा, &lsquo;&lsquo;मेरी समझ में यह नहीं आता कि हमें क्यों रोका जा रहा है. क्या विपक्ष के नेता, सांसद इतने गैर जिम्मेदार हैं कि उन्हें राज्य के भीतर घूमने नहीं दिया जा सकता. हम क्या कर सकते हैं.&rsquo;&rsquo;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence:</strong> संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद यहां शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर लगाई गई रोक को 10 दिसंबर तक बढ़ा दिया है. समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को भी वहां जाने से रोक दिया गया है. इस बीच सपा ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा ने अपने सोशल मीडिया के जरिए ऐलान करते हुए लिखा, ‘संभल में हुई हिंसा में भाजपा सरकार और प्रशासन की नाकामी से अपनी जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को समाजवादी पार्टी 5- 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी.’ इसके बाद इसी पोस्ट में सपा ने यूपी सरकार के सामने भी मांग रखी दी है और लिखा, ‘यूपी सरकार मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दे.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>[tw]https://x.com/samajwadiparty/status/1862782178083389749[/tw]</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धारा 163 की अवधि बढ़ी</strong><br />जबकि जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा की अवधि भी एक दिसंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी है. जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसीया ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘कोई भी बाहरी व्यक्ति, कोई सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि जनपद की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना 10 दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bsp-chief-mayawati-raised-questions-on-fair-election-process-said-this-is-alarm-bell-for-democracy-2833589″><strong>’लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी’, मायावती ने समीक्षा बैठक में किस बात का किया जिक्र</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>जिला मजिस्ट्रेट ने आदेश में कहा, &ldquo;कोई भी व्यक्ति यदि सोशल मीडिया पर किसी समूह में अफवाह फैलाने का प्रयास करता है तो &lsquo;ग्रुप एडमिन&rsquo; उक्त पोस्ट हटाकर तत्काल इसकी सूचना पुलिस को देगा. जिले में साइबर कैफे एक रजिस्टर रखेंगे जिसमें प्रत्येक ग्राहक के नाम लिखे जाएंगे. संभल में कोई भी सार्वजनिक स्थल पर पुतला नहीं फूंकेगा.&rsquo;&rsquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुजफ्फरनगर से सपा के सांसद हरेन्द्र मलिक को गाजियाबाद से संभल आने से रोक दिया गया. मलिक ने कहा, &lsquo;&lsquo;मेरी समझ में यह नहीं आता कि हमें क्यों रोका जा रहा है. क्या विपक्ष के नेता, सांसद इतने गैर जिम्मेदार हैं कि उन्हें राज्य के भीतर घूमने नहीं दिया जा सकता. हम क्या कर सकते हैं.&rsquo;&rsquo;</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Jharkhand New Cabinet: झारखंड में एक हफ्ते के अंदर होगा मंत्रिमंडल विस्तार? मंत्री पद की रेस में ये चेहरे शामिल!