फतेहाबाद के रतिया क्षेत्र के स्कूल ढाणी स्थित गुरुद्वारा साहिब में अज्ञात शख्स द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने का मामला सामने आया है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा रतिया सदर थाना में लिखित शिकायत देकर मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार, रतिया के गांव स्कूल ढाणी के गुरुद्वारा दशमेश सभा के प्रबंधक कमेटी का प्रतिनिधि मंडल आज शाम को रतिया सदर थाने पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस को बतया कि एक अज्ञात शख्स में आज दिन में गुरुद्वारा साहिब में घुसकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंग फाड़कर बेअदबी की है। उन्होंने बताया कि घटना दोपहर 11:00 बजे की है।। गुरुद्वारा साहिब के सेवादार थे नीचे कमेटी सदस्यों के अनुसार, गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब ऊपरी मंजिल पर सुशोभित हैं। गुरुद्वारा के सेवादार नीचे थे, इस दौरान एक शख्स माथा टेकने के लिए ऊपर गया और बाद में वापस आ गया। इसके बाद ऊपर कोई नहीं गया। शाम को जब सेवादार ऊपर गए तो वहां पावन अंग फटे हुए मिले। इसके बाद युवक की काफी तलाश की गई लेकिन उसके बारे में पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि इस घटना से सिख समाज में भारी रोष है और इसी के चलते पुलिस से आरोपी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में 295 ए के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग करने के लिए वह थाने पहुंचे हैं फतेहाबाद के रतिया क्षेत्र के स्कूल ढाणी स्थित गुरुद्वारा साहिब में अज्ञात शख्स द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने का मामला सामने आया है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा रतिया सदर थाना में लिखित शिकायत देकर मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार, रतिया के गांव स्कूल ढाणी के गुरुद्वारा दशमेश सभा के प्रबंधक कमेटी का प्रतिनिधि मंडल आज शाम को रतिया सदर थाने पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस को बतया कि एक अज्ञात शख्स में आज दिन में गुरुद्वारा साहिब में घुसकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंग फाड़कर बेअदबी की है। उन्होंने बताया कि घटना दोपहर 11:00 बजे की है।। गुरुद्वारा साहिब के सेवादार थे नीचे कमेटी सदस्यों के अनुसार, गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब ऊपरी मंजिल पर सुशोभित हैं। गुरुद्वारा के सेवादार नीचे थे, इस दौरान एक शख्स माथा टेकने के लिए ऊपर गया और बाद में वापस आ गया। इसके बाद ऊपर कोई नहीं गया। शाम को जब सेवादार ऊपर गए तो वहां पावन अंग फटे हुए मिले। इसके बाद युवक की काफी तलाश की गई लेकिन उसके बारे में पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि इस घटना से सिख समाज में भारी रोष है और इसी के चलते पुलिस से आरोपी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में 295 ए के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग करने के लिए वह थाने पहुंचे हैं हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुरुग्राम में प्रदूषण और डेंगू का कहर:दूसरे दिन भी 500 पर पहुंचा AQI; हेल्थ इमरजेंसी को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की छुटि्टयां रद्द
गुरुग्राम में प्रदूषण और डेंगू का कहर:दूसरे दिन भी 500 पर पहुंचा AQI; हेल्थ इमरजेंसी को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की छुटि्टयां रद्द हरियाणा के गुरुग्राम में पॉल्यूशन आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा है। लगातार दूसरे दिन AQI 500 तक पहुंच गया है। यहां PM 2.5 और PM 10 दोनों का स्तर 500 है। शहरी इलाकों में जगह-जगह पर कचरे के ढेर जलाए जा रहे हैं। ग्रैप टू होने के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नगर निगम की ओर से नहीं की जा रही है। सड़कों से उड़ती धूल को लेकर किसी तरह का छिड़काव और एंटी स्मॉग गन का भी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सख्ती करते हुए नगर निगम गुरुग्राम पर 10 लाख का जुर्माना लगाया है। वहीं दूसरी ओर प्रदूषण तो लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है, तो वहीं गुरुग्राम में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रहा है। जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 156 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग 10732 घरों का सर्वे कर चुका है। 156 घरों और 540 कंटेनर में लार्वा मिल चुका है। 141 लोगों को नोटिस भी किया जारी किया है यहां तक की 174 संदिग्धों के लिए सैंपल लिए गए हैं मगर बावजूद इसके डेंगू नहीं थम रहा है। दिवाली को लेकर CMO ने एडवाइजरी की जारी दिवाली को लेकर CMO गुरुग्राम ने एडवाइजरी जारी की है। CMO ने डेंगू और पॉल्यूशन की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों को बिना अनुमति के मुख्यालय न छोड़ने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा दिवाली पर आगजनी जैसी घटनाओं को लेकर 10 बेड का बर्न वार्ड और अस्थमा वार्ड बनाने के दिए निर्देश दिए हैं। डॉक्टर्स, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ ऑन कॉल मौजूद रहेंगे। वह छुट्टी पर बाहर नहीं जा सकेंगे। इसके अलावा 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं सुचारु होंगी। एनसीआर में PM 10 बढ़ रहा दीवाली से पहले ही प्रदूषण से हवा की स्थिति बिगड़ गई है। गुरुग्राम में तो वायु की गुणवत्ता (AQI) 500 तक पहुंच गया है। जिससे सामान्य आदमी भी बीमार हो सकता है। प्रदेश में PM-10 बढ़ने लगा है। इससे गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी में ज्यादा दिक्कतें हो सकती है। हालात बिगड़ते देख दिल्ली NCR में ग्रैप टू लागू कर दिया गया है। हरियाणा के 14 जिले एनसीआर में आते हैं। जिसमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल शामिल हैं। लगातार बढ़ते प्रदूषण के बावजूद पराली जलने के मामले थम नहीं रहे हैं। प्रदेश में अब तक 726 जगहों पर पराली जलाई जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार भी कुछ एक्शन में नजर आ रही है।सरकार ने 26 कर्मचारी सस्पेंड कर दिए हैं। इन कर्मचारियों पर जल्द ही एफआईआर भी दर्ज हो सकती है। PM 10 इतना खतरनाक, गले-फेफड़ों में जा सकते हैं कण, GRAP 4 लगना संभव PM10 में निर्माण स्थलों, लैंडफिल और कृषि, जंगल की आग और ब्रश,कचरा जलाने, औद्योगिक स्रोतों, खुली जमीन से हवा में उड़ने वाली धूल, पराग और बैक्टीरिया के टुकड़े भी शामिल होते हैं। पीएम 10 कण इतने छोटे होते हैं कि वे आपके गले और फेफड़ों में जा सकते हैं। पीएम 10 का उच्च स्तर आपको खांसी, नाक बहना और आंखों में जलन पैदा कर सकता है। पीएम 10 का स्तर अधिक होने पर हृदय या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों में अधिक लक्षण हो सकते हैं। लक्षणों में घरघराहट, सीने में जकड़न या सांस लेने में कठिनाई शामिल हो सकती है। ये हालात और बिगड़े तो फिर GRAP-4 लागू हो सकता है। जिसका मतलब है कि प्रदूषित हवा से हेल्थ इमरजेंसी के हालात बन सकते हैं। प्रदेश में पराली जलाने के 13 केस मिले प्रदेश में पराली जलाने के 13 नए केस मिले हैं। इनको मिलाकर कुल आंकड़ा 726 पर पहुंच गया है। कुरुक्षेत्र, कैथल, पलवल और अंबाला जिले में दो-दो तीन-तीन केस मिले हैं और सिरसा और करनाल में एक-एक केस मिला है। ऐसे में कृषि विभाग और प्रशासन ने अब पराली जलाने की घटनाओं पर सख्ती ज्यादा कर दी है। पराली जलाने पर सीधा केस दर्ज करने और फसल की पोर्टल पर रेड एंट्री करने के बाद काफी कमी आई है। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियों में सूजन आ जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं।
हरियाणा BJP में संगठनात्मक चुनाव की तैयारी:अर्चना गुप्ता बनी राज्य चुनाव अधिकारी; विजेंद्र नेहरा सहित 3 को बनाया चुनाव सह अधिकारी
हरियाणा BJP में संगठनात्मक चुनाव की तैयारी:अर्चना गुप्ता बनी राज्य चुनाव अधिकारी; विजेंद्र नेहरा सहित 3 को बनाया चुनाव सह अधिकारी हरियाणा भारतीय जनता पार्टी (BJP) में संगठनात्मक बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की ओर से चुनाव अधिकारी और सह अधिकारी घोषित कर दिए हैं। संगठनात्मक चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से डॉक्टर अर्चना गुप्ता को प्रदेश चुनाव अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा नागेंद्र शर्मा, अमरनाथ सौदा, विजेंद्र नेहरा को सह चुनाव अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। यहां देखिए लेटर…
सावित्री जिंदल को सांसद बेटे का समर्थन:बोले- मैं साथ हूं, पार्टी का फैसला भी सही; पूर्व विधायक ने लिया निर्दलीय लड़ने का फैसला
सावित्री जिंदल को सांसद बेटे का समर्थन:बोले- मैं साथ हूं, पार्टी का फैसला भी सही; पूर्व विधायक ने लिया निर्दलीय लड़ने का फैसला देश की सबसे अमीर महिलाओं में शुमार उद्योगपति सावित्री जिंदल की बीजेपी से बगावत को उनके बेटे नवीन जिंदल ने सही बताया है। बता दें कि नवीन कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं। एक इंटरव्यू में नवीन जिंदल ने कहा है कि “मैं पार्टी के टिकट वितरण के फैसले को सही मानता हूं, लेकिन मैं अपनी मां के फैसले का भी सम्मान करता हूं”। जिंदल ने कहा कि “मेरी मां के 4 बेटे और 5 बहनें हैं, हम कुल मिलाकर 9 भाई-बहन मां के साथ हैं। इसके अलावा पूरा हिसार मेरा परिवार है। मेरे पिता और मेरी मां का हिसार लंबे समय से कार्यक्षेत्र है, यहां के लोग भी उनका परिवार है। इस कारण से मां ने अपने परिवार की सेवा के लिए जो भी फैसला लिया है, मैं उसका सम्मान करता हूं और साथ भी दूंगा”। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए सावित्री जिंदल की बगावत 1. लिस्ट जारी होते ही शुरू हुई बगावत
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार देर शाम को 67 कैंडिडेट की लिस्ट जारी की थी। हालांकि बुधवार की सुबह ही सावित्री जिंदल दिल्ली पहुंच चुकी थी। लेकिन जब उन्हें पता लगा की सूची में उनका नाम नहीं है तो वह हिसार वापस लौट आईं। लिस्ट आते ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई है। कई पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर ही इस्तीफा दे दिया। वहीं, सावित्री जिंदल की टिकट कटने के बाद हिसार के जिंदल हाउस में भी हलचल बढ़ गई। परिवार के कई करीबियों ने फोन कर इस मामले पर चर्चा की। 2. सुबह होते ही जिंदल हाउस पहुंचे समर्थक
वहीं गुरुवार सुबह होते ही जिंदल परिवार के समर्थक जिंदल हाउस पहुंचने लगे। उन्होंने सावित्री जिंदल के निर्दलीय चुनाव लड़ने के नारे लगाए। समर्थक उनके पति स्व. ओपी जिंदल की फोटो भी लेकर आए थे। जहां सभी के साथ चर्चा के बाद देश की चौथी सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने भी बगावत का ऐलान कर दिया। भाजपा से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। 3. क्या बोलीं सावित्री जिंदल
चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सावित्री जिंदल ने समर्थकों से कहा- मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं। मैं चुनाव न लड़ने के बारे में बोलने के लिए दिल्ली से वापस आई थी, लेकिन आपका प्यार और विश्वास देखकर मैं चुनाव लड़ूंगी। सावित्री मशहूर उद्योगपति और कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां हैं। हिसार सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से होगा। इन चार कारणों से सावित्री जिंदल को नहीं मिली टिकट
1. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता सावित्री जिंदल को चुनाव में हरा चुके हैं। दो ही महीने पहले पार्टी से जुड़े जिंदल परिवार के कारण अगर संघ और पार्टी से जुड़े मंत्री का टिकट काटता तो पार्टी में गलत मैसेज जाने का डर था। 2. डॉ. कमल गुप्ता ने टिकट कटने की खबरों के बीच पूर्व सीएम मनोहर लाल से 2 बार मुलाकात की। बताया जा रहा है कि 2 सितंबर को जब फाइनल सूची तैयार की गई उसमें सावित्री जिंदल का नाम था। मगर खट्टर ने जब अपने आवास पर रात को बैठक बुलाई तब सावित्री जिंदल का नाम काटकर सूची में कमल गुप्ता का नाम जोड़ दिया गया। 3. डॉ. कमल गुप्ता RSS से जुड़े हुए हैं और इसका भी उन्हें फायदा मिला है। सूत्रों की मानें तो जिन लोगों ने कमल गुप्ता को टिकट दिलवाने के लिए लॉबिंग की है वो संघ के पुराने प्रचारक हैं जो आज अखिल भारतीय स्तर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 4. कमल गुप्ता का ससुराल इंदौर है। इस नाते कैलाश विजयवर्गीय के साथ उनके अच्छे संबंध हैं, साथ ही विजयवर्गीय भी डॉ. कमल गुप्ता को दामाद मानते हैं। इस नाते भी कैलाश विजयवर्गीय ने टिकट दिलाने में कमल गुप्ता की पूरी मदद की। अब 4 पार्टियों से होगा मुकाबला
सावित्री जिंदल अगर चुनाव लड़ती हैं तो उनका मुकाबला 4 पार्टियों से होगा। जिसमें भाजपा, कांग्रेस, इनेलो और जजपा शामिल हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला भाजपा के साथ ही होगा। बता दें कि डॉ. कमल गुप्ता और सावित्री जिंदल 2014 में भी आमने-सामने हो चुके हैं, हालांकि तब सावित्री जिंदल ने कांग्रेस से और कमल गुप्ता ने भाजपा से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में बिजनेसमैन डॉ. सुभाष चंद्रा ने कमल गुप्ता की मदद की थी। जानिए सावित्री जिंदल का हिसार कनेक्शन
ओपी जिंदल ने हिसार आकर सबसे पहले बाल्टी बनाने की फैक्ट्री लगाई। इससे आमदनी शुरू हुई तो 1962 में हिसार में भी फैक्ट्री खोल दी। इसके बाद 1969 में जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री खोली। आज इसका नाम स्टेनलेस है। अब जिंदल ग्रुप का देश विदेश में इस्पात, बिजली, सीमेंट और बुनियादी ढांचे में निवेश है। साल 2005 में हेलिकॉप्टर क्रैश में ओपी जिंदल की मौत के बाद जिंदल समूह की कंपनियों का 4 बेटों में बंटवारा हो गया। उनमें से एक बिजनेस टाइकून सज्जन जिंदल हैं, जो JSW स्टील चलाते हैं। सावित्री जिंदल 2.77 लाख करोड़ की मालकिन
जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल देश में चौथे नंबर पर सबसे अमीर हैं। इसके अलावा वह देश की सबसे अमीर महिला भी हैं। सावित्री जिंदल हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं और स्टील किंग स्व. ओपी जिंदल की पत्नी हैं। इनके बेटे नवीन जिंदल कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। फॉर्च्यून इंडिया द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक 74 वर्षीय सावित्री जिंदल लगभग 2.77 लाख करोड़ रुपए की मालकिन हैं। टॉप 10 में वह चौथे स्थान पर हैं और इकलौती महिला हैं। परिवार के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं सावित्री जिंदल
1. सावित्री जिंदल ने एशियावन मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा था कि “मैं आम भारतीय नारी की तरह ही घर में रहकर परिवार की देखभाल कर रही थी। अचानक पति (ओपी जिंदल) की मौत के बाद मुझे बिजनेस संभालना पड़ा। अगर किसी के पिता का साया अचानक सिर से उठ जाए तो मां को पिता की भूमिका निभानी पड़ती है। जिंदल साहब अपने पीछे समाज और परिवार को प्रेम के सूत्र में बांधे रखने की विरासत छोड़ गए थे”। 2. ओपी जिंदल के बारे में आगे और बताते हुए उन्होंने कहा- “उनमें सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत क्षमता थी, इसलिए उनसे प्रेरणा लेकर मैंने एक कड़ी के रूप में अपनी भूमिका निभाई। बच्चों के साथ भी और हिसार-हरियाणा परिवार के साथ भी। मुझे अपने बच्चों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने जिंदल साहब के दिखाए रास्ते पर चलते हुए न सिर्फ बिजनेस को सफलतापूर्वक संभाला है, बल्कि प्यार से साथ रहकर अपना बिजनेस और परिवार भी एक साथ चला रहे हैं”। 3. अपने बच्चों के बारे में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा “आज के माहौल में दो भाइयों का एक साथ रहना मुश्किल है, लेकिन हमारे लिए यह बड़ी बात है कि मेरे सभी बच्चे एक साथ प्यार से रह रहे हैं। जिंदल साहब की भी यही सोच थी कि सबको मिलजुल कर रहना चाहिए और हमारे बच्चे उनकी इच्छा का सम्मान करते थे। हम सब एक साथ हैं। मेरी नजर में प्यार और आपसी विश्वास ही सफलता की कुंजी है”।