हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बर्फबारी के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इस संदर्भ में उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन हेमराज बैरवा ने समस्त विभागों के जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें बर्फबारी से पहले अपनी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान जिला में जन-जीवन को सुचारु रखने और ग्रामीणों क्षेत्रों में बिजली-पानी व राशन उपलब्ध करवाने के साथ-साथ यातायात सहित हर प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। बिजली और पेयजल की व्यवस्था सुचारु रखने के निर्देश डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्दियों के दौरान आपदा प्रबंधन के लिए हर विभाग एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें और उनका मोबाइल नंबर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ साझा करें। उन्होंने सर्दियों के दौरान बारिश और बर्फबारी के कारण बंद होने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने, बिजली और पेयजल की व्यवस्था सुचारु रखने के लिए सम्बन्धित विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए। मार्च तक किया राशन का भंडारण बैठक में अवगत करवाया गया कि बड़ा भंगाल सहित बर्फबारी वाले क्षेत्रों नवम्बर से मार्च माह तक का राशन भंडारण कर दिया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इन क्षेत्रों में सभी जीवन रक्षक दवाइयों का प्रबंध करने के भी निर्देश दिए। उपायुक्त ने सभी एसडीएम को यह भी निर्देश दिए कि वे अपने स्तर पर भी सर्दियों के दृष्टिगत अपने कार्य क्षेत्र के सभी अधिकारियों सहित दूरसंचार ऑपरेटर की बैठक कर सभी आवश्यक इंतजाम कर लें। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्राधिकरण द्वारा सभी एसडीएम को वायरलेस सैट भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी विभाग आपसी तालमेल से कार्य करें तथा किसी अप्रिय घटना की सूचना तुरन्त जिला आपदा प्राधिकरण को दें। इस अवसर पर एडीएम डॉ. हरीश गज्जू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश लखनपाल, एसडीएम संजीव भोट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बर्फबारी के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इस संदर्भ में उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन हेमराज बैरवा ने समस्त विभागों के जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें बर्फबारी से पहले अपनी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान जिला में जन-जीवन को सुचारु रखने और ग्रामीणों क्षेत्रों में बिजली-पानी व राशन उपलब्ध करवाने के साथ-साथ यातायात सहित हर प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। बिजली और पेयजल की व्यवस्था सुचारु रखने के निर्देश डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्दियों के दौरान आपदा प्रबंधन के लिए हर विभाग एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें और उनका मोबाइल नंबर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ साझा करें। उन्होंने सर्दियों के दौरान बारिश और बर्फबारी के कारण बंद होने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने, बिजली और पेयजल की व्यवस्था सुचारु रखने के लिए सम्बन्धित विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए। मार्च तक किया राशन का भंडारण बैठक में अवगत करवाया गया कि बड़ा भंगाल सहित बर्फबारी वाले क्षेत्रों नवम्बर से मार्च माह तक का राशन भंडारण कर दिया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इन क्षेत्रों में सभी जीवन रक्षक दवाइयों का प्रबंध करने के भी निर्देश दिए। उपायुक्त ने सभी एसडीएम को यह भी निर्देश दिए कि वे अपने स्तर पर भी सर्दियों के दृष्टिगत अपने कार्य क्षेत्र के सभी अधिकारियों सहित दूरसंचार ऑपरेटर की बैठक कर सभी आवश्यक इंतजाम कर लें। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्राधिकरण द्वारा सभी एसडीएम को वायरलेस सैट भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी विभाग आपसी तालमेल से कार्य करें तथा किसी अप्रिय घटना की सूचना तुरन्त जिला आपदा प्राधिकरण को दें। इस अवसर पर एडीएम डॉ. हरीश गज्जू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश लखनपाल, एसडीएम संजीव भोट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल: धर्मशाला, सोलन व कांगड़ा में नवंबर में रिकॉर्डतोड़ गर्मी:हमीरपुर का पारा 35.5 डिग्री पहुंचा; केलांग का तापमान नॉर्मल से 9.2 डिग्री ज्यादा हुआ
हिमाचल: धर्मशाला, सोलन व कांगड़ा में नवंबर में रिकॉर्डतोड़ गर्मी:हमीरपुर का पारा 35.5 डिग्री पहुंचा; केलांग का तापमान नॉर्मल से 9.2 डिग्री ज्यादा हुआ हिमाचल प्रदेश में सर्दी के मौसम में गर्मी पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने लगी है। बीते 24 घंटे के दौरान 4 शहरों धर्मशाला, सोलन और कांगड़ा में अधिकतम तापमान ने नवंबर महीने में गर्मी के पिछले सारे रिकॉर्ड ब्रेक कर डाले है। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इससे पहले आज तक कभी भी नवंबर में इतना तापमान रिकॉर्ड नहीं किया गया। धर्मशाला का नवंबर का रिकॉर्ड टैम्परेचर 07 नवंबर 2022 को 27.4 डिग्री था। इसी तरह सोलन में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। सोलन का आज तक का रिकॉर्ड तापमान 01 नवंबर 2020 को 28.7 डिग्री था। कांगड़ा के तापमान ने भी पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। कांगड़ा का टैम्परेचर 29.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। यहां का रिकॉर्ड तापमान 05 नवंबर 2020 को 28.4 डिग्री था। नवंबर में भी पहाड़ों पर ठंड का एहसास नहीं प्रदेश के दूसरे शहरों में भी इसी तरह तापमान नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। इससे नवंबर माह में भी पहाड़ों पर ठंड का एहसास नहीं हो पा रहा। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान नॉर्मल से 4.1 डिग्री ज्यादा चल रहा है। कई शहरों के तापमान 9 डिग्री तक का उछाल आया है। केलांग का तापमान नॉर्मल से 9.2 डिग्री अधिक हुआ प्रदेश के सबसे ठंडे शहरों में शुमार केलांग के अधिकतम तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 9.2 डिग्री का उछाल आया है। यहां का पारा 19.2 डिग्री पहुंच गया है। वहीं हमीरपुर का तापमान भी नॉर्मल से 8.6 डिग्री ज्यादा के साथ 35.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हिमाचल के किसी भी शहर में आज तक नवंबर में 35.5 डिग्री सेल्सियस तापमान नहीं गया। वहीं कल्पा का तापमान भी नॉर्मल की तुलना में 6.9 डिग्री का उछाल के बाद 23.4 डिग्री, शिमला का तापमान नॉर्मल से 4.1 डिग्री ज्यादा के साथ 23.2 डिग्री, नाहन का पारा 4.1 डिग्री ज्यादा के साथ 28.8 डिग्री और भुंतर का तापमान 4.5 डिग्री ज्यादा के साथ 30 डिग्री सेल्सियस हो गया है। लंबे ड्राइ स्पेल के कारण बढ़ रहा तापमान आलम यह है कि प्रदेश के छह का पारा 30 डिग्री से ज्यादा हो गया है। अमूमन नवंबर में ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिलती, बल्कि तापमान में कमी से ठंड रिकॉर्ड तोड़ती है। मगर इस बार लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से बारिश-बर्फबारी नहीं हो रही। इससे तापमान में उछाल आ रहा है। प्रदेश में पोस्ट मानसून सीजन में 97 प्रतिशत से कम बारिश हुई है। छह जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, कुल्लू, सोलन और सिरमौर में तो एक बीते 33 दिनों के दौरान एक बूंद भी नहीं बरसी।
हिमाचल भाजपा अध्यक्ष ने सुक्खू सरकार को घेरा:खरगे के बयान का लिया सहारा, डॉ. राजीव बिंदल बोले- झूठी गारंटियों का हुआ भंडाफोड़
हिमाचल भाजपा अध्यक्ष ने सुक्खू सरकार को घेरा:खरगे के बयान का लिया सहारा, डॉ. राजीव बिंदल बोले- झूठी गारंटियों का हुआ भंडाफोड़ हिमाचल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला है। बिंदल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान के सहारे प्रदेश की सुखविंदर सिंह सूक्खु सरकार को जमकर घेरा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस शासित सरकार की झूठी गारंटियों का देश में भंडाफोड़ हो गया है। पूरे देश को इस बात का पता लग गया है कि हिमाचल में सत्ता प्राप्त करने के लिए कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को ठगा है और कांग्रेस के नेताओं को कांग्रेस के ही राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अच्छी नसीहत दी है। खड़गे ने राहुल,सोनिया को दी नसीहत भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने दावा किया है कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया, राहुल गांधी समेत सभी मुख्यमंत्री व राज्य में नेताओं को नसीहत दी है कि नेता उतनी ही गारंटी दें जितनी पूरी की जा सकें । उन्होंने आगे और भी बड़ा दावा किया है कि खड़गे ने तो यहां तक कह दिया है कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का बेड़ागर्क हो गया है और अब और सरकारों का बेड़ागर्क न करें। ना ऐसे कभी पहले हुआ ना आगे होगा बिंदल ने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह हिमाचल प्रदेश में जनता को ठगा है, ऐसा न कभी पहले हुआ है ना भविष्य में होगा। उन्होंने कहा कि 22 महीने की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार सबसे निक्कमी सरकार साबित हुई है। कांग्रेस ने झूठी गारंटियां दी है जो पूरी नहीं हुई है। कांग्रेस ने झूठी गारंटियों का पहाड़ खड़ा करके लोगों से वोट प्राप्त किए और अब वो झूठी गारंटियां एक-एक करके धराशाही हो रही है। बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को अच्छी दी है। क्या कहा था कांग्रेस अध्यक्ष…? कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने ने पार्टी नेताओं को चेताया और कहा, यदि आप बजट पर विचार किए बिना वादे करते हैं तो यह दिवालियापन की ओर ले जाएगा। सड़कों पर रेत डालने के भी पैसे नहीं होंगे। अगर यह सरकार असफल हुई तो इसका असर आने वाली पीढ़ियों पर पड़ेगा। दरअसल, खड़गे महाराष्ट्र चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा किए जाने वाले घोषणा पत्रों पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप लोगों ने कर्नाटक में पांच गारंटी का वादा किया था। जिसको देखते हुए महाराष्ट्र में भी पांच गारंटी का वादा किया जा रहा है, लेकिन आज आपने बताया कि एक गारंटी हम रद्द कर देंगे। लगता है आप लोग अखबार नहीं पढ़ते हैं। पीएम मोदी भी गारंटियों पर बोला था हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए लिखा है कि, कांग्रेस पार्टी को यह बात अब समझ में आ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल और नामुमकिन है. वे लगातार प्रचार अभियान के दौरान लोगों से ऐसे वादे करते रहते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाते। अब वे लोगों के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं। आज कांग्रेस की सरकार वाले किसी भी राज्य को देख लीजिए- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना. विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। उनकी तथाकथित गारंटियां अधूरी हैं, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है। ऐसी राजनीति का शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभों से वंचित किया जाता है, बल्कि उनकी मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर किया जाता है।
हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों पर अगले 48 घंटे बर्फबारी:ताजा हिमपात के बाद मनाली-लेह, कोकसर-लोसर और दारचा-सचरू सड़क बंद; 4 दिसंबर से साफ होगा मौसम
हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों पर अगले 48 घंटे बर्फबारी:ताजा हिमपात के बाद मनाली-लेह, कोकसर-लोसर और दारचा-सचरू सड़क बंद; 4 दिसंबर से साफ होगा मौसम हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचे पहाड़ों पर आज और कल बर्फबारी के आसार है। बीती शाम को भी रोहतांग, बारालाचा, कुंजम दर्रे में दो इंच तक ताजा बर्फबारी हुई। इसके बाद रोहतांग टॉप, शिंकुला और कुंजम दर्रा के लिए वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। मनाली-लेह हाईवे, कोकसर-लोसर और दारचा-सचरू सड़क को भी बंद करना पड़ा है, क्योंकि बर्फ जमने की वजह से सड़कें खतरनाक हो गई है। बीते 24 घंटे के दौरान हिमपात के बाद पर्यटक भी बर्फ देखने के लिए लाहौल स्पीति के पहाड़ों पर पहुंच रहा है। मगर खराब मौसम के बीच पर्यटकों को रोहतांग टॉप, बारालाच, शिकुंला दर्रा, कुंजम दर्रा जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। इन क्षेत्रों में कभी भी बर्फबारी हो जाती है और फंसने की संभावना रहती है। इसी तरह सड़क पर बर्फ जमने से वाहनों की फिसलन बड़ गई है। ऊंचे क्षेत्रों में तापमान माइनस में होने से की वजह से सड़कों पर ब्लैक आइस जम रही है। बहता हुआ पानी जमकर ब्लैक आइस में तब्दील हो रहा है। इसे देखते हुए लाहौल स्पीति पुलिस ने ऊंचे क्षेत्रों की यात्रा टालने और सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी है। अगले 48 घंटे बर्फबारी मौमस विभाग की माने तो चंबा, लाहौल स्पीति, किन्नौर और कांगड़ा की ऊंची चोटियों पर अगले 48 घंटे के दौरान हल्का हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 4 दिसंबर से पूरे प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा और अगले दो सप्ताह तक बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है। 11 जिलों में नहीं टूटा ड्राइ स्पेल बेशक, बीते दो दिनों के दौरान लाहौल स्पीति के ऊंचे पहाड़ों पर हल्का हिमपात हुआ है। मगर प्रदेश के 11 जिलों में दो महीने से ज्यादा का ड्राइ स्पेल नहीं टूट पाया। प्रदेशवासी बारिश-बर्फबारी के इंतजार में है। पहले मानसून सीजन में नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई। अक्टूबर-नवंबर के बाद अब दिसंबर भी नहीं बरस रहा अब पोस्ट मानसून सीजन में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल दो महीने में बरसे है। अक्टूबर व नवंबर सूखे बीते है। अब दिसंबर में भी बारिश नहीं हो रही। अगले दो सप्ताह तक भी अच्छी बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों-बागवानों और टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ी है।