हरियाणा के पूर्व सीएम एवं केंद्रीय ऊर्जा, आवासीय, शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। इस विजन से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और देश में ऊर्जा की कमी नहीं रहेगी। इन तमाम पहलुओं को लेकर केंद्र सरकार योजनाएं तैयार कर रही है। वे रविवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में ब्रहमसरोवर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक राष्ट्र को विकसित बनाने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इस रोडमैप के तहत वर्ष 2047 तक देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इस देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती में ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान होगा, क्योंकि ऊर्जा के माध्यम से ही उद्योगों का विस्तार होगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा देश के नागरिकों को तमाम सुविधाएं मिल पाएंगी। मनोहर लाल ने कहा कि ऊर्जा की आपूर्ति के साथ ही प्रदेश विकास की राह पर आगे बढ़ेगा और हर क्षेत्र में प्रगति होगी। उन्होंने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक देश में ऊर्जा की कमी नहीं रहेगी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अब तक 17 राज्यों का भ्रमण कर चुके है और आने वाले 3 माह में बाकी राज्यों का भी दौरा पूरा करेंगे। इससे हर प्रदेश में ऊर्जा की खपत, बचत और अपार संभावनाओं के बारे में फीडबैक रिपोर्ट तैयार होगी, जिससे वर्ष 2047 तक हर प्रदेश में ऊर्जा की आपूर्ति होगी और कहीं भी उर्जा की कमी नहीं होगी। लोक कलाकारों से की मन की बात
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का अवलोकन भी किया। इस महोत्सव में ब्रहमसरोवर के तटों पर अलग-अलग प्रदेश की संस्कृति की छटा बिखेरने वाले लोक कलाकारों, पर्यटकों का रुझान आकर्षित कर रहे शिल्पी और महोत्सव को चार चांद लगाने वाले पर्यटकों से केंद्रीय मंत्री ने अपने मन की बात को न केवल किया साझा किया, बल्कि लोक कलाकारों के वाद्य यंत्रों की धुन पर गुनगुना भी उठे। अहम पहलू यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को आगे बढ़ाने में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की ही अहम भूमिका है। इस महोत्सव को वर्ष 2016 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का श्रेय केंद्रीय मंत्री एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ही जाता है। केडीबी अधिकारियों के साथ की बैठक
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 की व्यवस्थाओं और सरकार के विजन के अनुसार महोत्सव को आगे बढ़ता हुआ देखने के लिए ब्रहमसरोवर केडीबी कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का एडीसी सोनू भट्ट, सीईओ केडीबी पंकज सेतिया, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल आदि ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इसके बाद मनोहर लाल ने अधिकारियों, केडीबी के पदाधिकारियों तथा सदस्यों के साथ 48 कोस के 182 तीर्थों के विकास, व्यवस्थाओं तथा महोत्सव को ओर भव्य बनाने की अपार संभावनाओं पर चर्चा की। ज्योतिसर अनुभव केंद्र व संग्रहालयों का किया निरीक्षण
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने गीता स्थली ज्योतिसर की पावन धरा का अवलोकन कर पवित्र स्थल को नमन किया और प्रदेश सरकार की तरफ से 206 करोड़ रुपए की लागत से निमार्णाधीन ज्योतिसर अनुभव केंद्र तथा संग्रहालयों के भवनों के साथ-साथ अन्य प्रोजेक्टों का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों और केडीबी सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को पवित्र ग्रंथ गीता के साथ जोड़ने का प्रयास करें ताकि यह पर्यटक और यात्री कुरुक्षेत्र की पावन धरा से अपने-अपने प्रदेशों में जाने के बाद वहां पर भी गीता का पाठ करें। इन लोगों से केडीबी लगातार संपर्क बनाकर रखे और आने वाले समय में इन लोगों को महोत्सव के दौरान कुरुक्षेत्र में आमंत्रित करे। यह नागरिक महोत्सव में आकर गीता उपदेशों का उच्चारण करें और गीता पाठ करें ताकि महोत्सव में आने वाला प्रत्येक पर्यटक और यात्री महोत्सव से जुड़ सके और पूरे प्रदेश में गीतामय माहौल बन सके। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को देश की बड़ी-बड़ी संस्थाओं के साथ जोड़ने का प्रयास किया जाए ताकि महोत्सव के लिए सीएसआर के तहत सहयोग मिल सके। इसके साथ ही एक ऐसी लोकल तीर्थ यात्रा सर्किट योजना तैयार की जाए, जिससे तीर्थ यात्री कुरुक्षेत्र के तीर्थों का भ्रमण कर सके। महोत्सव में देश की विरासत से रूबरू होने का मिलता है अवसर
केबिनेट मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को देश की हजारों साल पुरानी सांस्कृतिक विरासत को देखने और जानने का अवसर मिलता है। इस महोत्सव का आयोजन कनाड़ा, आस्ट्रेलिया, मारिशॅस, लंदन और श्रीलंका में किया जा चुका है और पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचे इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर एडीसी सोनू भट्ट, सीईओ केडीबी पंकज सेतिया, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सदस्य विजय नरुला, डॉ. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोशा, कैप्टन परमजीत, युद्धिष्ठर , प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, एसडीएम कपिल शर्मा, डीआईपीआरओ डॉ. नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। हरियाणा के पूर्व सीएम एवं केंद्रीय ऊर्जा, आवासीय, शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। इस विजन से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और देश में ऊर्जा की कमी नहीं रहेगी। इन तमाम पहलुओं को लेकर केंद्र सरकार योजनाएं तैयार कर रही है। वे रविवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में ब्रहमसरोवर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक राष्ट्र को विकसित बनाने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इस रोडमैप के तहत वर्ष 2047 तक देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इस देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती में ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान होगा, क्योंकि ऊर्जा के माध्यम से ही उद्योगों का विस्तार होगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा देश के नागरिकों को तमाम सुविधाएं मिल पाएंगी। मनोहर लाल ने कहा कि ऊर्जा की आपूर्ति के साथ ही प्रदेश विकास की राह पर आगे बढ़ेगा और हर क्षेत्र में प्रगति होगी। उन्होंने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक देश में ऊर्जा की कमी नहीं रहेगी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अब तक 17 राज्यों का भ्रमण कर चुके है और आने वाले 3 माह में बाकी राज्यों का भी दौरा पूरा करेंगे। इससे हर प्रदेश में ऊर्जा की खपत, बचत और अपार संभावनाओं के बारे में फीडबैक रिपोर्ट तैयार होगी, जिससे वर्ष 2047 तक हर प्रदेश में ऊर्जा की आपूर्ति होगी और कहीं भी उर्जा की कमी नहीं होगी। लोक कलाकारों से की मन की बात
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का अवलोकन भी किया। इस महोत्सव में ब्रहमसरोवर के तटों पर अलग-अलग प्रदेश की संस्कृति की छटा बिखेरने वाले लोक कलाकारों, पर्यटकों का रुझान आकर्षित कर रहे शिल्पी और महोत्सव को चार चांद लगाने वाले पर्यटकों से केंद्रीय मंत्री ने अपने मन की बात को न केवल किया साझा किया, बल्कि लोक कलाकारों के वाद्य यंत्रों की धुन पर गुनगुना भी उठे। अहम पहलू यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को आगे बढ़ाने में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की ही अहम भूमिका है। इस महोत्सव को वर्ष 2016 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का श्रेय केंद्रीय मंत्री एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ही जाता है। केडीबी अधिकारियों के साथ की बैठक
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 की व्यवस्थाओं और सरकार के विजन के अनुसार महोत्सव को आगे बढ़ता हुआ देखने के लिए ब्रहमसरोवर केडीबी कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का एडीसी सोनू भट्ट, सीईओ केडीबी पंकज सेतिया, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल आदि ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इसके बाद मनोहर लाल ने अधिकारियों, केडीबी के पदाधिकारियों तथा सदस्यों के साथ 48 कोस के 182 तीर्थों के विकास, व्यवस्थाओं तथा महोत्सव को ओर भव्य बनाने की अपार संभावनाओं पर चर्चा की। ज्योतिसर अनुभव केंद्र व संग्रहालयों का किया निरीक्षण
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने गीता स्थली ज्योतिसर की पावन धरा का अवलोकन कर पवित्र स्थल को नमन किया और प्रदेश सरकार की तरफ से 206 करोड़ रुपए की लागत से निमार्णाधीन ज्योतिसर अनुभव केंद्र तथा संग्रहालयों के भवनों के साथ-साथ अन्य प्रोजेक्टों का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों और केडीबी सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को पवित्र ग्रंथ गीता के साथ जोड़ने का प्रयास करें ताकि यह पर्यटक और यात्री कुरुक्षेत्र की पावन धरा से अपने-अपने प्रदेशों में जाने के बाद वहां पर भी गीता का पाठ करें। इन लोगों से केडीबी लगातार संपर्क बनाकर रखे और आने वाले समय में इन लोगों को महोत्सव के दौरान कुरुक्षेत्र में आमंत्रित करे। यह नागरिक महोत्सव में आकर गीता उपदेशों का उच्चारण करें और गीता पाठ करें ताकि महोत्सव में आने वाला प्रत्येक पर्यटक और यात्री महोत्सव से जुड़ सके और पूरे प्रदेश में गीतामय माहौल बन सके। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को देश की बड़ी-बड़ी संस्थाओं के साथ जोड़ने का प्रयास किया जाए ताकि महोत्सव के लिए सीएसआर के तहत सहयोग मिल सके। इसके साथ ही एक ऐसी लोकल तीर्थ यात्रा सर्किट योजना तैयार की जाए, जिससे तीर्थ यात्री कुरुक्षेत्र के तीर्थों का भ्रमण कर सके। महोत्सव में देश की विरासत से रूबरू होने का मिलता है अवसर
केबिनेट मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को देश की हजारों साल पुरानी सांस्कृतिक विरासत को देखने और जानने का अवसर मिलता है। इस महोत्सव का आयोजन कनाड़ा, आस्ट्रेलिया, मारिशॅस, लंदन और श्रीलंका में किया जा चुका है और पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचे इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर एडीसी सोनू भट्ट, सीईओ केडीबी पंकज सेतिया, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सदस्य विजय नरुला, डॉ. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोशा, कैप्टन परमजीत, युद्धिष्ठर , प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, एसडीएम कपिल शर्मा, डीआईपीआरओ डॉ. नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर