मामा-मामी ने 10 साल की बच्ची की बलि दी:देवरिया में बोले- सपने में देवी ने दिया था आदेश, यूट्यूब से सीखा तंत्र-मंत्र

मामा-मामी ने 10 साल की बच्ची की बलि दी:देवरिया में बोले- सपने में देवी ने दिया था आदेश, यूट्यूब से सीखा तंत्र-मंत्र

देवरिया में तंत्र-मंत्र के चक्कर में 10 साल की बच्ची की बलि दे दी गई। बच्ची की हत्या उसके पिता के मामा-मामी ने की। बच्चे भी उन्हें माता-मामी ही कहते थे। आरोपी दंपती को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उनका 22 साल का बेटा मानसिक रूप से बीमार है। नवरात्रि में देवी मां ने सपने में आकर कुंवारी कन्या की बलि मांगी थी। इसलिए बच्ची की गला रेतकर हत्या कर दी। उन्होंने यूट्यूब से तंत्र-मंत्र से सीखा है। अब विस्तार से पढ़िए… पहले जानिए 27 नवंबर का घटनाक्रम…
मामला देवरिया में भटनी थाना क्षेत्र के बेहरा डाबर गांव का है। 27 नवंबर (बुधवार) की सुबह खून से लथपथ बच्ची का शव गांव के बाहर मिला। शव अरहर के खेत से सटे मक्के के डंठलों के बीच छिपाया गया था। कुत्तों को भौंकते देख लोगों को शक हुआ तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव बाहर निकाला। बच्ची के गले पर किसी धारदार हथियार से कट के निशान मिले। उसकी शिनाख्त अवधेश यादव की 10 साल की बेटी अंशिका के रूप में हुई। वह भरहे चौरा गांव की रहने वाली थी। अंशिका अपनी दादी के साथ पिता के ननिहाल आई थी। यहां 26 नवंबर को लड़की की बारात आनी थी। नए मकान से शादी की रस्में हो रही थी, जबकि पुराने मकान में घर के लोग रह रहे थे। लोग शादी समारोह की तैयारियों में व्यस्त थे। शाम करीब पांच बजे बच्ची समारोह स्थल से गायब हो गई। परिजन पूरी रात उसकी तलाश करते रहे, लेकिन कहीं पता नहीं चला। अगले दिन सुबह लगभग 11 बजे घर से 200 मीटर दूर उसका खून से लथपथ शव मिला। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। एसपी संकल्प शर्मा भी फोर्स के साथ आ गए। उन्होंने घटना के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया। बनियान और शाल से मिला क्लू
पुलिस को घटना स्थल से एक खून से सनी बनियान मिली। पास ही एक शाल पड़ी थी। पुलिस ने जब तहकीकात आगे बढ़ाई तो उन्हें हत्याकांड में किसी नजदीकी के शामिल होने का शक गहराया। पुलिस ने बनियान और शाल की शिनाख्त कराई तो मृतका के दादी के भाई शेषनाथ यादव और उसकी पत्नी सविता के निकले। यहीं से पुलिस को ब्लाइंड मर्डर का क्लू मिला। उन्होंने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने मासूम की हत्या की बात कबूल कर ली। अब पढ़िए आरोपियों का कबूलनामा… सविता ने पुलिस को बताया, मेरा परिवार उत्तराखंड में रहता है। मेरा एक बेटा है, जिसका नाम संजय है। उसकी उम्र 22 साल है। संजय मानसिक रूप से बीमार है। उसे ठीक करने के लिए तंत्र-मंत्र की साधना करती थी। तंत्र-मंत्र मैंने यूट्यूब से सीखा है। लोगों के यहां बुलाने पर जाती भी थी। नवरात्रि में देवी मां मेरे सपने में आई थीं। कहा कि किसी कुंवारी कन्या की बलि दोगी तो तुम्हारा लड़का ठीक हो जाएगा। मैं और मेरे पति शादी में आए थे। समारोह में मेरी और मेरे पति की नजर अंशिका पर पड़ी। तभी हम दोनों ने उसे मारने का प्लान बनाया। अंशिका थोड़ा कम बोलती थी। 26 नवंबर को शादी थी, तो उसी दिन शाम 5 बजे जब सब लोग काम में व्यस्त थे तो मैं मौका देख कर बच्ची को बुला लाई। इसके बाद रात में चाकू से निर्मम तरीके से हत्या कर दी। उसके शरीर के पांच अंगों से खून निकालकर बलि चढ़ाया। फिर रात में ही घर से 200 मीटर दूर अरहर के खेत में उसे फेंक दिया। कुछ दूरी पर उसके कपड़े भी फेंक दिए। DIG ने खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार का इनाम दिया
एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि मृतका अपने पिता के ननिहाल में शादी अटेंड करने आई थी। जहां उसके पिता के मामा और मामी ने घटना को अंजाम दिया। हत्या में इस्तेमाल हथियार और सारे एविडेंस हमने कलेक्ट किए हैं। हत्यारोपी सविता जो मृतका के पिता की मामी है, उसे स्वप्न आता था कि किसी बालिका की बलि दें तो उसका लड़का संजय जो मंदबुद्धि है, ठीक हो सकता है। जब शादी में सभी लोग व्यस्त थे, तब पति-पत्नी ने बालिका को बहला कर पुराने घर में ले गए और गला काटकर हत्या कर दी। घटना के सफलतापूर्वक वर्क आउट करने पर डीआईजी रेंज ने टीम को 50 हजार रुपए नकद पुरस्कार की घोषणा की है। साथ ही टीम को पुलिस महानिदेशक प्रशंसा चिन्ह से सम्मानित करने की संस्तुति भी की गई है। —————————– यह भी पढ़ें:- लखनऊ में मकान पर लाल निशान देख किसान की मौत:पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- नहीं गिरेगा किसी का घर; LDA ने जुतवा दी थी फसल लखनऊ में LDA के मकान ध्वस्तीकरण का निशान (लाल निशान) देख किसान को दिल का दौरा पड़ा। रविवार देर रात लेटे-लेटे मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने गांव में प्रदर्शन किया। मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर भी पहुंचे। उन्होंने एलडीए के अधिकारियों से फोन पर बात की। कहा- आबादी में आने वाले कोई भी मकान नहीं गिरेंगे। बेवजह लोगों को परेशान न करें। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। परिजनों को समझा बुझाकर मृतक का अंतिम संस्कार कराया। पढ़ें पूरी खबर… देवरिया में तंत्र-मंत्र के चक्कर में 10 साल की बच्ची की बलि दे दी गई। बच्ची की हत्या उसके पिता के मामा-मामी ने की। बच्चे भी उन्हें माता-मामी ही कहते थे। आरोपी दंपती को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उनका 22 साल का बेटा मानसिक रूप से बीमार है। नवरात्रि में देवी मां ने सपने में आकर कुंवारी कन्या की बलि मांगी थी। इसलिए बच्ची की गला रेतकर हत्या कर दी। उन्होंने यूट्यूब से तंत्र-मंत्र से सीखा है। अब विस्तार से पढ़िए… पहले जानिए 27 नवंबर का घटनाक्रम…
मामला देवरिया में भटनी थाना क्षेत्र के बेहरा डाबर गांव का है। 27 नवंबर (बुधवार) की सुबह खून से लथपथ बच्ची का शव गांव के बाहर मिला। शव अरहर के खेत से सटे मक्के के डंठलों के बीच छिपाया गया था। कुत्तों को भौंकते देख लोगों को शक हुआ तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव बाहर निकाला। बच्ची के गले पर किसी धारदार हथियार से कट के निशान मिले। उसकी शिनाख्त अवधेश यादव की 10 साल की बेटी अंशिका के रूप में हुई। वह भरहे चौरा गांव की रहने वाली थी। अंशिका अपनी दादी के साथ पिता के ननिहाल आई थी। यहां 26 नवंबर को लड़की की बारात आनी थी। नए मकान से शादी की रस्में हो रही थी, जबकि पुराने मकान में घर के लोग रह रहे थे। लोग शादी समारोह की तैयारियों में व्यस्त थे। शाम करीब पांच बजे बच्ची समारोह स्थल से गायब हो गई। परिजन पूरी रात उसकी तलाश करते रहे, लेकिन कहीं पता नहीं चला। अगले दिन सुबह लगभग 11 बजे घर से 200 मीटर दूर उसका खून से लथपथ शव मिला। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। एसपी संकल्प शर्मा भी फोर्स के साथ आ गए। उन्होंने घटना के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया। बनियान और शाल से मिला क्लू
पुलिस को घटना स्थल से एक खून से सनी बनियान मिली। पास ही एक शाल पड़ी थी। पुलिस ने जब तहकीकात आगे बढ़ाई तो उन्हें हत्याकांड में किसी नजदीकी के शामिल होने का शक गहराया। पुलिस ने बनियान और शाल की शिनाख्त कराई तो मृतका के दादी के भाई शेषनाथ यादव और उसकी पत्नी सविता के निकले। यहीं से पुलिस को ब्लाइंड मर्डर का क्लू मिला। उन्होंने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने मासूम की हत्या की बात कबूल कर ली। अब पढ़िए आरोपियों का कबूलनामा… सविता ने पुलिस को बताया, मेरा परिवार उत्तराखंड में रहता है। मेरा एक बेटा है, जिसका नाम संजय है। उसकी उम्र 22 साल है। संजय मानसिक रूप से बीमार है। उसे ठीक करने के लिए तंत्र-मंत्र की साधना करती थी। तंत्र-मंत्र मैंने यूट्यूब से सीखा है। लोगों के यहां बुलाने पर जाती भी थी। नवरात्रि में देवी मां मेरे सपने में आई थीं। कहा कि किसी कुंवारी कन्या की बलि दोगी तो तुम्हारा लड़का ठीक हो जाएगा। मैं और मेरे पति शादी में आए थे। समारोह में मेरी और मेरे पति की नजर अंशिका पर पड़ी। तभी हम दोनों ने उसे मारने का प्लान बनाया। अंशिका थोड़ा कम बोलती थी। 26 नवंबर को शादी थी, तो उसी दिन शाम 5 बजे जब सब लोग काम में व्यस्त थे तो मैं मौका देख कर बच्ची को बुला लाई। इसके बाद रात में चाकू से निर्मम तरीके से हत्या कर दी। उसके शरीर के पांच अंगों से खून निकालकर बलि चढ़ाया। फिर रात में ही घर से 200 मीटर दूर अरहर के खेत में उसे फेंक दिया। कुछ दूरी पर उसके कपड़े भी फेंक दिए। DIG ने खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार का इनाम दिया
एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि मृतका अपने पिता के ननिहाल में शादी अटेंड करने आई थी। जहां उसके पिता के मामा और मामी ने घटना को अंजाम दिया। हत्या में इस्तेमाल हथियार और सारे एविडेंस हमने कलेक्ट किए हैं। हत्यारोपी सविता जो मृतका के पिता की मामी है, उसे स्वप्न आता था कि किसी बालिका की बलि दें तो उसका लड़का संजय जो मंदबुद्धि है, ठीक हो सकता है। जब शादी में सभी लोग व्यस्त थे, तब पति-पत्नी ने बालिका को बहला कर पुराने घर में ले गए और गला काटकर हत्या कर दी। घटना के सफलतापूर्वक वर्क आउट करने पर डीआईजी रेंज ने टीम को 50 हजार रुपए नकद पुरस्कार की घोषणा की है। साथ ही टीम को पुलिस महानिदेशक प्रशंसा चिन्ह से सम्मानित करने की संस्तुति भी की गई है। —————————– यह भी पढ़ें:- लखनऊ में मकान पर लाल निशान देख किसान की मौत:पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- नहीं गिरेगा किसी का घर; LDA ने जुतवा दी थी फसल लखनऊ में LDA के मकान ध्वस्तीकरण का निशान (लाल निशान) देख किसान को दिल का दौरा पड़ा। रविवार देर रात लेटे-लेटे मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने गांव में प्रदर्शन किया। मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर भी पहुंचे। उन्होंने एलडीए के अधिकारियों से फोन पर बात की। कहा- आबादी में आने वाले कोई भी मकान नहीं गिरेंगे। बेवजह लोगों को परेशान न करें। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। परिजनों को समझा बुझाकर मृतक का अंतिम संस्कार कराया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर