हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव खेड़ी के रिटायर्ड फौजी, उसकी पत्नी व बेटी की दिल्ली में निर्मल हत्या, बेटा घर पर मौजूद नहीं था। वह उस वक्त मॉर्निंग वॉक पर गया हुआ था। जैसे ही वह लौटा अपने माता-पिता और बहन को मृत अवस्था में देख उसके होश उड़ गए। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई में जुटी। दिल्ली के देवली गांव में रहता था परिवार महेंद्रगढ़ के कनीना उप मंडल के गांव खेड़ी निवासी राजेश 2005 में भारतीय सेवा से रिटायर्ड हुआ था, जो अब फिलहाल दिल्ली साउथ के नेब सराय के देवली गांव में रहता था। बुधवार सुबह फौजी राजेश, पत्नी कोमल और बेटी कविता की दिल्ली में निर्मम हत्या हो गई। खेड़ी गांव सरपंच पंकज ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवानिवृत्ति फौजी राजेश व राकेश दोनों भाई फौज से रिटायर्ड है। राकेश पटौदी में रहते हैं और राजेश वर्तमान में दिल्ली के देवली गांव में रहता था। मां के पास आते रहते थे दोनों भाई सरपंच ने बताया कि राजेश 19 नवंबर को गांव खेड़ी में आया था, उसी दिन एक लगन प्रोग्राम था। वहीं 23 नवंबर को गांव में एक लड़की की शादी शामिल था। राजेश हमारे साथ ही रहा। राजेश फौजी की मां आजाद देवी गांव में ही रहती है। उसके पिता रणजीत सिंह की काफी साल पहले मौत हो चुकी है। दोनों भाई अपनी मां के पास गांव में आते-जाते रहते हैं। राजेश की आज शादी की सालगिराह साउथ दिल्ली के नेब सराय के देवली गांव में तीनों की हत्या के बाद से सनसनी फैल गई है। घटना आज सुबह की बताई जा रही हैं। बेटा उस वक्त मॉर्निंग वॉक पर गया था। जैसे ही वह लौटा, तो अपने माता-पिता और बहन को मृत अवस्था में देख उसके होश उड़ गए। आज पति-पत्नी की शादी की सालगिराह भी थी। हत्या किन वजहों से की गई, इसका पता नहीं चल पाया है। घर में नहीं हुई कोई तोड़फोड़ मृतक राजेश आर्मी से रिटायर थे, जो कि अब प्राइवेट सिक्योरिटी ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहे थे। राजेश के परिवार में पत्नी और बेटा-बेटी थे, सभी लोग एक घर में साथ रहते थे। घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि क्राइम टीम और फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया। घर में कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है और कोई सामान भी इधर-उधर नहीं हुआ है। शुरुआती जांच में सामने आया कि इस वारदात को किसी लूट या चोरी के लिए अंजाम तो नहीं दिया गया है। अभी जांच की जा रही है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव खेड़ी के रिटायर्ड फौजी, उसकी पत्नी व बेटी की दिल्ली में निर्मल हत्या, बेटा घर पर मौजूद नहीं था। वह उस वक्त मॉर्निंग वॉक पर गया हुआ था। जैसे ही वह लौटा अपने माता-पिता और बहन को मृत अवस्था में देख उसके होश उड़ गए। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई में जुटी। दिल्ली के देवली गांव में रहता था परिवार महेंद्रगढ़ के कनीना उप मंडल के गांव खेड़ी निवासी राजेश 2005 में भारतीय सेवा से रिटायर्ड हुआ था, जो अब फिलहाल दिल्ली साउथ के नेब सराय के देवली गांव में रहता था। बुधवार सुबह फौजी राजेश, पत्नी कोमल और बेटी कविता की दिल्ली में निर्मम हत्या हो गई। खेड़ी गांव सरपंच पंकज ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवानिवृत्ति फौजी राजेश व राकेश दोनों भाई फौज से रिटायर्ड है। राकेश पटौदी में रहते हैं और राजेश वर्तमान में दिल्ली के देवली गांव में रहता था। मां के पास आते रहते थे दोनों भाई सरपंच ने बताया कि राजेश 19 नवंबर को गांव खेड़ी में आया था, उसी दिन एक लगन प्रोग्राम था। वहीं 23 नवंबर को गांव में एक लड़की की शादी शामिल था। राजेश हमारे साथ ही रहा। राजेश फौजी की मां आजाद देवी गांव में ही रहती है। उसके पिता रणजीत सिंह की काफी साल पहले मौत हो चुकी है। दोनों भाई अपनी मां के पास गांव में आते-जाते रहते हैं। राजेश की आज शादी की सालगिराह साउथ दिल्ली के नेब सराय के देवली गांव में तीनों की हत्या के बाद से सनसनी फैल गई है। घटना आज सुबह की बताई जा रही हैं। बेटा उस वक्त मॉर्निंग वॉक पर गया था। जैसे ही वह लौटा, तो अपने माता-पिता और बहन को मृत अवस्था में देख उसके होश उड़ गए। आज पति-पत्नी की शादी की सालगिराह भी थी। हत्या किन वजहों से की गई, इसका पता नहीं चल पाया है। घर में नहीं हुई कोई तोड़फोड़ मृतक राजेश आर्मी से रिटायर थे, जो कि अब प्राइवेट सिक्योरिटी ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहे थे। राजेश के परिवार में पत्नी और बेटा-बेटी थे, सभी लोग एक घर में साथ रहते थे। घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि क्राइम टीम और फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया। घर में कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है और कोई सामान भी इधर-उधर नहीं हुआ है। शुरुआती जांच में सामने आया कि इस वारदात को किसी लूट या चोरी के लिए अंजाम तो नहीं दिया गया है। अभी जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल की महिला से हेलिकॉप्टर टिकट बुकिंग में ठगी:माता-पिता को भेजना था वैष्णो देवी; फर्जी वेबसाइट के जरिए हुआ फ्रॉड
करनाल की महिला से हेलिकॉप्टर टिकट बुकिंग में ठगी:माता-पिता को भेजना था वैष्णो देवी; फर्जी वेबसाइट के जरिए हुआ फ्रॉड माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए हेलिकॉप्टर की ऑनलाइन टिकट बुकिंग करवा रहे है तो सावधान हो जाए, क्योंकि ऑनलाइन टिकट बुकिंग के नाम पर भी फ्रॉड हो सकता है। साइबर अपराधियों ने अब माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट जैसी ही फेक वेबसाइट बना ली है। हरियाणा के करनाल में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला से हेलिकॉप्टर की ऑनलाइन टिकट बुकिंग 9350 रुपए हड़प लिए। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। 8 नवंबर को करवाई थी टिकट बुक करनाल निवासी एक महिला के बुजुर्ग माता-पिता माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले थे। चूंकि माता वैष्णों देवी की चढ़ाई करीब 14 किलोमीटर की है और दोनों इतनी ऊंची चढ़ाई करने में असमर्थ हैं। उनका रास्ता थोड़ा आसान हो जाए, इसके लिए महिला ने अपने माता-पिता के लिए 8 नवंबर को हेलिकॉप्टर सर्विस की टिकट बुक कराई थी। वेबसाइट में सिर्फ डॉट का फर्क महिला ने गूगल पर ऑनलाइन सर्च किया तो उनके सामने एक वेबसाइट onlinemaavaishnodevi.org//login ओपन हुई और उस पर उसे टिकट बुक करने का ऑप्शन मिला। यह वेबसाइट दिखने में श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट online.maavaishnodevi.org//login जैसी लग रही थी। महिला ने टिकट बुक करने के बाद बताए गए नंबर पर कॉल किया। उन्हें टिकट बुकिंग की पुष्टि दी गई और पैसे ‘श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड’ नाम के एक खाते में जमा करने को कहा गया। उन्होंने 9 हजार 350 रुपए का भुगतान किया, लेकिन जब टिकट की जांच की गई तो वे फर्जी निकले। श्रद्धालुओं की आस्था पर चोट पीड़िता ने बताया कि यह ठगी उनके लिए केवल आर्थिक नुकसान नहीं है, बल्कि उनकी आस्था को गहरी चोट पहुंचाने वाला भी है। यह धोखाधड़ी न केवल आर्थिक अपराध है, बल्कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसा है। अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत उन्होंने करनाल साइबर थाना में की है। ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए सतर्कता जरूरी साइबर थाना में जांच अधिकारी गौरव ने बताया कि महिला के साथ ऑनलाइन टिकट बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी हुई है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। संबंधित बैंक खाते और फर्जी वेबसाइट को चिह्नित कर आगे की जांच की जा रही है। श्राइन बोर्ड की सेवाओं से जुड़े मामलों में फर्जी वेबसाइटों और फोन कॉल्स से सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
हरियाणा में खट्टर-हुड्डा से पावरफुल बने CM सैनी:गृह-वित्त और आबकारी अपने पास रखा; कॉन्ट्रोवर्सी से बची BJP, नए चेहरों पर भरोसा
हरियाणा में खट्टर-हुड्डा से पावरफुल बने CM सैनी:गृह-वित्त और आबकारी अपने पास रखा; कॉन्ट्रोवर्सी से बची BJP, नए चेहरों पर भरोसा हरियाणा सरकार में विभागों के बंटवारे में CM नायब सैनी पावरफुल बनकर उभरे हैं। उनके पास 13 से ज्यादा विभाग हैं। खास बात यह है कि गृह, वित्त और आबकारी मंत्रालय भी सीएम के पास ही रहेगा। इस लिहाज से वह BJP सरकार के पिछले CM मनोहर लाल खट्टर और कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र हुड्डा से भी ताकतवर बने हैं। दरअसल, 2005 से लेकर 2014 तक सूबे के मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र हुड्डा के पास कभी भी वित्त और आबकारी विभाग नहीं रहा। यह विभाग दूसरे मंत्रियों को दिए गए थे। उसके बाद 2014 से 2023 तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर के पास बड़े विभाग जरूर रहे। 2014 में खट्टर के पास गृह विभाग तो था लेकिन वित्त विभाग नहीं था। 2019 में जब दूसरी बार BJP की सरकार बनी तो गृह विभाग अनिल विज को देना पड़ा। हालांकि खट्टर ने CID विभाग अपने पास रखा है। इस बार सीएम सैनी के पास गृह और सीआईडी दोनों ही हैं। प्रदेश में BJP की तीसरी बार सरकार बनने के बाद 17 अक्टूबर को सीएम नायब सैनी और 13 मंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद रविवार देर रात मंत्रियों को विभाग बांटे गए। इनमें CM सैनी के बाद अनिल विज को बिजली समेत 3 विभाग दिए गए हैं। पिछली बार गृह विभाग उनके पास था। विज के अलावा विपुल गोयल, श्याम सिंह राणा, कृष्ण कुमार बेदी, आरती राव और गौरव गौतम को 3-3 विभाग गए हैं। वहीं महिपाल ढांडा, डॉ. अरविंद शर्मा और राव नरबीर सिंह को 4-4 विभाग मिले हैं। कृष्णलाल पंवार, रणबीर गंगवा, श्रुति चौधरी और राजेश नागर को 2-2 विभाग दिए गए हैं। आरती के पास स्वास्थ्य, विपुल के पास स्थानीय निकाय, ढांडा को शिक्षा, गौरव गौतम को खेल, राणा को कृषि, पंवार को पंचायत और खनन, श्रुति के पास महिला एवं बाल विकास, डॉ. अरविंद को जेल, राव नरबीर को उद्योग, बेदी को सामाजिक न्याय, गंगवा के पास PWD और नागर को खाद्य आपूर्ति का अहम विभाग मिला है। BJP को विवाद नहीं चाहिए, इसलिए सैनी को ताकतवर बनाया
प्रदेश में 2024 का विधानसभा चुनाव BJP ने सीएम नायब सैनी के चेहरे पर लड़ा। कांग्रेस के माहौल के बावजूद वह 90 सीटों की विधानसभा में 48 सीटें जिताकर बहुमत ले आए। इसी वजह से उनकी राह में कोई रोड़ा न रहे, इसके लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कड़े फैसले लिए हैं। गृह एवं CID विभाग को लेकर 2019 में तत्कालीन CM मनोहर लाल खट्टर और अनिल विज के बीच कई मामलों को लेकर विवाद होता रहा। तब गृह विभाग अनिल विज के पास था और सीआईडी सीएम खुद देखते थे। इसको लेकर दोनों के बीच अकसर कई मामलों में तनातनी हो जाती थी। जिस वजह से ये दोनों विभाग तक अलग करने पड़े। नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा
BJP सरकार में इस बार विभागों के बंटवारे में नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा दिखाया गया है। इनमें आरती राव, विपुल गोयल, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर और रणबीर गंगवा को बड़े विभाग दिए गए हैं। 2019 की सरकार के मंत्री अनिल विज को इस बार गृह विभाग नहीं दिया गया है। इस लिहाज से उनके विभाग कमजोर माने जा रहे हैं। महिपाल ढांडा को भी 2 ही विभागों से संतुष्ट होना पड़ा है। पढ़िए.. हरियाणा में किस मंत्री के पास कौन सा विभाग मिला सीएम के बाद सबसे पहले अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज ने शपथ ली थी। जिसके बाद कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर सिंह, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल, अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, 10वें नंबर पर कृष्ण कुमार बेदी फिर श्रुति चौधरी, आरती राव, राजेश नागर और आखिर में गौरव गौतम ने शपथ ली थी। यह खबरें भी पढ़ें…. हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:किसी पर कोई केस नहीं, 12 करोड़पति; गौरव युवा तो राणा सबसे बुजुर्ग, 1 डॉक्टर-2 वकील नायब सैनी दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने:13 मंत्री बनाए, सबसे ज्यादा 5 OBC चेहरे, 2 महिलाएं; आज पहली कैबिनेट मीटिंग
हरियाणा में JJP संगठन का पुनर्गठन शुरू:3 कमेटियां बनाई; सलाहकार, PAC, अनुशासन समिति में कुल 27 नेताओं को दी गई जिम्मेदारी
हरियाणा में JJP संगठन का पुनर्गठन शुरू:3 कमेटियां बनाई; सलाहकार, PAC, अनुशासन समिति में कुल 27 नेताओं को दी गई जिम्मेदारी जननायक जनता पार्टी (JJP) ने संगठन नवनिर्माण की शुरुआत कर दी है। इसके लिए पार्टी ने सलाहकार समिति, पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी और अनुशासन समिति का गठन किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में बनाई गई 10 सदस्यीय सलाहकार समिति में डॉ. केसी बांगड़, अनंत राम तंवर, फूलवती, सरदार जगरूप सिंह सक्ताखेड़ा, रामकुमार कटवाल, पूर्व विधायक गंगा राम, मास्टर राजकुमार सैनी, कंवर सिंह कलवाड़ी और बलवान सुहाग शामिल हैं। जेजेपी की नवगठित पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला, बृज शर्मा, पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पूर्व मंत्री अनूप धानक, विधायक अमरजीत ढांडा, पूर्व चेयरमैन राजेंद्र लितानी, रणधीर सिंह, शीला भ्याण, मोहसीन चौधरी, धर्मपाल प्रजापत और सुरजीत सौंडा शामिल किए गए हैं। साथ ही कोषाध्यक्ष के तौर पर हरबंस सिंगला, कार्यालय सचिव के तौर पर रणधीर सिंह और राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के तौर पर राधेश्याम शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा जेजेपी ने एडवोकेट रणबीर दहिया की अध्यक्षता में चार सदस्यीय अनुशासन समिति भी बनाई है जिसमें एडवोकेट कलम सिंह, एडवोकेट विजय कुमार बंसल और एडवोकेट रिम्पल सोही को सदस्य बनाया गया है।